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  • 18 अप्रैल को दूसरे चरण का चुनाव, 13 राज्यों की 97 सीटों पर डाले जाएंगे वोट

    लोकसभा चुनाव 2019 के पहले चरण की वोटिंग के बाद अब दूसरे चरण के लिए चुनावी प्रचार आखिरी दौर में है. दूसरे चरण में देश के 13 राज्यों की 97 सीटों पर 18 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे. जबकि नतीजे 23 मई को आएंगे. बीजेपी, कांग्रेस सहित तमाम राजनीतिक दलों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है.

    दूसरे चरण में असम की पांच, बिहार की पांच, छत्तीसगढ़ की तीन, जम्मू कश्मीर की दो, कर्नाटक की 14, महाराष्ट्र की 10, मणिपुर की एक, ओडिशा की पांच, तमिलनाडु की सभी 39, उत्तर प्रदेश की 8, पश्चिम बंगाल की तीन और पुदुच्चेरी-एक सीट पर 18 अप्रैल को मतदान होगा.

    छत्तीसगढ़- राजनांदगांव, महासमुंद और कांकेर लोकसभा सीट पर चुनाव है. 
      
    जम्मू- श्रीनगर और उधमपुर सीट पर मतदान होंगे.

    उत्तर प्रदेश- नगीना, अमरोहा, बुलंदशहर, अलीगढ़, हाथरस, मथुरा, आगरा और फतेहपुर सीकरी सीट पर वोट डाले जाएंगे.

    असम- करीमगंज, सिलचर, मंगलाडोई, ऑटोनॉमस डिस्ट्रिक्ट और नौगांव सीट पर वोटिंग होगी.

    बिहार- किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, भागलपुर की बांका संसदीय सीट पर वोट डाले जाएंगे.

    कर्नाटक- उदुपी-चिकमगलूर, हासन, दक्षिण कन्नड़, चित्रदुर्गा, तुमकुर, मांड्या, मैसूर, चामराजनगर, बेंगलुरु ग्रामीण, बेंगलुरु उत्तर, बेंगलुरु मध्य, बेंगलुरु दक्षिण, चिक्काबल्लापुर और कोलार लोकसभा सीट शामिल है.

    महाराष्ट्र- बुलढाना, अकोला, अमरावती, हिंगोली, नांदेड़, परभणी, बीड, उस्मानाबाद, लातूर और सोलापुर लोकसभा सीट पर वोटिंग होगी.

    मणिपुर - आंतरिक मणिपुर

    ओडिशा- बरगढ़, सुंदरगढ़, बोलांगीर, कंधमाल, अस्का

    तमिलनाडु - तिरुवल्लूर, चेन्नई नॉर्थ, चेन्नई साउथ, चेन्नई सेंट्रल, श्रीपेरंबदुर, कांचीपुरम, अराकोनम,वेल्लोर, कृष्णागिरी, धर्मपुरी, तिरुवन्नामलाई, अरानी, विलुपुरम, कल्लाकुरिची, सलेम, नमक्कल, इरोड, तिरुप्पुर, नीलगिरी, कोयम्बटूर,पोलाची, डिंडीगुल, करुर, तिरुचिरापल्ली, पेरांबलूर, कुडालोर, चिदंबरम, मायिलादुथराई, नागापट्टिनम, थंजावुर, शिवगंगा, मदुरई, थेनी, विरुधुनगर, रमनाथापुरम, थूथूकुडी, टेनकासी, तिरुनेलवेली, कन्याकुमारी

    त्रिपुरा- त्रिपुरा पश्चिम

    पुडुचेरी- पुडुचेरी

    पश्चिम बंगाल- जलपाईगुड़ी, दार्जिलिंग और रायगंज लोकसभा सीट पर वोटिंग होगी.

  • राजनीतिक पार्टियों को क्यों पड़ती है चुनावी बॉड की जरुरत?

    नई दिल्ली. नरेंद्र मोदी सरकार को सुप्रीम कोर्ट से शुक्रवार को बड़ी राहत मिली. कोर्ट ने चुनावी बॉन्ड पर रोक नहीं लगाई. कोर्ट ने सभी राजनीतिक दलों को आदेश दिया कि उन्हें एक सीलबंद लिफाफे में चुनावी बॉन्ड के जरिए मिले चंदे की जानकारी चुनाव आयोग को देनी होगी.

    अंतरिम आदेश में सुप्रीम कोर्ट ने सभी दलों से कहा कि वे चुनावी बॉन्ड्स के जरिए चंदा देने वाले लोगों, उनसे मिले चंदे, हर बॉन्ड पर मिली पेमेंट इत्यादि की जानकारी चुनाव आयोग को 30 मई तक दें. लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये चुनावी बॉन्ड या इलेक्टोरल बॉन्ड्स होते क्या हैं? आज आप आपको इसी से वाकिफ कराने जा रहे हैं.

    केंद्र सरकार ने 1000 रुपये, 10 हजार रुपये, 1 लाख रुपये, 10 लाख रुपये और 1 करोड़ रुपये के चुनावी बॉन्ड जारी किए हैं ताकि राजनीतिक दलों को साल 2018 में मिले चुनावी चंदे में पारदर्शिता लाई जा सके. इन बॉन्ड्स को भारतीय स्टेट बैंक की चुनिंदा शाखाओं से खरीदा जा सकता है.

    क्या होते हैं चुनावी बॉन्ड: ये ऐसे बॉन्ड होते हैं, जिन पर आम नोटों की तरह उसका मूल्य या वैल्यू लिखी होती है. इन बॉन्ड्स का इस्तेमाल व्यक्ति, संस्थान या ऑर्गनाइजेशन राजनीतिक पार्टियों को चंदा देने के लिए कर सकती हैं. मोदी सरकार ने साल 2017-18 के बजट में इलेक्टोरल बॉन्ड्स की घोषणा की थी. जनवरी 2018 में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने लोकसभा में चुनावी बॉन्ड के बारे में गाइडलाइंस जारी की थीं.

    1. भारत का कोई भी नागरिक, संस्थान या कंपनी राजनीतिक पार्टियों को चंदा देने के लिए चुनावी बॉन्ड खरीद सकती हैं.
    2. रिप्रेजेंटेशन ऑफ द पीपुल्स एक्ट 1951के तहत रजिस्टर्ड जिन पार्टियों को हालिया लोकसभा चुनावों में 1 प्रतिशत वोट मिला है, वे चुनावी बॉन्ड के तहत फंड पाने की हकदार हैं.
    3. चंदा देने वाले हर शख्स को बैंक को अपनी केवाईसी जानकारी देनी होगी.
    4. चुनावी बॉन्ड खरीदने वाले शख्स की जानकारी बैंक निजी रखेंगे.
    5. खरीद की तारीख से लेकर 15 दिनों तक चुनावी बॉन्ड वैध रहेंगे.
    6. भारतीय स्टेट बैंक की चुनिंदा शाखाओं से ही चुनावी बॉन्ड खरीदे जा सकते हैं.
    7.  चुनावी बॉन्ड खरीदने वालों की पूरी जानकारी बैंक के पास होगी.
    8. हर तिमाही की शुरुआत के 10 दिनों में बॉन्ड खरीदने के लिए उपलब्ध रहेंगे. लोकसभा चुनाव के साल में 30 दिन अतिरिक्त दिए जाएंगे.
    9. बॉन्ड्स हर साल जनवरी, अप्रैल, जुलाई और अक्टूबर में खरीदे जा सकते हैं.
    10. राजनीतिक पार्टियों को चुनाव आयोग को यह बताना होगा कि उन्हें चुनावी बॉन्ड्स से कितना पैसा मिला.
  • चुनावी बॉड पर रोक से सुप्रीम कोर्ट का इंकार, केंद्र सरकार को राहत

    नई दिल्ली. चुनावी बॉन्ड को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई. सुप्रीम कोर्ट ने अभी इस पर अंतरिम आदेश जारी किया है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा चुनावी बॉन्ड को लेकर विस्तृत सुनवाई की जरूरत है. इस आदेश के बाद सुप्रीम कोर्ट से केंद्र सरकार को राहत मिली है. दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में कहा है कि चुनावी बॉन्ड पर कोई रोक नहीं है. हालांकि इसकी जानकारी चुनाव आयोग से साझा करनी होगी इस बाबत सरकार को राहत नहीं दी गई है.

    सुप्रीम कोर्ट ने सभी राजनीतिक पार्टी को कहा कि बॉन्ड के जरिये मिली रकम की जानकारी सील कवर में चुनाव आयोग के साथ साझा करें. सभी राजनीतिक पार्टियों को चुनावी बॉन्ड से 15 मई तक मिली रकम की जानकारी 30 मई तक देनी होगी. वहीं सुप्रीम कोर्ट ने वित्त मंत्रालय को कहा कि वो अपने नोटिफिकेशन को बदले जिसमें बॉन्ड को खरीदने के लिए अप्रैल में पांच और मई में पांच अतिरिक्त दिन दिए गए थे.

    बता दें कि नरेंद्र मोदी सरकार ने साल 2017 के बजट में इलेक्टोरल यानी चुनावी बॉन्ड की घोषणा की थी. सरकार ने इसकी व्याख्या चुनाव चंदे में सुधार के तरीके के रूप में की थी. इसमें कहा गया था कि यदि लोग किसी राजनीतिक दल को डोनेशन या चंदा देना चाहते हैं तो आप इलेक्टोरल बॉन्ड का चेक या डिजिटल ट्रांजैक्शन से भुगतान कर सकते हैं.

     

     

    Supreme Court asks all political parties who have received donations through Electoral Bonds to submit in sealed cover to the Election Commission details of donations received. pic.twitter.com/cQkKsKntVY

    — ANI (@ANI) April 12, 2019

     

    सरकार ने इलेक्टोरल बॉन्ड देने वालों की पहचान को सार्वजनिक नहीं करने पर जोर दिया था. साथ ही ये भी कहा था कि चुनावी चंदा पाने वाली पार्टियों को भी पता नहीं चलेगा कि किसने चंदा दिया. इसके बाद एक एनजीओ ने अपनी याचिका में इस स्कीम की वैधता को चुनौती देते हुए कहा कि इस स्कीम पर रोक लगाई जानी चाहिए या फिर इसके तहत डोनर्स के नामों को सार्वजनिक किया जाना चाहिए. वहीं, चुनाव आयोग ने कहा था कि वह इस तरह की फंडिंग के खिलाफ नहीं है, लेकिन चंदा देने वाले शख्स की पहचान अज्ञात न रहे.

  • क्या कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को कोई बनाना चाहता था निशाना?

    कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की सुरक्षा को लेकर एक बड़ी चूक उजागर हुई है. कांग्रेस ने राहुल की सुरक्षा के बाबत गृहमंत्री राजनाथ सिंह को एक चिट्ठी लिखी है. इसमें कहा गया है कि कल अमेठी में नामांकन के दौरान राहुल गांधी के चेहरे पर लेजर लाइट दिखी थी.

    चिट्ठी में कांग्रेस ने लिखा कि राहुल गांधी एसपीजी प्रोटेक्टेड हैं. कल राहुल गांधी नामांकन पत्र भरने के बाद जिस समय मीडिया से मुखातिब हो रहे थे, उसी समय उनके चेहरे पर एक हरे रंग की लेजर लाइट देखी गई. राहुल के चेहरे पर सात बार लाइट देखी गई.

    कांग्रेस ने राहुल की दादी इंदिरा गांधी और पिता राजीव गांधी की हत्या का जिक्र करते हुए गृहमंत्री को सुरक्षा में लापरवाही को लेकर ये चिट्ठी लिखी है. आपको बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बड़े रोड शो के बाद अमेठी में नामांकन किया था. इस दौरान प्रियंका गांधी वाड्रा, रॉबर्ट वाड्रा भी मौजूद थे.

     

    गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने इस शिकायत पर बयान दिया है कि उन्हें अभी तक किसी तरह की आधिकारिक शिकायत नहीं मिली है. हालांकि, उनकी तरफ से एसपीजी के डायरेक्टर को इस मामले की जांच करने को कह दिया गया है.

     

    वहीं, SPG की तरफ से कहा गया है कि उन्होंने वीडियो क्लिप को देखा है, जिसमें एक ग्रीन लाइट राहुल के चेहरे पर दिख रही है. वह कांग्रेस के ही फोटोग्राफर की लाइट है. इस बात की जानकारी राहुल गांधी के स्टाफ को भी दी जा चुकी है.

  • लखनऊ एक्सप्रेस वे पर ह्दयविदारक सड़क हादसा, चलते ट्रक में घुसी कार, 8 लोगों की मौत

    लखनऊ एक्सप्रेस वे पर फतेहाबाद क्षेत्र में लखनऊ की तरफ से आ रही एक कार आगे चल रहे ट्रक में अचानक जा घुसी । जबरदस्त टक्कर के बाद ट्रक और कार के टायर फट गए और कार ट्रक के नीचे फंसी रह गई ।मौके पर पहुंची पुलिस ने कार में फंसे 8 लोगों को बाहर निकाला, जिनमें से 6 की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि दो ने अस्पताल पहुंचने से पहले दम तोड़ दिया।मृतकों  में सात जौनपुर और एक आजमगढ़ का रहने वाला है।

    जौनपुर के बदलापुर में देव रायपुर निवासी सदाफल यादव पुत्र राम सिंह यादव अर्टिगा कार से अपने साथियों को लेकर आगरा अंबेडकर विश्वविद्यालय की खंदारी केंपस में टीचर के लिए इंटरव्यू देने आ रहे थे । घर से वे रात 10:00 बजे निकले थे। सुबह 8:30 बजे आगरा लखनऊ एक्सप्रेसवे के किलोमीटर नंबर 37. 2 पर पहुंचते ही कार अनियंत्रित होकर सामने चल रहे ट्रक में जा घुसी ।जोरदार टक्कर में टक्कर के बाद कार ट्रक के नीचे फसी रह गई और बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। कार और ट्रक के टायर फट गए। पुलिस और स्थानीय लोगों ने मौके पर पहुंचकर कार में फंसे लोगों को खिड़कियां तोड़कर बाहर निकाला। तब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी थी। 2 लोगों की सांसें चल रही थी इनको पुलिस ने हॉस्पिटल पहुंचाया, लेकिन वहां पहुंचने से पहले इनकी सांस भी थम गई गाड़ी में मिले पहचान पत्रों के आधार पर सभी मृतकों की शिनाख्त हो गई।

    मृतकों के नाम 
    सदाफल यादव पुत्र राम सिंह यादव निवासी देव रायपुर बदलापुर जौनपुर, कमलेश यादव पुत्र संवाद लाल यादव निवासी ओइया पूराइन जौनपुर, कमलेश कुमार पांडे पुत्र बाबूराम पांडे निवासी मकान नंबर 34 बाग बहार थाना पवई आजमगढ़, अखिलेश यादव पुत्र तुलसी प्रसाद यादव ने घाटी जौनपुर, राजेश यादव पुत्र संतोष यादव चिद्दी पुर थाना सराय ख्वाजा जौनपुर, राकेश पुत्र उमाशंकर निवासी ओइया पुराइना  जौनपुर, नागेश यादव निवासी चिद्दी पुर जौनपुर, अनिल कुमार पुत्र राम अवध (अभी पता नहीं मिला)

  • सांसद के जगह जगह जनता से माफ़ी मांगते और विरोध के वीडियो वायरल -
    कहते हैं की हमारा वर्तमान ही हमारा भविष्य तय करता है। ये बात अलीगढ के सांसद पर बिलकुल सटीक बैठती है। हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्यों कि यदि अलीगढ के सांसद सतीश गौतम ने सांसद रहते अगर लोगों की समस्याओं को सुना होता तो आज उनको अपने चुनावी प्रचार में जगह जगह लोगों से माफ़ी मांगना नहीं पड़ता। सांसद द्वारा अपने चुनाव प्रचार में जगह जगह लोगों से अपनी नाकामी के लिए माफ़ी मांगते हुए वीडियो वायरल हो रहे हैं। सांसद जी खुद भी अपने लिए वोट मांगने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जिताने की लोगों से अपील कर रहे हैं। यानि इस बार भी 2014 की तरह सांसद  जी को मोदी के नाम से ही नैय्या पार लगने की उम्मीद है। कुछ जगहों पर तो सांसद महोदय का गाँव में घुसते ही विरोध शुरू हो गया और उनको वापस गाडी में बैठ कर भागना पड़ा।
     
     
              अलीगढ में 18 अप्रैल को मतदान है  और सभी प्रत्याशी जनता को लुभाने के लिए अपना पूरा दम लगा रहे हैं। अलीगढ के बीजेपी सांसद सतीश गौतम के सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो वायरल हो रहे हैं जिसमे वो प्रधानमंत्री मोदी को जिताने की अपील कर रहे हैं और  जनता से माफ़ी भी मांग रहे हैं।  अब सांसद जी माफ़ी क्यों मांग रहे हैं इसका सीधा सीधा कारण है कि सांसद महोदय द्वारा अपने क्षेत्र में विकास कार्य नहीं कराया गया है और ये बात उनको भी मालूम है। सांसद जी अपनी भलाई इसी में समझ रहे हैं की जनता बेवकूफ है इसलिए उस से माफ़ी मांग लो वो सब कुछ भूल जायेगी। 
     

            हरदुआगंज थाना क्षेत्र के उखलाना बड़ेगांव में तो भाजपा प्रत्याशी सतीश गौतम का जबरदस्त विरोध हुआ।  वह जिस रफ्तार से आए उसी रफ्तार से उल्टे पाँव उनको लौटना पड़ा।  जिन लोगों ने सांसद का विरोध किया उनका कहना है कि सांसद जी ने गाँव में कोई विकास का काम नहीं किया ,इसलिए हमने उनका विरोध किया।  अब वो किसी से गाँव में कह कर गए हैं की चुनाव के बाद इन लोगों को में देखूंगा। 

    अलीगढ निवासी मो. कामरान का कहना है कि यदि सांसद सतीश गौतम ने क्षेत्र में विकास कार्य किये होते तो आज उनको माफ़ी मांगने की जरुरत नहीं पड़ती। प्रधानमंत्री जी ने अलीगढ  सिटी में लाने की सौगात दी लेकिन धरातल पर कुछ नहीं हुआ। 
  • प्रियंका गांधी ने बच्चों रेहान और मिराया के संग ली सेल्फी, फोटो सोशल मीडिया में वायरल

    कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को अपनी पारंपरिक सीट अमेठी से नामांकन कर दिया है. राहुल के साथ इस दौरान उनका पूरा परिवार मौजूद रहा. नामांकन के बाद एक ऐसी तस्वीर सामने आई, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई. इस तस्वीर में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा अपने बच्चों के साथ सेल्फी लेतीं हुईं नज़र आ रही हैं.

     

     

    Smt @priyankagandhi shares a light moment with her children. pic.twitter.com/wKhfkdcOVu

    — Congress (@INCIndia) April 10, 2019

    कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से दो फोटो शेयर की हैं. इनमें प्रियंका अपने बेटे रेहान और बेटी मिराया के साथ सेल्फी ले रही हैं. कांग्रेस ने कैप्शन लिखा, ‘अपने बच्चों के साथ प्रियंका गांधी वाड्रा’.

    प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी इस ट्वीट को रिट्वीट किया है और लिखा है कि ये तस्वीर उससे भी अच्छी है जो सेल्फी मैंने अपने फोन में ली है.

     

    This one is a lot better than the selfie I was trying to take! https://t.co/LCAOAsUcla

    — Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) April 10, 2019

     

    बता दें कि रोड शो के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, प्रियंका के पति रॉबर्ट वाड्रा, बेटे रेहान, बेटी मिराया मौजूद थे. यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी रोड शो में तो मौजूद नहीं थीं, लेकिन वह बाद में नामांकन के वक्त साथ रहीं.

    प्रियंका ने एक और ट्वीट करते हुए लिखा कि कुछ रिश्ते दिल के होते हैं, आज भाई के नामांकन के लिए पूरा परिवार मौजूद था. मेरे पिता की यह कर्मभूमि थी, हमारे लिए पवित्र भूमि है.


    आपको बता दें कि रेहान, मिराया इससे पहले भी कई बार सार्वजनिक कार्यक्रमों में हिस्सा ले चुके हैं. लेकिन इस तरह किसी बड़े राजनीतिक कार्यक्रम में पहली बार ही वह देश की जनता के सामने आए हैं. यही कारण रहा कि सोशल मीडिया पर भी दोनों को लेकर एक बज़ दिख रहा है.

    राहुल गांधी अमेठी से तीन बार चुनाव जीत चुके हैं और ये चौथी बार है जब वह यहां से किस्मत आजमा रहे हैं. 2004, 2009 और 2014 में वह जीत की हैट्रिक लगा चुके हैं. इस बार फिर उनका मुकाबला केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता स्मृति ईरानी से है. स्मृति ईरानी गुरुवार को अमेठी से नामांकन दाखिल करेंगी.

    राहुल गांधी से पहले अमेठी से गांधी परिवार के कई सदस्य सांसद रह चुके हैं. जिनमें संजय गांधी, राजीव गांधी और सोनिया गांधी का नाम शामिल है.

  • बीजेपी ने जारी किया अपना घोषणा पत्र संकल्पित भारत नाम से राष्ट्र निर्माण का लिया संकल्प

    नई दिल्ली:- लोकसभा चुनाव 2019 के लिए बीजेपी ने मेनिफेस्टो जारी कर दिया है. जिसे संकल्प पत्र का नाम दिया गया है. बीजेपी ने अपने संकल्प पत्र (मेनिफेस्टो) में कुल 75 संकल्प लिए हैं. इन सभी संकल्पों को आजादी के 75 साल पूरे होने पर 2022 तक पूरा करने का वादा किया गया है. राष्ट्रीय सुरक्षा और आतंकवाद के साथ-साथ राम मंदिर निर्माण का भी जिक्र किया गया है.

    केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह राजनाथ सिंह ने कहा कि राम मंदिर को लेकर सभी तरह की संभावनाएं तलाशी जाएंगी और सौहार्दपूर्ण माहौल में जल्द राम मंदिर का निर्माण किया जाएगा. साथ ही कहा कि देश की सुरक्षा के साथ हमारी सरकार किसी भी सूरत में समझौता नहीं करेगी. सुरक्षा बलों को आतंकवादियों का सामना करने के लिए फ्री हैंड नीति जारी रहेगी

    1-मंदिर पर संकल्प
    बीजेपी के संकल्प पत्र में बीजेपी ने राम मंदिर पर अपने रुख को दोहराया है। घोषणापत्र में कहा गया है कि मंदिर के जल्द निर्माण के लिए संविधान के दायरे में सभी संभावनाओं को तलाशा जाएगा।

    2- जम्मू-कश्मीर में धारा 35A और 370 पर वादा
    घोषणापत्र में कहा गया है कि पार्टी जम्मू-कश्मीर से धारा 35A हटाने की कोशिश करेगी। घोषणा पत्र में धारा 35 A को जम्मू-कश्मीर के गैर स्थाई निवासियों और महिलाओं के लिए भेदभावपूर्ण बताया गया है। इसके साथ ही धारा 370 पर भी दृष्टिकोण को दोहराया गया है।

    3-छोटे किसानों के लिए पेंशन
    सभी किसानों को 6 हजार रुपये का लाभ मिलेगा। सभी छोटे और सीमांत किसानों को 60 साल के बाद पेंशन की सुविधा देंगे। हम देश में सभी सीमांत और छोटे किसानों के लिए पेंशन की योजना आरंभ करेंगे ताकि 60 वर्ष के बाद भी उनकी सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का संकल्प। ब्याजमुक्त किसान क्रेडिट कार्ड की सुविधा- एक से 5 वर्ष तक के लिए शून्य प्रतिशत ब्याज पर एक लाख रुपये तक के नए अल्पावधि कृषि ऋण मूल राशि के समय पर भुगतान की शर्त भी प्रदान करेंगे।

    4-छोटे दुकानदारों के लिए पेंशन
    देश के छोटे दुकानदारों को 60 साल के बाद पेंशन की सुविधा उपलब्ध कराएंगे। पीएम मोदी ने कहा, गांव, गरीब और किसानों पर हमारा फोकस।

    5- राष्ट्र सुरक्षा पर वादा
    राष्ट्रवाद के प्रति हमारी पूरी प्रतिबद्धता है। आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति है। जबतक आतंकवाद समाप्त नहीं होगा यह जीरो टॉलरेंस रहेगा। यूनिफॉर्म सिविल कोर्ड को लागू करेंगे। भारत में घुसपैठ को रोकने की कोशिश करेंगे।

    6- एक साथ चुनाव का भी संकल्प
    बीजेपी ने अपने घोषणापत्र में देश में एक साथ चुनाव के विचार को फिर दोहराया है। पार्टी ने कहा है कि वह इस मुद्दे पर पार्टियों के साथ बातचीत कर अपनी कोशिश जारी रखेगी।

    7-प्रत्येक परिवार के लिए पक्का मकान
    प्रत्येक परिवार के लिए पक्का मकान। अधिक से अधिक ग्रामीण परिवारों को एलपीजी गैस सिलिंडर। पीएम ने कहा 2047 का भारत बनाने के लिए हमें आज से ही काम करना होगा।

    8-आयुष्मान भारत
    आयुष्मान भारत के 1.5 लाख हेल्थ और वेयरनेस सेंटर खोले जाएंगे। पीएम ने कहा कि आज के युवा ही देश का भविष्य तय करेंगे। आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए हम आज एक बेहतर देश बनाने के सपने को लेकर चल रहे हैं।

    9-समान नागरिक संहिता
    बीजेपी ने घोषणापत्र में समान नागरिक संहिता को शामिल कर इसे लैंगिक समानता से जोड़ा है। पार्टी के मुताबिक, ‘पार्टी सर्वश्रेष्ठ परंपराओं से प्रेरित समान नागरिक संहिता बनाने के लिए कटिबद्ध है।’

    10-
    सिटीजनशिप अमेंडमेंट बिल को संसद के दोनों सदनों से पास कराएंगे और लागू करेंगे। किसी राज्य की सांस्कृतिक और भाषाई पहचान पर आंच नहीं आने देंगे।

    घोषणापत्र पर राजनाथ सिंह:

    • भाजपा के संकल्प पत्र में 75 वादे
    • 2022 तक सभी वादे पूरा करने का एलान
    • 12 कमेटियों ने संकल्प पत्र पूरा करने में अहम भूमिका निभाई
    • देश के सभी क्षेत्रों और समुदायों से चर्चा करने के बाद बनाया संकल्प पत्र
    • आतंकवाद पर जीरो टॉलरेंस की नीति
    • राष्ट्रवाद के प्रति हमारी प्रतिबद्धता
    • नागरिक संशोधन विधेयक पास कराएंगे
    • राम मंदिर पर सभी विकल्प तलाशेंगे
    • किसान क्रेडिट कार्ड पर एक लाख रुपये तक के लोन पर शून्य फीसदी ब्याज दर
    • एक साल तक के कृषि लोन पर 5 साल तक ब्याज नहीं
    • देश के सभी किसानों को 6000 सालाना मिलेगा
    • 60 साल की उम्र के बाद देश के किसानों को पेंशन सुविधा
    • 60 साल की उम्र के बाद देश के छोटे दुकानदारों को भी पेंशन सुविधा
    • राष्ट्रीय व्यापार आयोग का करेंगे गठन
    • भारत के अंदर क्षेत्रीय असंतुलन को दूर करेंगे
    • उत्कृष्ट इंजीनियरिंग कॉलेजों में सीटें बढ़ाएंगे
    • सभी जमीन रिकॉर्ड डिजिटल किए जाएंगे
    • सभी घरों में स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था
    • सभी गरीब परिवारों को एलपीजी कनेक्शन
    • नेशनल हाईवे दोगुना करेंगे
    • 75 नए मेडिकल कॉलेज खोले जाएंगे
    • 2022 तक सभी रेलवे लाइन का विद्युतीकरण
    • 2022 तक रेल पटरियों को ब्रॉड गेज में बदला जाएगा
    • हर व्यक्ति को पांच किलोमीटर के भीतर बैंकिंग मिले
    • लघु, सूक्ष्म और मध्यम उद्योगों के लिए एकल खिड़की व्यवस्था
    • आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों का संग्रहालय
    • तीन तलाक के खिलाफ कानून बनाएंगे
  •  ‘आप’ के साथ गठबंधन पर कोई बातचीत नहीं हो रही, कांग्रेस जल्द करेगी दोनो राज्यों के प्रत्याशियों की घोषणा

    नई दिल्ली :-  लोकसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी (आप) से गठबंधन की खबरों पर कांग्रेस का बड़ा बयान सामने आया है. कांग्रेस ने रविवार को कहा कि हरियाणा और पंजाब में ‘आप’ या किसी दूसरी पार्टी के साथ गठबंधन के लिए उसकी कोई बातचीत नहीं चल रही है. साथ ही कांग्रेस ने कहा कि वह इन दोनों राज्यों के लिए प्रत्याशियों की घोषणा जल्द करेगी.

    ‘आप’ से गठबंधन पर अभी निर्णय नहीं

    कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि पार्टी दिल्ली में ‘आप’ के साथ गठबंधन को लेकर अभी किसी निर्णय पर नहीं पहुंची है. शनिवार को ‘आप’ के एक नेता ने कहा कि पार्टी दिल्ली में कांग्रेस के साथ गठबंधन तभी करेगी यदि राहुल गांधी की पार्टी हरियाणा और चंडीगढ़ में भी साथ मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ने को तैयार हो.

    ‘अब होगा न्याय’ कांग्रेस का अभियान

    सुरजेवाला एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोल रहे थे, जिसमें कांग्रेस ने 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए अपना अभियान ‘अब होगा न्याय’ सामने रखा. उन्होंने कहा, ‘आप सहित किसी भी पार्टी के साथ हरियाणा या पंजाब में गठबंधन पर कोई बातचीत नहीं हो रही है. हम (दोनों राज्यों के लिए) अपने उम्मीदवारों की घोषणा जल्द करेंगे.’ उन्होंने कहा, ‘पार्टी दिल्ली में आप के साथ गठबंधन के बारे में अभी किसी निर्णय नहीं पहुंची है.’ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को इस मुद्दे पर दिल्ली से अपनी पार्टी के नेताओं के साथ चर्चा की.

    राहुल गांधी के आवास पर हुई इस बैठक में दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव और पार्टी की राष्ट्रीय राजधानी इकाई के प्रभारी पी सी चाको और कुछ अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे.

    गठबंधन के लिए ‘आप’ की शर्त

    गठबंधन के लिए एक और पूर्व शर्त के तौर पर ‘आप’ ने कांग्रेस से कहा है कि वह दिल्ली के वास्ते पूर्ण राज्य के लिए अपने समर्थन की घोषणा करे. ‘आप’ ने कांग्रेस को कथित रूप से कहा है कि वह चंडीगढ़ में उसे समर्थन करेगी यदि उसे

  • नेताम की अब प्रियंका-राहुल को चुनौती कहीं से भी वीडियो लाये एक करोड़ ले जायें

    भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति अध्यक्ष व राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम ने कहा कि भूपेश बघेल के फेल होने के बाद अब यह चैलेंज राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को है कि वह वीडियो देश के किसी कोने से भी ले आए उन्हें एक करोड़ रुपए भारतीय जनता पार्टी छत्तीसगढ़ अपने कार्यकर्ताओं से चंदा कर श्री राहुल या प्रियंका वाड्रा जी को देगी। उन्होंने कहा कि कल फतेहपुर उत्तरप्रदेश में राकेश सचान की रैली में प्रियंका 15 लाख के वादे के बारे में पूछ रही थीं । क्यों इतना झूठ बोल रहे हैं यह लोग? केवल इसलिए कि नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री ना बन पाएं। पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारतीय राजनीति में पारदर्शिता और दृढ़ राजनीतिक इच्छाशक्ति के चलते हर भारतवासी के विश्वास के केंद्र में हैं। नरेंद्र मोदी जी को रोकने की तमाम कोशिशें मोदी जी व भाजपा कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ने की और ताकत देगी। नरेन्द्र मोदी करोड़ों के देशवासियों के दिल में रहते हैं चाहे वह अमीर हो, गरीब हो, मजदूर हो, छात्र हो, नौजवान हो, किसान हो, उन सभी के दिलों में वे बसते है। 23 मई 2019 को मतगणना के बाद भाजपा के नेतृत्व में एन.डी.ए. की सरकार बनना तय है _ 

     

     प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा दिए गए प्रमाण के बावजूद आज राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम की राहुल और प्रियंका को चुनौती को कांग्रेस किस रूप में लेती है देखने वाली बात है - वहीँ दूसरी तरफ सवाल यह उठता है कि राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम कि भूपेश बघेल को २४ घंटे कि मोहलत वाली चुनौती का जवाब जब कांग्रेस ने कांकेर कि सभा में कहे गए मोदी के बयान के विडिओ का लिंक जारी कर दे दिया था तो फिर भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति अध्यक्ष राम विचार नेताम को कैसा सबूत चाहिए उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया है - अब बॉल कांग्रेस के पाले में है लोगों को इन्तजार रहेगा जवाब का -
    CG24news के लिए लविंदरपाल सिंघोत्रा कि रिपोर्ट 

  • BREAKING NEWS: शत्रुघ्न सिन्हा का भाजपा में 35 साल का सफर समाप्त, कांग्रेस में हुए शामिल

    भाजपा के बागी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा बुधवार को कांग्रेस में शामिल हुए। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला की मौजूदगी में उन्होंने पार्टी की सदस्यता ली। शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि भाजपा के स्थापना दिवस के अवसर पर भारी मन से पार्टी छोड़ रहा हूं। कांग्रेस ने बिहार में चुनाव प्रचार के लिए जारी स्टार प्रचारकों की सूची में भी उन्हें जगह दी है। चर्चा है कि वह अपनी मौजूदा सीट बिहार के पटना साहिब से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे।
    वह 28 मार्च को ही कांग्रेस में शामिल होने वाले थे, लेकिन बिहार में महागठबंधन में सीटों को लेकर फंसे पेच के बीच मामला अटक गया। सिन्हा ने राहुल गांधी से मुलाकात के बाद बताया था कि वह छह अप्रैल को कांग्रेस में शामिल होंगे। सिन्हा ने कहा था कि जल्द ही कांग्रेस में शामिल होने जा रहा हूं, नवरात्र के बाद अच्छी खबर मिलेगी।

    कांग्रेस उन्हें पटना साहिब सीट से अपना उम्मीदवार बना सकती है। इस सीट से वह लगातार दो बार भाजपा के टिकट पर जीत चुके हैं। भाजपा ने इस बार उनका टिकट काट कर केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद को पटना साहिब से टिकट दिया है। पार्टी में शामिल होने से पहले ही कांग्रेस ने बिहार में चुनाव प्रचार के लिए जारी स्टार प्रचारकों की सूची में उन्हें जगह दी है।

    भाजपा में रहते हुए लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सरकार की आलोचना करने की वजह से पार्टी ने इस बार शत्रुघ्न सिन्हा को टिकट काट कर केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद को दे दिया है। मालूम हो कि रविशंकर और शत्रुघ्न सिन्हा दोनों ही कायस्थ वर्ग से आते हैं। इस सीट पर इस वर्ग के वोटर बड़ी संख्या में हैं। पिछले चुनाव में इसी वोट बैंक के कारण जदयू ने भी सिन्हा के करीबी डॉ. गोपाल प्रसाद सिन्हा को मैदान में उतारा था। हालांकि साल 2009 और 2014 के पिछले दोनों लोकसभा चुनावों में शत्रुघ्न सिन्हा को 50 फीसदी से ज्यादा लोगों का समर्थन(वोट) मिला था। 

    भाजपा में 35 साल का सफर समाप्त

    शत्रुघ्न सिन्हा के राजनीतिक सफर की शुरुआत 1984 में हुई, जब उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी की अगुवाई वाली भारतीय जनता पार्टी का दामन थामा। पार्टी ने उनके व्यक्तित्व और दमदार आवाज के कारण स्टार प्रचारक बनाया। 1996 और 2002 में एनडीए की ओर से वह राज्यसभा सांसद के लिए चुने गए। 2003-2004 में कैबिनेट मंत्री बने। उसके बाद 2009 और 2014 में बिहार की पटना साहिब सीट से वह सांसद चुने गए। 

    लाल कृष्ण आडवाणी उन्हें राजनीति में लेकर आए थे। आज, जब टिकट कटने के साथ आडवाणी युग की समाप्ति का संकेत दिया जा रहा है तो पार्टी में शत्रुघ्न की भी राजनीतिक पारी समाप्त हो गई। कांग्रेस में उनकी राजनीति की दूसरी पारी शुरू हो रही है।

  • टिकट कटने के बाद छलका आडवाणी का दर्द, कहा मेरे लिए देश और पार्टी पहले

    दिल्ली. बीजेपी के वरिष्ठ नेता और मार्गदर्शक मंडल के सदस्य लाल कृष्ण आडवाणी ने ब्लॉग लिखा है. उन्होंने लिखा, '6 अप्रैल को बीजेपी अपना स्थापना दिवस मनाएगी. बीजेपी में हम सभी के लिए यह महत्वपूर्ण अवसर है कि हम पीछे देखें, आगे देखें और भीतर देखें. बीजेपी के संस्थापकों में से एक के रूप में मैंने भारत के लोगों के साथ अपने अनुभवों को साझा करना अपना कर्तव्य समझा है. खासतौर पर मेरी पार्टी के लाखों कार्यकर्ताओं के साथ. दोनों ने मुझे बहुत स्नेह और सम्मान दिया है.'

    गांधीनगर सीट से टिकट कटने के बाद अपने ब्लॉग में लाल कृष्ण आडवाणी ने लिखा, 'मैं गांधीनगर के लोगों के लिए अपनी कृतज्ञता व्यक्त करता हूं, जिन्होंने 1991 के बाद छह बार मुझे लोकसभा के लिए चुना है. उनके प्यार और समर्थन ने मुझे हमेशा अभिभूत किया है. मातृभूमि की सेवा करना मेरा जुनून और मेरा मिशन है. जब से मैंने 14 साल की उम्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ज्वाइन किया है. मेरा राजनीतिक जीवन लगभग सात दशकों से मेरी पार्टी के साथ अविभाज्य रूप से जुड़ा रहा है. पहले भारतीय जनसंघ के साथ और बाद में भारतीय जनता पार्टी. मैं दोनों का संस्थापक सदस्य रहा हूं. पंडित दीनदयाल उपाध्याय, अटल बिहारी वाजपेयी और कई अन्य महान, प्रेरणादायक और दिग्गजों के साथ मिलकर काम करना मेरा दुर्लभ सौभाग्य रहा है.'

    लाल कृष्ण आडवाणी ने कहा, 'मेरे जीवन का मार्गदर्शक सिद्धांत है - नेशन फर्स्ट, पार्टी नेक्स्ट, सेल्फ लास्ट. सभी परिस्थितियों में मैंने इस सिद्धांत का पालन करने की कोशिश की है और आगे भी करता रहूंगा. भारतीय लोकतंत्र का सार विविधता और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का सम्मान है. पार्टी व्यक्तिगत और राजनीतिक स्तर पर प्रत्येक नागरिक की पसंद की स्वतंत्रता के लिए प्रतिबद्ध है. बीजेपी हमेशा मीडिया सहित हमारे सभी लोकतांत्रिक संस्थानों की स्वतंत्रता, अखंडता, निष्पक्षता और मजबूती की मांग करने में सबसे आगे रही है. चुनावी सुधार, राजनीतिक और चुनावी फंडिंग में पारदर्शिता हमारी पार्टी के लिए प्राथमिकता रही है.'

     

    ब्लॉग में लाल कृष्ण आडवाणी ने लिखा, 'यह मेरी ईमानदार इच्छा है कि हम सभी को सामूहिक रूप से भारत की लोकतांत्रिक शिक्षा को मजबूत करने का प्रयास करना चाहिए. सच है, चुनाव लोकतंत्र का त्योहार है, लेकिन ये भारतीय लोकतंत्र में सभी हितधारकों - राजनीतिक दलों, जन मीडिया, चुनाव प्रक्रिया का संचालन करने वाले प्राधिकारियों और सबसे ऊपर, मतदाताओं द्वारा ईमानदार आत्मनिरीक्षण के लिए भी एक अवसर हैं.'