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*छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी की हार का कारण बनेंगे निष्ठावान पुराने वरिष्ठ निस्वार्थ कार्यकर्ता* 16-Nov-2023
*छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी की हार का कारण बनेंगे निष्ठावान पुराने वरिष्ठ निस्वार्थ कार्यकर्ता* छत्तीसगढ़ में भाजपा के 15 साल के शासन के समय कार्यकर्ताओं की उपेक्षा बाहरी व्यक्तियों को बढ़ावा संगठन और शासन में ताल मेल का अभाव, अधिकारियों के भरोसे शासन की नीतियों में परिवर्तन, शराब का शासकीय कारण भाजपा की हार के कारण बने थे | 2018 में भाजपा के सत्ता से बाहर होने के बाद पूरे 5 सालों तक भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री पूर्व मंत्रियों के साथ-साथ भारतीय जनता पार्टी संगठन ने कोई आत्म मंथन नहीं किया, सत्ता जाने के बाद के कारणों पर कहीं चर्चा नही की और ना ही कार्यकर्ताओं से हारने का फीडबैक लिया | 2003 से 2018 तक के सभी मंत्रियों, नेताओं, लाल बत्ती वाले मंडल, आयोगों के अध्यक्षों सहित सभी पूर्व विधायकों एवं जो 15 विधायक जीते वह सभी करोड़ों के बंगलों में बैठकर अपनी अवैध कमाई और अपने अवैध व्यापार की देखरेख करने और आराम का जीवन जीने में मस्त हो गए | उन्होंने 15 साल शाही जीवन जिया और इस दौरान अर्जित की गई करोड़ों, अरबों, खरबों की अवैध संपत्ति जो उनकी हार के बाद उनके राजशाही ठाट बाठ के जीवन जीने के लिए काफी थी के कारण मुड़कर पीछे कार्यकर्ताओं की तरफ ध्यान देने को जरूरी नहीं समझा, और अब चुनाव के समय कार्यकर्ताओं को भारतीय जनता पार्टी के लिए सक्रिय हो जाने की अपील करते फिर रहे हैं | *यहां यह बताना भी जरूरी है कि भारतीय जनता पार्टी ने कार्यकर्ताओं से काम करवाने के बदले सभी काम दिल्ली, मुंबई जैसे बड़े शहरों की बड़ी कंपनियों को ठेके पर दिए हैं |* भाजपा का राष्ट्रीय संगठन हो या प्रदेश का किसी ने भी यह नहीं सोचा की पार्टी के लिए चुनावों का जो काम एजेंसियों के माध्यम से ठेके पर दिया जा रहा है अगर वही राशि कार्यकर्ताओं को दी जाती तो कार्यकर्ताओं की आय का साधन बनता और साथ ही साथ पार्टी के वोट और सपोर्टरों में बढ़ोतरी होती | भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री को चाहिए था कि पार्टी को अपनी कड़ी मेहनत और अपने घर से खर्च कर भाजपा का प्रचार प्रसार कर सत्ता में लाने वाले निष्ठावान, निस्वार्थ कार्यकर्ताओं की लिस्ट बनाकर उनसे इन 5 सालों के दौरान कम से कम 10 बार अलग-अलग मिलकर या विधानसभा स्तर पर मीटिंग कर उनके सुझाव लेकर पुन सक्रिय होने का आग्रह कर पार्टी में कार्य करने की अपील करते परंतु ऐसा हुआ नहीं | भारतीय जनता पार्टी के अधिकांश पुराने कार्यकर्ता पूर्व मंत्रियों पूर्व विधायकों सहित भाजपा संगठन की अवहेलना से नाराज होकर सक्रिय राजनीति से किनारा कर चुके हैं, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय संगठन द्वारा समय-समय पर छत्तीसगढ़ भेजे गए अलग-अलग प्रदेश प्रभारी ने भी यहां पुराने कार्यकर्ताओं की सुध नहीं ली वह सिर्फ प्रथम पंक्ति के नेताओं मंत्रियों से चर्चा कर वापस चले जाते रहे | प्रदेश में समय-समय पर प्रदेश अध्यक्ष भी बदले परंतु किसी भी प्रदेश अध्यक्ष के पास पुराने निस्वार्थ निष्ठावान कार्यकर्ताओं की कोई लिस्ट नहीं है, प्रदेश प्रभारी एवं प्रदेश अध्यक्षों ने कभी भी पुराने कार्यकर्ताओं की लिस्ट नहीं बनाई और ना ही किसी पुराने कार्यकर्ताओं से संपर्क किया जो प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के लिए नुकसान देह साबित हो सकता है | मंत्रियों, नेताओं के भ्रष्टाचार और मनमानियां से तंग अनेक पुराने वरिष्ठ कार्यकर्ताओं ने इन प्रदेश प्रभारी एवं प्रदेश अध्यक्षों से मिलकर अपनी बात भी रखी परंतु उन्हें सुना नहीं गया और दुत्कार दिया गया | छत्तीसगढ़ में होने जा रहे 2023 के विधानसभा चुनाव में लगभग सभी पुराने निष्ठावान, निस्वार्थ कार्यकर्ता भारतीय जनता पार्टी के लिए कोई काम नहीं कर रहे हैं | ऐसे सभी कार्यकर्ता अपने-अपने व्यापार को ठीक करने में लगे हैं जो पार्टी के प्रति निष्ठा और सक्रियता के कारण उनकी आय के साधन नुकसान में चले गए थे | पुराने वरिष्ठ निष्ठावान निस्वार्थ कार्यकर्ता की निष्क्रियता भारतीय जनता पार्टी की जीत में बाधक साबित सकती है, इन कार्यकर्ताओं और उनके परिवार के लोग सहित आस पड़ोस और उनके घनिष्ट परिचित भी भाजपा के लिए नुकसान का कारण बन सकते हैं ! ऐसे पुराने निष्ठावान, पार्टी के प्रति निस्वार्थ भाव से काम करने वाले, पार्टी को सत्ता के शिखर तक पहुंचने वाले कार्यकर्ता अपने-अपने घरों दुकानों में बैठे देखे जा सकते हैं | CG 24 News


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