छत्तीसगढ़ पुलिस महानिदेशक ने ली बिलासपुर जिले की समीक्षा बैठक, कानून व्यवस्था को लेकर दिए अहम दिशा-निर्देश

मन्नू मानिकपुरी संवाददाता बिलासपुर
छत्तीसगढ़ के पुलिस महानिदेशक अरुण देव गौतम द्वारा बिलासपुर जिले में आयोजित समीक्षा बैठक में जिले की कानून व्यवस्था, अपराध नियंत्रण और बेहतर पुलिसिंग व्यवस्था को लेकर गहन चर्चा की गई। बैठक में उन्होंने पुलिस अधिकारियों को सुनियोजित, जवाबदेह और जनता के प्रति संवेदनशील पुलिसिंग अपनाने के दिशा-निर्देश दिए।
बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह (आईपीएस) ने जिले की कानून व्यवस्था, अपराधों पर नियंत्रण, डिटेक्शन रेट, विजिबल पुलिसिंग और सामुदायिक पुलिसिंग के अंतर्गत चल रहे प्रयासों की विस्तृत प्रस्तुति दी।
शामिल हुए अधिकारीगण:
बैठक में बिलासपुर रेंज पुलिस महानिरीक्षक डॉ. संजीव शुक्ला (आईपीएस) 2nd बटालियन कमांडेंट मनोज खिलाड़ी, विशेष शाखा की जोनल पुलिस अधीक्षक दीपमाला कश्यप, रेडियो एसपी पूजा कुमार (आईपीएस) सहित जिले के सभी राजपत्रित अधिकारी उपस्थित थे।
इनमें सकरी बटालियन, रेडियो कार्यालय, हाईकोर्ट सुरक्षा, एयरपोर्ट सुरक्षा, विशेष आसूचना शाखा, अभियोजन कार्यालय, रेंज एमटी शाखा के प्रभारी अधिकारियों की कार्यप्रणाली की भी समीक्षा की गई।
पुलिस महानिदेशक द्वारा दिए गए प्रमुख निर्देश:
* "चेतना अभियान" सहित सामुदायिक पुलिसिंग कार्यक्रमों को संस्थागत करने की दिशा में कदम उठाने के निर्देश।
* NAFIS (फिंगरप्रिंट डिटेक्शन) प्रणाली के प्रशिक्षण और उपयोग को बढ़ावा देने की बात।
* बीट सिस्टम को और अधिक प्रभावी बनाने की आवश्यकता पर बल।
* नए कानूनों के प्रभावी क्रियान्वयन पर विशेष जोर।
* CCTNS, e-साक्ष्य, e-समन जैसे डिजिटल टूल्स के अधिकतम उपयोग का सुझाव।
* लंबित मामलों की नियमित मॉनिटरिंग और शीघ्र निपटारे की सख्त हिदायत।
अपराध स्थल पर तत्काल पहुंच और फरियादी की सुनवाई पर विशेष बल
महानिदेशक ने सभी राजपत्रित अधिकारियों को यह निर्देशित किया कि वे अपने क्षेत्र के थानों में घटित गंभीर अपराधों की सूचना मिलते ही स्वयं घटनास्थल पर पहुंचें, फरियादियों की सुनवाई करें और समान वारंट, लंबित प्रकरणों पर शीघ्र कार्रवाई सुनिश्चित करें।
पुलिस वेलफेयर व अनुशासन पर भी जोर
उन्होंने पुलिसकर्मियों के कल्याण से जुड़े मामलों में समयसीमा में निर्णय लेने और शासन-पुलिस मुख्यालय के निर्देशों का पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। बैठक के समापन पर उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी समर्पण, अनुशासन और निष्पक्षता के साथ कार्य करें और पुलिस की छवि को और अधिक बेहतर बनाएं।