Top Story
नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी - ऐला मत छोड़ो संगवारी : नंदकुमार साय का पहला बयान 01-May-2023
*कांग्रेस में शामिल होने के बाद आदिवासी नेता नंदकुमार साय का पहला उद्बोधन* संबोधन में राज्य सरकार के कार्यों की करी सराहना,,, भारत जीता जागता राष्ट्र पुरुष है, भारत राष्ट्र के विचारो में मैं अटल जी, लाल कृष्ण आडवानी को फॉलो करता था पर आज वो पार्टी उस रूप में नही है, केंद्र में सरकार जरूर है पर परिस्थितियां बदली हुई दिखती है। कांग्रेस के कार्यों को मेने वाच किया है, जो कस्बे थे आज गांव बन गए, *सरकार की सराहना करते हुए कहा, कि नरवा गरवा घुरवा बाड़ी एला मत छोड़बे संगवारी* बड़ी योजना है, पहले नारे लगते थे आज उसका स्लोगन कांग्रेस सरकार ने दिया है। सनातन चित्रों को नया स्वरूप कांग्रेस दे रही, राम वन गमन पथ की शुरुआत बेहतर कार्य है, सनातन पथ की ओर हम और आगे बढ़ेंगे आदिवासी जनजातियों को कैसे उठाया जाए, राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र समाज को समाज में कैसे मिलाया जाए, इसकी कोशिश सरकार कर रही। *भाजपा का स्वरूप आज बचा नही,* *बीजेपी में राजनीतिक दर्द को बयां करते हुए कहा,* आज किसी दायित्व में मुझे नहीं रखा गया, पार्टी के गतिविधियों में कार्यों में शामिल नहीं किया जाता था, *जनहित के कार्यों को करने के लिए समर्थ और समर्पित दल का चयन किया* इनके नेतृत्व में सरकार अच्छा काम कर रही है। सीएम बघेल का धन्यवाद करतें हुए कहा, ऐसे समय में मुझे शामिल किया गया, सभी मिलकर कार्य करेंगे।


RELATED NEWS
Leave a Comment.