अगर जल्द से जल्द संबंधित अधिकारियों पर उचित कार्यवाही नहीं की गई तो इस बीजेपी की भ्रष्ट सरकार के खिलाफ एक जन आंदोलन किया जाएगा - विकास उपाध्याय

साकरा में मुफ्त किताबें कबाड़ियों को बेचते पकड़ी गई वीडियो वायरल
छत्तीसगढ़ में मुफ्त किताबों को कबाड़ में बेचे जाने को लेकर सीबीआई जाँच हो
भारतीय जनता पार्टी की डबल इंजन सरकार लगातार शिक्षा के मंदिर को कलंकित करने का काम कर रही है
छत्तीसगढ़ सरकार बना अंधेर नगरी चौपट राजा
अगर जल्द से जल्द संबंधित अधिकारियों पर उचित कार्यवाही नहीं की गई तो इस बीजेपी की भ्रष्ट सरकार के खिलाफ एक जन आंदोलन किया जाएगा - विकास उपाध्याय
रायपुर (छत्तीसगढ़)। पूर्व विधायक विकास उपाध्याय ने छत्तीसगढ़ सरकार को अंधेर नगरी चौपट राजा से परिभाषित किया है। जिस प्रकार निःशुल्क स्कूली किताबें बेचने की कोशिश करते वीडियो वायरल हुये हैं, यह वीडियो साकरा में मुफ्त किताबें कबाड़ियों को बेचते पकड़ी गई। इससे साफ प्रतीत होता है कि भारतीय जनता पार्टी की डबल इंजन की सरकार भगवान भरोसे चल रही है। उपाध्याय ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार द्वारा शिक्षा के मंदिर को भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा चुके हैं। शनिवार को साकरा स्कूल की संकुल समन्वयक पूर्णिमा वर्मा द्वारा कबाड़ियों को स्कूल बुलाया गया था और वे निःशुल्क बांटी जाने वाली, पिछले सत्र की बची ई किताबों को बेचने की फिराक में थीं। इसी दौरान कुछ ग्रामीणों ने उन्हें देख लिया और मौके पर ही पकड़कर इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो बना लिया। यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है, यह पहला मौका नहीं है जब इस तरह की घटना सामने आई है, पिछले सत्र में भी रायपुर से आई मुफ्त किताबों को सिलयारी स्थित एक उद्योग में बेच दिया गया था। उस समय भी इस मामले ने तूल पकड़ा था और पूर्व विधायक विकास उपाध्याय ने सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया था।
उपाध्याय ने कहा कि इस मामले को दबाने का प्रयास लगातार जारी है, खबर वायरल होने के पश्चात् शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गई है, विभाग इस मामले को लेकर लीपापोती करने में जुट गया है, जिससे साफ है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही के बजाय मामले को दबाने का पूरा प्रयास किया जा रहा है। पूर्व में भी राजधानी के विधानसभा मार्ग पर स्थित कबाड़ी की दुकान में छह प्रिंटरों की किताबें हफ्तों से वहाँ पहुँची मिली थी जो कि इसी सत्र 2025-26 की थी और इससे पहले विकास उपाध्याय द्वारा 15 सितम्बर 2024 को एक बड़ा सनसनी क्षेत्र खुलासा करते हुए सरकार की लापरवाही को उजागर किया गया था। उस समय रियल बोर्ड पेपर मिल, सिलियारी में भारी मात्रा में स्कूली किताबों का जखीरा मिला था। उसके पश्चात् राजनांदगांव के कबाड़ में भी लगभग 30 टन और 2 लाख किताबें मिली, जिसे जाँच अधिकारियों के समक्ष कबाड़ियों द्वारा कबूला गया कि पाठ्यपुस्तक निगम राजनांदगांव गोदाम से लगभग 30 टन किताबें अगस्त माह में खरीदी गई थी तथा स्टेट स्कूल परिसर में स्थित छत्तीसगढ़ पाठ्य पुस्तक निगम के गोदाम से करीब 2 लाख की किताबें अगस्त माह में ही कबाड़ियों को बेची गई थी। उपाध्याय ने कहा कि शिक्षा विभाग में भारतीय जनता पार्टी के नेताओं एवं उच्च अधिकारियों की मिलीभगत से भ्रष्टाचार का दुकान खोलकर बैठे हैं और शिक्षा के मंदिर को कलंकित करने का काम कर रहे हैं। अगर जल्द से जल्द संबंधित अधिकारियों पर उचित कार्यवाही नहीं की गई तो एक जन आंदोलन इसके खिलाफ किया जाएगा और हम सरकार से मांग भी करते हैं कि इस भ्रष्टाचार की सीबीआई से जाँच कराई जाये।