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छत्तीसगढ़ में फिर नक्सली हमला : कहां है अमित शाह का रोड मैप 30-Jan-2024
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बार-बार कहते रहे कि छत्तीसगढ़ में डबल इंजन की सरकार बनाओ हम नक्सलवाद समाप्त कर देंगे - इससे पहले भी 2018 के चुनाव के समय भी अमित शाह ने ऐसे दावे किए थे परंतु सरकार बदलने के बाद शायद कांग्रेस की सरकार के कारण केंद्र सरकार के केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सहयोग नहीं किया होगा, होगा का मतलब आप समझ लीजिए हम सिर्फ अंदेशा व्यक्त कर सकते हैं | छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद भी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नक्सल समस्या को लेकर बयान जारी किया था कि हम नक्सल समस्या समाप्त कर देंगे अब 2 महीने की सरकार को लेकर अमित शाह का सकते हैं कि हम अभी सत्ता में आए हैं डबल इंजन की सरकार बनी है धीरे-धीरे सब ठीक होगा परंतु क्या अमित शाह यह बता सकते हैं कि पिछले 15 साल के भारतीय जनता पार्टी के कार्यकाल के दौरान 5 साल डबल इंजन की सरकार रही थी तब छत्तीसगढ़ से नक्सल समस्या का समाधान क्यों नहीं हुआ ? केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को यह बताना चाहिए कि छत्तीसगढ़ में डबल इंजन की सरकार बनने के बाद कब-कब कैसे छत्तीसगढ़ से चरणबद्ध नक्सल समस्या समाप्त होगी या समस्या को समाप्त करने के लिए हर साल हर महीने क्या-क्या कदम उठाए जाएंगे ? नक्सलियों ने टेकुलगुडम कैम्प पर किया हमला,11 जवान घायल, एक गंभीर* *घायल जवानों को चॉपर से किया गया जगदलपुर रेफर* *कोबरा बटालियन और DRG के जवानों के साथ अब भी जारी है मुठभेड़* टेकलगुड़ेम मुठभेड़ Update दिनांक 30 जनवरी, 2024 जिला सुकमा/बीजापुर* 03 जवान शाहिद हुये तथा 14 जवान घायल हुये। जिला सुकमा/बीजापुर की सीमावर्ती क्षेत्र टेकलगुड़ेम गांव में (थाना जगरगुण्डा, जिला सुकमा) नक्सल गतिविधि के ऊपर अंकुल लगाते हुये क्षेत्र की जनता को मूलभूत सुविधा से लाभान्वित करने हेतु आज दिनांक 30 जनवरी, 2024 को नवीव सुरक्षा कैम्प स्थापित की गई।* • *कैम्प स्थापना के पश्चात् जोनागुड़ा-अलीगुड़ा क्षेत्र में गस्त सर्चिंग कर रही कोबरा/एसटीएफ/डीआरजी बल के ऊपर माओवादी द्वारा फायरिंग की गई। सुरक्षा बल द्वारा भी माओवादी फायरिंग का मूंहतोड़ जवाब देते हुये जवाबी कार्यवाही किया गया। सुरक्षा बल के बढ़ते दबाव को देखकर माओवादी जंगल का आड़ लेकर भाग गये। उक्त मुठभेड़ में 03 जवान शाहिद हुये & गोली लगी तथा 14 जवान घायल हुये। घायल जवानों की स्थिति खतरे से बाहर है तथा ईलाज हेतु रायपुर भेजा जा रहा है।* • वर्ष 2021 में टेकलगुड़ेम के जंगल में हुये पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में 23 जवानों की शहादत हुई थी l


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