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कृषि मेले में पहली बार सोलर कोल्ड स्टोरेज एवं सोलर ड्रायर का लाइव प्रदर्शन 23-Feb-2020

रायपुर के तुलसी बाराडेरा स्थित थोक मंडी परिसर में 23 से 25 फरवरी तक आयोजित राष्ट्रीय कृषि मेला में क्रेडा पहली बार सोलर कोल्ड स्टोरेज एवं सोलर ड्रायर के लाइव माडल प्रदर्शित किया जावेगा। इसका आकार 20 फीट के कंटेनर जितना होता है। यह 4.5 किलोवाट क्षमता के सोलर पावर प्लांट से संचालित होता है। सौर उर्जा न होने पर भी कोल्डरूम 24 से 30 घंटे तक बैकअप प्रदान करता है, जो थरमोफ्लूडस के कारण होता है। सरकार द्वारा इस पर 4 लाख रूपये का अनुदान का प्रावधान किया गया है। ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने तथा कृषको को उनकी उपज का सही संरक्षण कर धनोपार्जन में वृद्वि का सरल समाधान कोल्ड स्टोरेज है। कोल्ड स्टोरेज में 5 टन तक फल व सब्जी रखी जा सकती है। प्रदेश में अभी तक 50 सोलर कोल्ड स्टोरेज स्थापित किया गया है।
क्रेडा स्टाल में बायो गैस का जीवंत माडल भी प्रदर्शित किया जा रहा है। शासन की महत्वपूर्ण योजना नरवा, गरवा, घुरूवा, बाड़ी योजनान्तर्गत कृषको के यहॉ बायो गैस संयंत्र स्थापित किये जा रहे है। सरकार द्वारा बायोगैस संयंत्र के निर्माण पर अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग के किसानो को 22 हजार रूपये, सामान्य वर्ग के किसानों को 21 हजार रूपये का अनुदान दिया जा रहा है। प्रदेश के बन रहे गोठानों में भी बायो गैस संयंत्र निर्माण का कार्य प्राथमिकता में किया जा रहा है। प्रदेश में अभी तक क्रेड़ा द्वारा 57700 बायो गैस प्लांट स्थापित किये जा चुके है। स्टाल में सोलर ड्रायर भी प्रदर्शित किया गया है, जिसके उपयोग से किसान अपनी सब्जीयों या फलो को संरक्षित कर अपने उपयोग हेतु रख सकते हैं। सोलर ड्रायर का अनुकूल तापमान 60 डिग्री होने के कारण सब्जी-बीजो की आद्रता पूर्णतः निकल जाती है, जिससे सब्जियों में फफूंद, बैक्टिरिया पैदा नहीं हो पाते। क्रेडा द्वारा सोलर जल शुद्धिकरण संयंत्र का माडल भी प्रदर्शित किया जायेगा, इसमें अशुद्ध जल का शुद्धिकरण संयंत्र से शुद्ध कर पीने योग्य किया जाता है। प्रदेश में अभी तक लगभग 280 सौर जल शुद्धिकरण संयंत्र स्थापित किये जा चुके है। इसमें शासन द्वारा 03 लाख रूपये प्रति संयंत्र अनुदान का प्रावधान है।
सौर सुजला योजनान्तर्गत किसानो के खेतो में अभी तक लगभग 60 हजार सोलर पम्प लगाये जा चुके है और 2020 में लगभग 20 हजार सोलर पम्प लगाने हेतु कार्य तेजी से किया जा रहा है। 3 एच.पी. क्षमता का सोलर पम्प अनुसूचित जाति, और अनुसूचित जनजाति वर्ग के कृषको को 07 हजार रूपये, पिछड़ा वर्ग के किसानों को 12 हजार रूपये और सामान्य वर्ग के किसानों को 18 हजार रूपये में 5 वर्ष के मेंटेनेस के साथ लगाकर दिया जा रहा है। सोलर पम्प स्थापना में छत्तीसगढ़ देश में प्रथम स्थान पर है।



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