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शादी की रस्मों से ज्यादा जंगल की चिंता, दूल्हा-दुल्हन की इस पहल की हो रही तारीफ
सरगुजा: बीते कुछ दिनों से प्रदेश के हसदेव अरण्य को लेकर देशभर में चर्चा बनी हुई है. मुद्दा पर्यावरण संपदाओं से अच्छादित इस वन में वनों की कटाई और खनन से जुड़ा है, जिसे लेकर स्थानीय ग्रामीणों भारी रोष है. पिछले दिनों हसदेव में वनों की कटाई शुरु हुई तो सोशल मीडिया पर कई मानवीय संवेदनाओं को झकझोर देने वाली तस्वीरें वायरल हुईं थी. जिसके बाद अब छत्तीसगढ़ के सरगुजा संभाग में हसदेव के जंगलों की कटाई का विरोध अब सामाजिक रूप से भी दिखने लगा है.
दरअसल पिछले दिनों बिलासपुर में हुए एक विवाह समारोह में भी हसदेव की चिंता सार्वजनिक हो गई. विवाह की रस्मों के बीच दूल्हा-दुल्हन ने ''सेव हसदेव'' और ''हसदेव बचावा'' जैसे संदेश लिखे पोस्टर दिखाए.
शादी के बाद Save Hasdev की अपील
बिलासपुर के तखतपुर में भिलौनी निवासी उमेश कौशिक की शादी 11 मई को थी. बिलासपुर के पास हरदी कला की भगवती कौशिक से उनकी शादी थी. जयमाला की रस्म के बाद जब घराती-बराती दोनों पक्षों के लोग एक साथ बैठे थे तभी उमेश और भगवती ने एक-एक पोस्टर उठा लिया. उनके साथ चार-पांच साथी भी ऐसी ही तख्ती लेकर मंच पर आ गए. उस पर हसदेव जंगल को उजड़ने से बचाने का संदेश लिखा था. एकबारगी तो लोगों को बात समझ में नहीं आई. जैसे ही उनकी नजर संदेश पर पड़ी सभी तालियां बजाने लगे.
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