व्रत में खाइए साबूदाने की खिचड़ी, ऐसा स्वाद जिससे एक बार में नहीं भरेगा मन. नोट कर लें रेसिपी

व्रत में खाइए साबूदाने की खिचड़ी, ऐसा स्वाद जिससे एक बार में नहीं भरेगा मन. नोट कर लें रेसिपी
आइए जानते हैं साबूदाना खिचड़ी बनाने की विधि विस्तार से, जिसको आप आसानी से बना सकते हैं. इसको खाने से आपको एनर्जी के साथ स्वाद भी मिलेगा, तो आइए देर किस बात की बनाते हैं, टेस्टी साबूदाना खिचड़ी.
सामग्री (2 से 3 लोगों के लिए)
साबूदाना (सागो दाना) – 1 कप

उबले हुए आलू – 1 से 2 (मध्यम आकार के, कटे हुए)
मूंगफली – 1/4 कप (भुनी हुई और दरदरी पिसी हुई)
हरी मिर्च – 2 (बारीक कटी हुई)
कढ़ी पत्ता (करी पत्ता) – 5-6 पत्ते
जीरा (साबुत) – 1 छोटा चम्मच
नींबू का रस – 1 छोटा चम्मच

घी या मूंगफली का तेल – 2 बड़े चम्मच
सेंधा नमक – स्वादानुसार (व्रत में उपयोग होने वाला नमक)

हरा धनिया – 1 बड़ा चम्मच (बारीक कटा हुआ)
तैयारी की विधि
1. साबूदाना भिगोना:
सबसे जरूरी स्टेप है साबूदाना को सही तरीके से भिगोना. एक कप साबूदाना को अच्छे से धोकर 2-3 बार पानी से साफ करें, जब तक पानी साफ न दिखने लगे. फिर इसे 1/2 कप पानी में 5 से 6 घंटे या रातभर के लिए भिगो दें. साबूदाना नरम हो जाए और एकदम अलग-अलग दाने हो जाएं, तब वह पकाने के लिए तैयार होता है.

टिप: अगर दाना हाथ में मसलने पर आसानी से दब जाए, तो समझिए वह ठीक से भीगा है.
2. भुनी हुई मूंगफली तैयार करें:
मूंगफली को हल्का भून लें और छिलका हटा कर दरदरा पीस लें. इससे खिचड़ी में कुरकुरापन और अच्छा स्वाद आता है.

3. मसाले तैयार करें:
अब एक कढ़ाई या पैन में घी या मूंगफली का तेल गरम करें. इसमें जीरा डालें और उसे चटकने दें. फिर इसमें हरी मिर्च और करी पत्ता डालें. थोड़ी देर भूनें.
4. आलू डालें:
अब उबले हुए और कटे हुए आलू डालें. इन्हें हल्का सुनहरा होने तक भूनें.

5. साबूदाना मिलाएं:
अब भीगे हुए साबूदाना और दरदरी पिसी मूंगफली को पैन में डालें. ऊपर से सेंधा नमक डालें और सभी चीजों को अच्छे से मिलाएं. मध्यम आंच पर 5-7 मिनट तक पकाएं. ध्यान रखें कि साबूदाना चिपके नहीं और एकदम अलग-अलग दाने दिखें.
6. अंतिम स्वाद:
पकने के बाद गैस बंद करें और ऊपर से नींबू का रस और बारीक कटा हरा धनिया डालें. अच्छे से मिलाएं.

7. परोसने का तरीका:
साबूदाना खिचड़ी को गरमागरम परोसें. आप इसके साथ दही या मूंगफली की चटनी भी परोस सकते हैं. यह स्वादिष्ट नाश्ता न केवल व्रत के लिए उपयुक्त है, बल्कि हल्के भोजन के रूप में भी बेहतरीन विकल्प है.