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  • Aaj Ka Panchang 4 September 2020: आज कृष्ण पक्ष द्वितीया पर देखें पंचांग... शुभ-अशुभ समय, राहुकाल

    आज 4 सितंबर को हिंदू पंचांग (Aaj Ka Panchang 4 September 2020) के अनुसार शुक्रवार है. लक्ष्मी देवी का दिन ज्योतिष विद्या के अनुसार शुक्रवार माना जाता है. ऐसा माना जाता है कि शुक्रवार के दिन माता लक्ष्मी का पूजन करने वो प्रसन्न होती हैं और भक्त की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं. पंचांग से जानें आज का शुभ और अशुभ मुहूर्त और जानें कैसी रहेगी आज ग्रहों की चाल.

    4 सितंबर 2020- आज का पंचांग 

    आज की तिथि-
    द्वितीया- 14:23 तक 

    आज सूर्योदय-सूर्यास्त और चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय

    सूर्योदय का समय : 06:01
    सूर्यास्त का समय : 18:39
    चंद्रोदय का समय: 20:08 तक
    चंद्रास्त का समय- 07:38 तक

    हिन्दु लूनर दिनांक
    शक सम्वत:
    1942 शर्वरी

    विक्रम सम्वत:
    2077 प्रमाथी

    गुजराती सम्वत:
    2076

    चन्द्रमास:
    भाद्रपद– अमान्त
    अश्विन – पूर्णिमान्त

    नक्षत्र :
    उत्तर भाद्रपद– 23:28 तक
    आज का करण :
    गर– 14:23 तक
    वणिज– 27:29 तक

    आज का पक्ष : कृष्ण पक्ष

    आज का योग:
    शूल– 13:54 तक

    आज का वार : शुक्रवार

    शुभ मुहूर्त

    अभिजित मुहूर्त 11:55 – 12:45 बजे तक रहेगा. अमृत काल 18:09 – 19:55 बजे तक रहेगा.

    आज का अशुभ मुहूर्त

    दुर्मुहूर्त 08:35 – 09:25, 12:45 – 13:35 बजे तक रहेगा. वर्ज्य मुहूर्त 07:30 – 09:17 बजे तक रहेगा. राहुकाल 10:46 – 12:20 बजे तक रहेगा. गुलिक काल 07:38 – 09:12 बजे तक रहेगा, वहीं यमगण्ड 15:27 – 17:01 बजे तक रहेगा.

  • राशिफल 4 सितंबर: सिंह राशि और धनु राशि के जातक आज रहें सावधान....जानें सभी राशियों का राशिफल

    Aaj Ka Rashifal: मेष राशि वाले आज धैर्य बनाएं रखें. आज कुछ अवसर आ सकते हैं जहां पर आपको धैर्य और गंभीरता का परिचय देना होगा. वृष राशि के जातक आज वाणी की मधुरता बनाएं रखें. आज किसी से गलत ढंग से बात न करें, कार्य प्रभावित हो सकते हैं. मिथुन राशि वाले आज प्रसन्न रहेंगे. आज आप सभी कार्यों को ऊर्जा और उत्साह से पूर्ण करेंगे.

    मेष- आज के दिन पूर्वजों को याद करें, उन्हें मानसिक रुप से प्रणाम कर जल अर्पण करें. ऑफिशियल कार्यों में सहकर्मियों के साथ ताल-मेल बना रहे इसके लिए उनकी समस्याओं को अनदेखा न करें. फुटकर व्यापारियों को धन से संबंधित समस्या होगी, तो वहीं वर्तमान में चल रही स्थिति को देखते हुए निवेश करने से बचे. स्किन से संबंधित दिक्कत होने की आशंका है यदि ऐसा होता है तो डॉक्टर की सलाह के बिना मेडिसिन न लें अन्यथा एलर्जी की समस्या भी पैदा हो सकती है. दादी व नाना के साथ समय व्यतीत करें, दुर्भाग्यवश ऐसा नहीं कर पाएंगे, तो उनकी फोटो को प्रणाम कर याद करना चाहिए.

    वृष- आज के दिन की शुरुआत कार्यों की लिस्ट से स्टार्ट करनी चाहिए, जिसको लेकर व्यस्त भी रहेंगे. कर्मक्षेत्र में उच्चाधिकारी ग़लतियों को सुधारने की सलाह देते हैं, तो उसकी बातों को अनदेखा न करते हुए उसे तत्काल ठीक करें. व्यापारियों के लिए चिंता जनक स्थितियाँ हो सकती ऐसे में धैर्य रखना ही समझदारी होगी. हेल्थ की बात करें तो जिन लोगों को लीवर से संबंधित परेशानियाँ हैं, उनको एल्कोहॉल व ऑयली फूड को अवॉइड करना चाहिए अन्यथा यह बड़ी बीमारी का रूप ले सकती है. पारिवारिक सदस्य यदि आपसे नाराज हैं तो उसको मनाए और संभव हो तो उपहार भी भेंट करें.

    मिथुन- आज के दिन आलस्य आपके कार्य को बाधित कर सकता है इसलिए एक्टिव रहते हुए कार्यों को पूर्ण करने में फोकस करें.ऑफिशियल स्थितियों की बात करें तो कार्यों को लेकर प्रेशर अधिक रहने वाला है, लेकिन ध्यान रहें ग़लतियाँ कार्य को बिगाड़ सकती है. जो लोग रिटेलर से संबंधित कारोबार करते हैं वह स्टॉक पर पैनी निगाह रखें, क्योंकि माल की सॉटेज होने के कारण आया हुआ भी लाभ हाथ से निकल सकता है. स्वास्थ्य संबंधित परेशानियों में अब कुछ राहत मिलने की संभावना है. घर की आर्थिक स्थिति को लेकर परेशान रहेंगे. संतान के उज्जवल भविष्य के लिए कोई महत्वपूर्ण निर्णय लेना चाहिए.

    कर्क- आज के दिन ग्रहों की स्थिति को देखकर सलाह दी जाती है, कि मनोबल मजबूत रखना है. नौकरी पेशा से जुड़े लोगों पर आज भी कार्यों का दबाव रहने वाला है, तो वहीं दूसरी ओर तेज बुद्धिमत्ता मुश्किलों से बाहर निकलने में आपकी मदद करेगी. व्यापारियों के लिए दिन सामान्य रहने वाला है. विद्यार्थियों वर्ग ऑनलाइन ग्रुप बनाकर कंबाइंड स्टर्डी करेंगे तो अवश्य लाभ होगा. हेल्थ में ज्वाइंट के पेन से जूझ रहें, लोग डॉक्टर की सलाह से फिजियोथेरेपी का सहारा ले सकते हैं. घर के बड़ों के साथ वार्तालाप करनी चाहिए. यदि संभव हो तो घर में रेगूलर से कुछ अधिक दूध बढ़ा कर लें.

    सिंह- आज के दिन स्वयं प्रसन्न रहें और दूसरों को भी प्रसन्न रखें. ऑफिस में कार्य के लिए सहयोगियों से लंबी बात-चीत होगी वीडियो कॉल या टेलीफ़ोन कॉल में समय व्यतीत हो सकता है. व्यापारी वर्ग नए प्रोजेक्टों से संबंधित लोन लेना चाहते हैं, तो समय उपयुक्त है. युवा कार्य के चलते यदि रुचि को स्थान नहीं दें पा रहें हैं, तो अब ग्रहों की स्थितियाँ फेवर में हैं इसका सदुपयोग करते हुए कल्पनाओं को पंख दें. स्वास्थ्य में डायबिटीज़ के पेशेंट विशेष ध्यान रखें. जिनका संपत्ति को लेकर पारिवारिक विवाद चल रहा है उनको बातचीत करते हुए मामले को आपसी तालमेल के साथ सुलझा लेना चाहिए.

    कन्या- आज के दिन मन में द्वंद्व रहेगा, किसी बात की हठ बड़े नुकसान तक करा सकती है. ऑफिशियल कार्यों को लेकर बॉस आप पर पैनी निगाह बनाए रखें हुए हैं. जिन लोगों ने ऑफिस कुछ समय पहले ही ज्वाइं किया है वह उच्चाधिकारीयों के साथ मिसकम्युनिकेशन से बचे. ऑटोमोबाइल के व्यापारियों को लाभ मिलने की पूर्ण संभावनाएं दिखाई दे रहीं है. विद्यार्थी वर्ग पढ़ाई पर ध्यान दें. सेहत की बात करें तो ब्रेकफास्ट हैवी , लंच लाइट और रात्रि के भोजन का त्याग करें क्योंकि पाचन तंत्र कुछ कमजोर रहने वाला है. घर में बाथरूम से संबंधित समस्या चल रही है उसे आज ही ठीक करा ले.

    तुला- आज के दिन आत्मविश्वास में बढ़ोत्तरी होती दिखाई दे रही है, जिससे की आप कठिन कार्यों को भी सहजता से कर सकेंगे. विदेशी कंपनियों में जॉब करने वालों को नौकरी से संबंधित नकारात्मक सूचना मिलने की आशंका है. व्यापारियों को आज भी पार्टनर से तालमेल बना कर चलना होगा, क्योंकि ग्रहों की चाल आपसी मतभेद कराने वाली चल रही है. हेल्थ में जो लोग प्रॉपर डाइट नहीं लेते हैं और अधिकतर जंक फूड ही खाना पसंद करते हैं उन्हें इससे बचना होगा, खासकर बच्चों के खान-पान पर ध्यान दें. पारिवारिक सदस्यों के बीच बिगड़े आपसी संबंध मजबूत होते दिखाई दे रहें हैं.

    वृश्चिक- आज के दिन आर्थिक मामलों में थोड़ा सतर्क रहने की आवश्यकता है. जो लोग शेयर मार्केट में निवेश करते हैं, वह सोच-समझ कर ही पैसा लगाएं. ऑफिस में मान-सम्मान बढ़ने वाला है, तो वहीं दूसरी ओर आपकी राय अधिनस्थों के लिए गुरु मंत्र साबित होगी. स्टेशनरी से संबंधित कारोबार करने वालों के लिए दिन काफी अच्छा रहेगा. विद्यार्थी वर्ग नये क्रिएटिव विचारों से प्रभावित रहेंगे, साथ ही उनमें पढ़ने और सीखने की इच्छा भी जागृत होगी. स्वास्थ्य की दृष्टि से दिन सामान्य रहने वाला है. आज विवादों को बहुत शांति के साथ निपटाना चाहिए. ज़रूरतमंद लोगों की मदद करें, उनका आशीर्वाद आपके लिए कवच साबित होगा.

    धनु- आज के दिन शब्दों पर विशेष ध्यान रखें, क्योंकि कहीं न कहीं इसका संबंध कार्य से जुड़ा है इसी के माध्यम से कार्य बन सकता है और बिगड़ भी सकता है. ऑफिशियल कार्य के लिए दिन मिला-जुला रहेगा. खुदरा व्यापारियों को मुनाफा होता दिखाई दे रहा है. जो विद्यार्थी परीक्षा परिणाम के आने की प्रतीक्षा में थे उनको आशा के अनुरूप रिजल्ट मिलने में संशय रहेगा. सेहत में फिसलन वाली जगहों से दूर रहें, क्योकिं गिर कर बैक साइड में चोट लगने की आशंका है. गर्भवती महिलाएं भी सचेत रहें. संतान यदि युवाओं की श्रेणी में आती है तो उसकी संगत ठीक रहें, इस ओर ध्यान दें.

    मकर- आज के दिन ग्रहों की स्थिति लॉस कराने वाली चल रही है, ख़रीददारी करते समय सचेत रहें. कर्मक्षेत्र में अधिनस्थों पर बेवजह का रूल लागू न करें. व्यापारी वर्ग व्यापार को बढ़ाने के लिए प्रयासरत रहेंगे, आज मन मुताबिक कार्य न बने तो हताश न हों. युवा वर्ग क्रोधी स्वभाव पर ध्यान दें, नहीं तो दूसरों के सामने मान-सम्मान खो सकते हैं. स्वास्थ्य की बात करें तो यदि आप शारीरिक एक्टिविटी नहीं करते हैं तो इसे लागू करना होगा, क्योंकि ग्रहों की स्थिति कोलेस्ट्रॉल बढ़ाने का संकेत दे रही हैं. जीवनसाथी के साथ ताल-मेल बना कर चलें, यदि उनको कार्य में मदद की आवश्यकता हो तो अवश्य करें.

     

    कुंभ- आज के दिन किये गये कर्मों के फलस्वरूप आपको रिजल्ट मिलेगा, अच्छा या बुरा दोनों ही आपको तय करने होंगे. कर्मक्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए समय थोड़ा नकारात्मक रहेगा, लेकिन इस परिस्थिति से परेशान होने से बेहतर होगा कि कार्यों को पूर्ण करने पर फोकस करें. रेस्टोरेंट के व्यापारियों को खाने की गुणवत्ता और महामारी के बचाव से संबंधित चीजों पर विशेष ध्यान देना चाहिए. युवा वर्ग की कलात्मक कार्यों में विशेष रूचि रहेगी, अच्छा प्रदर्शन लोगों को आकर्षित करेगा. स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए बेवजह घर से न निकले. छोटे भाई के स्वास्थ्य में अचानक गिरावट की आशंका बनी हुई है.

    मीन- आज के दिन मन में प्रसन्नता बनी रहेगी, इसका आनंद लेना चाहिए, अधिक वर्क लोड न हो तो परिवार के साथ समय व्यतीत करें. कई भाषाओं के ज्ञान लेने में रुचि रखने वालों को ग्रहों का पूरा सपोर्ट मिल रहा है इसलिए ऑनलाइन नई भाषा सीखें. ऑफिशियल कार्यों में टेक्नॉलजी का प्रयोग करें. नेटवर्किंग से जुड़े लोगों के लिये दिन नये अवसर लेकर आएगा. कंप्यूटर सॉफ्टवेयर का कारोबार करने वाले अच्छा लाभ कमा सकते हैं, अपने कारोबार का विस्तार करें. हेल्थ में पैरों की केयर करें, जिसमें खासतौर पंजों की देखभाल करनी चाहिए. पितरों को साक्षी मानकर वर्तमान समय में पंछियों को भोजन करने पर पूर्वज प्रसन्न होंगे.

  • केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने सिविल सर्विसेज़ में संरचनात्मक परिवर्तन लाने के लिए कैबिनेट द्वारा ‘मिशन कर्मयोगी’ को मंज़ूरी देने के लिए प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया

    केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने कहा है कि मोदी सरकार भविष्यमुखी सिविल सेवा निर्माण के प्रति कटिबद्ध है। सिविल सर्विसेज़ में संरचनात्मक परिवर्तन लाने के लिए कैबिनेट द्वारा आज ‘मिशन कर्मयोगी’ को मंज़ूरी देने के लिए प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए श्री अमित शाह ने कहा कि “इस दूरदर्शी सुधार के लिए मैं प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का धन्यवाद करता हूँ। यह समग्र और विस्तृत योजना व्यक्तिगत के साथ-साथ संस्थागत क्षमता के निर्माण पर केन्द्रित होगी”।

    केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि “यह 21वीं सदी के लिए एक ऐतिहासिक सुधार है जो अलग-अलग काम करने की संस्कृति को समाप्त कर एक नई कार्य संस्कृति की शुरूआत करेगा। व्यवस्था में जवाबदेही और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए लक्ष्य आधारित और निरंतर प्रशिक्षण व्यवस्था से सिविल सेवक सशक्त व संवेदनशील बनेंगे”।

    श्री अमित शाह ने यह भी कहा कि “यह सुधार सरकारी कर्मचारियों को अपना प्रदर्शन बेहतर करने का तंत्र प्रदान करने के साथ ही उन्हें न्यू इंडिया की अपेक्षाओं को साकार करने योग्य भी बनायेगा।V

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  • सब्जियों के दाम ने रसोई का बजट बिगाड़ा, हरी सब्जियां 80 रुपये के पार

    हरी सब्जियों के दाम 80 रुपये तक पहुंच गई है. पालक साग 50 से 60 रुपये किलो बिक रहा है. आलू और टमाटर के दाम में भी कोई नरमी नहीं दिख रही है.

    सब्जियों के दाम ने रसोई का बजट बिगाड़ा, हरी सब्जियां 80 के पार 

     

    एक-दो सप्ताह की थोड़ी नरमी के बाद सब्जियों के दाम ने फिर ऊंची छलांग लगाई है. दिल्ली की सबसे बड़ी सब्जी मंडी आजादपुर में हरी सब्जियों के दाम तेजी से बढ़ते दिखे. सब्जियों की थोक कीमतों में 20 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी दिखी. इससे खुदरा दुकानों में सब्जियों के दाम और बढ़ गए. हरी सब्जियों के दाम 80 रुपये तक पहुंच गई है. पालक साग 50 से 60 रुपये किलो बिक रहा है.

     

    आलू-टमाटर के दाम में नरमी नहीं 

     

    खुदरा दुकानदारों के यहां कोई भी हरी सब्जी 40-50 रुपये किलो से कम नहीं है. टमाटर के दाम में तो कोई नरमी दिख ही नहीं रही है. अभी भी यह 50-60 रुपये के रेंज में ही चल रहा है. वहीं आलू 35 से 45 रुपये किलो बिक रहा है. दिल्ली-एनसीआर में टमाटर की जितनी खपत है उसका दस फीसदी भी बाजार में नहीं पहुंच रहा है. वहीं आलू और प्याज की कीमतों में भी राहत नहीं दिख रही है. आलू 40 रुपये किलो बिक रहा है जबकि प्याज 30 से 35 रुपये किलो.

     

    कई राज्यों में बाढ़ से सप्लाई में दिक्कत

     

    बारिश के सीजन में सब्जियों के दाम में तेजी देखने को मिलती है लेकिन इस बार मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात में बाढ़ और कोरोनावायरस संक्रमण की वजह से सप्लाई पर बहुत ज्यादा असर पड़ा है. इससे सब्जियों और खास कर हरी सब्जियों के दाम में तेज उछाल दर्ज की जा रही है. दिल्ली-एनसीआर के खुदरा मार्केट में आलू 40, प्याज 35 से 40 टमाटर 50 से 70, लौकी 40, पालक 50 रुपये किलो तक बिक रहा है.

     

    अरबी, लौकी, परवल, शिमला मिर्च, खीरा जैसी मौसमी सब्जियों के दाम भी बेकाबू हैं. बारिश की वजह से देश के कई इलाकों में तैयार सब्जी की फसल खराब हुई है. वहीं जो सब्जियां तैयार थीं वो भी बाढ़ के कारण मंडियों में नहीं आ पा रही हैं. थोक मंडियों में कारोबार करने वाले कारोबारियों का कहना है कि अभी सब्जियों की कीमत में तेजी बनी रहेगी.

  • SSR Case: वकील विकास सिंह ने मुंबई पुलिस पर लगाये बयान बदलाने के आरोप, बोले- जांच के दौरान मराठी में दर्ज किया था बयान

    सुशांत सिंह राजपूत केस में वकील विकास सिंह ने मुंबई पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाएं हैं. उन्होंने कहा कि मुंबई पुलिस ने मराठी में बयान दर्ज किए थे, जबकि केके सिंह ने इस पर आपत्ति जताई थी और बयान पर हस्ताक्षर करने से मना किया था.v

    सुशांत सिंह राजपूत के परिवार के वकील विकास सिंह ने मुंबई पुलिस पर बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं. विकास सिंह ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ये बात कही कि मुंबई पुलिस ने शुरुआती जांच के दौरान परिवार के दिए गए बयान को मराठी में दर्ज किए थे. इसे लेकर परिवार ने इस बात को लेकर आपत्ति भी दर्ज की थी और यह बात मुंबई पुलिस से कही थी कि अगर बयान मराठी में लिखे जाएंगे तो वह इस पर साइन नहीं करेंगे.

     

    विकास सिंह ने कहा की बुधवार को मुंबई पुलिस कमिश्नर ने यह बात कही है कि परिवार ने पहले आपत्ति क्यों नहीं जताई? इस पर हम यह कहना चाहते हैं कि हमने उस वक्त मराठी में बयान लिखे जाने पर उस पर साइन करने से इनकार किया था. विकास सिंह ने दावा किया कि मुंबई पुलिस द्वारा मराठी में लिखे बयान, परिवार के दिये बयानों से बिल्कुल अलग हैं.

     

    मुंबई पुलिस ने दर्ज किया मराठी में बयान

     

    विकास सिंह का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट में भी जब मुंबई पुलिस ने हलफनामा डाला था, तो वो सील कवर में था. अगर इतनी ही अहम बात उनके पास थी, तो उन्होंने सील कवर में क्यों दिया? अगर हमें भी ये हलनामे की कॉपी देते, तो हम सुप्रीम कोर्ट को बताते कि हमने कभी ऐसा कोई स्टेटमेंट नहीं दिया. विकास सिंह का कहना है कि जब सुशांत कें परिवार के बयान मीडिया में आए तब पता चला कि जो बातें हमने नहीं कही, वो बातें मराठी में लिख दी गई हैं.

     

    सुशांत की हत्या का शक
    वकील विकास सिंह ने यह बात भी कही कि परिवार को शुरुआत में यह आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला लग रहा था लेकिन अब जिस तरीके से चीजें और हालात सामने आ रहे हैं उससे परिवार को लगता है कि सुशांत की हत्या भी की गई होगी.

  • मॉल में खुली शराब की पहली दुकान-नई नीति के तहत दुकान खोलने की मंजूरी

    यूपी सरकार ने लाइसेंस व्यवस्थापन नियमावली 2020 को लागू किया है. ताजनगरी आगरा के एक मॉल में प्रदेश की पहली अंग्रेजी शराब की दुकान खुल गई है.

    आगरा, नितिन उपाध्याय: आगरा में अब आप किसी कपड़े के शोरूम की तरह अपनी मन पसन्द शराब को भी देखकर परखकर आराम से खरीद सकेंगे क्योंकि बदली हुई आबकारी नीति के हिसाब से कोरोना वायरस संक्रमण के बीच ताजनगरी के एक मॉल में प्रदेश की पहली अंग्रेजी शराब की दुकान खुल गई है. यहां शौकीन अपनी पसंद की शराब खरीद सकेंगे. महंगी अंग्रेजी शराब के साथ बीयर भी होगी.

     

    लाइसेंस व्यवस्थापन नियमावली 2020 लागू
    प्रदेश सरकार ने लाइसेंस व्यवस्थापन नियमावली 2020 को लागू किया है. इसके तहत शॉपिंग मॉल्स में शराब की दुकानें खुल सकती हैं. मॉल्स में खरीदारी के लिए लोग अधिक आते हैं, जिसे देखते हुए मॉल्स में अंग्रेजी शराब की दुकानों का लाइसेंस निर्गत करने का निर्णय लिया गया.

     

    आबकारी विभाग को मिलेगा राजस्व
    प्रदेश का पहला लाइसेंस फतेहाबाद रोड स्थित टीडीआइ मॉल के लिए जारी हुआ है, जहां अंग्रेजी शराब की दुकान खुल गई है. आबकारी विभाग को 12 लाख रुपये सालाना का राजस्व मिलेगा. पहला लाइसेंस पाने वाले अरुण कुमार राय हैं, जो पहले से ही होटल व्यवसाय से जुड़े हैं.

     

    बैठाकर नहीं पिला सकेंगे शराब
    प्रीमियम रिटेल बैंड में शराब पिलाने की कोई व्यवस्था नहीं है. अगर कोई शौकीन शराब पीते हुए पकड़ा जाता है तो इसके लिए संचालक को दोषी मानते हुए कार्रवाई की जाएगी.

     

    इन ब्रांड्स की मिली है अनुमति

     

    - आयातित विदेशी शराब के सभी ब्रांड.
    - देश में निर्मित विदेशी शराब के स्कॉच और इससे उच्च श्रेणी के ब्रांड.
    - वोदका, रम के सात सौ रुपये से अधिक कीमत के फुटकर ब्रांड.
    - 160 रुपये या इससे अधिक प्रति 500 एमएल केन वाली बीयर.

     

    लाइसेंस की शर्त

     

    - मॉल दस हजार स्क्वायर फीट का क्षेत्रफल होना चाहिए.
    - एक दुकान 500 स्क्वायर फीट की होनी चाहिए.

  • गार्डन में सो रही महिला के मुँह में घुसा 4 फीट लंबा सांप...जानिए डॉक्टरों ने कैसे बचाई जान

    मॉस्को(रूस)। शायद आपको यह वाक्या सुनने में थोड़ा अजीब लग रहा होगा लेकिन रूस के दागेस्तान में एक महिला के मुँह को बिल समझ एक सांप उसमें जा घुसा। दरअसल एक महिला अपने घर के गार्डन में जमीन पर लेटे हुए आराम फरमा रही थी और उसकी आँख लग गयी। जब वह सो रही थी उसकी मुँह खुली रह गयी थी और फिर क्या गार्डन में विचरण कर रहा सांप महिला के मुँह को बिल समझ उसमें प्रवेश कर गया। लोगों ने बताया की वह सांप लगभग 4 फीट लंबा था।

    महिला जब तक कुछ समझ पाती तब तक वह सांप महिला के मुँह से होते हुए उसके शरीर में प्रवेश कर चुका था। सांप के अंदर फंस जाने की वजह से महिला को सांस लेने में दिक्कत होने लगी, महिला की हालत बिगड़ता देख परिजनों द्वारा तुरंत उसे नजदीकी अस्पताल पहुंचाया गया।

    यहांं डॉक्टरों ने जब मामले को सुना तो वो भी हैरान रह गए। डॉक्टरों ने तुरंंत महिला को बेहोश किया। इसके बाद महिला के गले में वीडियो कैमरा और ट्यूब डाला, ताकि देख सकें कि सांप शरीर में कितना अंदर तक घुसा है। हैरानी की बात तो ये है कि डॉक्टरों ने उसी ट्यूब से सांप के एक हिस्से को पकड़ लिया। इसके बाद डॉक्टरों ने सांप को बाहर निकाला।

    डॉक्टरों ने जब सांप को बाहर निकाला तब वहाँ मौजूद सारे लोग उस सांप को देखकर दंग रह गए। प्राप्त जानकारी के अनुसार महिला अभी बिल्कुल सुरक्षित है और जीवित भी है।

  • डॉ. हर्षवर्धन ने स्टॉप टीबी पार्टनरशिप की कार्यकारी निदेशक के साथ डिजिटल तरीके से परस्पर संवाद किया

    केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने आज यहां स्टॉप टीबी पार्टनरशिप की कार्यकारी निदेशक डॉ. लुसिया दितियू के साथ डिजिटल तरीके से परस्पर संवाद किया।

    केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कोविड के समय में भी भारत सरकार के लिए तपेदिक का उन्मूलन एक प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि सरकार त्वरित मोलेक्यूलर जांचोंके जरिये निशुल्क डाग्नोसिस की सुविधा को बढ़ानेदवा प्रतिरोधन पर जानकारी उपलब्ध कराने और रोगियों को सर्वश्रेष्ठ गुणवत्ता की दवाएं एवं रेजीमेंट्सवित्तीय एवं पोषण संबंधी सहायता के साथ सभी लोगों के लिए निशुल्क उपचार के लिए प्रतिबद्ध है। डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि सरकार अधिसूचना एवं अनुपालन के लिए डिजिटल प्रौद्योगिकी के उपयोग तथा निजी क्षेत्र की संलिप्तता को सुदृढ़ करने के लिए गैर सरकारी एजेन्सियों के साथ संयोजन बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।

    डॉ. हर्षवर्धन ने जोर देकर कहा कि हालांकि भारत पिछले आठ महीनों से कोविड महामारी के साथ लड़ रहा हैलेकिन यह सुनिश्चित किया गया है कि सभी राज्यों में स्वास्थ्य विभाग एवं स्वास्थ्य कर्मचारी 2025 तक तपेदिक के उन्मूलन के टार्गेट को लगातार याद रखें रहें। उन्होंने कहा कि कोविड से लड़ने के मोर्चे पर हमारे प्रयासों के जरियेहमने विश्व के सामने यह प्रदर्शित कर दिया है कि भारत अन्य देशों के लिए एक रोल मॉडल बन सकता है जैसाकि हमने मास्कों एवं पीपीई किट्स के घरेलू विनिर्माण के लिहाज से आत्म निर्भरता अर्जित कर ली है।

    डॉ. हर्षवर्धन ने डिजिटल तरीके से परस्पर संवाद के दौरान कहा कि ‘ माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के दिशा निर्देश में भारत ने 2030 के टिकाऊ विकास लक्ष्य (एसडीजी) के लक्ष्य से पांच वर्ष पहले ही, 2025 तक भारत में तपेदिक को खत्म करने को उच्च प्राथमिकता प्रदान की है और तपेदिक मुक्त विश्व के लिए एक नेता के रूप में आगे की ओर कदम बढ़ाया है। ‘ उन्होंने जोर देकर कहा कि हाल के वर्षों मेंभारत ने प्रभावी और महत्वाकांक्षी नीतियों एवं योजनाओं के साथ तपेदिक मुक्त विश्व के लिए खुद को एक नेता के रूप में प्रदर्शित करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाये हैं।

  • राहुल गांधी का मोदी सरकार पर प्रहार, नोटबंदी को बताया गरीब-मजदूर पर आक्रमण

    नई दिल्ली। गुरुवार को कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक वीडियो ट्वीट के जरिए मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने अपने इस वीडियो में नोटबंदी को लेकर बात की है और समझाने की कोशिश की है कि आखिर नोटबंदी से किसको फायदा हुआ और किसको नुकसान। उन्होंने अपने वीडियो में कहा है कि, नोटबंदी की वजह से देश असंगठित अर्थव्यवस्था को चोट पहुंची है।

    Notbandi

     

    कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि नोटबंदी हिंदुस्तान के गरीब-किसान-मजदूर पर आक्रमण था। 8 नवंबर की रात 8 बजे पीएम मोदी ने 500-1000 के नोट बंद कर दिए जिसके बाद पूरा देश बैंक के सामने जाकर खड़ा हो गया। राहुल ने पूछा कि क्या इससे काला धन मिटा? क्या लोगों को इससे फायदा हुआ? दोनों का जवाब नहीं है।

    Rahul Gandhi tweet video

    कांग्रेस नेता राहुल ने आरोप लगाया कि नोटबंदी से सिर्फ अमीरों को फायदा मिला, आपका पैसा घरों से निकालकर उसका प्रयोग अमीर लोगों का कर्ज माफ कर दिया गया। राहुल बोले कि इसका दूसरा मकसद था वो जमीन साफ करने का था। देश का असंगठित क्षेत्र कैश पर काम करता है, नोटबंदी से कैशलेस इंडिया चाहते थे, अगर ऐसा होगा तो ये क्षेत्र ही खत्म हो जाएगा। इसलिए इसकी वजह से किसान, मजदूर, छोटे कारोबारियों को इससे नुकसान हुआ।

  • चीन से तनाव के बीच लद्दाख पहुंचे सेना प्रमुख नरवणे, जमीनी हालात की लेंगे जानकारी

    सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे लेह की स्थिति का जायजा लेने दो दिवसीय दौरे पर हैं. वरिष्ठ फील्ड कमांडर उन्हें वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के जमीनी हालात की जानकारी देंगे.

    नई दिल्ली: सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे लेह की स्थिति का जायजा लेने के लिए आज लद्दाख के दौरे पर हैं. चीन के साथ बढ़े सीमा तनाव के बीच लद्दाख पहुंचे सेना प्रमुख फील्ड कमांडरों के साथ तैनाती और तैयारियों की समीक्षा करेंगे, एलएसी पर रणीतिक ढांचागत परियोजनाओं का भी करेंगे रिव्यू. अपने इस दो दिवसीय दौरे के दौरान सेना प्रमुख सैनिकों की ऑपरेशनल तैयारियों का भी मुआयना करेंगे.

     

    पैंगॉन्ग त्सो पर अनिर्णायक रही भारत और चीन की वार्ता
    भारत और चीन के बीच बुधवार को हुई सैन्य वार्ता में कोई समाधान नहीं निकल सका है. सूत्रों ने कहा कि दोनों देशों के सैन्य अधिकारियों के बीच बातचीत जारी रहेगी. चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के सैनिकों कीओर से भारतीय क्षेत्र में हालिया घुसपैठ के प्रयासों के बाद दोनों देशों के बीच तनाव और भी बढ़ गया है, जिसे खत्म करने के लिए सैन्य वार्ता की जा रही है.

     

    पूर्वी लद्दाख में पैंगॉन्ग त्सो (झील) में यथास्थिति को बदलने के प्रयास में चीन द्वारा भड़काऊ सैन्य हरकतों के बाद, दोनों देश पिछले तीन दिनों से बातचीत में लगे हुए हैं. एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा, "दोनों देशों के ब्रिगेड कमांडर स्तर के अधिकारियों ने चुशुल में मुलाकात की."

     

    बता दें, 31 अगस्त को चीनी सैनिकों ने उकसावे वाली कार्रवाई की थी, क्योंकि भारतीय सैनिकों ने इससे पहले पीएलए द्वारा जमीन पर कब्जा जमाने वाले मंसूबों को विफल करने के लिए वहां के ऊंचाई वाले क्षेत्रों पर पहुंच स्थापित कर ली थी. 29 और 30 अगस्त की रात को पीएलए के सैनिकों ने पहले हुई सहमति का उल्लंघन किया. जबकि पूर्वी लद्दाख में जारी गतिरोध के दौरान हुई सैन्य वार्ता में सहमति व्यक्त की गई थी कि किसी भी देश की सेना दूसरे के क्षेत्र में नहीं जाएगी और उकसावे वाली कार्रवाई नहीं करेगी.

  • केन्‍द्रीय मंत्री डॉ. जितेन्‍द्र सिंह ने कहा, मिशन कर्मयोगी का उद्देश्‍य आम आदमी का ‘जीवन सुगम बनाना’

    केन्‍द्रीय पूर्वोत्‍तर क्षेत्र विकास (डोनर) राज्‍य मंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार)प्रधानमंत्री कार्यालय,कार्मिकलोक शिकायतपेंशनपरमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्‍य मंत्री डॉ. जितेन्‍द्र सिंह ने कहा कि केन्‍द्रीय मंत्रिमंडल का मिशन कर्मयोगी कार्यक्रम लोक सेवा क्षमता निर्माण का एक राष्ट्रीय कार्यक्रम (एनपीसीएससीबी) है जो नए भारत के नये भविष्य को तैयार करने के लिए सिविल सर्विस को बनाने में बेहद सफल होगा। मीडिया को जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि यह वास्तविक कर्मयोगी के रूप में सिविल सेवाओं को साकार रूप में रखने का एक प्रयास है जो भविष्य की चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए सृजनात्मकरचनात्मकप्रो-एक्टिव और तकनीकी रूप से सशक्त है। उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य कोष्‍ठागारों (साइलो) में काम करने की संस्कृति को समाप्त करना और प्रशिक्षण मॉड्यूल की बहुलता पर काबू पाना भी है।

    डॉ. जितेन्‍द्र सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री  नरेन्‍द्र मोदी के नेतृत्व में पिछले छह वर्षों के दौरान शासन में क्रांतिकारी सुधार लाए गए। उन्होंने कहा19 अगस्‍त 2020 को ऐतिहासि कराष्ट्रीय भर्ती एजेंसी के पारित होने के बादमिशन कर्मयोगी गहराई और प्रसार के मामले में दुनिया में सबसे बड़ा सिविल सर्विस सुधार साबित होगा। उन्होंने कहा कि सभी सेवाओं में सभी भाषाओं में सभी स्तरों पर करियर के मध्‍य में प्रशिक्षण उपलब्ध होगाजो भारत सरकार के सभी स्तरों पर सेवाएं पेशेवर तरीके से प्रदान करने में मदद करेगा।

     

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    डॉ. जितेन्‍द्र सिंह ने कहानियम विशेष से लेकर भूमिका विशिष्टसंस्थागत क्षमता निर्माण प्रशिक्षणकौशल का निरंतर उन्नयनसाइलो में काम करने की संस्कृति को समाप्त करना इस सुधार प्रक्रिया की कुछ प्रमुख विशेषताएं हैं।

    केन्‍द्रीय मंत्री ने कहा कि मिशन कर्मयोगी का अंतिम उद्देश्य आम आदमी का "जीवन आसान बनाना", "व्‍यवसाय को सुगम बनाना" और नागरिकों को केन्‍द्र में रखना सुनिश्चित करना है जो सरकार और नागरिकों के बीच की खाई को कम कर रहा है।  जितेन्‍द्र सिंह ने बताया कि नियुक्ति अधिकारियों के पास सही कार्य के लिए सही उम्मीदवार चुनने के लिए तैयार डेटा उपलब्ध होगा। इसके अलावाशासन में जवाबदेही और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए वास्तविक समय मूल्यांकन एक लंबा रास्ता तय करेगा।

     

     

  • भारत कोविड की सबसे कम मृत्यु दर वाले देशों से एक है, यहां मृत्यु दर 1.76 प्रतिशत के साथ और भी कम होती जा रही है

    भारत दुनिया के उन चंद देशों में से एक है जहां कोविड-19 से होने वाली मृत्यु दर काफी कम है। देश में यह दर 1.76 प्रतिशत है जबकि वैश्विक स्तर पर यह 3.3 प्रतिशत है।

    भारत में प्रति दस लाख आबादी पर कोविड से मरने वालों की संख्या दुनिया में सबसे कम है ज​बकि इसका वैश्विक औसत प्रति दस लाख आबादी पर 110 है। देश में इस समय प्रति दस लाख आबादी पर कोविड से मरने वालों की संख्या 48 रह गई है जबकि ब्राजील और ब्रिटेन में यह आंकड़ा प्रति दस लाख आबादी पर  क्रमश 12 और 13 गुना अधिक है।

    कोविड प्रबंधन और रोग से निबटने के लिए तैयार की गई नीति के तहत केंद्र सरकार कोविड से होने वाली मौत के मामलों को कम करने के लिए कोविड के गंभीर रोगियों को गुणवत्ता युक्त नैदानिक ​​देखभाल प्रदान करके उनका जीवन  बचाने पर पूरा ध्यान केंद्रित कर रही है । केन्द्र के साथ राज्य और केन्द्र शासित प्रदेश की सरकारों के सहयोगात्मक प्रयासों के परिणामस्वरूप देश भर में स्वास्थ्य सुविधाएं काफी बेहतर हुई हैं। देश में इस समय 1578 कोविड समर्पित अस्पताल​रोगियों को गुणवत्ता युक्त चिकित्सा देखभाल प्रदान कर रहे हैं। केंद्र सरकार ने नैदानिक उपचार प्रोटोकोल के तहत अस्पतालों के लिए दिशानिर्देश भी जारी किए हैं।

    कोविड के गंभीर रोगियों के नैदानिक ​​प्रबंधन के मामले में आईसीयू में तैनात डॉक्टरों की क्षमता बढ़ाने की एक अनूठी पहल, के तहत ई-आईसीयू की शुरुआत नई दिल्ली स्थित एम्स अस्पताल की ओर से की गई है। इसके तहत सप्ताह में दो बार, मंगलवार और शुक्रवार को, सरकारी अस्पतालों में आईसीयू में तैनात डॉक्टरों के लिए डोमेन विशेषज्ञों द्वारा टेली / वीडियो-कॉन्फ्रेंस सत्र आयोजित किए जाते हैं। ये सत्र 8 जुलाई 2020 से शुरू हुआ है।

    अब तक, 17 टेली-सत्र आयोजित किए गए हैं, जिनमें 204 संस्थानों ने भाग लिया है।

    गंभीर रोगियों के उपचार के लिए डॉक्टरों की आईसीयू / नैदानिक ​​प्रबंधन क्षमता को और बढ़ाने के लिए, स्वास्थ्य मंत्रालय के सहयोग से एम्स नई दिल्ली ने उपचार को लेकर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों की एक सूची तैयार की है जिन्हें स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट पर अपलोड किया गया है।

    इसे https://www.mohfw.gov.in/pdf/AIIMSeICUsFAQs01SEP.pdf पर देखा जा सकता है :

    ये अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों की  प्रकृति काफी डायनेमिक है। इसे आईसीयू में कोविड के गंभीर रोगियों की नैदानिक देखभाल के दौरान मिले अनुभवों के आधार पर तैयार किया गया है। उपचार के दौरान ​डाक्टरों के समक्ष नित नई चुनौतियां पैदा होती रहती हैं जिनका निदान उन्हें करना पड़ता है, ऐसे में प्रश्नों की यह सूची उनका ज्ञानवर्धन करने तथा उन्हें नई जानकारियों उपलब्ध कराने में काफी मददगार होगी।

    कोविड-19 के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों को लेकर नई दिल्ली के एम्स द्वारा ई-आईसीयू के नाम से तैयार प्रश्नों की सूची :

    1. क्या हम हाईड्रोक्सीक्लोरोक्वीन को रोग निरोधक के रूप में स्वास्थ्य कर्मियों को दे सकते हैं ?

    हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन (एचसीक्यू) को स्वास्थ्य सेवा कर्मियों तथा उच्च जोखिम वाले संपर्कों की स्थिति में निर्विवाद रूप से रोगनिरोधक के रूप में देने की सलाह दी गई है। पर कोविड के संक्रमण से बचाव के लिए पीपीई सूट तथा अन्य उपाय भी इसके साथ करने जरुरी हैं।

    1. क्या आइवरमेक्टिन का इस्तेमाल कोविड के रोगियों के लिए किया जा सकता है ?

    आइवरमेक्टिन को सार्स सीओवी2 की प्रकृति वाले रोग के लिए एक प्रबल अवरोधक के रूप में पाया गया है, लेकिन इसका प्रभाव सही रूप में हो सके इसके लिए इसकी आवश्यक खुराक सामान्य खुराक से अधिक है। ऐसे में वर्तमान में यह कोविड के उपचार के लिए जारी किए गए राष्ट्रीय दिशानिर्देशों में अनुशंसित नहीं है, लेकिन इसे उन रोगियों को दिया जा सकता है जिन्हें इलाज के रूप में अपरिहार्य रूप से एचसीक्यू दिये जाने की सलाह दी गई है।

    1. क्या उपचार के बाद ठीक होकर अस्पताल से जा चुके मरीजों को खून के थक्के जमने से बचाव करने वाली दवा बाद में भी दी जाती रहनी चाहिए ?

    हमारे अनुभव के हिसाब से कोविड से ठीक होकर जा चुके मरीजों में ऐसी कोई जटिलता नहीं देखी गई है। क्योंकि उपचार के दौरान ऐसे लक्षणों पर नियंत्रण पा लिया जाता है इसलिए जब मरीज को अस्पताल से छुट्टी दे दी जाती है तो ऐसी परेशानी होने का खतरा भी कम हो जाता है। इसलिए हमलोग ऐसे मरीजों को खून के थक्के जमा होने से बचाव वाली कोई दवा देन की सलाह नहीं देते हैं जब​ तक कि उन्हें आगे डीवीटी या प्रोस्थेटिक सर्जरी आदि की सलाह नहीं दी गई होती है। 

    1. कोविड से अचानक होन वाली मृत्यु ?

    आपातकालीन विभाग मे लाए जाने के साथ ही या फिर अस्पताल में उपचार के दौरान अचानक कोविड से मौत होने की घटनाएं सामने आयी हैं। ऐसा  थ्रोम्बोटिक जटिलता, अचानक दिल का दौरा पड़ने या फिर उपचार के दौरान सुशुप्त हाइपोक्सिया की अनदेखी हो जाने की वजह से होता है। इसलिए पहले से सीएडी या फेफड़ों की गंभीर बीमारी से पीड़ित कोविड रोगियों की कड़ाई से निगरानी की जानी चाहिए। उन्हें अकेले कहीं आने जाने नहीं दिया जाना चाहिए। जिन रोगियों में रक्तस्राव का कोई जोखिम नहीं है उन्हें भी उपचार के दौरान खून के थक्के जमने से रोकने वाली दवा दी जानी चाहिए।

    1. मिथाइल प्रेडनिसोलोन बनाम डेक्सामेथासोन ?

    कॉरटीकोस्टेराय्ड लवण होने के संकेत कोविड के हल्के या गंभीर मरीजों में पाए जाते हैं। ऐसे में इन मरीजों के उपचार के लिए किए गए परीक्षणों के दौरान डेक्सामेथासान का इस्तेमाल किया गया है। हालांकि उपलब्धता के आधार पर आईवी डेक्सामेथासान या मिथाइल प्रेडनिसोलोन दोनों का उपयोग किया जा सकता है।

    1. उपचार में टोसीलिजुबाम की क्या भूमिका है ?

    महामारी के मौजूदा दौर को ध्यान में रखते हुए दयाभाव के आधार पर भारतीय औषधीय मंहानियंत्रक की ओर से इस दवा के इस्तेमाल को मंजूरी दी गई है। हालांकि उपचार कि लिए इसका इस्तेमाल परीक्षण के तौर पर किया जाता है ऐसे में इसकी सीमित भूमिका है। इसलिए इसका इस्तेमाल केवल साइटोकीन सिंड्रोम वाले रोगियों में किया जाना चाहिए जिनमें संक्रमण ज्यादा नहीं हो। 

    1. प्लाज्मा थेरेपी की भूमिका क्या है ?

    एबीओ के माध्यम से मैच किए गए डोनर से एकत्र किए गए प्लाज्मा को उच्च न्यूट्रलाइज़िंग टाइटर्स के साथ कोविड संक्रमण के उच्च जोखिम वाले रोगियों को शुरुआती चरण में दिया जा सकता है हालांकि, इसे भी एक प्रायोगिक थेरेपी के रूप में ही लिया जाना चाहिए और इसके उपयोग में पूरी सावधानी बरती जानी चाहिए।

    1. फेवीपिरावीर दवा की क्या भूमिका है ?
    2. अध्ययनों से पता चला है कि यह दवा कोविड के हल्के या बिना लक्षण वाले रोगियों में ही प्रभावी है। दावा किया जाता है कि यह दवा शुरुआती चरण में ही संक्रमण को आगे बढ़ने से रोकने में कारगर है। हालांकि ​हल्के और बिना लक्षण वाले मरीज नियमित निगरानी और अच्छी देखभाल से खुद ही ठीक हो जाते हैं। फेवीपिरावीर के बहुत प्रभावी होने के कोई ठोस साक्ष्य भी नहीं हैं इसलिए कोविड के इलाज के लिए जारी राष्ट्रीय दिशा निर्देशों में इसकी अनुशंसा नहीं की गई है।
    3. फेफड़े के फाइब्रोसिस की रोकथाम में एंटीफिब्रोटिक की भूमिका ?

    कोविड से संबधित फाइब्रोसिस की रोकथाम के लिए एंटीफिब्रोटिक ऐजेंट के तौर पर परफेनीडोन के इस्तेमाल के बेहतर नतीजों के कोई ठोस प्रमाण नहीं हैं इसलिए इसका इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए।

    1. अवसाद से कोविड के मरीजों को किस तरह बचाया जाए ?

    अवसाद कोविड के रोगियों में एक आम लक्षण है, जो कई कारणों से हो सकता है जिनमें अलग रहना, बीमारी से संबंधित चिंता, सामाजिक उपेक्षा और अन्य बातें शामिल हैं। ऐसे रोगियों को पूरी सहानुभूति और प्रशिक्षित मनोवैज्ञानिकों से परामर्श की आवश्यकता होती है।

    1. क्या हम सभी तरह की जांच में नेगेटिव पाए गए लेकिन अत्यधिक संदिग्ध कोविड रोगियों को रेमडेसिवीर/ टीसीजेड दे सकते हैं ?

    रेमडेसिवीर /टीसीजेड प्रायोगिक उपचार है जो मौजूदा महामारी को देखते हुए डीसीजीआई द्वारा अनुमोदित किया गया है इसलिए इनका संदिग्ध मामलों के लिए अनुभवजन्य थेरेपी के रूप में उपयोग नहीं किया जाना चाहिए। इन दवाओं का इस्तेमाल केवल कोविड के पुष्ट रोगियों में ही किया जाना चाहिए जहां उनके नैदानिक उपचार की बात कही गई हो।

    1. क्या मेथीलाइन ब्लयू दवा दी जा सकती है ?

    बिल्कुल नहीं।कोविड के इलाज में इस दवा की कोई भूमिका नहीं है। .

    1. रेमडेसिवीर दवा कब तक दी जा सकती है ?

    यह दवा प्रति दिन एक बार के हिसाब से पांच दिन त​क दिए जाने की सलाह दी जाती है ।

    1. क्या रेमडेसीविर/टीसीजेड दवा पहले से कई बीमारियों से जूझ रहे कोविड के बिना लक्षण वाले मरीजों को दी जा सकती है?

    पहले से कई बीमारियों से ग्रसित कोविड के बिना लक्षण वाले मरीजों को  इसका फायदा होने के कोई प्रमाण नहीं हैं।

    1. क्या परिजनों को कोविड के मरीजों से मिलने के लिए वार्ड के अंदर आने की अनुमति दी जानी चाहिए ?

    रोगियों के परिजनों को वार्ड में आने की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए। इससे उनके संक्रमित होने तथा आगे उनके माध्यम से और लोगों के संक्रमित होने का खतरा हो सकता है।

    1. क्या कोविड पॉजिटिव बच्चों के साथ उनके अभिभावकों को रहने की इजाजत दी जानी चाहिए ?

    अभिभावकों को इसके जोखिमों के बारे में बता दिया जाना चाहिए और इस बारे में उनकी इच्छा जानने के बाद ही रहने की अनुमति दी जानी चाहिए ।

    1. अस्पताल से छुट्टी दिए जाने के वक्त भी लोगों को एस्टेरॉयड देना जारी रखना चाहिए?

    नहीं। इसकी कोई आवश्यकता नहीं है जब तक उसे किसी और बीमारी के लिए इसकी आवश्यकता न हो ।

    1. हम वेंटिलेटर पर रखे गए मरीज को पोषाहार किस तरह देना जारी रख सकते हैं ?

    ऐसे मरीजों की स्थिति के हिसाब से उन्हें टीपीएन या आरवाईए ट्यूब के माध्यम से खाना दिया जा सकता है।

    1. मरीज को कब एनआईसी से इनवेसिव वेंटिलेटर पर रखा जाना चाहिए ?

    यदि मरीज यथास्थिति बनाए रखने में अक्षम है , उसे सांस लेने में दिक्कत आ रही है या फिर उसका जीसीएस एनआईवी को बर्दाश्त नहीं कर पा रहा है तो ऐसी स्थिति में मरीज को इनवेसिव वेंटिलेटर पर रख दिया जाना चाहिए।

    1. मरीज के गले में चीरा लगाकर सांस लेने के लिए अलग से रास्ता बनाए जाने की प्रक्रिया ट्रैचेस्टोमी का फैसला कब लिया जाना चाहिए ?

    जिस मरीज को काफी लंबे समय तक वेंटिलेटर पर रखे जाने की संभावना हो उसके लिए यह प्रक्रिया अपनाई जानी चाहिए