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  • घायल जवानों से मिलने नारायणपुर पहुंचे पीसीसी चीफ मोहन मरकाम
    नारायणपुर: नक्सली हमले में घायल हुए जवानों से मिलने पीसीसी चीफ (प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष) मोहन मरकाम पहुंचे हैं. उनके साथ ही नारायणपुर विधायक चंदन कश्यप और अन्य जनप्रतिनिधि भी मौजूद हैं. जिला अस्पताल नारायणपुर में 12 घायल जवानों का इलाज चल रहा है. PCC (pradesh congress committee) चीफ ने नारायणपुर जिला अस्पताल में घायल जवानों का हाल-चाल जाना है. मोहन मरकाम ने जवानों को फल वितरण किया है. साथ ही जल्द स्वस्थ की कामना की है. लिनक्सली हमले में 5 जवान शहीदनक्सलियों ने मंगलवार को कडेनार और कन्हारगांव के बीच मरोड़ा गांव के पास एक बड़ी वारदात को अंजाम दिया. नक्सलियों की प्लांट की गई IED की चपेट में जवानों से भरी बस आ गई. इस हमले में 5 जवान शहीद हो गए. करीब 19 जवान घायल हुए हैं. घायल जवानों को धौड़ाई के स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार के बाद नारायणपुर जिला अस्पताल लाया गया. 7 गंभीर रूप से घायल जवानों को हेलीकॉप्टर के जरिए रायपुर लाया गया है. एक निजी अस्पताल में इन जवानों का इलाज किया जा रहा है
  • छत्तीसगढ़ः केमेस्ट्री टीचर ने छात्र से की अश्लील चैट, काटा प्राइवेट पार्ट…सुसाइड
    बिलासपुर. एक स्कूल में केमेस्ट्री टीचर (Chemistry Teacher) और छात्र के बीच अश्लील चैट, प्राइवेट पार्ट काटने और छात्र के सुसाइड का मामला सामने आया है. इस पूरे मामले ने शिक्षिका और छात्र के पवित्र संबंध को तार-तार कर दिया है. छात्र कितना टैलेंटेड था इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि छात्र ने जो सुसाइड नोट (Suicide Note) लिखा है उसको डिकोड (Decode) करने में पुलिस के लिए दिन-रात एक करना पड़ा. ये पूरा मामला बिलासपुर का है.घटना बिलासपुर (Bilaspur) के तोरवा थाना क्षेत्र की है. सरकंडा में एक स्कूल है. जिसका नाम है लोयला. यहां पढ़ाती थी आरोपियां आराधना एक्का. इसी स्कूल में पढ़ता था मृतक. हालांकि अभी दोनो इस स्कूल में नहीं है. उक्त केमेस्ट्री टीचर शिक्षाकर्मी हो गई है.
  • बड़ी ख़बर : बस बम ब्लास्ट में शहीद हुए जवानों को दी अंतिम विदाई…
    नारायणपुर। 5 शहीद जवानों को आज भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई, इन जवानों को कुमारपारा के रक्षित केंद्र में श्रद्धांजलि दी गई, इस दौरान बस्तर IG और PCC चीफ मोहन मरकाम मौजूद रहे। इस दौरान विधायक चंदन कश्यप भी मौजूद रहे। घटना के बाद से परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया है, वहीं जवानों के साथियों ने मुंहतोड़ जवाब देने की बात कही है। बता दें कल करीब 4.15 बजे शाम के नक्सलियों ने आईईडी से जवानों की बस को उड़ा दिया था, इस घटना में 5 जवानों की शहादत हो गई थी, वहीं इस घटना में 12 जवान घायल भी हुए थे, ब्लास्ट के बाद अनियंत्रित होकर बस पलट कई थी।
  • दर्दनाक सड़क हादसा, 2 युवकों की मौत, बिजली पोल से टकराई बाइक, 1 घायल
    भिलाई। इलाके में एक दर्दनाक हादसा(accident) हो गया। जहां एक तेज रफ्तार बाइक(bike) बिजली से टकरा गई। इस हादसे में दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और एक अन्य घायल हो गया। सूचना मिलते ही मौके पर घटना स्थल पहुंची पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच कर रही है। मिली जानकारी के अनुसार, घटना भिलाई-3 (BHILAI-3)ग्राम सोमनी में हुआ। पलिस ने बताया कि मंगलवार शाम 5 बजे बाइक (सीजी 07 पी जेड 6599) में तीन लोग सवार होकर जा रहे थे। तभी मोहंदी मोड़ के पास अचानक बिजली खंबे से टकरा गए। जिससे जी.केबिन चरोदा निवासी राहुल बाग(21वर्ष), गांधीनगर निवासी अनमोल ब्रम्हणकर(22वर्ष) की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं एक अन्य जी.केबिन निवासी सूरज घायल है। बताया गया कि अनमाेल ने 18 मार्च को ही अपना जन्मदिन मनाया था।
  • छत्तीसगढ़ : नक्सल हमले में शहीद जवानों को आज दी जाएगी श्रद्धांजलि
    नारायणपुर। जिले के कड़ेनार और मंदोडा के पास नक्सलियों ने डीआरजी जवानों से भरी बस को निशाना बनाया है। इस घटना में 5 जवान शहीद हो गए। घटना में दो जवानों के गंभीर रूप से घायल और 12 अन्य जवानों को मामूली चोट आई है। घायल जवानों को उपचार के लिए हेलीकॉप्टर से शाम को रायपुर लाया गया। शहीद जवानों को दी जाएगी श्रद्धांजलि नारायणपुर में नक्सली हमले में शहीद हुए जवानों को आज श्रद्धांजलि दी जाएगी। वहीं आज पुलिस अधिकारी ग्राउंड जीरो पर जाएंगे। डीजीपी डीएम अवस्थी भी आज नारायणपुर जाएंगे और स्थिति की जानकारी लेंगे। सुंदरराज ने नक्सली हमले को लेकर बताया कि ‘‘डीआरजी के जवानों को नक्सल विरोधी अभियान में रवाना किया गया था। अभियान के बाद जवान एक बस में से नारायणपुर जिला मुख्यालय वापस लौट रहे थे। रास्ते में कन्हरगांव-कड़ेनार मार्ग नक्सलियों ने बारूदी सुरंग में विस्फोट कर दिया। शहीद जवानों का नाम प्रधान आरक्षक – पवन मंडावी प्रधान आरक्षक – जयलाल उइके आरक्षक – सेवक सलाम सहायक आरक्षक – विजय पटेल आरक्षक (चालक) – करण देहारी मिली जानकारी के अनुसार जवानों की टीम दंतेवाड़ा जिले के बोदली और नारायणपुर जिले के कड़ेमेटा के जंगलों में दो दिवसीय ऑपरेशन के लिए निकली थी। इस टीम में 90 डीआरजी भी शामिल थे। मंगलवार दोपहर जवानों की टीम जंगल से लौटकर कड़ेमेटा कैंप पहुंची। इसके बाद डीआरजी नारायपुर के जवानों को बस से जिला मुख्यालय के लिए रवाना किया गया। वहीं, शाम लगभग 4.15 बजे जवानों की बस को घात लगाकर बैठे नक्सलियों ने कड़ेनार कैंप से करएीब तीन किलोमीटर की दूरी पर मरोड़ा गांव के पास निशाना बनाया और ब्लास्ट किया। इसके बाद जवानों से भरी बस ​अनियंत्रित होकर गड्ढे में जा गिरी। डीआरजी के जवानों पर दूसरा बड़ा हमला छत्तीसगढ़ में बीते एक वर्ष के दौरान नक्सलियों ने डीआरजी के जवानों पर दूसरा बड़ा हमला किया है। इससे पहले पिछले वर्ष 21 मार्च को नक्सलियों ने सुरक्षा बलों पर घात लगाकर हमला कर दिया था। इस हमले में डीआरजी के 12 जवानों समेत 17 जवान शहीद हो गए थे।
  • तस्करों पर पुलिस का शिंकजा, गांजे के साथ एक अंतरराज्यीय महिला तस्कर गिरफ्तार
    रायपुर। राजधानी रायपुर के देवेन्द्र नगर पुलिस और सायबर सेल की टीम ने गांजे की तस्करी कर महिला तस्कर को गिरफ्तार किया है. उसके पास से 50 हजार कीमती 6 किलो गांजा जब्त किया है. महिला ओडिशा के मलकानगिरी से गांजा लाकर तस्करी कर रहीं थी. पुलिस ने महिला के खिलाफ देवेन्द्र नगर थाने में धारा 20बी नारकोटिक्स एक्ट के तहत कार्रवाई की है.पुलिस के मुताबिक सायबर सेल की टीम को सूचना मिली थी कि देवेन्द्र नगर थाना स्थित बस स्टैंड में एक महिला झोला में रखे गांजा की बिक्री करने के लिए ग्राहक की तलाश कर रही है. जिसके बाद सायबर सेल और देवेन्द्र नगर की संयुक्त टीम दबिश देने पहुंच गई. पुलिस ने अपने पॉइंटर को पैसे देकर उस महिला से गांजा खरीदने के लिए भेजा. इसके बाद पुलिस ने मलकानगिरी रश्मि मण्डल (30वर्ष) को गांजे के साथ धर दबोचा.
  • सांप का रेस्क्यू करने इन निर्देशों का करना होगा पालन, यहां दो कोबरा का किया गया रेस्क्यू
    कोरबा। जिले में सांपों को सुरक्षित रेस्क्यू करने का काम लगातार किया जा रहा है. लेकिन किसी प्रकार तस्करी का मामला सामने न आए, इसके लिए वन विभाग ने सांप पकड़ने वालों के लिए दिशा निर्देश जारी किया है. विभाग ने कहा कि जिले में अब कोई भी रेस्क्यू नहीं करेगा. अगर ऐसे किसी को रेस्क्यू करते पाया गया उस पर कार्रवाई होगी. वन विभाग से रजिस्टर्ड टीम ही रेस्क्यू करेंगी.स्नेक रेस्क्यू टीम कोरबा लगातार सांपों को संरक्षित करने का कार्य कर रही है. रेस्क्यू टीम के प्रमुख जितेंद्र सारथी ने कॉल आते ही वन विभाग को सूचना दी, जिस पर कोरबा डिवीजन रेंजर शियाराम कर्मकार ने तत्काल तत्परता दिखाते हुए फॉरेस्ट टीम के साथ जितेंद्र सारथी को लेकर अलग अलग क्षेत्रों में रेस्क्यू किया गया.
  • BIG BREAKING : एक अप्रैल से लग सकता है LOCKDOWN!… एक राज्य से दूसरे राज्य आने जाने पर रोक नहीं… गृह मंत्रालय ने जारी की नई गाइडलाइन
    नई दिल्ली। देशभर में कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। हालात को देखते हुए महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश के कई शहरों में लॉकडाउन लगा दिया गया है। इसी बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कोरोना संक्रमण को देखते हुए एक अप्रैल से ही नई गाइडलाइंस लागू करने का निर्देश जारी किया है, जो 30 अप्रैल तक लागू रहेगा। गृह मंत्रालय की ओर से जारी गाइडलाइन के अनुसार केंद्र सरकार ने राज्यों को टेस्ट, ट्रैक और ट्रीट पॉलिसी पर काम करने का निर्देश दिया है। वहीं, अधिक संक्रमित इलाके में सख्ती बरतने का भी निर्देश दिया गया है। केंद्र सरकार ने कहा है कि जिला प्रशासन को माइक्रो लेवल पर कंटेनमेंट जोन तैयार करने पर जोर देना चाहिए। यही नहीं सभी जिला अधिकारियों की ओर से डिस्ट्रिक्ट की वेबसाइट पर कंटेनमेंट जोन्स के बारे में भी जानकारी दी जाएगी। यह लिस्ट केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ भी समय-समय पर साझा करने को कहा गया है। जिला, शहर और वार्ड लेवल पर राज्य सरकार कर सकती है सख्ती जारी गाइडलाइन में संक्रमण रोकने और संक्रमितों के इलाज पर जोर देते हुए कहा गया है कि कंटेनमेंट जोन में नियमों का पालन करवाने की जिम्मेदारी पुलिस जवानों की होगी। साथ ही जवाबदेही राज्य सरकार की होगी। वर्कप्लेसेज पर भी जरूरी नियमों को तय करने का अधिकार राज्यों को दिया गया है। गाइडलाइन में यह भी कहा गया है कि राज्यों को जिला, तहसील और शहर या वार्ड के लेवल पर पाबंदी लगाने का अधिकार है। इंटर स्टेट आवागमन पर नहीं रहेगी रोक गृह मंत्रालय की ओर से जारी गाइडलाइन के अनुसार इंटर स्टेट आवागमन पर रोक नहीं रहेगी। केंद्र ने स्पष्ट किया है कि किसी भी राज्य के भीतर या फिर एक से दूसरे राज्य में आवागमन पर कोई रोक नहीं होगी। इसके अलावा मूवमेंट के लिए किसी भी तरह के अप्रूवल या फिर ई-परमिट की भी जरूरत नहीं है।
  • बड़ा खुलासा: 119 नाबालिग बच्चों ने मंगाए ऑनलाइन बटनदार चाकू
    रायपुर: प्रदेश में चाकूबाजी की घटनाएं बढ़ी है. चाकू को लेकर एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. प्रदेश के युवा अब शौकिया तौर पर चाकू अपने पास रख रहे हैं.ऑनलाइन ई-कॉमर्स साइट के जरिए चाकू मंगाए जा रहे हैं. चाकू ऑर्डर करने का आंकड़ा सैंकड़ों में है. अकेले रायपुर से 502 लोगों ने ऑनलाइन चाकू खरीदा है.राजधानी रायपुर में बढ़ती चाकूबाजी घटनाओं को देखते हुए रायपुर पुलिस ने अभियान चलाया. पुलिस ने फ्लिपकार्ट और ऐमेजॉन जैसी ऑनलाइन ई-कॉमर्स कंपनियों से पिछले साल चाकू ऑर्डर करने वाले लोगों का डाटा मांगा था. जिले में जिन लोगों ने चाकू आर्डर किया था उनकी लिस्ट मांगी गई थी. ई-कॉमर्स कंपनियों की ओर से पुलिस विभाग को लिस्ट भेज दी गई है. 2020 में कुल 800 लोगों ने ऑनलाइन चाकू ऑर्डर किया था. जिसमें 502 रायपुर और 298 छत्तीसगढ़ के अन्य जिले के हैं.
  • वन अधिकार अधिनियम एवं पेसा कानून हेतु कार्यशाला सह प्रशिक्षण का हुआ आयोजन जिला पंचायत अध्यक्ष ने कार्यशाला का किया शुभारंभ

    आज जिला पंचायत कोण्डागांव के सभाकक्ष में संचालक आदिम जाति कल्याण विभाग अनुसंधान तथा प्रशिक्षण संस्थान के तत्वाधान में कार्यशाला सह प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला सह प्रशिक्षण का शुभारंभ जिला पंचायत अध्यक्ष देवचंद मातलाम के द्वारा किया गया। इस प्रशिक्षण में विभिन्न ग्राम पंचाायतों के संरपंच, जनजातीय प्रतिनिधि, वन विभाग एवं पंचायत विभाग के अधिकारी कर्मचारी सम्मिलित हुए। जहां उन्हें वन अधिकार अधिनियम 2006, सामुदायिक वन अधिकार, पेसा अधिनियम एवं अनुसूचित क्षेत्रों में भूमि क्रय-विक्रय की भू-राजस्व संहिता अधिनियम 1959 के अधीन, धारा 170 ‘क‘ एवं ‘ख‘ के संबंध में विभिन्न प्रावधानों का विस्तारपूर्वक चर्चा किया गया। इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष देवचंद मातलाम ने कहा कि जनजाति समुदाय के अधिकारों की जानकारियां कार्यशाला प्रशिक्षकों देकर शासन का यह प्रयास है कि अनुसूचित जनजाति के लोगों में अपने अधिकारों के प्रति जागरूकता लायी जा सके। जनजातीय समाज के उत्थान के लिए आवश्यक है कि वे अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हो तथा अधिकारों का प्रयोग कर उच्चतम विकास की ओर अग्रसर हांे। प्रशिक्षण में उपस्थित उप संचालक आदिम जाति अनुसंधान संस्थान जीआर शोरी ने कहा कि वनाधिकार पट्टा, पेसा कानून और धारा 170 ‘क‘ एवं ‘ख‘ की जानकारियां बहुत आवश्यक है। इसके  प्रावधानों को समझना और जागरूक होना आदिवासियों के हित में है। इस कार्यशाला में वन अधिकार कानून 2006 का इतिहास एवं परिभाषा वन अधिकार अधिनियम की क्रियान्वयन में संस्थागत व्यवस्था, सामुदायिक अधिकार एवं सामुदायिक वन संसाधन अधिकार एवं मान्यता, 5वीं अनुसूची क्षेत्र एवं पंचायत उपाबंध सहित विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों पर मास्टर ट्रेनर्स द्वारा जानकारी दिया गया। उक्त विषयों पर प्रश्नोत्तरी का भी आयोजन किया गया। उक्त प्रशिक्षण में आदिम जाति अनुसंधान संस्थान रायपुर की ओर से वन अधिकारी विशेषज्ञ श्री मनोहर चैहान, पेशा अधिनियम विशेषज्ञ अश्विनी कांगे सहित एसपी सिद्धार्थ तिवारी, जिला पंचायत सीईओ डीएन कश्यप, सहायक आयुक्त आदिम जाति विकास आरएस भोई, डीएफओ केशकाल बीएस ठाकुर, एसडीएम बीआर धु्रव, डीआर ठाकुर, डीडी मण्डावी, तहसीलदार विजय मिश्रा, नायब तहसीलदार हार्दिक श्रीवास्तव, सभी रेंजर, वनरक्षक, समाज प्रमुख, सरपंच, जिला वनअधिकारी समिति अनुभाग समिति के सभी सदस्य एवं जनप्रतिनिधि एवं अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।

  • कोरोना संक्रमण के रोकथाम की निगम आयुक्त कर रहे सतत मानिटरिंग

    जिले में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए टेस्टिंग, वैक्सीनेशन के साथ ही कंटेटमेंट जोन भी बनाये जा रहे हैं। आज सुबह भिलाई के निगम आयुक्त श्री ऋतुराज रघुवंशी ने कंटेटमेंट जोन बनाये जाने का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए कंटेटमेंट जोन से संबंधी निर्देशों का पालन बेहद अहम है। उन्होंने  सभी क्षेत्रों में कंटेटमेंट जोन का काम शीघ्रता से पूरा करने निर्देश दिये। साथ ही उन्होंने भिलाई में वैक्सीनेशन की गतिविधियों को भी देखा। इसके साथ ही मास्क पर बाजारों में कोरोना गाइडलाइन के अनुपालन की मानिटरिंग भी की। दुर्ग निगम आयुक्त श्री हरीश मंडावी सुबह सब्जी मंडी पहुँचे। वहाँ पर उन्होंने सब्जी व्यवसायियों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने सख्त निर्देश दिये। साथ ही कोविड प्रोटोकाल का पालन नहीं कर रहे व्यवसायियों पर भी जुर्माना लगाया गया। इसी तरह रिसाली एवं भिलाई चरौदा निगमों में भी निगम आयुक्त श्री प्रकाश सर्वे एवं श्री कीर्तिमान राठौर द्वारा कोरोना गाइडलाइन के पालन को सुनिश्चित किये जाने के संबंध में कार्रवाई की जा रही है।
    यहाँ पर बनाये गये कंटेटमेंट जोन- नगर निगम दुर्ग में केलाबाड़ी चैक, शास्त्री चैक केलाबाड़ी, पार्षद हमीद खोखर जी के निवास के पास। इसी प्रकार नगर पालिक निगम भिलाई के जोन-01 नेहरू नगर में बनाए जाने वाले कन्टेंनमेंट जोन नेहरू नगर पश्चिम वार्ड 03, प्रियदर्शिनी परिसर, पश्चिम, ब्लाॅक डी, चैहान टाऊन वार्ड क्रमांक 02, आनंद पुरम फेस-2, वार्ड क्रमांक 8,, शिवाजी नगर, वार्ड क्रमांक 04 शनि मंदिर के पास, ग्रीन विली, ब्लाक ए एवं 17, 6 फ्लोर कंन्टेंनमेंट जोन बनाए गए हैं। इसी प्रकार जोन 02 के वार्ड 10 शांति नगर सड़क 01, वार्ड 10 शांति नगर सड़क 05 अ, वार्ड 10 शांति नगर सड़क 01, वार्ड 26 हाऊसिंग बोर्ड क्रिकेट ग्राउंड के पास, वार्ड 26 हाऊसिंग बोर्ड कमेटी हाॅल के बाजू कंटेंन्मेंट जोन बनाया गया है। इसी प्रकार जोन-05 सेक्टर -06 में सड़क 32 सेक्टर 04, सड़क 87 सेक्टर 06, सड़क 38 सेक्टर 7, सड़क 38 सेक्टर 07, सड़क 08 सेक्टर 10, सड़क 17 सेक्टर 10 को कंटेटमेंट जोन बनाया गया है।

  • रेट लिस्ट चस्पा करें, प्रारंभिक उपचार के बगैर किसी मरीज को रिफर न करें

    अपने अस्पतालों में कोविड के इलाज को लेकर रेट लिस्ट चस्पा करें। मरीज के परिजनों से नियमित काउंसिलिंग करते रहें। यदि कोई ऐसा इलाज आरंभ कर रहे हैं जिसमें लागत अधिक आने की आशंका है तो इससे मरीज के परिजनों को अवगत कराएं। कोविड की स्थिति को देखते हुए अनिवार्य रूप से आइसोलेशन बेड रखें। कोविड के संदिग्ध मरीज को अपनी सेवाएं देने से इंकार न करें। यह निर्देश प्राइवेट हास्पिटल के संचालकों को कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने दिये। उन्होंने कहा कि जिले में कोविड के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए यह आवश्यक है कि कोरोना संक्रमण के विरुद्ध लड़ाई में प्राइवेट भी अपनी पूरी ऊर्जा लगाएं। इसके लिए अपने अस्पताल में सबसे बेहतर इलाज की सुविधा सुनिश्चित करें। इसके साथ ही निजी अस्पतालों को लेकर जो कोरोना गाइडलाइन है उसका पालन करें। हास्पिटल में इलाज के लिए रेट लिस्ट चस्पा कर दें ताकि मरीज के परिजनों को किसी तरह की दुविधा न हो। कलेक्टर ने कहा कि सामान्य बीमारियों के मरीज भी अस्पतालों में आते रहते हैं यह सुनिश्चित करें कि उनका इलाज भी भलीभांती होता रहे और उनके इलाज में किसी तरह की बाधा न आये। कलेक्टर ने कहा कि अस्पताल में जो भी आता है उसे बिना प्रारंभिक इलाज के रिफर नहीं करना है। प्रारंभिक इलाज के बाद स्टेबल होने के बाद ही उसे रिफर करना है। इसके लिए नोडल अधिकारी नियमित रूप से अस्पताल प्रशासन के संपर्क में रहेंगे। कलेक्टर ने निजी अस्पताल के प्रबंधकों से कहा कि मरीजों को सर्वोत्तम संभव इलाज  देने की कोशिश करें। जितनी गहन मानिटरिंग हो सकेगी, डेथ रेट को कम करने में उतनी ही मदद मिलेगी। इस मौके पर कलेक्टर ने नोडल अधिकारियों को भी निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि आपकी जिम्मेदारी होगी कि इन निजी अस्पताल के प्रबंधन के साथ समन्वय स्थापित कर नागरिकों के लिए पारदर्शी सिस्टम और अच्छा इलाज सुलभ कराएं। बैठक में अपर कलेक्टर श्री बीबी पंचभाई सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।