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  • बाइक सवार को रोककर बदमाशों ने लूट की घटना को दिया अंजाम, अभी पैसे की मांग करते चाकू से उतारा मौत के घाट
    जांजगीर-चाम्पा। जिले के सक्ती थाना इलाके में बदमाशों ने एक बाइक सवार को रोक कर लूटपाट की। बदमाशों को जब युवक के पर्स में केवल 500 रुपये ही मिले। बदमाश युवक से और रुपयों की मांग करने लगे। युवक के पास पैसे नहीं होने पर बदमाशों ने युवक की उसके भाई के सामने ही चाकू से गोदकर हत्या कर दी। मामले में पुलिस तीन आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। पुलिस के मुताबिक नगरदा क्षेत्र के सेंदरी गांव का 32 वर्षीय युवक खिलेश्वर जायसवाल किसी कार्य से खरसिया गया था। रात करीब 11 बजे बाइक से अपने घर लौट रहा था। खिलेश्वर डड़ई गांव के पास पहुंचा ही था कि बाइक में पेट्रोल खत्म हो गया। इसके बाद खिलेश्वर ने अपने भाई को फोन करके बुलाया। भाई के आने के बाद एक बाइक से दूसरी बाइक में पेट्रोल डाल रहे थे, तभी बाइक सवार तीन युवक मौके पर पहुंचे और रुपये की मांग की। बदमाशों ने खिलेश्वर के पर्स से 500 रुपये लूट लिए। इसके बाद और रकम की मांग की। पैसे नहीं होने की बात कहने पर बदमाशों ने चाकू से खिलेश्वर जायसवाल पर हमला कर दिया। चाकू के हमले से युवक बुरी तरह से घायल हो गया। युवक के भाई ने डायल 112 को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस की मदद से खिलेश्वर को सक्ती अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
  • 10 बेड और बढ़ेंगे जिला अस्पताल में, औचक निरीक्षण पर पहुंचे कलेक्टर - 10 ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर भी उपलब्ध कराए जाएंगे अस्पताल को

    जिला अस्पताल में 10 अतिरिक्त बेड की व्यवस्था आज ही की जाएगी।  साथ ही बढ़ते मरीजों को देखते हुए जितनी अतिरिक्त इंफ्रास्ट्रक्चर एवं मानव संसाधन की जरूरत है। जिला अस्पताल को सभी मुहैया कराए जाएंगे। यह बात कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने जिला अस्पताल के औचक निरीक्षण में कही । कोरोना के रोकथाम व संक्रमण को रोकने जिला प्रशासन पूरी मुस्तैदी से कार्य कर रहा है। कलेक्टर डॉ.सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे कोरोना संक्रमण के रोकथाम की नियमित मॉनिटरिंग कर रहे हैं । जिले में कोरोना के उपचार के लिए तय किये गये शासकीय एवं निजी चिकित्सालयों की लगातार मॉनिटरिंग कर रहें है। संचालकों से वस्तुस्थिति की जानकारी व फीडबैक लेकर स्थिति पर नजर रख रहे है। कलेक्टर स्वयं अस्पताल पहुंचकर व्यवस्था देख  रहे हैं। आज उन्होंने जिला अस्पताल पहुंचकर व्यवस्था का जायजा लिया। उन्होंने यहाँ भर्ती मरीजों के उपचार के साथ-साथ यहां उपलब्ध इंफ्रास्ट्रक्चर एवं व्यवस्था की भी समीक्षा की। लगातार बढ़ रहे कोरोना मरीजों की संख्या को ध्यान में रखते हुए  आज ही 10 आक्सीजन बेड बढ़ाने के निर्देश भी दिए। साथ ही 10 आक्सीजन कंसेंट्रेटर की व्यवस्था भी करने कहा है।
    उन्होंने जिला अस्पताल के सिविल सर्जन एवं निगरानी हेतु नियुक्त प्रभारी अधिकारी से कहा है कि लगातार मरीजों के स्वास्थ्य पर नजर रखकर फीडबैक लेते रहें जिससे अन्य सुविधा और संसाधनों की व्यवस्था समय पर किया जाकर हालात को नियंत्रित किया जा सके। कलेक्टर ने यहाँ साफ सफाई की स्थिति की निरंतर मॉनिटरिंग करने के निर्देश भी दिए।

  • औचक निरीक्षण पर चंदूलाल चन्द्राकर कोविड हॉस्पिटल पहुँचे कलेक्टर, सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से  अस्पताल की व्यवस्था की मॉनिटरिंग

    लेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे नियमित रूप से लगातार कोविड हॉस्पिटल का निरीक्षण कर रहे हैं। वे आज फिर कचांदुर स्थित चन्दूलाल चंद्राकर मेमोरियल मेडिकल हॉस्पिटल के आकस्मिक निरीक्षण में पहुँचे। यहां उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों एवं नोडल अधिकारी से विस्तृत जानकरी ली। कलेक्टर यहाँ पर कंट्रोल रूम पहुंचे, यहां से अधिकारी सीसीटीवी कैमरों के फुटेज के माध्यम से पूरे अस्पताल में सुविधाओं की मॉनिटरिंग करते हैं। कलेक्टर ने क्रिटिकल मरीजों वाले सेक्शन एवं अन्य सेक्शन भी देखे । उल्लेखनीय है कि कलेक्टर अस्पताल की नियमित मॉनिटरिंग कर रहे हैं तथा सुविधाओं को बढ़ाने की दिशा में निर्देश दे रहे हैं। इससे यहां लगातार सुविधाओं में बढ़ोतरी हो रही है। उन्होंने पूर्व निरीक्षण के दौरान दिए गए निर्देशों के पालन और उस पर हुए अमल की जानकारी ली। इस दौरान निगम आयुक्त श्री ऋतुराज रघुवंशी भी मौजूद रहे। कलेक्टर ने कहा कि अस्पताल में कोविड मरीजों की बेहतरी के लिए जिस भी सुविधा की आवश्यकता हो, उसकी अविलम्ब पूर्ति करना सुनिश्चित करें। उन्होंने मरीजों के परिजनों की कॉउंसलिंग की व्यवस्था भी पुख्ता बनाने के निर्देश दिए।
    कलेक्टर ने उपचार करा रहे मरीजों एवं रिक्त बेड की जानकारी ली। नोडल अधिकारी द्वारा बताया गया कि अभी कुछ बेड खाली हैं। भर्ती मरीजों की स्थिति के आधार पर अलग अलग वार्डो में उपचार किया जा रहा है। क्रिटिकल मरीजों का आपात सेवा वार्ड में निगरानी के साथ उपचार किया जा रहा है। कलेक्टर ने कहा कि यहां बेड रिक्त रहने की दशा में किसी भी मरीज को वापस न किया जाए। जो भी मरीज यहां आये उनका समुचित उपचार करना सुनिश्चित करें। उन्होंने यह कहा कि आपात स्थिति में अगर किसी मरीज को रिफर करने की स्थिति बनती है तो उन्हें एम्बुलेंस की सुविधा उपलब्ध कराये। साथ ही मृत्यु हो जाने की दशा में जिनके पास वाहन की व्यवस्था न हो, उन्हें अस्पताल में उपलब्ध शव वाहन से शव पहुंचाने की व्यवस्था करें।
    कलेक्टर ने कहा कि संयम और पूरी संवेदनशीलता के साथ कार्य करते हुए इस कठिन समय से निपटा जा सकता है।  मरीज व परिजन के साथ सहयोगपूर्ण व्यवहार बनाये रखें। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने आक्सीजन सिलेंडर की उपलब्धता की जानकारी लेते हुए कहा कि अतरिक्त सिलेंडर रखें । इसके अलावा 10 आक्सीजन कंसेंट्रेटर भी रखने कहा है जिससे मरीज को किसी प्रकार की परेशानी न हो। उन्होंने कहा कि सतत रूप से निगरानी रखने से हालात  को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी।
    कलेक्टर ने यहां ड्यूटी कर रहे स्टाफ की भी जानकारी ली। बताया कि स्टॉफ नर्स, एएनएम सहित निगरानी के लिए अतिरिक्त चिकित्सक की ड्यूटी शिफ्टवार लगाई जा रही है। आवश्यकता अनुसार अमले में बढ़ोतरी की जाएगी।

  • कलेक्टर ने कहा कि मरीजों के परिजनों को काउंसिलिंग के माध्यम से मिलती रहे जानकारी, हर तरह के फीडबैक का अस्पताल प्रबंधन से समन्वय कर समाधान सुनिश्चित करें

    कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने प्राइवेट हॉस्पिटल के लिए लगाए नोडल अधिकारियों की मीटिंग ली।  मीटिंग में उन्होंने कहा कि नोडल अधिकारी परिजनों की दिक्कतों को दूर करने की भरसक कोशिश करें, उनके फोन से जिस तरह से फीडबैक आते हैं उससे निजी अस्पतालों को अवगत कराएं ताकि व्यवस्था में निरंतर सुधार होता रहे। इसके साथ ही बिलिंग पर भी नोडल ऑफिसर की नजर रहे, शासन ने जो दरें निर्धारित की है निजी अस्पताल उसी तरह की दर से मरीजों से शुल्क वसूल करें यह सुनिश्चित करें। इसके लिए वह नियमित रूप से अपने अकाउंटेंट्स के साथ बिलिंग पर नजर रखें। नियमित रूप से इन हॉस्पिटल का निरीक्षण करें और व्यवस्था के संदर्भ में निर्देश दें। अस्पतालों के प्रबंधकों से सीधी बातचीत करें। मरीज के परिजन अपने मरीज के स्वास्थ्य संबंधी स्थिति को लेकर चिंतित रहते हैं अस्पतालों में परिजनों की कॉउंसिलिंग की नियमित व्यवस्था होती रहे। साथ ही यदि नोडल अधिकारी से परिजन मरीज की स्वास्थ्य की स्थिति के बारे में जानना चाहते हो तो उन्हें अवगत कराएं। उन्होंने कहा कि अस्पताल प्रबंधन मरीजों के परिजनों की नियमित काउंसलिंग करें, उनके द्वारा किए जा रहे इलाज की जानकारी दें, साथ ही किसी तरह का एडवांस इलाज किया जाना है तो इसकी जानकारी भी प्रदान करें। कलेक्टर ने कहा कि अभी दुर्ग जिला कोविड के गंभीर संकट के दौर से गुजर रहा है। इस दौर में यह आवश्यक है कि नोडल अधिकारी 24 घंटे अपने कार्य की मॉनिटरिंग करें। उन्हें रात में दिन में हर समय मरीजों के फोन आ सकते हैं उनके फीडबैक मिल सकते हैं, उनके फीडबैक के अनुसार हॉस्पिटल प्रबंधन से समन्वय करना आवश्यक है। यदि निजी अस्पताल प्रबंधकों द्वारा समन्वय में किसी तरह से दिक्कत आ रही है तो इस संबंध में भी अवगत कराया जाए ताकि आवश्यक कार्रवाई प्रशासन द्वारा की जा सके। उन्होंने कहा कि रिफर की स्थिति में अथवा अस्पताल में जगह न होने की स्थिति में नोडल अधिकारी अन्य नोडल अधिकारियों से संपर्क में रहें ताकि यदि किसी अन्य अस्पताल में बेड की उपलब्धता हो तो परिजन को इससे अवगत कराया जा सके।

  • छत्तीसगढ़: 500 रुपए के लिए हत्या, चालान का डर दिखाकर बाइक सवार युवक को रोका, फिर रुपए छीनकर मारा चाकू ; छोटा भाई मदद की लगाता रहा गुहार
    जांजगीर। जिले में मंगलवार देर रात 500 रुपए के लिए बदमाशों ने एक युवक की चाकू मारकर हत्या कर दी। युवक बाइक से अपने घर लौट रहा था। इसी दौरान बदमाशों ने मास्क नहीं पहनने पर चालान का डर दिखाकर उन्हें रोका और रुपए छीन लिए। इस बीच युवक का छोटा भाई पहुंचा और आसपास के घरों में मदद के लिए गुहार लगाता रहा, लेकिन किसी ने दरवाजा नहीं खोला। बाद में रोने की आवाज सुनकर सरपंच पति बाहर निकले और पुलिस को सूचना दी। मामला सक्ती थाना क्षेत्र का है। चाकू लगने के बाद लहूलुहान हालत में पड़ा खिलेश जायसवाल। बदमाशों ने 500 रुपए के लिए उसे चाकू मार दिया। - Dainik Bhaskar चाकू लगने के बाद लहूलुहान हालत में पड़ा खिलेश जायसवाल। बदमाशों ने 500 रुपए के लिए उसे चाकू मार दिया जानकारी के मुताबिक, नगरदा क्षेत्र के सेंदरी गांव निवासी खिलेश जायसवाल (32) ई-मित्र कियोस्क का संचालन करता था। वह किसी काम से मंगलवार को खरसिया गया था। वहां से रात करीब 11 बजे बाइक से घर लौट रहा थाा। अभी वह डड़ई गांव के पास पहुंचा था कि बाइक का पेट्रोल खत्म हो गया। इस पर उसने अपने छोटे भाई राजेश को कॉल कर बुलाया। इससे पहले कि राजेश मौके पर पहुंचता, एक बाइक पर सवार तीन बदमाश वहां आ गए। लॉकडाउन में चालान करने की धमकी दी, फिर पर्स छीनकर निकाल लिए रुपए बाइक सवार बदमाश खिलेश को मास्क नहीं पहने होने पर चालान करने की धमकी देने लगे। इसी बीच राजेश भी पहुंच गया। इसके बाद बदमाशों ने लॉकडाउन में दोनों भाइयों के बाहर घूमने को लेकर धमकी देना शुरू कर दिया। आरोप है कि बदमाशों ने खिलेश से उसका पर्स छीन लिया।उसमें रखे 500 रुपए निकाल लिए। इसके बाद और रुपयों की मांग करने लगे। और रुपए नहीं मिलने पर बदमाशों ने खिलेश को चाकू मार दिया और भाग निकले।
  • देर रात जिला सहकारी बैंक के चौकीदार ने लगाई फाँसी… जांच में जुटी पुलिस…
    बिलासपुर से बड़ी खबर सामने आ रही है। जिला सहकारी बैंक की लोहर्सी शाखा में पदस्थ चौकीदार ने सोमवार रात बैंक में ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सूचना पर पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। प्राथमिक पूछताछ में पता चला है कि चौकीदार पैर दर्द से परेशान था। पुलिस मामले की जांच कर रही है। पचपेड़ी थाना क्षेत्र के लोहर्सी निवासी शांतनु साहू पिता कार्तिक राम(40 वर्ष) जिला सहकारी बैंक में चौकीदार थे। सोमवार की शाम वे बैंक ड्यूटी के लिए गए थे। सुबह छह बजे बैंक में काम करने वाली महिला कर्मी रमशीला साहू साफ-सफाई के लिए आई। बैंक के अदंर शांतनु का शव पंखे के हुक से फांसी के फंदे पर झूल रहा था। महिला ने इसकी जानकारी बैंक के मैनेजर दीपक तिवारी को दी।
  • अस्पताल की लापरवाही ने… ले ली पत्रकार की जान… कलेक्टर ने दिए जाँच के आदेश
    बिलासपुर। छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर से बड़ी खबर आ रही है। जहां एक निजी अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही से वरिष्ठ पत्रकार प्रदीप आर्य की मौत हो गई है। परिजनों का आरोप है कि प्रदीप आर्य को इलाज के दौरान जो ऑक्सीजन सिलेंडर लगाया गया था उसमें ऑक्सीजन ही नहीं था। पिता की मौत को लेकर बेटी प्रिया ने अस्पताल प्रबंधन पर घोर लापरवाही का आरोप लगाया है। वरिष्ठ पत्रकार प्रदीप आर्य की मौत की खबर पूरे शहर में आग की तरह फैल गई। इसके बाद पूरा मीडिया जगत अस्पताल पहुंच गया। माहौल को गरमाता देख मामले की जानकारी कलेक्टर और पुलिस को दी गई। मामले में कलेक्टर ने जाँच के आदेश दिए हैं। हालांकि मामला अब भी शांत नहीं हुआ है।
  • छत्तीसगढ़ के इस जिले  में आज शाम 6 बजे से हो जाएगा संपूर्ण लॉकडाउन...आवश्यक सेवाओं को छोड़कर बाकी सभी चीजें रहेंगी बंद
    बलरामपुर: छत्तीसगढ़ के साथ ही बलरामपुर रामानुजगंज जिले में बढ़ते कोरोना के मामलों को देखते हुए कलेक्टर श्याम ने 14 अप्रैल सायं 6 बजे से संपूर्ण लॉकडाउन का आदेश दिया था आज सायं 6 बजे से जिले में संपूर्ण लॉकडाउन लागू हो जाएगा बलरामपुर रामानुजगंज जिला अन्तर्गत संपूर्ण क्षेत्र को आज 14 अप्रैल शाम छह बजे से 25 अप्रैल रात 12 बजे तक कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है. इस दौरान जिले की सीमाएं सील रहेगी. आपको बता दें कि कल बलरामपुर रामानुजगंज जिले में 130 कोरोना संक्रमित मरीज मिले थे जिसके बाद आज शाम 6 बजे से संपूर्ण लॉकडाउन के दौरान जिला प्रशासन सख्ती बरतने के मोड में है।बलरामपुर कलेक्टर श्याम धावड़े के द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि सख्त लॉकडाउन के बीच दूग्ध पार्लर और दूग्ध का वितरण आदेशित समयावधि में ही होगा, सब्जी बाजार प्रात: 7 बजे से दोपहर 12 बजे तक ही खुले रह सकेंगे साथ ही मेडिकल दुकानों को खोलने की अनुमति होगी. दूध सब्जी तथा दवाई दुकान के सामने सामाजिक दूरी का ध्यान रखना होगा तथा मास्क पहनना अनिवार्य होगा।
  • 255 केंद्रों में 20 हजार से अधिक हितग्राहियों ने तीन दिन में लगवाया कोरोना का टीका

    कोविड-19 टीकाकरण अभियान के दौरान 45 साल उम्र पार कर चुके हितग्राहियों को महामारी से बचाने के लिए टीकाकरण ने जोर पकड़ लिया है। जिले भर में 236 शासकीय व 19 निजी संस्थाओं सहित 255 वैक्सीनेशन साइटों में रविवार को 7730 , सोमवार को 7899 और मंगलवार को 5105 हितग्राहियों सहित तीन दिन में लॉकडाउन का असर होने से 20,734 लोगों ने कोरोना का टीका लगाया गया। इधर, तमाम संगठन कोरोना टीकाकरण के लिए आगे आ रहे हैं। शिविर लगाकर 45साल से ज्यादा उम्र के लोगों को वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित किया जा रहा है। अब तक जिले में 3.61 लाख से अधिक हितग्राहियों ने टीका लगवा लिया है। जिले में 60 से लेकर 45 साल से अधिक आयु वर्ग के पात्र 4.33 लाख लोगों में से 83 प्रतिशत हितग्राहियों को टीके लग गए हैं। वहीं आज 4081 लोगों को सेम्पल जांच किया गया जिसमें 1755 लोग पॉजेटिव पाए गए। कोरोना महामारी से इलाज कराते हुए अस्पताल में आज 18 लोगों की मौत हो गई है।

    कोरोना महामारी से निपटने के लिए टीकाकरण आवश्यक : जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. सुदामा चंद्राकर ने बताया कोरोना महामारी से निपटने के लिए टीकाकरण आवश्यक है जिसे ध्यान में रखते हुए जिले भर में ज्यादा से ज्यादा केंद्र बनाए जा रहे हैं। ताकि हितग्राहियों को टीकाकरण में असुविधा का सामना ना करना पड़े। उन्होंने कहा सोमवार को कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज के लिए अभियान चलाया जा रहा है जो 14 अप्रैल तक जारी रहेगा।

    महामारी में पीड़ितों की मदद के लिए सामाजिक संस्थाएं तत्पर-

    कोविड-19 महामारी में पीड़ितों की मदद के लिए इस समय प्रदेश की सामाजिक संस्थाएं नव दृष्टि फाउंडेशन, छत्तीसगढ़ ब्लड डोनर फाउंडेशन, ओम साईं रक्तदाता सेवार्थ समिति, रेडड्रॉप फाउंडेशन, छत्तीसगढ़ मारवाड़ी युवा मंच, उम्मीद एक किरण फाउंडेशन, छग प्रांतीय अग्रवाल संगठन, आशीर्वाद ब्लड बैंक व श्री साईनाथ जन सेवा समिति के सदस्य लगातार लोगों की सहायता में जुटे हैं। नेहरू नगर स्थित आशीर्वाद ब्लड बैंक में रोज गंभीर मरीजों के लिए प्लाज्मा दान किया जा रहा है। इस कड़ी में पूर्वी आढ़तिया ने एक बच्चे के लिए अपना प्लेटलेट्स दान किया। सतीश ठक्कर, भावार्थ ठक्कर पिता-पुत्र ने राजनांदगांव से आकर प्लाज्मा दान किया। पिछले 15 दिनों में 90 लोगों द्वारा यहां प्लाज़्मा डोनेट किया जा चुका है।

    नागरिकों को दी समझाइश : संस्था द्वारा नागरिकों को समझाइश दी जा रही है कि वह घरों से बाहर निकलकर कोरोना की वैक्सीन लगवाएं ताकि इस महामारी को हराया जा सके। संस्था से जुड़े पदाधिकारियों ने कहा कि कोरोना महामारी से निपटने के लिए टीकाकरण आवश्यक है।

  • नर्सिंग के विद्यार्थियों को कोविड-19 केयर, प्रबंधन, प्रोटोकॉल और कोविड अनुकूल व्यवहार का दिया गया प्रशिक्षण

     राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा आज नर्सिंग के विभिन्न पाठ्यक्रमों के छात्र-छात्राओं को कोरोना के मरीजों के इलाज, कोविड-19 प्रोटोकॉल, कोविड अनुकूल व्यवहार (Covid Appropriate Behaviour), कोविड-19 केयर एवं प्रबंधन का प्रशिक्षण दिया गया। वीडियो कॉन्फ्रेंस से आयोजित प्रशिक्षण में दुर्ग और भिलाई के 500 से अधिक नर्सिंग के विद्यार्थियों का ओरिएंटेशन (Orientation) किया गया। 

    राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की संचालक डॉ. प्रियंका शुक्ला, डॉ. भीमराव अंबेडकर स्मृति चिकित्सालय के एनेस्थेटिस्ट डॉ. रूपक शर्मा, विश्व स्वास्थ्य संगठन के डॉ. प्रनीत पटाले और हेल्थ सिस्टम ऑफिसर  उर्या नाग ने एम.एस.सी. नर्सिंग के प्रथम एवं द्वितीय वर्ष, बी.एस.सी. नर्सिंग के अंतिम वर्ष और जी.एन.एम. अंतिम वर्ष के छात्र-छात्राओं को कोविड केयर एवं मैनेजमेंट का प्रशिक्षण दिया। 

    उल्लेखनीय है कि प्रदेश में कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए राज्य शासन द्वारा नर्सिंग के विद्यार्थियों की भी सेवाएं लेने का निर्णय लिया गया है। कोविड अस्पतालों एवं कोविड केयर सेंटरों में नर्सिंग के छात्र-छात्राओं की सेवा लेने के पूर्व विभिन्न आयामों में उनके ओरिएंटेशन के लिए इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।

  • रायपुर में  कोरोना मरीज़ों के उपचार के लिये युद्धस्तर पर प्रयास :  ऑक्सीजन बेड्स की संख्या 7 सौ तक बढ़ाने की का काम पूरा

    मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल स्वयं  कर रहे हैं सारी व्यवस्थाओं की नियमित समीक्षा

    समाज सेवी संस्थाएं और विभिन्न वाणिज्यिक संस्थाएं भी इस महामारी से लड़ाई में आ रहीं हैं आगे 

    रायपुर जिले में कोविड की चुनौतियों से मुकाबले में लगातार संसाधन झोंके जा रहे  हैं. अब रायपुर में ही ऑक्सीजन बेड्स की संख्या 7 सौ बढ़ाई जा रही है । कुल बेड की संख्या में भी 2730 का इजाफा किया जा रहा है । बुधवार को इसमें 260 बिस्तरों का इजाफा हो जाएगा.

    रायपुर कलेक्टर डॉ एस भारती दासन के मुताबिक इस समय आयुर्वेदिक कॉलेज कोविड अस्पताल और कोविड केयर सेंटर लालपुर में ऑक्सीजन सुविधा वाले 4 -4  सौ बिस्तर मरीजों के उपचार की व्यवस्था  की जा रही है ।इसी तरह अटारी स्थित साइंस कॉलेज में भी 3 सौ बिस्तरों का कोविड अस्पताल विकसित किया गया है जिसमें डेढ़ सौ बिस्तर ऑक्सीजन सुविधाओं के साथ हैं.

    श्री दासन ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल स्वयं सारी व्यवस्थाओं की नियमित समीक्षा कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि अब समाज सेवी संस्थाएं और विभिन्न वाणिज्यिक संस्थाएं भी इस महामारी से लड़ाई में आगे आ रहीं हैं. ऐसी संस्थाओं की तरफ से अभी 4 सौ बिस्तरों के आइसोलेशन सेंटर और कम से कम सौ बिस्तरों के ऑक्सीजन बिस्तरों की व्यवस्था हो चुकी है .कुछ औद्योगिक प्रतिष्ठानों तथा बैंक के सहयोग से जिला प्रशासन को 250 ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर तथा 3 सौ से अधिक ऑक्सीजन सिलेंडर मिले हैं।

    इनके अलावा आयुष विश्विद्यालय भवन में 3 सौ बिस्तरों के तथा नया रायपुर स्थित होटल मैनेजमेंट भवन में 5 सौ बिस्तरों के आइसोलेशन सेंटर की स्थापना की गई है. यह सारी सुविधाएं पहले ही मौजूद विभिन्न शासकीय स्वास्थ्य सेवाओं के अतिरिक्त हैं. रायपुर के इंडोर स्टेडियम में भी 3 सौ बिस्तरों का आइसोलेशन सेंटर विकसित कर लिया गया है. प्रयास बालक छात्रावास सड्डू और प्रयास बालिका छात्रावास गुढ़ियारी में भी 300- 300 बेड की व्यवस्था की गई है. ई एस आई हॉस्पिटल रायपुर में भी कोविड केयर सेंटर बनाया गया है यहां 200 बेड की व्यवस्था है। जिसमें 100बेड ऑक्सीजन सुविधाओं युक्त होंगे। इसी तरह वूमेन वर्किंग हॉस्टल कोविड केयर सेंटर फुण्डहर बनाया गया है जिसमें 270 बेड की व्यवस्था की जा रही है जिसमें 15 बेड ऑक्सीजन की सुविधा वाले हैं।

    श्री दासन ने कहा कि जिला प्रशासन स्वास्थ्य विभाग सहित विभिन्न विभागों के साथ समन्वय स्थापित कर पूरी मुस्तैदी से जुटा हुआ है. उन्होंने नागरिकों से कोविड नियमों का कड़ाई से पालन करने की अपील की है और कहा है कि जिले में  संसाधनों की कोई कमी नहीं है ।

  • छत्तीसगढ़ के इस जिले में आज से लॉकडाउन...सड़कों पर दिखा सन्नाटा
    बिलासपुर। बिलासपुर जिले में आज से लॉकडाउन लगाया गया है, जो 21 अप्रैल तक लागू रहेगा। जिले की सभी सीमाओं को सील कर दिया गया है। इमरजेंसी सेवाओं को छोड़ सभी सेवाएं बंद रहेंगी। बता दें प्रदेश में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मद्देनजर जिला प्रशासन ने लॉकडाउन का फैसला लिया है। बता दें छत्तीसगढ़ में मंगलवार को 15121 नए कोरोना संक्रमित मरीज मिले। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी मेडिकल बुलेटिन के अनुसार बीते 24 घंटे में 4139 मरीज स्वस्थ हुए हैं। वहीं दूसरी ओर 156 मरीजों की उपचार के दौरान मौत हो गई। प्रदेश में अब तक 5187 कोरोना संक्रमित मरीज की मौत हो चुकी है।