National News
  • सब्जी और फलों से पैदा कर दी बिजली , मोबाइल होता है चार्ज , 11वीं के छात्र ने कर दिया कमाल
    नई दिल्ली । ऐसे तो हमारे घरों में सब्जी व फलों का उपयोग खाने में किया जाता है, लेकिन यदि कोई कहे कि इन सब्जियों और फलों से बिजली पैदा की जा सकती है, बल्ब जलाने से लेकर मोबाइल तक चार्ज किया जा सकता है, तो इस बात पर यकीन कर पाना मुश्किल होगा। मगर झारखंड के चक्रधरपुर में एक छात्र ने कमाल ही कर दिखाया है झारखंड के पश्चिम सिंहभूम जिला के चक्रधरपुर स्थित पोटका गांव में रहने वाले रोबिन साहनी ने यह कारनामा किया है। रोबिन गाजर, खीरा, हरी मिर्च, अमरूद जैसे फल और सब्जियों से बिजली पैदा करते हैं। रोबिन साहनी की माने तो यह कारनामा कोई जादुई चमत्कार नहीं, बल्कि रसायन और भौतिक विज्ञान के मिश्रण से संभव होता है। वही रोबिन का कहना है कि सब्जी और फलों में भी बैटरी जैसे गुण होते हैं, इसके लिए भौतिक और रसायन के सिद्धांतों को अपनाया जाता है। इसके लिए कॉपर और जिंक की प्लेट को फलों और सब्जियों के संपर्क में लाकर बिजली पैदा की जाती है। रोबिन ने अभी तक जो भी प्रयोग किया, उनकी प्रयोग विधि को कलमबद्ध कर पूरा दस्तावेज तैयार कर रहे हैं। इसके साथ ही रोबिन साहनी ने बिजली पैदा करने की विधि के बारे में बताया कि “गाजर से बिजली तैयार करने के लिए 14 पीस गाजर के और 14-14 पीस कॉपर और जिंक की प्लेट के साथ तांबे की तार को जोड़ कर सीरीज तैयार किया जाता है। जिससे गाजर एक बैटरी के रूप में बदल जाती है।
  • दिल्ली के बाद अब मुंबई में भी हुई Bird Flu की पुष्टि, अब तक इतने राज्य हुए प्रभावित
    नई दिल्ली। देश इस समय कोरोना (Coronavirus) का कहर झेल रहा है। इस बीच एक नया खतरा देश पर मंडरा रहा है। कई राज्यों में बर्ड फ्लू (Bird Flu) की पुष्टि हुई है। जिनमें नया नाम दिल्ली और मुंबई का सामने आया है। इसी के साथ अभी तक कुल 8 राज्यों में बर्ड फ्लू पाया गया है। इससे पहले उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और केरल में बर्ड फ्लू के मामले सामने आ चुके हैं। जानकारी के मुताबिक, दिल्ली में संजय झील की बतख और मयूर विहार के पार्क के कौवों में बर्ड फ्लू पाया गया है। जिसके बाद दिल्ली से जालंधर भेजे गए आठ सैंपल पॉजिटिव पाए गए हैं।
  • ममता के सांसद को देवी सीता पर अपमानजनक टिप्पणी करना पड़ा महंगा, हुई बड़ी कार्रवाई
    नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल (West Bengal) में जैसे-जैसे चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे चुनावी सरगर्मी लगातार बढ़ती जा रही है। एक तरफ जहां बंगाल में ममता बनर्जी की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के कई नेता उनका साथ छोड़ रहे है, साथ ही भारतीय जनता पार्टी (BJP) का दामन थम रहे है। ऐसे में सूबे में भाजपा के बढ़ते जनाधार ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (CM Mamata Banerjee) की चिंता बढ़ा दी है। तो वहीं पार्टी नेताओं द्वारा बयानबाजी भी जमकर हो रही है। वहीं टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी (TMC MP Kalyan Banerjee) के एक बयान ने ममता बनर्जी की मुश्किलें बढ़ा दी है। दरअसल टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी का एक वायरल वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें उन्होंने देवी सीता को लेकर अपमानजनक टिप्पणी की है। हालांकि इस बयान के बाद वह खुद मुश्किल में फस गए है। टीएमसी सांसद बनर्जी पर आरोप है कि उन्होंने देवी सीता को लेकर अपमानजनक टिप्पणी की है। जिसके बाद हावड़ा के गोलाबारी थाने में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। वायरल वीडियो में वह कह रहे है सीता राम के पास जाकर बोलीं कि मेरा सौभाग्य था कि रावण ने मेरा हरण किया। अगर तुम्हारे चेलों ने मेरा हरण किया होता तो मेरा हाल यूपी के हाथरस जैसा हो जाता।
  • किसान आंदोलन और कृषि कानूनों से जुड़े सभी मामलों की सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई आज, संगठन बोले- सरकार बना रही है राजनीतिक ढाल
    नई दिल्ली। प्रदर्शनकारी किसान संगठनों के साथ सरकार की बातचीत में गतिरोध बरकरार रहने के बीच सुप्रीम कोर्ट नए कृषि कानूनों को चुनौती देने वाली कई याचिकाओं और दिल्ली की सीमा पर चल रहे किसानों के प्रदर्शन से जुड़ी याचिकाओं पर आज सुनवाई करेगा। केंद्र और किसान संगठनों के बीच 7 जनवरी को हुई आठवें दौर की बाचतीच में भी कोई समाधान निकलता नजर नहीं आया क्योंकि केंद्र ने विवादास्पद कानून निरस्त करने से इंकार कर दिया जबकि किसान नेताओं ने कहा कि वे अंतिम सांस तक लड़ाई लड़ने के लिए तैयार हैं और उनकी ‘घर वापसी’ सिर्फ ‘कानून वापसी’ के बाद होगी। प्रधान न्यायाधीश एसए बोबडे की अध्यक्षता वाली पीठ द्वारा की वाली सुनवाई महत्वपूर्ण है क्योंकि केंद्र और किसान नेताओं के बीच 15 जनवरी को अगली बैठक निर्धारित है। शीर्ष न्यायालय को केंद्र सरकार ने पिछली तारीख पर बताया था कि उसके और किसान संगठनों के बीच सभी मुद्दों पर ‘स्वस्थ चर्चा’ जारी है और इस बात की संभावना है कि दोनों पक्ष निकट भविष्य में किसी समाधान पर पहुंच जाएं। उसने कहा कि कानून किसानों के लिये ‘फायदेमंद’ हैं और इनसे कृषि में विकास और वृद्धि आएगी। सुप्रीम कोर्ट ने इससे पहले तीनों विवादित कृषि कानूनों को लेकर दायर कई याचिकाओं पर केंद्र सरकार को नोटिस जारी कर उससे जवाब मांगा था। बना रही है राजनीतिक ढाल आॅल इंडिया किसान संघर्ष कॉर्डिनेशन कमेटी ने कहा कि सरकार को नए कृषि कानूनों पर बने राजनीतिक गतिरोध का समाधान उच्चतम न्यायालय के दखल के बगैर निकालना चाहिए। उसने चेतावनी दी कि प्रदर्शनकारी किसानों की कानूनों को रद्द करने की मांग नहीं मानी जाएगी तो वे दिल्ली की सभी सीमाओं को जल्द ही बंद कर देंगे। संगठन ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा कॉरपोरेट घरानों के दबाव में लागू किए गए कानूनों को लेकर बने राजनीतिक गतिरोध को सुलझाने में सुप्रीम कोर्ट की भूमिका नहीं है और नहीं होनी चाहिए।
  • DEVOTIONAL : मकर संक्रांति से ठीक पहले… आज है महाशिवरात्रि… कैसे करें व्रत-पूजन… क्या है इसके लाभ… पढ़िए
    शिव भक्त मासिक शिवरात्रि पर भगवान शिव की व्रत रखकर पूजा करते हैं। इस दिन भगवान शिव की पूजा करने से कई प्रकार की बाधाओं से मुक्ति मिलती है और जीवन में सुख, शांति और समृद्धि बनी रहती है। पंचांग के अनुसार हर महीने की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि कहा जाता है। 11 जनवरी को पौष कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि है। इस बार मासिक शिवरात्रि पर विशेष संयोग बन रहा है। इस बार सोमवार के दिन मासिक शिवरात्रि का पर्व पड़ रहा है। सोमवार का दिन भगवान शिव को समर्पित है। इस दिन शिव पूजा का विशेष पुण्य प्राप्त होता है। पौराणिक मान्यता है कि मासिक शिवरात्रि के दिन व्रत रखने और पूजा करने से कई प्रकार के दोष समाप्त हो जाते हैं। मासिक शिवरात्रि का विधि पूर्वक व्रत सभी प्रकार की मनोकामनाओं को पूर्ण करने वाला माना गया है। वहीं प्रत्येक कार्य को करने की शक्ति प्राप्त होती है। वहीं जिन कन्याओं के विवाह में देरी या किसी प्रकार की बाधा आ रही है, इस व्रत को विधि पूर्वक करने से इन दिक्कतों छुटकारा मिलता है। वहीं मनोवांछित वर की इच्छा पूर्ण होती है। मासिक शिवरात्रि के दिन भगवान शिव के साथ माता पार्वती और नंदी की भी पूजा का विधान है। इस दिन शिव और माता पार्वती की पूजा करने से दोनों का आर्शीवाद प्राप्त होगा। मासिक शिवरात्रि पर सुबह स्नान के बाद पूजा आरंभ करनी चाहिए। इस दिन भगवान शिव की प्रिय चीजों का भोग लगाएं। शिव मंत्र और शिव आरती का पाठ करना चाहिए। इसके साथ ही शिव पुराण, शिव स्तुति, शिवाष्टक, शिव चालीसा और शिव श्लोक का पाठ भी शुभ फल प्रदान करता है। पंचांग के अनुसार 11 जनवरी 2021 को पौष मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि है। इस दिन चतुर्दशी तिथि का आरंभ 14 बजकर 32 मिनट पर होगा। चतुर्दशी तिथि का समापन 12 जनवरी को 12 बजकर 22 मिनट पर होगा।
  • BIG NEWS : सीएम को जान से मारने की धमकी… पीसीआर 112 को आया मैसेज… तलाश में जुटा अमला
    सीएम योगी आदित्यनाथ को एक बार फिर जान से मारने की धमकी दी गई है। इस बार 112 कंट्रोल रूम के वॉट्सऐप नंबर पर धमकी भरा मेसेज भेजा गया है। इस संबंध में रविवार को सुशांत गोल्फ सिटी थाने में एफआईआर दर्ज करवाई गई है। सर्विलांस सेल की मदद से मेसेज भेजने वाले के बारे में पता लगाया जा रहा है। पुलिस कंट्रोल रूम 112 के वॉट्सऐप नंबर पर शनिवार की रात 8रू07 मिनट पर मोबाइल नंबर 8874028434 से मेसेज आया था। इसमें सीएम को जान से मारने की धमकी दी गई थी। इसमें लिखा था कि को जान से मारेंगे 24 घंटे के अंदर, खोज सकते हो तो खोज लो। एके 47 से 24 घंटे के अंदर मार दूंगा। जानकारी होते ही अधिकारियों में खलबली मच गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए 112 में तैनात ऑपरेंशंस कमांडर सहेंद्र यादव ने सुशांत गोल्फ सिटी थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई है। पुलिस की सर्विलांस टीम और क्राइम ब्रांच मेसेज भेजने वाले की तलाश में जुट गईं हैं। डीसीपी साउथ रवि कुमार के अनुसार अब तक की छानबीन में पता चला है कि धमकी देने वाला किसी दूसरे शहर का है। मेसेज भेजे जाने वाले मोबाइल नंबर के बारे में भी पूरी जानकारी मिल गई है।
  • Corona Vaccine को लेकर प्रधानमंत्री मोदी आज करेंगे मुख्यमंत्रियों संग संवाद
    नई दिल्ली। कोरोनावायरस (Coronavirus) महासंकट के बीच केंद्र सरकार ने देशवासियों को बड़ी खुशखबरी दी। दरअसल देशभर में कोरोना वैक्सीनेशन का कार्यक्रम 16 जनवरी 2021 से शुरू हो रहा है। अभियान के पहले चरण में प्राथमिकता समूह वाले 3 करोड़ लोगों को वैक्सीन दी जाएगी। इसके बाद 50 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को वैक्सीन दी जाएगी। इन सबके बीच कोरोना के खिलाफ टीकाकरण अभियान को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) सोमवार को देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक करेंगे। सोमवार शाम को 4 बजे यह बैठक होगी। इस दौरान पीएम मोदी, राज्यों के वैक्सीनेशन से जुड़े सवालों के जवाब भी देंगे।
  • बड़ी खबर : किसान आंदोलन : सिंघू बॉर्डर पर फिर एक और किसान ने की आत्महत्या
    नई दिल्ली। कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन में शामिल एक और किसान ने शनिवार को आत्महत्या कर ली। दिल्ली-हरियाणा के सिंघु बॉर्डर पर चल रहे धरने में शामिल 40 वर्षीय अमरिंदर सिंह ने जहर खाकर अपनी जान दे दी। जहर खाने के बाद अमरिंदर ने साथी प्रदर्शनकारियों को बताया कि उन्होंने ये कदम इसलिए उठाया है क्योंकि सरकार उनकी मांगों को सुनने को तैयार नहीं है। उन्होंने उम्मीद जताई कि उनकी आत्महत्या किसान आंदोलन को सफलता दिलाने में मदद करेगी। सिंघु बॉर्डर पर शनिवार देर शाम जब मंच से भाषण दिए जा रहे थे, तभी पंजाब के फतेहगढ़ साहिब के रहने वाले अमरिंदर सिंह ने मंच के पीछे सल्फास की गोली खा ली। इसके बाद वह मंच के सामने आ गए और बोलते-बोलते बेहोश हो गए। उनके मुंह से झाग निकलने के बाद उन्हें सोनीपत के फ्रैंक इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (FIMS) अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। अमरिंदर के परिजनों का पता लगाने में नाकाम रही है पुलिस अमरिंदर के शव का रविवार सुबह पोस्टमार्टम किया जाएगा। इसके बाद शव को प्रदर्शन कर रहे अन्य किसानों के हवाले किया जा सकता है क्योंकि पुलिस अभी तक अमरिंदर के परिजनों का पता लगाने में नाकाम रही है। आंदोलन के दौरान चौथे किसान ने की आत्महत्या बता दें कि अमरिंदर किसान आंदोलन के दौरान आत्महत्या करने वाले चौथे किसान हैं। इससे पहले दिसंबर की शुरूआत में राम सिंह नामक एक 65 वर्षीय सिख संत ने सिंघू बॉर्डर के पास खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। इसके कुछ दिन बाद एक 22 वर्षीय किसान ने भी बठिंडा में प्रदर्शन से लौटने के बाद आत्महत्या कर ली। वहीं उत्तर प्रदेश के कश्मीर सिंह लाडी ने 2 जनवरी को गाजीपुर बॉर्डर पर आत्महत्या कर ली थी।
  • जिला अस्पताल में लगी आग...10 नवजात बच्चे जिंदा जले

    पुणे। जिला अस्पताल में आग लगने से शनिवार को 10 नवजात बच्चों की मौत हो गई। मामला महाराष्ट्र में भंडारा जिले के सरकारी अस्पताल का है। मिली जानकारी के अनुसार जिले अस्पताल में एक और तीन माह की आयु के 17 बच्चों को नवजात देखभाल वार्ड में रखा गया था। आज सुबह एक नर्स ने वार्ड से धुंआ निकलते देखा और डॉक्टरों को सूचना दी। अस्पताल कर्मियों ने बच्चों को बचाने का प्रयास किया। इनमें सात बच्चों को बचा लिया गया, लेकिन 10 बच्चों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि नवजात देखभाल वार्ड में तड़के करीब 2 बजे आग लग गई। आग लगने के कारणों का बभी पता नहीं चल सका है, लेकिन आशंका जताई गई है कि शार्ट सर्किट के कारण यह घटना हुई। अग्निशमन कर्मी दमकलों के जरिए आग पर काबू पाने का प्रयास कर रहे हैं। मृतक बच्चों के अभिभावकों को घटना के बारे में जानकारी दी गई है। हादसे में बचे सात बच्चों को अन्य वार्ड में ले जाया गया है। इस बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे और जिला कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक से संपर्क कर घटना की जानकारी ली। उन्होंने घटना की जांच के आदेश भी दिए हैं।

     
  • ITR फाइल करने का आज आखिरी दिन, देरी की तो 10 हजार रूपए लगेगा जुर्माना, 15 मिनट में Online भरें रिटर्न

    नई दिल्ली : इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने के लिए आज का दिन आखिरी है. अगर आपने फाइनेंशियल ईयर (2019-20) का रिटर्न नहीं भरा है तो जल्दी काम खत्म कर लीजिए. वरना लेट हुए तो 10 हजार रूपए का जुर्माना लग सकता है. इसके अलावा ऐसे टैक्सपेयर्स, जिनकी आय 5 लाख से ज्यादा नहीं है, उनको लेट फीस के रूप में 1000 रुपये ही देने पड़ते हैं. समय बर्बाद न करते हुए केवल 15 मिनट में खुद भी ऑनलाइन जाकर ITR फाइल कर सकते हैं.

    इन डॉक्यूमेंट्स की होगी जरूरत

    ITR फाइल करने के लिए सबसे पहले अपना PAN, Aadhaar, बैंक अकाउंट नंबर, इन्वेस्टमेंट डिटेल्स और उसके प्रूफ/सर्टिफिकेट, फॉर्म 16, फॉर्म 26 AS वगैरह अपने पास निकाल कर रख लें, क्योंकि ऑनलाइन प्रक्रिया में ये सभी जानकारियां भरी जाएंगी.

    इसके अलावा ITR फाइल करने के लिए आपको पता होना चाहिए कि आप किस कैटेगरी के टैक्सपेयर (Tax Payer) हैं और आपको कौन सा ITR फॉर्म भरना है. उदाहरण के लिए, ITR-1 ‘सहज’ फॉर्म उन नागरिकों के लिए है, जिनकी कुल आय 50 लाख रुपये तक है. उन्हें सैलरी, एक घर और अन्य सोर्स जैसे ब्याज से आय मिलती है.

     

    2 तरह से ऑनलाइन भर सकते हैं ITR

    आप दो तरीकों से ऑनलाइन ITR फाइल कर सकते हैं. पहला तरीके के अनुसार आपको पहले ITR डाउनलोड कर, फॉर्म ऑफलाइन भरकर होगा और फिर उसे XML फाइल में अपलोड करना होगा. जबकि दूसरे तरीके के अनुसार, सभी डेटा को सीधे ऑनलाइन ई-फाइलिंग पोर्टल पर भरकर सबमिशन करना होता है.

    हम यहां पर आपको दूसरे तरीके से यानी ऑनलाइन ई-फाइलिंग का तरीका बताने जा रहे हैं, जो बेहद आसान और कम वक्त में भरा जा सकता है. तो इसको कैसे करना है, इसे स्टेप बाई स्टेप समझते हैं. लेकिन इससे पहले आपको ITR के लिए खुद को रजिस्टर्ड करना होगा. उसके बाद ही आप ITR भर सकेंगे.

    ऐसे भरें ऑनलाइन ITR

    1. सबसे पहले आप www.incometaxindiaefiling.gov.in पर जाएं.
    2. यूजर आईडी (PAN), पासवर्ड, जन्मतिथि और कैप्चा कोड एंटर कर लॉग इन करें.
    3. ‘E-File’ टैब पर जाएं और Income Tax Return लिंक पर क्लिक करें.
    4. सबसे पहले ये चुनें की कौन सा ITR फॉर्म भरना है. असेसमेंट ईयर कौन सा है
    5. अगर ओरिजिनल रिटर्न भर रहे हैं तो ‘Original’ टैब पर क्लिक करें
    6. अगर रिवाइज्ड रिटर्न भर रहे हैं तो ‘Revised Return’ पर क्लिक करें
    7. इसके बाद Prepare and Submit Online को चुनें फिर Continue को क्लिक करें
    8. इसके बाद नए पेज में दी गई सभी जानकारियों को भरें और सेव करते रहें, क्योंकि सेशन टाइम आउट हुआ तो भरी गई सभी जानकारियां गायब हो जाएंगी
    9. इसमें आपको निवेश की सभी जानकारियां, हेल्थ और जीवन बीमा की जानकारियां भरनी हैं.
    10. सभी जानकारियां भरने के बाद अंत में Verification का पेज आएगा, जिसे आप चाहें तो उसी समय वेरिफाई कर दें, नहीं तो 120 दिन के अंदर वेरिफाई कर सकते हैं.
    11. इसके बाद Previw and submit पर क्लिक करें और ITR को सबमिट करें

     

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    वेरिफिकेशन न भूलें

    सबसे जरूरी बात ये कि इलेक्ट्रॉनिक मोड से बिना डिजिटल सिग्नेचर यानी बिना ई-वेरिफिकेशन आयकर रिटर्न (ITR) फाइल करने वाले करदाता को इसे ITR अपलोडिंग के 120 दिनों के अंदर वेरिफाई करना होता है. इसके लिए 4 तरीके हैं-

    1. आधार OTP के जरिए
    2. नेट बैंकिंग के जरिए ई-फाइलिंग अकाउंट में लॉग इन कर
    3. इलेक्ट्रॉनिक वेरिफिकेशन कोड (EVC) के जरिए
    4. ITR-V के दोनों तरफ दस्तखत की हुई कॉपी को बेंगलुरु भेजें

  • West Bengal: गृहमंत्री अमित शाह से मिले राज्यपाल जगदीप धनखड़, कहा चिंताजनक है प्रदेश में बढ़ते अलकायदा का कद

    नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव होना है। हालांकि इसके लिए अभी अधिसूचना जारी नहीं की गई है। लेकिन पूरे प्रदेश में सियासी गर्माहट जारी है। भाजपा और टीएमसी इस पूरे मामले में अपनी पूरी ताकत झोंक चुकी हैं। वहीं AIMIM की तरफ से भी पश्चिम बंगाल में अपनी सियासी जमीन तलाश करने के उद्देश्य से पार्टी के उम्मीदवारों को भी उतारने की पूरी तैयारी कर ली गई है। दूसरी तरफ कांग्रेस और वामपंथी दल भी राज्य में गठबंधन बनाकर चुनाव लड़ने की कोशिश में लगी हैं और उनके बीच बातचीत जारी है।

    Jagdeep Dhankhad And Mamta banarjee

     

    इस सब के बीच पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्य के राज्यपाल जगदीप धनखड़ के बीच लगातार टकराव जारी है। ऐसे में आज राज्यपाल जगदीप धनखड़ गृहमंत्री अमित शाह से मिलने दिल्ली पहुंचे। इस मुलाकात के बाद राज्यपाल ने प्रेस के सामने राज्य की स्थिति के बारे में जो कहा वह बेहद हीं चिंता जनक है। आपका बता दें कि अमित शाह से मिलने के लिए देर रात शुक्रवार को ही जगदीप धनखड़ दिल्ली पहुंचे थे। यहां आज उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की और उसके बाद वह भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बीएल संतोष से मिलने पहुंचे।

     

    राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने गृहमंत्री से मुलाकात में पश्चिम बंगाल की कानून व्यवस्था के बारे में जानकारी दी। गृहमंत्री से मुलाकात के बाद जगदीप धनखड़ ने जो कहा उससे प्रशासन की चिंता ज्यादा बढ़नेवाली है। मीडिया के सामने जगदीप धनखड़ ने कहा- 2021 पश्चिम बंगाल के लिए एक चुनौतीपूर्ण वर्ष है क्योंकि यहां विधानसभा चुनाव होना है। ऐसे में राज्य की छवि के बदलाव का एक बड़ा अवसर है। क्योंकि अभी तक प्रदेश में चुनावों में बड़े पैमाने पर हिंसा हुई है, मतदाताओं के बुनियादी अधिकारों से समझौता करने का साथ, नौकरशाहों और पुलिस की भूमिका भी यहां सही नहीं है।

     

    जगदीप धनखड़ ने कहा कि यह हमारे लिए ऐसा वक्त है जब हमें एक उच्च मापदंड स्थापित करने की जरूरत है। ताकि प्रदेश के हर मतदाता स्वतंत्र रूप से एक शांतिपूर्ण माहौल में अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें, जहां हिंसा की कोई भूमिका नहीं हो। उन्होंने कहा कि मेरा दिल तब दुखता है कि जब संवैधानिक प्रावधानों की अनदेखी करते हुए, ‘मां भारती’ के एक बच्चे को पश्चिम बंगाल में बाहरी कहा जाता है क्योंकि वह राज्य से संबंधित नहीं है। हम सभी ‘माँ भारती’ के बच्चे हैं और हम अपनी एकता में विश्वास करते हैं। इस भूमि में रहने वाला कोई भी व्यक्ति बाहरी व्यक्ति नहीं हो सकता है।

    इसके साथ ही धनखड़ ने आगे जो कहा वह सच में चिंता का विषय है उन्होंने कहा कि प्रदेश में सुरक्षा का वातावरण खतरे में है। अलकायदा प्रदेश में फैल रहा है, अवैध बम बनाने का काम चल रहा है। मैं जानना चाहता हूं कि राज्य में प्रशासन क्या कर रहा है? WB में DGP की स्थिति एक खुला रहस्य है। इसलिए मैं कहता हूं कि हमारे पास राजनीतिक पुलिस है।

  • 16 जनवरी से देश भर में शुरू होगा कोरोना वैक्सीनेशन का कार्यक्रम... मिल गई मंजूरी

    नई दिल्ली। कोरोनावायरस (Coronavirus) महामारी के बीच देशवासियों को मोदी सरकार ने बड़ी खुशखबरी दी है। कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine ) को लेकर इस वक्त बड़ी खबर सामने आई है। दरअसल देशभर में कोरोना वैक्सीनेशन का कार्यक्रम 16 जनवरी 2021 से शुरू होने जा रहा है। केंद्र सरकार ने शनिवार को इसकी जानकारी दी है। साथ ही सरकार ने ये भी बताया है कि कोरोना की वैक्सीन पहले किसे दी जाएगी।सरकार ने बताया कि 3 करोड़ हेल्थ वर्कर और फ्रंटलाइन वर्करों को टीका सबसे पहले टीका लगाया जाएगा। इसके बाद 50 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को वैक्सीन दी जाएगी। ऐसे लोगों की संख्या करीब 27 करोड़ है। बता दें कि कोरोना वैक्सीन को लेकर पीएम मोदी सोमवार को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक भी करेंगे।

    PM Narendra Modi

     

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने शनिवार को कोरोना टीकाकरण के लिए राज्य/केंद्र शासित प्रदेशों की तैयारियों की समीक्षा के लिए एक उच्च-स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में कैबिनेट सचिव और स्वास्थ्य सचिव के अलावा दूसरे अधिकारियों ने भाग लिया।  इस समीक्षा बैठक के बाद वैक्सीनेशन की तारीख तय की गई।बता दें कि हाल ही में दवा नियामक ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने भारत में बनी स्वदेशी कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) की मंजूरी दे दी है। डीसीजीआई ने भारत बायोटेक की कोवैक्सीन (Covaxin) और सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड (COVISHIELD) को आपात प्रयोग की मंजूरी दी है।