State News
  • अपने राजनैतिक वजूद को बचाने भाजपा ईडी का दुरुपयोग कर राज्य सरकार की छवि खराब करने में लगी है : कांग्रेस
    *भाजपा की प्रमुख अनुषांगिक संगठन ईडी मोर्चा ने अपना चुनावी काम शुरू कर दिया है* *चुनाव में भाजपा कांग्रेस की लोकप्रियता का मुकाबला नहीं कर पा रही है ईडी के छापे मरवा रही - कांग्रेस* *ईडी की छापेमारी राजनैतिक माहौल दूषित करने के लिये* रायपुर/24 अक्टूबर 2023। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा ने अपने सत्ता बल का दुरुपयोग कर केंद्रीय जांच एजेंसियों को भाजपा का मोर्चा, संगठन, बना दिया है। इसीलिये भाजपा की प्रमुख अनुषांगिक संगठन ईडी मोर्चा ने अपना चुनावी काम शुरू कर दिया है। चुनाव में भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस की लोकप्रियता का राजनैतिक रूप से मुकाबला नहीं कर पा रही है तो ईडी की छापेमारी करवा रही है। आज तक छत्तीसगढ़ में ईडी ने जितनी भी कार्यवाहियां की चाहे कथित शराब घोटाला हो या कोल घोटाला हो सब में ईडी ने केवल काल्पनिक आंकड़े जारी किया किसी भी आरोप का ईडी के पास कोई प्रमाण नहीं था सिवाय काल्पनिक आंकड़ो के। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि  ईडी के द्वारा कुछ राइस मिलर्स और व्यापारियों पर छापा मारा गया है, ईडी द्वारा छत्तीसगढ़ में कभी कांग्रेस नेताओं पर, कभी ट्रांसपोर्टर पर, कभी अधिकारियों पर और अब राइस मिलर एवं व्यापारियों पर छापे की कार्यवाही के द्वारा छत्तीसगढ़ में भय और भ्रम का माहौल बनाने का दुष्प्रयास किया जा रहा है, ईडी की कार्यवाही हमेशा से सवालो के घेरे में रही है। माननीय सुप्रीम कोर्ट ने ईडी द्वारा छत्तीसगढ़ में दुर्भावना पूर्वक कार्यवाही पर तीखी टिप्पणी करते हुये कहा था कि- ईडी अपने कामकाज में पारदर्शी और निष्पक्ष रहें, प्रतिशोधी ना बने सर्वोच्च न्यायालय द्वारा ईडी के खिलाफ दी गई लगातार टिप्पणियों से यह पूरी तरह स्पष्ट है कि अपने राजनैतिक वजूद को बचाने भाजपा ईडी का दुरुपयोग कर राज्य सरकार की छवि खराब करने में लगी है। पिछले पांच साल में छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार के ऊपर भाजपा 1 रू. का भी प्रमाणित भ्रष्टाचार का आरोप लगा नहीं पाई है तो अधिकारियों, व्यापारियों के यहां छापेमारी कर दूषित वातावरण बनाया जा रहा है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री और इन्फोर्समेंट डायरेक्टर को पत्र लिखकर नान और चिटफंड घोटाले की जांच कराने का अनुरोध किया था। ईडी, आईटी नान घोटाले, चिटफंड घोटाले, पनामा पेपर के अभिशाक सिंह की जांच क्यों नहीं करती है? नान गरीबों के राशन में 36,000 करोड़ का डाका डाला गया है, जब इतनी बड़ी रकम का लेनदेन हुआ है, नान डायरी में सीएम सर, सीएम मैडम, ऐश्वर्या रेसीडेंसी वाली मैडम जैसे दर्जनों नामों का उल्लेख है जिनका मोटी-मोटी रकम देने का भी उल्लेख है। ऐसे में इस अवैध लेनदेन की जांच ईडी क्यों नहीं करती है? प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि ईडी की कार्यवाही पर भाजपा ज्यादा मत उछले विधानसभा चुनावों में मतदान केन्द्रों पर ईडी के अधिकारी वोट दिलाने नहीं आयेंगे। छत्तीसगढ़ में राजनैतिक रूप से रसातल में पहुंच चुकी भाजपा सोच रही है कि ईडी की कार्यवाही करवा कर वह कांग्रेस का मुकाबला कर लेगी तो वह मुगालते में है। ईडी की कार्यवाही करके वह राज्य सरकार को बदनाम करने की साजिश रच रही है लेकिन छत्तीसगढ़ की जनता भली भांति समझ चुकी है कि ईडी की कार्यवाही भाजपा के राजनैतिक प्रतिशोध का हिस्सा है। छत्तीसगढ़ में भाजपा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा चलायी जा रही सरकार और उनकी योजनाओं का राजनैतिक रूप से मुकाबला नही कर पा रही है। इसलिये मुख्यमंत्री की छवि खराब करने की और सरकार की छवि खराब करने के लिये भाजपा छत्तीसगढ़ में केन्द्रीय एजेंसियो का दुरूपयोग कर रही है।
  • Breaking : माओवादियों ने फेंके पर्चे, ली बीजेपी नेता बिरझु तारम की हत्या की जिम्मेदारी…

    मोहला-मानपुर। भाजपा नेता बिरझु तारम की हत्या का आखिरकार खुलासा हो गया है. माओवादियों ने हत्या पर्चा जारी कर मारने की पुष्टि कर दी है. पर्चे में “बीजेपी-आरएसएस बिरझु तारम को मौत का सजा दिए” लिखा हुआ है.

    मानपुर-मदनवाड़ा मेन रोड पर मालहर, बसेली गाँव के इर्द-गिर्द बड़ी संख्या में पर्चे फेंके गए हैं. इसके साथ पेड़ों में पर्चे चस्पा किए गए हैं. आरकेबी डिवीजन के हवाले से जारी किए गए पर्चों में चुनाव बहिष्कार के फरमान के साथ वोट मांगने वालों को मार भगाने की बात कही गई है. जिले के पुलिस अधीक्षक ने कहा कि मौके पर टीम जाएगी., जांच कर पर्चों को उठवा लिया जाएगा.

  • @ घोषणावीर भूपेश ने पिछला कर्ज माफ नहीं किया और दूसरा झूठा वादा उछाल दिया-- बृजमोहन अग्रवाल
    मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा छत्तीसगढ़ में किसानों के कर्ज माफी की घोषणा को लेकर 
    वरिष्ठ भाजपा विधायक और पूर्व कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने भूपेश बघेल पर जमकर हमला बोला है। बृजमोहन ने भूपेश बघेल को घोषणावीर करार दिया है।
    बृजमोहन का कहना है कि, किसानों पर  20000 हजार करोड़ कर्ज में से केवल 9000 हजार करोड़ ही माफ किए है।
    इतने ही नहीं किसानों पर लॉन्ग टर्म, मीडियम टर्म और राष्ट्रीयकृत बैंकों का कर्ज माफ नहीं किया है। जब तक ये कर्ज माफ नहीं होंगे तब तक किसान सही मायने में कर्ज मुक्त नहीं हो पाएगा।  
    इतना ही नहीं बृजमोहन ने ये भी कहा है कि, भूपेश बघेल किसानों को पंप सेट, स्प्रिंकल जैसी बुनियादी सुविधाएं भी मुहैया नहीं करा पा। बृजमोहन ने कहाकि भूपेश बघेल घोषणावीर है और उनकी सरकार जाने वाली है। इसी चला चली की बेला में ये किसानों को गुमराह करने के लिए ऐसी घोषणाएं कर रहे है।
    भूपेश बघेल ने दिव्यांगों, महिलाओं के साथ ही स्व सहायता समूह को मिलने वाला कर्ज भी नही माफ कर पाए। बृजमोहन का कहना हैं की, भूपेश बघेल केवल घोषणा करते है
  • 5 साल तक घोटालेबाजी, अब हर रोज घोषणाबाजी

    रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सांसद अरुण साव ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि वर्मी खाद के नाम पर  जबरिया मिट्टी बेचने वाली सरकार को चुनाव के वक्त किसान याद आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि अभी भाजपा का घोषणा पत्र तो आने दीजिए, किसान को भाजपा से जितनी उम्मीद हैं, सभी पूरी होंगी। गांव, गरीब और किसान का विकास होगा। किसान का पूरा धान खरीदने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों को वचन दिया है कि उनकी और अधिक बेहतरी के लिए काम करेंगे।

    प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरुण साव ने कहा कि किसानों को कांग्रेस राज के 16 प्रतिशत ब्याज पर कर्ज को ब्याज मुक्त ऋण में बदलने वाली भाजपा के घोषणा पत्र में ऐसी ऐसी योजनायें हैं जिनसे किसानों को कर्ज के जाल में फँसना ही नहीं पड़ेगा। भाजपा सरकार ने ही धान खरीदी की चाक चौबंद व्यवस्था कर खरीद को 15 गुना तक बढ़ाया। कांग्रेस ने पचास वर्ष तक अन्नदाताओं को गरीबी और कर्ज में डुबोकर रखा। कांग्रेस से इसका हिसाब छत्तीसगढ़ की जनता अवश्य लेगी। भूपेश बघेल ने आज एक बार फिर साबित कर दिया कि 5 साल में उन्होंने जनता के हित के कोई कार्य नहीं किए हैं। अब हार के डर से नित्यप्रति घोषणाबाजी कर रहे हैं।

    प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरुण साव ने कहा कि भूपेश बघेल से छत्तीसगढ़ की जनता पूछ रही है कि किसान हर साल कर्ज लेता है। आखिर कर्ज माफी चुनाव के समय ही क्यों याद आई है? भूपेश बघेल अगर जरा सी भी संवेदना किसानों के साथ दिखा कर कर्ज माफ कर देते तो छत्तीसगढ़ में 1000 किसान आत्महत्या नहीं करते। भूपेश बघेल ने आत्महत्या करने वाले किसी किसान के घर तक जाना मुनासिब नहीं समझा।

     प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री साव ने कहा कि कांग्रेस की चालबाजी के कारण ही किसान कर्ज के जाल में फंसकर आत्महत्या कर रहे हैं। यदि भूपेश बघेल सरकार किसानों के प्रति इतने ही संवेदनशील है तो कोरोनाकाल में किसानों का कर्जा माफ़ क्यों नहीं किया? किसानों को सिंचाई हेतु बिजली कनेक्शन के लिए तरसाने वाली कांग्रेस को किसानों की चुनावी सुध आ रही है। भाजपा किसानों को कर्ज में फंसने से बचाने के उपाय करने प्रतिबद्ध है।

    प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री साव ने कहा कि जब भूपेश बघेल घोषणा वीर बन गए हैं तो कांग्रेस को अपनी घोषणा पत्र समिति को भंग कर देना चाहिए। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल उन्हीं बातों को दोहरा रहे हैं, जिनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले ही छत्तीसगढ़ में घोषणा कर चुके हैं। छत्तीसगढ़ के सभी आवासहीनों को आवास देंगे। घोटालेबाजी करने वाले जेल में होंगे।

     
  • हाईकोर्ट का बड़ा फैसला- “पैसा देने वाला मांगने का हकदार, उधार दी रकम मांगना खुदकुशी के लिए उकसाना नहीं”

    बिलासपुर। Bilaspur High Court decision: उधार दी रकम वापस मांगने को आत्महत्या के लिए उकसाना बताने वाले मामले में बिलासपुर हाईकोर्ट ने अहम फैसला सुनाते हुए कहा कि अगर किसी व्यक्ति ने उधारी में किसी को पैसा दिया है तो उसे वापस पाने का हकदार भी है। उधार दिए पैसे वापस मांगना आत्महत्या के लिए उकसाना नहीं है। हाईकोर्ट ने आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में दर्ज एफआईआर को खारिज कर दिया है।

    Bilaspur High Court decision: दरअसल, पेशे से शिक्षक नरेश यादव ने शैला सिंह को प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना से जुड़ी एक सरकारी योजना पेश की और उसमें राशि निवेश करने की बात कही। शैला सिंह ने तकरीबन 10 लाख रुपए नरेश को दिए। राशि लेने के बाद नरेश यादव ने याचिकाकर्ता की संस्था सहित संबंधित संस्था को उसके हिस्से की राशि नहीं लौटाई। जब उसने राशि वापस पाने के लिए फोन किया तब नरेश ने फोन उठाना बंद कर दिया।

    Bilaspur High Court decision: नाराज याचिकाकर्ता ने नरेश को राशि वापस नहीं लौटाने पर परिणाम भुगतने की धमकी दी। इससे परेशान नरेश की पत्नी ने डर के कारण जहर खाकर जान दे दी। नरेश की शिकायत पर पुलिस ने याचिकाकर्ता के खिलाफ धारा 306 के तहत खुदकुशी के लिए उकसाने का अपराध दर्ज किया और आरोप पत्र कोर्ट में पेश किया। याचिकाकर्ता ने एफआईआर और आरोप पत्र को रद्द करने की मांग की थी। मामले की सुनवाई के बाद हाईकोर्ट ने याचिकाकर्ता को राहत देते हुए पुलिस द्वारा दर्ज एफआईआर और विचारण न्यायालय के आदेश को रद्द कर दिया है।

    एफआईआर को दी गई थी चुनौती

    Bilaspur High Court decision: शैला सिंह ने पुलिस की ओर से दर्ज एफआईआर को चुनौती देते हुए हाईकोर्ट में याचिका दायर की। इसमें बताया कि उसने कर्जदार की पत्नी को आत्महत्या के लिए दुष्प्रेरित नहीं किया है। शिकायतकर्ता के पास इस संबंध में कोई साक्ष्य भी नहीं है। पुलिस ने झूठी शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया है।

  • CG Politics: छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार आने पर होगी कर्जमाफी, CM भूपेश बघेल ने सक्ती में की घोषणा

    छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव को लेकर अभी तक कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी ने घोषणा पत्र जारी नहीं किया है । लेकिन, एक बार फिर से कांग्रेस अपने घोषणा पत्र में कर्ज माफी का वादा जोड़ने वाली है । दरअसल, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज सक्ति पहुंचे हुए थे जहां विधानसभा के अध्यक्ष महंत ने अपना नामांकन भरा ।

     

     
  • मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की घोषणाओं पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने साधा निशाना

    मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने सोशल मीडिया एक्स (पूर्व में ट्वीटर) पर पोस्ट कर इस बार भी किसानों के कर्जमाफी साथ ही 20 क्विंटल/एकड़ धान खरीदने और 17.5 लाख परिवार को आवास देने की घोषणा की जिसका करारा जवाब देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने भी में पोस्ट करते हुए लिखा कि पूर्ण कर्जमाफी के धोखे से 2018 में सरकार बनाई और 5 साल तक लाखों किसानों का कर्ज बरक़रार रखा।

    अब आप सोचिये कि इस किसान विरोधी सरकार ने फिर ऐसा क्या किया कि किसान फिर कर्जदार हो गए?

    5 साल के विकास पर तो इन्हें कोई भरोसा रहा नहीं अब बस घोषणाओं का सहारा बचा है क्योंकि शायद दाऊ भूपेश बघेल ने सर्वे की रिपोर्ट पढ़ ली है।

    साथ ही उन्होंने अपने दूसरे पोस्ट में आवास को लेकर लिखा कि

    जरा सोचिये

    5 साल बाद कांग्रेस जिन 17 लाख आवास की घोषणा कर रही है वो आंकड़ा कहाँ से आया?

    याद कीजिये विधानसभा का वो घेराव जहाँ भाजपा कार्यकर्ताओं और जनता पर लाठी बरसाई गई थीं, वो 16 लाख आवास जो इस सरकार ने रोक दिए थे अब उन्हें दिखाकर यह एक बार फिर आपका वोट हथियाना चाहते हैं।

    बाकी मेरे प्रदेशवासी चिंता न करें 40 दिन और कुशासन के काले बादल हैं फिर भाजपा की सरकार बनते ही पहली कैबिनेट में ही हर गरीब को पक्की छत देने का निर्णय ले लिया जायेगा।

  • चुनाव के पहले सीएम भूपेश बघेल ने की बड़ी घोषणा

    छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने अपने 87 और कांग्रेस ने सभी 90 सीटों के लिए उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है। वहीँ सभी राजनीती पार्टियां चुनाव को लेकर पूरा जोर लगा रही है, इसी चुनावी लहर के बीच सीएम भूपेश बघेल ने बड़ी घोषणा करते हुए मास्टरस्ट्रोक खेला है, उनहोने घोषणा की है कि – कांग्रेस सरकार आते ही पूर्व की तरह इस बार भी हम किसानों का कर्ज माफ़ी करेंगे।

    बता दे की 2018 के विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में कर्ज माफी का ऐलान किया था। सरकार बनने के बाद कांग्रेस ने किसानों का कर्ज़ माफ किया था। इस बार भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने घोषणा की है।

  • कानून व्यवस्था बनाए रखने तेजी से हो रही प्रतिबंधात्मक कार्यवाही

    मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्रीमती रीना बाबा साहेब कंगाले ने विधानसभा निर्वाचन 2023 में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए आवश्यक प्रतिबंधात्मक कार्यवाही किए जाने के संबंध में सभी जिलों के जिला निर्वाचन अधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए हैं। उक्त जारी निर्देशों के परिपालन में राज्य में विभिन्न प्रवर्तन एजेंसियों के माध्यम से धन और वस्तुओं के अवैध परिवहन तथा संग्रहण पर कड़ी नजर रखी जा रही है। छत्तीसगढ़ विधानसभा निर्वाचन 2023 अंतर्गत प्रदेश में निगरानी दलों की सघन जाँच की कार्रवाई लगातार जारी है। राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू होने से 21 अक्टूबर तक की स्थिति में 14 करोड़ 33 लाख 25 हजार रूपए की अवैध धन राशि तथा वस्तुएं जब्त की गई है, जिसमें 4 करोड़ 56 लाख 78 हजार रूपए की नगद राशि शामिल हैं।

    मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रवर्तन एजेंसियों (इन्फोर्समेंट एजेंसीज) द्वारा निगरानी के दौरान 21 अक्टूबर तक 20 हजार 261 लीटर अवैध शराब जब्त की गई है, जिसकी कीमत 61 लाख 37 हजार 984 रूपए है। साथ ही 2638 किलोग्राम अन्य नशीली वस्तुएं जिसकी कीमत लगभग 2 करोड़ 7 लाख 83 हजार 537 रुपए है भी जब्त किया गया है। सघन जाँच अभियान के दौरान 2 करोड़ 29 लाख 26 हजार रूपए कीमत के  132 किलोग्राम से अधिक कीमती आभूषण तथा रत्न भी तलाशी के दौरान जब्त किया गया है।  इसके अतिरिक्त अन्य सामग्रियां जिनकी कीमत 4 करोड़ 77 लाख 98 हजार 361 रूपए है, भी जब्त की गई हैं। 
      
    निर्वाचन आयोग द्वारा जारी दिशा निर्देशों के परिपालन में 12495 लाइसेंसी हथियारों में 10524 हथियार जमा किये गये हैं, 3 जब्त किये गये हैं और 12 कैंसल किये गये हैं। आर्म्स एक्ट के अंतर्गत 1354 प्रकरण बनाये गये हैं और इसके अंतर्गत 1411 हथियार जब्त किये गये हैं। 54 लोगों को जिलाबदर किया गया है। एमवी एक्ट के अंतर्गत 3 लाख 89 हजार 94 प्रकरणों में 19 करोड़ 35 लाख 72 हजार 457 रुपए की कार्रवाई की गई है। प्रतिबंधात्मक कार्यवाही अंतर्गत 1 लाख 43 हजार 736 प्रकरणों में 1 लाख 91 हजार 57 व्यक्तियों पर कार्यवाही की गई है तथा 1 लाख 10 हजार 735 बाउंड ओवर किये गये हैं।

  • त्रिलोकचंद श्रीवास ने कहा कि पांचवीं बार कांग्रेस पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया है,

    विधानसभा निर्वाचन - 2023 के मद्देनजर रायपुर जिले में कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री सर्वेश्वर नरेन्द्र भूरे के दिशा-निर्देशन में चुनाव आचार संहिता का कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जा रहा है। जिले में आबकारी विभाग की टीम द्वारा शराब के अवैध परिवहन, संग्रहण एवं विक्रय पर कड़ी निगरानी रख रही है। राज्य में विधानसभा निर्वाचन की आचार संहिता लागू होने से लेकर अब तक रायपुर जिले में शराब के अवैध परिवहन एवं विक्रय के मामले में विभिन्न स्थानों एवं व्यक्तियों से 468 लीटर मदिरा तथा 10 दोपहिया वाहन जब्त किए गए हैं। उक्त मामले में आबकारी अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत कुल 62 प्रकरण पंजीबद्ध कर 63 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। जब्त शराब की कीमत 2.86 लाख रूपए तथा जब्त किए गए दोपहिया वाहन का मूल्य 4.24 लाख रूपए है। जिले में शराब एवं मादक पदार्थों के अवैध विक्रय, परिवहन एवं धारण पर रोकथाम हेतु शिकायत दर्ज कराए जाने हेतु टेलीफोन नंबर 0771-2428201 जारी किया गया है एवं इसके अतिरिक्त आबकारी विभाग के द्वारा जारी टोल फ्री नंबर 14405 पर कोई भी आम नागरिक शिकायत दर्ज कर सकते हैं। शिकायतकर्ता के नाम को पूर्ण रूप से गुप्त रखा जाकर प्राप्त शिकायतों पर जिला रायपुर के आबकारी विभाग टीम के द्वारा त्वरित रूप से कार्यवाही की जाएगी।

  • बेलतरा में बाहरी प्रत्याशी को कांग्रेस टिकट मिलने पर क्षेत्रवासियों में जबरदस्त नाराजगी त्रिलोकचंद श्रीवास ने कहा कि पांचवीं बार कांग्रेस पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया है,

    त्रिलोक श्रीवास ने हजारों समर्थकों के साथ किया बैठक (बेलतरा में बाहरी प्रत्याशी को कांग्रेस टिकट मिलने पर क्षेत्रवासियों में जबरदस्त नाराजगी), कांग्रेस नेता त्रिलोक श्रीवास एवं उनकी धर्मपत्नी को बेलतरा विधानसभा से टिकट नहीं मिलने पर  समर्थकों और क्षेत्रवासियों में जबरदस्त गुस्सा और नाराजगी है, आज लोकप्रिय और सक्रिय कांग्रेस नेता श्री त्रिलोक  चंद्र श्रीवास ने हजारों कार्यकर्ताओं के साथ बैठक किया, और वर्तमान परिस्थितियों पर कार्यकर्ताओं का विचार मांगा, जिस पर उपस्थित बेलतरा विधानसभा क्षेत्र के प्रत्येक ग्राम ,मोहल्ले और नगर निगम के वार्ड के हजारों जनप्रतिनिधि, सामाजिक संगठनों ,कर्मचारी संगठनों ,युवा- महिला और व्यापारी संगठनों के प्रतिनिधियों ने जन भावनाओं के अनुरूप क्षेत्रीय और सक्रिय जीतने वाले प्रत्याशी के रूप में श्री  त्रिलोक चंद्र श्रीवास को चुनाव लड़ने हेतु अपना राय प्रकट किया, इस अवसर पर  त्रिलोकचंद श्रीवास ने कहा कि पांचवीं बार कांग्रेस पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया है, कांग्रेस पार्टी ने तय किया था, कि जीतने वाले उम्मीदवार स्थानीय और सर्वे के आधार पर टिकट दिया जाएगा, जो व्यक्ति क्षेत्र  का है ही नहीं, और जिसका सर्वे में कहीं दूर-दूर तक नाम नहीं है ,उन्हें टिकट दिया गया है ,किसी भी क्षेत्रीय व्यक्ति को टिकट दिया जाता तो वह और उनके पूरे समर्थक उसका समर्थन करते ,परंतु यदि बेलतरा विधानसभा क्षेत्र में बाहरी व्यक्ति को लाकर थोप दिया गया है, जिससे पूरे क्षेत्र में  नाराजगी है एवं असंतोष व्याप्त है, उन्होंने कहा कि जन भावनाओं के अनुरूप निर्णय लेंगे और जन भावनाओं के अनुरूप हो सकता है वह चुनाव मैदान में भी चुनाव लड़े, अभी त्रिलोक श्रीवास् ने अंतिम  फैसला नहीं लिया है ,उन्होंने कहा कि शीघ्र दो-चार दिन के अंतर्गत और चिंतन मनन कर अपने निर्णय सार्वजनिक कर दिया जाएगा इस अवसर पर अल्प समय में 3000 से ज्यादा कार्यकर्ता उपस्थित होकर त्रिलोक श्रीवास की जमीनी ताकत का अहसास कराए हैं, जिससे कांग्रेस में भारी खलबली मची हुई है l

  • महादेव एप: सीएम बघेल बोले- भाजपा ने चुनावी फंड तो नहीं लिया, भाजपा ने किया पलटवार

    रायपुर। विधानसभा चुनाव के पहले कांग्रेस-भाजपा दोनों ही दल एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। इस बीच महादेव एप पर सियासी गेम तेज हो गया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक बार फिर केंद्र की मोदी सरकार हमला बोला है। उन्होंने मीडिया से चर्चा में प्रश्न उठाते हुए कहा कि केंद्र सरकार एप बंद क्यों नहीं करती ?, एप बंद करने का काम केंद्र का है, राज्य का नहीं ?

    केंद्र की भाजपा ने चुनावी फंड तो नहीं ले लिया: भूपेश

    मुख्यमंत्री बघेल ने महादेव आनलाइन सट्टा एप को लेकर ईडी के चालान पर केंद्र की भाजपा सरकार पर आरोप लगाया है कि चुनावी फंड ले लिया होगा, इसलिए एप बंद नहीं करवा रही। भाजपा ने महादेव सट्टे का पैसा दाउद और पाकिस्तान के जरिए कांग्रेस को मिलने के प्रश्न पर कहा कि इससे मुर्खतापूर्ण और हास्यास्पद क्या हो सकती है। पूरे देश में शायद किसी राज्य ने कार्रवाई की तो छत्तीसगढ़ में हमने की। 450 लोगों की गिरफ्तारी हुई और हमने खुद होकर लुक आउट नोटिस जारी करने लिखी।

    एप के संचालक को गिरफ्तार करने कहा, जो विदेश में है। यह एप पूरे हिंदुस्तान में चल रहा है। उसमें आप ही के लोग (भाजपा) तो बैठते हैं। केक काट रहे, पार्टी कर रहे, उसकी गिरफ्तारी क्यों नहीं कर रहे हमने कार्रवाई की, आप नहीं कर रहे, आपके क्या संबंध हैं।

    पाकिस्तान से पैसे आने के आरोप पर प्रश्न कहा कि सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि सबसे बड़ी बात यह है कि सट्टा आम लोग खेलते हैं। पैसा वो वसूल रहे, लोगों को बर्बाद कर रहे और ये जीएसटी लगा रहे, कार्रवाई नहीं कर रहे ? कर रहे तो हमारे लोगों को पकड़ रहे, सलाहकार को पकड़ रहे, जहां कुछ नहीं मिला। केवल बदनाम करने कार्रवाई कर रहे, संचालक को क्यों नहीं पकड़ रहे ? बघेल ने कहा कि हिम्मत है तो इन सवालों के जवाब दे देना।


    भूपेश को सट्टा एप से प्यार, भ्रष्टाचार से मोहब्बत: गौरव भाटिया
    इधर, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने भाजपा कार्यालय एकात्म परिसर में पत्रकार वार्ता में भूपेश सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को सट्टा एप से प्यार है और भ्रष्टाचार से मोहब्बत है। उन्होंने मुख्यमंत्री के सवाल कि केंद्र ने महादेव एप क्यों बंद नहीं किया, पर कहा कि मुख्यमंत्री को अपने संवैधानिक अधिकारों को पढ़ लेना चाहिए। उन्हें अधिकार है कि वह छत्तीसगढ़ में महादेव एप को रोक सकते हैं


    उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस की गारंटी के जी का मतलब घोटाला है। गांधी परिवार कह रहा जितना समय बचा है लूट लो, कोई लिमिट नहीं है। प्रदेश में कानून-व्यवस्था ध्वस्त है और भूपेश सरकार लूट-खसोट, ''परिवार-परिक्रमा'' में मस्त है। प्रदेश सरकार यहां के बेरोजगार युवकों को नौकरी तक नहीं दे सकी, यह उसकी बड़ी विफलता है। पीएससी की परीक्षाओं में कांग्रेसियों के बच्चे, मुख्यमंत्री के करीबी के बच्चे होना ही योग्यता का मापदंड है।

    गांधी चालीसा पढ़ना छोड़ें: भाटिया
    भाटिया ने पीएससी में शिकायत नहीं मिलने पर जांच नहीं होने वाले मुख्यमंत्री बघेल के बयान पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि ''गांधी चालीसा'' पढ़ना छोड़कर संविधान पढ़ें, जिसकी शपथ उन्होंने ली है। संविधान में कहीं नहीं लिखा है कि कार्रवाई करने के लिए शिकायत करना जरूरी है। उन्होंने कहा पीएससी, सहायक शिक्षक,उप निरीक्षक, वह कांग्रेस शासन में हुए सभी भर्ती घोटालो में भाजपा युवाओं को न्याय दिलाएगी। भाटिया ने संविदाकर्मियों के नियमितीकरण, शराबबंदी के वादे, महिला स्व सहायता समूह की कर्जमाफी और फुड पार्क को लेकर राज्य सरकार को घेरा।