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विपक्षी नेता के बिना छ.ग. विधानसभा की कार्यवाही का संचालन संसदीय परंपरा में नया अध्याय - शैलेश नितिन त्रिवेदी 03-Jan-2019
बिना नेता प्रतिपक्ष के छत्तीसगढ़ विधानसभा का सत्र - भाजपा नेता चुनने में असमर्थ नेता प्रतिपक्ष की नेमप्लेट का खाली रहना विपक्ष में आयी शून्यता, रिक्तता और खालीपन का जीताजागता सबूत  भाजपा विधायक दल के नेता का चुनाव नहीं हो पाने पर प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि विधायक दल के नेता का निर्वाचन करवा पाने में भाजपा की विफलता से मान्य संसदीय परंपराओं का पालन संभव नहीं होगा। यह प्रजातंत्र की अपूरणीयक्षति है। भाजपा हार के सदमें से अभी तक बाहर नहीं निकल पायी है। छत्तीसगढ़ के मतदाताओं ने 90 में से सिर्फ 15 सीटें दी है। भाजपा विधायक दल ने अभी तक अपना नेता न चुनकर और बिना विपक्ष के नेता के विधानसभा के सत्र संचालन की स्थिति निर्मित कर जनता के बचे खुचे विश्वास को भी तोड़ा है। भाजपा ने साबित कर दिया है कि वह जनता का इतना विश्वास भी प्राप्त करने योग्य नहीं थी। नेता प्रतिपक्ष का नेमप्लेट खाली रहना स्पष्ट रूप से विपक्ष के रूप भाजपा में आयी शून्यता खालीपन और रिक्तता का जीता जागता सबूत है।  प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि दरअसल 2000 में भाजपा विधायक दल के नेता चुनते समय एकात्म परिसर में जो पत्थरबाजी, आगजनी और हिंसक घटनायें हुयी थी, उसकी पुनरावृत्ति होने के भय से कोई भी भाजपा का वरिष्ठ नेता रायपुर पर्यवेक्षक बनकर आने के लिये तैयार नहीं हो रहा है। उस समय पर्यवेक्षक बनकर आये नरेन्द्र मोदी जी को अपने को बचाने के लिये एक अंधेरे कमरे में स्टूल के पीछे छिपना पड़ा था जिसका रायपुर के प्रेस फोटोग्राफर्स ने फोटो भी खींच ली थी जो समाचार पत्रों में प्रकाशित भी हुयी थी। कांग्रेस ने भाजपा के केन्द्रीय नेताओं को लगातार समुचित सुरक्षा उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है। कांग्रेस सरकार के आश्वासन के बाद अब तो भाजपा विधायक दल को अपना नेता चुन लेना चाहिये। CG 24 News - Lavinderpal


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