बंगोली सड़क दुर्घटना में 13 लोगों की मौत - जिम्मेदार कौन? - विशेष riport

13 people died in Bangoli road accident - Who is responsible? - Special Report

बंगोली सड़क दुर्घटना में 13 लोगों की मौत - जिम्मेदार कौन? - विशेष riport

*बंगोली सड़क दुर्घटना में 13 लोगों की मौत - जिम्मेदार कौन?*

*ट्रेलर में दोनों तरफ दो-दो फीट बाहर लोड भारी मशीन किसकी अनुमति ?*

*मालवाहक माजदा में 30 से 35 लोग सवार कैसे ?*

*पुणे से चलकर दोनों तरफ दो-दो फीट एक्स्ट्रा मशीन वाला ट्रेलर छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के बंगोली गांव तक पहुंचा कैसे ?*

परिवहन विभाग एवं यातायात विभाग के खिलाफ कार्यवाही क्यों नहीं होना चाहिए ?

ग्राम चटौद थाना विधानसभा के पुनीत साहू के पुत्री के बच्चे होने के कार्यक्रम में पुनीत साहू के रिश्तेदार लोग स्वराज माजदा वाहन क्रमांक CG 04, MQ 1259 में चौथिया (छट्टी ) कार्यक्रम में सम्मिलित होने के लिए थाना खरोरा के ग्राम बाना बनारसी के नीलकंठ साहू के घर गए हुए थे, जहाँ से कार्यक्रम पश्चात वापस आ रहे थे कि रायपुर-बलौदबाज़ार रोड के सारागांव के समीप एक ट्रेलर गाड़ी क्रमांक JH-05, DP -7584 के साथ एक्सीडेंट हो जाने से माजदा वाहन में सवार 13 की दुखद मृत्यु हुई है जिसमे 09 महिला, 02 लड़की,01 लड़का और एक 06 माह की बच्ची शामिल है एवं कई लोग घायल हो गए ।घायलों को उपचार हेतु सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र खरोरा और मेडिकल कॉलेज रायपुर भेजा गया |

अगर बात सिर्फ छत्तीसगढ़ की करें तो पुणे से आने वाला भारी माल वाहक ट्रेलर नंबर JH 05 DP 7584 जिसमें हेवी मशीनरी लोड थी, जो ट्रक बॉडी से दोनों तरफ दो-दो फीट एक्स्ट्रा बाहर निकली हुई थी वह मालवाहक ट्रेलर देवरी बॉर्डर से अर्थात पाटेकोहरा परिवहन चेक पोस्ट से होते हुए राजनांदगांव, दुर्ग सहित रायपुर तीन जिलों को पार करते हुए बलौदा बाजार जिले के प्रवेश द्वार तक कैसे पहुंचा ?

इसके लिए पाटेकोहरा परिवहन चेक पोस्ट बैरियर के अधिकारियों - कर्मचारियों, राजनांदगांव, दुर्ग और रायपुर के रीजनल ट्रांसपोर्ट ऑफिसर्स, सभी RTO उड़नदस्ता प्रभारियों के साथ-साथ यातायात विभाग के अधिकारियों पर भी जुर्म दर्ज होना चाहिए क्योंकि इन सभी की लापरवाही के कारण यह भारी माल वाहक ट्रेलर छत्तीसगढ़ में रायपुर जिले के अंतिम छोर खरोरा के कुछ पहले ग्राम बंगोली के पास 13 लोगों की मौत का कारण बना और इसमें अनेक लोग गंभीर रूप से घायल भी हुए |

*छत्तीसगढ़ शासन के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय एवं उपरोक्त तीनों जिलों के जिला एवं सत्र न्यायाधीशो को स्वतः संज्ञान लेकर पाटेकोहरा परिवहन चेक पोस्ट के अधिकारियों - कर्मचारियों के साथ-साथ तीनों जिलों के परिवहन अधिकारियों, इन जिलों के RTO उड़नदस्ता प्रभारियों एवं यातायात अधिकारियों पर bns की धारा 103 या 105 के अंतर्गत जुर्म दर्ज कर गिरफ्तार करने के आदेश जारी करने चाहिए |*

क्योंकि इन सभी पर 13 लोगों की मौत की जिम्मेदारी है |

 इनके अलावा इक्का-दुक्का लोगों की मृत्यु को अगर गिना जाए तो यह संख्या साल भर में 100 के आंकड़ों को पार कर जाएगी और यह लापरवाही ट्रांसपोर्ट संचालकों के साथ-साथ अधिकारियों की भी है जो जुर्म का आधार बनती है |

अब देखने वाली बात यह है कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और तीनों जिलों के जिला एवं सत्र न्यायाधीश इस गंभीर लापरवाही के लिए स्वत संज्ञान लेकर संबंधित उपरोक्त परिवहन विभाग यातायात विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों पर जुर्म दर्ज कर गिरफ्तार करते हैं या नहीं ? 

क्योंकि पाटेकोहरा परिवहन चेक पोस्ट नागपुर तरफ से छत्तीसगढ़ में प्रवेश करने वाले वाहनों की चेकिंग करता है, और वहां पर किस तरह की चेकिंग होती है ?, किस आधार पर होती है ? और किस प्रकार का लेनदेन होता है यह तो सत्ता पार्टी एवं विपक्ष को बखूबी जानकारी है परंतु दोनों की चुप्पी कुछ रहस्यमय लेनदेन की ओर इशारा करती है|

अधिकारियों की लापरवाही पर

अगर सख्त कार्रवाई नहीं हुई तो भविष्य में और भी बड़े एक्सीडेंट की संभावनाओं से इनकार नहीं किया जा सकता क्योंकि प्रदेश के सभी परिवहन चेक पोस्ट इस तरह की लापरवाही लगातार करते आ रहे हैं|