As Prime Minister one gets to attend numerous types of programme. Each of them provides a new set of experiences.
But, if someone asks me what is that one programme that touches your heart the most, I would say it is this one: PM @narendramodi #ParikshaPeCharcha2020
National News
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने परीक्षा पे चर्चा 2020 के दौरान विद्यार्थियों के साथ किया संवाद
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज नई दिल्ली स्थित तालकटोरा स्टेडियम में ‘परीक्षा पे चर्चा 2020’ के दौरान विद्यार्थियों के साथ संवाद किया। 50 दिव्यांग विद्यार्थियों ने भी इस पारस्परिक संवाद कार्यक्रम में भाग लिया। 90 मिनट से भी अधिक अवधि तक चले इस संवाद कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों ने ऐसे अनेक विषयों पर प्रधानमंत्री से मार्गदर्शन करने का अनुरोध किया जो उनकी दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण थे। इस वर्ष भी देशभर के विद्यार्थियों के साथ-साथ विदेश में रहने वाले भारतीय विद्यार्थियों ने भी इस आयोजन में भाग लिया।
यह कार्यक्रम शुरू होने पर प्रधानमंत्री ने सबसे पहले सभी विद्यार्थियों के लिए मंगलमय नव वर्ष और नए दशक की कामना की। इस दशक के विशेष महत्व के बारे में विस्तार से बताते हुए उन्होंने कहा कि वर्तमान दशक की उम्मीदें एवं आकांक्षाएं उन बच्चों पर निर्भर हैं जो देशभर के स्कूलों में अपने अंतिम वर्ष की शिक्षा पा रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘हमारा देश इस दशक में जो भी हासिल करेगा उसमें 10वीं, 11वीं एवं 12वीं कक्षाओं के मौजूदा विद्यार्थियों को अत्यंत अहम भूमिका निभानी हैं। देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाना और नई उम्मीदों को पूरा करना, यह सब नई पीढ़ी पर ही निर्भर है।’
संवाद शुरू करने से पहले प्रधानमंत्री ने कहा कि भले ही वह विभिन्न आयोजनों एवं कार्यक्रमों में भाग लेते हों, लेकिन जो कार्यक्रम उन्हें दिल से प्रिय है वह ‘परीक्षा पे चर्चा’ ही है।
अधिकार बनाम कर्तव्य
छात्रों के अधिकारों और अपने कर्तव्यों के प्रति नागरिकों को जागरूक करने सम्बंधी प्रश्न पर प्रधानमंत्री ने कहा कि व्यक्ति के अधिकार उनके कर्तव्यों में निहित होते हैं।
अध्यापक का उदाहरण देते हुए उन्होंने यह कहा कि अध्यापक जब अपने कर्तव्यों का पालन करता है तो वह छात्रों के अधिकारों को पूरा करता है।
इस विषय पर राष्ट्र पिता के विचारों का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘महात्मा गांधी ने कहा था कि कोई मौलिक अधिकार नहीं होता, बल्कि मौलिक कर्तव्य होते हैं।’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘आज मैं छात्रों से बात कर रहा हूं, जो 2047 में जब भारत अपनी स्वतंत्रता के 100 वर्ष पूरे करेगा, उस समय छात्र भारत के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। मैं आशा करता हूं कि यह पीढ़ी हमारे संविधान में उल्लिखित मौलिक कर्तव्यों के आधार पर अपने जीवन में काम करेगी।’
A very interesting question asked by a student from Arunachal Pradesh- on the importance of fundamental duties. #ParikshaPeCharcha2020
<div class="Icon Icon--chevronRightCTA " style="height: 1.25em; background-repeat: no-repeat; background-size: contain; vertical-align: text-bottom; width: 1.25em; background-image: url(" data:image="" svg+xml;charset="utf-8,%3Csvg%20xmlns%3D%22http%3A%2F%2Fwww.w3.org%2F2000%2Fsvg%22%20width%3D%2224%22%20height%3D%2224%22%20viewBox%3D%220%200%2024%2024%22%3E%3Cpath%20class%3D%22icon%22%20fill%3D%22%23697882%22%20d%3D%22M17.207%2011.293l-7.5-7.5c-.39-.39-1.023-.39-1.414%200s-.39%201.023%200%201.414L15.086%2012l-6.793%206.793c-.39.39-.39%201.023%200%201.414.195.195.45.293.707.293s.512-.098.707-.293l7.5-7.5c.39-.39.39-1.023%200-1.414z%22%2F%3E%3C%2Fsvg%3E");" transform:="" scalex(1);"="" title="View on Twitter">
भविष्य में कैरियर के विकल्प
भविष्य में कैरियर के विकल्प के बारे में, प्रधानमंत्री ने छात्रों को बताया कि अपने दिल की बात सुनें तथा राष्ट्र तथा इसके विकास के प्रति उत्साह से कार्य करें।
उन्होंने कहा, ‘कैरियर काफी महत्वपूर्ण है, प्रत्येक व्यक्ति को कुछ जिम्मेदारी लेनी होती है। हम अपने उत्तरदायित्वों का निर्वहन करके भी राष्ट्र के प्रति हमेशा योगदान कर सकते हैं।’
प्रधानमंत्री के वार्ता कार्यक्रम ‘परीक्षा पे चर्चा-2020’ के तीसरे संस्करण के लिए कक्षा 9 से 12 के छात्रों के लिए ‘लघु निबंध’ में ऑनलाइन प्रतियोगिता शुरू की गई। 02 दिसम्बर, 2019 से 23 दिसम्बर, 2019 तक www.mygov.in के माध्यम से प्रतियोगिता के लिए प्रविष्टियां ऑनलाइन आमंत्रित की गई थीं। इसमें 3 लाख से अधिक छात्रों ने पंजीकरण कराया, जिसमें से 2.6 लाख से अधिक छात्र प्रतियोगिता में शामिल हुए। इस प्रतियोगिता में 2019 में 1.03 लाख छात्रों ने भाग लिया था। चयनित विजेताओं ने ‘परीक्षा पे चर्चा-2020’ में भाग लिया तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से बातचीत की।
केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) एवं केन्द्रीय विद्यालय संगठन के स्कूलों के छात्रों से संबंधित मुद्दों पर एक पेंटिंग एवं पोस्टर बनाने की प्रतियोगिता आयोजित की गई तथा लगभग 725 पोस्टर एवं पेंटिंग प्राप्त किये गये। लगभग 50 पोस्टरों एवं पेंटिगों का चयन किया गया तथा परीक्षा पे चर्चा-2020 के दौरान प्रधानमंत्री को दिखाया गया।
Leave a Comment.