विकसित कृषि संकल्प अभियान का दुर्ग में हुआ भव्य शुभांरभ

विकसित कृषि संकल्प अभियान का दुर्ग में हुआ भव्य शुभांरभ

विकसित कृषि संकल्प अभियान का दुर्ग में हुआ भव्य शुभांरभ
 
- किसानों को उन्नत तकनीकों और योजनाओं की दी जाएगी जानकारी, वैज्ञानिक करेंगे गांव-गांव संवाद
जिले में 29 मई से 12 जून 2025 तक विकसित कृषि संकल्प अभियान खरीफ 2025 प्रारंभ होने के पूर्व कृषि कार्यों की तैयारी के संबंध में खरीफ मौसम के प्रमुख फसलों से संबंधित आधुनिक तकनीकों, किसानों के लिए उपयोगी विभिन्न विभागीय योजनाओं, मृदा स्वास्थ्य कार्ड में फसलवार अनुशंसित मात्रा अनुसार संतुलित उर्वरक के प्रति जागरूक करने तथा किसानों द्वारा किये गये नवाचार के संबंध में फीडबैक के आधार वैज्ञानिक द्वारा कृषि अनुसंधान की आवश्यक दिशा निर्धारण के उद्देश्यांे से चलाया जाना है।
जिले में इस अभियान के क्रियान्वयन के लिए तीन टीमें प्रति विकासखण्ड हेतु बनाई गई हैं। ये टीमें प्रतिदिन 2-2 ग्राम प्रति विकासखण्ड एवं जिले में कुल 78 ग्रामों में शिविर आयोजित कर किसानों से सीधा संवाद करेंगी। विकासखण्ड पाटन हेतु रथ को सासंद  विजय बघेल, विकासखण्ड दुर्ग हेतु रथ की रवानगी विधायक दुर्ग ग्रामीण  ललित चन्द्राकर एवं कलेक्टर  अभिजीत सिंह तथा विकासखण्ड धमधा हेतु रथ की रवानगी विधायक अहिवारा  डोमन लाल कोर्सेवाड़ा द्वारा हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया गया। इस अवसर पर आई.सी.ए.आर./ कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिकगण, कृषि/उद्यानिकी / मत्स्य पालन / पशुपालन विभाग के अधिकारीगण तथा कृषकगण उपस्थित रहें।
जिले के किसानों से अपील की गई है कि वे इस अभियान में सक्रिय सहभागिता कर उन्नत खेती अपनाएं, शासन की योजनाओं का अधिकतम लाभ लें और वैज्ञानिकों से प्रत्यक्ष संवाद कर अपनी कृषि संबंधी समस्याओं का निराकरण पायें।

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आंगनबाड़ी सहायिका पद हेतु आवेदन 09 जून तक आमंत्रित
 
 परियोजना अधिकारी एकीकृत बाल विकास परियोजना दुर्ग ग्रामीण के अंतर्गत आंगनबाड़ी सहायिका के रिक्त पदों पर भर्ती किया जाना है। आंगनबाड़ी सहायिका के लिए आवेदन पत्र समस्त प्रमाण पत्रों सहित 9 जून 2025 तक परियोजना अधिकारी एकीकृत बाल विकास परियोजना दुर्ग ग्रामीण में कार्यालयीन समय में सीधे अथवा पंजीकृत डॉक द्वारा जमा किया जा सकता है। आंगनबाड़ी केन्द्र निकुम केन्द्र क्रमांक 02 में आंगनबाड़ी सहायिका के लिए आवेदन पत्र आमंत्रित किए गए हैं। निर्धारित तिथि के पश्चात प्राप्त आवेदन स्वीकार नही किए जाएंगे। आवेदन पत्र आमंत्रण की सूचना संबंधित ग्राम पंचायतों/ग्रामों को दी जा चुकी है। अधिक जानकारी के लिए संबंधित ग्राम पंचायत एवं परियोजना कार्यालय से संपर्क किया जा सकता है।

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दावा आपत्ति आमंत्रित
 पशु चिकित्सा सेवाएं शासकीय पशु प्रजनन प्रक्षेत्र अंजोरा से प्राप्त जानकारी अनुसार हिमीकृत वीर्य मात्राओं के उत्पादन में आवश्यक अल्फा फ्रेंच मिनी स्ट्रॉज 0.25 मिलीलीटर का क्रय मेसर्स आईएमव्ही इंडिया प्राईवेट लिमिटेड गुरूग्राम हरियाणा से किया जाना है।
आईएमव्ही इंडिया प्राईवेट लिमिटेड गुरूग्राम हरियाणा उक्त सामग्री क्रय हेतु प्रोपरायटर फर्म है। प्रोपरायटर सर्टिफिकेट दिया गया है। यदि किसी को कोई दावा आपत्ति हो तो सूचना प्रकाशन के 30 दिवस की समयावधि में दावा आपत्ति प्रस्तुत कर सकते हैं। दावा आपत्ति उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं शासकीय पशु प्रजनन प्रक्षेत्र अंजोरा जिला दुर्ग में आवेदन प्रस्तुत कर सकते हैं। समयावधि के पश्चात प्राप्त दावा आपत्ति आवेदन मान्य नही किया जाएगा।

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आंगनबाड़ी नगपुरा केन्द्र क्रमांक में संशोधन
एकीकृत बाल विकास परियोजना दुर्ग ग्रामीण में  आंगनबाड़ी केन्द्र के लिए पद रिक्त होने से दिनांक 19 मई 2025 के द्वारा आंगनबाड़ी सहायिका पद हेतु आवेदन पत्र आमंत्रित किया जा जाकर समस्त प्रमाण पत्रों सहित कार्यालय परियोजना अधिकारी, एकीकृत बाल विकास परियोजना दुर्ग ग्रामीण में कार्यालयीन समय में 20 मई से 03 जून 2025 तक जमा किये जाने हेतु ज्ञापन जारी किया था। किन्तु त्रुटिवश ज्ञापन में नगपुरा केन्द्र क्रमांक 04 की जगह नगपुरा केन्द्र क्रमांक 02 हो गया हैं। जिसे आंगनबाड़ी केन्द्र नगपुरा केन्द्र क्रमांक 04 पढ़ा जाए।

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मोर गांव-मोर पानी : जल संरक्षण की ओर सार्थक कदम
 
जिले में जल संरक्षण को लेकर एक विशेष पहल मोर गांव, मोर पानी महाअभियान के अंतर्गत व्यापक गतिविधियां संचालित की जा रही है, जिसे “एकेच गोठ, एकेच बानी ’’बूँद-बूँद बचाबो पानी” का नाम दिया गया है। कलेक्टर  अभिजीत सिंह के निर्देशानुसार एवं सीईओ श्री बजरंग कुमार दुबे के मार्गदर्शन में यह अभियान गांव-गांव में सक्रियता से संचालित किया जा रहा है।
पाटन विकासखंड के ग्राम भरर में समाधान शिविर के दौरान मनरेगा कार्यक्रम अधिकारी ने जल संरक्षण की शपथ दिलाई। इस अवसर पर जनप्रतिनिधियों, पंचायत पदाधिकारियों, महिला स्व-सहायता समूहों और मनरेगा श्रमिकों ने जल संरक्षण एवं उसके संवर्धन की जिम्मेदारी ली। जनपद पंचायत पाटन में “जल है तो कल है” के नारों के साथ ग्रामीणों ने जल स्रोतों के संरक्षण का संदेश दिया और जल बचाने के लिए सामूहिक संकल्प लिया। अभियान का उद्देश्य केवल जल को बचाना नहीं, बल्कि समाज में जल के विवेकपूर्ण उपयोग की आदत विकसित करना और पारंपरिक जल स्त्रोतों के पुनर्जीवन को बढ़ावा देना भी है। कार्यक्रम के दौरान वर्षा जल संचयन के महत्व को समझाया गया और भूजल स्तर में गिरावट को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। सभी ग्राम पंचायतों को मानसून से पहले और बाद में भूजल स्तर की निगरानी करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही वृक्षारोपण, भूजल दोहन में कमी और समुदाय की भागीदारी को प्रोत्साहित कर इसे जन आंदोलन का स्वरूप देने की दिशा में कार्य किया जा रहा है।
इस अभियान में महिला स्व-सहायता समूहों, विशेष रूप से बिहान की दीदियों ने प्रमुख भूमिका निभाई। उन्होंने ग्रामीणों को जल संरक्षण के सरल उपायों की जानकारी दी। घर-घर जाकर उन्होंने लोगों को बताया कि किस तरह वर्षा जल संग्रहण किया जा सकता है, पुराने कुओं और तालाबों का जीर्णाेद्धार किया जा सकता है, नलों की लीकेज को रोका जा सकता है और फसल चक्र अपनाकर कम पानी में खेती की जा सकती है।
कार्यक्रम में एक शपथ समारोह भी आयोजित किया गया, जिसमें उपस्थित लोगों ने पानी की बर्बादी रोकने, वर्षा जल संचयन करने और जल स्रोतों को प्रदूषण से बचाने का संकल्प लिया। साथ ही, गांव की दीवारों पर जल संरक्षण से जुड़े प्रेरणादायक नारे लिखे गए और एक पोस्टर प्रदर्शनी के माध्यम से लोगों को जागरूक किया गया। जिले की अन्य पंचायतों में भी इस तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इस कार्यक्रम के माध्यम से ग्रामीणों में जल संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ी है। अब गांव के लोग घर-घर में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनाने और पानी का सुदपयोग करने के लिए प्रेरित हुए हैं। इस तरह के सामूहिक प्रयासों से न केवल भूजल स्तर में सुधार होगा, बल्कि भविष्य में संभावित जल संकट से भी प्रभावी ढंग से निपटा जा सकेगा।  

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ग्राम पंचायत पथरिया एस में फिकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट की सफल स्थापना, ग्रामीण स्वच्छता की दिशा में बड़ा कदम

दुर्ग, 29 मई 2025/
 कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह के मार्गदर्शन और जनपद पंचायत धमधा के सहयोग से ग्राम पंचायत पथरिया एस में फिकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट (एफएसटीपी) का सफल क्रियान्वयन किया गया है। कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह एवं सीईओ के नेतृत्व में इस स्वच्छता संबंधी महत्वपूर्ण परियोजना को वित्तीय वर्ष 2022-23 में प्रारंभ किया गया।
एफएसटीपी की स्थापना ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। चूंकि सेप्टिक टैंक तकनीक से निर्मित शौचालयों का उपयोग 3 से 4 वर्ष हो चुका है, अब इन टैंकों को खाली कराने का अभियान भी सक्रिय रूप से प्रारंभ कर दिया गया है। फिकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट का उद्देश्य सेप्टिक टैंकों से निकलने वाले ठोस और तरल अपशिष्टों का सुरक्षित रूप से निपटान करना, रोगाणुओं, बैक्टीरिया और विषाणुओं को समाप्त करना, पर्यावरण को प्रदूषण से बचाना तथा स्वच्छता और सार्वजनिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाना है।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री बजरंग कुमार दुबे ने बताया कि फिकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट एक अत्यंत महत्वपूर्ण स्वच्छता सुविधा है, जो ग्रामीण क्षेत्रों में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन को मजबूती प्रदान करती है। इस प्लांट में फिकल स्लज को संकलित कर विशेष वाहनों के माध्यम से प्लांट तक लाया जाता है, जहाँ उसका वैज्ञानिक तरीके से उपचार किया जाता है। उपचार के बाद ठोस अपशिष्ट को वर्मी कंपोस्ट या खाद के रूप में पुनः उपयोग के लिए तैयार किया जाता है, वहीं तरल अपशिष्ट को उपचारित कर जल पुनः प्रयोग में लाया जा सकता है।
प्रारंभिक चरण में सबसे बड़ी चुनौती बिना डी-स्लज वाहन के प्लांट को सक्रिय करना था। इस समस्या के समाधान हेतु जिला प्रशासन द्वारा नगर पंचायत धमधा एवं अहिवारा में उपलब्ध डी-स्लज वाहनों की सहायता से कार्य प्रारंभ किया गया। इसके साथ ही राज्य कार्यालय से ग्रामीण क्षेत्र हेतु स्थायी डी-स्लज वाहन की मांग की गई, जिसके तहत आईसीआईसीआई बैंक रायपुर के सीएसआर फंड से जिला दुर्ग को एक डी-स्लज वाहन प्रदाय किया गया। यह वाहन अब ग्राम पंचायत पथरिया एस एवं लिटिया में स्थापित एफएसटीपी में उपयोग किया जा रहा है। वर्तमान में यह वाहन ग्राम पंचायत पथरिया एस को सौंपा गया है और उसका संचालन एवं संधारण ग्राम पंचायत द्वारा किया जा रहा है।
ग्राम पंचायत पथरिया एस की सरपंच श्रीमती लुकेश्वरी साहू ने बताया कि विगत एक माह में कुल 14 सेप्टिक टैंकों को खाली किया गया है, जिससे लगभग 21,000 का राजस्व प्राप्त हुआ है। इस राशि का उपयोग डी-स्लज वाहन चालक, सहायक के वेतन और वाहन के रखरखाव में किया जा रहा है।
ग्रामीणों की सुविधा के लिए जनपद पंचायत धमधा द्वारा दूरभाष नंबर 7869847187 सार्वजनिक किया गया है। इस नंबर पर संपर्क कर डी-स्लज वाहन को घर बुलाया जा सकता है। ग्राम पंचायत द्वारा शुल्क भी तय किया गया है। 5 किलोमीटर की परिधि में 1500, 5 से 15 किलोमीटर के भीतर 3000 और उससे अधिक दूरी के लिए दूरी के अनुसार राशि निर्धारित की गई है।