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  • पूर्व विधायक ने की थी मां-बेटी की हत्या, अब मिली आजीवन कारावास की सजा
    रायगढ़। छह साल पुराने बहुचर्चित मां-बेटी के दोहरे हत्याकांड मामले में अदालत ने आरोपी बृजराजनगर, ओडिशा के पूर्व विधायक अनूप साय (MLA Anoop Sai) को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। इसके साथ ही साक्ष्य छुपाने पर 7 साल की सजा दी है। मामला 7 मई 2016 को ग्राम संबलपुरी थाना चक्रधरनगर (Thana Chakradharnagar)निवासी कमलेश गुप्ता (Resident Kamlesh Gupta) ने थाना में हमीरपुर मार्ग पर मां शाकंम्बरी प्लांट के रास्ते पर एक महिला और एक बालिका का शव पड़े होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की, जिसमें घटनास्थल के आसपास के ग्रामों में पूछताछ, सीसीटीवी फुटेज, कई मोबाइल टावर के डाटा का एनालिसिस किया गया। पुलिस की जांच में मृतिका की पहचान कल्पना दास (Kalpana Das) पिता रूदाक्ष दास और लड़की की पहचान उसकी बेटी बबली श्रीवास्तव (Babli Srivastava) के रूप में की थी. मृतिका के मोबाइल का काल डिटेल निकालने के बाद बृजराजनगर, ओडिशा से बीजू जनता दल के पूर्व विधायक अनूप कुमार साय को गिरफ्तार किया था। आरोपी ने घटना को कबूल करते हुए बताया कि सन् 2004-05 में कल्पना दास को पति द्वारा छोड़े जाने के बाद उसके पिता उसे लेकर मेरे पास लेकर आए थे. कल्पना और उसके बीच प्रेम संबंध होने के बाद सन् 2011 में उसे भुवनेश्वर (Bhubaneswar) स्थित पत्नी के नाम बने मकान में रखता था. इस दौरान कल्पना शादी करने और मकान को अपने नाम पर करने तथा पैसा मांग कर ब्लैकमेलिंग (blackmailing) कर रही थी। ब्लैकमेलिंग से तंग आकर लिया बड़ा फैसला अनूप कुमार ने बताया कि ब्लैकमेलिंग से तंग आकर कल्पना और उसकी लड़की बबली को ठिकाना लगाने की योजना बनाई. इसके लिये 5 मई 2016 की रात दोनों मां-बेटी को भुनेश्वर से झारसुगुड़ा भेजा और स्वयं निजी वाहन से पीछे-पीछे झाड़सुगुड़ा रवाना हो गया. झारसुगडा के एक होटल में कल्पना एवं बबली को रूकवाने के बाद दूसरे दिन रायगढ़ में शादी करने का झांसा देकर अपने ड्राइवर के साथ गाड़ी में लेकर निकल गया। पहले राड मारा फिर ड्राइवर से गाड़ी से कुचला रायगढ़ में होटल नहीं मिलने पर हमीरपुर में अपने रिश्तेदार के यहां रुकवाने की बात कहते हुए आरोपी ने मां-बेटी को हमीरपुर मार्ग पर मां शाकम्बरी प्लांट जाने के रास्ते पर उतार कर लोहे के राड से दोनों के सिर में वार कर हत्या कर दी. लाश को कच्ची सड़क पर फेंककर हत्या का सबूत छिपाने ड्राइवर बर्मन टोप्पो ने गाड़ी लाश के ऊपर कई बार चढ़ाकर वहीं छोड़कर वापस ओडिसा वापस लौट गए थे।
  • नगर सैनिक ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, दो पन्ने का सुसाइड नोट बरामद
    दुर्ग। जिले में पदस्थ एक नगर सैनिक (city ​​soldier) ने अपने घर में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। शव के पास पुलिस को दो पन्ने का सुसाइड नोट भी मिला है। सुसाइड नोट (Suicide note) में मृतक ने लिखा है कि वह बोरसी के यादव की मानसिक प्रताड़ना (mental harassment) से तंग आकर खुदकुशी कर रहा है। पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पीएम के लिए भेज दिया है दुर्ग कोतवाली थाना (Durg Kotwali Police Station) प्रभारी भूषण एक्का ने बताया कि दुर्ग डिपरापारा निवासी (Durg Diprapara resident) नगर सैनिक तुलाराम धुर्वे (Tularam Dhurve) (52) ने शुक्रवार सुबह 8.45 बजे घर में फांसी लगाकर खुदकुशी की है। परिजनों ने जब उसे फंदे पर झूलता देखा तो उसकी ओर दोड़े। उसे तुरंत फंदे से नीचे उतारा गया। इसके बाद उसे जिला अस्पताल ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने बताया कि तुलाराम की ड्यूटी जिला अस्पताल में लगी थी। वह हमेशा समय पर ड्यूटी भी जाता था। पिछले कुछ दिनों से वह टेंशन में था। उसने फांसी क्यों लगाई. इसका कारण नहीं पता चल सका है। पुलिस परिजनों व अन्य लोगों से पूछताछ कर रही है। नौकरी लगाने के नाम पर परिचित से दिलवा दिए लाखों रुपए तुलाराम ने जहां फांसी लगाया है वहां से दो पन्नों का सुसाइड नोट मिला है। पुलिस इस बात को सभी से छिपा रही है। टीआई एक्का का कहना है कि उन्हें कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। जो सुसाइड नोट मिला है वह काफी धुंधला है। उसमें लिखा गया है कि बोरसी गांव के यादव (लेटर में नाम है) ने पुलिस विभाग के आला अधिकारी (सुसाइड लेटर में नाम है) अपनी जान पहचान होने का हवाला दिया था। उसने दावा किया वह पुलिस विभाग में उनकी नौकरी लगवा सकता है। तुलाराम उसके बहकावे में आ गया और अपने पहचान वालों से 10 लाख रुपए दिलवा दिए। नौकरी न लगने पर वह लोग उससे रुपए दिलवाने का दबाव बना रहे थे। रुपए लेने वाला यादव तुलाराम को रुपए न देकर मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहा था। इसके चलते उसने खुदकुशी कर ली।
  • पैसों की बारिश कराने का लालच देकर महिला से रेप, आरोपी तांत्रिक गिरफ्तार
    अंबिकापुर। जिले से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। तांत्रिक बाबा (tantric baba) ने घर में पैसों की बारिश कराने का लालच देकर महिला के साथ दुष्कर्म (rape) किया। मामला कोतवाली थाना क्षेत्र का है। मिली जानकारी के अनुसार तांत्रिक बाबा ने एक महिला को घर में पैसों की बारिश होने का लालच देकर उससे रेप किया। जिसकी शिकायत पीड़ित महिला ने कोतवाली पुलिस से की। इस मामले में पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी तांत्रिक बाबा शुभम खैरवार और उसके अन्य साथियों को गिरफ्तार कर लिया है
  • चैत्र नवरात्र के पहले दिन लगी भक्तों की भीड़
    दंतेवाड़ा। चैत्र नवरात्र का आज पहला दिन है। नवरात्र के पहले दिन बस्तर की आराध्य देवी मां दंतेश्वरी की पूरे विधि-विधान से पूजा अर्चना की गई। मां दंतेश्वरी के दर्शन करने के लिए सुबह से ही भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी है। दो साल के बाद यह पहला मौका है जब बिना कुछ पाबंदियों के भक्त आसानी से मां दंतेश्वरी के दर्शन कर रहे हैं। नवरात्र के पहले दिन केवल दंतेवाड़ा ही नहीं बल्कि जगदलपुर, बीजापुर, सुकमा से भी भक्त दर्शन के लिए पहुंचे हैं। मंदिर के पुजारी विजेंद्र जिया ने बताया कि कोरोना महामारी की वजह से पिछले 2 सालों में दर्शनार्थियों और मंदिर की व्यवस्था संभालने वालों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा था। कोविड की वजह से लोग धार्मिक स्थलों पर नहीं जा पा रहे थे। लेकिन, इस साल चैत्र नवरात्र पर भक्तों की आस्था का ख्याल रखते हुए बहुत ही अच्छी व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि माता की पूजा-अर्चना कर सुख-समृद्धि की कामना की गई है। PM के नाम की कटी ज्योत जलाने रसीद पुजारी विजेंद्र जिया ने बताया कि मां दंतेश्वरी के मंदिर में इस चैत्र नवरात्र 5051 मनोकामना ज्योत जलाए गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से ज्योत जलाने की रसीद भी कटी है। साथ ही छत्तीसगढ़ी ही नहीं बल्कि प्रदेश के बाहर और अन्य जिलों से भी भक्तों ने मनोकामना ज्योत जलवाई है। इधर मंदिर पहुंचे भक्तों ने कहा कि मां दंतेश्वरी के प्रति उनकी सच्ची श्रद्धा और आस्था है मां सबकी मुराद पूरी करती हैं।
  • नया संयंत्र लगाने एवं संयंत्र विकास के लिए जनसुनवाई का आयोजन
    हाईटैक पावर प्लांट के विस्तार एवम नंदन इस्टेम संयंत्र लगाने के लिए जन सुनवाई ग्राम पंचायत परसदा मे रखा गया था जिसकी पूरजोर विरोध ग्रामीण जनों के द्वारा किया गया । जिसके चलते जन सुनवाई को इथागित करना पड़ा ग्राम पंचायत के सरपंच श्रीमती सरोजनी वर्मा va पंचों सहित अन्य ग्रामीण जनों सहित अनेक जन प्रतिनिधियों ने भी विरोध किया तिल्दा तहसील के अंतर्गत परसदा गांव मे स्थापित दो स्पंज आयरन संयंत्र के लिए पर्यावरण मंडल द्वारा जनसुनवाई का आयोजन किया गया। इस दौरान ग्रामीणों ने विरोध किया वही दूसरी तरफ सत्ता और विपक्ष के जनप्रतिनिधियो ने उद्योग लगने का विकास विस्तार और रोजगार के लिए समर्थन किया। ग्रामीणों ने मुखर होकर कहा कि जब क्षेत्र में उद्योगपति उद्योग लगा रहे हैं तब भी लोग बेरोजगार क्यों हैं ? किसी प्रकार की मूलभूत सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है ? तो हम अपने क्षेत्र में और नए प्लांट क्यों लगने दे| आपको बता दे की हाइटेक पावर लिमिटेड की क्षमता विस्तार , मैसर्स नंदन प्राइवेट लिमिटेड की जनसुनवाई का आयोजन किया गया था, दोनों ही जनसुनवाई की समाप्ति की घोषणा अपर कलेक्टर गोपाल वर्मा के द्वारा की गई | हाइटेक पावर लिमिटेड के प्रबंधन ने कहा की मैसर्स नंदन प्राइवेट लिमिटेड के लगने पर हमारे द्वारा सीएसआर के तहत ग्रामीणों के लिए स्वास्थ केंद्र और आई.टी.आई खोला जायेगा, सड़क निर्माण कराया जायेगा, परियोजना के लिए एक करोड़ चालीस लाख रूपये एवं विकास कार्य के लिए खर्च किये जायेंगे | मैसर्स नंदन प्राइवेट लिमिटेड में 184 एवं हाइटेक पावर लिमिटेड में 484 नए रोजगार दिए जायेंगे|
  • छत्तीसगढ़ में अगले हफ्ते भीषण गर्मी से थोड़ी राहत:अभी रायपुर और बिलासपुर संभाग में चलेगी लू
    रायपुर। छत्तीसगढ़ में गर्मी ने तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। सड़क पर निकलते ही चिलचिलाती धूप और गर्म हवा के थपेड़ों ने आम आदमी को परेशान कर रखा है। मौसम विभाग की मानें तो आने वाले दिनों में लू, गर्म हवा थोड़ा और परेशान कर सकती है। मगर हवा की दिशा में आ रही तब्दीली की वजह से 7 अप्रैल के आते-आते तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरावट महसूस की जा सकेगी। मौसम विभाग ने खासतौर पर रायपुर और बिलासपुर संभाग को लेकर चेताया है। कहा गया है कि इन हिस्सों में ग्रीष्म लहर यानी की लू चलेगी। आने वाले 2 दिनों तक पूरे प्रदेश में मौसम सूखा ही रहेगा। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर को लेकर कहा गया है कि यहां अधिकतम और न्यूनतम तापमान 42 और 24 डिग्री के आसपास रहेगा। मौसम विभाग के एक्सपर्ट एचपी चंद्रा ने कहा है कि प्रदेश में हवा की दिशा में परिवर्तन होने जा रहा है, इसकी वजह से प्रदेश में अधिकतम तापमान कुछ खास नहीं बदलेगा। आने वाले चार-पांच दिनों में 2 से 3 डिग्री के तापमान में गिरावट होने की आशंका जताई जा रही है। लू से बचने के उपाय खुले शरीर में धूप में न निकलें। बाहर निकलते वक्त शरीर पूरी तरह से ढंका हो। सनग्लासेस लगाएं और कॉटन के कपड़े पहनें। ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं। मौसमी फल, फलों का रस, दही, मट्ठा, छाछ, जलजीरा लस्सी आम का पना पीना चाहिए। लू लगने पर तत्काल डॉक्टर से मिलें। तापमान आने वाले दिनों में रायपुर शहर में 2 अप्रैल को अधिकतम तापमान 42 और न्यूनतम 24, 3 अप्रैल को अधिकतम तापमान 43 न्यूनतम 25, 4 अप्रैल को अधिकतम तापमान 42 न्यूनतम 25, 5 अप्रैल को अधिकतम तापमान 42 न्यूनतम 25, 6 अप्रैल को अधिकतम तापमान 42 न्यूनतम 25, 7 अप्रैल को इस तापमान में दो से तीन डिग्री की गिरावट आ सकती है। पिछले 24 घंटे में छत्तीसगढ़ में सबसे न्यूनतम तापमान 17.0 डिग्री सेल्सियस डूमरबहार में और सबसे अधिक तापमान 93.1 डिग्री सेल्सियस एआरजी मुंगेली में दर्ज किया गया है।
  • महिला डॉक्टर की अश्लील फ़ोटो वायरल करने की धमकी देकर दूसरे डॉक्टर ने की 50 लाख की मांग, जुर्म दर्ज
    बिलासपुर। महिला डॉक्टर की एडिट की हुई न्यूड फोटो बना वायरल करने के नाम पे 50 लाख की मांग करने वाले आरोपी पर जुर्म दर्ज किया गया है। महिला डॉक्टर के हास्पिटल संचालक पति ने एफआईआर दर्ज करवाई है। भयादोहन कर रकम की मांग करने वाला खुद भी डॉक्टर है। मिली जानकारी के अनुसार न्यायधानी में एक निजी अस्पताल का संचालन करने वाले डॉक्टर के द्वारा सिविल लाईन थाने में की गई शिकायत के अनुसार उनकी पत्नी सन 2017 से 2020 तक अपनी मेडिकल की पढ़ाई के दौरान चित्रकूट सतना में थी। इस दौरान उनका डॉक्टर अशोक दांते से परिचय हुआ। पर वहां से वापस आने के बाद डॉक्टर अशोक दाँते उनकी चिकित्सक पत्नी की एडिट की हुई न्यूड फोटो वायरल करने की धमकी देकर उनकी पत्नी से 50 लाख रकम की मांग कर रहा था। उसकी मांग की अनदेखी करने पर 21 मार्च को डिवाइन लीगल कोरियर कम्पनी से कोरियर के माध्यम से उनके डॉक्टर ससुर के क्लिनिक में धमकी भरा पत्र भेज दिया जिसमें रकम न देने पर उनकी बेटी की फ़ोटो वायरल करने की धमकी दी गयी थी। इसके बाद 30 मार्च को उनकी सास के मोबाइल नम्बर में भी वाटसएप् में मैसेज कर रकम नही देने पर बेटी की न्यूड फोटो वायरल करने की धमकी दी गयी। लगातार मिल रही धमकियों से आजिज आ कर अस्पताल संचालक ने सिविल लाईन थाने में शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने शिकायत पर आरोपी डॉक्टर अशोक दाते के खिलाफ भयादोहन व आईटी एक्ट का मामला दर्ज कर लिया है।
  • रेडी टू इट मामले में महिला समूहों को हाईकोर्ट से अंतरिम राहत, महिला समूह बनाएँगे रेडी टू ईट
    बिलासपुर। रेडी टू ईट मामले में हाईकोर्ट ने महिला स्वयं सहायता समूहों को अंतरिम राहत दे दी है। हाईकोर्ट ने आदेशित किया है कि, इन महिला स्वयं सहायता समूहों को रेडी टू ईट/टेक होम राशन के बनाने और वितरण की यथास्थिति बनाई रखी जाए। विदित हो कि महिला स्वयं सहायता समूहों को भारत सरकार के ICDS स्कीम के तहत छत्तीसगढ़ में रेडी टू ईट/टेक होम राशन को बनाने और वितरण का काम मिला था,बीते एक फ़रवरी को राज्य सरकार ने इसे बनाने और वितरण का काम राज्य बीज एवं कृषि विकास निगम द्वारा संचालित करने के आदेश जारी कर दिए। इस आदेश के विरुध्द महिला स्वयं सहायता समूहों ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की। मामले में याचिकाकर्ताओं की ओर से पैरवी अधिवक्ता मतीन सिद्दीक़ी अनादि शर्मा और सहयोगियों ने की। मामले की सुनवाई आज जस्टिस राजेंद्र चंद्र सिंह सामंत की कोर्ट में हुई। अधिवक्ता मतीन सिद्दीक़ी ने जानकारी दी है। याचिका लगने के बाद राज्य सरकार ने इस काम की तारीख़ बढ़ाकर एक अप्रैल की थी,सुनवाई के दौरान कोर्ट ने अंतरिम निर्देश जारी करते हुए राज्य सरकार को निर्देशित किया है कि इन महिला स्वयं सहायता समूहों को अगले एक महिने या कि कोर्ट के आख़िरी फ़ैसले की तारीख़ तक रेडी टू ईट/टेक होम राशन को बनाने और वितरण के कार्य करते रहेंगे, यथास्थिति बनी रहेगी। मामले में अगली सुनवाई पाँच अप्रैल याने चार दिन बाद है।
  • पत्नी को रूम में लेजाकर पति ने बंद किया दरवाजा, फिर टीवी की आवाज बढ़ाकर मारा चाकू, डॉक्टरों ने लगाए 40 टांके
    कोरबा। जिले में एक युवक ने अपनी पत्नी पर चाकू से हमला कर दिया। उसने अपने पत्नी को चाकू से इतना मारा कि उसे डॉक्टरों ने 40 टांके लगाए हैं। बताया जा रहा है कि वह अपनी पत्नी को टीवी दिखाने के बहाने कमरे के अंदर ले गया था। यहां उसने पहले टीवी के साउंड को बढ़ाया। फिर कई बार चाकू से पत्नी पर हमला कर दिया। जिससे वह खून से लथपथ हो गई। मामला मानिकपुरी चौकी (Manikpuri Chowki)क्षेत्र का है। शारदा विहार वार्ड (Sharda Vihar Ward)के अंतर्गत आने वाले चिमनी भट्टा इलाके में नारायण पटेल के यहां एक हफ्ते बाद शादी है। इसी शादी में शामिल होने के लिए उसने अपने भाई सहारन पटेल (brother saharan patel) (41) को बुलाया हुआ है। सहारन अपनी पत्नी और 2 बच्चों के साथ कोथारी में रहता है। वह यहां इन दिनों अपने भतीजे के शादी में शामिल होने अपने परिवार के साथ पहुंचा हुआ था। नारायण पटेल (Narayan Patel) इसी इलाके में एक लकड़ी दुकान में काम करता है। इसी दुकान के पास उसका घर भी है। इसी घर में सब लोग रुके हुए थे। इसी दौरान शुक्रवार सुबह यह वारदात हुई है। प्लेट में ले गया था अंगूर पता चला है कि सुबह करीब 9 बजे सहारन अपनी पत्नी गीता देवी पटेल (38) को ये कहते हुए कमरे के अंदर ले गया था कि चलो टीवी देखेंगे। इसके साथ ही वह अंगूर भी एक प्लेट में रखकर ले गया था। उसने चाकू को छिपाया हुआ था। अंदर कमरे में जाने के बाद दोनों टीवी देखने लगे। उसने दरवाजे को भी अंदर से बंद कर लिया था। इसके बाद सहारन ने टीवी का साउंड बढ़ाया और चाकू से गीता पर एक के बाद एक 12 बार वार किए। जिससे वह खून ले लथपथ हो गई। चिल्लाने लगी महिला सहारन ने जैसै ही चाकू मारना शुरू किया था। वह चिल्लाने लगी थी। यह आवाज सुनकर घर के अन्य लोग भी कमरे के बाहर गए। मगर दरवाजा बंद था। इसलिए अंदर नहीं जा सके। वहीं गीता ने किसी तरह से दरवाजा खोला और वहां से निकली तब जाकर उसकी जान बची है। इधर, वारदात को अंजाम देकर सहारन भाग गया था। मौसी के घर में छिपा था घटना के बाद घरवालों की मदद से महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां डॉक्टरों ने उसका इलाज किया और उसे 40 टांके लगाए हैं। साथ ही इस बात की जानकारी पुलिस को भी दी गई थी। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू की। तब जाकर आरोपी को मोतीसागर पारा से गिरफ्तार किया गया है। वो मोतीसागर पारा में अपनी मौसी के घर में छिपा था। चरित्र शंका में किया हमला महिला ने पुलिस को बताया है कि उसका पति गांजा पीता है। वो हमेशा गांजा पीकर मारपीट किया करता था। मगर ऐसा पहली बार है जब उसने चाकू से हमला किया है। इस बार उसने मुझ पर चरित्र शंका करके हमला किया था। पुलिस अब आरोपी को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई में जुटी है।
  • ट्रिपल मर्डर केस में हुआ खुलासा, परिवार के ही चार लोग निकले हत्यारे, बताई यह वजह
    रायगढ़। जिले में हुए ट्रिपल मर्डर (triple murder) केस में पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने परिवार की ही दो महिलाओं सहित 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपी युवकों ने जादू-टोने के शक में पहले अपनी नानी को मारा, फिर मां-बाप और पत्नी के साथ मिलकर 10 साल की छोटी बहन और मामा की हत्या कर दी। इसके बाद खून से सने उनके कपड़े भी चूल्हे में जला दिए थे। मामला कापू थाना क्षेत्र (Kapu police station area) का है। दलअसल, चालहा गांव निवासी दुहनी बाई (65) अपने बेटे अमृत लाल (30) और नतिनी अमृता (10) के साथ तीन-चार दिन पहले महुआ बीनने के लिए आश्रित गांव धवाईडांड गए थे। वहां जंगल में ही महुआ के पेड़ के नीचे झोपड़ी बनाकर रह रहे थे। सुबह जब ग्रामीण उधर से निकले तो तीनों के शव झोपड़ी के बाहर ही पड़े थे। ट्रिपल मर्डर की सूचना पर SP खुद मौके पर पहुंच गए। पेड़ के पत्तों पर मिले खून के निशान जांच के दौरान FSL टीम को आसपास की जमीन और पड़ोसी के खेत में लगाए पेड़ के पत्तों पर भी खून के निशान दिखाई दिए। पुलिस ने जानकारी जुटाई तो पता चला कि वो खेत चाल्हा उरांवपारा निवासी फूलसाय अगरिया का है। अमृत लाल का साला है और परिवार के साथ रहकर महुआ बीनने का काम वह भी करता है। इस पर पुलिस ने सभी सदस्यों से अलग-अलग पूछताछ की।  बेटा-बहू को हिरासत में लिया पुलिस पूछताछ में अलग-अलग बयान के कारण संदेह हुआ और उन्होंने फूलसाय के बेटे विकेश व उसकी बहू कौशल्या को हिरासत में ले लिया। पूछताछ में विकेश ने पुलिस केा बताया कि पिछले 5-6 साल से धवईडांड के फांदापाली जंगल में वह अपने मामा अमृतलाला के खेत के पास महुआ बीनते आ रहे हैं। इस बार अमृतलाल झाला लगाकर अपनी मां और बेटी के साथ महुआ बीनने आ गया था। जादू-टोने का था शक सुखसाय ने अपने अमृतलाल को भी महुआ बीनने के लिए बोल दिया। इस पर दोनों के बीच विवाद हुआ। वहीं विकेश को शक था कि नानी दुहनीबाई जादू-टोना करती है। जिसके कारण पत्नी कौशल्या को बच्चा नहीं हो रहा है और उसकी भी तबीयत खराब रहती थी। बुधवार शाम करीब 6-7 बजे अपने पिता फूलसाय, मां दुनी बाई और पत्नी कौशल्या के साथ झाला में बैठकर खाना बना रहे थे। इसी दौरान दुहनीबाई अपनी नातिन अमृता को लेकर झाला में घूमने आई। वहां सभी बैठकर घरेलू बातचीत कर रहे थे। तभी दुहनीबाई ने पूछा कि बहू कौशल्या को बच्चा कैसे नहीं हो रहा। इस पर विकेश भड़क गया। गुस्से में बोला कि तुम्हारे कारण नहीं हो रहा है टांगी उठाकर नानी के सिर पर तीन-चार वार कर दिए। अमृता डर से भागी तो उस पर भी टांगी से वार किया और दोनों को मार डाला। दोनों के शव को लाए और पिता के बगल में लिटा दिया इसके बाद पिता फूलसाय के साथ अमृतलाल के खेत में पहुंचा तो वह महुआ पीकर लेटा हुआ था। उसी सोती हुई हालत में उस पर टांगी से वार किया। वहीं फूलसाय ने डंडे से उसकी छाती पर मारा। फिर मां-बाप और पत्नी के साथ मिलकर दुहनीबाई और अमृता के शव को लेकर आए और अमृतलाल के बगल में लिटा दिया। अमृता के सिर पर वहीं चूल्हा के पास पड़े पत्थर रख दिए। वहां से सब लौट आए और मां दुनी बाई और पत्नी कौशल्या ने खून लगे हमारे कपड़े और चटाई को चूल्हे में जला दिया। जबकि टांगी को बोर के पास कीचड़ छिपा कर रख आए। पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनकी निशानदेही पर टांगी, डंडा और खून से सना पत्थर बरामद कर लिया है। आरोपियों को पुलिस अब कोर्ट में पेश करेगी।
  • कर्तव्यपरायणता से संवेदनशील गांव के निवासियों के जीवन में परिवर्तन ला रहीं उमेश्वरी

    संवेदनशील एवं जिला मुख्यालय से सुदूर अंचलों में बसे गांवों में अक्सर बारहमासी सड़कों तथा आधारभूत संरचनाओं के अभाव में अक्सर इन क्षेत्रों में रहने वाले ग्रामीणों को आधारभूत सेवाओं से वंचित रहना पड़ जाता है। इन क्षेत्रों में पहुंच के अभाव में नियमित रूप से स्वास्थ्य एवं अन्य सेवाओं से जुड़े कर्मचारियों का भी पहुंचना संभव नहीं हो पाता है। ऐसे में कुछ लोग अपनी कर्तव्यपरायणता का उदाहरण देते हुए लोगों की सेवा में अपने पूरे सामर्थ्य से कार्य करते हैं। ऐसा ही एक उदाहरण कोण्डागांव जिले में अत्यन्त संवेदनशील कहे जाने वाले तथा जिले के अंतिम छोर पर बसे ग्राम कुधूर में देखने को मिलता है। जहां पदस्थ एएनएम उमेश्वरी नाग द्वारा लोगों की सेवा के लिए अथक प्रयास किया जा रहा है।
        इस संबंध में उमेश्वरी बताती हैं कि उन्हें यहां कार्य करते हुए 05 वर्ष पूर्ण हो चुके हैं। इस क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं में वृद्धि हेतु जिला प्रशासन द्वारा मुझे यहां प्रथम बार एएनएम के रूप में पदस्थापना दी गई थी। जहां पहले से आरएचओ पिलाराम कोर्राम अकेले कार्य कर रहे थे। जब नियुक्ति हुई तो इस क्षेत्र में नियमित टीकाकरण का प्रतिशत बहुत कम हुआ करता था। ग्रामीणों में स्वास्थ्य एवं शिक्षा के अभाव के कारण लोग मुझे देखकर स्वयं को अपने घरों में बंद कर लेते थे। लोगों से बात करना उन्हें स्वास्थ्य संबंधित चीजों के बारे में समझा पाना बहुत ही कठिन हुआ करता था। गांव में उपस्वास्थ्य केंद्र भी नहीं होने से 10 से 15 किलोमीटर का सफर पैदल और बरसात के दिनों में नाव के जरिए तय कर गांव आना पड़ता था।  
        इस संबंध में प्रभारी सुपरवाईजर डीगेश साहू ने बताया कि ये उमेश्वरी की जिद्द एवं जुनून था कि इस गांव में वे लोगों तक पहुंच कर उन्हें स्वास्थ्य एवं शिक्षा के संबंध में बेहतर से बेहतर जानकारी देकर उनका भय समाप्त करेंगी। इसके लिए उन्होंने सबसे पहले स्थानीय हल्बी भाषा सीखी तत्पश्चात लोगों से घर-घर जाकर मिलने लगी। जिससे धीरे-धीरे लोगों के व्यवहार में परिवर्तन आया और सकारात्मक परिणाम दिखने लगे किंतु नियमित टीकाकरण हेतु उसके बाद भी गांव में विरोध जारी रहा केवल दवाइयां खाने तक ही ग्रामीणों द्वारा उन्हें  सहमति प्राप्त हुई। गांव में जाने पर ग्रामीण अपने बच्चों को भी उनके सामने तक नहीं लेकर आते थे। ऐसे में उनके सतत् प्रयास से उन्हें सफलता हासिल हुई। जब गांव के लोगों ने स्वयं महसूस किया कि उमेश्वरी द्वारा दी गई दवाइयों से उनका स्वास्थ्य बेहतर हो रहा है। तब ग्रामीणों ंने अपने बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य हेतु नियमित टीकाकरण की महत्व को समझते हुए अपने बच्चों का नियमित टीकाकरण करवाना शुरू किया। अब की स्थिति में बच्चों का शत् प्रतिशत टीकाकरण हो रहा है। जिसमें से 95 से 98 प्रतिशत बच्चों का नियमित रूप से पूर्ण टीकाकरण किया जा रहा है। इसके साथ ही गांव में अब उप स्वास्थ्य केंद्र भी स्थापित हो गया है। जिसके निर्माण कार्य को नक्सलियों द्वारा निर्माण के दौरान तीन-चार बार रोकने हेतु तोड़ा भी गया था। परंतु अब यह केन्द्र पूरी तरह तैयार है और उमेश्वरी की कर्मठता एवं कर्तव्यपरायणता का ही परिणाम है कि अब ग्रामीण अपने मन से बिना किसी डर किसी भी प्रकार की समस्या होने पर स्वास्थ्य सेवा लेने हेतु उप स्वास्थ्य केन्द्र तक आने में संकोच नहीं करते हैं।

  •  जशपुर से निकलकर देश के दूसरे हिस्सों में पहुंचा पौष्टिक और स्वादिष्ट काजू

    जशपुर काजू की बढ़ती मांग को देखते हुए इसके मार्केटिंग पर भी खासा ध्यान दिया जा रहा है। राज्य शासन के जरिए भी लगातार अनेक माध्यमों से जशपुर काजू को प्रमोट किया जा रहा है। वन विभाग की ओर से संचालित संजीवनी केन्द्रों में काजू को जशपुर ब्रांड नेम से बेचा जा रहा है। वहीं अब इसे ऑनलाइन मार्केट प्लेटफार्म पर भी उपलब्ध कराने की कवायद हो रही है।
    महिलाओं को मिल रहा रोजगार -
    जशपुर में काजू की खेती से जहां आठ हजार किसानों को बेहतर आय का जरिया मिला है। वहीं प्रोसेसिंग के काम में लगी स्व-सहायता समूह की दस महिलाओं को भी रोजगार मुहैया हो रहा है। प्रोसेसिंग और पैकेजिंग में रोजगार पाकर महिलाएं परिवार को आर्थिक मदद कर रही हैं। इससे उनमें नया आत्मविश्वास जागा है और परिवार में भी उनका सम्मान बढ़ गया है। इन महिलाओं ने बताया कि वर्ष में लगभग 7 से 8 माह काजू प्रोसेसिंग का कार्य करती हैं।