State News
  • नगर पालिका कांकेर अंतर्गत उचित मूल्य दुकान संचालन हेतु 15 मई तक आवेदन आमंत्रित

     नगर पालिका कांकेर अंतर्गत संजय नगर, राजापारा और मांझापारा के शासकीय उचित मूल्य दुकान को संचालित करने के लिए जिला खाद्य अधिकारी द्वारा आबंटन किया जायेगा। उचित मूल्य दुकान संचालन के लिए इच्छुक पात्र आवेदक, संस्था तथा स्व-सहायता समूह 15 मई तक आवेदन प्रस्तुत कर सकते हैं।
                जिला खाद्य अधिकारी से मिली जानकारी के अनुसार कांकेर शहर के 08 उचित मूल्य दुकानों को सहकारी विपणन एवं प्रक्रिया समिति मर्यादित किसान राईसमिल कांकेर के द्वारा संचालित किया जा रहा था, जिसमें से संजय नगर, राजापारा और मांझापारा   के उचित मूल्य दुकान को संचालित करने में असमर्थता व्यक्त की गई है। अतः उक्त उचित मूल्य दुकानों को संचालित करने के लिए पात्र आवेदकों से आवेदन आमंत्रित किया गया है। उचित मूल्य दुकान संचालन हेतु वृहदाकार आदिम जाति बहुउद्देशीय सहकारी समिति (लेम्पस), स्थानीय नगरीय निकाय, महिला स्व सहायता समूह जिनका पंजीयन आवेदन के पूर्व तीन माह हो तथा कार्यक्षेत्र प्रस्तावित दुकान का क्षेत्र हो, वन सुरक्षा समिति अथवा अन्य सहकारी समिति जिनका पंजीयन सहकारिता अधिनियम 1960 अथवा 1999 का हो, राज्य शासन द्वारा विनिर्दिष्ट उपक्रम, संस्था अथवा समूह द्वारा निर्धारित प्रारूप में सम्पूर्ण दस्तावेज सहित आवेदन कर सकते हैं। आवेदन पत्र के साथ पंजीयन प्रमाण पत्र, बायलाज की कापी, बैंक खाता की छायाप्रति, जमा राशि का विवरण, समूह, संस्था का प्रस्ताव, अन्य संस्था में कार्यरत हो तो अनुभव, आवेदनकर्ता समूह, संस्था का अन्य किसी कार्य के दौरान अध्यक्ष, प्रबंधक के विरूद्ध यदि कोई प्रकरण लंबित हो तो व्यौरा,शपथ पत्र इत्यादि प्रस्तुत करना होगा। आवेदन पत्र 15 मई तक कार्यालयीन समय अवधि में जिला कार्यालय (खाद्य शाखा) कांकेर में प्रस्तुत किया जा सकता है।

  • छत्तीसगढ़ की दो पंचायतों को मिला राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार

    छत्तीसगढ़ की दो पंचायतों को राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार से  सम्मानित किया गया है। राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू की अध्यक्षता में नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में सरगुजा जिले के जनपद पंचायत लुन्ड्रा के ग्राम पंचायत नागम तथा धमतरी जिले के नगरी पंचायत के ग्राम सांकरा को पुरस्कृत किया गया। ग्राम पंचायत नागम को गरीबी उन्मूलन एवं आजीविका संवर्धन श्रेणी में तथा सांकरा को स्वस्थ पंचायत थीम में पुरस्कृत किया गया। इन ग्राम पंचायतों को पुरस्कार के साथ ही 50-50 लाख रूपए की राशि भी प्रदान की गई।
    मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल एवं पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री रविंद्र चौबे ने इस उपलब्धि के लिए प्रसन्नता व्यक्त करते हुए प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं। उल्लेखनीय है कि पूरे देश में विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्याें के लिए 43 ग्राम पंचायतों को पुरस्कार दिये गये। छत्तीसगढ़ उन चुनिंदा राज्यों में शामिल है जिन्हें एक से अधिक पुरस्कार आज प्राप्त हुए। ग्राम पंचायत नागम के सरपंच श्री भंडारी राम पैकरा तथा ग्राम पंचायत सांकरा की सरपंच श्रीमती शशि ध्रुव ने केंद्रीय मंत्री पंचायत एवं ग्रामीण विकास श्री गिरिराज सिंह के हाथों पुरस्कार ग्रहण किया। इस मौके पर केंद्रीय राज्य मंत्री ग्रामीण विकास श्री फग्गन सिंह कुलस्ते और केन्द्रीय राज्य मंत्री पंचायत राज श्री कपिल मोरेश्वर पाटिल भी मौजूद रहे।
    उल्लेखनीय है कि ग्राम पंचायत नागम में गरीबी उन्मूलन के लिए ग्रामवासियों को मनरेगा के अंतर्गत अधिकाधिक जाब कार्ड प्रदान करने, शतप्रतिशत पारिश्रमिक प्रदाय करनेे, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना अंतर्गत शतप्रतिशत हितग्राहियों को लाभ प्रदान करने,  स्वसहायता समूहों की महिलाओं के आय में वृद्धि के लिए तथा ग्रामवासियों को आईटीआई जैसी संस्था के माध्यम से कौशल विकास कराने उत्कृष्ट कार्यों के लिए पुरस्कृत किया गया। इसी तरह ग्राम पंचायत सांकरा में गर्भवती महिलाओं का शतप्रतिशत संस्थागत प्रसव, बच्चों को पौष्टिक आहार प्रदान करने, ग्राम सभा, महिला सभा एवं बालसभा में बच्चों के टीकाकरण पर चर्चा करने के लिए , बीमारी जैसे टायफाइड, मलेरिया, टीबी आदि  बीमारियों से बचाव हेतु प्रचार, प्रसार करने एवं टेलीमेडिसीन के माध्यम से अच्छा कार्य करने पुरस्कृत किया गया।
    यह पुरस्कार इसलिए भी काफी मायने रखता है क्योंकि देश भर की ढाई लाख से अधिक ग्राम पंचायतों ने इस पुरस्कार के लिए नामांकन भरा था। इसमें छत्तीसगढ़ की 11658 ग्राम पंचायतें शामिल थीं। इनमें से 43 ग्राम पंचायतों को पुरस्कार के लिए देश भर से चुना गया। इस पुरस्कार के लिए 9 श्रेणियों में थीम रखी गई थी। कार्यक्रम में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के संयुक्त सचिव श्री गौरव सिंह, सीईओ जिला पंचायत रायपुर श्री आकाश चिकारा, सीईओ सरगुजा श्री विश्वदीप यादव, उप संचालक श्री दिनेश अग्रवाल सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

  • विद्युत आपूर्ति ‌बहाल करने तेजी से  किये जा रहे कार्य
    गत दिवस शाम को हुई बारिश,तेज हवा और गर्जना से बिजली तार टूटने,पोल टूटने एवं बिजली लाइन क्षतिग्रस्त होने के कारण विद्युत आपूर्ति बाधित हुई है,जिसे तेजी से सुधार कर बिजली आपूर्ति ‌बहाल की जा रही है। शहरी क्षेत्रों एवं उसके आसपास बिजली आपूर्ति ‌बहाल कर दी गई है,शेष क्षेत्रों में इसके लिए तेज़ी से कार्य किए जा रहे हैं। छत्तीसगढ़ विद्युत मंडल कांकेर संभाग के कार्यपालन अभियंता सतीश कुमार किण्डो ने बताया कि कांकेर विद्युत संभाग में 88 विद्युत पोल, भानुप्रतापपुर संभाग में 100 और पखांजूर विद्युत संभाग में 18 बिजली पोल टूटे हैं, जिन्हें बदला जा रहा है।
          कार्यपालन अभियंता  सतीश कुमार किण्डो ने बताया कि कांकेर विकास खंड अन्तर्गत कांकेर शहर में 02 और ग्रामीण क्षेत्रों में 13 विद्युत पोल टूटे हुए हैं,इसी प्रकार चारामा विकास खंड में 39 और नरहरपुर विकास खंड में 34 पोल टूटे हुए हैं जिन्हें बदला जा रहा है,  33 के व्ही मुसुरपुट्टा फीडर में 18 नग पिन इन्सुलेटर बदला गया है एवं 05 जगहों पर तारि टूटे थे जिन्हें जोड़ा गया। एक विशाल  वृक्ष बिजली लाइन में गिर गया था,जिसे हटाया गया। इसके कारण पटौद एवं मुसुरपुट्टा सबस्टेशन से निकलने वाली सभी 11 के व्ही लाइन प्रभावित हुई है। श्री किण्डो ने बताया कि जिले के सभी तीनों बिजली संभाग कांकेर, भानुप्रतापपुर और पखांजूर में टूटे हुए बिजली तार कार्य को सुधारने, पोल को बदलने  सहित अन्य संधारण को तेजी से किया जा कर बिजली आपूर्ति ‌बहाल की जा रही है ।
  • CG CRIME NEWS : रेस्टोरेंट में जोरों से चल रहा था हुक्का बार, पुलिस ने 12 लोगों को किया गिरफ्तार

    दुर्ग। पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है यहां हुक्का बार की सूचना पर रविवार की देर रात कार्रवाई की है। पुलिस की टीम ने सीजी प्राइड रस्टोरेंट पर दबिश दी। इस दौरान 7 नग हुक्का पॉट, बड़ी मात्रा में हुक्का फ्लेवर और कोल बरामद किया है। अँजोरा पुलिस ने कार्यवाही के दौरान 12 लोगों को हुक्का पीते पकड़ा है। इनमें रेस्टोरेंट का मैनेजर भी शामिल है।

    राज्य में हुक्का बार पर प्रतिबंध है। राज्य के अलग-अलग भोजनालय, होटल, रेस्टॉरेन्ट सहित अन्य जगहों पर संचालित हुक्का बारों में फ्लेवरयुक्त सामग्री के अलावा तम्बाकू और अन्य मादक द्रव्यों के उपयोग किया जा रहा था। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हुक्का बार के अवैध गतिविधि पर संज्ञान लेते हुए हुक्का बारों पर कठोर कार्रवाई करने और समस्त हुक्का बारों को बंद किये जाने के निर्देश दिए थे।

    3 साल तक जेल का प्रावधान

    जो कोई भी व्यक्ति हुक्का बार का संचालन करते पाया जाएगा उसके खिलाफ गैर-जमानतीय अपराध कायम होगा और 1 से 03 साल तक जेल हो सकती है. इसके अलावा जुर्माना भी निर्धारित किया गया है. इसके अनुसार 10 हजार से 50 हजार रुपये तक का जुर्माना देना पड़ सकता है. इसी तरह जो कोई व्यक्ति हुक्का बार में हुक्का के माध्यम से धुम्रपान करते हुए पाया जाता है तो ऐसे में 1 हजार से 5 हजार रुपए तक जुर्माना का प्रावधान है. यह संशोधन अधिनियम तत्काल प्रभाव से प्रभावशील हो गया है।

  • बालाघाट मुठभेड़ में मारी गई दोनो महिला नक्सलियों की शिनाख्त छग के सुकमा निवासी के रूप में हुई
    जगदलपुर। बालाघाट मुठभेड़ में मारी गई 28 लाख की ईनामी दो महिला नक्सलियों की शिनाख्त छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग के सुकमा जिले के जगरगुंडा की रहने वाली मृत महिला नक्सली सुनीता उर्फ सोमड़ी मंडावी एवं सुकमा जिले के चिंतलनार इलाके की रहने वाली मृत महिला नक्सली सरिता उर्फ बिज्जे के रूप में हुई है। दोनो ईनामी महिला नक्सली मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र के बॉर्डर इलाके में सक्रिय थीं। इन दोनों महिला नक्सलियों पर छत्तीसगढ़ सरकार की तरफ से 5 लाख, महाराष्ट्र सरकार ने 6 और मध्यप्रदेश सरकार ने 3 लाख रुपए का इनाम घोषित किया था। दोनों नक्सली एरिया कमेटी मेंबर के रूप में सक्रिय थी। दोनों 14-14 लाख रुपए की हार्डकोर इनामी नक्सली थी। इनमें से एक मृत महिला नक्सली का नाम सुनीता उर्फ सोमड़ी मंडावी है। जो सुकमा जिले के जगरगुंडा की रहने वाली थी। सुनीता सिर्फ छत्तीसगढ़ में ही 5 से ज्यादा बड़ी वारदातों में शामिल थी। बताया जा रहा है कि कई साल पहले ये नक्सलियों के दल में शामिल हुई थी। वर्तमान में यह एरिया कमांडर के रूप में सक्रिय थी। दूसरी मृत महिला नक्सली का नाम सरिता उर्फ बिज्जे है। बिज्जे भी सुकमा जिले के चिंतलनार इलाके की रहने वाली थी। सुनीता और बिज्जे ने लगभग एक ही समय में नक्सल संगठन में शामिल हुई थी। दोनों नक्सली हार्डकोर नक्सली कमांडर हिड़मा के क्षेत्र की ही रहने वाली थी। सरिता को भी बड़े नक्सल लीडर्स ने बालाघाट एरिया में नक्सल संगठन को मजबूती देने के लिए भेजा था। सरिता छत्तीसगढ़ में सिर्फ 2 बड़ी वारदातों में ही शामिल रही है।
  • CG में यहां करवाया जा रहा था बाल विवाह, मौके पर पहुंची टीम और …

     

    कोरिया। अक्षय तृतीया के दिन विकासखण्ड बैकुण्ठपुर के ग्राम पंचायत चारपारा में परिजनों को समझाइश देकर बाल विवाह रुकवाया गया। महिला एवं बाल विकास विभाग से मिली जानकारी के अनुसार बाल विवाह की सूचना मिलते ही तत्काल विवाह स्थल पहुंचकर बाल विवाह हेतु गठित पुलिस ईकाई, चाईल्ड लाईन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता तथा जनप्रतिनिधियों की संयुक्त टीम के द्वारा शाला प्रमाणपत्र के समस्त दस्तावेजों का अवलोकन किया गया।जिसमें बालिका की जन्मतिथि 17 मार्च 2006 पाया गया।

    जिसके बाद दोनों पक्षों के परिजनों को बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006 के तहत बाल विवाह किए जाने की स्थिति में होने वाले वैधानिक प्रावधानों से तथा बालक, बालिका पर पडऩे वाले सामाजिक, शारीरिक दुष्परिणामों से अवगत कराया गया और बाल विवाह रुकवाया गया। परिजनों ने अपनी सहमति जताते हुए वैवाहिक कार्यक्रम स्थगित करने का भरोसा दिलाया साथ ही यह भी सहमति जताई गई कि पंचनामा तैयार करने के बाद भी बाल विवाह किया जाता है तो परिजनों पर बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006 के तहत कानूनी कार्यवाही की जायेगी।

  • CG NEWS : ऐसा भी अंधविश्वास, लाश को जिंदा करने गोबर में गाड़ दिया, जानिए फिर क्या हुआ

     मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर 23 अप्रैल 2023। मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिला में आकाशीय बिजली की चपेट में आकर दो भाईयों की मौत शनिवार को हो गयी थी। इस घटना के बाद पीड़ित परिवार को अपने बेटो के दोबारा जिंदा होने की आश थी, लिहाजा गांव वालों के साथ परिवान ने भी अंधविश्वास में दोनों भाईयों के शव धड़ तक गोबर में गाड़ दिया गया। इस दौरान मौके पर ग्रामीणों का हुजूम भी जुट गया। घंटो की मशक्कत के बाद भी दोनों मृतको के शरीर में कोई भी हरकत नही हुआ। उधर घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची और परिवार वालों को समझाइश देकर शव को बाहर निकलवाया गया।

    CG NEWS : अंधविश्वास का ये मामला मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिला के नागपुर चौकी क्षेत्र के ग्राम सोनवर्षा का है। जानकारी के मुताबिक शनिवार को एकाएक मौसम ने करवट ली थी। प्रदेश के कई जिलों के साथ ही मनेंद्रगढ़ जिला के सोनवर्षा गांव के कछार पारा में शनिवार की शाम तेज आंधी-तूफान के साथ बारिश हो रही थी। इससे बचने के लिए दो युवक महुआ पेड़ के नीचे जाकर बैठे हुए थे। तभी आकाशीय बिजली गिरी, जिसकी चपेट में आकर दोनों युवक आ गए और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। मृतकों का नाम आशीष टोप्पो और सियोन टोप्पो हैं। बताया जा रहा हैं कि मृतक दोनों युवक चचेरे भाई थे।

    CG NEWS : दोनों चचेरे भाइयों की मौत की खबर मिलते ही परिवार वालों में मातम पसर गया। दोनों शव को जिंदा करने की उम्मीद से उसे धड़ तक लोगों ने गोबर में पाट दिया। लेकिन काफी मशक्कत के बाद भी जब दोनों शव में कोई हलचल नहीं हुई, तब गोबर में दबे शवों को बाहर निकाला गया।उधर इस बात की जानकारी पुलिस को मिलते ही पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और परिजनों को समझाया गया। पुलिस ने बताया कि ऐसा करने से मृत व्यक्ति जिंदा नहीं होता है। पुलिस की समझाईश के बाद पीड़ित परिवार ने दोनों युवकों का अंतिम संस्कार गांव में ही किया गया।

    CG NEWS : गौरतलब हैं कि आज भी छत्तीसगढ़ सहित कई स्थानों में आकाशीय बिजली की चपेट में आने से मारे गए लोगों को जिंदा करने के लिए उनके शरीर पर गोबर का लेप लगाने का अंधविश्वास से जुड़ी परंपरा चली आ रही है। हालांकि इस प्रयोग से अब तक कभी सफलता नहीं मिली हैं। बावजूद इसके परिवार के मृत सदस्य को जिंदा करने के लिए उसके शरीर को गोबर में गाड़ दिया जाता है। ऐसी घटनांए अक्सर ग्रामीण इलाकों में देखने को मिलता है। परिजन इस आस में मृतक को घंटों गोबर में गाड़े रहते हैं कि वह जीवित हो जाएगा। लेकिन ऐसा आज तक कभी भी संभव नही हो सका हैं।

  • तिल्दा स्टेशन में मिली अधजली लाश
    रायपुर. तिल्दा रेलवे स्टेशन में देर रात अधजली लाश मिली है. जिससे सनसनी फ़ैल गई. पुलिस ने बताया कि रेलवे माल धक्का के पास अज्ञात युवक का शव मिला है. शव का पंचनामा कर पीएम के लिए भेज दिया है. पुलिस अब गुम इंसान रिकॉर्ड खंगाल रही है. लाश को देखकर हत्या की आशंका जताई जा रही है. पीएम रिपोर्ट आने के पश्चात् ही इसका खुलासा होगा। वही आसपास के थानों को भी सूचना दे दी गई है. ताकि जल्द से जल्द शव का शिनाख्त हो सके.
  • आंधी बारिश से उड़ा पंडित प्रदीप मिश्रा के आयोजन का पंडाल
    भिलाई-दुर्ग। भिलाई के जयंती स्टेडियम में 25 अप्रैल से पंडित प्रदीप मिश्रा सिहोर वाले यहां शिव महापुराण कथा सुनाएंगे। इस आयोजन की तैयारी के लिए पूरा शहर लगा हुआ है। आयोजन समिति ने एक लाख वर्ग फिट क्षेत्रफल में टेंट लगवाया था, जिससे भक्तों को कोई परेशानी न हो। शनिवार को आई तेज आंधी बारिश ने पूरे टेंट को बिगाड़ दिया। आंधी से टेंट का काफी हिस्सा उड़ गया। बताया जा रहा है कि इससे आयोजक को काफी बड़ा नुकसान हुआ था। हालांकि आयोजकों का कहना है कि आयोजन में वो किसी तरह की कमी नहीं होने देंगे। जल्द ही फिर से टेंट को तैयार कराने के लिए उनकी टीम जुटेगी।
  •  *पेंशनभोगियों के अधिकारों की सुरक्षा करने पेंशन लोक अदालत का आयोजन*
    *रायपुर में पेंशन लोक अदालत का किया जायेगा आयोजन* *पेंशन संबंधी मामलों के संबंध में पेंशनधारी जिला विधिक सेवा प्राधिकरण रायपुर में संचालित पेंशन लोक अदालत में अपना मामला प्रस्तुत कर सकते हैं* रायपुर 21 अपै्रल 2023/छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण बिलासपुर के मार्गदर्शन में इस वर्ष आगामी नेशनल लोक अदालत में पेंशन लोक अदालत का भी आयोजन रायपुर में किया जायेगा। जिसमें सरकारी एवं अर्द्धसरकारी कार्यालयों के सेवानिवृत्त हो चुके अधिकारीयों, कर्मचारियों के पेंशन मामलों का शीघ्र निराकरण किया जायेगा। पेंशन लोक अदालत के आयोजन का उद्देश्य पेंशनधारियों की शिकायतों को देखना है, जिससे पेंशन भोगियों का मौके पर ही उनके मामलें का निराकरण किया जा सके। पेंशन बकाया, पेंशन वृद्धि के बकाया एवं पेंशन संबंधी मामलों के संबंध में पेंशनधारी जिला विधिक सेवा प्राधिकरण रायपुर में संचालित पेंशन लोक अदालत में अपना मामला प्रस्तुत कर सकते हैं। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण रायपुर के अधिकारियों ने बताया कि पेंशनधारियों के मामले में निःशुल्क विधिक सहायता भी प्रदान की जाती है, यदि बुजुर्ग पेंशनधारियों को उनके विभाग के माध्यम से उनके पेंशन प्रकरण का निराकरण नहीं हो पा रहा है तो वह पेंशन लोक अदालत में आकर अपना आवेदन दे सकते हैं। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण रायपुर द्वारा सभी विभाग के पेंशनधारियों से अपील की गई हैं कि यदि उनको पेंशन प्रकरणों की समस्या है, तो वे सभी अधिक जानकारी के लिये जिला विधिक सेवा प्राधिकरण रायपुर से संपर्क कर सकते हैं और अपना मामला प्रस्तुत कर सकते हैं। जिनसे उनके मामलों को आगामी नेशनल लोक अदालत 13 मई 2023 के माध्यम से निराकरण सुनिश्चित किया जा सके। इस संबंध में माननीय श्री संतोष शर्मा, जिला न्यायाधीश/ अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण रायपुर द्वारा सभी लोगों से अपील की गई है कि पेंशनभोगियों के अधिकारों की सुरक्षा करने हेतु पेंशन लोक अदालत प्रतिबद्ध है और सभी लोग अधिक से अधिक इसका लाभ प्राप्त करें। CG 24 News
  • मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल अक्ती तिहार एवं माटी पूजन दिवस कार्यक्रम में हुए शामिल

    मानव स्वास्थ्य की तरह धरती माता के स्वास्थ्य की चिंता कर जैविक खेती को अपनाएं: श्री भूपेश बघेल

    मुख्यमंत्री इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित अक्ती तिहार एवं माटी पूजन दिवस कार्यक्रम में हुए शामिल

    कृषि अभियांत्रिकी के पृथक संचालनालय बनाने की घोषणा

    मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित अक्ती तिहार एवं माटी पूजन दिवस कार्यक्रम में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने इस शुभ अवसर पर गांव की माटी, देवी-देवताओं और ठाकुर देव की पूजा की और बीज बुवाई संस्कार के तहत लौकी, सेम, तोरई के बीज बोये। मुख्यमंत्री ने अच्छी फसल के लिए धरती माता से कामना करते हुए कोठी से धान के बीज लाकर पूजा की और गौ-माता को चारा भी खिलाया। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने धरती माता से राज्यवासियों के धन-धान्य से भरे रहने की कामना की। अक्ति तिहार के अवसर पर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने ट्रैक्टर चलाकर खेत की जुताई की।

     

    मुख्यमंत्री ने अक्ति तिहार और भगवान परशुराम जयंती की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भगवान परशुराम ने ही अक्षयपात्र का निर्माण किया था। ऐसा माना जाता है कि भगवान परशुराम ने कृषि के क्षेत्र में भी कई शोध किए। उनका फरसा युद्ध के साथ खेती-किसानी में भी उपयोगी है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ कृषि प्रधान प्रदेश है यहां कि 70 से 80 प्रतिशत लोग आजीविका के लिए कृषि पर निर्भर हैं। प्रदेश की अर्थव्यवस्था कृषि पर आधारित होने के कारण राज्य सरकार द्वारा किसानों के लिए कई नई योजनाएं संचालित कर उन्हें समृद्ध करने का कार्य किया है। इससे इन चार सालों में कृषि उत्पादन में अत्यधिक वृद्धि हुई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में किसान 20 क्विंटल प्रति एकड़ धान बेच सकेंगे, इससे किसानों को बहुत लाभ होगा। सरकार की किसान हितैषी नीतियों के कारण राज्य में धान का उत्पादन 107 लाख मीट्रिक टन हो चुका है। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा कोदो औऱ कुटकी का समर्थन मूल्य निर्धारित किया गया है और उसकी खरीदी की व्यवस्था भी की है। छत्तीसगढ़ में बड़ी मात्रा में खासकर आदिवासी अंचलों में कोदो, कुटकी, रागी का उत्पादन करते हैं। छत्तीसगढ़ उद्यानिकी और वानिकी के क्षेत्र में एक बड़ा हब बनेगा देश-विदेश से लोग यहां अध्ययन के लिए आएंगे। मुख्यमंत्री ने धरती माता की रक्षा करने और जैविक खाद्य का उपयोग करने, आने वाले पीढ़ी के लिए साफ पानी, शुद्ध हवा बचाने की शपथ दिलाई।

    इंदिरा बीज ब्रांड को लॉन्च किया

        मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय द्वारा विकसित इंदिरा बीज ब्रांड को लॉन्च किया। उन्होंने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि विश्वविद्यालय द्वारा विकसित इंदिरा बीज ब्रांड कृषकों के लिए लाभकारी होगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कृषि शोध पर आधारित कॉफी टेबल बुक का भी विमोचन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने जब गोबर खरीदी की शुरुआत की तो लोगों ने मजाक उड़ाया लेकिन आज साढ़े 3 लाख लोग गोबर बेच रहे हैं और 230 करोड़ रुपए उनके खाते में पहुंच चुका है। मिलेट्स को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने कारगर कदम उठाए हैं। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में मिलेट्स कैफे संचालित हो रहा है और जल्द ही इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय और एम्स के बीच हुए समझौते के अनुसार एम्स में भी मिलेट्स कैफे खुलेगा इससे वहां मरीजों को मिलेट्स से बने पोषक आहार दिए जा सकेंगे। इस अवसर पर बीज निगम के अध्यक्ष  अग्नि चंद्राकर, शाकंभरी बोर्ड के अध्यक्ष श्री रामकुमार पटेल, मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री प्रदीप शर्मा, नाफेड के वरिष्ठ महाप्रबंधक श्री उन्नीकृष्णन कुरूप, उद्यानिकी विभाग के संचालक श्री माथेश्वरण डी. उपस्थित थे।

        कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि आज के दिन हम धरती की पूजा करते हैं । आज के दिन खेतों में बीज डालने का मुहूर्त होता है। यह हम वर्षों से गांव में करते आ रहे हैं। आज अक्ति के दिन इस अवसर पर हमने विशेष आयोजन किया। कृषि मंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ की उस परंपरा को पुनर्जीवित किया है जो हमारी मूल परंपरा थी। हमारी सरकार की किसान हितैषी नीतियों के कारण कृषकों की संख्या बढ़ी, उत्पादन भी बढ़ा इसका ही परिणाम है कि हमारे द्वारा 170 मीट्रिक टन धान की खरीदी की, जो देश में अभूतपूर्व रिकॉर्ड है। साथ ही कार्यक्रम को कुलपति  गिरिश चंदेल, कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ. कमलप्रीत सिंह ने भी सम्बोधित किया।

        कार्यक्रम में साथ ही कृषि विश्वविद्यालय डिजिटल पोर्टल का शुभारंभ किया गया और कृषि आधारित साहित्य का विमोचन किया गया। किसानों को बीज और पौध सामग्री वितरित की गई। मुख्यमंत्री एवं कृषि मंत्री को बेमेतरा जिले के महिला समूहों द्वारा बनाए गए अल्सी से बने जैकेट भेंट की।

  • *उप महानिरीक्षक जेल श्री तिग्गा को सेंट्रल जेल रायपुर अधीक्षक का अतिरिक्त प्रभार, तबादला आदेश जारी*
    *उप महानिरीक्षक जेल श्री तिग्गा को सेंट्रल जेल रायपुर अधीक्षक का अतिरिक्त प्रभार, तबादला आदेश जारी* /छत्तीसगढ़ के केंद्रीय जेल अधीक्षकों का तबादला किया गया है. जिसका आदेश गृह विभाग ने जारी किया है. इस आदेश के अनुसार रायपुर सेंट्रल से योगेश सिंह क्षत्री अंबिकापुर भेजें गए है | उप जेल अधीक्षक उत्तम कुमार पटेल का रायपुर सेंट्रल जेल स्थानांतरण किया गया हैं. जबकि जेल उप महानिरीक्षक मुख्यालय एस एस तिग्गा को केंद्रीय जेल रायपुर अधीक्षक का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. वहीं एम.एन प्रधान को महासमुंद जिला जेल की जिम्मेदारी मिली है. 12 अप्रैल 2023 को आर आर राय के लिए अंबिकापुर के लिए जारी आदेश मे संशोधन करते हुए उन्हें केन्द्रीय जेल दुर्ग ट्रांसफ़र किया गया है. इसी तरह सहायक जेल अधीक्षक राहुल गंगराले को उप जेल डोंगरगढ़ ट्रांसफर किया है. बिलासपुर से मन्नू मानिकपुरी की रिपोर्ट