छतरपुर में बारातियों से भरी बस में तोड़फोड़:बाइक चालक ने बस की हेडलाइट तोड़ी, पुलिस ने एक और आरोपी पर मामला दर्ज किया

छतरपुर में गुरुवार रात बारात लेकर जा रही बस के ड्राइवर को बाइक सवार ने कट मारने के विवाद शुरू कर दिया। बाइक सवार ने बस की हेडलाइट तोड़ दी। मामले को लेकर पुलिस ने एक आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया था पुलिस ने शुक्रवार को एक और आरोपी का नाम जोड़ा है। जानकारी के अनुसार, घटना गुरुवार की देर शाम की है, जब किशोरी कुशवाह नाम का ड्राइवर राजनगर से बारात लेकर गढ़ीमलहरा की ओर जा रहा था। बस नंबर MP36P0299 को बाइक सवार महेश चौरसिया ने रोका और कट मारने के विवाद में गाली-गलौज करने लगा। विरोध करने पर महेश ने डंडे से बस की हेडलाइट तोड़ दी। ड्राइवर ने गढ़ीमलहरा थाने में महेश चौरसिया के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। इसके बाद शुक्रवार सुबह ड्राइवर को पता चला कि पुलिस ने शिकायत में धीरेंद्र यादव का नाम भी जोड़ दिया है। धीरेंद्र का आरोप है कि थाने में तैनात पुलिस आरक्षक जनक सिंह परिहार ने उनका नाम जानबूझकर जोड़ा है, क्योंकि उन्होंने पहले एक धारा 307 के मामले में गवाह बदलने से मना कर दिया था। इस गलत शिकायत के विरोध में ड्राइवर किशोरी कुशवाह बारातियों से भरी बस लेकर एसपी कार्यालय पहुंचा और न्यायोचित कार्रवाई की मांग की। थाना प्रभारी सुरभि शर्मा के अनुसार, पुलिस ने धीरेंद्र यादव और महेश चौरसिया दोनों के खिलाफ शिकायत दर्ज की है। मामले की जांच जारी है।

छतरपुर में बारातियों से भरी बस में तोड़फोड़:बाइक चालक ने बस की हेडलाइट तोड़ी, पुलिस ने एक और आरोपी पर मामला दर्ज किया
छतरपुर में गुरुवार रात बारात लेकर जा रही बस के ड्राइवर को बाइक सवार ने कट मारने के विवाद शुरू कर दिया। बाइक सवार ने बस की हेडलाइट तोड़ दी। मामले को लेकर पुलिस ने एक आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया था पुलिस ने शुक्रवार को एक और आरोपी का नाम जोड़ा है। जानकारी के अनुसार, घटना गुरुवार की देर शाम की है, जब किशोरी कुशवाह नाम का ड्राइवर राजनगर से बारात लेकर गढ़ीमलहरा की ओर जा रहा था। बस नंबर MP36P0299 को बाइक सवार महेश चौरसिया ने रोका और कट मारने के विवाद में गाली-गलौज करने लगा। विरोध करने पर महेश ने डंडे से बस की हेडलाइट तोड़ दी। ड्राइवर ने गढ़ीमलहरा थाने में महेश चौरसिया के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। इसके बाद शुक्रवार सुबह ड्राइवर को पता चला कि पुलिस ने शिकायत में धीरेंद्र यादव का नाम भी जोड़ दिया है। धीरेंद्र का आरोप है कि थाने में तैनात पुलिस आरक्षक जनक सिंह परिहार ने उनका नाम जानबूझकर जोड़ा है, क्योंकि उन्होंने पहले एक धारा 307 के मामले में गवाह बदलने से मना कर दिया था। इस गलत शिकायत के विरोध में ड्राइवर किशोरी कुशवाह बारातियों से भरी बस लेकर एसपी कार्यालय पहुंचा और न्यायोचित कार्रवाई की मांग की। थाना प्रभारी सुरभि शर्मा के अनुसार, पुलिस ने धीरेंद्र यादव और महेश चौरसिया दोनों के खिलाफ शिकायत दर्ज की है। मामले की जांच जारी है।