National News
  • वीडियो: लोकसभा चुनाव में जूते की एंट्री, बीजेपी प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव पर दिल्ली में एक शख्स ने फेंका जूता

    नई दिल्लीः लोकसभा चुनाव में अलग-अलग पार्टियों द्वारा लगातार आरोप-प्रत्यारोप के बीच अब जूते की एंट्री हो गई है. गुरुवार को दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एक शख्स ने बीजेपी प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव पर सरेआम जूता फेंक दिया. यह घटना इतनी तेजी से घटी की जीवीएल नरसिम्हा राव को संभलने का भी मौका नहीं मिला. हालांकि जूता उनसे दूर जाकर गिरा. इस घटना के बाद हंगामा हो गया और जूता फेंकने वाले शख्स को पकड़ लिया गया.

  • कैंडिडा ऑरिस फंगस ने दी भारत में दस्तक, 90 दिनों में हो जाती है इस बीमारी से पीड़ित लोगों की मौत

    नई दिल्ली. दुनिया मेडिकल के क्षेत्र में जिस रफ्तार से आगे बढ़ रही है, उसी तरह विभिन्न प्रकार की बीमारियां भी अपने पैर पसार रही है. दरअसल, आजकल विश्व में एक ऐसा फंगस तेजी से फैलता जा रहा है जिसका अभी तक कोई इलाज नहीं है. इससे अधिक खतरनाक तो यह है कि संक्रमित लोगों की मौत के बाद भी नहीं खत्म होता है. इस फंगस का नाम कैडिडा ऑरिस बताया गया है, जो अगर लग जाए तो एक शरीर से दूसरे शरीर में भी काफी तेजी से फैलकर अपनी चपेट में ले लेता है.

    सबसे पहले एक बुजुर्ग व्यक्ति हुए थे कैंडिडा ऑरिस फंगस का शिकार
    मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कैंडिडा ऑरिस नामक यह वायरस सबसे पहले एक वृद्ध मरीज ब्रुकलिन में मिला था. माउंट सिनाई हॉस्पिटल फॉर ऐब्डॉमिनल में सर्जरी के दौरान डॉक्टर्स को मालूम हुआ कि बुजुर्ग व्यक्ति किसी तरह के एक फंगस पीड़ित है.डॉक्टर्स की मानें तो मरने के बाद भी शरीर नहीं छोड़ता यह फंगस
    जब डॉक्टर्स ने इसकी जांच शुरू तो सामने आया कि कैंडिडा ऑरिस एक जानलेवा फंगस है और मरने के बाद भी लोगों के शरीर से खत्म नहीं होता है. जिसके बाद डॉक्टर्स ने बुजुर्ग मरीज को इन्टेन्सिव केयर यूनिट (आईसीयू) में शिफ्ट कर दिया था. हालांकि सिर्फ एक नहीं, इसके बाद लगातार कई ऐसे केस सामने आए.रिपोर्ट्स की मानें तो अमेरिका और यूरोप के बाद धीरे-धीरे इस फंगस के लक्षण एशिया के भारत, पाकिस्तान और दक्षिम अफ्रीका के कुछ मरीजों में नजर आया है.

    90 दिनों की भीतर हो जाती है मौत
    कैंडिडा ऑरिस फंगस को लेकर डॉक्टर्स का कहना है कि इससे जुड़े जितने भी मामले सामने आए हैं, उनमें सिर्फ 90 दिनों भीतर ही मरीजों की मौत हो गई. डॉक्टरों का मानना है कि यह फंगस अधिकतर उन लोगों को अपना शिकार बनाता है जिनका इम्यून सिस्टम होता है. डॉक्टरों का कहना है कि अस्पताल में मौजूद लोगों, उपकरणों समेत दूसरी चीजों के आयात-निर्यात से भी यह तेजी से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक तेजी से फैलता जा रहा है.

  • EVM देखने जाना चाहता था बीजेपी सांसद, डीएम ने पोलिंग बूथ पर जाने से लगाई रोक

    उत्तर प्रदेश में हो रहे दूसरे चरण के मतदान में लगातार कई विवाद हो रहे हैं. बुलंदशहर से भारतीय जनता पार्टी के सांसद भोला सिंह को यहां एक पोलिंग बूथ पर जाने से रोक दिया गया. भोला सिंह जब बूथ पर पहुंचे तो ईवीएम के पास जाने लगे, लेकिन बाहर खड़े सुरक्षाकर्मी ने उन्हें अंदर जाने से रोक दिया और दोनों के बीच नोक झोंक हो गई. इसके बाद डीएम ने सांसद पर बड़ी कार्रवाई की है. भोला सिंह के किसी भी पोलिंग बूथ पर जाने से रोक लगा दी गई है.  

    पोलिंग बूथ पर सुरक्षाकर्मी से भिड़े थे

    सुरक्षाकर्मी ने जब भोला सिंह को रोका तो वह भड़क गए और उन्होंने सीधा डीएम को फोन लगा दिया. जिसके बाद डीएम ने सुरक्षाकर्मी से बात की और तब भोला सिंह को कमरे के अंदर जाने की इजाजत दी थी. फोन पर सुरक्षाकर्मी ने डीएम से साफ कहा कि भोला सिंह, अंदर कमरे में ईवीएम के पास जाने की बात कर रहे हैं. जब डीएम ने भोला सिंह को अंदर कमरे में जाने की परमिशन दी, तब सुरक्षाकर्मी ने उन्हें अंदर जाने दिया.आपको बता दें कि चुनाव आयोग के नियमों के मुताबिक, एक प्रत्याशी पोलिंग बूथ पर जांच करने के लिए जा सकता है कि क्या मतदान सही तरीके से हो रहा है या नहीं, लेकिन वह ईवीएम मशीन के पास नहीं जा सकता है. पोलिंग बूथ में बैठे अधिकारियों से मुलाकात करना ही प्रत्याशी के अधिकारों में है.

    बता दें कि बुलंदशहर पर इस बार सभी की नज़र है, यहां पिछले साल हुई हिंसा के कारण सुरक्षाकर्मियों की संख्या में बढ़ोतरी की गई है.

  • 25 साल पुरानी जेट एयरवेज की फ्लाइट्स बंद, हवाई किराए में दोगुने से ज्यादा की बढ़त

    नई दिल्ली: आर्थिक तंगी से गुजर रही जेट एयरवेज ने आखिरकार अपनी सभी उड़ानों को अस्थाई रूप से बंद करने का ऐलान कर दिया है. जेट एयरवेज की सभी उड़ानें कल रात से ही बंद हो गई हैं. जानकारी के मुताबिक जेट एयरवेज की आखिरी उड़ान कल  रात 10:30 बजे थी.  दरअसल जेट एयरवेज ने आपातकालीन स्तर पर 400 करोड़ रूपये मांगे थे जो उनके निवेशकों ने देने से मना कर दिया जिसके बाद जेट एयरवेज को ये फैसला लेना पड़ा.

    सूत्रों के मुताबिक जेट एयरवेज का बंद होना तय है और तबतक ये उड़ान सेवा शुरू नहीं होगी जबतक कोई कंपनी कर्ज में डूबी इस एयरलाइंस को खरीद ले. एयरलाइंस के लेनदारों ने चार कंपनियों को शॉटलिस्ट किया है जो जेट एयरवेज को खरीदना चाहते हैं जिनमे से एक एतियाद एयरलाइंस भी है. उम्मीद की जा रही है कि जेट एयरलाइंस को खरीदने के लिए बोली 10 मई तक पूरी कर ली जाएगी. 25 साल पुरानी जेट एयरवेज इस वक्त 8 हजार करोड़ रूपये के कर्ज से जूझ रही है. एयरलाइंस का कहना है कि उसे उड़ान सेवा इसलिए बंद करनी पड़ी क्योंकि देनदारों ने और पैसे देने से मना कर दिया.जेट एयरवेज के बंद होने से एविएशन सेक्टर में कोहराम मच गया है जिसका फायदा स्पाइस जेट, इंडिगो, गो एयर जैसी विमान कंपनियां उठा रही हैं. हवाई किराए में लगभग दोगुने से ज्यादा की बढ़ोतरी हो चुकी है. सस्ती उड़ान सेवा का वादा करने वाली कंपनियां अब प्राइस वार में कूद गई हैं, ऐसे में आने वाले दिनों में एविएशन सेक्टर के बड़े खिलाड़ी जेट एयरवेज के बाहर निकलने के बाद हवाई किराए में बेतहाशा बढ़ोतरी होने के आसार हैं.

    लगातार कर्ज में डूबती जा रही जेट एयरवेज के चेयरमैन नरेश गोयल और उनकी पत्नी ने निदेशक मंडल से इस्तीफा दे दिया था और तब से कंपनी के निवेशकों ने एक अंतरिम कमेटी बनाकर फ्लाइट ऑपरेशन जारी रखने का फैसला किया था.

  • लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए मतदान जारी, जानें किन राज्यों में डाले जा रहे हैं वोट

    लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए आज कई राज्यों में मतदान हो रहा है, दूसरे चरण में देश के 12 राज्यों की 95 लोकसभा सीटों पर मतदान जारी है। हालांकि पहले 13 राज्यों की 97 सीटों पर मतदान होना था लेकिन गड़बड़ियों की शिकायत के बाद त्रिपुरा और तमिलनाडु की एक-एक सीट पर चुनाव को टाल दिया गया है।

    सुबह 9 बजे तक कितना हुआ मतदान
    असम की 5 सीटों पर 10 फीसदी, जम्मू कश्मीर की 2 सीटों पर एक फीसदी, कर्नाटक की 14 सीटों पर 1.15 फीसदी, महाराष्ट्र की 10 सीटों पर 0.85 फीसदी, मणिपुर की एक सीट पर 1.7 फीसदी ओडिशा की 5 सीटों पर 2.15 फीसदी, तमिलनाडु की 38 सीटों पर 0.81 फीसदी, यूपी की 8 सीटों पर 4 फीसदी, पश्चिम बंगाल की 3 सीटों पर 0.55 फीसदी, छत्तीसगढ़ की 3 सीटों पर 7.75 फीसदी वोट डाले जा चुके हैं।


    इन राज्यों में डाले जा रहे हैं वोट
    तमिलनाडु:  तिरुवल्लुर, चेन्नै नॉर्थ, चेन्नै साउथ, चेन्नै सेंट्रल, श्रीपेरूम्बुदूर, कांचीपुरम, अराक्कोनम, कृष्णागिरी घर्मापुरी, तिरुवन्नामलाई, अरानी, बिलुपुरम, कल्लाकुरुची, सलेम, नामाक्कल, इरोड, तिरुप्पुर, नीलगिरि, कोयम्बटूर, पोल्लाची, डिंडीगुल, करूर, तिरूचिरापल्ली, पेरंबलूर, कुड्डालोर,चिदंबरम, मइलादुथुरई, नागापट्टिनम, थन्जावुर, शिवगंगा, मदुरई, थेनी, विरुधुनगर, रामानाथपुरम, थूथुक्कुडी, टेनकासी, तिरूनेलबेली, कन्याकुमारी

    असम: करीमगंज, सिलचर, स्वायत्तशासी ज़िले, मांगलडोई, नौगोंग.

    बिहार: किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, भागलपुर और बांका.

    छत्तीसगढ़: कांकेर, राजनांदगांव और महासमुंद.

    जम्मू-कश्मीर: श्रीनगर, ऊधमपुर.

    कर्नाटक: उदुपी-चिकमगलूर, हासन, दक्षिण कन्नड़, चित्रदुर्गा, तुमकुर, मांड्या, मैसूर, चामराजनगर, बेंगलुरु ग्रामीण, बेंगलुरु उत्तर, बेंगलुरु मध्य, बेंगलुरु
    दक्षिण, चिक्काबल्लापुर, कोलार.

    महाराष्ट्र: बुलढाणा, अकोला, अमरावती, हिंगोली, नांदेड़, परभणी, बीड़, उस्मानाबाद, लातूर, सोलापुर.

    मणिपुर: भीतरी मणिपुर.

    ओडिशा: बरगढ़, सुंदरगढ़, बोलांगीर, कंधमाल, अस्का.

    पश्चिम बंगाल: जलपाईगुड़ी, दार्जीलिंग, रायगंज.

    उत्तर प्रदेश: नगीना (सु.), अमरोहा, बुलंदशहर (सु.), अलीगढ़, हाथरस (सु.), मथुरा, आगरा (सु.) और फतेहपुर सीकरी.

  • कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने वायनाड के तिरुनेल्ली मंदिर में की पूजा, जानिए आखिर क्यों गांधी परिवार के लिए खास है ये जगह?

    वायनाड. लोकसभा चुनाव 2019 के दूसरे चरण का मतदान 18 अप्रैल को होगा. इस बीच कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्‍यक्ष राहुल गांधी बुधवार को केरल के वायनाड पहुंचे. यहां राहुल गांधी ने तिरुनेली मंदिर में पूजा की. तेरुनेल्ली मंदिर में पूजा अर्चना के बाद राहुल गांधी ने नदी के पास जाकर पूजा अर्चना की. इसी नदी में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की अस्थियां विसर्जित की गई थीं.

    यह भगवान विष्‍णु का मंदिर है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी इस दौरान धोती पहने हुए नजर आए. साथ ही उन्होंने अपनी शरीर के उपरी हिस्स पर पीले रंग का गमछा लपेट रखा था. देश में लोकसभा चुनाव 2019 की शुरुआत 11 अप्रैल से हो चुकी है. यह आम चुनाव 7 चरणों में होगा, जिसका परिणाम 23 मई को आएगा. इस लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर सियासी गलियारी में सरगर्मी तेज हो गई है.

     


    वायनाड में राहुल गांधी की मंदिर यात्रा पर कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि उन्होंने अपनी दादी, पिता, पूर्वजों और पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों लिए सभी अनुष्ठान किया.केसी वेणुगोपाल ने कहा कि पिछली बार भी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने यहां आने की इच्छा जताई थी, लेकिन सुरक्षा प्रतिबंधों के कारण वह ऐसा नहीं कर पाए. यहां वह स्थान है जहां पूर्व प्रधानमंत्री और उनके पिता राजीव गांधी की अस्थियां पापनाशिनी नदी में विसर्जित की गईं थी. यह मंदिर एक शताब्दी पुराना है. बता दें कि राहुल गांधी आज केरल के दौरे पर हैं, यहां वह राहुल वायनाड, कोझिकोड, वंदूर और पलक्कड में जनसभा को संबोधित करेंगे.

  • प्रियंका गांधी वाड्रा हैं एक चोर की पत्ऩी, यही हिंदुस्तान में उनकी पहचान- उमा भारती

    केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने मंगलवार को कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को चोर की पत्नी करार देते हुए राजनीतिक विवाद शुरू कर दिया है. प्रियंका गांधी वाड्रा द्वारा राष्ट्रीय लोकसभा चुनावों में प्रभाव के बारे में पूछे जाने पर भाजपा मंत्री उमा भारती ने कहा, कुछ नहीं. एक महिला जिसके पति पर चोरी का आरोप लगाया गया है. उसके बारे में लोगों की किस तरह की राय होगी. एक चोर की पत्नी है. यही हिंदुस्तान में उनकी पहचान है.

    दरअसल प्रियंका गांधी वाड्रा के पति रॉबर्ट वाड्रा से कई मामलों में पूछताछ की गई है, जिसमें मनी लॉन्ड्रिंग शामिल है. कुछ वर्षों में, भाजपा के कई नेता इस को लेकर प्रियंका गांधी वाड्रा पर निशाना साध चुके हैं. ये प्रियंका गांधी के सक्रिय होने के बाद से दोगुना हो गया क्योंकि पूर्वी उत्तर प्रदेश के पार्टी महासचिव के रूप में वो राजनीति में शामिल हो गई हैं.

    हालांकि इस तरह के हमलों के ज्यादातर शिकार प्रियंका गांधी के भाई और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी रहे हैं. फरवरी में जब रॉबर्ट वाड्रा को प्रवर्तन विभाग द्वारा पूछताछ के लिए बुलाया गया था तो भाजपा ने कांग्रेस पर तीखे हमले किए थे. भाजपा के वरिष्ठ नेता सांबित पात्रा ने ट्वीट किया था जिसमें लिखा था मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए रॉबर्ट वाड्रा को ईडी के सामने आत्मसमर्पण करने से ठीक पहले, दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय के बाहर उनकी पोस्टिंग के पोस्टर लगाए गए हैं! कांग्रेस निर्लज्जता से युवा जोश के नाम पर भ्रष्टाचार का प्रदर्शन कर रही है.

    प्रियंका गांधी को नेताओं ने राजनीति में ज्यादा अहमियत नहीं दी और कई नेताओं ने उन पर सेक्सिस्ट हमले शुरू किए. भाजपा के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय ने उन्हें चॉकलेटी चेहरा कहा था और बिहार के नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा था, एक चुनाव न तो कुश्ती मैच है, न ही सौंदर्य प्रतियोगिता और न ही यह किसी अन्य प्रकार की प्रतियोगिता है. यह दिखाते हुए कि उनके लिए यह परिवार पहले है प्रियंका गांधी ने पूछताछ के दौरान प्रवर्तन निदेशालय की पूछताछ में रॉबर्ट वाड्रा के साथ जाने का एक नियम सा बना लिया था. उन्होंने ये भी कहा था कि वो ऐसा सोचकर कर रही हैं.

  • पांच साल में दो करोड़ बढ़ी केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ की संपत्ति, लेकिन नहीं है खुद का घर

     गृहमंत्री राजनाथ सिंह लोकसभा 2019 चुनाव में लखनऊ सीट से दूसरी बार चुनावी रण में उतरे हैं. उन्होंने मंगलवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया, जिसमें उन्होंने पत्नी सहित संपत्ति 5 करोड़ रुपये बताई है. 2014 के लोकसभा चुनाव में राजनाथ सिंह ने पत्नी सहित अपनी संयुक्त संपत्ति 2.9 करोड़ रुपये बताई थी. उनकी संपत्ति में करीब 2 करोड़ रुपये का इजाफा हुआ है. 

    उनके पास खुद की कोई गाड़ी नहीं है लेकिन एक .32 बोर की रिवॉल्वर और दो बैरल वाली बंदूक है. राजनाथ और उनकी पत्नी के पास संयुक्त रूप से 800 ग्राम सोना है, जिसकी कीमत 26 लाख रुपये है. राजनाथ सिंह के पास 2 करोड़ रुपये की चल संपत्ति और 3 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति है. उनकी चंदौली जिले के 5 गांवों- भभुरा, जानीपुर, मुसाहिबपुर, बाघपुर और बहेलियापुर में कुल 5 हेक्टेयर्स जमीन है. उनके पास कोई कमर्शियल प्लॉट नहीं है.

    गोरखपुर यूनिवर्सिटी से साइंस में पोस्टग्रेजुएट करने वाले राजनाथ सिंह के पास लखनऊ के गोमतीनगर स्थित विपुल खंड में 272 स्क्वेयर मीटर का घर है. उन्होंने 1997 में यह घर 3.6 लाख रुपये में लिया था. उनके खिलाफ कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं है. एफिडेविट के मुताबिक उनकी साल 2017-18 में सालाना आय 19 लाख रुपये थी, जो साल 2016-17 की तुलना में 45 प्रतिशत ज्यादा है.

    2013-14 में गृहमंत्री बनने से पहले राजनाथ सिंह ने अपनी सालाना आय 10 लाख से ऊपर बताई थी. नामांकन पेपर्स दाखिल करने से पहले राजनाथ सिंह ने मीडिया से कहा,

    ”मैं कई राज्यों का दौरा कर रहा हूं और लोगों में पीएम मोदी के प्रति विश्वास बढ़ा है. हर कोई चाहता है कि मोदी फिर पीएम बनें.” 

    नामांकन दाखिल करने के दौरान उनके साथ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्रनाथ पांडेय, सांसद कलराज मिश्रा और उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा, पूर्व सांसद रामनारायण साहू मौजूद रहे. नामांकन से पहले राजनाथ सिंह ने बीजेपी स्टेट हेडक्वॉटर्स से कलेक्ट्रेट तक रोड शो किया. राजनाथ सिंह रथ पर सवार हुए. इस दौरान उनके साथ अन्य भाजपा नेता भी थे. 

    रोड शो में कार्यकर्ताओं के बीच जबरदस्त उत्साह था. उन्होंने राजनाथ, मोदी और अटल के नारे भी लगाए.

  • देशभर में धूमधाम से मनाई जा रही महावीर जयंती, पढ़े महावीर स्वामी के अनमोल वचन

    देशभर में महावीर जयंती पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाई जा रही है. महावीर जयंती जैन धर्म का सबसे बड़ा पर्व माना जाता है. सत्य और अहिंसा का मार्ग दिखाने वाले भगवान महावीर की जयंती का विशेष महत्व है. स्वामी महावीर जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर थे. हिंदू धर्म के पंचांग के मुताबिक महावीर ने चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को जन्म लिया था. महावीर को जैन धर्म का अंतिम तीर्थंकर माना जाता है. इसी वजह से महावीर को मतावलंबी भी कहा जाता है. भगवान महावीर सिर्फ जैन धर्म के लिए ही नहीं बल्कि अन्य धर्मों के लिए भी प्रेरणा स्रोत रहे. भगवान महावीर के अनमोल वचन आज भी प्रासंगिक हैं.

    भगवान महावीर ने हमेशा जियो और जीने देने का का संदेश दिया. उन्होंने अपने अनुयायियों को हमेशा अंहिसा, सत्य, अक्षत, ब्रह्मचार्य और स्वत्व-त्याग का पालन करने को कहा. भारत ही नहीं बल्कि दुनियाभर में मौजूद जैन धर्म को मानने वाले लोग महावीर जयंती को एक फेस्टिवल के रूप में सेलिब्रेट करते हैं. आइए हम आपको महावीर के कुछ अनमोल वचनों के बारे में बताते हैं.

    भगवान महावीर ने कहा कि मनुष्य के दुखी होनों की उसकी उसकी खुद की गलतियां हैं. जो व्यक्ति अपनी गलतियों पर काबू पा सकता है उसी मनुष्य को सच्चे सुख की प्राप्ति हो सकती है.

    भगवान महावीर का कहना था कि मनुष्य को कितनी भी आपात स्थितियां आ जाएं लेकिन अपने पथ से भटकना नहीं चाहिए उसे अपने पथ पर कर्तव्यनिष्ठ होकर डटे रहना चाहिए.

    स्वामी महावीर ने अपने अनमोल वचनों में कहा कि आत्मा अकेले आती और अकेले जाती है. उसका न तो कोई साथ देता और न ही उसका कोई साथी होता है. स्वामी महावीर के मुताबिक मनुष्य को खुद पर विजय प्राप्त करनी चाहिए. अपने ऊपर विजय प्राप्त करने का मतलब लाखों शत्रुओं पर जीत है.

    स्वामी महावीर ने अपने अनमोल वचनों में कहा कि अगर आपने किसी के से साथ परोपकार किया है तो उसे भूल जाओ. इसी तरह अगर किसी ने आपके साथ बुरा व्यवहार किया है तो उसे भी भूल जाओ.

    महावीर के अनुसार आपकी आत्मा से परे कोई भी शत्रु नहीं है. असली शत्रु आपके भीतर शत्रु, क्रोध, घमंड, लालच, आसक्ति और नफरत के रूप में रहते हैं जिन मनुष्य को विजय पाना चाहिए.

  • पूर्व सीएम एन डी तिवारी के बेटे रोहित की संदिग्ध परिस्थितियों में ह्रदय गति रूकने से मौत

    उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी के बेटे रोहित शेखर की मंगलवार को संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है. मौत की वजह दिल की गति रुकना बताई जा रही है. साकेत मैक्स के डॉक्टरों ने उन्हें शाम 5.50 बजे मृत घोषित कर दिया. साउथ दिल्ली के डीसीपी विजय कुमार ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि एनडी तिवारी के बेटे रोहित शेखर तिवारी को साकेत स्थित मैक्स हॉस्पिटल में लाया हुआ मृत घोषित किया गया. 

    रोहित शेखर दिल्ली की डिफेंस कॉलोनी में रहते थे. उनकी मां उज्जवला तिवारी और पत्नी उन्हें अस्पताल लेकर पहुंची थीं. पिछले साल 18 अक्टूबर को नारायण दत्त तिवारी का भी निधन हो गया था. इसी दिन उनका जन्मदिन भी था. रोहित शेखर से लंबी कानूनी लड़ाई के बाद एनडी तिवारी ने उन्हें अपना बेटा माना था. रोहित की शादी पिछले साल 11 मई को हुई थी और वह सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस कर रहे थे.  

    साल 2008 में रोहित शेखर ने मुकदमा दायर कर एनडी तिवारी को अपना जैविक पिता होने का दावा किया था.  इसके बाद कोर्ट ने तिवारी की डीएनए मैपिंग का आदेश दिया था. 27 जुलाई 2012 को दिल्ली हाई कोर्ट ने कहा कि इस विवाद को निपटाए जाने की जरूरत है. लिहाजा कोर्ट ने एनडी तिवारी की उस अपील को खारिज कर दिया, जिसमें डीएनए टेस्ट का रिजल्ट गोपनीय रखने की गुहार लगाई गई थी. 27 जुलाई 2012 को कोर्ट ने डीएनए टेस्ट का ऐलान करते हुए कहा कि एनडी तिवारी ही रोहित शेखर के जैविक पिता हैं और उज्जवला तिवारी उनकी जैविक मां हैं.

    इसके बाद मीडिया से गुजारिश करते हुए तिवारी ने कहा था, ‘मुझे अपनी तरह से अपनी जिंदगी जीने का हक है. किसी को मेरी निजी जिंदगी में झांकने का हक नहीं है.मेरी निजता का सम्मान करें. ” 3 मार्च 2014 को एनडी तिवारी ने कहा कि मैं रोहित शेखर को अपना बेटा मानता हूं. डीएनए टेस्ट से भी साबित हुआ है कि वह मेरा जैविक पुत्र है. 14 मई 2014 को तिवारी ने रोहित शेखर की मां उज्जवला तिवारी से लखनऊ में हुए एक समारोह में शादी की थी. 

  • ओडिशा के संबलपुर में गरजे पीएम मोदी, भाजपा सरकार बनने का किया दावा

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को ओडिशा के संबलपुर में चुनावी सभा को संबोधित किया. यहां प्रधानमंत्री के निशाने पर कांग्रेस पार्टी रही, साथ ही उन्होंने दिल्ली में एक बार फिर उनकी सरकार बनने का दावा किया. प्रधानमंत्री ने रैली में कहा कि पहले चरण की वोटिंग के बाद ओडिशा से जो संकेत आए हैं उससे साफ़ है कि दिल्ली में फिर एक बार मोदी सरकार और ओडिशा में भाजपा सरकार बनने जा रही है.

    उन्होंने कहा कि हमारे देश में सरकार के पास पैसे की कमी नहीं है. कमी रही है तो उस पैसे के सही इस्तेमाल की, पहले की सरकारों ने कभी इस पर ध्यान नहीं दिया कि जितने पैसे भेजे जा रहे हैं, वो आप तक पूरे पहुंचे ही नहीं.

    कांग्रेस पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी के इतने सालों तक ये भ्रष्टाचार चल रहा था लेकिन इसे कोई रोकने वाला नहीं था, अब आपके इस चौकीदार की सरकार ने ये व्यवस्था बनाई है कि सरकार अगर 100 पैसे भेजे, तो पूरे 100 पैसे देश के गरीबों पर खर्च हों.

    उन्होंने कहा कि आपने दिल्ली में एक मजबूर और भ्रष्ट सरकार भी देखी है, ये वो सरकार थी जो आपको मिलने वाली चीनी में घोटाला कर जाती थी. जो आपको मिलने वाले राशन में घोटाला कर जाती थी, जो किसानों को मिलने वाले यूरिया में घोटाला कर जाती थी.

    PM मोदी ने किसान सम्मान योजना को अपनी सरकार की बड़ी उपलब्धि बताया, साथ ही उन्होंने कहा कि अभी तक इस पर 2 हेक्टेयर तक की लिमिट थी लेकिन अब इसे हटाकर हर किसान को पैसा दिया जाएगा.

    प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार आने के बाद हर किसान के खाते में पैसे जाएंगे और कोई हाथ पंजा नहीं डाल पाएगा. हम इस बार मछुआरों की तरक्की के लिए अलग से मंत्रालय बनाएंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि इस बार वह पानी के सही इस्तेमाल के लिए अलग से जल शक्ति मंत्रालय भी बनाएंगे.

    पीएम के निशाने पर कांग्रेस के अलावा राज्य की बीजद सरकार भी रही, उन्होंने कहा कि केंद्र की तरफ से ओडिशा की मदद के लिए करोड़ों रुपये भेजे गए, लेकिन राज्य सरकार उनका सही इस्तेमाल नहीं कर रही है. उन्होंने कहा कि जो चावल चौकीदार की सरकार भेजती है, वह बीजद सरकार अपना बताकर लोगों को देती है.

    आपको बता दें कि इस बार भारतीय जनता पार्टी की नज़र ओडिशा पर है, यहां की 21 लोकसभा सीटों पर भाजपा ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतना चाहती है. बीजेपी इस बार ओडिशा में विधानसभा चुनाव जीतने पर भी जोर लगा रही है. ओडिशा की 21 लोकसभा सीटों में चार चरणों में मतदान हो रहा है.  

  • बीजेपी के समर्थन में आए रविंद्र जडेजा, टीम इंडिया में सलेक्ट होने के बाद किया बड़ा एलान

    वर्ल्ड कप टीम में चयन होने के कुछ घंटे बाद ही भारतीय क्रिकेट टीम के ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के समर्थन का ऐलान किया है. लोकसभा चुनाव के बीच किए गए इस ट्वीट में जडेजा ने बीजेपी का सिंबल भी शेयर किया है. साथ ही उन्होंने अपने ट्वीट में नरेंद्र मोदी को टैग करने के साथ अपनी पत्नी का हैशटैग इस्तेमाल किया है.

     

    I support BJP.@narendramodi #rivabajadeja jai hind ???????? pic.twitter.com/GXNz5o07yy

    — Ravindrasinh jadeja (@imjadeja) April 15, 2019


    रवींद्र जडेजा का पूरा परिवार हाल ही में सक्रिय राजनीति में आया है. उनकी पत्नी रिवाबा जडेजा ने बीते मार्च महीने में बीजेपी ज्वाइन की थी. रिवाबा के बाद अब रवींद्र जडेजा के पिता और बहन राजनीति में उतर गए हैं और उन्होंने बीजेपी के मुख्य विरोधी दल कांग्रेस का हाथ थाम लिया है.रवींद्र जडेजा के पिता अनिरुद्ध सिंह और नैना जडेजा ने बीते 14 अप्रैल को ही कांग्रेस ज्वाइन की है. दोनों ने जामनगर जिले के कालावाड़ में कांग्रेस की एक रैली के दौरान यह फैसला किया. जबकि पत्नी रिवाबा पहले ही बीजेपी में जा चुकी हैं. खबर ये भी था कि रिवाबा जडेजा ने जामनगर से चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की है, लेकिन जब टिकट घोषणा हुई तो मौजूदा सांसद पूनम माडम ने बाजी मार ली. लेकिन जजेडा परिवार आपस में बंट गया. रवींद्र जडेजा की पत्नी बीजेपी के साथ चली गईं, जबकि पिता व बहन ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया है. इस तरह रवींद्र जडेजा का परिवार बीजेपी और कांग्रेस दोनों के समर्थन में उतर गया.

     

    लेकिन इंग्लैंड में इसी साल होने जा रहे वर्ल्ड कप के लिए 15 अप्रैल को जब 15 खिलाड़ियों की टीम में रवींद्र जडेजा के नाम की घोषणा हुई तो उसके महज तीन घंटे के अंदर ही जडेजा ने साफ कर दिया कि परिवार के दो धड़ो में वो किसके साथ हैं. उन्होंने सोमवार शाम बाकायदा ट्वीट कर भारतीय जनता पार्टी और नरेंद्र मोदी के साथ ही अपनी पत्नी के समर्थन का ऐलान कर दिया. कहा जा रहा है कि जडेजा परिवार में राजनीतिक मतभेद हो गया था, जिसके बाद रवींद्र जडेजा ने अपनी स्थिति स्पष्ट की है. हालांकि, जडेजा के इस कदम की सोशल मीडिया पर काफी आलोचना भी हो रही है.

    बता दें कि गुजरात की सभी 26 लोकसभा सीटों पर तीसरे चरण के तहत 23 अप्रैल को मतदान होना है और उससे पहले रवींद्र जडेजा का यह ट्वीट नई बहस को जन्म दे सकता है.