दुर्ग में ननों की गिरफ्तारी, मारपीट सरकार का अतिवादी चरित्र - कांग्रेस

दुर्ग में ननों की गिरफ्तारी, मारपीट सरकार का अतिवादी चरित्र - कांग्रेस

भारतीय जनता पार्टी के राज में प्रदेश में हर वर्ग परेशान है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि भाजपा और आरएसएस के लोग अल्पसंख्यकों को टार्गेट कर रहे तथा सरकार अपनी ताकत का दुरुपयोग कर अल्पसंख्यकों को प्रताड़ित कर रही है। दुर्ग में दो ननों के साथ आरएसएस भाजपा के लोगों ने मारपीट किया, बाद में उन्हीं ननों को जेल में डाल दिया। यह चिंताजनक स्थिति है। धर्मांतरण का हौव्वा खड़ा कर गुंडागर्दी किया जाना गलत है। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी एवं कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल एवं यू.डी.एफ. के सांसदों ने भी इस संदर्भ में संसद में भी चिंता किया, प्रदर्शन किया।


प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि ननों के मामले में निष्पक्ष जांच होनी चाहिए तथा उनकी रिहाई की जानी चाहिए। ननों के साथ जाने वाली महिलाएं रोजी-रोटी के लिए स्वेच्छा से जा रही थी। बिना पूरी पड़ताल के बजरंग दल, भाजपा, आरएसएस के लोगों ने उनके साथ मारपीट किया और दबावपूर्वक उनकी गिरफ्तारी करवाई गयी। यह भाजपा की सरकार का अतिवादी अलोकतांत्रिक चरित्र है। भाजपा धर्मांतरण के नाम पर अफवाह फैलाने की राजनीति करती है तथा भाजपा की सरकार आरएसएस, बजरंग दल के इशारे पर गलत कार्यवाहियां करती है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि धर्मांतरण भाजपा के लिये राजनैतिक हथियार वह निदान नहीं चाहती। छत्तीसगढ़ में साय सरकार ने अपनी पहली बैठक में ही वह दावा किया था कि नया “धर्म स्वातंत्र विधेयक” का ड्राफ्ट तैयार है, 60 दिन के भीतर लागू हो जायेगा, लेकिन डेढ़ साल बीतने के बाद आज तक कुछ नहीं हुआ। राज्य में जब से भाजपा की सरकार बनी है प्रदेश के शहरी एवं मैदानी क्षेत्रों में भी धर्मांतरण की घटनायें बढ़ गयी है। भाजपा खुद धर्मांतरण को बढ़ावा देती है फिर वर्ग संघर्ष करवाती है विपक्ष में रहते हुये धर्मांतरण के नाम पर फसाद करने वाले भाजपाई पिछले डेढ़ साल से प्रदेश में होने वाली धर्मांतरण की घटनाओं पर चुप्पी साध लिये है। यही नहीं खबरें तो यह भी आ रही है कि धर्मांतरण कराने वालों को सत्तारूढ़ दल का संरक्षण मिला हुआ है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि जबरन धर्मांतरण को सुप्रीम कोर्ट ने देश के लिये बड़ी समस्या बताया था, तथा कानून बनाने के लिये केन्द्र से कहा था कि सुप्रीम कोर्ट के इस निर्णय के बाद केन्द्र में बैठी मोदी सरकार का यह कर्तव्य बन जाता है कि जबरन धर्मांतरण के खिलाफ वह पूरे देश में एक कानून बनाये। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश को एक साल से अधिक हो गया, लेकिन मोदी सरकार इस पर मौन है। भारतीय जनता पार्टी धर्मांतरण को लेकर देशभर में अफवाह फैलाने और राजनीति करने का काम करती है। जब इस मामले में ठोस पहल करने या कानून बनाने की बात आती है तब भाजपा की नीयत में खोट साफ नजर आता है।