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  • कोरोना वायरस से बचाव के लिए जारी गाइडलाइन का पालन करने  विजय गुरू और मंत्री गुरू रूद्रकुमार का श्रद्धालुओं से अपील
    गुरूदर्शन मेला गिरौदपुरी धाम आज 18 मार्च से शुरू हो गया है। तीन दिवसीय मेला का आयोजन 20 मार्च तक होगा। गुरूदर्शन मेला में प्रदेश और देश-विदेश से लाखों की संख्या में सतनाम पंथ के अनुयायियों का समागम होता है। कोरोना वायरस का संकट अभी टला नहीं है। कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए गिरौदपुरी मेला आयोजन समिति के अध्यक्ष एवं गुरू गद्दीनशीन श्री विजय गुरू और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री गुरू रूद्रकुमार द्वारा संयुक्त रूप से कोरोना के बचाव से लिए शासन द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन करने श्रद्धालुओं से अपील की है। जिला प्रशासन बलौदाबाजार-भाटापारा द्वारा गिरौदपुरी मेला में कोरोना सेे बचाव से संबंधित अपील जारी की है।
     
    गुरूगद्दीनशीन  विजय गुरू और मंत्री गुरू रूद्रकुमार द्वारा जारी संयुक्त अपील मे कहा गया है कि गिरौदपुरी मेला बाबा गुरू घासीदास जी के प्रति न केवल हमारी आस्था का प्रतीक है, बल्कि देशभर के लाखों श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केन्द्र भी है। हर वर्ष ही तरह इस वर्ष भी मेले का आयोजन 18 से 20 मार्च तक तीन दिवसीय मेले का आयोजन किया जा रहा है। बाबा गुरू घासीदास जी के आशीर्वाद से मेला का सफल आयोजन होगा। सतनाम पंथ के अनुयायियों एवं समाज के सभी श्रद्धालु भाईयों, बहनों, माताओं और बुजुर्गों, से अपील है कि हम सब पिछले एक साल से कोरोना महामारी से लड़ रहे हैं। यह एक भयानक संक्रामक रोग है, जो हमारी जरा सी असावधानी, लापरवाही और कोरोना से बचाव के उपायों की अनदेखी से पुनः विकराल रूप ले सकता है। अतः शासन द्वारा जारी गाइडलाइन तथा दिशा-निर्देशों का पालन किया जाए।
     
    अपील में यह भी कहा गया है कि आप मेला स्थल पर आएं, गुरू गद्दी का दर्शन करें, जैतखाम को नमन करें और वापस अपने घरों को लौट आएं। घर में श्रद्धा से बाबा का स्मरण करें। उनका आशीर्वाद सदा आप पर बना रहेगा। इस वर्ष मेला स्थल पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन नहीं किया जा रहा है। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में लम्बे समय तक एक स्थल पर जुटे रहने से कोरोना संक्रमण की संभावना बलवती हो सकती है। इसलिए श्रद्धालुओं को रात्रि विश्राम न करने की सलाह दी जाती है। गुरूदर्शन एवं पूजा पाठ के बाद सभी अपने-अपने घर लौट जाएं। आप सभी से यह भी अपील है कि मेला स्थल पर भीड़ न लगाएं, आपस में पर्याप्त दूरी बनाए रखें। अनिवार्य रूप से मास्क लगाकर मेला स्थल पर पूजा-अर्चना करें। अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा का ध्यान रखें।
  • छत्तीसगढ़: नाबालिग दुष्कर्म पीड़िता का अबॉर्शन करने पर महिला डॉक्टर गिरफ्तार, खुद ही थाने में की थी शिकायत
    गरियाबंद। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद में पुलिस ने एक महिला डॉक्टर को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि महिला डॉक्टर ने दुष्कर्म पीड़िता नाबालिग का अबॉर्शन किया है। इसके बदले में डॉक्टर पर 4 लाख रुपए भी मांगने का आरोप है। खास बात यह है कि दुष्कर्म की शिकायत के लिए महिला डॉक्टर ही परिजनों को थाने लेकर गई थी। पुलिस इस मामले में दुष्कर्म के आरोपी को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। मामला सिटी कोतवाली क्षेत्र का है। जानकारी के मुताबिक, 20 नवंबर को पेट दर्द होने पर परिजन नाबालिग को लेकर रायपुर के गोबरा नवापारा स्थित अंजली क्लीनिक पहुंचे थे। यहां पर महिला डॉक्टर कविता लाल ने परिजनों को नाबालिग के पेट में ट्यूमर होने की जानकारी दी थी। इलाज शुरू हुआ तो डॉक्टर ने गर्भवती होना बताया। आरोप है कि महिला डॉक्टर ने गर्भपात के लिए 4 लाख रुपए भी मांगे। इतनी बड़ी रकम परिजनों ने देने में असमर्थता जताई। रायपुर पुलिस ने शून्य FIR दर्ज कर गरियाबंद भेजी इसके बाद महिला डॉक्टर खुद ही पीड़िता और उसके परिजनों को लेकर गोबरा नवापारा थाने पहुंची और शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने शुन्य FIR दर्ज कर उसे गरियाबंद के पीपरछेड़ी थाने को भेज दिया। इसके बाद SP भोजराज पटेल ने जांच की जिम्मेदारी सिटी कोतवाली प्रभारी वेदवती दरियो को सौंप दी। कोतवाली प्रभारी वेदवती दरियो ने बताया कि पूछताछ और 164 में दर्ज बयान महिला डॉक्टर को गर्भपात का दोषी पाया गया है। अस्पताल में भर्ती होने के दो-तीन दिन में ही हो गया था गर्भपात एडिशनल SP सुखनंदन राठौर ने बताया कि नाबालिग से दुष्कर्म के आरोपी को करीब महीने भर पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था। पूछताछ में नाबालिग के परिजनों ने डॉक्टर पर मोटी रकम मांगने का आरोप भी लगाया। उन्होंने बताया कि आरोपी डॉक्टर के अस्पताल में भर्ती होने के दो से तीन दिन बाद ही नाबालिग का गर्भपात हो गया था। फिलहाल महिला डॉक्टर को गिरफ्तार कर रायपुर जेल भेज दिया गया है।
  • ब्रेकिंग न्यूज़ : शराब दुकानें और होटल बार 29 मार्च को रहेंगी बंद, कलेक्टर ने जारी किया आदेश
    छत्तीसगढ़। कलेक्टर रजत बंसल द्वारा 29 मार्च 2021 को होली पर्व पर शुष्क दिवस घोषित किया गया है। शुष्क दिवस के अवसर पर बस्तर जिले में स्थित सभी प्रकार की मदिरा दुकानें एवं लायसेंस अर्थत् देशी मदिरा सी.एस.2 (घघ), विदेशी मदिरा एफ.एल.1 (घघ), एफ.एल. 3 (होटल बार), एफ.एल. 7 (सैनिक कैंटिन) एवं मद्य भण्डारण भण्डागार जगदलपुर को 28 मार्च को समयावधि पश्चात् बंद करने और 29 मार्च को पूर्णतः बंद रखे जाने के लिए आदेशित किया गया है।
  • BIG NEWS : प्रदेश के इस जिले में कोविड वैक्सीन लगाने के बाद… बुजुर्ग की मौत… इलाके में हड़कंप मच गया
    महासमुंद। कोरोना संक्रमण से बचने के लिए देश और प्रदेश भर में वैक्सिन लगाई जा रही है. महासमुंद के पिथौरा में एक बुजुर्ग को गुरूवार को शाम 5 बजे कोविड टीका लगाया गया. इसके बाद शुक्रवार बुजुर्ग ने दम तोड़ दिया. परिजनों का आरोप है कि बुजुर्ग को कोई बीमारी नहीं थी. कोरोना टीका की वजह से उनकी मौत हुई है. इस घटना से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया है. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक पीएम के बाद ही मामला स्पष्ट हो पाएगा. पिथौरा के सावित्रीपुर निवासी 62 वर्षीय बुजुर्ग विभीषण बंजारे को कोविड टीका लगाया गया था. टीका लगने के अगले दिन सुबह टीका लगे स्थान पर दर्द होने लगा. इससे बुजुर्ग पसीना-पसीना होने लगा. बिगड़ती तबीयत को देखते हुए बुजुर्ग को इलाज के लिए पिथौरा शासकीय हास्पिटल लाया गया. पिथौरा लाने पर गंभीर हालत को देखते हुए डाक्टरों ने बसना स्वास्थ्य केंद्र रिफर किया. बसना में डाक्टरों ने बुजुर्ग को मृत घोषित किया. परिजनों ने टीका लगने के बाद मौत होने का आरोप लगाया है. परिजनों का दावा है कि पहले किसी भी प्रकार की बीमारी नहीं थी. इस मामले में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. एनके मंडपे ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की टीम बसना पहुंची है. जिला टीकाकरण अधिकारी के नेतृत्व में जांच टीम का गठन किया गया है. पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही मामले का खुलासा होगा.
  • CG : सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर… महिला को बनाया हवस का शिकार… इंजिनियर पर रेप का आरोप
    बिलासपुर। पीडब्लूडी के कार्यपालन अभियंता मधेश्वर प्रसाद केे खिलाफ एक बुटिक सेंटर संचालित करनेे वाली महिला ने दुष्कर्म का आरोप लगाया है। महिला के अनुसार ईई साड़ी खरीदने के लिए अपने घर नूतन कॉलोनी बुलाया था और साड़ी खरीदी थी। दूसरी बार अपनी नौकरानी से साड़ी के लिए घर बुलाया था। जहां ईई ने 2019 में घर बुलाकर पानी मे नशीला पदार्थ मिलाकर पिला दिया और बेहोशी में उसके साथ दुष्कर्म किया। और होश में आने पर बदनामी का डर दिखाया और सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा दिया। इसके बाद लगातार दुष्कर्म करते रहा। जब ईई का कबीरधाम ट्रांसफर हुआ और महिला को नौकरी भी नहीं मिली तब उसे अपने साथ हुए धोखे और गलत होने का अहसास हुआ। जिसके बाद महिला ने ईई मधेश्वर प्रसाद के खिलाफ सरकंडा थाने में दुष्कर्म का अपराध दर्ज करवाया है।सरकंडा थाना प्रभारी जेपी गुप्ता ने बताया कि पीडब्लूडी के ईई मधेश्वर प्रसाद के खिलाफ दुष्कर्म का अपराध पंजीबद्ध किया गया है। आरोपी की तलाश की जा रही है। आरोपी को पकड़ने घर पर भी दबिश दी गई थी,लेकिन वह फरार हो चुका था।
  • एनसीसी कैडेटो को दिया गया विभिन्न गतिविधियों में प्रशिक्षण : परचनपाल में एनसीसी संयुक्त वार्षिक प्रशिक्षण शिविर

    छत्तीसगढ़ बटालियन एनसीसी परचनपाल द्वारा एनसीसी संयुक्त वार्षिक प्रशिक्षण शिविर सीएटीसी-20 का आयोजन परचनपाल स्थित कन्या शिक्षा परिसर में 14 मार्च से किया गया था जिसका समापन 16 मार्च को हुआ। प्रशिक्षण शिविर में कैडेटो को ड्रील, फायरिंग, आर्म हैडलिंग, मैप रीडिंग, फायर-फायटिंग, प्राथमिक चिकित्सा, ट्रॉफिक नियम, प्राकृतिक आपदा, स्वच्छता अभियान, योगा-पीटी एवं अम्बूस का प्रशिक्षण दिया गया। इसके अलावा कोविड-19 से बचाव एवं स्वास्थ्य संबंधि जानकारी भी दिया गया। कैम्प कमानडेट कर्नल अजय धवन की अध्यक्षता में बस्तर जिले के लगभग 150 एनसीसी कैडेट बालिकाओं ने तीन दिवसीय वार्षिक प्रशिक्षण शिविर में शामिल हुए।  कमानडेट कर्नल अजय धवन ने कैडेटो का उत्साह वर्धन एवं आभार व्यक्त किया। साथ ही उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते तीन दिवसीय कैम्प का समापन किया गया।

  • मर्दापाल में उप तहसील कार्यालय खुलने से लोगों को मिली बड़ी राहत : उप तहसील बनने से लोगों के राजस्व प्रकरण अब शीघ्रता से होंगे निराकृत

    प्रदेश में लोगों की सुविधा के लिए राजस्व प्रशासन को सहज और सुलभ बनाया जा रहा है। लोगों के राजस्व संबंधी काम उनके निवास के नजदीक ही हो जाए, इसके लिए राजस्व प्रशासन की नई ईकाइयां प्रारंभ की जा रही है। इसी कड़ी में कोण्डागांव जिले के मर्दापाल में उपतहसील का शुभारंभ नारायणपुर के विधायक एवं छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष श्री चंदन कश्यप ने किया। उल्लेखनीय है कि 51 हजार से अधिक जनसंख्या वाले इस नवीन उपतहसील में 45 ग्राम पंचायत एवं दो राजस्व निरीक्षक मंडल गोलावंड तथा मर्दापाल सम्मिलित होगें। जिनके अंतर्गत 19 हल्के एवं 78 आश्रित ग्राम भी शामिल होंगे।
        तहसील शुभारंभ के अवसर पर श्री चंदन कश्यप ने कहा कि मर्दापाल एवं आस-पास के गांव कई वर्षों से पहाड़ी-जंगल एवं संवेदनशील क्षेत्र होने के कारण विकास की धीमी गति से जूझते रहे हैं। क्षेत्र के ग्रामीणों को अपने छोटे-छोटे कार्यों के लिए जिला मुख्यालय तक बार-बार आना पड़ता था। जिससे उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। मर्दापाल में उपतहसील कार्यालय स्थापित होने से अब ग्रामीणों के आय, जाति, निवास आदि प्रमाण पत्र एवं नामांतरण, बटवारा, सीमांकन के कार्य उप तहसील के माध्यम से ही पूर्ण हो जाएंगे। उन्हें इसके लिए मुख्यालय पर जाने की आवश्यकता नहीं होगी। मर्दापाल का विकास अधिक तीव्र गति से हो सकेगा। इस अवसर पर जिला पंचायत के अध्यक्ष श्री देवचंद मातलाम, कलेक्टर श्री पुष्पेन्द्र मीणा, जनपद अध्यक्ष शिवलाल मंडावी सहित जिले के अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी  उपस्थित थे।

  • कोरोना से बचाव को लेकर प्रशासन सख्त - मुश्किल वक्त

    मुश्किल वक्त, कोरोना से बचाव को लेकर प्रशासन सख्त

     होली के अवसर पर सभी प्रकार के सार्वजनिक कार्यक्रमों को प्रतिबंधित किया गया

    सामूहिक होली मिलन समारोह, नगाड़ा बजाना आदि प्रतिबंधित


    -कोरोना संक्रमण को रोकने की दिशा में प्रशासन अलर्ट, उठाये गये सभी एतहितायती कदम
    दुर्ग 18 मार्च 2021/ कोरोना संक्रमण की स्थिति पूर देश के साथ ही दुर्ग जिले में भी तेजी से बढ़ रही है। इस गंभीर खतरे को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने इसे रोकने की रणनीति बनाते हुए अनेक कदम उठाये हैं। अभी होली आने वाली है। त्योहार के अवसर पर कोरोना बढ़ने की आशंका न हो, इसके लिए कदम उठाये गए हैं। इसके साथ ही पार्क आदि में लोगों के जाने पर रोक जैसे कदम उठाये गए हैं। समारोहों में पचास से अधिक लोगों के आने पर प्रशासनिक अनुमति अनिवार्य है। 200 से अधिक लोगों को अनुमति नहीं दी जाएगी। मास्क नहीं पहनने पर दो सौ रुपए का जुर्माना है और इसके लिए चैक-चैराहों पर सघन अभियान चलाये जा रहे हैं।
    होली के लिए जारी की गई गाइडलाइन- होली के अवसर पर सभी प्रकार के सार्वजनिक कार्यक्रमों को प्रतिबंधित किया गया है। सामूहिक होली मिलन समारोह, नगाड़ा बजाना आदि प्रतिबंधित किये गयए हैं। होली में पाँच से अधिक लोगों का एक साथ घूमना प्रतिबंधित रहेगा। रेसीडेंशियल कालोनी में सामूहिक होली मिलन प्रतिबंधित रहेगा। डीजे बजाना प्रतिबंधित होगा। कलेक्टर ने लोगों से अपील की है कि कोरोना संक्रमण की आशंका को देखते हुए अपने निवास में ही होली मनाएं और सजगता का पूरा ध्यान रखें।

  • 10 वाईन बार के लाइसेंस हुए निलंबित
    रायपुर कलेक्टर डॉ एस भारतीय दासन के निर्देश पर रायपुर के होटल और बारों की विशेष जांच आबकारी विभाग द्वारा की गई थी , जांच के दौरान बारों में गंभीर अनियमितता मिलने पर विभागीय प्रकरण कायम किया गया, जिस पर कलेक्टर रायपुर ने निर्णय देते हुए 10 बार अनुज्ञप्ति FL 3 को 1 दिन के लिए निलंबित कर दिया है | *किन कारणों से हुए लाइसेंस निलंबित ?* गंभीर अनियमितता की श्रेणी में निर्धारित समय बाद भी बार खुला रखना, एक से अधिक काउंटर संचालित करना, एक समय में काउंटर पर एक लेवल का एक से अधिक बोतल खुले रखना के प्रकरण शामिल हैं - निलंबित होने वाले बार के नाम होटल मेलरोज, होटल योगी, होटल शीतल इंटरनेशनल, होटल मधुशाला, होटल सी रॉक, होटल सूर्या , होटल सेंटर प्वाइंट, होटल मेट्रो, होटल क्रॉस रोड और होटल 10 डाउनिंग स्ट्रीट को निलंबित किया गया है | कलेक्टर एस भारती दासन ने स्पष्ट किया है कि लाइसेंस निलंबन के लिए किसी प्रकार के प्रतिकर पाने या उसके संबंध में चुकाई गई किसी फीस या निक्षेप के प्रतिदाए का हकदार होटल संचालक नहीं होगा | उक्त जानकारी कार्यालय उप आयुक्त आबकारी जिला रायपुर के द्वारा दी गई है | CG 24 News-Singhotra
  • पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री सिंहदेव ने गौठानों के अध्ययन भ्रमण पर आए दल से की चर्चा

    पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री  टी.एस. सिंहदेव ने रायपुर और दुर्ग जिले के गौठानों के अध्ययन भ्रमण पर आए दंतेवाड़ा के गौठान समितियों व स्वसहायता समूहों के सदस्यों से चर्चा की। उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से हुई चर्चा में बस्तर अंचल में भी गौठानों को स्वरोजगार के लिए मल्टी-यूटिलिटी सेंटर (एकीकृत सुविधा केंद्र) के रूप में विकसित करने के लिए अध्ययन दल को प्रेरित किया। पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री से प्रतिनिधियों ने अपने अध्ययन यात्रा के अनुभव साझा किए।

    दंतेवाड़ा जिले के गौठान समितियों और महिला स्वसहायता समूहों का 25 सदस्यीय दल मैदानी क्षेत्र रायपुर और दुर्ग के गौठानों के अध्ययन भ्रमण पर पहुंचा है। वे मॉडल गौठानों का अवलोकन कर वहां विभिन्न आजीविकामूलक गतिविधियां संचालित कर रहीं स्वसहायता समूहों व गौठान समितियों से चर्चा कर इनके प्रबंधन एवं संचालन की जानकारी ले रहे हैं। पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री सिंहदेव ने अध्ययन दल के सदस्यों को बस्तर संभाग के सभी जिलों में भी गौठानों को मॉडल गौठान के रूप में विकसित करने कहा। उन्होंने अध्ययन दल की महिलाओं द्वारा अपने गौठानों में भी वर्मी कंपोस्ट, दोना-पत्तल, गमला व दीया निर्माण तथा मछलीपालन, मुर्गीपालन और बकरीपालन जैसी गतिविधियां शुरू करने की इच्छा व्यक्त करने पर विभाग द्वारा हर तरह की सहायता उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया।

    श्री सिंहदेव ने अध्ययन दल से कहा कि हर गौठान में पांच काम शुरू किए जाएंगे जिससे ग्रामीणों को आमदनी हो। महिला स्वसहायता समूहों को भी इसके माध्यम से रोजगार दिया जाएगा। उन्होंने दल के सदस्यों को अपने-अपने गौठान की कार्ययोजना की जानकारी अपने कलेक्टर को देने कहा। श्री सिंहदेव ने दंतेवाड़ा के अधिकारियों से चर्चा कर उनकी कार्ययोजना को मूर्तरूप देने पहल करने की बात कही। उन्होंने दल से गौठानों में गोबर खरीदी, वनोपज संग्रहण और वनोपज खरीदी की भी जानकारी ली।

    बस्तर क्षेत्र के ग्रामीणों को कृषि गतिविधियों में नवाचार अपनाने, गोधन न्याय योजना को बेहतर ढंग से समझाने तथा उन्नत कृषि को अपनाने के लिए प्रेरित करने मैदानी क्षेत्रों के गौठानों का अध्ययन भ्रमण कराया जा रहा है। इसके लिए कांकेर, सुकमा, बीजापुर, बस्तर, कोण्डागांव, दंतेवाड़ा और नारायणपुर जिले के गौठान समितियों और स्वसहायता समूहों के 25-25 सदस्यों को बुलाया जा रहा है। दंतेवाड़ा से पहुंचे दल ने अपने अध्ययन प्रवास के पहले दिन रायपुर जिले के नवागांव और बैहार गौठान, सेरीखेड़ी मल्टी-यूटिलिटी सेंटर एवं इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में कृषि संग्रहालय का अवलोकन किया। वहीं दूसरे दिन उन्होंने दुर्ग जिले में सिकोला, केसरा, बोरेन्दा, कौही और कुर्मीगुंडरा गौठान के साथ ही बोरेंदा में सोलर सामुदायिक उद्वहन सिंचाई की व्यवस्था देखी।

  • मनरेगा हेतु शिकायत पेटी की जिला पंचायत में की गई स्थापना

    विगत दिनों मनरेगा अंतर्गत किए जा रहे कार्यों से प्राप्त शिकायतों की संख्या को देखते हुए कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा ने कार्यो में पारदर्शिता एवं शिकायत निवारण प्रणाली को सुदृढ बनाने के लिए  मनरेगा हेतु शिकायत पेटी की स्थापना के लिए निर्देश दिये थे। जिस पर अमल करते हुए जिला पंचायत भवन के मुख्य द्वार के सामने शिकायत पेटी की स्थापना की गई है। ग्रामीण अपनी किसी भी समस्या के संबंध में इस शिकायत पेटी में अपनी समस्याओं को लिखकर इस पेटी में डाल सकते हैं। इस हेतु शिकायतकर्ता को किसी भी विशिष्ट प्रपत्र की आवश्यकता नहीं होगी। केवल सादे कागज पर लिखकर अपना आवेदन शिकायत पेटी अन्य आवश्यक दस्तावेजों के साथ में डाल सकते हैं। इस शिकायत पेटी से रोजाना शिकायतों को निकाल कर उसे तुरंत निपटान हेतु मनरेगा शाखा में भेजा जायेगा। इस पेटी के स्थापना से बढ़ते कोविड-19 के प्रकरणों के समय में भीड़ नियंत्रण के लिये भी सहायता प्राप्त होगी। वर्तमान वित्तीय वर्ष 2020-21 मे मनरेगा शाखा में अब तक कुल 62 शिकायत प्राप्त हुए हैं। जिसमें से 45 निराकृत एवं 17 जांच हेतु प्रक्रियाधीन है। 
    इस संबंध में जिला पंचायत सीईओ देवनारायण कश्यप ने बताया कि शिकायत पेटी के लगने से मनरेगा में मिल रही शिकायतों का जल्द समाधान प्राप्त होगा तथा आवेदनकर्ता को अपने आवेदन को जमा करने के लिए बार-बार कार्यालय के चक्कर नहीं लगाने होंगे। एक बार शिकायत प्राप्त होने के पश्चात विभाग द्वारा जल्द से जल्द उसका निवारण किया जाएगा।

  • आयुष्मान कार्ड बनाने के कार्य में आई तेजी जिले में अब तक 03 लाख 02 हजार 547 परिवारों का किया गया पंजीयन

    प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना तथा डाॅ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना के अंतर्गत जिले में 01 मार्च से आयुष्मान कार्ड बनाने का कार्य प्रारंभ किया गया है, जिसके फलस्वरूप अब तक 03 लाख 02 हजार 547 परिवारों का आयुष्मान कार्ड बनाने हेतु पंजीयन किया जा चुका है, आयुष्मान कार्ड बनाने के कार्य में कांकेर जिला राज्य में दूसरे स्थान पर है। आयुष्मान कार्ड बनाने के कार्य का कलेक्टर श्री चन्दन कुमार द्वारा निरंतर समीक्षा की जा रही है तथा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अलावा राजस्व अधिकारियों को भी लगातार निर्देश दिये जा रहे हैं। 
      उल्लेखनीय है कि बीपीएल परिवारों (सामाजिक, आर्थिक एवं जातीय जनगणना (एसईसीसी) वर्ष 2011 के अंतर्गत आने वाले परिवारों) तथा अंत्योदय एवं प्राथमिकता वाले राशन कार्डधारी परिवारों का च्वाईस सेंटर (सीएससी) में निःशुल्क आयुष्मान कार्ड बनाया जा रहा है। इसी प्रकार स्वास्थ्य केन्द्रों में एपीएल परिवारों का आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए पंजीयन किये जा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार अब तक जिले के अंतागढ़ विकासखण्ड में 15487, भानुप्रतापपुर में 32505, चारामा में 46371, दुर्गूकोंदल में 20951, कांकेर में 45142, कोयलीबेड़ा में 71268, नरहरपुर में 41053 और शहरी क्षेत्रों में 29770 परिवारों का आयुष्मान कार्ड बनाने हेतु पंजीयन किया जा चुका है। शासन द्वारा दिये गये निर्देशानुसार परिवार के प्रत्येक सदस्य का पृथक-पृथक आयुष्मान कार्ड बनाया जा रहा है। इसके लिए सभी विकासखण्डों में रूटचार्ट बनाये गये है तथा विकासखण्ड चिकित्सा अधिकारी, जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, तहसीलदार व संबंधित क्षेत्र के एसडीएम के मार्गदर्शन में सीएससी द्वारा आयुष्मान कार्ड बनाने का कार्य किया जा रहा है। यदि किसी परिवार का गरीबी रेखा की सूची (एसईसीसी सूची) में नाम नहीं है या उसके परिवार के पास कोई भी राशन कार्ड उपलब्ध नहीं है, तो उस परिवार को पहले राशन कार्ड बनवाना होगा, उसके बाद योजना अंतर्गत पंजीकृत अस्पतालों में जाकर अपना आयुष्मान कार्ड बनवा सकते हैं। आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए आधार कार्ड, परिवार के सभी सदस्यों का नाम सहित राशन कार्ड इत्यादि प्रस्तुत करना होगा तथा अपने साथ मोबाईल लेकर जाना होगा। 
      गौरतलब है कि गरीबी रेखा के नीचे जीवन-यापन करने वाले परिवारों (एसईसीसी के परिवारों) तथा अंत्योदय एवं प्राथमिकता वाले राशन कार्डधारी परिवारों को आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजनांतर्गत प्रतिवर्ष आयुष्मान कार्ड से 05 लाख रूपये तक निःशुल्क ईलाज की सुविधा दी जाती है। इसी प्रकार एपीएल राशन कार्डधारी परिवारों को प्रतिवर्ष 50 हजार रूपये तक निःशुल्क ईलाज की सुविधा शासन द्वारा आयुष्मान कार्ड के माध्यम से उपलब्ध कराई जा रही है।