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रिलायंस रिटेल स्टोर में ग्राहकों के साथ धोखा - MRP से कीमतें ज्यादा बताकर कम करने का मामला 24-Jul-2023

*रिलायंस रिटेल स्टोर में ग्राहकों के साथ धोखा 

MRP से कीमतें ज्यादा बताकर कम करने का मामला*

*रिलायंस रिटेल स्टोर स्मार्ट बाजार में ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी* *डिस्काउंट का ऑफर देकर ग्राहकों को लुभाने वाला फार्मूला*

MRP एमआरपी से ज्यादा कीमतें दर्शा कर कीमतें घटाने का मामला रिलायंस स्टोर में सामने आया है ग्राहकों को आकर्षित करने बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी की जा रही है |

किसी भी सामान की कीमतों को बढ़ाकर बताना फिर उस पर डिस्काउंट देकर धोखाधड़ी करने का काम रिलायंस रिटेल स्टोर में चल रहा है | अपनी बिक्री बढ़ाने और लाभ अर्जित करने शॉपिंग मॉल, बड़े रिटेल स्टोर, दुकानदारों एवं संस्थानों द्वारा डिस्काउंट ऑफर की स्कीम चलाई जाती है जिसमें अनेक वस्तुओं पर एक के साथ एक फ्री दो के साथ एक फ्री तीन के साथ दो फ्री इस तरह के लुभावने ऑफर लिखकर ग्राहकों को आकर्षित करने धोखाधड़ी की जाती है | रिलायंस रिटेल स्टोर जो मॉल्स में स्मार्ट बाजार के नाम से चल रहे हैं वहां भी ग्राहकों को धोखे में रखकर ऐसे ही लुभावने ऑफर दिए जा रहे हैं जहां पोस्टर पंपलेट लगाकर कीमतों को ज्यादा दर्शा कर कम किया जाता है | हम आपको बता दें कि एवरेडी कंपनी के 9 वाट के बल्ब की कीमत ₹260 लिखकर उसे ₹65 में बेचने का ऑफर रिलायंस रिटेल स्टोर द्वारा दिया जा रहा है जबकि एवर रेडी कंपनी के उसी बल्ब की पैकिंग डब्बे पर एमआरपी ₹150 अंकित है इस प्रकार रिलायंस रिटेल स्टोर द्वारा एमआरपी ₹260 बताकर ग्राहकों को धोखा देने का प्रयास किया गया है जोकि दंडनीय अपराध की श्रेणी में आता है |

 

रेंट कंट्रोल मूल्य निर्धारण पर नजर रखने वाले विभाग के जिम्मेदार अधिकारी अपनी भूमिका का निर्वहन क्यों नहीं कर रहे हैं ग्राहकों के साथ हो रही धोखाधड़ी पर संज्ञान क्यों नहीं ले रहे क्यों उन्हें किसी की शिकायत का इंतजार रहता है और अगर किसी ने शिकायत कर भी दी तो जांच की लंबी प्रक्रिया में उलझा कर न्याय देने में इन अधिकारियों द्वारा देरी की जाती है जिसके कारण आम आदमी शिकायत करने की हिम्मत नहीं जुटा पाता | वहीं दूसरी ओर शासन के चुने हुए जनप्रतिनिधि और प्रशासन में नियुक्त अधिकारी इन सब मामलों की ओर कभी ध्यान ही नहीं देते | उपभोक्ताओं को भी जागरूकता का परिचय देते हुए पंपलेट पोस्टर पर लिखी गई किंतु और संबंधित वस्तु की पैकिंग पर दर्शाई गई एमआरपी अधिकतम खुदरा मूल्य के अंतर को ध्यान पूर्वक देखना चाहिए और संबंधित दुकानदार रिटेल स्टोर के संचालकों के सामने विरोध दर्ज कराना चाहिए उनके द्वारा दिए जा रहे धोखे से उन्हें अवगत कराना चाहिए और उन्हें यह भी जताना चाहिए कि हम जागरूक हैं इस तरह की धोखाधड़ी उपभोक्ता बर्दाश्त नहीं करेगा | अब देखने वाली बात यह है की इस तरह के मामलों पर मीडिया की प्रमाण सहित खबरों के आधार पर संबंधित विभाग एवं शासन प्रशासन संज्ञान लेकर कोई कार्यवाही करता भी है या फिर आम नागरिकों को इनके द्वारा ठगने का सिलसिला लगातार जारी रहेगा।



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