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  • आज सिंदूर खेला के साथ विदा लेंगी मां दुर्गा, जानिए क्यों और कैसे मनाया जाता है सिंदूर उत्सव

     Durga Puja 2023 : विजयादशमी के दिन सिंदूर खेला का विशेष महत्त्व है। इस दिन सुहागिन मां से सिंदूर की होली खेल कर उनसे आशीर्वाद प्राप्त करती हैं। सुबह दर्पण विसर्जन के बाद सिंदूर खेला की रस्म होगी। सिंदूर खेला की रस्म के बाद मां अपने धाम को लौट जाती हैं।

    शारदीय नवरात्रि का समापन हो चुका है और आज पूरे देश में दशहरा का त्योहार मनाया जाएगा। नवरात्रि का उत्सव रंग ढंग से मनाने की परंपरा है। दुर्गा पूजा के उत्सव में सिंदूर की होली खेलने की परंपरा बंगाल में बहुत प्रचलित है। शारदीय नवरात्रि के दसवें दिन जब मां दुर्गा जब वापस जाती हैं तो उनकी विदाई के सम्मान में सिंदूर की होली खेली जाती है

    सिंदूर खेला की रस्म 

    सिंदूर खेला माता की विदाई के दिन खेला जाता है। इसमें बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल होती हैं और एक-दूसरे को सिंदूर लगाती हैं। आज सिंदूर खेला मनाया जाएगा।

    नवरात्रि के दसवें दिन महाआरती के साथ इस दिन का आरम्भ होता है। आरती के बाद भक्तगण मां देवी को कोचुर, शाक, इलिश, पंता भात आदि का भोग लगाते हैं। इसके बाद मां दुर्गा के सामने एक शीशा रखा जाता है जिसमें माता के चरणों के दर्शन होते हैं। ऐसा मानते हैं कि इससे घर में सुख-समृद्धि का वास होता है। फिर सिंदूर खेला शुरू होता है। जिसमें महिलाएं एक दूसरे को सिंदूर लगाकर और धुनुची नृत्य कर माता की विदाई का जश्न मनाती हैं। सिन्दूर खेला के बाद ही अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को ही मां दुर्गा का विसर्जन भी किया जाता है।

    सिंदूर खेला का इतिहास ?

    जानकारी के अनुसार सिंदूर खेला के इस रस्म की परंपरा 450 साल से अधिक पुरानी है। बंगाल से इसकी शुरुआत हुई थी और अब काशी समेत देश के अलग-अलग जगहों पर इसकी खासी रंगत देखने को मिलती है। मां दुर्गा 10 दिन के लिए अपने मायके आती हैं, जिसे दुर्गा पूजा के रूप में मनाया जाता है और जब वह वापस जाती हैं तो उनके विदाई में उनके सम्मान में सिंदूर खेला की रस्म की जाती है।

  • बड़ा सड़क हादसा : कार और बस की टक्कर में 7 लोगों की मौत, कई घायल

    तमिलनाडु के तिरुवन्नामलाई में भीषण सड़क हादसे में 7 लोगों की मौत हो गई है। संगम-कृष्णागिरी राजमार्ग पर एक कार और बस की जोरदार टक्कर के कारण यह हादसा हुआ। हादसे में 7 लोगों की मौत हो गई। वहीं कई लोग घायल भी बताए जा रहे हैं।

    दरअसल, तिरुवन्नामलाई जिले के चेंगम शहर के पास अंतनूर बस स्टॉप पर तिंडीवनम-कृष्णागिरी राष्ट्रीय राजमार्ग 77 पर एक एसयूवी तमिलनाडु राज्य परिवहन निगम (TNSTC) की बस से टकरा गई। हादसे में असम के पांच मूल निवासियों सहित 7 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई।

    पुलिस ने की मृतकों की पहचान

    पुलिस ने मृतकों की पहचान आर. कुंचा राय (24), एस। नारायण सेठी (35), सी. भीनमाल तीर्थ (28), बी. दल्लू (26), और वी. निकोलस (22) के रूप में की है, जो सभी असम के मूल निवासी हैं। वहीं, एस. पुनीथ कुमार (23) और जी. कामराज (29)कृष्णागिरी जिले के डेंकानिकोट्टई और मरमपट्टी गांवों के रहने वाले थे।

  • दुर्गा पूजा में एक और जो सबसे खास परंपरा है वो है सिंदूर खेला। क्या है सिंदूर खेला का इतिहास ?

    क्यों खास होती है पश्चिम बंगाल की दुर्गा पूजा
    पश्चिम बंगाल की नवरात्रि बेहद ही ख़ास  होती है। दुर्गा पूजा के दौरान होने वाली संध्या आरती इतनी भव्य होती है कि इसे देखने दूर-दूर से लोग आते हैं। यहां होने वाली दुर्गा पूजा में एक और जो सबसे खास परंपरा है वो है सिंदूर खेला।

     
     



    सिंदूर खेला की रस्म कब होती है  
    सिंदूर खेला माता की विदाई के दिन खेला जाता है। इसमें बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल होती हैं और एक-दूसरे को सिंदूर लगाती हैं। इस साल 24अक्टूबर को सिंदूर खेला मनाया जाएगा। 

    कैसे मनाते हैं सिंदूर खेला?
    नवरात्रि के दसवें दिन महाआरती के साथ इस दिन का आरम्भ होता है। आरती के बाद भक्तगण मां देवी को कोचुर, शाक, इलिश, पंता भात आदि का भोग लगाते हैं। इसके बाद मां दुर्गा के सामने एक शीशा रखा जाता है जिसमें माता के चरणों के दर्शन होते हैं। ऐसा मानते हैं कि इससे घर में सुख-समृद्धि का वास होता है। फिर सिंदूर खेला शुरू होता है। जिसमें महिलाएं एक दूसरे को सिंदूर लगाकर और धुनुची नृत्य कर माता की विदाई का जश्न मनाती हैं। सिन्दूर खेला के बाद ही अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को ही मां दुर्गा का विसर्जन भी किया जाता है।

    क्या है सिंदूर खेला का इतिहास ?
    जानकारी के अनुसार सिंदूर खेला के इस रस्म की परंपरा 450 साल से अधिक पुरानी है। बंगाल से इसकी शुरुआत हुई थी और अब काशी समेत देश के अलग-अलग जगहों पर इसकी खासी रंगत देखने को मिलती है। मान्यताओं के अनुसार,मां दुर्गा 10 दिन के लिए अपने मायके आती हैं,जिसे दुर्गा पूजा के रूप में मनाया जाता है और जब वह वापस जाती हैं तो उनके विदाई में उनके सम्मान में सिंदूर खेला की रस्म की जाती है।
     

  • दशहरा के दिन नीलकंठ पक्षी का दिखना बेहद शुभ, खुल जाता है किस्मत का ताला

    पांडुका।विजयादशमी का त्योहार आज अंचल में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। असत्य पर सत्य और अधर्म पर धर्म की जीत का पर्व ही दशहरा है। जिससे पाण्डुका, अतरमरा, रजनकट्टा, कुरुद, पंडरीतराई, कुटेना, कुकदा, पोंड, पचपेड़ी, आसरा, मुरमुरा, लोहरसी, धुरसा, फुलझर, गाड़ाघाट, सांकरा आदि गांवों में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। जिसमें सुबह दस बजे स्थापित मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन पश्चात शाम को अधर्म असत्य और घमंड का प्रतीक रावण का पुतला दहन और रामलीला नाटक का मंचन भी कई गांवों में होने की संभावना है क्योंकि नाटक लीला का मंचन अब विलुप्त होने की कगार पर है इसलिए केवल औपचारिकता बनकर रह गया है केवल राम लक्ष्मण हनुमान और रावण के अभिनय करने वाले कलाकार को तैयार कर रावणवध किया जाता है और रात्रि में शोभा यात्रा निकाल कर सोन पत्ती रैनी लूट कर इस परम्परा का निर्वहन किया जाता है।

    मान्यताओं के मुताबिक प्रभु श्री राम ने रावण का वध कर दशहरे के दिन विजय प्राप्त की थी, तभी से इस दिन को विजयादशमी के नाम से जाना जाने लगा। ये दिन बुराई पर अच्छाई की जीत का होता है। इस बार 24 अक्टूबर यानी आज ही के दिन दशहरा मनाया जा रहा है। मान्यताओं के मुताबिक, अगर दशहरा के दिन नीलकंठ पक्षी के दर्शन हो जाते हैं तो किस्मत का ताला खुल जाता है। चलिए जानते हैं इसके पीछे की मान्यता –

    नीलकंठ पक्षी के दर्शन की मान्यता

    ज्योतिषों के मुताबिक, अगर दशहरा के दिन आपको नीलकंठ पक्षी के दर्शन होते हैं तो ऐसा माना जाता है कि यह व्यक्ति के जीवन को खुशहाल बना देता व्यक्ति की किस्मत का ताला खोल देता है। इससे व्यक्ति का भविष्य उज्जवल हो जाता है। दशहरा के दिन अगर घर के बाहर से आप निकल रहे हैं और आपको नीलकंठ पक्षी कहीं नजर आ जाए तो आप हाथ जोड़कर उसके दर्शन जरूर करें। ऐसा करना जीवन की सभी बडो को दूर करने के साथ-साथ गरीबी दूर करने के लिए भी अच्छा माना जाता है।

    दशहरा

    दशहरा

    अंचल के वरिष्ठ साहित्यकार और भगवताचार्य कोपरा निवासी हलधर नाथ जोगी ने बताया कि यह पर्व असत्य पर सत्य की जीत अधर्म है धर्म का विजय यानि इस दिन मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम आततायी असुर लंकापति रावण का वध कर भार्या सीता जी को रावण के बंधन से मुक्त कराकर धर्म की स्थापना कराया और लंकापति के अग्रज विभीषण को लंका का राज्याभिषेक करवाया और अयोध्या लौटे थे। भगवताचार्य हलधर नाथ जोगी ने आगे बताया कि इस दिन नीलकंठ पक्षी का दर्शन करना शुभ और पुण्य माना जाता है जिसके लिए लोग दिनभर घूम-घूमकर इस पक्षी का दर्शन लाभ लेते हैं। और शस्त्र पूजा करने का विधान भी इस दिन किया जाता है।

  • बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व दशहरा आज, राष्ट्रपति मुर्मू-पीएम मोदी, राहुल समेत कई नेताओं ने दी बधाई

    नई दिल्ली। Dussehra 2023: बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक विजयदशमी दशहरा पर्व देशभर में 24 अक्टूबर को मनाया जाएगा। दशहरा पर्व पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, अमित शाह और राहुल गांधी ने देश के लोगों को दशहरा या विजयदशमी की शुभकामनाएं दी हैं।

    Dussehra 2023: देश की राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने भी दशहरा की बधाई दी हैं। उन्होंने पोस्ट कर लिखा कि दशहरा, जिसे विजयादशमी के रूप में भी मनाया जाता है, हमें सत्य और धर्म के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है। इस पावन पर्व पर मेरी मंगल कामना है कि हम सब पूरी मानवता के कल्याण की भावना के साथ सत्य और न्याय के पथ पर आगे बढ़ते रहें।

    Dussehra 2023: पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि देश भर में मेरे परिवार के सदस्यों को विजयादशमी की शुभकामनाएं। यह पवित्र त्योहार नकारात्मक शक्तियों को खत्म करने के साथ-साथ जीवन में अच्छाई अपनाने का संदेश भी देता है। आप सभी को विजयादशमी की शुभकामनाए।

    Dussehra 2023: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी देश के नागरिकों को बधाई दी है। उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि अच्छाई की बुराई पर जीत के महापर्व, विजयदशमी की सभी को हार्दिक शुभकामनाएं। असत्य और अहंकार का नाश हो, सत्य और मानवता का सभी के जीवन में वास हो।

    Dussehra 2023: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने समस्त देशवासियों को विजयादशमी की हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि अधर्म का अंधकार चाहे कितना भी घना क्यों न हो, सत्य के आधार पर धर्म के उजाले की विजय शाश्वत है। पाप पर पुण्य की विजय का प्रतीक विजयादशमी हमें सदैव विवेक और सत्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा व शिक्षा देने वाला पर्व है। प्रभु श्री राम सभी का कल्याण करें।

  • दशहरे पर इस गांव में होती है रावण की पूजा, दूर दूर से मन्नत मांगने आते है लोग

    राजगढ़। जिले के आगरा मुंबई राष्ट्रीय राजमार्ग पर बसे भाटखेड़ी गांव की एक अलग ही पहचान है । इसे सभी रावण वाली भाटखेड़ी नाम से जानते है – वजह यह है कि इस गांव के सभी ग्रामीण एकत्रित होकर दशहरे पर रावण की पूजा करते है। इस गांव में मार्ग किनारे बने खेत में सदियो पहले से रावण व कुंभकर्ण के सीमेंट कांक्रीट से काफी बड़ी प्रतिमा बनाई गई थी, खुले में रावण व कुंभकर्ण की खेत में बनी इन प्रतिमाओं को कब व किसने बनवाया था इसका इतिहास किसी को नही पता। खेत मालिक को भी नही पता कि यह कब किसने और किस वजह से बनवाई होगी। ग्रामीण प्रतिमा का देख रेख व मरम्मत करवाकर इन्हें पीढ़ी दर पीढ़ी सदियों से सहेज कर रखे हुए है। हर दो तीन साल में कलर खराब होने पर दशहरे पर कलर करवा लेते हे।

    सदियों से पीढ़ी दर पीढ़ी यहां दशहरे पर गांव के पटेल सहित पूरा गांव के निवासी व आस पास के गावो के लोग यहां आते है व रावण की पूजा अर्चना कर दशहरा पर्व मनाते है। नवरात्रि पर गांव के ही कलकारो द्वारा नो दिन रामलीला का मंचन किया जाता है व दशमी के दिन रामलीला का यहां रावण कुंभकर्ण की प्रतिमा के सामने राम रावण वध का मंचन किया जाता है, उसके बाद रावण की प्रतिमा की पूजा की जाती है। ग्रामीणों का मानना है कि यह रावण की प्रतिमा किसी देवी देवता से कम नहीं है, रावण के सामने आकर मांगी गई कई लोगो की मन्नते तक पूरी होती है व मन्नत पूरी होने पर यहा भंडारा करके जाते है। ग्रामीण बताते है कि कम बारिश होने, बारिश नही होने या गांव में कोई विपत्ति आने पर देवी देवताओं की पूजा अर्चना के बाद भी काम नही बनता तो रावण की शरण में आकर पूजा अर्चना करने से काम बन जाता है।

  • एक और बड़ा रेल हादसा, यात्री ट्रेन और मालगाड़ी के बीच में भीषण टक्कर में 15 यात्रियों की मौत, 100 से ज्यादा घायल

    नई दिल्ली। बांग्लादेश के किशोरगंज में बड़ा रेल हादसा हुआ है, जिसमें 15 लोगों की मौत हो गई है और 100 से अधिक घायल बताए जा रहे हैं. घायलों को स्थानीय अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज किया जा रहा है. कुछ घायलों की हालत गंभीर है. वहीं, ट्रेन में फंसे लोगों को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया है.

    मिली जानकारी के मुताबिक, किशोरगंज में एक यात्री ट्रेन और मालगाड़ी के बीच में भीषण टक्कर हुई है, जिसमें कम से कम 15 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए. यह हादसा तब हुआ जब राजधानी ढाका से लगभग 80 किलोमीटर दूर भैरब में एक यात्री ट्रेन मालगाड़ी से टकरा गई. स्थानीय लोगों का कहना है कि दुर्घटना में कई लोगों के घायल होने की आशंका है. उनका कहना है कि कई लोग ट्रेन में फंसे हुए हैं.

    स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि कई घायल क्षतिग्रस्त डिब्बों में फंसे हुए हैं. इस बीच अग्निशमन सेवा कर्मी मौके पर पहुंचे और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया है. स्थानीय पुलिस अधिकारी सिराजुल इस्लाम का कहना है कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि बचाव अभियान जारी है. बताया गया है कि यह दुर्घटना शाम करीब 4 बजे हुई है. रेलवे की लापरवाही सामने आई है क्योंकि दोनों ट्रेने एक ही ट्रैक पर आ गईं, जिसकी वजह से हादसा हुआ है. बचावकर्मियों और स्थानीय लोगों ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया है और अबतक 12 लोगों के शव बरामद किए जा चुके हैं।

    बता दें कि बांग्लादेश में ट्रेन दुर्घटनाएं आम हो गई हैं. आए दिन कहीं न कही हादसे की जानकारी सामने आती रहती है. ये हादसे अक्सर खराब सिग्नलिंग, लापरवाही, पुरानी पटरियों या अन्य जर्जर बुनियादी ढांचे के कारण होती हैं।

  • SBI New Update: अगर आपका भी है SBI में खाता तो मिलेगी ये खास सुविधा, पढ़िए खबर

    SBI New Update: दोस्तों एसबीआई बैंक (SBI Bank) हमारे देश भारत के सबसे बड़े बैंकों में से एक है। सरकारी कर्मचारियों से लेकर देश के बड़े-बड़े बिजनेसमैन (Businessman) तक का अकाउंट आपको एसबीआई बैंक के अंदर देखने को मिल जाएगा। इसके पीछे का सबसे बड़ा कारण यह है कि एसबीआई अपने ग्राहकों के लिए समय-समय पर दमदार ऑफर्स लेकर आता रहता है। अब दीपावली से पहले एसबीआई ने अपने अकाउंट होल्डर्स (Account Holder’s) को बहुत ही बड़ी खुशखबरी दी है, जिसको सुनने के बाद अकाउंट होल्डर्स भी एक बार झूम उठेंगे।

    SBI New Update: SBI ने शुरू की डिजिटल सर्विस

    एसबीआई बैंक (SBI Bank) बहुत लंबे समय से अपने ग्राहकों के लिए डिजिटल सर्विस शुरू करने पर विचार कर रहा था। अब फाइनली इस बात पर मुहर लग चुकी है। डिजिटल सुविधा के माध्यम से अब वह लोग भी अपना अकाउंट ओपन करवा पाएंगे जो विदेशों में रह रहे हैं। यानी की एनआरई (NRE) है। वहीं एनआरओ (NRO) के लिए भी एसबीआई में बचत खाता खुलवाना संभव हो पाएगा।

    SBI New Update:क्या होता है NRE

    अब बहुत से लोगों के मन में प्रश्न आ रहा होगा कि आखिर NRE और NRO क्या है तो आपकी जानकारी के लिए बता दें की NRE का मतलब होता है “नोंन रेजिडेंट्स एक्सटर्नल” (Non-Resident External) । यह लोग विदेश में रहकर कमाई करते हैं लेकिन इन लोगों का भारत की बैंक में भी सेविंग अकाउंट होता है।

    SBI New Update:क्या होता है NRO

    इसके अलावा NRO का मतलब नॉन रेजिडेंट ऑर्डिनरी (Non-Resident Ordinary) होता है। यह लोग आमतौर पर भारत के ही निवासी होते हैं और इस खाते का इस्तेमाल मुख्य रूप से एनआरआई लोग अपने लेनदेन के लिए करते है। एसबीआई की तरफ से शुरू की गई इस डिजिटल सेवा के माध्यम से कब लोगों को बिना किसी समस्या के खाता खुलवाने में आसानी होगी।

    एसबीआई की इस लेटेस्ट अपडेट (Latest Update) का फायदा सबसे ज्यादा NRE लोगों को होने वाला है। यह लोग लंबे समय से एसबीआई से इस तरह की सर्विस शुरू करने की अपील कर रहे थे, जिसको फाइनली एसबीआई की तरफ से मंजूरी दे दी गई है।

  • Election 2023: विधानसभा चुनावों में खपाने के लिए लाए गए 47 लाख रुपये के पुराने नोट जब्त, आरोपी गिरफ्तार, पढ़े पूरी खबर…

    भोपाल। जैसे जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे है वैसे पुलिस प्रशासन एक्टिव हो गई है. वही विधानसभा चुनाव में पैसों के लेनदेन और परिवहन पर नजर रख रही ग्वालियर पुलिस को एक बड़ी सफलता हासिल हुई है, पुलिस ने चैकिंग के दौरान एक व्यक्ति से 47 लाख रुपये कीमत के 500, 1000 के पुराने नोट पकडे हैं, ये वो नोट हैं जो नोटबंदी के दौरान बंद हो गए थे, पुलिस को पूछताछ में पता चला है कि इन रुपयों का इस्तेमाल चुनावों में किया जाना था, पुलिस आरोपी से कड़ी पूछताछ कर रही है, पुलिस ने निर्वाचन आयोग और आयकर विभाग को इसकी जानकारी दे दी है।

    ग्वालियर पुलिस को बड़ी सफलता, 500, 1000 के पुराने नोट जब्त

    ग्वालियर पुलिस ने बीती रात नदी गेट पर चैकिंग के दौरान एक सराफा कारोबारी एक एक्टिवा स्कटर से 5 लाख कैश पकड़ा था सराफा कारोबारी अनुराग वर्मा इसके पेपर्स नहीं दिखा पाया तो पुलिस ने कैश जब्त कर लिया था लेकिन आज पुलिस ने नोटबंदी के दौरान 2016 में बंद हो चुके 500 और 1000 हजार रुपये के नोटों का जखीरा पकड़ा है।

     एसपी राजेश सिंह चंदेल ने कहा कि आरोपी से इन पुराने नोटों के बारे में पूछताछ की जा रही है कि वो कहाँ से लाया था और किसे देने जा रहा था, सम्भावना है विधानसभा चुनाव में इन नोटों को खपाने की कोई प्लानिंग हो, उन्होंने कहा कि आरोपी औ रकेश के बारे में निर्वाचन आयोग और आयकर विभाग को भी सूचित कर दिया गया है।

  • Aaj ka Panchang 24 October 2023: दशहरा पर हो रहा है रवि योग का निर्माण, पढ़ें दैनिक पंचांग और राहुकाल

     Aaj ka Panchang 24 October 2023: आज दशहरा है। यह पर्व हर वर्ष आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है। इस शुभ अवसर पर रवि योग का निर्माण हो रहा है। इस योग में भगवान श्रीराम की पूजा करने से साधक को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। आइए, आज के पंचांग से शुभ मुहूर्त, राहुकाल, दिशाशूल और पूजा के सही समय के बारे में सबकुछ जानते हैं-

    शुभ मुहूर्त

    पंचांग के अनुसार, आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि 24 अक्टूबर को दोपहर 03 बजकर 14 मिनट पर समाप्त होगी। विजय मुहूर्त दोपहर 01 बजकर 58 मिनट से लेकर 02 बजकर 43 मिनट तक है।

    रवि योग

    दशहरा पर रवि योग का निर्माण हो रहा है। इस योग का निर्माण सुबह 06 बजकर 27 मिनट से शुरू हो रहा है, जो दोपहर 03 बजकर 28 मिनट तक है। इसके पश्चात, संध्याकाल में 06 बजकर 38 मिनट से है, जो रात भर है।

    वृद्धि योग

    ज्योतिषियों की मानें तो दशहरा पर अत्यंत लाभकारी वृद्धि योग का निर्माण हो रहा है। इस शुभ योग का निर्माण दोपहर 03 बजकर 40 मिनट से हो रहा है, जो 25 अक्टूबर को दोपहर 12 बजकर 14 मिनट तक है।

    सूर्योदय और सूर्यास्त का समय

    सूर्योदय - सुबह 06 बजकर 27 मिनट पर

    सूर्यास्त - शाम 05 बजकर 43 मिनट पर

    पंचांग

    ब्रह्म मुहूर्त - 04 बजकर 45 मिनट से 05 बजकर 36 मिनट तक

    अभिजीत मुहूर्त - 11 बजकर 43 मिनट से 12 बजकर 28 मिनट तक

    गोधूलि मुहूर्त - शाम 05 बजकर 43 मिनट से 06 बजकर 09 मिनट तक

    निशिता मुहूर्त - रात्रि 11 बजकर 40 मिनट से 12 बजकर 31 मिनट तक

    अशुभ समय

    राहुकाल - दोपहर 02 बजकर 41 मिनट से 04 बजकर 19 मिनट तक

    गुलिक काल - दोपहर 12 बजकर 05 मिनट से दोपहर 01 बजकर 30 मिनट तक

    दिशा शूल - उत्तर

    ताराबल

    भरणी, रोहिणी, मृगशिरा, आर्द्रा, पुनर्वसु, आश्लेषा, पूर्वा फाल्गुनी, हस्त, चित्रा, स्वाति, विशाखा, ज्येष्ठा, पूर्वाषाढ़ा, श्रवण, धनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वाभाद्रपद, रेवती

    चन्द्रबल

    मेष, वृषभ, सिंह, कन्या, धनु, कुंभ

  • Rashifal 24 October 2023: राशिफल से जानिए, कैसा रहेगा सभी राशियों के लिए मंगलवार का दिन?

    Aaj ka Rashifal 24 October 2023: दैनिक राशिफल में आज हम बात करेंगे 24 अक्टूबर 2023, मंगलवार दिन की. राशिफल के अनुसार, आज का दिन सभी राशियों के लिए महत्वपूर्ण रहने वाला है. आज के दिन कुछ राशियों को भाग्य का भरपूर साथ मिल सकता है, वहीं कुछ राशियों को आज सतर्क रहने की आवश्यकता है. आज आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि 24 अक्टूबर दोपहर 03 बजकर 14 मिनट तक रहेगी और इसके बाद शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि शुरू हो जाएगी. आइए, एस्ट्रो गुरु पंडित शिरोमणि सचिन से जानें कि सभी राशियों के लिए कैसा रहेगा आज का दिन और क्या है आपके सितारों की चाल? राशिफल मून शाइन यानी कुंडली पर आधारित है.

    आज का राशि 24 अक्टूबर 2023, मंगलवार

    मेष राशि- मेष राशि के जातकों को आज के दिन जरूरी काम में देरी होगी. साथ वाहन दुर्घटना के भी योग हैं, इसलिए सावधान रहें. आज अपने भाग्य पर विश्वास रखें और हनुमानजी की पूजा-अर्चना करें. आज का शुभ रंग- गेरुआ

    वृशभ राशि- वृशभ राशि के जातकों का आज अपने प्रिय मित्र के मिलने का योग है. साथ दोपहर बाद समय उत्तम रहेगा और रिश्तों में मधुरता आएगी. आज के दिन चंदन के इत्र का दान करें. आज का शुभ रंग- हरा

    मिथुन राशि- मिथुन राशि के जातक आज के दिन नौकरी में लापरवाही ना करें. साथ ही घर आए मेहमान का सम्मान करें. आज पारिवारिक विवाद खत्म होंगे. सलाह दी जाती है कि हरी वस्तुओं का दान जरूर करें. आज का शुभ रंग- आसमानी

    कर्क राशि- कर्क राशि के जातकों आज मन परेशान रहेगा. आज के दिन दूसरों की मदद करें और बाहर के खान-पान से बचें, अन्यथा समस्या हो सकती है. आज के दिन भगवान शिव की उपासना करें. आज का शुभ रंग- सफेद

    सिंह राशि- सिंह राशि के जातक शाम तक अपना जरूरी कार्य निपटा लें. आज के दिन घर मे मांगलिक कार्यक्रम के योग बनेंगे. साथ ही आज के दिन किसी का मन ना दुखाएं. आज सूर्य और नारायण की उपासना करें. आज का शुभ रंग- लाल

    कन्या राशि- कन्या राशि के जातकों को शाम तक व्यापार में लाभ होगा. साथ ही उधार दिया पैसा वापस मिलेगा. आज के दिन जरूरतमंद लोगों को अन्न का दान करें और भगवान गणपति की उपासना करें. आज का शुभ रंग- कत्थई

    तुला राशि- तुला राशि के जातकों को आज उपहार मिलने का योग है. आज घर के बुजुर्गों की सलाह जरूर लें. साथ ही अपने वादे को निभाने की कोशिश करें. सलाह दी जाती है कि आज लक्ष्मी-नारायण की पूजा अर्चना करें. आज का शुभ रंग- गुलाबी

    वृश्चिक राशि- वृश्चिक राशि के जातकों को आज के दिन व्यापार में सफलता कम मिलेगी. साथ ही घर आए मेहमान से ना उलझें. आज घर की दक्षिण दिशा को साफ रखें और हनुमान जी की सुबह-शाम पूजा करें. आज का शुभ रंग- मरून

    धनु राशि- धनु राशि के जातकों के पारिवारिक कलह खत्म होंगे और रुके कार्य पूरे होने लगेंगे. सलाह दी जाती है कि आज किसी को भी धन उधार ना दें और विष्णु जी को पीला चंदन अर्पण करें. आज का शुभ रंग- नारंगी

    मकर राशि- मकर राशि के जातकों द्वारा सोचा गया कार्य पूरा होने में समय लगेगा. साथ ही आज रिश्तों की खटास खत्म होगी. आज के दिन बुजुर्ग महिला के चरण स्पर्श करें और मां दुर्गा के मंदिर जाएं व पूजा-पाठ करें. आज का शुभ रंग- सफेद

    कुंभ राशि- कुंभ राशि के जातक आज के दिन बड़े बुजुर्गों का आदर करें. बता दें कि शाम तक समय आपके लिए अनुकूल है. साथ ही व्यापार में फंसा हुआ धन निकलेगा. सलाह दी जाती है कि शाम के समय हनुमान जी की पूजा-अर्चना करें. आज का शुभ रंग- हरा

    मीन राशि- मीन राशि के जातक अपने घर से समय से पहले निकलें, अन्यथा महत्वपूर्ण कार्य में देरी हो सकती है. आज के दिन जरूरतमंद रिश्तेदार की मदद करें और अपनी वाणी पर नियंत्रण रखें. आज भगवान विष्णु की पूजा अर्चना करें. आज का शुभ रंग- लाल

  • कांग्रेस की तीसरी सूची जारी : बचे सातों प्रत्याशियों की की गई घोषणा
    तमाम अटकलें पर लगा विराम : कांग्रेस की तीसरी सूची जारी : रायपुर उत्तर विधानसभा से कुलदीप जुनेजा पर पर ही मोहर लगाते हुए घोषित किया प्रत्याशी बच्चे सातों विधानसभा में किस बनाया गया प्रत्याशी जानने के लिए देखें लिस्ट