National News
  • सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा कोरोना, सर्वोच्‍च अदालत के चार न्यायाधीश और पांच फीसद कर्मचारी हुए संक्रमित
    नई दिल्‍ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। समाचार एजेंसी पीटीआइ के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट के चार न्यायाधीश और लगभग पांच फीसद कर्मचारी कोविड-19 से संक्रमित हो गए हैं। एक अध‍िकारी ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के 32 न्यायाधीशों में से कम से कम चार न्यायाधीश कोरोना वायरस से संक्रमित हैं। यही नहीं सर्वोच्‍च अदालत के लगभग तीन हजार कर्मचारियों में से 150 कोविड की चपेट में आ गए हैं। पीटीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट के परिसर में कोविड-19 जांच की सुविधा स्थापित की गई है। अधिकारी ने बताया कि शीर्ष अदालत के परिसर में यह सुविधा सोमवार से शनिवार तक खुली रहेगी। अदालत परिसर में प्रवेश करने वाले (रजिस्ट्री कर्मचारी, समन्वय एजेंसियों के कर्मचारी, अधिवक्ता और उनके कर्मचारी आदि) लोग लक्षण दिखने पर इस सुविधा में कोविड जांच करा सकते हैं। उल्‍लेखनीय है कि सुप्रीम कोर्ट ने दो जनवरी को बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए तीन जनवरी से दो सप्ताह के लिए सभी सुनवाइयां डिजिटल तरीके से करने का फैसला किया था। कोरोना संक्रमण की रोकथाम के मद्देनजर सुप्रीम कोर्ट वर्चुअल मध्‍यम से सुनवाई किए जाने पर जोर देता आया है।
  • मोटोरोला आज करेगी बड़ा धमाका: भारत का सस्ता 5G फोन Moto G71 आज देगा दस्तक, कम कीमत में पाएं होश उड़ा देने वाले फीचर्स
    नई दिल्ली: मोटोरोला भारत में आज (10 जनवरी) अपना नया स्मार्टफोन मोटो जी71 5जी (Moto G71 5G) लॉन्च करने जा रहा है। कंपनी के मुताबिक, 5G कनेक्टिविटी के साथ आने वाले इस फोन में फास्ट परफॉर्मेंस के साथ शानदार डिस्प्ले एक्सपीरियंस मिलेगा। यह मोटो जी सीरीज का तीसरा डिवाइस होगा। इससे पहले कंपनी Moto G51 और Moto G31 भी ला चुकी है। आइए जानते हैं स्मार्टफोन की ज्यादा डिटेल्स: Flipkart पर होगी सेल इस स्मार्टफोन की बिक्री ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट फ्लिपकार्ट के जरिए की जाएगी। फ्लिपकार्ट पर इसका एक पेज भी लाइव हो गया है, जहां फोन के अधिकतर फीचर्स का खुलासा हो चुका है। वेबसाइट के मुताबिक, यह देश का पहला Snapdragon 695 5G प्रोसेसर वाला स्मार्टफोन होगा। इसमें 50MP रियर कैमरा, फुलएचडी+ रिजोल्यूशन के साथ AMOLED डिस्प्ले और 33W फास्ट चार्जिंग वाली बैटरी मिलेगी। स्पेसिफिकेशंस 1. डिस्प्ले: Moto G71 5G में 6.4 इंच का AMOLED FHD+ डिस्प्ले होगा। 2. डुअल सिम सपोर्ट: स्मार्टफोन 13 5G बैंड के साथ डुअल सिम 5G सपोर्ट करेगा। 3. प्रोसेसर: स्मार्टफोन में स्नैपड्रैगन 695 5G प्रोसेसर के साथ 6GB रैम और 128GB इनबिल्ट स्टोरेज दी जा सकती है। 4. कैमरा: फोन में 50MP का क्वाड फंक्शन कैमरा दिया जाएगा। साथ में 8MP का अल्ट्रावाइड कैमरा और एक मैक्रो विजन कैमरा होगा। 5. बैटरी: फोन में 5000mAh की बैटरी होगी और यह 33W फास्ट चार्जिंग को सपोर्ट करेगी। 6. डिजाइन: स्मार्टफोन में IP52 वाटर रिपेलेंट डिजाइन भी दिया गया है। 7. कलर: फोन दो अलग-अलग कलर ऑप्शन- नेप्च्यून ग्रीन और आर्कटिक ब्लू में पेश किया जाएगा। 8. कीमत: उम्मीद की जा रही है कि यह 20 हजार रुपये से कम की रेंज में लाया जाएगा।
  • PM Security Breach: प्रधानमंत्री की 'सुरक्षा में चूक' मामले में सुप्रीम कोर्ट आज करेगा सुनवाई

    नई दिल्ली : प्रधानमंत्री की 'सुरक्षा में चूक' मामले (PM's 'security lapse' case) में शीर्ष अदालत आज सुनवाई करेगा. लॉयर्स वॉयस नामक एक संगठन (organization called Lawyers Voice) की ओर से दायर याचिका पर सुनवाई प्रधान न्यायाधीश एनवी रमना, न्यायमूर्ति सूर्यकांत और न्यायमूर्ति हिमा कोहली की पीठ द्वारा किए जाने की संभावना है.

    शीर्ष अदालत ने गत शुक्रवार को पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार जनरल (Registrar General of Punjab and Haryana High Court) को प्रधानमंत्री की इस यात्रा के मद्देनजर किए गए सुरक्षा उपायों से संबंधित रिकॉर्ड को सुरक्षित और संरक्षित रखने का निर्देश दिया था. पीठ ने राज्य सरकार और केंद्र सरकार द्वारा अलग-अलग गठित जांच समितियों को सुनवाई की अगली तारीख (10 जनवरी) तक जांच का काम आगे न बढ़ाने को कहा था.

    हालांकि पीठ ने इस संबंध में कोई लिखित आदेश नहीं दिया था, बल्कि संबंधित वकीलों को मौखिक तौर पर कहा था कि वे अदालत की भावनाओं से संबंधित अधिकारियों को अवगत कराएं. पीठ ने कहा था कि उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार जनरल को केंद्र शासित क्षेत्र चंडीगढ़ के पुलिस महानिदेशक और राष्ट्रीय जांच एजेंसी के एक अधिकारी द्वारा सहायता प्रदान की जाएगी.

    पंजाब सरकार, इसकी पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों से अपेक्षित रिकॉर्ड हासिल करने वाला यह अधिकारी महानिरीक्षक पद से नीचे का नहीं होगा. याचिकाकर्ता ने पंजाब में प्रधानमंत्री की सुरक्षा में हुई चूक की व्यापक जांच की मांग की है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि भविष्य में इस तरह की घटना न हो. याचिका में सुरक्षा व्यवस्थाओं से संबंधित साक्ष्य को संरक्षित रखने, अदालत की निगरानी में जांच किए जाने तथा इस कथित चूक के लिए जिम्मेदार पंजाब सरकार के दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की गई है.

  • भयानक : 9 बच्चे समेत कुल 19 जिंदगियां खत्म, अपार्टमेंट में लगी भीषण आग
    नई दिल्ली: न्यूयॉर्क के ब्रॉन्क्स इलाके में रविवार को भयंकर आग लगने से 19 लोगों ने अपनी जान गंवा दी. मृत्कों की संख्या में 9 बच्चे भी शामिल रहे. अभी कम से कम 32 लोग अस्पताल में भी भर्ती हैं. उनकी स्थिति नाजुक बनी हुई है. बताया गया है कि आग एक अपार्टमेंट के दूसरे और तीसरे फ्लोर पर लगी थी. घटना रविवार सुबह करीब 11 बजे की बताई गई है. शुरुआती जांच के बाद आग का कारण एक इलेक्ट्रिक हीटर बताया जा रहा है. हीटर में ही कुछ खराबी हुई और फिर अपॉर्टमेंट के तीसरे फ्लोर पर आग लग गई. फिर धीरे-धीरे आग की लपटे दूसरे फ्लोर तक जा पहुंचीं और पूरे अपार्टमेंट में अफरा-तफरी का माहौल बन गया. मौके पर कम से कम 200 फायर ब्रिगेड की टीमें पहुंचीं और फिर बड़े स्तर पर रेस्क्यू शुरू किया गया. कई लोगों को बचाया गया, लेकिन कई उस आग में बुरी तरह झुलस भी गए. मेयर एरिक एडम्स इस आग की घटना से स्तबध रह गई हैं. वे इसे बीते सालों की सबसे भीषण आग की घटना मान रही हैं. अब जिन लोगों का अपार्टमेंट से सफल रेस्क्यू हुआ है, वो सभी खौफजदा करने वाली यादें ताजा कर रहे हैं. एक शख्स ने बताया कि फायर अलार्म बजा था, लेकिन उसे लगा कि ये फेक है और वो अपने रूम में ही रहा. लेकिन जब उसके फोन पर नोटिफिकेशन आया, तब जाकर वो हरकत में आया. लेकिन आग का धुंआ पूरे अपार्टमेंट में फैल चुका था. बाहर आग का धुंआ इतना ज्यादा था, बिल्डिंग से नीचे जाना मुमकिन नहीं हुआ. फिर उस शख्स ने इंतजार करने की ठानी और फिर रेस्क्यू टीम ने उसे सुरक्षित बाहर निकाला. पहला मामला फायर डिपार्टमेंट न्यूयॉर्क के कमिश्नर डैनियल नीग्रो भी इस घटना से हैरत में पड़ गए हैं. वे बताते हैं कि इससे पहले साल 1990 में हैप्पी लैंड सोशल क्लब में भयंकर आग लग गई थी. तब कुल 87 लोगों ने अपनी जान से हाथ धोया था. बताया गया था कि एक प्रेमिका से बहस करने के बाद गुस्से में शख्स ने उस क्लब को आग के हवाले कर दिया था.
  • Coronavirus: काढ़ा पीने से कोरोना, सर्दी और जुकाम में मिलेगा आराम, लेकिन इम्यूनिटी बढ़ाने वाले अक्सर करते हैं ये गलतियां
    नई दिल्ली: हमारा इम्यूनिटी सिस्टम शरीर को बीमारियों से लड़ने की ताकत देता है. इसलिए कोरोना वायरस का खतरा बढ़ते ही डॉक्टर्स लोगों को काढ़ा पीने की सलाह देते हैं जो इम्यूनिटी को इम्प्रूव करता है. डॉक्टर्स का कहना है कि काढ़ा बनाते वक्त जानें-अनजाने अक्सर लोग ऐसी गलतियां करते हैं जिससे शरीर पर उसका उल्टा ही असर होने लगता है. इम्यूनिटी बढ़ाने वाले काढ़े में अगर गुणकारी तत्वों की सही मात्रा का ख्याल ना रखा जाए तो उसके नुकसान भी झेलने पड़ सकते हैं. 1.नएक्सपर्ट का कहना है कि काढ़ा पीने वालों की उम्र, मौसम और हेल्थ को मॉनिटर करना बहुत जरूरी है. रेगुलर काढ़ा पीने वाले कमजोर स्वास्थ के लोगों को कई बड़ी दिक्कत हो सकती हैं. नाक से खून, मुंह छाले, एसिडिटी, पेशाब आने में समस्या और डाइजेशन की समस्या आपको घेर सकती है. ऐसे में आपको तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए. 2. काढ़ा बनाने में अक्सर लोग काली मिर्च, दालचीनी, हल्दी, गिलोय, अश्वगंधा, इलायची और सोंठ का इस्तेमाल करते हैं. ये सभी चीजें आपके शरीर को काफी गर्म कर देती हैं. शरीर का तापमान अचानक बढ़ने से नाक से खून या एसिडिटी जैसी समस्याएं हो सकती हैं. 3. काढ़ा बनाने के लिए आप जिन चीजों का इस्तेमाल कर रहे हैं, उनकी मात्रा में संतुलन होना जरूरी है. अगर काढ़ा पीने से आपको कोई परेशानी हो रही है तो उसमें दालचीनी, काली मिर्च, अश्वगंधा और सोंठ की मात्रा कम ही रखें. 4. सर्दी या जुकाम से परेशान लोगों के लिए काढ़ा बड़ा फायदेमंद माना जाता है. हालांकि कुछ लोगों को इसमें बड़ी सतर्कता बरतनी चाहिए. खासतौर से उन लोगों को जिन्हें पित्त की शिकायत है. इन लोगों को काढ़े में काली मिर्च, सोंठ और दालचीनी का इस्तेमाल करते वक्त खास सावधानी बरतनी चाहिए. 5. यदि आप काढ़े का रेगुलर इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं तो उसे कम मात्रा में लेना ही सही होगा. काढ़ा बनाते वक्त बर्तन में सिर्फ 100 मिलीलीटर पानी डालें. फिर जरूरी चीजों को मिलाने के बाद उसे तब तक उबालें जब तक काढ़ा 50 मिलीलीटर यानी आधा ना हो जाए.
  • भायखला में लकड़ी के गोदाम में लगी आग, फायर ब्रिगेड की 8 गाड़ियां मौके पर
    मुंबई: मुंबई में सोमवार की सुबह भीषण आग की खबर सामने आ रही है. भायखला के मुस्तफा बाग इलाके में यह आग लकड़ी के गोदाम में लगी है. फायर ब्रिगेड की आठ गाड़ियां आग को बुझाने में जुटी हुई है. हालांकि, अभी तक किसी के घायल होने की खबर नहीं है. लेकिन यह आग कैसे लगी इस बारे में जांच की जा रही है. इससे पहले, घाटकोपर इलाके में पिछले सोमवार की सुबह एक गोदाम में भयंकर आग लग गई. आग को काबू करने के लिए दमकल की 8 गाड़ियां मौके पर पहुंचीं. आग को काबू कर लिया गया. घटना में कोई हताहत नहीं हुआ. नगर निकाय के अधिकारियों ने बताया कि आग, असल्फा मोहल्ले के सुंदरबाग इलाके में डी सिल्वा परिसर स्थित एक गोदाम में सुबह करीब साढ़े 10 बजे लगी थी. दमकल विभाग की कम से कम आठ गाड़ियों और पानी के टैंकर को मौके पर भेजा गया था. एम्बुलेंस को भी मौके पर तैयार रखा गया था. अधिकारी ने बताया कि आग लगने के कारण का अभी पता नहीं चल पाया.
  • चुनाव वाले राज्यों में प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर वैक्सीन सर्टिफिकेट पर नहीं
    PM Modi Photo on Vaccination Certificate: पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही चुनाव वाले राज्यों में शनिवार से आचार संहिता लागू हो गई. आचार संहिता लागू होने के बाद अब इन पांचों राज्यों में कोविड-19 वैक्सीन के सर्टिफिकेट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फोटो नहीं होगी. अधिकारिक सूत्रों के हवाले से बताया गया कि अब स्वास्थ मंत्रालय द्वारा Co-WIN ऐप से फिल्टर लगाकर पीएम मोदी की फोटो को हटाया जाएगा. पांच राज्यों में नहीं होगी फोटो निर्वाचन आयोग ने शनिवार को घोषणा करते हुए कहा कि उत्तराखंड, पंजाब, यूपी, मणीपुर और गोवा 10 फरवरी से लेकर सात मार्च के बीच चुनाव होंगे. ये चुनाव सात चरणों में कराए जाएंगे. इस चुनाव की घोषणा के साथ ही इन पांचों राज्यों में आचार संहिता लागू हो गई है. ऐसे में अब पीएम मोदी की फोटो को कोविड-19 वैक्सीन के सर्टिफिकेट से हटा दिया जाएगा. क्योंकि चुनाव की घोषणा के साथ ही आदर्श आचार संहिता सरकार, उम्मीदवार और राजनीतिक पार्टियों के लिए लागू हो गई हैं. पिछले साल दिया था आदेश न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा पीएम मोदी की फोटो को कोविड-19 के वैक्सीन सर्टिफिकेट से हटाने के लिए आवश्यक फिल्टर लगाए जाएंगे. बता दें कि पिछले साल मार्च 2021 में हुए विधानसभा चुनावों के दौरान कुछ राजनीतिक पार्टियों ने चुनावी राज्यों में वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट को लेकर शिकायत की थी. शिकायत में उन्होंने आदर्श आचार संहिता के कारण चुनाव वाले राज्यों में कोविड-19 वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट से पीएम मोदी की फोटो हटाने की मांग रखी थी. जिसके बात चुनाव आयोग ने पीएम मोदी की फोटो आचार संहिता के दौरान नहीं लगाने का आदेश दिया था.
  • तीसरी लहर के बीच वैक्सीनेशन अभियान के लिए बड़ा दिन, आज से स्वास्थ्यकर्मियों और बुजुर्गों को लगेगी बूस्टर डोज, जानिए हर सवाल का जवाब
    नई दिल्ली: देश में कोरोना का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है. तीसरी लहर में मामलों में जबरदस्त बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. ऐसे में अब बूस्टर डोज या प्रीकॉशन डोज देने की तैयारी कर ली गई है. आज से हेल्थ केयर वर्कर्स और 60+ जिन्हें कोई comorbidity है, उनको वैक्सीन की तीसरी डोज दी जाएगी. लेकिन इस बूस्टर डोज को लेकर भी कई सवाल हैं, जैसे- कौन सी वैक्सीन लगाई जाएगी? रेजिस्ट्रेशन फिर करवाना होगा या नहीं? कितने टाइम बाद ले सकते हैं बूस्टर डोज? आइए ऐसे तमाम सवालों के जवाब जानते हैं. भारत सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि जो भी लोग बूस्टर डोज लगवाने जा रहे हैं, उन्हें वहीं वैक्सीन दी जाएगी जिसकी पहली दो खुराक उन्हें मिल चुकी है. मतलब अगर आपको कोविशील्ड वैक्सीन की दोनों डोज लगी हैं तो बूस्टर भी कोविशील्ड की ही लगने वाली है. रेजिस्ट्रेशन करवाना पड़ेगा क्या? स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जानकारी दी गई है कि बूस्टर डोज या फिर प्रीकॉशन डोज लगवाने वाले लोगों को दोबारा रेजिस्ट्रेशन करवाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. उनके पास दो ऑप्शन रहने वाले हैं. पहला तो ये कि वे Cowin ऐप पर अप्वाइंटमेंट ले सकते हैं. ऐप पर अब थर्ड डोज को लेकर एक अलग फीचर भी जोड़ दिया गया है, ऐसे में आसानी से अप्वाइंटमेंट लिया जा सकता है. दूसरा ऑप्शन ये है कि आप सीधे वैक्सीनेशन सेंटर जाकर भी टीका लगवा सकते हैं. वहां भी दोबारा रेजिस्ट्रेशन की जरूरत नहीं पड़ने वाली है. अगर आपको कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज 9 महीने पहले लगी है, तो आप तीसरी डोज के लिए अप्लाई कर सकते हैं. अगर 9 महीने से कम हुआ है तो बूस्टर डोज अभी नहीं लगेगी. क्या वैक्सीनेशन सेंटर पर कोई सर्टिफिकेट दिखाना पड़ेगा? अगर आपकी उम्र 60 प्लस है और आप दूसरी बीमारियों से भी ग्रसित हैं तो आपको बिना किसी रेजिस्ट्रेशन या सर्टिफिकेट के वैक्सीन लग जाएगी. लेकिन स्वास्थ्य मंत्रालय ने ये जरूर कहा है कि तीसरी डोज लेने से पहले डॉक्टर से सलाह ली जा सकती है. यहां ये जानना जरूरी है कि सर्टिफिकेट का मतलब डॉक्टर की कोई पर्ची या फिर प्रिसक्रिप्शन से है जिसकी टीकाकरण के दौरान जरूरत नहीं पड़ेगी. बूस्टर डोज के बाद वैक्सीन सर्टिफिकेट मिलेगा? हां, अगर आपको वैक्सीन की तीसरी डोज लगी है तो हमेशा की तरह एक सर्टिफिकेट आपको रजिस्टर्ड मोबाइल फोन पर दिया जाएगा. उसमें तारीख से लेकर दूसरी जरूरी जानकारी मौजूद रहेगी. क्या हेल्थ केयर वर्कर्स के परिवार को भी बूस्टर लग सकती है? नहीं, सिर्फ उन फ्रंटलाइन और हेल्थ केयर वर्कर्स को बूस्टर या फिर प्रीकॉशन डोज दी जाएगी जो सक्रिय रूप से कोरोना काल में अस्पतालों में या फिर बाहर अपनी ड्यूटी दे रहे हैं. जानकारी के लिए बता दें कि फ्रंटलाइन वर्कर्स के अंदर स्वास्थ्यकर्मी, पुलिसकर्मी और अन्य सरकारी कर्मचारी शामिल हैं. वैक्सीनेशन सेंटर पर कौन से कागज ले जाने होंगे? अगर बूस्टर डोज लगवाने जा रहे हैं तो अपने साथ वोटर आईडी कार्ड, आधार कार्ड, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस में से कोई एक पहचान पत्र जरूर साथ लेकर जाएं. उसी के आधार पर आपको वैक्सीन की बूस्टर डोज दी जाएगी.
  • मौसम विभाग का अलर्ट: बिहार में बढ़ी ठंड, दिल्ली और मध्य प्रदेश में हो सकती है बारिश
    दिल्ली। पहाड़ी इलाकों सहित देश के कई राज्यों में बढ़ती ठंड ने लोगों को काफी परेशान कर रखा है. राजधानी दिल्ली में भी मौसम में खासा बदलाव देखा जा रहा है वहीं उत्तराखंड, जम्मू कश्मीर और हिमाचल के कई इलाकों में पिछले कई दिनों से लगातार बर्फबारी हो रही है. मौसम विभाग के अनुसार उत्तरी भारत में एक्टिव हुए पश्चिमी विक्षोभ के कारण पंजाब और दिल्ली में लगातार बारिश दर्ज की जा रही है जबकि इस विक्षोभ के कारण ही जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बारिश और बर्फबारी का दौर जारी है. IMD के अनुसार राजधानी दिल्ली में आज भी बारिश होने की संभावना है जबकि पहाड़ी इलाकों के तापमान में गिरावट दर्ज की जा सकती है. दिल्ली में पिछले दो दिनों से रूक-रूक कर बारिश हो रही है. वहीं मौसम विभाग की माने तो बारिश के कारण दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राजस्थान में आने वाला 3-4 दिन ठिठुरन भरे होंगे. दरअसल मौसम विभाग ने कहा कि इन रज्यों में 3-4 दिनों में शीतलहर चलने की संभावना है जिससे ठंड बढ़ सकती है. बीते शनिवार दिल्ली में लगातार बारिश हुई, जो कि आइएमडी के अनुसार पिछले 22 सालों में जनवरी के लिए शहर की सबसे ज्यादा बारिश थी. इस बीच बिहार में भी तेज हवाओं और रुक-रुक कर हो रही बारिश ने मौसम में ठंड बढ़ा दी है. IMD ने कहा कि बिहार के कई इलाकों में आज सुबह कोहरा छाया रहेगा. वहीं आने वाले दो दिनों में तेज बारिश की भी संभावना है. मौसम विभाग के अनुसार MP में भी आने वाले दो तीन दिनों में बारिश हो सकती है. IMD ने बताया कि यहां 11 जनवरी तक कई इलाकों में बारिश हो सकती है. इसके साथ ठंड के बढ़ने की भी संभावना है.
  • 300 पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमित, विभाग ने की पुष्टि
    देश में कोरोना का कहर जारी है. महाराष्ट्र के बाद अब दिल्ली में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों के संक्रमित होने के मामले सामने आ रहे हैं. दिल्ली में कोरोना से 300 से ज्यादा पुलिसकर्मी संक्रमित हुए हैं. इनमें कई बड़े अफसर भी शामिल हैं. दिल्ली पुलिस के मुताबिक, अभी तक 300 से ज्यादा पुलिसकर्मी कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं. इनमें दिल्ली पुलिस के पब्लिक रिलेशन ऑफिसर, एडिशनल कमिश्रर चिन्मय बिस्वाल जैसे बड़े अफसर भी शामिल हैं. उठाया ये कदम महाराष्ट्र के मुंबई में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी कोरोना की चपेट में आए हैं. इतना ही नहीं मुंबई में कई आईपीएस अफसर भी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. यहां पिछले 48 घंटे में 114 पुलिसकर्मी संक्रमित पाए गए हैं. जबकि इस दौरान दो ने कोरोना से अपनी जान गंवा दी. वहीं, मुंबई में अभी तक 523 पुलिसकर्मी संक्रमित हुए हैं. इनमें 18 आईपीएस अफसर भी शामिल हैं. इनमें 1 जॉइंट कमिश्नर, 4 एडिश्नल कमिश्नर, 13 डीसीपी शामिल हैं. दिल्ली में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 22,751 केस सामने आए हैं. इतना ही नहीं इस दौरान 17 लोगों ने अपनी जान गंवाई है. हालांकि, इस दौरान 10179 लोग ठीक हुए हैं. एक्टिव केस बढ़कर 60733 हो गए हैं. अब तक राजधानी में 14,63,837 लोग ठीक हो चुके हैं. दिल्ली में पॉजिटिविटी रेट बढ़कर 23.53% पहुंच गया है.
  • केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री आज करेंगे बड़ी बैठक, क्या लॉकडाउन की ओर भारत?
    देश में कोरोना के बढ़ते मामलों ने एक बार फिर से जनता से लेकर प्रशासन तक को चिंता में डाल दिया है. स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए रिपोर्ट के अनुसार 9 जनवरी को देश भर में 1,59,632 नए मामले सामने आए हैं, जो कि पिछले 224 दिनों में सबसे ज्यादा है. वहीं इन बिगड़ते हालात को देखते हुए केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री मनसुख मंडाविया आज यानी सोमवार को पांच राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रियों के साथ बैठक करेंगे. बंद, देखें इन राज्यों में कोरोना के हालत मिली जानकारी के अनुसार इस बैठक में कोरोना से संबंधित प्रोटोकॉल का पालन करने, अस्पतालों में ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था और अस्थायी अस्पतालों की व्यवस्था करने का दिशानिर्देश जारी कर सकते हैं. आज जिन राज्यों के साथ मंडाविया बैठक करेंगे, उनके नाम हैं राजस्थान, महाराष्ट्र, गोवा, गुजरात, मध्य प्रदेश और और केंद्र शासित प्रदेश दादर नगर हवेली और दमन तथा दीव बता दें कि कल ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने कोरोना के मामलों पर चिंता जाहिर करते हुए एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की थी. पीएम इस बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए. इस समीक्षा बैठक में पीएमओ (PMO) के अधिकारियों के अलावा, गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah), केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया, कैबिनेट सचिव राजीव गाबा, गृहसचिव अजय भल्ला, स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण, आईसीएमआर के डीजी समेत कई अधिकारी मौजूद रहे. इस बैठक में पीएम ने लोगों से वैक्सीनेशन करवाने की भी अपील की. इस बीच कल जारी रिपोर्ट के अनुसार देश में एक्टिव मामले 5.90 लाख के पार पहुंच गए हैं. ये एक्टिव मामले 197 दिनों में सबसे ज्यादा है. वहीं रिपोर्ट के अनुसार देश में पिछले 24 घंटे में 327 लोगों की मौत हुई है और इसके साथ ही मरने वालों की संख्या 4,83,790 हो गई है.
  • कुलगाम मुठभेड़ में 2 आतंकी ढेर
    जम्मू कश्मीर के कुलगाम जिले (Kulgam District) में आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हो गई. इस मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को मार गिराया. पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि जिले के हसनपुरा गांव (Hasanpora) में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद सुरक्षाबलों ने तलाशी और घेराबंदी अभियान चलाया था. इस साल की शुरूआत से लेकर अब तक यानी 9 दिनों में घाटी में कुल 7 मुठभेड़ें देखने को मिली हैं, जिनमें 13 आतंकी मारे गए हैं. पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने बताया कि दोनों आतंकवादी स्थानीय थे और लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-e-Taiba ) से संबद्ध द रेसिस्टेंस फ्रंट से जुड़े थे. इतना ही नहीं, वे कई आतंकी अपराधों में भी शामिल थे. जम्मू कश्मीर पुलिस (Jammu Kashmir Police) ने दोनों आतंकियों की पहचान शोपियां के आलमगंज के आमिर अहमद वानी (Amir Ahmad Wani) और पुलवामा के टिकेन के समीर अहमद खान (Sameer Ahmad Khan) के रूप में की है.