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  • अतिसंवेदनशील ग्राम कुधुर में बह रही विकास की बयार

    48 कृषकों ने कराया धान विक्रय हेतु पंजीयन, समर्थन मूल्य पर पहली बार बेचा धान
    सड़कों के बनने से लगातार विकास कार्य पहुंच रहे गांव तक

    कोण्डागांव 20 दिसबंर 2022

    कोण्डागांव जिले के अंतिम छोर पर मुख्यालय से 50 कि.मी. की दूरी पर कोण्डागांव, बीजापुर, दंतेवाड़ा और नारायणपुर के सीमा पर पड़ने वाले अतिसंवदेनशील एवं पहुंचविहिन ग्राम कुधूर में कई दशकों से नक्सली गतिविधियों एवं दुर्गम रास्तों के कारण विकास की मुख्यधारा से पिछड़ता चला गया था। जिससे यहां मूलभूत सुविधाओं के लिए भी लोगो को दुर्गम रास्तों से होते हुए नजदीकी तहसील मर्दापाल तक जाना पड़ता था। जिससे देखते हुए यहां आजादी से अब तक बहुत कम विकास हो पाया था। ऐसे में शासन के द्वारा इन क्षेत्रों के विकास हेतु लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। इसी का परिणाम है कि कभी बिचौलियों को औने-पौने दामों पर अपनी फसलों को बेचने को मजबूर क्षेत्र के किसान अब अपनी फसलों को उचित दामों पर विक्रय कर पा रहे हैं। 
    धान विक्रय हेतु 48 कृषकों ने कराया पंजीयन 
        इस संबंध में ग्राम सचिव ने बताया कि गांव के विकास हेतु सड़कांे के अभाव में यहां विकास थम सा गया था परंतु पुंगारपाल में कैंप की स्थापना के बाद तहसील मुख्यालय मर्दापाल से जोड़ने वाले दुर्गम क्षेत्र में सड़क निर्माण का अब संभव हो सका है। वर्तमान में पुंगारपाल से कुधूर पंचायत भवन तक सड़क निर्माण पूर्ण हो गया मध्य में पड़ने वाली भंवरडीह नदी पर पुलिया निर्माण का भी शासन द्वारा स्वीकृति प्रदान कर दी गई है। जिससे किसानों में हर्ष का माहौल है। जिसे देखते हुए कुधूर पंचायत के 48 ग्रामीणों ने धान विक्रय हेतु पंजीयन कराया है। जिसमें भंवरडीह नदी के दूसरे छोर पर बसे आश्रित ग्राम तुमड़ीवाल के भी 9 किसानों द्वारा पंजीयन कराया गया है। 
    प्रशासन ने धान परिवहन हेतु की व्यवस्था, समर्थन मूल्य पर पहली बार किसानों ने बेचा धान
        कुधूर के दौरे पर 15 अक्टूबर 2022 को पहंुचे कलेक्टर दीपक सोनी एवं पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल द्वारा क्षेत्र के ग्रामीणों की मांग पर नजदीकी धान उपार्जन केन्द्र मर्दापाल तक धान परिवहन हेतु प्रशासन द्वारा सहायता उपलब्ध कराई गयी है। जिससे किसान अपनी फसल का उचित मूल्य प्राप्त करने  के लिए उत्साहित हैं। लगातार कृषकों द्वारा पंजीयन कराया जा रहा है। इसके अतिरिक्त कलेक्टर ने नदी पार बसे ग्राम तुमड़ीवाल के किसानों की फसलों को भी उपार्जन केन्द्र तक लाने हेतु नदी में पानी कम होने के साथ बोरी बंधान के माध्यम से परिवहन की व्यवस्था हेतु निर्देशित किया गया है साथ ही ग्रामीणों की मांग पर कई वर्षो से मृत व्यक्तियों के नाम खाता होने से धान विक्रय से वचिंत किसानों को लाभ देने हेतु नामान्तरण कर पंजीयन की प्रक्रिया पूर्ण करने के निर्देश दिये थे। जिसपर कुधूर के 46 एवं तुमड़ीवाल के 15 खाताधारकों का नाम खारिज कर परिवार के मुखिया के नाम फौती-नामान्तरण कर पंजीयन किया गया। जिससे अब वे समिति को धान विक्रय कर सकेंगे। अब तक कुधूर के 9 किसान सोन सिंह कश्यप, घस्सूराम, अजम, भोसकू, सुशील, मणीशंकर, प्रेम, दुसेन, सुदन द्वारा 600 क्विटंल धान का विक्रय किया गया है। इन किसानों ने समर्थन मूल्य पर पहली बार धान बेचकर अपनी खुशी जाहिर करते हुए दूरस्थ ईलाके के किसानों के धान परिवहन हेतु प्रशासन की पहल को सराहनीय निरूपित किया। इन किसानों के अलावा क्षेत्र के अन्य कृषकों द्वारा भी अब धान विक्रय हेतु टोकन प्राप्त किया जा रहा है। 
        कुधूर में ग्रामीणों हेतु सिंचाई व्यवस्था हेतु 30 एचपी के सोलर पंप की स्थापना कर तालाब भरकर फैंसिग कर बाड़ी विकास किया जा रहा है। जिसके अंतर्गत 25 एकड़ में सामुदायिक बाड़ी तथा 6 किसानों हेतु व्यक्तिगत 15 एकड़ में बाड़ी विकास किया गया है। जिसमें ग्रामीणों द्वारा नगदी फसलों एवं  साग-सब्जियों का उत्पादन कर अतिरिक्त आमदनी प्राप्त की जायेगी। इसके अतिरिक्त ग्राम के विद्युत विहिन चार पारे मोहल्लों में लाइन बिछाकर विद्युतिकरण करने हेतु निर्देश दिये थे। जिसपर विद्युत विभाग द्वारा सर्वे कराकर लाइन विस्तार का कार्य किया जा रहा है। 
        कलेक्टर द्वारा तुमड़ीवाल के ग्रामीणों की मांग अनुसार विद्युतीकरण के साथ पांच बोर की स्थापना नदी में जल स्तर के कम होने के साथ करने के निर्देश दिये थे, वर्तमान में विद्युतीकरण के लिए विद्युत खंभे नदी तट पर परिवहन कर लिया गया है और अतिशीघ्र विद्युत लाइन विस्तार आरंभ किया जायेगा। तुमड़ीवाल में 8 कृषकों हेतु 8 एकड़ में नदी किनारे फैंसिग कर बाड़ी विकास किया गया है। तुमड़ीवाल को कुधूर से जोड़ने के लिए आज्ञानाला में पुलिया सह चेक डेम निर्माण की भी स्वीकृति प्राप्त कर ली गई है। कुधूर को लोहंडीगुड़ा-जगदलपुर मार्ग से जोड़ने हेतु 6 पुलियों के निर्माण को भी स्वीकृति प्रदान की गई है, इन पुलिया निर्माण कार्यो को शीघ्र प्रारंभ किया जायेगा। कुधूर-बारसूर मार्ग में भंवरडीह नदी पर पुल निर्माण कर जिला मुख्यालय से दंतेवाड़ा एवं बारसुर की दूरी 70 किलोमीटर से कम होने तथा ग्रामीणों को लाभ को दृष्टिगत रखते हुए सड़क एवं पुल निर्माण हेतु निर्देशित किया गया था। ंजिसपर तीव्रगति से कार्य किया जा रहा है। कुधूर में विकास हेतु नवीन ग्राम पंचायत भवन, उपस्वास्थ्य केन्द्र, आंगनबाड़ी केन्द्र का भी निर्माण किया गया है। निर्माण कार्यो के साथ युवाओं को मनरेगा अंतर्गत कार्य प्रदान किया गया है जिससे युवा भटकाव छोड़ अब विकास की मुख्यधारा में शामिल हो रहे हैं।

  • मुख्यमंत्री बौरा गए हैं, सतनामी समाज के युवाओं को कुत्ता बताना बाबा गुरु घासीदास जी का अपमान- भाजपा

    रायपुर। भाजपा नेता नवीन मार्कण्डेय ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि मुंगेली जिले के लालपुर में गुरु बाबा घासीदास जी के जयंती कार्यक्रम में सतनामी समाज के युवाओं के विरोध प्रदर्शन पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की प्रतिक्रिया को घोर आपत्तिजनक टिप्पणी बताते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री ने सार्वजनिक रूप से सतनामी समाज के युवाओं को इशारों इशारों में कुत्ता कहकर बाबा गुरु घासीदास जी और सतनामी समाज का घोर अपमान किया है। चार साल की विफलताओं और वादाखिलाफी से आक्रोशित युवा जब मुख्यमंत्री से सवाल करते हैं, उनकी कुनीतियों का विरोध करते हैं तो वे बौखला जाते हैं। आपा खोकर अपशब्द कहते हैं। ओछी टिप्पणी करते हैं। अब तो हद हो गई कि गुरु बाबा जी के धार्मिक आयोजन में भूपेश बघेल ने सतनामी समाज के युवाओं की तुलना कुत्ते से कर दी। बघेल बौरा गए हैं। विक्षिप्त जैसा व्यवहार कर रहे हैं। मुख्यमंत्री पद की गरिमा को तार तार कर दिया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपनी कुंठा निकालते हुए उस महान संत का अपमान किया है, जिन्होंने सभी मनुष्यों के एक समान होने का संदेश मानवता को दिया है। भूपेश बघेल ने सतनामी समाज को गाली दी है। सत्ता के अहंकार का ऐसा दुर्लभ उदाहरण कहीं नहीं मिलेगा। भूपेश बघेल अविश्वसनीयता के प्रतीक हैं जो कि मुख्यमंत्री पद पर बैठा कोई व्यक्ति इस तरह असभ्य, अभद्र और अमर्यादित हो सकता है।

    प्रदेश भाजपा नेता नवीन मार्कण्डेय ने कहा कि लोरमी के लालपुर में बाबा गुरु घासीदास जयंती कार्यक्रम में भूपेश बघेल को सतनामी समाज के युवकों के विरोध का सामना क्यों करना पड़ा, उन्हें यह समझना चाहिए था और युवाओं की शिकायत का समाधान करना चाहिए था क्योंकि वे मुख्यमंत्री हैं। जब मुख्यमंत्री सभा को संबोधित कर रहे थे, उसी दौरान सतनामी समाज के युवकों ने बैनर-पोस्टर लहराकर आरक्षण मामले पर विरोध कर मुख्यमंत्री वापस जाओ के नारे लगाए तो इसके लिए ये युवा नहीं, बल्कि अनुसूचित जाति वर्ग के साथ विश्वासघात करने वाले भूपेश बघेल जिम्मेदार हैं। इस पर भी मुख्यमंत्री ने पद की मर्यादा को तिलांजलि देते हुए यह तक कह दिया कि शाम होते कौन भौंकते हैं, उनसे हम डरने वाले नहीं। कांग्रेस बताये कि वह सतनामी समाज को क्या मानती है, बाबा गुरु घासीदास जी का परिवार या वह जो कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बता रहे हैं।

    प्रदेश भाजपा नेता नवीन मार्कण्डेय ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सभा में अपने हक की बात करने गए युवाओं के प्रति इतना द्वेष मुख्यमंत्री की कुंठित मानसिकता का प्रत्यक्ष प्रमाण है। गुरु घासीदास जी की जयंती के अवसर पर, जिनका संदेश सामाजिक समरसता और आपसी भाईचारा है, उस सतनामी समाज के युवाओं को भौंकने वाला कह कर मुख्यमंत्री ने पूरे अनुसूचित जाति समाज का सरेआम अपमान किया है। भारतीय जनता पार्टी इसकी कड़ी निंदा करती है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का कृत्य माफी योग्य नहीं है। भाजपा कड़ा विरोध करेगी।

    मनखे मनखे एक समान, कह गए गुरु घासीदास महान

    सत्ता के अहंकार में चूर भूपेश बघेल जी मुंगेली जिले में आयोजित बाबा के जयंती कार्यक्रम में मुख्य अतिथि बन पहुंच तो गए लेकिन बाबा के इस उपदेश को पूरी तरह भूल गए और उनके ही अनुयायियों के साथ ही अभद्रता कर बैठे...

    अपना हक मांग रहे अनुसूचित जाति के लोगों को इन्होंने भरे मंच से कह दिया-

    शाम को कौन भौंकते है मालूम है,और जो शाम को भौंकते हैं उनसे हम नहीं डरते...

    अब सवाल ये है कि भूपेश जी को ये अधिकार किसने दे दिया कि वो अपना हक मांग रहे पूरे अनुसूचित जाति समाज को भौंकने वाला घोषित कर दें? और लोकतंत्र में अपना हक मांगना कब से गुनाह हो गया?

    जिस तरह गुरु समाज के दर्पण होते है,उसी तरह मुख्यमंत्री भी राज्य का दर्पण होता है लेकिन मुख्यमंत्री और इनके पिताश्री के बयानों ने पूरे छत्तीसगढ़ प्रदेश को इतना शर्मशार कर दिया है कि- आज राज्य की जनता इस मुख्यमंत्री रूपी दर्पण को एक पल के लिए भी देखना नहीं चाहती..!

    ऐसे तुच्छ मानसिकता के आदमी को मुख्यमंत्री के पद पर बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है,
    मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अनुसूचित जाति समाज से माफी मांगते हुए अपने पद से तत्काल इस्तीफा दे।  

    मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जब तक समाज से माफी नहीं मांगते तब तक भाजपा भूपेश बघेल का पुतला दहन, एससी - एसटी अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत एफआईआर, धरना-प्रदर्शन ज्ञापन आंदोलन करती रहेगी। जिसके अंतर्गत प्रदेश के सभी जिलों में आज दिनांक 20 दिसम्बर 2022 को पुतला दहन, 22 दिसंबर को थानों में एफआईआर तथा 29 या 30 दिसम्बर को 1 दिवसीय धरना-प्रदर्शन कर माननीया राज्यपाल महोदया जी को ज्ञापन दिया जाएगा।
        पत्रकार वार्ता में रायपुर शहर जिलाध्यक्ष जयंती पटेल, प्रदेश मीडिया सह प्रभारी अनुराग अग्रवाल, अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश महामंत्री दयावंत धर बांधे व वेदराम जांगड़े मौजूद रहे।

     
     
  • भूपेश बघेल ने अपने बयान से बता दिया है कि वे हिंदुओं से कितनी घृणा करते है:भाजपा

    भूपेश बघेल ने अपने बयान से बता दिया है कि वे हिंदुओं से कितनी घृणा करते है:भाजपा
    बजरंगबली और भगवा के अपमान पर मुख्यमंत्री माफी मांगें- साव


    रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सांसद अरुण साव ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से माफी मांगने की मांग करते हुए कहा है कि बजरंगबली और भगवा पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का जो बयान आया है, वह निंदनीय है। इसकी जितनी भी निंदा की जाए, वह कम है। उन्हें यह अहसास ही नहीं है कि वे एक राज्य के मुख्यमंत्री हैं और उन्हें हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को आहत करने का न तो कोई अधिकार है और न ही एक मुख्यमंत्री को ऐसा अमर्यादित आचरण शोभा देता।विचित्र बात है कि भूपेश बघेल अपने पद की गरिमा को चार साल बाद भी समझ नहीं पा रहे।आरंभ में लगता था कि 15 साल तक राजनीतिक वनवास भोगने अभिशप्त रही कांग्रेस के नेता कुछ समय में पद की जिम्मेदारी के अनुरूप व्यवहार करना सीख जायेंगे किंतु ऐसे लक्षण अब भी नहीं दिख रहे। वे अपनी विफलताओं और जन आक्रोश से इतने विचलित हैं कि मर्यादा भूल गए है।

    प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरुण साव ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कौन गुंडई कर रहे हैं, छत्तीसगढ़ को कौन लूट रहा है और किसके संरक्षण में धर्मांतरण हो रहा है, यह आज छत्तीसगढ़ की जनता भली भांति जान रही है। यह भूपेश बघेल की हिंदू विरोधी मानसिकता है और यह दर्शाता है कि वह हिंदुत्व और हिंदुओं से कितनी घृणा करते हैं।  भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ की जनता से माफी मांगें और भविष्य में इस तरह की पुनरावृत्ति नहीं होगी, यह वचन दें तथा उस वचन को निभाएं। उन्होंने जनता से किये वादे तो पूरे नहीं किये। कम से कम तुष्टिकरण की खातिर हिंदुत्व का अपमान न करने का वचन देकर उसे पूरा कर दें।

  • मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने दिए निर्देश- सभी शासकीय विभागों, निगम-मंडलों एवं स्थानीय निकायों में रंग-रोगन के कार्य के लिए गोबर पेंट का ही उपयोग अनिवार्यतः किया जाए

    निर्देशों का उल्लंघन करने वाले जिम्मेदार अधिकारियों के विरुद्ध होगी कार्यवाही। 

    पूर्व में जारी किए गए निर्देशों के बावजूद अभी भी निर्माण विभागों द्वारा केमिकल पेंट का उपयोग किए जाने पर जताई नाराजगी।

    श्री बघेल ने कहा, गोबर पेंट का उपयोग ग्रामीण अर्थव्यवस्था के सुदृढ़ीकरण और पर्यावरण संरक्षण की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण होगा।

  • राज्यपाल हमारी संवैधानिक प्रमुख हैं - भूपेश बघेल, मुख्यमंत्री
    रायपुर ब्रेकिंग राज्यपाल हमारी संवैधानिक प्रमुख हैं - भूपेश बघेल, मुख्यमंत्री आरक्षण को लेकर सीएम भूपेश बघेल का बड़ा बयान.... दिल्ली में पीएम से राज्यपाल की हुई मुलाकात... cm बघेल कहा - वे गईं हैं तो उन्हें कहना चाहिए की अनुसूची 9 में भी उसे शामिल करें... उन्हे कनविंस करके आएंगी, क्योंकि वे हमारी संवैधानिक प्रमुख हैं, इसलिए उनकी जिम्मेदारी भी अधिक है... वे यहां आएंगी हस्ताक्षर करके राष्ट्रपति के पास भेजेंगी ऐसा मैं मानता हूं - CM भूपेश बघेल
  • प्रोफेसर ने कॉलेज के डीन को दी कैरियर बर्बाद करने की धमकी, FIR दर्ज

    रायपुर। तेलीबांधा इलाके में महाविद्यालय के डीन से गाली गलौज का मामला सामने आया है। कॉलेज के प्रोफेसर पर डीन से बदसलूकी का आरोप लगा है। दरअसल विश्वविद्यालय द्वारा अधिकारियों एवं कर्मचारियों की समस्याओं के निराकरण के लिए गठित समिति के निराकरण के दौरान महाविद्यालय में यह घटना घटी।

    यह मामला दुग्ध विज्ञान एवं खाद्य औद्योगिक महाविद्यालय का है जहां के अधिष्ठाता ने थाने में शिकायम दर्ज कराई कि कॉलेज में जांच समिति की बैठक के दौरान प्रोफेसर पी चौधरी के द्वारा किसी बात को लेकर महाविद्यालय के डीन डा. अवधेश कुमार त्रिपाठी से अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया। जिसे मना करने पर प्रोफेसर ने डीन अवधेश त्रिपाठी के साथ गाला गलौज भरे शब्दों का प्रयोग किया गया। प्रोफेसर ने यहां तक कि डीन का कैरियर ख़त्म करने की भी धमकी दी।

    महाविद्यालय के डीन ने तेलीबांधा थाने में इसकी शिकायत दर्ज कराई। पुलिस द्वारा इस मामले को संज्ञान में लेकर कॉलेज प्रबंधन और स्टॉफ से पूछताछ की जा रही है। जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

  • 77 लाख के भ्रष्टाचार के मामले में बड़ी कार्यवाई, मृतक प्राचार्य समेत तीन के खिलाफ केस दर्ज, व्याख्याता सस्पेंड, देखिए आदेश

    बिलासपुर। व्याख्याता को गबन के मामले में डीपीआई ने सस्पेंड कर दिया है। व्याख्याता पीएल कुर्रे पर आरोप था कि 22 अलग-अलग देयकों में एरियर्स की कुल 77 लाख की राशि निकाली गयी और बिलासपुर के बचत खाता और जीपीएफ खाता में जमा कराया गया। इस मामले में डीपीआई ने व्याख्याता को सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं इस मामले में बिल्हा थाने में व्याख्याता सहित 2 के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस अब दर्ज शिकायत के आधार पर मामले की जांच करेगी।

    गबन का ये पूरा मामला शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला बेलतरा का है। व्याख्याता ने पूरी दबंगई से 22 बार में अलग-अलग ट्रांजेक्शन से 77 लाख रुपये का गबन किया।

  • पंचायत में भ्रष्टाचार का बिछा जाल, अधिकारियों के सरपरस्ती में फल-फूल रहा सरपंच का मनचला कारोबार…

    रायगढ़।  जिले के लैलूंगा विकासखण्ड के अंतर्गत ग्राम- पंचायत तारागढ़ में सरपंच के कार्यप्रणाली पर ग्रामीण सहित पंच, उपसरपंच असंतुष्ट है यहां सरपंच के अड़ियल रवैया से परेशान है सरपंच जोसेफ टोप्पो ने ग्राम पंचायत में भारी भरष्टाचार का जाल बिछा दिया गया है। निर्माण कार्य के नाम पर लाखों रुपये आहरण कर लिया जा रहा है लेकिन जमीनी स्तर पर एक भी कार्य नही दिख रहा है। स्ट्रीट लाइट साफ-सफाई रनिंग वाटर के नाम पर लाखों रुपये बहा दिए है लेकिन आज तक पानी सफ्लाई नही हुआ कागजो पर सारे कार्य कर दिए गए है।

    ग्रामीण-

    आंगनबाड़ी केन्द्र का 5 साल से नही हुआ उद्घाटन

    आपको बता दें कि ग्राम पंचायत के मुख्यबस्ती के नवाडीह में आंगनबाड़ी का निर्माण तो करा दिया गया, लेकिन उद्घाटन करने भूल गए. ग्रामीणों का कहना है कि आंगनबाड़ी को बने 5 साल हो गए है यहां का समान तक चोरी हो रहा है साल भर पहले रनिंग वाटर लगाया गया जिसमे लगभग 47 हजार रुपये खर्च किया गया, जबकि एक पानी टंकी और पाइप लगाकर छोड़ दिया गया है सबसे बड़ी बात तो यह है कि वहां बोर नही है जिसके कारण पानी सफ्लाई नही है और स्थिति पुनः जर्जर होने वाली है खम्बे तो गाड़ दिए गए है लेकिन तार लाइट की सफ्लाई नही मिल पा रहा है जिससे वहां के ग्रामीण काफी परेशान है सरपंच द्वारा ग्राम पंचायत में जितने भी कार्य कराया गया है एक भी कार्य की जानकारी उपसरपंच सहित एक भी पन्चो को नही है जिससे पंचगण भी काफी परेशान है मोहल्ले में सड़कों की हालत खराब है कई मोहल्ले में सीसी सड़क नही बना है न सड़क की मरम्मत नही हो रहा है ना ही नाली निर्माण हुआ है। सीधी बात करें तो यहाँ कोई भी विकास कार्य नहीं हुआ है।

    हेंड मरम्मत व ऑपरेटर का मानदेय भुगतान के नाम पर निकाला गया राशि

    ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम पंचायत में एक भी हेंड पम्प का मरम्मत नही हुआ उपसरपंच के घर सामने हेंड पंप महीनों से खराब पड़ा है कई बार सरपंच को बोला गया पर आज तक हेंड पम्प का मरम्मत नही हुआ है। ग्राम पंचायत में कही नाली नही है और नाली साफ सफाई के नाम पर राशि निकाला गया है मुजाहिद खान कम्प्यूटर आपरेटर का मानदेय राशि का भुगतान किया गया है इसी महीने जबकि मुजाहिद खान 5 महीनों से ग्राम पंचायत में नही है ग्राम पंचायत में जनता की एक भी नही सुनते सरपंच उनके अड़ियल रवैय्या से जनता हतास हो चुकी है। मूलभूत अधिकारों के लिए जनता को दो चार होना पड़ रहा है और  सरपंच का मनमानी सिर चढ़ कर बोल रहा है।

    छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वाकांक्षी योजना गऊ गोठान की हालत दयनीय

    पाठको आपको यह बताना बहुत जरूरी है कि आज छत्तीसगढ़ सरकार पूरे प्रदेश में 4 साल बेमिसाल होने का ढोल पीट रही है गोठानो में गौरव दिवस मनाने का प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल ने फरमान जारी किया था कि सभी गौठानो में गौरव दिवस मनाया जाए, हम बात करें तारागढ़ गोठान की तो वहां के शराबी बंधु रोज शाम को शाम नशीली रात रंगीली का खेल-खेल रहे हैं गौठान गायों के जगह शराबियों का अड्डा बना हुआ है, न तो वहां कोई गाय है और न वहां समुचित व्यवस्था है जब वहां संवाददाताओं की टीम पहुंची तो गौठान की दुर्दशा देखकर सहम से गए गौठान परिसर में शासन के निर्देशानुसार कोई भी काम नहीं हो रहा है न तो मवेशियों को पीने के लिए पानी की टंकी में पानी है न वहां वर्मी खाद का सही ढंग से निर्माण हो रहा है. और न वहां एक केचुआ देखने को मिला धन्य है यहां के अधिकारी जिनके मार्गदर्शन और दिशानिर्देश में गौठान का संचालन हो रहा है।

    हैरत की बात तो यह है कि ग्रामीणों से पूछने पर पता चला कि आज तक वहां का अड़ियल सरपंच गौठान को देखने तक नहीं आया है। गौठान अध्यक्ष से बात की गई सरपंच अपनी मनमानी करता है कुछ कहने पर गलत लहजे से बात करता है पूरे प्रदेश में पैरादान महादान का अभियान चलाया गया पर वहां नया पैरा का एक टुकड़ा भी नजर नहीं आया। विगत वर्षों के पूराना सड़ा हुआ पैरा का ढेर पड़ा हुआ है।  यहां सत्ताधारी पार्टी के ब्लॉक अध्यक्ष ठण्ठाराम बेहरा उनकी धर्मपत्नी इस क्षेत्र से जनपद सदस्य है जो कि लगातार यहां से जनपद सदस्य का चुनाव जीतकर जनपद पहुंचते हैं उनको भी इस ग्राम पंचायत की दुर्दशा को देखने के लिए आंखों में सुरमा लगाने की आवश्यकता है। अगर समय रहते इस क्षेत्र की जनता के दु:ख को जनप्रतिनिधि और उनके अधिकारी संज्ञान में लेकर तत्परता से काम नहीं किए तो जनता पूरे मूड में है आने वाले चुनाव में इसका करारा जवाब देगी।

  • TRANSFER BREAKING : वन विभाग में बड़े पैमाने पर प्रमोशन के बाद तबादला, 60 अधिकारी किये गए इधर से उधर, देखें आदेश…

    रायपुर। वन विभाग के कर्मचारियों का बड़ी संख्या में प्रमोशन के बाद तबादला किया गया है। जिसमें डिप्टी रेंजर से पदोन्नत कर अधिकारियों को रेंजर बनाया गया है।

    देखिये आदेश –

  • मुख्यमंत्री की सभा में विरोध : भूपेश बघेल ने किया स्वागत
    *बड़ी खबर* *मुंगेली में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और मंत्री शिव डहरिया के खिलाफ विरोध प्रदर्शन* विरोध प्रदर्शन करने वालों पर किसी भी तरह की सख्ती करने से मुख्यमंत्री ने पुलिस को रोका पंडाल में सीएम के भाषण के दौरान विरोध मुख्यमंत्री के सामने हुआ विरोध आरक्षण को लेकर कुछ युवाओं ने किया जमकर नारेबाज़ी मुख्यमंत्री वापस जाओ के लगे नारे आनन-फ़ानन में पुलिस प्रशासन युवकों को खदेड़ा मुख्यमंत्री युवकों को मंच में आकर बात करने कही बात बाबा गुरुघाँसी दास कार्यक्रम में सीएम बघेल हुए थे शामिल
  • छत्तीसगढ़ में बदला मौसम का मिजाज, पड़ने लगी कड़ाके की ठंड, शीतलहर के हालात, जानें कहां कैसा रहेगा मौसम

    CG Weather Update : दिसंबर का पहला पखवाड़ा पार करने के बाद ठंड ने छत्तीसगढ़ में दस्तक दी है। सरगुजा संभाग के अधिकांश जिलों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। जशपुर, कोरिया, मैनपाट, बलरामपुर, पेण्ड्रा रोड और कवर्धा में ओस की बूंद जम गई है। रायपुर-बिलासपुर संभाग के अधिकांश जिलों में अभी हालात सामान्य बनी हुई है।

    रविवार से छत्तीसगढ़ का मौसम एक बार फिर बदल गया है, तापमान के नीचे गिरते ही ठंड में इजाफा होने लगा है। छत्तीसगढ़ मौसम विभाग (Chhattisgarh Meteorological Department) के अनुसार, अगले 24 घंटे में उत्तरी और मध्य छत्तीसगढ़ में कड़ाके की ठंड के आसार जताए हैं। कई जिलों में तो शीतलहर जैसे स्थिति निर्मित होने की संभावना बढ़ गई है, ऐसे में अगले एक माह में अच्छी ठंड पड़ सकती है।

    छत्तीसगढ़ के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एचपी चंद्रा (CG Weather update) ने बताया कि प्रदेश में उत्तर से ठंडे और शुष्क हवाओं का आगमन लगातार जारी है । प्रदेश में आज दिनांक 19 दिसम्बर को मौसम शुष्क रहने की संभावना है तथा न्यूनतम तापमान में गिरावट होने की संभावना है। अगले दो -तीन दिनों में तापमान में और गिरावट की संभावना है। प्रदेश के बस्तर संभाग में तापमान में कमी आएगी।

    छग मौसम विभाग (CG Weather Forecast) की मानें तो उत्तर भारत से आ रही ठंडी हवाओं के कारण सरगुजा और बिलासपुर संभाग में कड़ाके की ठंड पड़ना शुरू हो गई है। अंबिकापुर, कबीरधाम और पेंड्रा से लेकर कवर्धा के पहाड़ी इलाकों में न्यूनतम तापमान 6-7 डिग्री पर आ गया है। मैनपाट और जशपुर के पंडरापाठ इलाकों में पारा 4 डिग्री तो राजधानी रायपुर में भी 24 घंटे में रात का तापमान 4 डिग्री गिरकर 14 डिग्री के करीब पहुंच गया है।

  • CG NEWS : शिक्षा के मंदिर में छात्राओं से छेड़-छाड़, शिकायत दर्ज, जाने क्या है पूरा मामला…

    महासमुन्द।शिक्षा के मंदिर में छात्राओं के साथ हो रही है छेड़छाड़। छात्राओं ने की प्राचार्य से लिखित शिकायत। आरोपी शिक्षक को बचाने मुख्यमंत्री के जिले के दौरे से पहले शिक्षा विभाग ने आनन-फानन में किया शिक्षक का तबादला।

    छत्तीसगढ़ सरकार जहां बच्चों के भविष्य को गढ़ने स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम को छत्तीसगढ़ राज्य सरकार ने अपने महत्वाकांक्षी योजनाओं में शामिल कर रखा है। वही इस स्कूल में छात्राओं के साथ छेड़ छाड़ हो रही है।
    हम बात कर रहे हैं महासमुन्द जिले के सरायपाली में संचालित स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल का जहां के छात्राओं ने एक शिक्षक पर छेड़ छाड़ व गाली गलोच करने का गंभीर आरोप लगाए हैं।

    स्कूल की छात्राओं ने प्राचार्य को हस्ताक्षर युक्त पत्र लिखकर एक शिक्षक पर बैडटच करने का आरोप लगाया है। हम आपको बता दें कि छात्राओं द्वारा प्राचार्य को दिए गए पत्र के बाद संबंधित शिक्षक को आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल सरायपाली से हटाकर दूसरे स्कूल में भेज दिया गया है, और मामले पर पर्दा डालने की कोशिश की गई है। मामले को लेकर जब संस्था के प्राचार्य पी.के.ग्वाल से बात की गई, तब उन्होंने मामले को सही बताया तथा शिक्षा विभाग के अधिकारियों को इस आशय की जानकारी भेजने और संबंधित शिक्षक को दूसरे स्कूल में भेजने की बात कही गई।
    महासमुंद जिले के जिला शिक्षा अधिकारी ने मामले में कहा है कि शिकायत के बाद से शिक्षक को उस स्थान से हटा दिया गया है। तीन सदस्यीय जांच टीम बनाई गई है। जांच उपरांत शिकायत सही पाई गई तो शिक्षक के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज कराकर कार्यवाही की जाएगी।

    सौरिन चंद्रसेन, जिला शिक्षा अधिकारी महासमुंद-

    पी. के. ग्वाल, प्राचार्य, स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल सरायपाली-