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  • अत्याधिक बारिश से हुए जल प्रभावित क्षेत्रों का कलेक्टर व एसपी ने किया निरीक्षण, वाटर पंप लगवाकर किया गया ड्रेनेज
    अत्याधिक बारिश से हुए जल प्रभावित क्षेत्रों का कलेक्टर व एसपी ने किया निरीक्षण, वाटर पंप लगवाकर किया गया ड्रेनेज -स्थिति पर नजर रखने तथा जलभराव वाले क्षेत्रों में ड्रेनेज के लिए निगम अमले को दिए निर्देश - वाटर पंप से तेजी से ड्रेनेज कार्य हुआ संपादित, जिससे स्थिति में हुआ सुधार दुर्ग 23 जुलाई 2022/ आज सुबह-सुबह अत्याधिक बारिश की वजह से भिलाई निगम के कोसा नगर, राधिका नगर, नेहरू नगर, फरीद नगर आदि इलाकों में जलभराव की स्थिति देखने कलेक्टर श्री पुष्पेंद्र कुमार मीणा एवं एसपी डॉ अभिषेक पल्लव जल भराव वाले क्षेत्रों में पहुंचे। उन्होंने मौके पर मौजूद निगम अमले से वस्तुस्थिति की जानकारी ली एवं नागरिकों से भी फीडबैक लिया। लोगों ने बताया कि अत्याधिक बारिश की वजह से कोसा नाला पूरे फ्लो में है और अभी धीरे-धीरे नाले का स्तर उतरने की उम्मीद है। निगम अमले ने वाटर पंप के माध्यम से ड्रेनेज किया है जिससे राहत हुई। मौके पर मौजूद निगम अमले ने बताया कि कोसा नाले में अत्याधिक बारिश की स्थिति में जलभराव की आशंका के चलते मानसून पूर्व ड्रेनेज के लिए कार्य कर लिया गया था। अभी बारिश अत्याधिक हुई है जिससे नाला अपने पूरे प्रवाह पर है। अभी उम्मीद है कि जलस्तर कम हो जाएगा। प्रभावित क्षेत्रों में वाटर पंप के माध्यम से ड्रेनेज किया गया है। कलेक्टर ने कहा कि स्थिति पर नजर रखें। जलस्तर बढ़ने की स्थिति में ड्रेनेज के लिए युद्ध स्तर पर कार्य करें। साथ ही जरूरत पड़ने पर लोगों को राहत शिविरों में ले जाने की तैयारी रखें। उन्होंने कहा कि राहत शिविर में मेडिकल टीम एवं खाद्य वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित रहे। निगम अमले ने कहा कि इस संबंध में पूर्व में तैयारियां कर ली गई है। आम नागरिकों से भी कलेक्टर ने बातचीत की। आम नागरिकों ने बताया कि इस बार काफी पानी गिरा है जिससे कोसा नाला में जलस्तर काफी बढ़ गया है। कुछ इलाकों में जलभराव ज्यादा हुआ है। निगम अमला यहां पर मौजूद है। कलेक्टर ने निगम अमले से पूरे समय अलर्ट रहने के निर्देश निगमायुक्त श्री लोकेश चंद्राकर ने बताया कि निगम अमला लगातार फील्ड में तैनात है और स्थिति पर नजर रखे हुए हैं तथा लगातार एक्टिव मोड में है किसी भी तरह की आपात स्थिति से निपटने के लिए निगम अमला पूरी तरह से तैयार है। कलेक्टर ने अन्य निगमों में भी जलभराव की स्थिति पर जानकारी ली और मौके पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि पूरे समय इसी तरह सजग रहें ताकि किसी भी तरह की दिक्कत आने पर तुरंत रेस्पॉन्स किया जा सके।
  • कमार जनजाति पारंपरिक खेल प्रतियोगिता का आयोजन दुधावा में संपन्न
    कमार जनजाति पारंपरिक खेल प्रतियोगिता का आयोजन दुधावा में संपन्न उत्तर बस्तर कांकेर 23 जुलाई 2022ः- विषेष रूप से कमजोर जनजाति कमार के पारंपरिक खेल प्रतियोगिता (खेल मड़ई) का आयोजन दिन शनिवार को शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय दुधावा के खेल मैदान में संपन्न हुआ। प्रतियोगिता का आयोजन छत्तीसगढ़ राजगीत के साथ षुभारंभ किया गया। इस अवसर पर जिला पंचायत के सदस्य तारा ठाकुर, जनपद अध्यक्ष नरहरपुर संजूलता नेताम, उपाध्यक्ष संजू गोपाल साहू, जनपद सदस्य सुखचंद नेताम, सरपंच दुधावा ष्याम बाई नेताम और कमार समाज के अध्यक्ष दुकालूराम षोरी की उपस्थिति में खेल मड़ई का आयोजन किया गया। हमारे जिले के नरहरपुर विकासखण्ड के 12 गांव में कमार जनजाति के 73 परिवार निवासरत हैं, जिसमें पुरूषों की संख्या 142, महिलाओं की संख्या 134 इस प्रकार कमार जनजातियों की कुल जनसंख्या 276 है। खेल प्रतियोगिता में पारंपरिक रूप से खेले जाने वाले खेल गुलेल, गेड़ी दौड़, भौंरा, रस्साखींच, कबडडी, मटका दौड़, फुगड़ी, सुई धागा दौड,़ इत्यादि का आयोजन किया गया। शालेय प्रतियोगिता अंतर्गत बालक एवं बालिका हेतु तीन वर्ग 06 वर्ष से 10 वर्ष तक, 10 वर्ष से 14 वर्ष एवं 14 वर्ष से 18 वर्ष आयु वर्ग तथा व्यस्क वर्ग अंतर्गत 18 वर्ष एवं अधिक की महिला एवं पुरूष हेतु खेल प्रतियोगिता आयोजित की गई। जिसमें बालक वर्ग 6 से 10 वर्ष में गुलेल प्रतियोगिता में भीमाडीह के रवि मरकाम प्रथम बासनवाही के आरजू षोरी द्वितीय स्थान प्राप्त किया। इसी प्रकार गेड़ी दौड़ में भीमाडीह के रवि मरकाम प्रथम बासनवाही के आरजू षोरी द्वितीय स्थान प्राप्त किया। भौंरा में भीमाडीह के समीर मरकाम प्रथम, बादल के देवराज कुंजाम द्वितीय स्थान प्राप्त किया। रस्साखीच में रविमरकाम, आरजू षोरी, देवराज कुंजाम, समीर मरकाम और अमर मरकाम प्रथम स्थान प्राप्त किया। फुगड़ी में गनेष्वरी प्रथम, प्रतिज्ञा द्वितीय प्राप्त किया। सुईधागा दौड़ में अनिता प्रथम, कन्या कुमारी द्वितीय, मटका दौड़ में प्रतिज्ञा प्रथम, गनेष्वरी द्वितीय स्थान प्राप्त किया। प्रतियोगिता के समापन समारोह में जिला पंचायत सदस्य हेमलाल मरकाम, जनपद सदस्य सुखचंद नेताम, सरपंच ष्ष्याम बाई नेताम, परियोजना प्रषासक माखनसिंह ध्रुव, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्रीकांत कसेर सहित बड़ी ग्रामीणजन उपस्थित थे।
  • सहकारी सोसायटियों में रासायनिक उर्वरक कम और निजी विक्रेताओं के पास ज्यादा है ऐसा क्यों
    रासायनिक खाद के कृत्रिम संकट को दूर करे सरकार - द्विवेदी सहकारी सोसायटियों में रासायनिक उर्वरक कम और निजी विक्रेताओं के पास ज्यादा है ऐसा क्यों भारतीय जनता पार्टी सहकारिता प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक शशि कांत द्विवेदी ने सहकारी समितियों में रासायनिक उर्वरकों की कमी पर किसानों को हो रही परेशानी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य सरकार हमेशा केंद्र सरकार पर रासायनिक उर्वरकों की कमी का ठीकरा फोड़ रही है। जबकि इसके उलट हकीकत यह है कि केंद्र सरकार द्वारा रासायनिक उर्वरकों का लक्ष्य के अनुरूप आवंटन दिया गया है लेकिन राज्य सरकार द्वारा रासायनिक उर्वरकों का सहकारी सोसायटियों का आवंटन कम कर दिया गया और निजी विक्रेताओं को लाभ पहुंचाने की नीयत से ज्यादा आबंटन दे दिया गया।किसानों को सोसायटी में खाद नहीं मिलने के कारण निजी विक्रेताओं से ज्यादा कीमत पर रासायनिक उर्वरक लेने के लिए मजबूर कर दिया गया। श्री द्विवेदी ने आंकड़ों सहित बताया कि रासायनिक उर्वरक का लक्ष्य इस वर्ष सहकारी संस्थाओं का 855000 मी0टन एवं निजी विक्रेताओं के लिए 515000 मी० टन है। इस प्रकार कुल13लाख 70 हजार मी0टन लक्ष्य है। सहकारी संस्थाओं और निजी विक्रेताओं का पूर्व के वर्षों में आवंटन 70% और 30% अनुपात रहता था किंतु इस वर्ष सहकारी संस्थाओं का लक्ष्य 62% और निजी विक्रेताओं का 38% कर दिया गया है ।यदि खाद की कमी थी तो निजी विक्रेताओं का अनुपात क्यों बढ़ाया गया। श्री द्विवेदी ने बताया कि सहकारी संस्थाओं में 20 जुलाई 2022 तक 582861 टन का भंडारण हुआ है और निजी विक्रेताओं को 520139 मि0 टन इस प्रकार कुल 11 लाख तीन हजार मैट्रिक टन रासायनिक उर्वरक का भंडारण हुआ है। जिसमें सहकारी संस्थाओं को लक्ष्य का मात्र 53% आवंटन हुआ और निजी विक्रेताओं को लाभ दिलाने के लिए 47% का आवंटन हुआ है। जो सरासर गलत है। श्री द्विवेदी ने आपत्ति दर्ज करते हुए कहा कि प्रदेश के लगभग शत-प्रतिशत किसान सहकारी संस्थाओं से जुड़े हैं, खाद लेते रहते हैं। लेकिन राज्य सरकार निजी विक्रेताओं से मिलीभगत कर उन्हें लक्ष्य को 38% कर दिया लेकिन आवंटन अभी तक की स्थिति के हिसाब से सहकारी संस्थाओं को मात्र 53 % का आवंटन दिया गया और निजी विक्रेताओं को 47 परसेंट का आवंटन किया गया है जो किसानों के साथ धोखा है। इस प्रकार राज्य सरकार निजी विक्रेताओं को लाभ पहुंचाने की नीयत से काम कर रही है और किसान खाद के लिए दर-दर भटक रहा है। राजनांदगांव के परिप्रेक्ष्य में देखा जाए तो खरीफ 2022 का लक्ष्य 104800 मी0टन है। जिसमें सहकारी संस्थाओं का 65 हजार मीट्रिक टन और निजी विक्रेताओं के लिए 39800 मि0टन है। इस प्रकार राजनांदगांव जिले का भी अनुपात में निजी संस्थाओं को 38 परसेंट और सहकारी संस्थाओं को 62 परसेंट है। इस प्रकार पूरे प्रदेश में राज्य सरकार द्वारा निजी विक्रेताओ को लाभ पहुंचाने के लिए रासायनिक उर्वरक का ज्यादा आवंटन किया जा रहा है।जबकि केंद्र सरकार द्वारा किसी भी प्रकार की खाद की कमी नहीं की गई है । गत दिनों मुख्यमंत्री की समीक्षा बैठक में राज्य सरकार के जिम्मेदार अधिकारियों के द्वारा लक्ष्य विरुद्ध 81% खाद का भंडारण हो चुका बताया गया है। तब मैं पूछना चाहता हूं ऐसी स्थिति में खाद की कमी क्यों। इसका एक ही कारण है कि निजी विक्रेताओं को अनाप-शनाप खाद दी जा रही है और सहकारी संस्थाओं में खाद का भंडारण कम किया जा रहा है ।जिसका भारतीय जनता पार्टी सहकारिता प्रकोष्ठ इसका पुरजोर विरोध करता है।
  • जिले में आज 54 हजार से अधिक लोगों का हुआ टीकाकरण
    जिले में आज 54 हजार से अधिक लोगों का टीकाकरण उत्तर बस्तर कांकेर 23 जुलाई 2022-- कलेक्टर डॉ प्रियंका शुक्ला के निर्देशानुसार जिले में कोविड _19 के टीकाकरण के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है ।इसके लिए लोगों को प्रेरित भी किया जा रहा है और लोगों में जागरूकता भी आई है।लोग आगे आकर अपना टीकाकरण करा रहे हैं। आज 23 जुलाई को सायं 06 बजे तक 54 हजार 529 लोगों का कोविड टीकाकरण किया गया। टीकाकरण के लिए आज संचालित विशेष अभियान में 533 लोगों द्वारा प्रथम डोज, 2435 लोगों द्वारा दूसरा डोज और 51,561 लोगों द्वारा प्रिकाशन डोज का टीका लगाया गया। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार आज शनिवार को अंतागढ़ विकास खंड में 96 लोगों को प्रथम डोज,50 लोगों को द्वितीय डोज एवं 3947 लोगों को प्रिकाशन डोज का टीका लगाया गया। भानुप्रतापपुर विकास खंड में 84 लोगों को प्रथम डोज, 89 लोगों को द्वितीय डोज एवं 8980 लोगों को प्रिकाशन डोज , चारामा विकास खंड में 25 लोगों को प्रथम डोज, 115 लोगों को द्वितीय डोज एवं 5748 लोगों को प्रिकाशन डोज, दुर्गुकोंदल विकास खंड में 199 लोगों को द्वितीय डोज एवं 5789 लोगों को प्रिकाशन डोज, कांकेर विकास खंड में 146 लोगों को प्रथम डोज,1655 लोगों को द्वितीय डोज और 7489 लोगों को प्रिकाशन डोज, कोयलीबेड़ा विकास खंड में 110 लोगों को प्रथम डोज,209 लोगों को द्वितीय डोज तथा 7970 लोगों को प्रिकाशन डोज का टीका लगाया गया। इसी प्रकार नरहरपुर विकास खंड में 72 लोगों को प्रथम डोज,118 लोगों को द्वितीय डोज और 11,638 लोगों को प्रिकाशन डोज का टीका लगाया गया। उल्लेखनीय है कि शासन द्वारा दिये गये निर्देशानुसार जिले में 30 सितंबर तक प्रिकाशन डोज का नि: शुल्क टीकाकरण किया जायेगा।
  • आंगनबाड़ी के 44 पदों पर की गई भर्ती निरस्त, चयन समिति के सदस्यों को नोटिस जारी

    बलरामपुर। CG BIG BREAKING कलेक्टर विजय दयाराम के. (Collector Vijay Dayaram K.) ने कार्यालय महिला बाल विकास विभाग (Women and Child Development Department) , परियोजना कुसमी के तहत हुई आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं आंगनबाड़ी सहायिका के कुल 44 पदों पर की गई भर्ती प्रक्रिया को पूर्ण रूप से निरस्त (Recruitment done on 44 posts canceled) करते हए चयन समिति के सदस्यों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।

    कार्यालय महिला बाल विकास विभाग द्वारा आंगनबाड़ी के विभिन्न पदों पर भर्ती के लिए अभ्यर्थियों से आवेदन प्राप्त कर भर्ती प्रक्रिया पूर्ण की गई थी। कलेक्टर विजय दयाराम के. के पदभार ग्रहण करने के बाद से ही भर्ती प्रक्रिया के संबंध में असंतुष्ट आवेदकों द्वारा भर्ती प्रक्रिया के जांच के लिए शिकायत प्रस्तुत किया गया था, इसके अतिरिक्त भर्ती प्रक्रिया के संबंध में कलेक्टर जनदर्शन में भी आवेदन प्राप्त हुए थे, जिस पर गहरी नाराजगी जताते हुए कलेक्टर विजय दयाराम ने अपर कलेक्टर की अध्यक्षता में जिला स्तरीय समिति का गठन कर परियोजना कुसमी के तहत आंगनबाडी कार्यकर्ता के 19, मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के 5 तथा आंगनबाड़ी सहायिका के 20 पदों इस प्रकार कुल 44 पर हुई भर्ती प्रक्रिया के सूक्ष्मता से जांच कर प्रतिवेदन प्रेषित करने के लिए निर्देशित किया था।

    जिला स्तरीय समिति से प्राप्त प्रतिवेदन के अनुसार भर्ती प्रक्रिया दोषपूर्ण पाई गई है। जिसपर कलेक्टर दयाराम ने कड़ी करवाई करते हुए परियोजना कुसमी अंतर्गत आंगनबाड़ी के 44 पदों पर हुई भर्ती प्रक्रिया को निरस्त करते हुए चयन समिति के सभी सदस्यों विकासखंड शिक्षा अधिकारी कुसमी, खंड चिकित्सा अधिकारी कुसमी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी , कुसमी , परियोजना अधिकारी महिला बाल विकास कुसमी को कारण बताओ नोटिस जारी (show cause notice issued) कर 3 दिवस के भीतर स्वयं उपस्थित होकर जवाब प्रस्तुत करने के लिए निर्देशित किया है साथ जवाब सन्तोष जनक नही पाए जाने पर कड़ी करवाई करने के लिए निर्देश जारी किए हैं।

     
  • पति ने बोतल तोड़कर काट दिया पत्नी का गला, चरित्र संदेह को लेकर हुआ था विवाद

    बिलासपुर। CG CRIME NEWS जिले के सरकंडा में चरित्र पर संदेह के बाद पति ने अपनी पत्नी की हत्या कर दी। दोनों के बीच शनिवार दोपहर को विवाद हुआ था। इसी दौरान पति ने शराब की बोतल तोड़कर पत्नी के गले पर वार कर दिया। इससे उसकी मौत हो गई। हत्या की खबर मिलने के बाद पहुंची पुलिस ने आसपास और परिवार वालों से पूछताछ की। इसके बाद पति को गिरफ्तार कर लिया।

    जानकारी के अनुसार कोनी थाना क्षेत्र के ग्राम पौंसरा के धुरीपारा निवासी धनेश धुरी (25) की शादी कुछ साल पहले लगरा की रहने वाली बृहस्पति बाई धुरी से हुई थी। शादी के बाद दोनों पौंसरा में रहते थे। फिर बाद में धनेश अपने ससुराल लगरा के नर्सिंग कॉलेज के पास रहने लगा था। दोनों पति-पत्नी रोजी-मजदूरी करते थे।

    पति को पत्नी पर था चरित्र संदेह

    धनेश अपनी पत्नी के चरित्र पर शक करता था। इसके चलते दोनों के बीच आए दिन झगड़ा भी होता था। शनिवार को दोनों पति-पत्नी काम पर जाने के लिए निकले थे। इस दौरान भी उनके बीच विवाद हुआ। दोपहर 12 बजे उनके बीच विवाद इतना बढ़ गया कि धनेश ने शराब की बोतल से अपनी पत्नी के गले में वार कर दिया, जिससे वह बेहोश होकर गिर गई और उसकी मौत हो गई।

    आरोपी को लाया गया थाने 

    आसपास के लोगों ने हत्या की खबर पुलिस के डायल 112 को दी। जानकारी मिलते ही आरक्षक राकेश काछी व चालक मौके पर पहुंच गए। उन्होंने पूछताछ के बाद हत्या की खबर सरकंडा थाने में दी। वहीं, आरोपी धनेश धुरी को पकड़ कर थाना लेकर आ गए। महिला की हत्या की सूचना मिलने पर CSP स्नेहिल साहू व TI उत्तम साहू टीम के साथ पहुंच गए। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।

    नानी के पास रहकर जीवन बिताएंगे दो मासूम  

    धनेश धुरी व बृहस्पति बाई के दो छोटे-छोटे बच्चे हैं। इस घटना में उनकी मां की मौत हो गई और अब पिता को सलाखों के पीछे रहना होगा। ऐसे में मासूम बच्चियों के सिर से मां का साया छीन गया है। वहीं, पालन पोषण करने वाले पिता भी बिछड़ गया है। उन्हें अपनी नानी के पास रहकर अब जीवन बिताना पड़ेगा।

  • रात में जलप्रपात की धाराओं पर उकेरी जा रही है भारतीय तिरंगे की प्रतिकृति

    जगदलपुर। बस्तर जिला मुख्यालय जगदलपुर से 38 किमी दूर चित्रकोट जलप्रपात इन दिनों अपने पूरे शबाब में है, रात में जलप्रपात की धाराओं पर भारतीय तिरंगे की प्रतिकृति उकेरी जा रही है। दिन की रौशनी में जितना मनमोहक लगता है रात की लाइटिंग में इस बदले रूप में चित्रकोट जलप्रपात के दीदार करने सैकड़ों सैलानी हर रोज पहुंच रहे हैं। चित्रकोट जलप्रपात में शाम ढलने के बाद तिरंगे की प्रतिकृति नजर आ रही है।
    इंद्रावती नदी में जल का प्रवाह अधिक होने से इन दिनों प्रपात का नजारा देखते ही बन रहा है, पीडब्लूडी की लोक निर्माण विद्युत विभाग शाखा ने लाइटिंग की व्यवस्था की है, जिससे रात में प्रपात से गिरता जल की विशाल धाराओं में तिरंगे की प्रति•ृति नजर आती है। माह अगस्त से अक्टूबर के बीच चित्रकोट जलप्रपात का नजारा देखने काफी संख्या में सैलानी पहुंचते हैं। बारिश की वजह से जलप्रपात की अलौकिक छटा के दीदार होते हैं। पर्यटकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए, सुरक्षा की दृष्टिकोण से जलप्रपात के पास जालियां लगाई गई हैं, साथ ही सहां जवानों को भी तैनात किया गया है। चित्रकोट जलप्रपात में इंद्रावती नदी का पानी लगभग 90 फीट की ऊंचाई से नीचे गिरता है। गर्मी के दिनों में पानी की सबसे कम 2 से 3 धाराएं गिरती हैं, जबकि बारिश के समय में घोड़े की नाल •े आकार में 7 से अधिक धाराएं गर्जना •े साथ गिरती है।

  • नीलांबर सिन्हा यातायात सिपाही ने दिया इमानदारी का प्रमाण
    *45 लाख नगद देखकर भी मन नहीं डोला* थाना यातायात कयाबांधा नवा रायपुर में पदस्थ आरक्षक क्रमांक 1602 निलाम्बर सिन्हा दिनांक 23.07.2022 को प्रातः लगभग 08.30 के मध्य एयरपोर्ट से ड्यूटी कर माना कैम्प जा रहा था। इसी दौरान माना क्षेत्रांतर्गत स्थित राय पब्लिक स्कूल के सामने रोड में उक्त पुलिसकर्मी को एक सफेद रंग का बैग मिला। पुलिसकर्मी द्वारा बैग को खोलकर चैक करने पर बैग के अंदर अलग-अलग बण्डलों में 2000 एवं 500 के नोट रखा होना पाया गया। जिसकी सूचना पुलिसकर्मी द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई तथा नोटों से भरे बैग को थाना सिविल लाईन में लाकर जमा किया गया। बैग के अंदर लगभग 45,00,000/- रूपये नगद था जिसे थाना सिविल लाईन पुलिस द्वारा धारा 102 जा.फौ के तहत लावारिस हालत में जप्त कर वारिसान की पतासाजी की जा रही है। इस प्रकार आरक्षक क्रमांक 1602 निलाम्बर सिन्हा द्वारा नगदी रकम से भरे बैग को थाना में जमा कर ईमानदारी की मिसाल प्रस्तुत की गई। पुलिस महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा निलाम्बर सिन्हा की भूरी-भूरी प्रशंसा करते हुये उचित ईनाम देने की घोषणा की गई है।
  • दो दिनों की बारिश में दर्जनों गांवों का जिला मुख्यालय से टूटा संपर्क

    00 सीआरपीएफ 222 बटालियन के कैम्प तक पहुंचा पानी, खाली किया जा रहा है कैम्प
    बीजापुर। जिले में दो दिनों हो रही बारिश के बाद ग्राम कोडोली में बहने वाली मरी नदी, चेरपाल नाला और धनोरा नाला उफान पर है। कोडोली के ग्रामीणों के घरों और तालनार के संजयपारा के स्कूल में मरी नदी के बाढ़ का पानी पंहुच गया है। इसके साथ ही मिरतुर, चेरपाल-गंगालूर, रेड्डी, बोरजे, तोयनार, मोरमेड, समेत दर्जनों गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क टूटा गया है। कुछ ग्रामीणों को बाढ़ प्रभावित इलाकों से निकालकर सुरक्षित जगह पर पहुंचाया गया है। मौके पर आपदा प्रबंधन की टीम मौजूद है।बीजापुर जिले में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से जिले के छोटे बड़े नदी नाले उफान पर है, मिनगाचल नदी पूरे शबाब पर है। नेशनल हाइवे 163 पर मौजूद सीआरपी एफ 222 बटालियन की कैम्प में पानी भरने लगा है, निचले स्तर में बने बैरकों में कई फीट पानी घुस चुका है। एहतियातन जवानों ने कैम्प को खाली करना शुरू कर दिया है। बारिश के नही रुकने और जल स्तर बढऩे से सीआरपीएफ कैम्प डूबने की आशंका बनी हुई है।

  • बलरामपुर :मिर्च की खेती कर किसान अर्जित कर रहे हैं आय

    बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के पहाड़ी क्षेत्रों में मुख्यतः विकासखण्ड कुसमी एवं शंकरगढ़ में मिर्च की खेती किसानों के लिए काफी लाभदायक साबित हो रहा है, मिर्च की बढ़ती कीमत और पहाड़ी क्षेत्रों में अच्छी पैदावार के चलते यहां के किसानों को लगातार मुनाफा प्राप्त हो रहा है, इसके कारण किसान पहाड़ी क्षेत्रों में अधिक से अधिक मिर्च की खेती करना पसंद कर रहे हैं।
    किसान मिर्च की नर्सरी करने हेतु बीज की बोवाई नवम्बर-दिसम्बर में करते हैं एवं थरहा तैयार हो जाने पर मुख्य खेत में पौध की रोपाई फरवरी-मार्च महिने में करते हैं। वैसे तो इस क्षेत्र में किसान मिर्च की कई किस्मों को लगाना पसंद करते है, उनमें मुख्यतः वीएनआर, जेके, नामधारी, नानगो, टोकिता प्रमुख प्रचलित किस्म है, यह सभी किस्मे अपनी विशिष्टता के कारण पहाड़ी क्षेत्रों में अधिक लोकप्रिय है। मुख्यतः विएनआर किस्म अधिक उपज देता है, साथ ही अधिक बारिश होने की स्थिति में बारिश प्रतिरोधी है, फल लम्बा, मोटा, गहरा व हरा होता है। किस्म नानगो अपने तिखापन हेतु प्रसिद्ध है, सभी मिर्ची की किस्मे लगभग 3-4 फीट ऊंचाई का होता, जो कि उपभोक्ता के मानको के अनुकूल है। अच्छी जलवायु व अनुकूल वातावरण के कारण इन पहाड़ी क्षेत्रों में मिर्च का बम्फर पैदावार होता है, जिससे किसान खुश होकर हर वर्ष मिर्च की खेती करते हैं एवं इन क्षेत्रों के अन्य किसानों को भी मिर्च की खेती हेतु प्रेरित कर रहे है। मिर्च से मुख्यतः 3-4 बार तक तोड़ाई होता है, पहला तोड़ाई जून महिने से शुरू होता है और मिर्च की तोड़ाई शिखर बिन्दु जुलाई एवं अगस्त तक का महिना है जिसमें अधिकांश मिर्च की तोड़ाई होती है, यदि मौसम अनुकूल रहा तो तोड़ाई सितम्बर तक होती चली जाती है, जो कि मिर्च के किस्म और जलवायु पर निर्भर है। मिर्च का विक्रय किसानों के खेतों से ही शुरू हो जाता है और अन्य राज्यों से व्यापारी गाड़ियां लेकर आते हैं, प्रतिदिन लगभग 40-50 पिकअप किसनों के खेतों में आती है और मिर्च से लदी कई गाड़िया उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, झारखण्ड एवं अन्य राज्य के कई शहरों में विक्रय हेतु जाती है। इस प्रकार कुसमी और शंकरगढ़ के मिर्च के स्वाद का आनंद अन्य राज्यों के उपभोक्ता भी करते हैं। पहाड़ी क्षेत्र में मिर्च का उत्पादन प्रति एकड़ 20-25 क्विंटल होता है और थोक बाजार पर 20 से 40 रूपये प्रति किलो की दर से बिकता है और मिर्च की अधिक मांग पर यह दर 45 रूपये प्रति किलो तक जाता है। इस प्रकार अनुमान प्रति एकड़ 75 हजार से 85 हजार तक किसान को अर्जित होता है। पहाड़ी क्षेत्रों में मिर्च उत्पादन हेतु कुल 1600-1800 हेक्टेयर रकबा है, जिसमें लगभग 800-100 किसान खेती हेतु संलग्न है, आने वाले समयों में यह रकबा और बढ़ेगा किसान भी खेती हेतु जुड़ेंगे, जिससे जिला बलरामपुर मिर्च की खेती हेतु पूरे प्रदेश एवं राज्य में समृद्ध बनेगा।
    हमारे जिले बलरामपुर-रामानुजगंज में मिर्च का बम्फर उत्पादन हो रहा है, इससे जिले के लगभग 800-1000 किसन के आसपास मिर्च की खेती से जुड़े है, इससे उद्यानिकी विभाग की और राष्ट्रीय बागवानी मिशन योजनांगर्त मशाला क्षेत्र विस्तार, मल्चिंग शिट, ड्रिप, जैसे विभिन्न योजनाओं के साथ जोड़ा जा रहा है तथा समय-समय पर किसानों को तकनीकी मार्गदर्शन दिया जा रहा है, जिससे यहां मिर्च उत्पादन कृषकों की संख्या में वृद्धि के साथ-साथ उत्पादन में भी वृद्धि आयेगी।

  • प्रशासनिक सेवक बनने का सपना चंचल की आंखों में, मुख्यमंत्री नोनी सशक्तिकरण योजना से मिली 20 हजार रूपए की राशि देगी उसके हौसलों को उड़ान

    उत्साही और दृढ़ निश्चय वाली चंचल बिजौरा ने अपने हौसलों से उड़ान भरने की तैयारी कर ली है, मुख्यमंत्री नोनी सशक्तिकरण योजनांतर्गत मिले 20 हजार रूपए की राशि उसके बैंक खाते में आ गई है। जिसे वो अपने कॉलेज के पढ़ाई के लिए जमा कर रखना चाहती हैं। लड़कपन के उम्र में भी इस लड़की को अपने भविष्य को लेकर होने वाली चिंता उसे दूसरों से अलग करती है। चंचल प्रशासनिक सेवा में आकर शासन की जनहितैशी योजनाओं का हिस्सा बनना चाहती है। वो चाहती है कि हर जरूरत मंद का सपना हकीकत बने। आंखों में प्रशासनिक सेवा का सपना लिए चंचल कहती है कि सपना ही देखना है तो बड़ा क्यों नहीं, जब तक आप बड़ी लकीर खींचने की कल्पना नहीं करेंगे तब तक छोटी लकीर भी खींच सकते। आज शासन की नोनी सशक्तिकरण योजना लड़कियों को ऐसा हौसला दे रही है कि बिना पंख के भी वो उड़ने के लिए तैयार हैं। कोई आई.ए.एस. बनना चाह रहा है तो कोई शिक्षक बन कर समाज को एक नई दिशा देना चाह रहा है।
    राज्य शासन ने महिला सशक्तिकरण को केन्द्रित रखकर इस गणतंत्र दिवस पर जिले की 09 बालिकाओं के खाते में 1 लाख 80 हजार रूपए की राशि डाली। मुख्यमंत्री नोनी सशक्तिकरण योजना से लाभान्वित होने वाले हितग्राही चंचल बिजौरा, सोनिया, अमृता साहू, वर्षा, श्वेता, पायल, माही अमृत, मुस्कान, डिम्पल, नेहा है जिन्होंने शासन को उनके इस सहयोग के लिए अभार व्यक्त किया है।
    92 लाख 40 हजार रूपए की राशि से लाभान्वित हुए हैं 462 हितग्राही- मुख्यमंत्री नोनी सशक्तिकरण योजना के तहत् पात्र 462 हितग्राहियों की पुत्रियों को जिले में 92 लाख 40 हजार रूपए की राशि के साथ लाभान्वित किया जा चुका है। इस राशि को सीधे श्रमिक परिवारों के बैंक खाते में ट्रांजेक्शन कर उनकी बेटियों को शासन सशक्त और आत्म निर्भर बनाने की दिशा में कार्य कर रही है। इससे परिवार को शिक्षा के साथ-साथ स्वरोजगार के अवसर भी प्राप्त हो रहे हैं और श्रमिकों के बेटियों की शादी में भी यह राशि उनके परिवारिक दायित्व के बोझ को भी कम कर रही है।

  • 35 आरक्षकों के हुए तबादले, SSP ने जारी की सूची
    बलौदाबाजार। पुलिस विभाग में बड़े पैमाने पर तबादला हुआ है. SSP दीपक झा ने ASI, प्रधान आरक्षक समेत बड़ी तादाद में आरक्षकों का तबादला किया है. इसमें ASI, प्रधान आरक्षक और 35 आरक्षकों का तबादला किया है.