शर्मिष्ठा पनोली के मामले ने पकड़ा तूल, कंगना के बाद समर्थन में आए अशोक पंडित, कहा – उसे अकेला मत छोड़ो, अपनी आवाज उठाओ

Sharmishtha Panoli case : ऑपरेशन सिंदूर पर बयान देने के आरोप में गिरफ्तार की गई 22 वर्षीय लॉ स्टूडेंट और इंस्टाग्राम इन्फ्लुएंसर शर्मिष्ठा पनोली का मामला तेजी से तूल पकड़ता जा रहा है। अभिनेत्री और सांसद कंगना रनौत के बाद अब फिल्म निर्माता और इंडियन फिल्म एंड टेलीविजन डायरेक्टर्स एसोसिएशन (IFTDA) के अध्यक्ष अशोक पंडित शर्मिष्ठा के समर्थन में सामने आए हैं।
इंस्टाग्राम के स्टोरीज सेक्शन पर शर्मिष्ठा पनोली की तस्वीर शेयर करते हुए अशोक पंडित ने देशवासियों से उनका समर्थन करने की अपील की और कैप्शन में लिखा, “अपनी आवाज उठाएं, उन्हें अकेला न छोड़ें। अपनी आवाज उठाएं। क्योंकि, अत्याचार के सामने चुप रहना एक तरह की मिलीभगत है। जब भी आप अपनी आंखें फेरते हैं, दरिंदा अपने पंजों और तेजी से हमला करने के लिए तैयार रहता है। सबकी नजरें शर्मिष्ठा पर टिकी हैं।”
कंगना रनौत ने भी दिया समर्थन-
इससे पहले शर्मिष्ठा पनोली की गिरफ्तारी से नाराज कंगना रनौत ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि किसी की गलती की वजह से उसका पूरा करियर बर्बाद करना गलत है। कंगना रनौत ने यह भी कहा था कि जब वह अपनी गलती के लिए माफी मांग चुकी हैं और आपत्तिजनक पोस्ट हटा चुकी हैं, तो कानून-व्यवस्था के नाम पर किसी को परेशान करना ठीक नहीं है। एक गलती की वजह से उसका पूरा करियर और चरित्र बर्बाद करना ठीक नहीं है। किसी भी बेटी के साथ ऐसा व्यवहार नहीं होना चाहिए।
साथ ही कंगना रनौत ने बंगाल सरकार से अपील की कि वह राज्य को उत्तर कोरिया न बनाए, बल्कि लोगों के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा करे। कंगना ने ममता बनर्जी से अनुरोध किया कि शर्मिष्ठा की कम उम्र और भविष्य को देखते हुए उन्हें जल्द से जल्द रिहा किया जाए, क्योंकि यह उनकी पूरी जिंदगी बर्बाद करने की साजिश लगती है, जिसका समर्थन नहीं किया जा सकता।
13 जून तक न्यायिक हिरासत-
आपको बता दें कि कोलकाता के गार्डेनरीच थाने की पुलिस ने शनिवार दोपहर शर्मिष्ठा को गुरुग्राम से गिरफ्तार कर कोलकाता की सिटी कोर्ट में पेश किया। मामले की विस्तृत सुनवाई के बाद कोर्ट ने उन्हें 13 जून तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
ये है पूरा मामला-
दरअसल, शर्मिष्ठा पनोली ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर ऑपरेशन सिंदूर पर बॉलीवुड की चुप्पी पर सवाल उठाए थे। आरोप है कि इस दौरान उन्होंने एक खास समुदाय को लेकर आपत्तिजनक बयान दिए और अभद्र भाषा का भी इस्तेमाल किया। इसके बाद 15 मई को गार्डेनरीच थाने में उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई।
कड़ी आलोचना के बाद शर्मिष्ठा ने वीडियो हटा लिया और इस मामले में सार्वजनिक रूप से माफी भी मांगी, लेकिन गिरफ्तारी से बच नहीं पाईं। मामला सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है।