Top Story
  • पूरे देश में छत्तीसगढ़ में सर्वाधिक जगहों पर करीब 60 लाख लोगो द्वारा योगाभ्यास करने का अनुमान
    रायपुर, 21 जून 2019/ पांचवे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर आज 21 जून को पूरे देश में छत्तीसगढ़ राज्य में सर्वाधिक जगहों पर लोगों द्वारा योगाभ्यास को गोल्डन बुक आॅफ वल्र्ड रिकार्ड में दर्ज किया गया है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देशन पर आज पूरे प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों, स्कूलों, महाविद्यालयों, सभी नगरीय निकायों व ग्राम पंचायतों सहित विभिन्न संस्थाओं और स्थलों में विशेषज्ञ योगाचार्यो के नेतृत्व में करीब 60 लाख लोगों द्वारा सामूहिक योगाभ्यास किया गया । राजधानी रायपुर के इंडोर स्टेडियम में नगर पालिक निगम रायपुर के महापौर श्री प्रमोद दुबे के मुख्य आतिथ्य में आयोजित सामूहिक योग प्रदर्शन कार्यक्रम में नगर के 600 स्कूली बच्चों के साथ उपस्थित जनप्रतिनिधिगण और वरिष्ठ अधिकारियों ने योगाभ्यास किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महापौर श्री प्रमोद दुबे ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने निर्देशन पर आज पूरे छत्तीसगढ़ में लोगों ने योगाभ्यास के कार्यक्रम में भाग लिया है और यह गोल्डन बुक आॅफ वल्र्ड रिकार्ड में दर्ज हुआ है इसके लिए पूरे प्रदेशवासियों को बहुत-बहुत बधाई। श्री दुबे ने कहा कि योग एक विज्ञान है और यही लोगों के स्वस्थ जीवन का आधार है। स्वस्थ और निरोग जीवन जीने के लिए योग बहुत ही महत्वपूर्ण है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रायपुर दक्षिण के विधायक श्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि पूरे विश्व में योग को स्थापित करने का श्रेय किसी को है, तो वह भारत देश है। आज पूरे विश्व के लोग भारत के योग को न केवल स्वीकार्य कर रहे है बल्कि अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बना रहे है। गोल्डन बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड के प्रतिनिधि श्री आलोक कुमार ने छत्तीसगढ़ को नये विश्व कीर्तिमान बनाने का प्रोविजनल प्रमाण पत्र महापौर श्री प्रमोद दुबे को प्रदान किया। उन्होंने बताया कि पूरे देश में छत्तीसगढ़ में सर्वाधिक मल्टीपल लोकेशन में लोगों द्वारा योगाभ्यास का वल्र्ड रिकार्ड दर्ज किया गया है, सभी आवश्यक दस्तावेज के साथ करीब एक माह बाद वास्तविक संख्या की घोषणा की जाएगी। योग एक विज्ञान पुस्तिका का विमोचन कार्यक्रम में अतिथियों द्वारा स्र्माट सिटी रायपुर और नगर पालिक निगम रायपुर द्वारा प्रकाशित पुस्तिका-‘‘योग एक विज्ञान‘‘ एक कदम स्वस्थ जिन्दगी की ओर... का विमोचन किया। अतिथियों ने कार्यक्रम में योगाभ्यास कराने वाले योगाचार्यो को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर महापौर श्री प्रमोद दुबे जी की धर्मपत्नी श्रीमती दिप्ती दुबे, रायपुर नगर पालिक निगम की पूर्व महापौर श्रीमती किरणमयी नायक, पाषर्द श्री एजाज ढेबर, रायपुर संभाग के आयुक्त श्री जी.आर.चुरेन्द्र, समाज कल्याण विभाग के सचिव श्री ईमिल लकड़ा, संचालक श्री चंद्रकांत उइके, स्कूल शिक्षा विभाग के संचालक श्री एस. प्रकाश, कलेक्टर श्री एस. भारतीदासन, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री आरिफ शेख, नगर निगम के आयुक्त श्री शिव अनंत तायल, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. गौरव कुमार सिंह, छत्तीसगढ़ योग आयोग के सचिव श्री एम.एल.पाण्डेय सहित वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी और बड़ी संख्या में स्कूली छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे और सामूहिक योगाभ्यास में शामिल हुए।
  • मुख्यमंत्री भुपेश भघेल ने  दिल्ली के छत्तीसगढ़ भवन में किया योगा...
    21 जून यानी अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस पर आज छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने देश की राजधानी नई दिल्ली स्थित , छत्तीसगढ़ सदन में प्रातः योग किया। मुख्यमंत्री ने योग की विभिन्न मुद्राओं का अभ्यास किया। इस अवसर पर उन्होंने प्रदेश वासियों से योग को अपने जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि, योग न केवल व्यक्ति को स्वस्थ व निरोगी बनाता हे बल्कि, उसे अनुशासित भी करता हे।मुख्यमंत्री ने कहा कि, नियमित योग से, तन ही नहीं मन को भी स्वस्थ रखा जा सकता है।
  • पूर्व प्रधानमंत्री श्री राजीव गांधी सन् 1984 में पहुंचे थे कुल्हाड़ीघाट,दुर्गम पहाड़ी और जंगलों के बीच कुल्हाड़ीघाट में करवट ले रहा है विकास
    गरियाबंद, 20 जून 2019/ जिले के मैनपुर विकासखण्ड मुख्यालय से 17 किलोमीटर दूर पर दुर्गम पहाड़ी और बीहड़ जंगलों के बीच बसा ग्राम कुल्हाड़ीघाट किसी परिचय का मोहताज नहीं है। ग्राम पंचायत कुल्हाड़ीघाट एवं उसके आश्रित गांव लगभग 35 किलोमीटर की परिधि में बसा हुआ है। ताराझर, मटाल, भालुडिग्गी जैसे गांव दुर्गम एवं ऊंची पहाड़ों पर बसा हुआ है। यहां के लोग अभी भी पहाड़ी की तराई से होकर आना जाना करते है। यह क्षेत्र वनांचल, दुर्गम एवं संवेदनशील होने के साथ-साथ वामपंथ उग्रवाद से प्रभावित है। इस ग्राम पंचायत की 1473 की आबादी  में से लगभग 98 प्रतिशत आबादी विशेष पिछड़ी कमार जनजाति है।  जब बल्दीबाई ने अपने हाथों से खिलाया कंदमूल  ग्राम पंचायत कुल्हाड़ीघाट का मुख्यालय कुल्हाड़ीघाट में स्थित है। यह वहीं गांव हैं जहां देश के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री राजीव गांधी सन् 1984 में अपनी पत्नि श्रीमती सोनिया गांधी के साथ हेलीकाॅप्टर से पहुंचे थे। तब से कुल्हाड़ीघाट को एक नई पहचान मिली है। गांव की महिला बल्दी बाई ने अपने हाथों से राजीव गांधी को कंदमूल व तेंदूफल खिलाकर जैसे शबरी की भूमिका निभाई थी। आज लगभग 90 वर्ष की हो चुकी बल्दी बाई उन दिनों को याद करके चहक उठती है। उनकी चेहरे की झुर्रियों में चमक आ जाती है। वे बताती है कि उन्हें और उनके परिवार को शासन की पेंशन, राशन कार्ड, वन अधिकार पत्र एवं आवास योजना के तहत लाभ मिला है।  विषम परिस्थितियों में विकास की ललक हरियाली और पहाड़ियों से घिरा कुल्हाड़ीघाट में प्रचुर प्राकृतिक संसाधन है। समीप में ही मनोहारी देवधारा जलप्रपात बहती है। घने जंगल और सीमावर्ती क्षेत्र होने के कारण यह वामपंथ उग्रवाद का दंश भी झेल रहा है। शासन और जिला प्रशासन द्वारा कुल्हाड़ीघाट के विकास के लिए अनेक विकासीय कार्य स्वीकृत किये गये हैं। फलस्वरूप आज कुल्हाड़ीघाट की तस्वीर बदलने लगा है। एक समय जहां कच्ची पगडंडी रास्तों से होकर जाना पड़ता था, वहीं आज कुल्हाड़ीघाट तक पक्की सड़के बन गई है। आश्रित ग्राम कठवा, गंवरमुंड, बेसराझर, भालुडिग्गी एवं देवडोंगर में भी पहुंच मार्ग से आ-जा सकते है। पंचायत में अधोसंरचना विकास के साथ-साथ मानव संसाधन विकास के उल्लेखनीय कार्य किये गये हैं। मानवीय विकास के बहुआयामी प्रयास कमार विकास परियोजना अंतर्गत वर्ष 2009-10 से 2015-16 तक आजीविका संवर्धन हेतु विभिन्न प्रशिक्षण सहित सीधा लाभ दिया गया। इनमें 17 कमार परिवारों को भूमि, 28 को आवास एवं 471 व्यक्तिगत वन अधिकार पत्र दिये गये। बकरी पालन, मत्स्य पालन के लिए भी सहायता दी गई। यहां के कमार परिवारों को भूख से निजात दिलाने 179 अंत्योदय गुलाबी राशन कार्ड सहित 515 परिवारों का राशन कार्ड जारी किया गया है। यहां राशन दुकान के माध्यम से उचित मूल्य पर राशन वितरित किया जा रहा है। जंगल वं पहाड़ी के बीच रह रहे इन परिवारों के लिए अच्छा आवास भी चुनौती थी। शासन द्वारा इंदिरा आवास अंतर्गत वर्ष 2012-13 से 2015-16 तक कुल 239 आवास स्वीकृत किये गये जिनमें से 217 आवास पूर्ण हो गया है। इसी तरह प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत 86 कमार परिवारों को आवास स्वीकृत किया है, इनमे से 76 पूर्ण हो गया है। पेंशन, पेयजल, स्वास्थ्य और सिंचाई की सुविधा गरीब परिवारों के लिए शासन की पेंशन योजना मद्दगार साबित हो रहा है। कुल्हाड़ीघाट में कुल 196 हितग्राहियों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन का लाभ दिया जा रहा है। बच्चों और महिलाओं के विकास के लिए 8 आगंनबाड़ी केन्द्र संचालित है। जिसमें 111 बच्चे दर्ज है। इसके अलावा गर्भवती माताओं को गरम भोजन भी दिया जा रहा है। क्षेत्र में  कृषि सिंचाई की जरूरत को देखते हुए निकट के सरार में क्रेडा द्वारा सौर सामुदायिक सिंचाई योजना से 49 किसानों के 60 हेक्टेयर रक्बा में सिंचाई सम्भव हो सका है। शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराना शासन की प्राथमिकता रही है। कुल्हाड़ीघाट एवं उनके आश्रित ग्रामों में 16 हेण्डपंप में 2 सोलर पंप के माध्यम से नलजल संचालित है। ग्राम कठवा में वाटर ए.टी.एम भी स्थापित किया गया है। राजस्व विभाग द्वारा सूखा राहत के अलावा 48 किसानों को आबादी पट्टा एवं कुल 471 हितग्राहियों को वनाधिकार पट्टा वितरित किया गया है। वहीं कृषि विभाग द्वारा उड़द फसल  प्रदर्शन एवं 5 किसानों को सौर पंप, 15 किसानों को डिजल पंप प्रदान किया गया है। वहीं सुराजी गांव योजना के तहत 42 किसानों को चयन किया गया है। स्वास्थ्य सुविधा के लिए  उपस्वास्थय केन्द्र भी संचालित है। अधोसंरचना विकास की इच्छशक्ति पुल, पुलिया, स्टापडेम और सड़क गांव तक पहुंची लोगों की आजीविका सुनिश्चित करने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारण्टी योजना एक कारगार योजना साबित हुई है। यहां 442 जाॅब कार्डधारी है। इस वर्ष 36 हजार 999 मानव दिवस सृजित किया गया। योजना अंतर्गत स्टापडेम सह पुलिया निर्माण एवं बाजार शेड का निर्माण कार्य हुआ। मनरेगा अंतर्गत भूमि सुधार, डबरी, कुंआ के साथ सुराजी गांव योजना के तहत 4.5 एकड़ में 19.79 लाख रूपये की लागत से गौठान एवं 7.62 लाख रूपये लागत से चारागाह निर्माण का कार्य स्वीकृत किया गया है।  जिस भौगौलिक स्थिति में कुल्हाड़ीघाट बसा है वहा अधोसंरचना विकास एक चुनौतिपूर्ण कार्य रहा है। शासन के मंशा अनुरूप जिला प्रशासन द्वारा विभिन्न निर्माण कार्य स्वीकृत कर यहां की कठिन जीवन को आसान बनाने का प्रयास किया है। 13वें वित्त से सी.सी.रोड़, आंगनबाड़ी, बोर खनन, हेंडपंप, रंगमंच निर्माण तथा अन्य विकासीय योजाओं से निर्मलाघाट, मुक्तिधाम, सामुदायिक भवन, पुल-पुलिया, किचन शेड, और देवगुडी पुजा स्थल का निर्माण किया गया है। आवागमन की सुविधा को देखते हुए मैनपुर से कुल्हाड़ीघाट मार्ग पर 5  पुलिया स्वीकृत किया गया है। जिनमें से 2 पूर्ण हो चुका है। शेष प्रगति पर है और जल्दी ही पूर्ण होगा। कुल्हाड़ीघाट में बिजली भी पहुंच गई है।  कुल्हाड़ीघाट एवं उसके आश्रित ग्रामों को विकास के नक्शे पर स्थापित करने बहुआयामी  प्रयास किय गए है। विषम भौगौलिक परिस्थिति एवं मौजूदा चुनौतियों के कारण पहाड़ी और दुर्गम क्षेत्र में बसे आश्रित ग्राम विकास की नक्शे पर जल्दी ही प्रतिबिंबित होगा। जिला प्रशासन क्षेत्र के सर्वांगीण विकास के लिए रोडमैप बनाकर उसे क्रियान्वयन करने संकल्पित है। 
  • रोजगार के अवसर पैदा करना और गांवों की समृद्धि ग्रामीण विकास योजनाओं का लक्ष्य – श्री टी.एस. सिंहदेव
    रायपुर. 20 जून 2019. छत्तीसगढ़ के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव ने कहा है कि ग्रामीण विकास की सभी योजनाओं का मूल लक्ष्य रोजगार के अवसरों में वृद्धि और गांवों की आर्थिक मजबूती है। विकास योजनाओं के क्रियान्वयन के दौरान भवन और सड़क जैसे निर्माण कार्य होते हैं, लेकिन गांवों और वहां रहने वाले लोगों के लिए बनी योजनाओं का असल मकसद उनके जीवनस्तर को ऊंचा उठाना है। विभागीय योजनाओं का क्रियान्वयन इस तरीके से हों कि इनका पूरा लाभ ग्रामीणों को मिले और उनका जीवन बेहतर हो। श्री सिंहदेव ने आज यहां निमोरा स्थित ठाकुर प्यारेलाल पंचायत एवं ग्रामीण विकास संस्थान में विभिन्न विभागीय योजनाओं की समीक्षा की। दिनभर चले मैराथन बैठक में उन्होंने जिलेवार नरवा, गरूवा, घुरवा, बारी योजना के तहत गौठान व चारागाह निर्माण, मनरेगा कार्यों, प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना, मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क योजना, स्वच्छ भारत मिशन, प्रधानमंत्री आवास योजना एवं राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के साथ ही ग्रामीण यांत्रिकी सेवा, पंचायत संचालनालय तथा विकास आयुक्त कार्यालय के कार्यों की समीक्षा की। पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना तथा मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को गुणवत्तापूर्ण सड़कों का निर्माण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़कों का निर्माण विभागीय अधिकारियों की जिम्मेदारी है। खराब सड़कों के निर्माण पर वे ठेकेदारों पर दोष नहीं मढ़ सकते। उन्होंने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना-2 के तहत सड़क निर्माण में पूरे देश में छत्तीसगढ़ को सर्वश्रेष्ठ स्थान मिलने पर विभागीय अधिकारियों की पीठ थपथपाई। उन्होंने कहा कि सड़कों की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होना चाहिए। कुल निर्मित सड़कों की लंबाई और गुणवत्ता दोनों में हमारा प्रदेश नम्बर वन होना चाहिए। श्री सिंहदेव ने नरवा, गरूवा, घुरवा, बारी योजना के तहत गौठान व चारागाह निर्माण के लिए अब तक किए गए कार्यों पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि गौठानों की व्यवस्था और इसके दीर्घकालीन संचालन के लिए पंचायतों एवं ग्रामीणों को सहभागिता के लिए प्रेरित करें। उन्होंने पशुओं के लिए हरे चारे की व्यवस्था के लिए चारागाह विकास के कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। पंचायत मंत्री ने नालों को रिचार्ज करने जीआईएस और भुवन मैप की मदद से शीघ्र कार्ययोजना तैयार कर काम शुरू करने कहा। उन्होंने कहा कि गौठान, चारागाह और कम्पोस्ट निर्माण से गांव के कम से कम 10 परिवारों को नियमित रोजगार मिलना चाहिए। श्री सिंहदेव ने मनरेगा के अंतर्गत निर्धारित लक्ष्यों के अनुरूप कार्यों को तेजी से पूर्ण करने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि लक्ष्य के अनुसार कार्य पूर्ण होने पर भारत सरकार से और भी राशि मांगी जा सकती है। बैठक में बताया गया कि चालू वित्तीय वर्ष में मनरेगा के तहत जल संरक्षण-संवर्धन कार्यों के लिए 28 हजार 590 निजी डबरियों, छह हजार 170 नए तालाबों और 11 हजार 630 कुंओं के निर्माण का लक्ष्य है। इन कार्यों के स्वीकृति की प्रक्रिया भी शुरू की जा चुकी है। समीक्षा बैठक में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री आर.पी. मंडल, प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री राकेश चतुर्वेदी, अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक (कैम्पा) श्री श्रीनिवास राव, जल संसाधन विभाग के सचिव श्री अविनाश चंपावत, मनरेगा आयुक्त एवं प्रधानमंत्री आवास योजना के संचालक श्री भीम सिंह, छत्तीसगढ़ ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री आलोक कटियार, संचालक पंचायत एवं ग्रामीण विकास श्री जितेन्द्र शुक्ला, स्वच्छ भारत मिशन के मिशन संचालक श्री नरेन्द्र दुग्गे और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के संचालक श्री अभीजित सिंह सहित सभी 27 जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी तथा वरिष्ठ विभागीय अधिकारी मौजूद थे।
  • मुख्य सचिव से भारतीय प्रशासनिक सेवा के प्रशिक्षु अधिकारियों ने की मुलाकात
    रायपुर, 20 जून 2019/भारतीय प्रशासनिक सेवा के प्रशिक्षु अधिकारियों ने आज यहां मंत्रालय (महानदी भवन) में राज्य के मुख्य सचिव श्री सुनील कुजूर से सौजन्य मुलाकात की। मुख्य सचिव ने प्रशिक्षु अधिकारियों को राज्य सरकार की प्राथमिकताओं, किसानों, गरीबों और जनता के हित में लिए गए निर्णयों तथा राज्य शासन की योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने प्रशिक्षु अधिकारियों को समझाईश दी कि वे मैदानी क्षेत्र में अधिक से अधिक दौरा करें। इससे बहुत कुछ सीखने का अवसर मिलेगा। ज्ञातव्य है कि भारतीय प्रशासनिक सेवा के (2018 बैच) के अधिकारियों का उन्मुखीकरण प्रशिक्षण छत्तीसगढ़ प्रशासन अकादमी में चल रहा है। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ प्रशासनिक अकादमी की डी.जी. श्रीमती रेणु पिल्लई, संचालक श्री आलोक अवस्थी, सहायक कलेक्टर श्री अभिषेक शर्मा, श्री अबिनाश मिश्रा, श्री देवेश कुमार ध्रुव, श्री संबित मिश्रा, और श्री उत्साह चैधरी भी उपस्थित थे।
  • राज्य सरकार ने गरीबों, किसानों, आदिवासियों के  हित में तेजी से कार्य किए: श्री लखमा
    रायपुर20 जून 2019-प्रदेश के वाणिज्यक कर (आबकारी) वाणिज्य और उद्योग मंत्री श्री कवासी लखमा ने कहा है कि राज्य सरकार ने किसानों, गरीबों और आदिवासियों के लिए विभिन्न योजनाओं के माध्यम से पिछले छः माह में तेजी से काम किए हैं। श्री लखमा ने आज यहां सुकमा जिले के तोंगपाल में उप-तहसील कार्यालय का शुभारम्भ किया। आज से तोंगपाल उप-तहसील कार्यालय में कार्य शुरू हो गया हैं। श्री लखमा ने तोंगपाल में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में राज्य सरकार जनता की भलाई के कई निर्णय लिए है। उन्होंने कहा कि सरकार ने किसानों के अल्पकालीन कृषि ऋण माफ कर दिए हैं। धान का मूल्य 2500 रुपए प्रति क्विंटल किया गया हैं, वहीं पर आदिवासियों के हित में तेन्दूपत्ता का प्रति मानक बोरा मूल्य चार हजार रुपए किया गया हैं। इसी तरह से राज्य के सभी परिवारों को अब सावर्जनिक वितरण प्रणाली के तहत् खाद्यान्न उपलब्ध कराया जाएगा। इन फैसलों से किसानों, आदिवासियों की आर्थिक स्थिति मजबूत हुई हैं। उन्होंने कहा कि बस्तर जिले के लोहण्डीगुड़ा में अधिग्रहण की गई किसानों की जमीन राज्य सरकार ने उन्हें फिर से वापस दिलाकर किसानों के हित में ऐतिहासिक काम किया हैं। श्री लखमा ने कहा कि मैं राज्य मंत्रीमण्डल का पहला सदस्य हूँ जिसे मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने सबसे पहले विदेश भेजा हैं। मैं कनाडा जाकर आया हूँ, वहां पर उद्योगपतियों से मिलकर छत्तीसगढ़ और बस्तर के युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए उद्योगपतियों से समझौते किए गए हैं। आगामी दिनों में युवाओं को रोजगार मिलेगा। श्री लखमा ने कहा कि तोंगपाल मे उप-तहसील कार्यालय प्रारम्भ हो जाने से अब यहां के लोगों के काम यही होगें, उन्हें बाहर नहीं जाना पडे़गा। उन्होंने कहा कि मैने तोंगपाल में बैंक की शाखा खुलवाने के लिए भी विशेष पहल कर यहां बैंक शाखा खुलवाई हैं, जिससे यहां के स्थानीय लोगों को फायदा हुआ हैं। मंत्री श्री लखमा ने इस अवसर पर कक्षा छठवीं और नवमीं के नवप्रवेशी बच्चों को पाठ्य पुस्तकें, गणवेश तथा स्कूल बैग प्रदान किए। 10 बालिकाओं को सरस्वती सायकल योजना के तहत् सायकल प्रदान की गई। इसी तरह से अन्त्यावसायी की योजना के तहत एक हितग्राही को ट्रेक्टर ट्राली प्रदान की। इस अवसर पर मंत्री जी ने तेन्दूपत्ता संग्राहकों को उनकी मजदूरी का नगद भुगतान किया। मंत्री जी ने तेन्दूपत्ता संग्राहकों से कहा कि उन्हें अब तेन्दूपत्ता की मजदूरी नगद में भुगतान की जाएगी। श्री लखमा ने आज सहकारिता गोदाम भवन तोंगपाल, सहकारिता गोदाम भवन पुसपाल, सामुदायिक भवन, बैंक हेतु पुसपाल और 5 बिस्तर प्रसूति वार्ड कुकानार का लोकार्पण किया। इसी तरह से उन्होंने 100 सीटर पोटाकेबिन बालक छात्रावास भवन तोंगपाल और पोटाकेबिन हेतु प्री फेब स्ट्रक्चर से निर्माण हेतु तोंगपाल में हाईस्कूल का शिलान्यास किया। मंत्री ने छिन्दगढ़ विकासखण्ड के ग्राम चिपुरपाल में आदर्श गाय गोठान का उद्घाटन किया। उन्होंने बिरसठपाल में गाय गोठान का उद्घाटन कर गोठान का निरीक्षण किया और गोठान में वृक्षारोपण भी किए। इस अवसर पर उन्होंने उपस्थित लोगों से अपील कि की वे अपने पशुओं को गाय गोठान में लाकर अवश्य छोडें़, यहां पर उनके पशुओं के लिए चारा, पानी और उपचार की भी समुचित व्यवस्था होगी। बिरसठपाल गाय गोठान में अन्य जनप्रतिनिधियों द्वारा भी वृक्षारोपण किए। श्री लखमा ने गाय गोठानों का संचालन स्व-सहायता समूहों के माध्यम से कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए। इस अवसर पर कलेक्टर श्री चन्दन कुमार ने गाय गोठानों के संबंध में विस्तृत जानकारी मंत्री को दी। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक और वन मण्डलाधिकारी भी मौजूद थे। तोंगपाल में सभा को संबोधित करते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष श्री हरीश कवासी ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के द्वारा किसान, गरीब और आदिवासियों के लिए अनेकों कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने एक माह पूर्व घोषणा की थी कि तोंगपाल में उप-तहसील कार्यालय शुरू किया जाएगा जो आज से मंत्री श्री लखमा द्वारा शुभारम्भ किया गया हैं। श्री हरीश कवासी ने कहा कि आगामी समय में सुकमा जिले में सभी गांवों में सड़के, पुल-पुलिया और गांवों में आवश्यकता के सभी काम किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि जिले के बच्चों के लिए आवश्यकतानुसार स्कूल और आश्रम, छात्रावास खोले जाएंगे। श्री कवासी ने कहा कि जिले के हाईस्कूल और आश्रम को मॉडल स्कूल और आश्रम घोषित किया जाना चाहिए। जिससे यहां के छात्र भी अखिल भारतीय परीक्षाओं में भाग लेकर आईएएस, आईपीएस और आईएफएस जैसे पदों पर जाकर जिले का नाम रोशन करें। उन्होंने मंत्री श्री लखमा से इस दिशा में आवश्यक कार्यवाही करने का अनुरोध किया है। कार्यक्रम को श्री करण देव सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने संबोधित किया। इस अवसर पर पंच, सरपंच सहित पंचायत राज संस्थाओं के जनप्रतिनिधि बड़ी संख्या में ग्रामीण और अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे।
  • राज्य सरकार ने गरीबों, किसानों, आदिवासियों के  हित में तेजी से कार्य किए: श्री लखमा
    रायपुर20 जून 2019-प्रदेश के वाणिज्यक कर (आबकारी) वाणिज्य और उद्योग मंत्री श्री कवासी लखमा ने कहा है कि राज्य सरकार ने किसानों, गरीबों और आदिवासियों के लिए विभिन्न योजनाओं के माध्यम से पिछले छः माह में तेजी से काम किए हैं। श्री लखमा ने आज यहां सुकमा जिले के तोंगपाल में उप-तहसील कार्यालय का शुभारम्भ किया। आज से तोंगपाल उप-तहसील कार्यालय में कार्य शुरू हो गया हैं। श्री लखमा ने तोंगपाल में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में राज्य सरकार जनता की भलाई के कई निर्णय लिए है। उन्होंने कहा कि सरकार ने किसानों के अल्पकालीन कृषि ऋण माफ कर दिए हैं। धान का मूल्य 2500 रुपए प्रति क्विंटल किया गया हैं, वहीं पर आदिवासियों के हित में तेन्दूपत्ता का प्रति मानक बोरा मूल्य चार हजार रुपए किया गया हैं। इसी तरह से राज्य के सभी परिवारों को अब सावर्जनिक वितरण प्रणाली के तहत् खाद्यान्न उपलब्ध कराया जाएगा। इन फैसलों से किसानों, आदिवासियों की आर्थिक स्थिति मजबूत हुई हैं। उन्होंने कहा कि बस्तर जिले के लोहण्डीगुड़ा में अधिग्रहण की गई किसानों की जमीन राज्य सरकार ने उन्हें फिर से वापस दिलाकर किसानों के हित में ऐतिहासिक काम किया हैं। श्री लखमा ने कहा कि मैं राज्य मंत्रीमण्डल का पहला सदस्य हूँ जिसे मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने सबसे पहले विदेश भेजा हैं। मैं कनाडा जाकर आया हूँ, वहां पर उद्योगपतियों से मिलकर छत्तीसगढ़ और बस्तर के युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए उद्योगपतियों से समझौते किए गए हैं। आगामी दिनों में युवाओं को रोजगार मिलेगा। श्री लखमा ने कहा कि तोंगपाल मे उप-तहसील कार्यालय प्रारम्भ हो जाने से अब यहां के लोगों के काम यही होगें, उन्हें बाहर नहीं जाना पडे़गा। उन्होंने कहा कि मैने तोंगपाल में बैंक की शाखा खुलवाने के लिए भी विशेष पहल कर यहां बैंक शाखा खुलवाई हैं, जिससे यहां के स्थानीय लोगों को फायदा हुआ हैं। मंत्री श्री लखमा ने इस अवसर पर कक्षा छठवीं और नवमीं के नवप्रवेशी बच्चों को पाठ्य पुस्तकें, गणवेश तथा स्कूल बैग प्रदान किए। 10 बालिकाओं को सरस्वती सायकल योजना के तहत् सायकल प्रदान की गई। इसी तरह से अन्त्यावसायी की योजना के तहत एक हितग्राही को ट्रेक्टर ट्राली प्रदान की। इस अवसर पर मंत्री जी ने तेन्दूपत्ता संग्राहकों को उनकी मजदूरी का नगद भुगतान किया। मंत्री जी ने तेन्दूपत्ता संग्राहकों से कहा कि उन्हें अब तेन्दूपत्ता की मजदूरी नगद में भुगतान की जाएगी। श्री लखमा ने आज सहकारिता गोदाम भवन तोंगपाल, सहकारिता गोदाम भवन पुसपाल, सामुदायिक भवन, बैंक हेतु पुसपाल और 5 बिस्तर प्रसूति वार्ड कुकानार का लोकार्पण किया। इसी तरह से उन्होंने 100 सीटर पोटाकेबिन बालक छात्रावास भवन तोंगपाल और पोटाकेबिन हेतु प्री फेब स्ट्रक्चर से निर्माण हेतु तोंगपाल में हाईस्कूल का शिलान्यास किया। मंत्री ने छिन्दगढ़ विकासखण्ड के ग्राम चिपुरपाल में आदर्श गाय गोठान का उद्घाटन किया। उन्होंने बिरसठपाल में गाय गोठान का उद्घाटन कर गोठान का निरीक्षण किया और गोठान में वृक्षारोपण भी किए। इस अवसर पर उन्होंने उपस्थित लोगों से अपील कि की वे अपने पशुओं को गाय गोठान में लाकर अवश्य छोडें़, यहां पर उनके पशुओं के लिए चारा, पानी और उपचार की भी समुचित व्यवस्था होगी। बिरसठपाल गाय गोठान में अन्य जनप्रतिनिधियों द्वारा भी वृक्षारोपण किए। श्री लखमा ने गाय गोठानों का संचालन स्व-सहायता समूहों के माध्यम से कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए। इस अवसर पर कलेक्टर श्री चन्दन कुमार ने गाय गोठानों के संबंध में विस्तृत जानकारी मंत्री को दी। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक और वन मण्डलाधिकारी भी मौजूद थे। तोंगपाल में सभा को संबोधित करते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष श्री हरीश कवासी ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के द्वारा किसान, गरीब और आदिवासियों के लिए अनेकों कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने एक माह पूर्व घोषणा की थी कि तोंगपाल में उप-तहसील कार्यालय शुरू किया जाएगा जो आज से मंत्री श्री लखमा द्वारा शुभारम्भ किया गया हैं। श्री हरीश कवासी ने कहा कि आगामी समय में सुकमा जिले में सभी गांवों में सड़के, पुल-पुलिया और गांवों में आवश्यकता के सभी काम किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि जिले के बच्चों के लिए आवश्यकतानुसार स्कूल और आश्रम, छात्रावास खोले जाएंगे। श्री कवासी ने कहा कि जिले के हाईस्कूल और आश्रम को मॉडल स्कूल और आश्रम घोषित किया जाना चाहिए। जिससे यहां के छात्र भी अखिल भारतीय परीक्षाओं में भाग लेकर आईएएस, आईपीएस और आईएफएस जैसे पदों पर जाकर जिले का नाम रोशन करें। उन्होंने मंत्री श्री लखमा से इस दिशा में आवश्यक कार्यवाही करने का अनुरोध किया है। कार्यक्रम को श्री करण देव सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने संबोधित किया। इस अवसर पर पंच, सरपंच सहित पंचायत राज संस्थाओं के जनप्रतिनिधि बड़ी संख्या में ग्रामीण और अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे।
  • वाणिज्यिक कर मंत्री ने ली जिला अधिकारियों की बैठक,कोई भी स्कूल शिक्षकविहीन नहीं होना चाहिए-कवासी लकमा
    रायपुर20 जून 2019-वाणिज्यिक कर तथा वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री कवासी लखमा ने कहा है कि बस्तर में शिक्षा सबसे महत्वपूर्ण है इसलिए कोई भी स्कूल शिक्षक विहीन नहीं होना चाहिए। श्री लखमा ने आज जगदलपुर के कलेक्टोरेट में सभी विभागों के जिला अधिकारियों की बैठक लेकर संचालित योजनाओं और कार्यों की समीक्षा की। बैठक में बताया गया कि जिले में 59 स्कूल शिक्षक विहीन और 61 स्कूलों में एकल शिक्षक हैं। उन्हें यह भी बताया गया कि जिले में 494 शिक्षक दूसरे कार्यालयों अथवा अन्य कार्यों के लिए संलग्न हैं। इस पर श्री लखमा ने कहा कि इन संलग्न शिक्षकों का संलग्नीकरण तत्काल समाप्त कर उन्हें उनके मूल पदस्थापना में पदस्थ किया जाए। बैठक में बस्तर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री लखेश्वर बघेल, विधायक श्री रेखचंद जैन और विधायक नारायणपुर श्री चंदन कश्यप भी विशेष रूप से उपस्थित थे। कलेक्टर डाॅ. अय्याज तम्बोली ने जिले में चल रहे विभिन्न योजनाओं की प्रगति की जानकारी दी। वाणिज्यिक कर मंत्री श्री लखमा ने ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बाधित होने की शिकायतों पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि बिजली लाईनों को दुरूस्त किया जाए। यह शिकायत दुबारा नहीं आनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जिले में स्वास्थ्य व्यवस्था को भी दुरूस्त करने जरूरत है। मरीजों को ईलाज अथवा दवाईयों के लिए परेशानी नहीं होनी चाहिए। उन्हांेने संयुक्त संचालक स्वास्थ्य से कहा कि मरीजों के प्रति डाॅक्टरों और पैरामेडिकल स्टाॅफ का व्यवहार शालीन होना चाहिए। पूरी संवेदनशीलता से मरीजों का उपचार किया जाए। विधायक नारायणपुर श्री चंदन कश्यप ने भानपुरी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में डाॅक्टरों की कमी का जिक्र किए जाने पर मंत्री श्री लखमा ने वहां दो और डाॅक्टरों को पदस्थ करने के निर्देश कलेक्टर को दिए। कलेक्टर ने बताया कि एक सप्ताह के भीतर दो डाॅक्टरों की तैनाती कर दी जाएगी। विधायक श्री रेखचंद जैन ने जगदलपुर के महारानी अस्पताल में मरीजों को पर्याप्त दवाईयां उपलब्ध नहीं होने का मामला उठाया। इस पर कलेक्टर ने वार्ड में ही दवाईयों की व्यवस्था करने के निर्देश संयुक्त संचालक स्वास्थ्य को दिए। मंत्री श्री लखमा ने जिले में खरीफ मौसम के लिए खाद-बीज की पर्याप्त व्यवस्था करने निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसानों को उनकी मांग के अनुरूप खाद और बीज मिलना चाहिए। बैठक में बताया कि जिले में खाद और बीज का पर्याप्त भण्डारण है और किसानों को इसका वितरण किया जा रहा है। श्री लखमा ने किसानों को अल्पकालीन कृषि ऋण समय पर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। वन विभाग की समीक्षा के दौरान बताया गया कि इस वर्ष जिले में 921 हेक्टेयर 10 लाख 12 हजार पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है। इस पर बस्तर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री लखेश्वर बघेल ने कहा कि पौधे लगाने से ज्यादा जरूरी उनकी सुरक्षा है। पौधे लगाने के साथ ही सुरक्षा के भी पर्याप्त व्यवस्था की जाए। बैठक के प्रारंभ में मंत्री श्री लखमा ने राज्य शासन की महत्वाकांक्षी योजना नरवा,घुरूवा, गरूवा और बाड़ी की समीक्षा की। कलेक्टर डाॅ. तम्बोली ने बताया कि जिले में 7 आदर्श गोठानों का निर्माण किया गया है। नरवा के तहत 54 नालों का चयन किया गया है, जिसमें से 48 पर कार्य शुरू हो चुका है। बाड़ी विकास कार्यक्रम के तहत किसानों को पौधे और बीज का वितरण किया जा रहा है। कलेक्टर ने बताया कि वनाधिकार मान्यता पत्रों की समीक्षा के लिए नये सिरे से वन समितियों का गठन किया जा रहा है। इसमें 10 से 15 सदस्य होंगे। वनाधिकार मान्यता पत्रों पर यही समिति निर्णय करेगी। इसके लिए 26 और 28 जून को विशेष ग्राम सभाओं का आयोजन किया जा रहा है।
  • छत्तीसगढ़ के पर्यटन मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने केन्द्रीय पर्यटन और संस्कृति राज्य मंत्री श्री प्रह्लाद पटेल से भेंट की
    रायपुर, 20 जून 2019/ छत्तीसगढ़ के पर्यटन और संस्कृति मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने आज नई दिल्ली में केन्द्रीय पर्यटन और संस्कृति राज्य मंत्री श्री प्रह्लाद पटेल से भेंट की। श्री साहू ने केन्द्रीय राज्य मंत्री को छत्तीसगढ़ में पर्यटन की व्यापक संभावनाओं की जानकारी दी और यहां पर्यटन विकास की योजनाओं को बढ़ावा देने का आग्रह किया।
  • पांचवा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून को मंत्रियों एवं जनप्रतिनिधियों की अगुवाई में होंगे कार्यक्रम
    रायपुर, 20 जून 2019/पांचवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून के अवसर पर आयोजित होने वाले जिला स्तरीय कार्यक्रमों की अगुवाई छत्तीसगढ़ शासन के मंत्री एवं अन्य जनप्रतिनिधि करेंगे। राज्य शासन ने इस संबंध में मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम में शामिल होने के लिए मंत्रियों एवं जनप्रतिनिधियों को नामांकित कर दिया है। सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी पत्र के अनुसार रायपुर जिले में आयोजित होने वाले योग दिवस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नगर निगम रायपुर के महापौर श्री प्रमोद दुबे होंगे। जिला बलौदाबाजार-भाटापारा में आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नगरीय प्रशासन एवं श्रम मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया होंगे। गरियाबंद जिले के लिए सरगुजा क्षेत्र विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्री गुलाब कमरो, महासमुंद जिले के लिए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं ग्रामोद्योग मंत्री श्री गुरू रूद्रकुमार को मुख्य अतिथि के रूप में नामांकित किया गया है। धमतरी जिले में आयोजित होने वाले कार्यक्रम के लिए मध्यक्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष डॉ. श्रीमती लक्ष्मी धु्रव और दुर्ग जिले के लिए लोक निर्माण मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू मुख्य अतिथि होंगे। बालोद जिले में महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिला भेड़िया और बेमेतरा जिले में विधायक श्री आशीष कुमार छाबड़ा मुख्य अतिथि होंगे। राजनादगांव जिले मंे विधायक श्री दलेश्वर साहू, कबीरधाम जिले में वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर और बिलासपुर जिले में कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे योग दिवस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे। कोरबा जिले में नगर निगम कोरबा की महापौर श्रीमती रेणु अग्रवाल, रायगढ़ जिले में उच्च शिक्षा मंत्री श्री उमेश पटेल, मंुगेली जिले में मध्य क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्री पुरषोत्तम कंवर मुख्य अतिथि होंगे। जांजगीर-चांपा के लिए अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति कल्याण मंत्री श्री प्रेमसाय टेकाम, सरगुजा जिले के लिए पंचायत एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव को मुख्य अतिथि बनाया गया है। कोरिया जिले में राजस्व मंत्री श्री जयसिंह अग्रवाल, जशपुर जिले में मध्य क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री लालजीत सिंह राठिया, बलरामपुर जिले में सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्री बृहस्पत सिंह योग दिवस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे। सुरजपुर जिले के लिए सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री खेलसाय सिंह, बस्तर जिले के लिए विधायक श्री मोहन मरकाम, कांकेर जिले के लिए विधायक श्री शिशुपाल सोरी, मुख्य अतिथि होंगे। बस्तर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्री संतराम नेताम कोण्डगांव में, उद्योग मंत्री श्री कवासी लखमा सुकमा जिले में, विधायक श्री चंदन कश्यप नारायणपुर जिले में, बस्तर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्री विक्रम मंडावी बीजापुर जिले में और बस्तर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री लखेश्वर बघेल दंतेवाड़ा जिले में योग दिवस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे|
  • राज्यपाल ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की दी शुभकामनाएं
    रायपुर, 20 जून 2019/ राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने प्रदेशवासियों को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा है कि योग का वर्णन हमारे वेद-उपनिषदों में मिलता है। यह हमारे प्राचीन जीवन पद्धति का अंग है। हमारे ऋषि-मुनियों ने योग के अनेकों विधियां और आसन बताएं हैं, जिनसे कई बीमारियों का उपचार हो सकता है। आज आधुनिक जीवन शैली और अनियमित दिनचर्या के कारण सभी आयु वर्ग के लोग रोगग्रस्त हो जा रहे हैं। हम नियमित रूप से योग को अपनाकर ऐसे रोगों से मुक्ति पा सकते हैं। योग से मन के भीतर नकारात्मक शक्तियों के स्थान पर सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। शरीर, मन एवं आत्मा में संतुलन स्थापित होता है, जिससे मनुष्य एकनिष्ठ, एकाग्र एवं स्थिर होता है। राज्यपाल ने आम जनता से अपील करते हुए कहा है कि आइए हम योग को अपने दिनचर्या का अंग बनाए और तनावमुक्त, स्वस्थ होकर राष्ट्र निर्माण में योगदान दें।
  • मुख्यमंत्री ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर दी  प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं
    रायपुर, 20 जून 2019/मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने प्रदेशवासियों को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंनेे आम नागरिकों से योग को जीवन शैली में शामिल करने का आव्हान किया है। अपने संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा है कि योग का उल्लेख हमारे प्राचीन साहित्य में मिलता है। हमारे ऋषि मुनियों ने हजारों साल पहले शरीर को स्वस्थ और निरोग रखने के लिए अनेक विधियों की खोज की थी। उन्होंने कहा है कि योग वस्तुतः शरीर, मन और आत्मा को शुद्ध करने की प्रक्रिया है। योग से बिना किसी खर्च के लोग अपने शरीर को स्वस्थ और निरोग रख सकते हैं। यह आधुनिक जीवन शैली से जुड़ी अनेक समस्याओं से भी निजात दिलाती है। उल्लेखनीय है कि आज योग को पूरे विश्व में मान्यता मिल चुकी है। संयुक्त राष्ट्र संघ के आव्हान पर प्रतिवर्ष योग दिवस का आयोजन किया जाता है।