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दुनिया में सबसे ऊंचा रेलवे पुल भारत में 02-Apr-2023

दुनिया में सबसे ऊंचा रेलवे पुल Chenab Bridge

चट्टान-सा मजबूत चिनाब ब्रिज तेज हवा, भूकंप और ब्लास्ट सब बर्दाश्त कर लेगा -

 

दुनिया में सबसे ऊंचा रेलवे पुल Chenab Bridge : जम्मू-कश्मीर में दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे ब्रिज बनकर तैयार हो गया है. खास बात है कि चिनाब ब्रिज पेरिस में स्थित एफिल टॉवर से भी ऊंचा है. उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक प्रोजेक्ट के दिसंबर 2023 या जनवरी 2024 तक पूरा होने के बाद चिनाब ब्रिज पर रेल यातायात शुरू हो जाएगा. जम्मू-कश्मीर में चिनाब नदी पर दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे ब्रिज बनकर तैयार हो गया है. नदी के तल से इस पुल की ऊंचाई 359 मीटर यानी 1178 फीट है. ये एक आर्क ब्रिज है और एफिल टावर से भी 35 मीटर ऊंचा है | जम्मू-कश्मीर में बने चिनाब ब्रिज की लंबाई 1,315 मीटर है और इसकी निर्माण लागत 1,400 करोड़ रुपये है. खास बात है कि यह पुल 260 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवा को झेलने में सक्षम होगा. इसके लिए टेस्ट किए जा चुके हैं. इसकी उम्र 120 साल होगी |

 

 

 

इस ब्रिज को स्ट्रक्चरल स्टील से बनाया गया है और यह माइनस 10 डिग्री सेल्सियस से 40 डिग्री सेल्सियस तक के तापमान को झेलने में सक्षम होगा. चिनाब ब्रिज देश में पहला ऐसा पुल है ब्लास्ट लोड के लिए डिजाइन किया गया है. यह आर्क ब्रिज रिएक्टर स्कैल पर 8 तीव्रता के भूकंप का सामना करने में सक्षम होगा और 30 किलोग्राम विस्फोटकों से होने वाले ब्लास्ट का सामना कर सकता है. (RailMinIndia Tweet

 

 

चिनाब ब्रिज उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेलवे लिंक (USBRL) का हिस्सा है, जो जम्मू-कश्मीर में रेलवे यातायात को बढ़ाने के लिए ₹35000 करोड़ का एक ड्रीम प्रोजेक्ट है. खास बात है कि चिनाब ब्रिज जैसे ड्रीम प्रोजेक्ट को 2003 में यानी 20 साल पहले मंजूरी मिल गई थी. लेकिन इसके निर्माण के लिए लोगों को 2 दशकों का लंबा इंतजार करना पड़ा. दरअसल सुरक्षा कारणों की आशंकाओं के चलते इसमें देरी हुई. (RailMinIndia Tweet भूकंप और ब्लास्ट सब बर्दाश्त कर लेगा,

 

दुनिया में सबसे ऊंचा रेलवे पुल Chenab Bridge : जम्मू-कश्मीर में दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे ब्रिज बनकर तैयार हो गया है. खास बात है कि चिनाब ब्रिज पेरिस में स्थित एफिल टॉवर से भी ऊंचा है. उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक प्रोजेक्ट के दिसंबर 2023 या जनवरी 2024 तक पूरा होने के बाद चिनाब ब्रिज पर रेल यातायात शुरू हो जाएगा. Chenab Bridge : जम्मू-कश्मीर में चिनाब नदी पर दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे ब्रिज बनकर तैयार हो गया है. नदी के तल से इस पुल की ऊंचाई 359 मीटर यानी 1178 फीट है. ये एक आर्क ब्रिज है और एफिल टावर से भी 35 मीटर ऊंचा है. (Image- Twitter @RailMinIndia) 1 6 Chenab Bridge : जम्मू-कश्मीर में चिनाब नदी पर दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे ब्रिज बनकर तैयार हो गया है. नदी के तल से इस पुल की ऊंचाई 359 मीटर यानी 1178 फीट है. ये एक आर्क ब्रिज है और एफिल टावर से भी 35 मीटर ऊंचा है. (Image- Twitter @RailMinIndia) जम्मू-कश्मीर में बने चिनाब ब्रिज की लंबाई 1,315 मीटर है और इसकी निर्माण लागत 1,400 करोड़ रुपये है. खास बात है कि यह पुल 260 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवा को झेलने में सक्षम होगा. इसके लिए टेस्ट किए जा चुके हैं. इसकी उम्र 120 साल होगी. 2 6 जम्मू-कश्मीर में बने चिनाब ब्रिज की लंबाई 1,315 मीटर है और इसकी निर्माण लागत 1,400 करोड़ रुपये है. खास बात है कि यह पुल 260 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवा को झेलने में सक्षम होगा. इसके लिए टेस्ट किए जा चुके हैं. इसकी उम्र 120 साल होगी. इस ब्रिज को स्ट्रक्चरल स्टील से बनाया गया है और यह माइनस 10 डिग्री सेल्सियस से 40 डिग्री सेल्सियस तक के तापमान को झेलने में सक्षम होगा. 3 6 इस ब्रिज को स्ट्रक्चरल स्टील से बनाया गया है और यह माइनस 10 डिग्री सेल्सियस से 40 डिग्री सेल्सियस तक के तापमान को झेलने में सक्षम होगा. चिनाब ब्रिज देश में पहला ऐसा पुल है ब्लास्ट लोड के लिए डिजाइन किया गया है. यह आर्क ब्रिज रिएक्टर स्कैल पर 8 तीव्रता के भूकंप का सामना करने में सक्षम होगा और 30 किलोग्राम विस्फोटकों से होने वाले ब्लास्ट का सामना कर सकता है.

(RailMinIndia Tweet) 4 6 चिनाब ब्रिज देश में पहला ऐसा पुल है ब्लास्ट लोड के लिए डिजाइन किया गया है. यह आर्क ब्रिज रिएक्टर स्कैल पर 8 तीव्रता के भूकंप का सामना करने में सक्षम होगा और 30 किलोग्राम विस्फोटकों से होने वाले ब्लास्ट का सामना कर सकता है.

 

 

(RailMinIndia Tweet) चिनाब ब्रिज उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेलवे लिंक (USBRL) का हिस्सा है, जो जम्मू-कश्मीर में रेलवे यातायात को बढ़ाने के लिए ₹35000 करोड़ का एक ड्रीम प्रोजेक्ट है. 5 6 चिनाब ब्रिज उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेलवे लिंक (USBRL) का हिस्सा है, जो जम्मू-कश्मीर में रेलवे यातायात को बढ़ाने के लिए ₹35000 करोड़ का एक ड्रीम प्रोजेक्ट है. खास बात है कि चिनाब ब्रिज जैसे ड्रीम प्रोजेक्ट को 2003 में यानी 20 साल पहले मंजूरी मिल गई थी. लेकिन इसके निर्माण के लिए लोगों को 2 दशकों का लंबा इंतजार करना पड़ा. दरअसल सुरक्षा कारणों की आशंकाओं के चलते इसमें देरी हुई. (RailMinIndia Tweet) 6 6 खास बात है कि चिनाब ब्रिज जैसे ड्रीम प्रोजेक्ट को 2003 में यानी 20 साल पहले मंजूरी मिल गई थी. लेकिन इसके निर्माण के लिए लोगों को 2 दशकों का लंबा इंतजार करना पड़ा. दरअसल सुरक्षा कारणों की आशंकाओं के चलते इसमें देरी हुई |



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