क्रिकेट सट्टे के पैसों के लेन-देन हेतु उपलब्ध कराते थे म्यूल बैंक एकाउंट।

क्रिकेट सट्टे हेतु म्यूल बैंक एकाउंट उपलब्ध कराने वाले 05 आरोपी गिरफ्तार

क्रिकेट सट्टे के पैसों के लेन-देन हेतु उपलब्ध कराते थे म्यूल बैंक एकाउंट।

विवरण - प्रार्थी गौरांग कुमार वल्थरे ने थाना तेलीबांधा में रिपोर्ट दर्ज कराया कि उसके परिचित  मोतीनगर टिकरापारा रायपुर निवासी अब्दुल्ला मेमन ने वर्ष 2024 में उसे बैंक में खाता खोलवाने बोला जिस पर वह उत्सुकतावश उसकी बातों में आकर बैंक में खाता खोलवाने राजी हुआ, तब अब्दुल्ला मेमन के कहने पर प्रार्थीउसके साथ जाकर एक जियो मोबाईल कंपनी का सिम खरीदा जिसे अब्दुल्ला मेमन अपने पास रख लिया और इण्डियन ओवरसीस बैंक शाखा समता कालोनी में ले जाकर प्रार्थी के नाम से बैंक में खाता खोलवाया तो खाता को भीअब्दुल्ला मेमन अपने पास रख लिया एवं बाद में वापस कर दूंगा बोला। कुछ दिनों बाद अब्दुल्ला मेमन ने पुनः प्रार्थी को अपने पास बुलाकर उसके नाम से एयरटेल कंपनी का मोबाईल सिम खरीदवा कर बैंक ऑफ इण्डिया शाखा पंण्डरी में ले जाकर उसके नाम पर खाता खुलवाकर 1-2 दिन में वापस करूंगा कहकर अपने पास खाता को रख लिया। इसी प्रकार अब्दुल्ला मेमन ने प्रार्थी के भाई प्रतीयुस वल्थरे को भी अपने साथ ले जाकर महाराष्ट्र बैंक शाखा श्याम नगर में खाता खुलवाकर अपने पास रख लिया, जिसे मांगने पर वह वापस नहीं कर रहा था। जिस पर प्रार्थी अपने बैंक खाता के बारे में इण्डियन ओवरसीस बैंक शाखा समता कालोनी में जाकर पता किया तो उसे पता चला कि इण्डियन ओवरसीस बैंक शाखा समता कालोनी के उसके खाता में बहुत अधिक मात्रा में रकम का लेन-देन हुआ है। जो कि प्रार्थी द्वारा बैंक खाता में रूपये पैसे का लेन-देन नहीं किया गया है। तब प्रार्थी को उक्त बैंक खाता एवं मोबाईल नंबर का दुरूपयोग होने की जानकारी हुई तोवह अब्दुल्ला मेमन के बारे में पता किया तो जानकारी प्राप्त हुई कि अब्दुल्ला मेमन गरीब परिवार व्यक्तियों को धोखे में रखकर बैंक खाता खुलवाकर अपने पास रखकर किसी अन्य व्यक्ति को पैसा लेकर खाता बेचता हैं, जिसके द्वारा बैंक खातो में अधिक मात्रा में रकम का लेन-देन कर खाता धारकों के साथ धोखधडी किया जाता है। अब्दुल्ला मेमन द्वाराप्रार्थी के बैंक खाता एवं मोबाईल सिम का दुरूपयोग कर उसके साथ धोखाधडी किया गया, कि प्रार्थी की रिपोर्ट पर आरोपी अब्दुल्ला मेमन के विरूद्ध थाना तेलीबांधा में अपराध क्रमांक 231/25 धारा 318(4), 111 बी.एन.एस. का अपराध पंजीबद्ध किया गया है। 

 उक्त प्रकरण को पुलिस उप महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय डॉ. लाल उमेद सिंह द्वारा गंभीरता से लेते हुये अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण  कीर्तन राठौर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राईम  संदीप मित्तल, नगर पुलिस अधीक्षक सिविल लाईन  अजय कुमार (भा.पु.से.), उप पुलिस अधीक्षक क्राईम  संजय सिंह, प्रभारी एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट तथा थाना प्रभारी तेलीबांधा को आरोपी एवं इस अपराध में संलिप्त अन्य आरोपियों की पतासाजी कर जल्द से जल्द गिरफ्तार करने के निर्देश दिये गये। 

 वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट तथा थाना तेलीबांधा पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा आरोपी अब्दुल्ला मेमन की पतासाजी कर उसे पकड़ा गया। पूछताछ में आरोपी द्वारा अपने साथी फैय्याज अहमद, सुमित खटवानी, संजय जोतवानी एवं अविनाश वाधवानी के साथ मिलकर उक्त अपराध को कारित करना स्वीकार किया गया। जिस पर प्रकरण में संलिप्त आरोपी फैय्याज अहमद, सुमित खटवानी, संजय जोतवानी एवं अविनाश वाधवानी की पतसाजी कर उन्हें भी पकड़ा गया। म्यूल एकाउंट उपलब्ध कराने वालों के लिंक महाराष्ट्र, म0प्र0, उड़ीसा एवं दिल्ली से होना पाया गया है।
सभी 05 आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से घटना से संबंधित नगदी रकम 4,05,000/- रूपये तथा 07 नग मोबाईल फोन जुमला कीमती लगभग 6,30,000/- रूपये जप्त कर आरोपियों के विरूद्ध कार्यवाही किया गया। 

 विवेचना के दौरान सिर्फ 01 एकाउंट में ही दो करोड़ से उपर का ट्रान्जक्शन पाया गया है। अन्य खातों का भी डिटेल लिया जा रहा है।

 आरोपियों से इस अपराध में संलिप्त अन्य आरोपियों के संबंध में विस्तृत पूछताछ की जाकर अन्य आरोपियों की पतासाजी की जा रहीं है।