State News
  • 31 जनवरी तक स्कूलों के लिए नया आदेश जारी, बढ़ती ठंड को देखते हुए लिया गया फैसला

    कवर्धा। जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा जिले में पड़ रहे अत्यधिक ठण्ड के कारण छात्रहित को ध्यान में रखते हुए शासकीय, अशासकीय, अनुदान प्राप्त शालाओं, मदरसा विद्यालयों के संचालन समय में परिवर्तन किया गया है। इसके लिए आदेश भी जारी किया गया है।

    जिला शिक्षा अधिकारी से प्राप्त जानकारी अनुसार दो पाली में संचालित होने वाली शालाएं प्रथम पाली में प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक प्रातः 9 बजे से दोपहर 12.30 बजे तक एवं द्वितीय पाली हाई, हायरसेकेण्डरी स्कूल अपरान्ह 12.45 बजे से 4 बजे तक संचालित होगा। इसी प्रकार एक पाली में संचालित होने वाली शालाएं यथावत प्रातः 10 बजे से 4 बजे तक संचालित होगी। यह आदेश 31 जनवरी तक लागू होगी।

  • CG News : शौच के लिए घर से बाहर निकली बुजुर्ग महिला पर हाथी ने किया हमला, उतारा मौत के घाट

    प्रतापपुर। सूरजपुर जिला के वन परीक्षेत्र प्रतापपुर धरमपुर सर्किल के ग्राम गौरा के रहने वाले बरातो पति स्व. कुरलाही 62 वर्षीय  सुबह 5 बजे अपने घर से शौच  करने को बाहर निकल रही थी तभी घर के पास ही दरवाजे में जंगली हाथी ने कुचलकर मार डाला।

    कई महीने बाद एक बार फिर से प्रतापपुर वन परिक्षेत्र में हाथियों का दहशत देखने को मिल रहा है अभी कई महीने तक जनहानि नहीं हुआ था लेकिन एक बार फिर से जनहानि होने से लोगों में आक्रोश है वही वन मंडल अधिकारी संजय यादव ने कहा कि 2 दिन पूर्व ही हमने हाथी से संबंधित मीटिंग लेकर कर्मचारियों को सही ड्यूटी करने का निर्देश दिया था हम सब परिवार वालों के साथ हैं जो भी मदद होगा हम करने को तैयार हैं

  • रेल यात्रियों के लिए अच्छी खबर, अब दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे से होकर चलने 16 ट्रेनों में नई तकनीक वाले एलएचबी कोच

    बिलासपुर । रेल यात्रियों की सुविधा, सुरक्षा एवं संरक्षित रेल परिचालन दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की सर्वोच्च प्राथमिकता है । रेल यात्रियों को सुविधाजनक, आरामदायक और सुरक्षित बेहतर यात्रा अनुभव प्रदान करने के लिए दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे से चलने वाली सभी ट्रेनों में धीरे-धीरे पुराने आईसीएफ़ (इंटीग्रल कोच फैक्ट्री) कोच को हटाकर नई तकनीक वाले एलएचबी (लिंक हॉफमैन बुश) कोच लगाये जा रहे हैं ।

    वर्तमान में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे से होकर चलने वाली 16 ट्रेनों को नई तकनीक वाले एलएचबी कोच के साथ चलाई जा रही है ।

    एलएचबी कोच भारतीय रेलवे में सर्वप्रथम सन् 1999 में शामिल

    एलएचबी कोच का नाम इसका सर्वप्रथम निर्माण किये गये जर्मनी की कंपनी लिंक हॉफमैन बुश के नाम पर पड़ा है । एलएचबी कोच भारतीय रेलवे में सर्वप्रथम सन् 1999 में शामिल किए गये । वर्तमान में इसका निर्माण कपूरथला रेलवे कोच फैक्टरी में किया जा रहा है । एलएचबी कोच यात्रियों के लिए काफी आरामदायक होता है । रेल परिचालन की दृष्टि एलएचबी कोच काफी सुरक्षित है ।

    अधिकतम गति 110-130 कि.मी. की तुलना में 160 से भी अधिक की गति

    आज के समय की मांग पर अगर स्पीड की बात की जाए तो ये कोच सामान्य कोचों की अधिकतम गति 110-130 कि.मी. की तुलना में 160 से भी अधिक की गति के लिए डिजाईन की गई है, एवं अधिकतम गति के लिए उपर्युक्त है । इन कोचों में सामान्य कोचों की तुलना में ज्यादा जगह होती है जिससे इसके स्लीपर एवं एसी कोचों में अधिक बर्थ की सुविधा उपलब्ध कराकर रेल यात्रियों को अधिक से अधिक कन्फर्म बर्थ की सुविधा प्रदान करने में भी सहायता मिलती है । एलएचबी कोच में हाइड्रोलिक सस्पेंशन का प्रयोग किया जाता है । वही दाएं बाएं मूवमेंट के लिए भी सस्पेंशन का प्रयोग किया गया है, जिससे सफर आरामदायक हो जाता है ।

  • 5 किलो चावल मोदी सरकार की जुमलेबाजी - कांग्रेस
     

    मोदी सरकार मुफ्त 5 किलो अनाज को ऐतिहासिक निर्णय बताकर वाहवाही का झूठा ढोल पीट रही -
    यूपीए सरकार के समय की तुलना में आज हर बुनियादी आवश्यकता अधिक महंगी है - कांग्रेस
     
    रायपुर/05 जनवरी 2023। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि मोदी सरकार राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत गरीबों के लिए मुफ्त 5 किलो अनाज को ऐतिहासिक निर्णय बताकर वाहवाही का झूठा ढोल पीट रही है। वास्तविकता यह है कि इस निर्णय की मुख्य लाभार्थी मोदी सरकार स्वयं है, जिसे 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक की बचत होगी, न कि राशन कार्ड धारक, जिनके खर्च में वृद्धि होगी। उदाहरण के लिए मान लीजिए कि एक व्यक्ति को पहले 10 किलोग्राम गेहूं मिलता था। उसे राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत 5 किलोग्राम गेहूं के लिए 10 रुपये का भुगतान करना होता था और प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत 5 किलोग्राम गेहूं मुफ्त मिलता था। अब राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत मिलने वाले गेहूं पर उसके 10 रुपए बचेंगे, लेकिन बाकी का 5 किलोग्राम गेहूं खुले बाजार से खरीदना पड़ेगा जिसकी कीमत लगभग 150-175 रुपए है। अब पांच लोगों का एक परिवार हर महीने लगभग 750 रुपए अतिरिक्त खर्च करने को मजबूर होगा, जिससे कि हर साल लगभग 9,000 रुपए का अधिक भार उन पर पड़ेगा।

    प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि गंभीर आर्थिक बदहाली के कारण मोदी सरकार को कोविड-19 महामारी के दौरान अतिरिक्त राशन देने के लिए मजबूर होना पड़ा था। यह आर्थिक बदहाली आज भी बनी हुई है। यूपीए सरकार के समय की तुलना में आज हर बुनियादी आवश्यकता अधिक महंगी है, अधिकांश भारतीयों की आय में वृद्धि नहीं हुई है, और बेरोजगारी रिकॉर्ड स्तर पर है। “हंगर वॉच“ सर्वेक्षण में पाया गया है कि 80 प्रतिशत लोग किसी न किसी रूप में खाद्य असुरक्षा का अनुभव कर रहे हैं। भारत आज ग्लोबल हंगर इंडेक्स 2022 के अनुसार 121 देशों की सूची में 107वें स्थान पर है।

    प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि यूपीए सरकार द्वारा सितंबर 2013 में गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री (वर्तमान प्रधानमंत्री मोदी) की आपत्तियों के बावजूद भोजन के अधिकार को कानूनी जामा पहनाकर यह सुनिश्चित किया गया कि कोई भी भारतीय भूखा न रहे। अर्थव्यवस्था के कुप्रबंधन के कारण पैदा हुई व्यापक संकट की वर्तमान स्थिति में मोदी सरकार को इस सिद्धांत (कोई भारतीय भूखा न रहे) की कसौटी पर खरा उतरना चाहिए। मोदी सरकार को यह याद दिलाने की आवश्यकता है कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा क़ानून के तहत राशन प्रदान करना भारत के लोगों को उपहार नहीं है, बल्कि यह उनका अधिकार है।

    कांग्रेस मांग करती है कि मोदी सरकार से प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना को बंद करके बचाए गए धन का उपयोग निम्नलिखित तीन तरीकों से खाद्य सुरक्षा प्रणाली को मजबूत करने के लिए करने का आह्वान करती हैः लगभग 10 करोड़ ऐसे लोग, जो 2021 की जनगणना में अत्यधिक देरी के कारण राशन कार्ड से वंचित रह गए हैं, उन्हें तत्काल इस प्रणाली के अंतर्गत लाया जाए। सर्वोच्च न्यायालय ने ये आदेश दिया है कि राशन कार्ड न होने पर भी सभी प्रवासी श्रमिकों को राशन उपलब्ध कराया जाए, साथ ही भूख से लड़ने के अन्य उपाय भी किए जाएं। मोदी सरकार जून 2021 से आज तक सर्वोच्च न्यायालय के इस आदेश का पालन करने में विफल रही है। सर्वोच्च न्यायालय के इस आदेश का अविलंब अनुपालन किया जाए। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम मातृत्व हक के रूप में महिलाओं को प्रति बच्चा 6,000 रुपये का प्रावधान करता है। लेकिन सरकार ने इसे अवैध ढंग से केवल पहले बच्चे के लिए 5,000 रुपये तक सीमित कर दिया है। मोदी सरकार को राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम का उल्लंघन तुरंत बंद करना चाहिए।
    2013 में मुख्यमंत्री मोदी ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा क़ानून का विरोध किया था। मनरेगा से लेकर राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा क़ानून तक मुख्यमंत्री मोदी ने जन-समर्थक यूपीए नीतियों का विरोध किया था लेकिन प्रधानमंत्री मोदी उनका श्रेय लेते हैं। वे सच में ‘यू-टर्न’ के उस्ताद हैं।
  • अम्बिकापुर : समूह की महिलाओं ने चुनी प्रकृति संग प्रगति की राह

    मैनपाट जनपद के आदर्श गोठान कुनिया में रक्षा स्व सहायता समूह की महिलाओं ने मधुमक्खी पालन शुरू कर प्रकृति के साथ प्रगति की ओर कदम बढ़ाया है। महिलाओं ने पहली दो उत्पादन में 90 किलोग्राम शुद्ध  शहद उत्पादन कर  27 हजार रुपये की बिक्री कर लिए हैं।
        जिला मुख्यालय अम्बिकापुर से करीब 55 किलोमीटर दूर एवं ऊंचाई पर स्थित मैनपाट में राज्य शासन की महत्वकांक्षी नरवा गरवा घुरवा और बाड़ी योजना के तहत गोठान निर्माण, बाड़ी विकास का कार्य तथा अन्य मल्टी एक्टीविटी से ग्रामीण आजीविका को बढ़ावा देने का कार्य किया जा रहा है। राज्य शासन द्वारा  प्रकृति के संग प्रगति पर बल दोय जा रहा है। ग्राम कुनिया गोठान में रक्षा स्व सहायता समूह की महिलाओं ने एनआरएलएम के सहयोग से  मधुमक्खी पालन कर शहद उतपादन शुरू किया। शहद उत्पादन से आय का स्रोत बढ़ने से समूह की महिलाओं में उत्साह है तथा वे अन्य समूहों के लिए प्रेरणा स्रोत बन गई है। 

  • CG BREAKING : यहाँ स्थानीय अवकाश घोषित, तीन दिन रहेगी छुट्टी

    सुकमा। जिले के लिए स्थानीय अवकाश घोषित किया गया है। रामाराम मेला, महानवमी और गोवर्धन पूजा पर स्थानीय अवकाश रहेगा। यह अवकाश कोषालय, उपकोषालय एवं बैंकों के लिए लागू नहीं होगी। सुकमा कलेक्टर हरिस एस. ने कैलेण्डर वर्ष 2023 के लिए जिले में तीन स्थानीय अवकाश घोषित की है। जिनमें 7 फरवरी को रामाराम मेला, 23 अक्टूबर को दशहरा (महानवमी) और 13 नवम्बर को दीपावली का दूसरा दिन (गोवर्धन पूजा) शामिल है। इस दिवस को सम्पूर्ण सुकमा जिला में अवकाश रहेगी तथा यह अवकाश कोषालय, उपकोषालय एवं बैंकों के लिए लागू नहीं होगी।

  • बिलासपुर में सैंकड़ो लोगो ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम के प्रति आस्था व्यक्त करते हुये कांग्रेस प्रवेश किया
    कांग्रेस पार्टी की रीति-नीति से प्रभावित हो कर  प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम  नेतृत्व  में कांग्रेस पार्टी संगठन पर आस्था व्यक्त करते हुये आजाद युवा संगठन प्रमुख इशहाक कुरैशी के नेतृत्व में नगर पालिका निगम, बिलासपुर के वार्ड क्रमांक 42 एवं 43 के संगठन के 137 सदस्यों ने कांग्रेस प्रवेश किया। इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस प्रभारी महामंत्री संगठन अमरजीत चावला, योग आयोग के सदस्य रवीन्द्र सिंह उपस्थित थे।
    प्रवेश करने वाले में सरस्वती रजक, रेखा निर्मलकर, फटकन रजक, चंद्रिका साहू, शीतला यादव, सिलोचनी यादव, चित्रलेखा निर्मलकर, कांति गोड, पुष्पा रजक, गुंजा रजक, कांति कश्यप, पुष्पा यादव, पिंकी निर्मलकर, सेवती रजक, दुर्गा रजक, इंद्राणी रजक, मालती निषाद, प्रतिमा रजक, पुनम सोनकर, चंद्रिका बाई कुर्रे, ईश्वरी बाई निर्मलकर, रजनी निर्मलकर, रूखमणी यादव, सविता यादव, लच्छन गोड, सरिता देवी सिंह, शकुंलता मानिकपुरी, सुशीला निषाद, प्रीती ध्रुव, भगवती रजक, सुमित्रा यादव, पार्वती मरावी, राजेश्वरी कश्यप, अनिता यादव, इंद्राणी रजक, मीना रजक, आशा चौहान, रागिनी निर्मलकर, विजय कुमारी गौतम, रजनी कोसले, दुकलहीन बाई कश्यप, विटावन बाई सोनवानी, पूजा निर्मलकर, सुखलाल चौहान, पूर्णिमा रजक, आशा रजक, बंसता बाई रजक, हरा बाई जांगडे, सफिना भास्कर, द्रोपती कुर्मी, परवनी कुरमी, सुनीता निषाद, सुकिता रजक, ईश्वरी रजक, रजनी निर्मलकर, लक्ष्मी विश्वकर्मा, कविता धृतलहरे, उत्तरा वर्मा, मनोरमा वर्मा, मंजू मानिकपुरी, संतोष कश्यप, कौशिल्या यादव, राधिका कश्यप, पिंकी वर्मा, त्रिवेणी निर्मलकर, मेलन मरावी, सविता कश्यप, पुष्पा विश्वकर्मा, सुनीता कश्यप, अंजनी कश्यप, रानी बाई कश्यप, सुनंदा वस्त्रकार, द्रोपदी वालेकर, कौशिल्या धुरी, गनेसिया रजक, श्यामता निर्मलकर, शांति कुरमी, धनकोटी राव, ठेलिया बाई गोड, हसिना बेगम, शुक्रवारा मानिकपुरी, दसमम बाई गोड़, कोकईया शुक्ला, गुड्डी गोसाई, केजा बाई गंधर्व, गायत्री बाई राय, बसंती निषाद, सकुन नायक, शीलता नायक, सावित्री मानिकपुरी, मीनाक्षी यादव, कुमारी निषाद, शोभा सोनी, अनिता सोनी, द्रोपदी निषाद, पुष्पा निर्मलकर, रामकली दास, रूखमणी केवट, जुगबाई गोड, बिसन निर्मलकर, लक्ष्मी प्रधान, उर्वशी श्रीवास, तिजन बाई निषाद, संतोषी श्रीवास, संतोषी ध्रुव, जुगबाई अहिरवार, कलावती राजपूत, चंद्रीका अहिरवार, उर्मिला गोड, धानबाई अहिरवार, कलिन्द्री जायसवाल, रानीदेवी वर्मा, मती ब, अनिता श्रीवास, ढेलिया निषाद, लक्ष्मीन यादव, लक्ष्मीन नेताम, पुनम साहू, मीना ध्रुव, पी. विजया, सरिता श्रीवास, सुशीला कश्यप, पुष्पा श्रीवास, कला रजक, बुधिया ध्रुव, शांति अनंत, जेठिया यादव, सरिता, उत्तर बाई, सुनीता राजपूत, रामा राजपूत, रामप्यारी साहू, नरबदिया यादव, उर्वशी पालेकर, शैल बाई नायक, गौरी यादव ।    
     
  • प्रधानमंत्री अभ्युदय योजनान्तर्गत अनुसूचित जाति वर्ग के युवाओं को मिलेगा कौशल विकास प्रशिक्षण

     जिला अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति कोण्डागांव द्वारा प्रधानमंत्री अभ्युदय योजनान्तर्गत अनुसूचित जाति वर्ग के युवाओं से कौशल विकास प्रशिक्षण हेतु आवेदन पत्र 12 जनवरी 2023 तक जिला अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति कलेक्टोरेट कोण्डागांव कक्ष क्रमांक 80 में आमंत्रित किया गया है। कार्यपालन अधिकारी जिला अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति कोण्डागांव से मिली जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री अभ्युदय योजनान्तर्गत अनुसूचित जाति वर्ग के 8वीं एवं 10वीं उत्तीर्ण बेरोजगार युवक-युवितियों का चयन कर उन्हे सेन्ट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ पेट्रो केमिकल इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी रायपुर में कौशल उन्नयन प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा। जिसके तहत 8वीं पास युवाओं को मशीन ऑपरेटर असिस्टेंट प्लास्टिक प्रोसेसिंग ट्रेड तथा 10वीं उत्तीर्ण युवाओं को मशीन ऑपरेटर-सीएनसी लेथ ट्रेड में प्रशिक्षण दिया जायेगा। उक्त दोनों ट्रेड के लिए स्थान की सुलभता के अनुसार कुल 10 अभ्यर्थियों का चयन किया जायेगा। इस लघु अवधि कौशल उन्नयन प्रशिक्षण कार्यक्रम हेतु प्रशिक्षणार्थियों को निःशुल्क आवास एवं भोजन की सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी। उक्त प्रशिक्षण के लिए संबंधित वर्ग के ईच्छुक अभ्यर्थी जिला अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति कोण्डागांव में कार्यालयीन दिवस एवं समय पर संपर्क कर निःशुल्क आवेदन पत्र प्राप्त कर प्रतिपूरित करने के पश्चात जमा कर सकते हैं।

  • जिले के लिए 3 स्थानीय अवकाश घोषित

    कलेक्टर श्री दीपक सोनी द्वारा सामान्य पुस्तक परिपत्र नियम एवं राज्य शासन के अधिसूचना के तहत् जिले के लिए कैलेण्डर वर्ष 2023 हेतु 3 स्थानीय अवकाश घोषित किया गया है। जिसके तहत् 28 फरवरी 2023 मंगलवार को कोण्डागांव मेला सहित 20 सितम्बर 2023 बुधवार को नवाखानी तथा 13 नवंबर 2023 सोमवार को गोवर्धन पूजा हेतु सम्पूर्ण कोण्डागांव जिले के लिए स्थानीय अवकाश घोषित किया गया है। उक्त घोषित स्थानीय अवकाश कोषालय, उप कोषालय एवं बैंको के लिए लागू नहीं होंगे।

  • CG NEWS : झगड़ा होने पर बच्चों को लेकर मायके चली गई पत्नी, पति ने फांसी लगाकर दे दी जान

    बिलासपुर। जिले के पचपेड़ी थाना क्षेत्र में एक युवक ने शराब के नशे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा है कि एक दिन पहले पति-पत्नी के बीच विवाद हो गया, जिससे नाराज पत्नी बच्चों को लेकर अपने मायका चली गई। इधर, पत्नी के छोड़कर जाने से दुखी युवक ने घर में सुसाइड कर लिया।

    ग्राम धुर्वाकारी में रहने वाले नीतिश भारद्वाज (30) खेती का काम करता था। उसे शराब की लत थी। मंगलवार की शाम को भी वह शराब पीकर घर पहुंचा। इसी बात को लेकर उसकी पत्नी से विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ गया कि महिला ने अपने भाई को कॉल कर बुलाया फिर वह अपने बच्चों को लेकर भाई के साथ मल्हार स्थित मायके चली गई। नीतिश घर में अकेला रह गया।

    बुधवार की सुबह तक उसके मकान का दरवाजा नहीं खुला था। काफी देर तक दरवाजा नहीं खोलने पर पड़ोसियों ने उसे आवाज दी। लेकिन, अंदर से कोई आवाज सुनाई नहीं दी। तब पड़ोसी उसके मकान के पीछे के रास्ते से अंदर जाकर देखा तो युवक की फांसी के फंदे पर लटकी लाश मिली। इसके बाद गांव वालों ने इस घटना की जानकारी पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने उसकी पत्नी को बुलवाया। परिजनों की मौजूदगी में मकान का दरवाजा खोलकर पुलिस अंदर गई। शव को फंदे से उतारकर पीएम के लिए भेजा गया।

  • मदिरा प्रेमियों के लिए बुरी खबर, तीन दिन तक बंद रहेगी देशी-विदेशी शराब दुकानें, जानें क्या वजह…

    रायपुर। निर्वाचन क्षेत्रों में 3 दिन शुष्क दिवस घोषित किया गया है। छत्तीसगढ़ राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार बलरामपुर जिले में सरपंच के 03 पद तथा पंच के 03 पदों के लिए मतदान 09 जनवरी 2023 दिन सोमवार को नियत है। मतदान, मतगणना 09 जनवरी 2023 के लिए मतदान समाप्ति के 48 घण्टे पूर्व जिले के निर्वाचन क्षेत्र में स्थित मदिरा की दुकानों को बंद रखने हेतु कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी विजय दयाराम के. ने आदेश जारी कर शुष्क दिवस घोषित किया है।

    निर्वाचन क्षेत्र की मदिरा दुकान 07 जनवरी 2023 से लेकर 09 जनवरी 2023 को सम्पूर्ण मतगणना दिवस तक बंद रहेगी। कलेक्टर ने संबंधित वृत्त आबकारी उपनिरीक्षकों को यह सुनिश्चित करने कहा है कि उनके प्रभार क्षेत्र में शुष्क दिवस के दौरान न तो मदिरा का विक्रय होने पाए और न ही किसी भी प्रकार से मदिरा का संव्यवहार ही हो। इस आदेश का कड़ाई से पालन किया जाए।

     

  • हादसों का कहर : बेमेतरा जिले की सड़कें हुई खून से लाल, नए साल के तीसरे दिन भी हादसों का सिलसिला जारी !

    बेमेतरा। बेमेतरा जिले में रफ्तार का कहर हर दिन बढ़ता जा रहा है। अधिकांश लोगों की जान यातायात नियमों की अनदेखी करने की वज़ह से गई है। नए साल के इन तीन दिनों में दिन 6 लोगो की मौत होचुकी है और तकरीबन 4 लोग गंभीर रूप से घायल होचुके है। दो अलग अलग जगह गांव के डबरी में पानी अधिक होने के कारण दो मासूम की मौत डूबने से हुई। जिससे कई घरों के चिराग बुझ गए। अधिकांश लोगों की जान यातायात नियमों की अनदेखी करने की वज़ह से गईं।