केंद्रीय जेल बिलासपुर में राखी का विशेष आयोजन, बहनों ने बांधी भाईयों को राखी, मिला पौधा लगाने का संदेश

बिलासपुर से मन्नू मानिकपुरी की रिपोर्ट
बिलासपुर। रक्षाबंधन के पावन अवसर पर केंद्रीय जेल बिलासपुर में भावनाओं और भाई-बहन के प्रेम का अनूठा संगम देखने को मिला। शनिवार सुबह से ही कैदियों की बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधने के लिए जेल परिसर में पहुंचने लगीं। सुरक्षा और व्यवस्था को देखते हुए जेल प्रशासन ने खास इंतजाम किए थे। जेल अधीक्षक कोमेश मंडावी के निर्देशन में जगह-जगह बैरिकेड्स लगाए गए और तीन स्तरीय चेकिंग पॉइंट बनाए गए ताकि किसी को असुविधा न हो और सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रहे।
जेल प्रशासन ने स्पष्ट निर्देश दिए थे कि जेल के भीतर मोबाइल फोन या अन्य इलेक्ट्रॉनिक वस्तुएं ले जाना पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। केवल सूखी मिठाई और राखी ही अंदर ले जाने की अनुमति दी गई थी। इस दौरान लगभग 2700 से अधिक बंदियों की बहनों ने जेल आकर उनके हाथों
पर राखी बांधी और उनके मंगलमय जीवन की कामना की। जिन कैदियों की बहनें किसी कारणवश नहीं आ पाईं, उनके लिए लिफाफे में भेजी गई राखियां जेल प्रशासन ने पहुंचाई, ताकि कोई भी बंदी इस अवसर से वंचित न रह जाए।
विशेष बात यह रही कि इस अवसर पर जब बहनों ने अपने भाइयों की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधा, तो जेल प्रशासन ने उन्हें एक पौधा भेंट किया। यह पहल पर्यावरण संरक्षण और हरियाली को बढ़ावा देने के उद्देश्य से की गई थी, ताकि बहनें अपने घर पर इन पौधों को लगाकर इस पर्व को यादगार बना सकें।
जेल अधीक्षक कोमेश मंडावी ने मीडिया से चर्चा करते हुए बताया कि वन विभाग से बांस-बल्ली उपलब्ध कराई गई थी, जिससे कतार के लिए बैरिकेड बनाए गए। तीन स्थानों पर चेकिंग प्वाइंट रखे गए—मुख्य द्वार से लेकर जेल के भीतर तक—ताकि किसी भी प्रकार की अवांछित वस्तु अंदर न जा सके। उन्होंने कहा, “हमने पूरा प्रयास किया कि राखी के अवसर पर किसी बहन को किसी प्रकार की तकलीफ न हो। पुलिस प्रशासन से भी अतिरिक्त बल लिया गया, जिससे सुरक्षा और व्यवस्था दोनों सुचारु रूप से चल सकें।”
रक्षाबंधन के इस पर्व ने जेल के माहौल में भी भावनात्मक गर्माहट भर दी। सुरक्षा के बीच प्रेम और भाईचारे का यह दृश्य न केवल बंदियों और उनकी बहनों के लिए खास रहा, बल्कि पौधारोपण का संदेश देकर इसे सामाजिक जिम्मेदारी से भी जोड़ा गया। केंद्रीय जेल प्रशासन की यह पहल कैदियों के जीवन में पारिवारिक संबंधों की मिठास और पर्यावरण संरक्षण का संदेश एक साथ लेकर आई
केन्द्रीय जेल बिलासपुर में दिनांक 09.08.2025 को रक्षाबंधन पर्व के अवसर पर जेल में रक्षाबंधन पर्व से आयोजन किया गया। जेल में परिरूद्ध 1350 पुरूषों को 3812 बहनों एवं 56 महिला बंदियों ने 161 भाईयों को द्वारा रक्षा सूत्र बांधा गया। रक्षाबंधन कार्यक्रम को सफल बनाने में केन्द्रीय जेल बिलासपुर के जेल अधीक्षक श्री खोमेश मण्डावी, श्री रामपाल सिंह कंवर, कल्याण अधिकारी, श्री एम.एल. ध्रुव, उप अधीक्षक उद्योग, श्री एम.जी. गोस्वामी, सहायक जेल अधीक्षक, श्रीमती कोकिला वर्मा, एवं समस्त जेल स्टॉफ विशेष योगदान रहा। रक्षाबंधन के पावन पर्व पर भाईयों द्वारा अपनी बहनों का उपहार स्वरूप 2000 पौधे भेंट किया गया।