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  • रायगढ़ में गौ तस्करी पर कार्रवाई...ट्रक में ओडिशा ले जा रहे थे 57 मवेशी

    रायगढ़: जिले के पुसौर थाना क्षेत्र में पुलिस की चेकिंग के दौरान 51 गौधन को ले जाते ट्रक जब्त किया गया. जिसके बाद सभी मवेशियों को रायगढ़ के संबलपुरी गौठान लाया गया. लेकिन निगम के कर्मचारियों ने मवेशियों को गौठान में रखने से मना कर दिया. हालांकि काफी देर बाद गौ रक्षक और स्थानीयों की अपील के बाद मवेशियों को गौठान में रखने की व्यवस्था हुई. लेकिन तब तक 6 मवेशी दम तोड़ चुके थे. पुलिस के कार्रवाई के बाद आरोपी गाड़ी छोड़कर फरार हो गया.

    ओडिशा ले जाया जा रहा था मवेशियों से भरा ट्रक

     

    दरअसल आज सुबह पुसौर थाना में चेकिंग के दौरान एक ट्रक बैरिकेड को तोड़ते हुए भागने की कोशिश कर रहा था. जिसके बाद पुलिस चौकी में मौजूद कर्मचारियों ने ट्रक को पीछा किया. पुलिस को आते देख वाहन चालक गाड़ी छोड़कर फरार हो गया. जब्त ट्रक में 57 मवेशी थे. जिन्हें ट्रक में काफी निर्दयता के साथ भर दिया गया था. जिसकी वजह से 6 मवेशियों की मौत हो गई. 3 मवेशियों की हालत खराब थी. मवेशियों को तस्करों से छुड़ाने के बाद रायगढ़ नगर निगम के संबलपुरी गौठान लाया गया. जिस पर निगम के अधिकारियों ने गौठान में मवेशियों को रखने की अनुमति नहीं दी और कही और ले जाने को कह दिया. इस पर भाजपा नेता शुभाष पाण्डे ने निगम के अधिकारियों को आरोप लगाते हुए कहा कि सीएम भूपेश बघेल ने गायों के संरक्षण के लिए गौठानों का निर्माण कराया है. ऐसे में तस्करों से छुड़ाए गए मवेशियों को संबलपुरी गौठानों में रखने की अनुमति देना चाहिए.

    आरोपियों की तलाश जारी

    पूरे मामले को लेकर रायगढ़ ASP अभिषेक वर्मा का कहना है कि पुसौर थाना में बैरिकेड तोड़ते हुए एक ट्रक फरार हो गया था. जिसे मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने पीछा कर पकड़ा. लेकिन मौके से ट्रक ड्राइवर फरार हो गया. ट्रक की चेकिंग करने पर 51 मवेशी पाए गए. जिसमें 6 मवेशियों की मौत हो गई थी. अज्ञात आरोपियों के खिलाफ FIR की गई है. आगे की कार्रवाई की जा रही है.

  • राष्ट्रीय आपदा कोरोना से ध्यान हटाने लाया गया टूलकिट का मुद्दा - जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे
    राष्ट्रीय आपदा कोरोना से ध्यान हटाने लाया गया टूलकिट का मुद्दा - भगवानू टूलकिट में भाजपा-काँग्रेस कर रही है नूराकुश्ती - JCCJ टूलकिट से जनता को कोई लेना-देना नहीं है, स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार देश का मुख्य मुद्दा। कोरोनाकाल में हुए बेसहारा और बेरोजगारों की चिंता करें सरकारें रायपुर, छत्तीसगढ़, दिनांक 20 मई 2021। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के मुख्य प्रवक्ता अधिवक्ता भगवानू नायक ने देश में चर्चित टूलकिट मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि देश आज राष्ट्रीय आपदा कोरोना से गुजर रही है। देश का ध्यान कोरोना महामारी से हटाने के लिए दोनों राष्ट्रीय राजनीतिक दल भाजपा और कांग्रेस टूलकिट पर राजनीति करते हुए नूरा कुश्ती का खेल खेल रही है। जिससे देश की जनता को कोई लेना देना नहीं है। देश के सामने सबसे बड़ी चुनौती स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार है जिसपर दोनों दल बात नहीं करना नहीं चाहती है। भगवानू नायक ने कहा केंद्र की भाजपा सरकार और राज्य की कांग्रेस सरकार दोनों ही कोरोना मामले में फेल हो गई है। एक तरफ छत्तीसगढ़ में बेड, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन और इंजेक्शन के लिए लोग तड़प तड़प कर मरते रहे वही देश में नदियों में लाशें तैरती रही है। विदेशों को टीका भेजकर टीका उत्सव मनाया गया जबकि देश टीका के लिए तरसता रहा वहीं छत्तीसगढ़ की ऑक्सीजन की अन्य प्रदेश में भेजा गया। भयंकर कोरोनाकाल में बंगाल और असम चुनाव करवाना बताता है भाजपा कांग्रेस कोरोना को लेकर कितने गम्भीर थे। इन सभी परिस्थितियों के लिए दोनों राष्ट्रीय राजनीतिक दल लिए भाजपा और कांग्रेस जिम्मेदार है। भगवानू नायक ने कहा केंद्र और राज्य की सरकार ने कोरोना रोकथाम के लिए कोई ठोस काम नहीं कर सकी तभी लाखों लोग कोरोना में मारे गए। अब जब लॉक डाउन में लोग अपनों को खोकर बेसहारा और बेरोजगार हो गए तब भाजपा काँग्रेस को जनहित में काम करने के बजाय एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाकर टूलकिट पर राजनीति कर रही है और जनता का ध्यान मुख्य मुद्दा से हटा रही है।
  • विपक्ष की आवाज को दबाने का प्रयास सफल नहीं होगा - हमें भी करो गिरफ्तार

    *हमें भी करो गिरफ्तार* *21 मई 12 से दोपहर 2 बजे तक भाजपाइयों का घर-घर धरना*

    प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष एवं भाटापारा विधायक शिवरतन शर्मा ने आज एक पत्रकार वार्ता में भूपेश सरकार पर भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमन सिंह पर एफआईआर कर विपक्ष की आवाज को दबाने का आरोप लगाया है| विधायक शिवरतन शर्मा ने कहा कि टूलकिट में प्रधानमंत्री की छवि को खराब करने वाले दस्तावेज हैं , इसके लिए कांग्रेस को क्षमा मांगना चाहिए |

    प्रदेश सरकार ने अपने कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के माध्यम से भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा एवं राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह पर टूल किट मामले को लेकर एफ आई आर करवाई है और पूरे प्रदेश में अलग-अलग जगह कांग्रेसियों के माध्यम से एफ आई आर करवाई जा रही है, शिवरतन शर्मा ने कहा कि बीजेपी नेताओं सहित कार्यकर्ताओं ने भी टूल किट मामले को सोशल मीडिया में वायरल किया है साथ ही रिट्वीट किया है इसलिए मैं भूपेश बघेल को चुनौती देता हूं कि वह सभी भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ जुर्म दर्ज कर गिरफ्तार करें | जब उन्हें बताया गया कि स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव ने पत्रकारों के समक्ष कल ही एक सवाल के जवाब में कहा था कि और जो भी गिरफ्तारी देना चाहते हैं उनकी भी गिरफ्तारी हो जाएगी |

    एक सवाल के जवाब में शिवरतन शर्मा ने कहा कि अगर देश की छवि खराब करने के उद्देश्य से टूलकिट बनाई जाए तो वह अपराध की श्रेणी में आता है , प्रदेश उपाध्यक्ष शिवरतन शर्मा ने बताया कि प्रदेश सरकार की विपक्ष पर द्वेष पूर्ण कार्रवाई के विरोध में सभी भाजपा नेता एवं कार्यकर्ता 21 मई को दोपहर 12:00 बजे से 2:00 बजे तक अपने अपने घरों पर कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए धरना देंगे | विधायक शिवरतन शर्मा ने कहा कि इससे पहले भी सोनिया गांधी पर टिप्पणी को लेकर सुमित पात्रा के खिलाफ प्रदेश में एफ आई आर करवाई गई थी जिसे हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया था | अब देखने वाली बात यह है कि इस बार भी संबित पात्रा एवं डॉ रमन सिंह पर की गई f.i.r. पर हाईकोर्ट क्या निर्णय लेता है | भारतीय जनता पार्टी कि इस पत्रकार वार्ता में विधायक शिवरतन शर्मा - संजय श्रीवास्तव - अनुराग अग्रवाल व अमित चिमनानी उपस्थित रहे | *CG 24 News-Singhotra*

  • विश्व मधुमक्खी दिवस का आयोजन

    प्रति वर्ष की भंति इस वर्ष भी आज 20 मई को विश्व मधुमक्खी दिवस मनाया गया। इस दिवस के अवसर पर कृषि विज्ञान केन्द्र कांकेर में वर्चुअल कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें केन्द्र के कृषि वैज्ञानिकों द्वारा मधुमक्खी पालनकर्ताओं द्वारा अपनाए गए आजीविका का समर्थन करने और अच्छी गुणवत्ता वाले उत्पादों को वितरित करने के लिए अपनाई गई मधुमक्खी उत्पादन और उससे संबंधित उच्च तकनीकों पर ध्यान देने विशेष जोर दिया गया।
    गौरतलब है कि मधुमक्खी दिवस को मनाए जाने का मुख्य उद्देश्य पारिस्थितिक तंत्र के लिये मधुमक्खियों और अन्य परागणकों के महत्व, योगदान और उनके संरक्षण के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। उल्लेखनीय है कि दुनिया के खाद्य उत्पादन का लगभग 33 प्रतिशत मधुमक्खियों पर निर्भर करता है तथा जैव-विविधता के संरक्षण, प्रकृति में पारिस्थितिक संतुलन और प्रदूषण को कम करने में सहायक भी है।

  • भाजपा नेता बलात्कारी को बचाने झंडा लेकर सड़कों पर निकल जाते हैं फिर जेपी नड्डा रमन सिंह तो टूलकिट के आरोपी है - काग्रेस
    भाजपा का चरित्र ही अपराधियों को संरक्षण देना अपराधियों को बचाने आंदोलन करना है भाजपा नेता बलात्कारी को बचाने झंडा लेकर सड़कों पर निकल जाते हैं फिर जेपी नड्डा रमन सिंह तो टूलकिट का आरोपी है रायपुर/20 मई 2021। टूलकिट मामले में फंसे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा एवं राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के बचाव में भाजपा के होने वाले आंदोलन पर कांग्रेस ने प्रतिक्रिया व्यक्त की। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा का चरित्र ही अपराधियों को संरक्षण देना है और अपराधियों के बचाव के पक्ष में आंदोलन करना है। भाजपा के नेता तो बलात्कार जैसे घिनौने मामले में फंसे अपराधियों को बचाने के लिए झंडा लेकर सड़कों पर आंदोलन प्रदर्शन करते हैं और रेप पीड़िता को ही दोषी ठहरा देते हैं। ऐसे में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, स्मृति ईरानी, बी एल संतोष, संबित पात्रा और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमन सिंह तो टूलकिट का आरोपी है, इन्होंने फर्जी दस्तावेज जारी कर कांग्रेस की छवि धूमिल करने का गभीर षड्यंत्र किया है जालसाजी किया है और ये पहली बार नही हुआ जब-जब देश की जनता का आक्रोश मोदी सरकार के खिलाफ बढ़ता है तब तब भाजपा मोदी सरकार दागदार छवि विफलताओं नाकामियों छिपाने इस प्रकार की तिकड़म करती आई है। भाजपा में नैतिकता नीति नाम की कोई चीज ही नही है। भाजपा एक ऐसी वाशिंग मशीन है जहाँ तड़ीपार बलात्कारी घोटालेबाज एवं अन्य गंभीर मामलों के दोषी लोग शामिल होते ही पाक साफ हो जाते है और जेल जाने से बच जाते है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि टूलकिट मामले में फंसे भाजपा के नेताओ के खिलाफ प्रदेश के थानों में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एफ आई आर दर्ज कराई है अब भाजपा के नेता गिरफ्तारी से बचने के लिए अब इस प्रकार से आंदोलन की नौटंकी कर कानूनी प्रक्रियाओं पर बाधा उत्पन्न कर रहे है। कांग्रेस पार्टी के खिलाफ फर्जी दस्तावेज निर्माण कर सोशल मीडिया में जारी करने वाले भाजपा नेताओं को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए ।भाजपा नेता इस प्रकार के टूल किट के माध्यम से देश के सौहार्द को बिगाड़ने का कूट रचना किए हैं साजिश किये है।मोदी सरकार की नाकामी के चलते देश में महामारी से हो रही मौत गंगा में बहती लाशे ऑक्सीजन वेंटीलेटर वैक्सीन और दवाइयों के लिए तरसते मरीज वैक्सीन पर जीएसटी पेट्रोल-डीजल की महंगाई और वैक्सीन किल्लत के खिलाफ आम जनता के आक्रोश को दबाने के लिए भाजपा एक प्रकार से कांग्रेस के खिलाफ षड्यंत्र कर रही है जालसाजी कर रही है भाजपा का षड्यंत्र और जालसाजी देश और प्रदेश की जनता के बीच में उजागर हो चुका है भाजपा अब कहीं मुंह दिखाने लायक बची नहीं है टूल किट में फंसे भाजपा नेताओं की तत्काल गिरफ्तारी की होनी चाहिए।
  •  विशेष लेख : लगवाएं टीका, बदलिए जीवन जीने का सलीका....

    टीका का नाम आते ही एक विश्वास का भाव पैदा होने लगता है। यह टीका भले ही उस मासूम के चेहरे के किसी हिस्से में लगने वाला काजल का टीका हो या फिर किसी संक्रामक बीमारी से बचने के लिए हो। परम्परानुसार चली आ रही धारणा आज भी प्रचलन में है कि मां अपने मासूम बच्चों को किसी के नजर से बचाने टीका लगाती है। बहरहाल यह धारणाओं और परम्पराओं पर आधारित है, इसलिए इसे लगाने के बाद सौ फीसदी विश्वास कायम हो, डर-भय समाप्त हो जाए यह शायद ही संभव है। यदि ऐसा होता तो निश्चित ही कोई बच्चों को संक्रामक बीमारी से बचाने के लिए अस्पताल में टीकाकरण नहीं कराता। आप पाएंगे कि जागरूकता के साथ ही बच्चों में टीकाकरण का प्रतिशत लगातार बढ़ रहा है। टीकाकरण बचपन में होने वाली कई जानलेवा बीमारियों से बचाव का सबसे प्रभावशाली एवं सुरक्षित तरीका है। टीकाकरण बच्चे के रोग प्रतिरोधक तंत्र को मजबूत बनाता है और उन्हें विभिन्न जीवाणु तथा विषाणुओं से लड़ने की शक्ति प्रदान करता है।
         निःसंदेह टीका या वैक्सीन वैज्ञानिकों, चिकित्सकों द्वारा जांची और परखी गयी वह खोज है, जो हमें संक्रामक बीमारी से लड़ने की शक्ति प्रदान करती है। वर्तमान में हम सभी को मालूम है कि कोविड-19 को एक संक्रामक रोग घोषित किया गया है। चिकित्सा वैज्ञानिकों की खोज का ही परिणाम है कि को-वैक्सीन और कोविशील्ड का टीका लोगों को लगाया जा रहा है। यह वैक्सीन कोरोना के संक्रमण से बचने में प्रभावी हो रही हैं। इसलिए कोरोना की रोकथाम के लिए टीकाकरण का अभियान हर जगह जोर-शोर से जारी है। 
           बहरहाल टीकाकरण जारी है और वैक्सीन का जो उत्पादन तथा उपलब्धता है, उससे संभावना है कि शतप्रतिशत टीकाकरण का कार्य लंबे समय तक जारी रहेगा। कोरोना की पहली लहर के बाद दूसरी लहर और इस लहर में हमें अपनों से लेकर आसपास के वे लोग जो कोरोना की जंग हार गए तथा ऐसे लोग जो कोरोना से लड़ते हुए जंग जीत गए, इन दोनों से मिली सीख को हमें जीवन में उतार लेना चाहिए। हमें सोचना चाहिए कि तीसरी लहर जब आए तो हम उससे कैसे अपने आपको और अपने परिवार को इससे बचा सकें। हम में से बहुत लोगों की धारणा है कि एक बार टीका लगने के बाद हम कोरोना से आसानी से लड़ सकते हैं, टीका लगने के बाद कोरोना का वायरस हमारा बाल भी बांका नहीं कर सकता। इस संबंध में अनेक चिकित्सा विशेषज्ञों की राय, अपील, पढ़ने, जानने समझने के बाद वर्तमान परिपेक्ष्य में इतना तो कहा जा सकता है कि टीका हमारी प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। हमें बीमारी से लड़ने में सहायता करता है। कोरोना संक्रमितों के सम्पर्क में आने के बाद हम संक्रमित होते भी हैं तो हमारी स्थिति उतनी गंभीर नहीं होती, जितनी बिना वैक्सीन वाले संक्रमितों की होती है। 
           कहने का अर्थ यहीं है कि वैक्सीन लगने के बाद आप संक्रमित न हो इसकी कोई ठोस गारंटी नहीं है। ऐसे में हमें टीका लगवाने के साथ अपने जीवन जीने का सलीका बदलने की आवश्यकता है। यह जीवन जीने का सलीका हमारे घर के भीतर खान-पान, योगा-व्यायाम और मास्क लगाकर चलने तक ही सीमित नहीं है। दरअसल हम में से बहुत लोग भूल जाते हैं कि घर से बाहर निकलते ही सड़क पर चलते हुए हमारी कोई जिम्मेदारी नहीं है। भले ही मुहं में मास्क पहने हुए होते हैं, लेकिन गुटखा और तंबाकू, पान इत्यादि चबाते होते हैं और जब मर्जी पड़ी, बिना आगे-पीछे देखे कही भी थूक देते हैं। जब छींक या खांसी आती है तो मास्क हटाकर छींकते-खांसते हैं। हमें हमारे पीछे चलने वालों की जरा भी परवाह नहीं होती। हम तब भी लापरवाह होते हैं, जब किसी दुकान में कोई सामान लेना हो, हमें किसी बीमारी की डर से ज्यादा जल्दी सामान लेने की होड़ होती है और इस जल्दबाजी में हम सोशल-फिजिकल डिस्टेसिंग का पालन नहीं करते। हम में से बहुतों को बेवजह घूमने-फिरने का शौक भी है। घर से बाहर जरूरी काम का बहाना बनाकर सड़क पर, किसी चौराहों पर, गुमटी-ठेलों पर अनावश्यक खड़े हो जाते हैं, घूमते-फिरते होते हैं और इस तरह भीड़ बढ़ाकर हम अपने साथ घर परिवार को भी संकट में डालने का काम करते रहते हैं। कोरोना संक्रमण का सबसे ज्यादा खतरा गंदगी और लापरवाही पर टिका हुआ है। स्वयं की स्वच्छता के प्रति हमारी कमी ही हमेें संक्रमित बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। बीमार होने के बाद हम हजार रुपए से लेकर कई लाख रुपए तक अपनी जान बचाने के लिए अस्पताल और दवाई में खर्च कर देते हैं। हम अनावश्यक चीजे खाना बंद करते हैं। फल खाते हैं। जूस पीते हैं। मल्टी विटामिन लेते हैं। हम यह जानते भी है कि स्वच्छ रहकर भी बहुत से बीमारी से बचा जा सकता है, इसके बावजूद क्या हम अपना गंदा हाथ बार-बार धोने के लिए 10 से 20 रुपए का साबुन अपने साथ नहीं रख सकते? क्या मास्क और रोज पहनने वाले कपड़े घर जाते ही साफ नहीं कर सकते? 
          कोरोना की पहली लहर खत्म होने के बाद शायद हम उतने सतर्क और सावधान नहीं हुए, पहली लहर में हमने सीखा था कि मास्क पहनना है। हाथ लगातार धोना है। खान-पान पर ध्यान देना है। काढ़ा पीना है। गले साफ रखने के लिए गरारा करना है। बाजार या बाहर से कोई सामान लाए तो उसे कुछ देर घर के बाहर रखना है और अच्छी तरह से धोकर ही उपयोग करना है। सोशल डिस्टेसिंग का पालन करना है। लेकिन दुर्भाग्यवश पहली लहर का असर कम होने के साथ हम सभी के भीतर से कोरोना का भय मिटता चला गया और हमारी लापरवाही जारी रही। इस दौरान शासन-प्रशासन की सख्ती की वजह से मुंह पर केवल दिखावटी मास्क ही हमारे बचाव के लिए रह गए थे। इसलिए दूसरी लहर सभी के लिए चुनौतियों के साथ पीड़ादायक रही। कोरोना की पहली लहर ने जहां हमें बहुत कुछ सिखाने का काम किया है वहीं दूसरी लहर ने हमें अपनी गल्तियों और लापरवाही का अहसास कराते हुए फिर से कठिन चुनौतियों से लड़ने के लिए तैयार किया है। शासन-प्रशासन भले ही लॉकडाउन के माध्यम से कोरोना को नियंत्रित कर रही है, लेकिन हम सभी को चाहिए की हम अपनी आदतों को बदले और शासन-प्रशासन से इत्तर अपनी जिम्मेदारी भी समझे। हमारा जीवन जीने का जो तरीका है वह बेपरवाह और दूसरों को खतरे में डालने वाला न हो। ताकि लॉकडाउन की नौबत ही न आए। यदि हम कोरोना की पहली लहर में बनी आदतों और दूसरी लहर में हुई गल्तियों से सीख लेकर जीवन का सलीका बदल लेंगे और टीका लगवायेंगे तो निश्चित ही कोरोना की आने वाली तीसरी लहर हमारा ज्यादा कुछ नुकसान नहीं कर पाएगी। हम स्वस्थ भी रहेंगे और आने वाले कल को भी देख पाएंगे क्योंकि ‘जान है तो जहान है...

  • छत्तीसगढ़ में फिर बदला मौसम, तेज हवाओं के साथ हुई हल्की बारिश…
    रायपुर। प्रदेश में एक बार फिर मौसम ने करवट बदल दी है। इसके कारण छत्तीसगढ़ में गुरुवार को एक दो स्थानों पर गरज चमक के साथ हल्की वर्षा होने की संभावना है। प्रदेश में एक दो स्थानों पर गरज चमक के साथ अंधड़ चलने और आकाशीय बिजली गिरने की भी संभावना है। मौसम वैज्ञानिक ने इस खबर की पुष्टि की है। प्रदेश में अधिकतम तापमान में विशेष परिवर्तन होने की संभावना नहीं है। पेंड्रा इलाके में देर रात तेज हवाओं के साथ रुक-रुक कर बारिश हो रही हैै। वहीं प्रदेश में सबसे कम न्यूनतम तापमान 21 डिग्री दर्ज किया गया है। गौरेला पेंड्रा मरवाही सहित अमरकंटक और आसपास के इलाके में देर रात से तेज हवाओं के साथ बारिश हुई। बारिश और आंधी के चलते कई स्थानों पर पेड़ गिरने की खबर है।राहत की बात यह रही कि कहीं कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है। राजनंदगांव में बारिश हो रही है। दुर्ग में भी बदली छाया हुआ है। कई जिलों में बारिश की आशंका जताई गई है। पेंड्रा में सबसे कम न्यूनतम 21 डिग्री दर्ज किया गया, जो पिछले 10 सालों के औसत तापमान 28 डिग्री से काफी कम माना जा रहा है, जबकि साल 2020 में आज के दिन 26 डिग्री तापमान दर्ज किया गया था। वहीं अधिकतम तापमान 33 डिग्री दर्ज किया गया।
  • अज्ञात वाहन ने बाइक सवारों को मारी टक्कर, एक की मौत दूसरा गंभीर
    जशपुर जिले के पत्थलगाँव क्षेत्र में सड़क हादसा हुआ। मिली जानकारी के मुताबिक फुलेता चौक के पास अज्ञात वाहन की चपेट में 2 बाईक सवार आ गए। वही इस हादसे में एक बाईक सवार की मौके पर ही मौत हो गई और दूसरे की हालत गंभीर बताई जा रही है। बता दे की दोनो युवक ग्राम शेखरपुर बूढ़ा डाँड़ के रहने वाले हैं। सूचना मिलते ही पत्थल गांव पुलिस घटना स्थल पर पहुंची है।
  • Crime News: इलाज कराने अस्पताल गई युवती को डॉक्टर ने लगाया बेहोशी का इंजेक्शन...फिर किया रेप
    कोरिया: जहां एक तरफ देश में इस वक्त महामारी से हाल बेहाल है. वहीं इस वक्त कोरोना वॉरियर कहलाए जाने वाले डॉक्टर ही मरीजों का फायदा उठाने लगे तो कैसा हो.छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण फैला हुआ है वहीं कोरिया जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां एक डॉक्टर ने इलाज कराने आई युवती को अपनी हवस का शिकार बना लिया. छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में एक पैरामेडिकल डॉक्टर को युवती के साथ रेप करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. मामला जिले के खड़गवां थाना इलाके का है. जहां इलाज के नाम पर इंजेक्शन लगाकर युवती को अपने क्लिनिक में बंद कर रेप करने का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि 17 मई की सुबह 9 बजे पीड़िता अपना इलाज कराने आरोपी के दुबछोला क्लीनिक में गई थी. तभी आरोपी ने पीड़िता को अपना शिकार बना लिया. खड़गवां थाना पुलिस ने आरोपी को 342, 376, 506 एवं 3(2)(5) एससी-एसटी एक्ट के अंतर्गत आरोपी को गिरफ्तार न्यायिक रिमांड में भेज दिया गया है.
  • बड़ी खबर: छत्तीसगढ़ के इस जिले में आज से मिलेगी राहत, कलेक्टर ने जारी किया आदेश... जानिए क्या खुलेगा क्या रहेगा बंद
    कोरबा: प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण के चलते सभी जिलों अप्रैल से लॉकडाउन लगाया गया। वहीं अब प्रदेश में कोरोना की रिकवरी रेट में रफ्तार पकड़ ली है। जिसके कारण राजधानी रायपुर में कुछ रियायतों के साथ लॉकडाउन को बढ़ाया गया है। वहीं अब कोरबा में भी ऑड एवन फॉर्मूले तहत दुकानों को खोलने की अनुमति मिल गई है। आज से जिले में स्टैंड एलोन शो रूम खुलेंगी। वहीं ई-कॉमर्स को डिलीवरी की अनुमति मिली है। जिला कलेक्टर किरण कौशल ने आदेश जारी करते हुए ऑड एवन फॉर्मूले के तहत दुकानों को खोलने का आदेश जारी कर दी है।बता दें कि प्रदेश कोरोना की रिकवरी रेट में रफ्तार पकड़ लिया है। आए दिन अब यहां लोग ज्यादा संख्या में कोरोना से जंग जीत रहे है। वहीं नए मरीज की तुलना में स्वस्थ्य होने वाले मरीज ज्यादा हो गए है। प्रदेश में पिछले 24 घंटे में 5 हजार 680 नए मरीज की पहचान हुई है। 9 हजार 448 लोगों ने कोरोना से जंग जीती है। वहीं अब तक प्रदेश में 12182 कोरोना संक्रमित मरीज की मौत हो चुकी है। नए मरीज मिलने और डिस्चार्ज होने के बाद अब सक्रिय मरीजों की संख्या 85,868 हो गई है।
  • कार में लिखा था प्रेस सिघोडा पुलिस ने तलाशी की तो निकला 50 किलो गांजा, कथित पत्रकार रजनीश पाण्डे समेत 4 आरोपी गिरफ्तार
    महासमुंद। छत्तीसगढ़ में इन दिनों कई जिलों में लॉकडाउन जारी हैं। इसी बीच महासमुंद पुलिस ने गांजा तस्करों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. पत्रकारिता की धौंस दिखाकर गांजा तस्करी करते कथित पत्रकार समेत 4 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. सिघोडा पुलिस ने आरोपियों के पास से 50 किलो गांजा बरामद किया है. जिसकी कीमत करीब 5 लाख रुपए आंकी गई है. पुलिस के मुताबिक उन्हें अन्तर्राज्यीय चेक पोस्ट रेहटीखोल में ड्यूटी पर तैनात आरक्षक सुशांत बेहरा ने फोन कर सूचना दी थी, कि एक भूरे रंग की सेंट्रो कार ओडिसा की ओर से सरायपाली की तरफ आ रही है. जिसे रोकने की कोशिश की गई, लेकिन वो नहीं रूका. जिसके बाद एनएच-53 रोड पर नाकेबंदी कर ओडिशा की तरफ से आने-वाले वाहनों की चेकिंग की जा रही थी. इसी दौरान एक भूरे रंग की हुंडई सेंट्रो कार क्रमांक सीजी 07 9877 ओडिशा की ओर से आ रही थी. जिसे रोका गया, उसमें चार लोग सवार थे. पूछताछ करने पर रजनीश पाण्डे नाम का व्यक्ति अपने आप को दबंग दुनिया का पत्रकार बताते हुए पुलिस से बहस करने लगा. कार की तलाशी देने कहने पर पत्रकारिता की धौंस दिखाकर पुलिस से उलझ रहा था. कार में प्रेस लिखा हुआ था फिर भी कार की तलाशी लेने पर डिक्की में 50 किलो अवैध मादक पदार्थ गांजा बरामद हुआ. जिसकी कीमती 5 लाख रुपए आंकी गई है.सभी आरोपी दुर्ग जिले के भिलाई के रहने वाले हैं. पुलिस ने कथित पत्रकार रजनीश पाण्डे (32 वर्ष), धनानंद बेहरा (29 वर्ष), धनंजय श्रीवास्तव (46 वर्ष) और विनोद महोबिया (47 वर्ष) को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने सभी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई की है. आरोपियों के पास से सेंट्रो कार, 2100 नगद, 4 मोबाइल जब्त किया गया है.
  • छत्तीसगढ़  : कोरोना से जंग लड़ रहे 47 वर्षीय शिक्षक ने...इलाज के दौरान तोड़ा दम…
    अंबिकापुर: सीतापुर विगत एक पखवाड़े से कोरोना से जंग लड़ रहे 47 वर्षीय शिक्षाकर्मी ने उपचार के दौरान जिला अस्पताल में दम तोड़ दिया। कुछ दिन पहले कोरोना की वजह से इनके बुजुर्ग पिता की भी मौत हो चुकी है।कोरोना पीड़ित शिक्षाकर्मी के निधन से पूरा गाँव सदमे में है। इस संबंध में प्राप्त जानकारी अनुसार ग्राम वंशीपुर निवासी शिक्षाकर्मी सुशील खाखा पखवाड़े भर पहले कोरोना संक्रमित हो गए थे। इनके साथ-साथ इनकी पत्नी एवं माता-पिता भी कोरोना की चपेट में आ गए थे। कोरोना प्रभावित सभी सदस्य घर मे ही रहकर अपना उपचार करा रहे थे तभी सुशील की तबीयत बिगड़ने लगी। उन्हें उपचार हेतु सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया जहाँ हालात में सुधार नही होने पर उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। इसी बीच कोरोना प्रभावित उनके पिता सुकरु खाखा उम्र 72 वर्ष की मौत हो गई। पखवाड़े भर बाद कोरोना से जंग लड़ते हुए शिक्षाकर्मी ने भी जिला अस्पताल में दम तोड़ दिया। इनका अंतिम संस्कार कोविड प्रोटोकॉल के तहत किया गया।इनके निधन से पूरा गाँव सदमे में है।