National News
  • नई शिक्षा नीति पर राष्ट्रपति सभी राज्यपालों से 7 को वीडियो कांफ्रेंसिंग करेंगे

    रायपुर। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद “नई शिक्षा नीति 2020” विषय पर सभी राज्य के राज्यपालों के साथ 7 सितंबर को वीडियो कॉफ्रेंसिंग करेंगे। यह कार्यक्रम सुबह 10 बजे से 5 बजे तक आयोजित होगा, जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश ओखरियाल निशंक भी उपस्थित रहेंगे। इसमें छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुईया उइके और सभी राज्यों के राज्यपाल, उपराज्यपाल व कुलपति शामिल होंगे।

  • PM इमरान ने चीन को बेच दिया देश का समंदर...पाकिस्तानियों का ग़ुस्सा सातवें आसमान पर

    इस्लामाबाद: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को खुश करने के लिए देश का समंदर भी चीन को बेच दिया है। समंदर के इस सौदे ने पाकिस्तानियों को गुस्से को सातवें आसमान पर पहुंचा दिया है। दरअसल, पाकिस्तान ने चीनी जहाजों को अपने समुद्र तट में मछली पकड़ने की अनुमति दे दी है, जिसके बाद चीन ने यहां शिकार करना भी आरंभ कर दिया है।

    इमरान खान की इस डील के बाद पाकिस्तान में हजारों मछुआरों का हुजूम सड़कों पर आ गया है और इमरान खान एवं शी जिनपिंग के खिलाफ आवाज़ उठा रहा है। इमरान खान सरकार के खिलाफ जनता का आक्रोश चरम पर है। लोग कराची की सड़कों पर बगावती नारे लगा रहे हैं। लोग इमरान खान को ललकार रहे हैं, क्योंकि इमरान खान चीन की खुशामद करने के चक्कर में अपनी ही जनता को नुसान पहुंचा रहे हैं।

    पाक नागरिकों का आरोप है कि चीन को मैदान, रेगिस्तान और आसमान बेचने वाले इमरान खान ने देश का समंदर भी चीन के हवाले कर दिया है। इमरान खान ने समंदर बेचकर पाकिस्तान के मछुआरों की रोजी रोटी छीन ली है। मछुआरे इमरान को अल्टीमेटम दे रहे हैं कि यदि चीन के मछली मारने वाले जहाजों को जल्द से जल्द वापस नहीं लौटाया गया, तो वो हुकूमत की जड़ें हिला देंगे। इतना ही नहीं वे इमरान को कुर्सी छोड़ने के लिए भी मजबूर कर देंगे।

  • कोरोना टेस्ट कराने अब डॉक्टरों की अनुमति जरूरी नहीं...आईसीएमआर ने किया गाइडलाइन में बदलाव

    नयी दिल्ली :  इंडियन मेडिकल रिसर्च काउंसिल ने कोरोना टेस्ट के गाइडलाइन में बदलाव किया है. गाइडलाइन के अनुसार अब कोरोना का टेस्ट ऑन डिमांड किया जा सकता है. वहीं कोरोना का टेस्ट कराने के लिए अब डॉक्टरों की अनुमति की जरूरी नहीं होगी. बता दें कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच आईसीएमआर ने यह फैसला किया है.

    इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार नए दिशानिर्देश के मुताबिक अब एक राज्य से दूसरे राज्य तक का सफर करने के लिए कोरोना टेस्ट निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य होगा. इसके साथ ही कोरोना टेस्ट के लिए राज्य सरकार को नियम बनाने के लिए कहा है.

    गैर कंटेनमेंट जोन की नियमित निगरानी– कोरोना टेस्ट को लेकर नए गाइडलाइन के मुताबिक गैर कंटेनमेंट जोन में नियमित निगरानी के लिए कहा गया है. इसके साथ ही कोरोना टेस्ट के लिए ऑन डिमांड की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है. वहीं कंटेनमेंट जोन को लेकर भी गाइडलाइन बनाने के लिए कहा है.

  • भारत में गूगल प्ले स्टोर और एप स्टोर से हटा पबजी...हाल ही में सरकार ने किए थे 118 चीनी ऐप्स बैन

    नई दिल्ली। पबजी (PUBG) को गूगल प्ले (Google Play) और एप स्टोर (App Store), इंडिया (India) से हटा दिया गया है। हाल ही में भारत सरकार (Indian Goverment) ने चीन (China) से जुड़े हुए 117 एप्स पर प्रतिबंध (Chinese Apps Ban) लगा दिया था। जिसके बाद अब शुक्रवार को पबजी की पैरेंट कंपनी टेंनसेंट ने कहा था कि मोबाइल प्लेटफॉर्म पर पबजी को वापस लाने के लए वह सरकार के साथ बातचीत करेगी।बता दें कि पबजी के लिए भारत सबसे बड़े बाजारों में से एक है, जहां 50 मिलियन से अधिक डेली एक्टिव यूजर हैं। हालांकि भारत से रेवेन्यू की हिस्सेदारी बहुत कम है। भारत में कोरोनो वायरस महामारी के कारण लॉकडाउन के समय से इसके यूजर्स की संख्या में इजाफा हुआ है।भारत सरकार ने चीनी एप्स पर प्रतिबंध लगाते हुए इन्हें देश की “संप्रभुता और अखंडता” खतरा माना था। सरकार ने कहा था कि इन एप्स के जरिये यूजर्स के डेटा का दुरुपयोग किया जा रहा है। वहीं, टेनसेंट का कहना है कि यह यूजर और डेटा प्राइवेसी को गंभीरता से लेती है।

    chinese apps

    गौरतलब है कि इससे पहले टिकटॉक सहित कई चीनी एप्स प्रतिबंधित किये गये थे, उन पर अभी भी प्रितबंध जारी है। इसे देखते हुए टेनसेंट के लिए भारत में गूगल प्ले और एप स्टोर पर पबजी मोबाइल को वापस लाने की राह आसान नहीं है।

    इस बीच, पबजी के भारतीय विकल्प भी सामने आने लगा है। बेंगलुरु की कंपनी nCore games के विशाल गोंडल, फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार के साथ मिलकर FAU-G के नाम से नया गेम ला रहे हैं। FAU-G शब्द Fearless and United-Guards का शॉर्ट फॉर्म है। इन डेवलपर्स ने यह भी कहा है कि इस गेम के रेवेन्यू का 20 प्रतिशत हिस्सा सरकार के फंड रेजिंग इनिशिएटिव भारत के वीर को डोनेट किया जायेगा।

  • राष्ट्रपति ने शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या पर शुभकामनाएं दीं

    भारत के राष्ट्रपति  रामनाथ कोविंद ने शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या पर देशभर के शिक्षकों को शुभकामनाएं दीं।

    राष्ट्रपति ने अपने संदेश में कहा “ मैं देश भर के सभी शिक्षकों को हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं और उनका अभिनंदन करता हूं। हम आधुनिक युग के महानतम शिक्षकों में से एक और मेरे पूर्ववर्ती डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती पर शिक्षक दिवस मनाते हैं।

    डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन एक प्रसिद्ध दार्शनिक भी थे। उन्होंने शिक्षक की भूमिका को ऐसे व्यक्ति के रूप में परिभाषित किया जो न केवल एक शिक्षक की अपितु एक नैतिक मार्गदर्शक की भूमिका भी निभाए और विद्यार्थियों में उदात्त जीवन मूल्यों का संचार करे। शिक्षकगण अत्यंत लगन और धैर्य के साथ, विद्यार्थियों को हमारी उन्नत संस्कृति और समृद्ध विरासत का ज्ञान प्राप्त करने में सहायक होते हैं। आदर्श शिक्षक वही होता है जो विद्यार्थियों को इस मार्ग पर चलने और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए निरंतर प्रोत्साहित करे। इसमें कोई संदेह नहीं है कि शिक्षकगण हमारे विद्यार्थियों के प्रेरणा-स्त्रोत और सच्चे राष्ट्रनिर्माता होते हैं। शिक्षकों की इस महती भूमिका को देखते हुए भारतीय संस्कृति में गुरु-शिष्य परंपरा’ को विशेष सम्मान दिया जाता रहा है।

    बदलते समय में हमें अपनी शिक्षा पद्धति में ऐसे अभिनव तौर-तरीकों का समावेश करने की आवश्यकता है, जिससे युवा पीढ़ी को ज्ञानार्जन, अन्वेषण और अनुप्रयोग का अवसर मिले और वे, समाज में बेहतर योगदान कर सकें। मुझे आशा है कि हमें इस दिशा में अपने दूरदर्शी शिक्षकों का मार्गदर्शन प्राप्त होता रहेगा और हम सब मिलकर एक महान राष्ट्र के भविष्य-निर्माण में योगदान देते रहेंगे।

    इस शुभ अवसर पर, मैं समूचे शिक्षक समुदाय को हार्दिक बधाई देता हूं और कामना करता हूं कि वे, ऐसे विद्यार्थी तैयार करने के अपने प्रयासों में सफल हों जो आने वाले समय में हमारे देश का गौरव और मान बढ़ाएं।

  • टीचर्स डे पर पीएम मोदी, राष्ट्रपति कोविंद, उपराष्ट्रपति नायडू ने जाने-माने शिक्षाविद डॉ. राधाकृष्णन को किया याद

    आज शिक्षक दिवस है. ये दिवस डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिन के मौके पर मनाया जाता है. डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन भारत के पहले उपराष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति थे.

    नई दिल्ली: देश में 1962 से हर साल पांच सितंबर को शिक्षक दिवस मनाकर शिक्षकों के योगदान को याद किया जाता है. यह दिवस, देश के पूर्व राष्ट्रपति, प्रथम उपराष्ट्रपति और जाने-माने शिक्षाविद रहे डॉ. राधाकृष्णन की जन्मदिन पर मनाया जाता है. इस मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने परिश्रमी शिक्षकों का आभार जताते हुए पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को श्रद्धांजलि दी है.

     

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "हमारे राष्ट्र के निर्माण में योगदान देने वाले परिश्रमी शिक्षकों के हम आभारी रहेंगे. शिक्षक दिवस पर, हम अपने शिक्षकों का उनके उल्लेखनीय प्रयासों के लिए आभार व्यक्त करते हैं. हम डॉ. एस राधाकृष्णन को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं."

    प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले दिनों जारी हुए 'मन की बात' का एक अंश ट्विटर पर शेयर करते हुए कहा, "हमारे राष्ट्र के गौरवशाली इतिहास से हमारा जुड़ाव गहरा करने के लिए हमारे जानकार शिक्षकों से बेहतर कौन है? हाल ही में मन की बात के दौरान, मैंने छात्रों को हमारे महान स्वतंत्रता संघर्ष के कम ज्ञात पहलुओं के बारे में शिक्षकों से एक विचार शेयर किया था."

     

    दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले रविवार को मन की बात के दौरान कहा था कि कोरोना काल के संकट काल में शिक्षकों ने चुनौती को अवसर में बदला. शिक्षा में तकनीक का उपयोग किया. शिक्षक और छात्र मिलकर कुछ नया कर रहे हैं. उन्होंने शिक्षकों से अपील करते हुए कहा था कि देश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के जरिए एक बड़ा बदलाव होने जा रहा है, जिसका लाभ वे छात्रों तक पहुंचाएं.

     

    "शिक्षकों को धन्यवाद दें, जो महामारी में भी छात्रों के बेहतर भविष्य के लिए प्रयासरत हैं"
    उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने शिक्षक दिवस की बधाई देते हुए कहा कि आज का दिन उन शिक्षकों को धन्यवाद देने का है, जो इस महामारी के दौरान भी अपने विद्यार्थियों के बेहतर भविष्य के लिए अनवरत प्रयास कर रहे हैं. नायडू ने ट्वीट में लिखा, "शिक्षक दिवस के अवसर पर सभी गुरुजनों का अभिनन्दन! आज हम सब मिलकर, देश के उन सभी शिक्षकों को धन्यवाद दें जो इस महामारी के दौरान भी अपने विद्यार्थियों के बेहतर भविष्य के लिए अनवरत प्रयास कर रहे हैं."

     

    नायडू ने देश के प्रथम उपराष्ट्रपति तथा द्वितीय राष्ट्रपति रहे डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि भी दी. उपराष्ट्रपति ने कहा, "वह सुप्रसिद्ध शिक्षक, विचारक, विद्वान, राजनेता और लेखक थे. उनका जीवन, काम और विरासत प्रत्येक भारतीय को प्रेरित करता रहेगा."

     

    शिक्षक दिवस पर नड्डा ने भी दी शुभकामनाएं
    बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि राष्ट्रोत्थान में शिक्षकों का योगदान सदैव देश का मार्गदर्शन करता रहेगा. उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘पूर्व राष्ट्रपति, भारत रत्न डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी की जयंती पर मनाए जाने वाले 'शिक्षक दिवस' की सभी देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं. शिक्षा से ज्ञान और शिक्षक से मार्गदर्शन प्राप्त होता है. आपके द्वारा राष्ट्रोत्थान के लिए दी गई शिक्षाएं हमारा सदैव मार्गदर्शन करती रहेंगी."

     

     

  •  थावरचंद गहलोत 24x7 निशुल्क मानसिक स्वास्थ्य पुनर्वास हेल्पलाइन नंबर (1800-500-0019) ‘किरण’ का 7 सितंबर, 2020 को शुभारंभ करेंगे

    केन्द्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री  थावरचंद गहलोत 24x7 निशुल्क मानसिक स्वास्थ्य पुनर्वास हेल्पलाइन नंबर (1800-500-0019) किरण का 07 सितंबर, 2020 (सोमवार) को वर्चुअल माध्यम से शुभारंभ करेंगे। इस हेल्पलाइन को सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के दिव्यांगजन सशक्तिकरण  विभाग  ने मानसिक रोगों से पीड़ित लोगों को राहत और सहायता प्रदान करने के लिए विकसित किया है। कोविड महामारी के दौर में मानसिक बीमारियों  की बढ़ती घटनाओं के मद्देनजर इसका बहुत महत्व  है। सचिव सहित विभाग के कई वरिष्ठ अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित रहेंगे।

     यह हेल्पलाइन नंबर प्रारंभिक स्क्रीनिंगप्राथमिक चिकित्सामनोवैज्ञानिक सहायतासंकट प्रबंधनमानसिक कल्याण और सकारात्मक व्यवहार को बढ़ावा देने आदि के उद्देश्य से मानसिक स्वास्थ्य पुनर्वास सेवाओं की पेशकश करता है। यह प्राथमि​क चरण में सलाह प्रदान करने,परामर्श,  व्यक्तियोंपरिवारोंगैर सरकारी संगठनोंअभिभावक संघोंव्यावसायिक संघोंपुनर्वास संस्थानोंअस्पतालों या किसी को भी देश भर में सहायता की आवश्यकता के संदर्भ में एक जीवन रेखा के रूप में कार्य करेगा।

        हेल्पलाइन नंबर के शुभारंभ कार्यक्रम का वेब प्रसारण नीचे दिए गए लिंक पर उपलब्ध होगा:

  • केन्द्रीय गृह मंत्री  अमित शाह ने भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) 2018 बैच के अधिकारियों को उनकी दीक्षांत परेड पर शुभकामनायें दी

    प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी ने आज भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस)2018 बैच के  अधिकारियों की प्रतिष्ठित सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी में आयोजित दीक्षांत परेड के अवसर पर उनसे विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद किया। केन्द्रीय गृह मंत्री  अमित शाह भी परेड में विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये शामिल हुए।

     

     

    प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए श्री अमित शाह ने कहा किप्रधानमंत्री जी का भाषण बहुत ही प्रेरणायक था, जिससे निसन्देह हमारे युवा अधिकारियों का मनोबल बढेगाऔर साथ ही उन्हे पुलिस-पब्लिक सम्बन्धों को और सुदृढ़ बनाने का मार्गदर्शन भी मिलेगा। 

     

     

    युवा आईपीएस अधिकारियों को उनकी दीक्षांत परेड पर शुभकामनायें देते हुए केन्द्रीयगृह मंत्री ने कहा कि मैं आशा करता हूँकि ये युवा अधिकारी देश की सुरक्षा और एकता को सुनिश्चित करते हुए पूरी निष्ठा के साथ राष्ट्र की सेवा करेंगे। मुझे पूर्ण विश्वास है कि इन अधिकारियों की राष्ट्र और कर्तव्यके प्रति कटिबद्धता हमारे युवाओं को भारतीय पुलिस सेवा में शामिल होने के लिए प्रेरित करेगी

     

     

    प्रधानमंत्री औरकेन्द्रीयगृहमंत्री के अलावा केंद्रीय गृह राज्यमंत्री श्री जी किशन रेड्डी और केंद्रीय गृह सचिव श्री अजय कुमार भल्ला भी विडियोकॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से दीक्षांतपरेड में शामिल हुए।

    2018 बैच के प्रोबेशनरी आईपीएस अधिकारियों ने पिछले साल 7 अक्तूबर कोकेन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह से नई दिल्ली में औपचारिक भेंट की थी। युवा पुलिस अधिकारियों का उत्साहवर्धन करते हुए  अमित शाह ने कहा था कि उन्हे इस बात पर गर्व होना चाहिए कि वे एक ऐसी सेवा से जुड़े हैं जो निरंतर लोगों की संरक्षा और सुरक्षा सुनिश्चित करने का काम करती है। केंद्रीय गृह मंत्री ने जनता के बीच पुलिस के बारे में सकारात्मक परिवर्तन लाने की आवश्यकता पर भी बल दिया।

    भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस)2018 बैच के 131 प्रोबेशनरों में 28 महिला प्रोबेशनर भी शामिल हैं। इन अधिकारियों ने सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी में बुनियादी पाठ्यक्रम चरण-1 के 42 सप्ताह पूरे कर लिए हैं।

    अपना फाउंडेशन कोर्स पूरा करने के बाद इन प्रोबेशनरों ने 17 दिसंबर 2018 को राष्ट्रीय पुलिस अकादमी में प्रवेश किया था।यहाँ इन्हे  बेसिक कोर्स प्रशिक्षण के दौरान प्रोबेशनरों को कानूनजांच-पड़तालफोरेंसिकनेतृत्व एवं प्रबंधनअपराध विज्ञानसार्वजनिक व्यवस्था और आंतरिक सुरक्षानैतिकता और मानवाधिकारआधुनिक भारतीय पुलिस व्‍यवस्‍थाफील्ड क्राफ्ट और युक्तियांहथियार प्रशिक्षण और गोलाबारी जैसे विभिन्‍न इंडोर और आउटडोर विषयों का प्रशिक्षण दिया जाता है।

  • उप-राज्यपाल आर के माथुर ने केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह से भेंट की

    लद्दाख के उपराज्यपाल आर के माथुर ने आज केन्‍द्रीय पूर्वोत्‍तर क्षेत्र विकास (डोनर) राज्‍य मंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार)प्रधानमंत्री कार्यालयकार्मिकलोक शिकायतपेंशनपरमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्‍य मंत्री डॉ. जितेन्‍द्र सिंह से भेंट की और केंद्र शासित प्रदेश के विकास से संबंधित मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की।

    विभिन्न परियोजनाओं पर चर्चा करते हुए, डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने लद्दाख और अन्य परिधीय क्षेत्रों को सर्वोच्च प्राथमिकता प्रदान की है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के तहत यह पहली बार हुआ कि लद्दाख में एक विश्वविद्यालयएक मेडिकल कॉलेज और एक इंजीनियरिंग कॉलेज को अनुमति दी गई है।

    डॉ. जितेंद्र सिंह ने उप-राज्यपाल को यह भी बताया कि सीएसआईआर (वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद) के महानिदेशक डॉ. शेखर मांडे जल्द ही श्री माथुर से मिलेंगे और उन्हें लद्दाख के प्रसिद्ध फल उत्पाद "लद्दाख बेरी" के व्यापार को प्रोत्साहन देने की प्रक्रिया और इसके प्रचार की एक विशेष योजना के बारे में जानकारी देंगे।

    श्री माथुर ने डॉ. जितेंद्र सिंह को प्रधानमंत्री  नरेन्‍द्र मोदी द्वारा लद्दाख के लिए घोषित कार्बन न्यूट्रल नीति और कार्य योजना की तैयारी के विषय में जानकारी दी। उन्होंने मंत्री महोदय को बताया कि केंद्र शासित प्रदेश सरकार व्यापक रूप से इस योजना पर कार्य कर रही है जिसे जल्द ही उच्चाधिकारियों के समक्ष दिखाने के लिए तैयार किया जाएगा। श्री माथुर ने "लद्दाख विजन 2050" नामक एक समावेशी कार्य योजना के विषय में भी जानकारी दी।

     उप-राज्यपाल ने लद्दाख के लिए 50 करोड़ के विशेष विकास पैकेज का भी उल्लेख करते हुए कहा कि यह पहला अवसर रहा है कि किसी भी केंद्र सरकार ने इस क्षेत्र की विभिन्न परियोजनाओं के वित्तपोषण में इतनी उदारता दिखाई है। उन्होंने कहा कि यह लद्दाख क्षेत्र के लिए विशेष रूप से समर्पित अपनी तरह का प्रथम प्रारूप होगा। श्री माथुर ने डॉ. जितेंद्र सिंह को उनके निरंतर सहयोग और केंद्र में विभिन्न मंत्रालयों के साथ लद्दाख से संबंधित विभिन्न मामलों को उठाने के लिए प्रतिदिन समन्वय बनाए रखने के लिए भी धन्यवाद दिया।

  • प्रमुख बंदरगाह अब केवल भारत में निर्मित कर्षण नावों का उपयोग करेंगे

    जहाजरानी मंत्रालय ने सभी प्रमुख बंदरगाहों को उन्हीं कर्षण नावों (बड़े जहाजों को खींचने वाली मजबूत नाव) को खरीदने या किराये पर लेने का निर्देश दिया है जो केवल भारत में बनाई गई हैं। प्रमुख बंदरगाहों द्वारा की जा रही सभी खरीद अब संशोधित मेक इन इंडिया’ आदेश के अनुसार किए जाने की आवश्यकता होगी।

    जहाजरानी मंत्रालय भारतीय जहाज निर्माण उद्योग को बढ़ावा देने का लक्ष्य लेकर चल रहा है और मेक इन इंडिया जहाज निर्माण के लिए कुछ अग्रणी देशों के साथ चर्चा भी कर रहा है। इस बीचसरकार का यह निर्णय जहाज निर्माण में मेक इन इंडिया को साकार करने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगा।

    केंद्रीय जहाजरानी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभारश्री मनसुख मांडविया ने कहा कि सरकार पुराने शिपयार्ड को पुनर्जीवित करने और भारत में जहाज निर्माण को बढ़ावा देने के लिए पूरी कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि यह भारतीय जहाज निर्माण के पुनरुद्धार और आत्म-निर्भर भारत में आत्म-निर्भर पोत परिवहन को बढ़ावा देने की दिशा में एक बड़ा कदम है। सरकार भारत में जहाज निर्माणजहाज की मरम्मतजहाज पुनर्चक्रण (रिसाइक्लिंग) और झंडी से सूचित करने के लिए एक पारिस्थितिकी तंत्र बनाने की कोशिश करेगी। आने वाले समय में आत्म-निर्भर पोत परिवहन एक प्रणाली बनने जा रहा है।

    भारत में जहाज निर्माण को बढ़ावा देने के लिए बंदरगाहों को छोटे नावों की खरीद / किराये पर लेने में अब संशोधित मेक इन इंडिया आदेश के अनुसार आगे बढ़ने की आवश्यकता होगी। भारतीय बंदरगाह संघ के प्रबपंध निदेशक के अधीन एक स्थायी विनिर्देश समिति का गठन करने का प्रस्ताव है जिसमें कोचीन शिप यार्ड लिमिटेड (सीएसएल), भारतीय पोत परिवहन निगम, (एससीआई), भारतीय पोत परिवहन पंजीयन (आईआरएस) के प्रतिनिधि और शिपिंग महानिदेशक शामिल होंगे।

    स्थायी विनिर्देश समिति लगभग पांच रूपों / प्रकार के छोटे नावों की संक्षिप्त सूची बनाएगी और एक स्वीकृत मानकीकृत डिजाइन और विनिर्देश (एएसटीडीएस) तैयार करेगी। यह एएसटीडीएस विनिर्देशसामान्य व्यवस्थाबुनियादी गणनाबुनियादी संरचनात्मक चित्रप्रमुख प्रणाली के चित्र और अन्य निर्माण मानकों आदि की रूपरेखा तैयार करेगा। इन मानकों को स्थायी विनिर्देश समिति अच्छी तरह जांच परख करेगी और इसके बाद आईआरएस इसे सैद्धांतिक तौर पर प्रमाणित करेगी और तब भारतीय बंदरगाह संघ इसे अपनी वेबसाइट पर प्रकाशित करेगा।

    जहाजरानी मंत्रालय प्रमुख बंदरगाहों को कुछ विंडो भी प्रदान करेगा ताकि निर्माण समय का लाभ उठाया जा सके।

    हाल ही में सरकार के स्वामित्व वाली कोचीन शिप यार्ड लिमिटेड नार्वे सरकार से दो स्वचालित जहाजों के लिए ऑर्डर हासिल करने में सफल रही है। यह अपनी तरह के मानव रहित जहाजों में से पहला होगा। जहाजरानी मंत्रालय द्वारा लिए गए विभिन्न फैसले निकट भविष्य में जहाज निर्माण क्षेत्र को पूरी तरह से बदल देंगे।

  • लूज डायमंड्स के लिए अब तक की पहली वर्चुअल क्रेता विक्रेता बैठक आरंभ

    भारत सरकार के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के संयुक्त सचिव श्री सुरेश कुमार ने लूज डायमंड्स (अर्थात ऐसे हीरे जिन्हें आभूषणों में नहीं जड़ा गया है और उनका इस्तेमाल किसी भी प्रकार/आकार में किया जा सकता है) अब तक की पहली वर्चुअल क्रेता विक्रेता बैठक का उद्घाटन किया। इस दो दिवसीय बैठक का आयोजन रत्न एवं आभूषण निर्यात के लिए शीर्ष निकाय भारतीय रत्न एवं आभूषण निर्यात संवर्धन परिषद (जीजेईपीसी) द्वारा किया जा रहा है। यह बैठक क्रेताओं एवं प्रदर्शकों को आपस में जुड़ने एवं वर्चुअल प्लेटफार्म पर व्यवसाय की चर्चा करने का एक अवसर प्रदान करेगा।

    अपनी उद्घाटन टिप्पणियों में भारत सरकार के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के संयुक्त सचिव श्री सुरेश कुमार ने परिषद के प्रयासों को सराहा और कहा कि, ‘ भविष्य में वर्चुअल तरीके से खरीदने और बेचने का प्रारूप भी सामान्य रूप से प्रचलन में रहेगा। चूंकि हम नहीं जानते कि कितनी तेजी से यह परिदृश्य बदलेगा और हम महामारी के खत्म होने की प्रतीक्षा नहीं कर सकतेइसलिए यह विवेकपूर्ण है कि सुरक्षा के उपायों के साथ गोपनीयतापूर्वक एक ऐसे वर्चुअल प्लेटफॉर्म की ओर शिफ्ट किया जाए जहां क्रेता और विक्रेता व्यवसाय करना जारी रखं। मुझे प्रसन्नता है कि मर्केन्डाइज निर्यातों के लिहाज से यह भारत के सबसे आशाजनक क्षेत्रों में से एक है। हालांकि वर्तमान में महामारी के कारण यह क्षेत्र प्रभावित हुआ हैलेकिन हमें वृद्धि की प्रत्येक संभावना का लाभ उठाना चाहिएखासकर जब अमेरिकाचीन एवं यूरोप जैसे बाजारों में पुनरोत्थान की संभावनाएं दिखने लगी हैं। यह एक ऐसे सेक्टर के लिए एक नई और बड़ी शुरुआत है जिसे निश्चित रूप से और व्यापक तरीके से इस वर्चुअल प्लेटफार्म का उपयोग करते रहना चाहिए और इसे विभिन्न देशों तथा क्षेत्रों के खरीदारों के साथ अपनी नियमित विपणन गतिविधि का हिस्सा बना लेना चाहिए। 

    उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए जीजेईपीसी के अध्यक्ष श्री कोलिन शाह ने कहा, ‘ इस महामारी ने हमें कुछ अनूठा सोचने को बाध्य कर दिया है। हालांकि महामारी ने हमें जरुर प्रभावित किया हैलेकिन कुछ अच्छे संकेत भी मिल रहे हैंअमेरिका एवं चीन जैसे बाजार का तेजी से पुनरोत्थान हो रहा है और इसका परिणाम हमारे लिए निर्यात में सुधार के रूप में आना चाहिए। कच्चे हीरे की आपूर्ति बाधित थीइसलिए परिष्कृत मूल्य स्थिर बने रहे। 

    भविष्य की योजनाओं का उल्लेख करते हुए जीजेईपीसी ने कहाभारत उत्कृष्ट गुणवत्ता के हीरों की सोर्सिग के लिए एक पसंदीदा गंतव्य है और वीबीएसएम प्रारूप अंतर्निहित सुरक्षा उपायों के साथ उपयोग के अनुकूल हैं। हम निकट भविष्य में हीरों एवं स्वर्ण जडित आभूषणोंप्लेटिनम के आभूषणों तथा कास्ट्यूम आभूषण के लिए ऐसे वीबीएसएम का आयोजन करने की योजना बना रहे हैं। 

    इस वर्चुअल क्रेता विक्रेता की मुख्य विशेषताएं इस प्रकार हैं :

    • सुरक्षित ऑनलाइन ट्रेडिंग के लिए क्लाउड स्टोरेजक्रेता विक्रेता मैचिंग
    • क्रेताओं एवं विक्रेताओं के लिए प्रदर्शकों द्वारा प्रदर्शित विविध विकल्पों में से ईष्टतम चयन
    • जीवन जैसा अनुभव अनुकूलन
    • चंकि यह प्रारूप वर्चुअल हैइसलिए घर से या कार्यालय से कोई शारीरिक संपर्क और व्यवसाय संचालन नहीं
    • विश्वसनीयता के लिए बेहद कड़े मानदंड
    • नेटवर्किंग अवसर में बढोतरी
    • जीजेईपीसी परिषद की वीबीएसएम वेबसाइट पर प्रदर्शकों के लिए प्रोडक्ट कैटेलौग या हाई रिजुलेशन इमेज की डायरेक्टरी सृजित करने में सहायता करेगी।
    • क्रेता अपनी जरुरत के बिल्कुल अनुरूप मर्केन्डाइज पाने के लिए विशिष्ट उत्पाद प्रकार की खोज करने में सक्षम होगा।
    • जीजेईपीसी लाइव वीडियो बैठकों के दौरान भी वेबसाइट खरीदारों के लिए आनलाइन प्राडक्ट डायरेक्टरी को देखना आसान बना देगी
    • क्रेताओं एवं विक्रेताओं के बीच लाइव सीधी बातचीत के लिएजीजेईपीसी प्रदर्शक के कार्यालय से परस्पर बातचीत के दौरान उत्पाद को देखने के लिए हाई-एंड कैमरा उपलब्ध कराएगी।

    जीजेईपीसी अनुसूचित तिथि एवं समय के अनुसारसीधे जीजेईपीसी वीबीएसएम वेबसाइट प्लेटफार्म वीडियो बैठकों का प्रबंधनकार्यक्रम निर्धारण एवं संचालन करेगी। क्रेता एवं विक्रेता उत्पादों के ऑनलाइन मिलान के बादक्रेता एवं विक्रेता के बीच प्रत्येक मुलाकात कार्यक्रम का आयोजन लगभग 45 मिनट के लिए किया जाएगा और एक दिन के भीतर क्रेता एवं विक्रेता के बीच केवल 3 से 4 बैठकों की ही योजना बनाई जाएगी। प्रत्येक प्रदर्शक के लिए निर्धारित समय पर आनलाइन बैठक करने और अपने व्यवसाय की चर्चा करने के लिए बैठक आईडी का सृजन किया जाएगाजिसे क्रेता के साथ साझा किया जाएगा।

  • मध्य प्रदेश में 'अंडों' को लेकर एक बार फिर गरमाई सियासत, जानिए क्या है पूरा मामला

    कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुईं महिला और बाल विकास मंत्री श्रीमती इमरती देवी सुमन ने कहा कि वह आंगनवाड़ियों में कुपोषित बच्चों को अंडे परोसने के अपने फैसले पर आज भी कायम हैं.

    भोपाल: मध्य प्रदेश की आंगनवाड़ियों में बच्चों को अंडे परोसे जाने के मामले में सियासत गर्म है. कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुईं प्रदेश की महिला और बाल विकास मंत्री श्रीमती इमरती देवी सुमन ने घोषणा की है कि वे आंगनवाड़ियों में कुपोषित बच्चों को अंडे परोसने के फैसले पर कायम हैं जबकि सुमन ने कांग्रेस सरकार के रहते, जब यह निर्णय लिया था तो बीजेपी ने जबरदस्त विरोध किया था.

     

    श्रीमती सुमन कांग्रेस का साथ छोड़कर बीजेपी में शामिल हुई हैं और विधायक पद से इस्तीफा देकर कांग्रेस सरकार गिराने में शामिल रही हैं. शिवराज सरकार में भी वह महिला और बाल विकास मंत्री हैं. उन्होंने एक हार फिर कहा कि वह बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए अंडे खिलाने को लेकर अपने फैसले पर कायम हैं. ज़रूरी होगा तो वह मुख्यमंत्री से भी बात कर लेंगी.

     

    जब उनसे पूछा गया कि इस मामले पर बीजेपी लगातार विरोध करती रही है तो उन्होंने कहा कि जिसको विरोध करना है, वह करे. लेकिन वह बच्चों को कुपोषण मुक्त कराने के लिए अंडे भी बांटेंगी. हालांकि उन्होंने कहा कि जो अंडे नहीं खाना चाहेगा, उसे वह फल बांटेंगी.