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  • 'तू मेरी बहन को घुमाता है' कहकर लड़के ने साथियों संग मिलकर युवक को मारा चाकू

    कोरबा: साथियों के साथ मिलकर लड़के ने एक युवक को बीच रास्ते में चाकू मार दिया। उसका कहना था कि तू मेरी बहन को बाइक से घुमाता है। मैं आज तुझे छोडूंगा नहीं। यह पूरा मामला कोरबा के माणिकपुर चौकी क्षेत्र का है।

    जानकारी के मुताबिक, मुड़ापार क्षेत्र का रहने वाला विशाल गुरुवार शाम को बाजार के लिए निकला था। इसके बाद वह बाजार करके लौट रहा था। उसी दौरान कुछ लोगों ने उसे बीच रास्ते में रोक लिया। उसमें से एक लड़के ने उसे कहा कि 'तू मेरी बहर को बाइक में घुमाता है। चल मैं आज तुझे बताता हूं और फिर उसने युवक पर ब्लेड से हमला किया।' इसके बाद अपने साथियों के साथ मिलकर उसे खूब पीटा भी।

    वारदात के बाद आरोपी फरार हो गए। जिसके बाद पीड़ित विशाल ने पुलिस से भी मामले की शिकायत की और पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी है। पीड़ित युवक का कहना है कि मेरे ऊपर झूठा आरोप लगाया जा रहे हैं। मैं किसी लड़की को बाइक में नहीं घुमाता हूं। पीड़ित ने ये भी आरोप लगाया है कि पुलिस ने उन आरोपियों को थाने भी बुलाया था। मगर बिना कार्रवाई के ही उसे उन्हें छोड़ दिया गया है। आरोपियों में कुछ नाबालिग भी शामिल हैं।

  • प्रेमी ने फांसी लगाकर की आत्महत्या तो सदमे में नाबालिग प्रेमिका ने उठाया खौफनाक कदम

    कोरबा। नाबालिग प्रेमिका ने अपनी प्रेमी के मौत से दुखी होकर खौफनाक कदम उठा लिया। नाबालिग ने कीटनाशक पीकर आत्महत्या का प्रयास किया है। जिसके बाद गंभीर हालत में उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। मामला जिले के रजगामार चौकी क्षेत्र का है।

    जानकारी के अनुसार कोरकोमा गांव की रहने वाली 17 साल की नाबालिग लड़की का बांधा पाली के नाबालिग लड़के से प्रेम प्रसंग था। लड़के की उम्र भी 17 साल की थी। दोनों के घरवालों ने फैसला लिया था कि जब दोनों 18 साल के हो जाएंगे तब शादी कर दी जाएगी। बताया गया है जब से दोनों का रिश्ता तय हुआ, इसके बाद से दोनों काफी बातचीत किया करते थे। इस बीच 28 जुलाई को लड़के ने अज्ञात कारणों से फांसी लगाकर जान दे दी।

    इस घटना के बाद लड़की सदमे में आ गई थी और काफी परेशान रहा करती थी। जिसके कारण उसके घर वाले उसकी निगरानी करने लगे थे। इस बीच 3 जुलाई की रात को लड़की ने कीटनाशक पी लिया। जिसके कारण उसे उल्टी होने लगी थी। तब घर के लोग मौके पर पहुंचे और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जिला अस्पताल के ICU में लड़की का इलाज चल रहा है। उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।

  • तीन दिन के अंदर सांप ने 3 भाइयों को डंसा: दो की मौत, एक की हालत गंभीर

    बलरामपुर: छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले से एक दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां तीन दिन के अंदर सांप ने तीन भाइयों को डंस लिया। इनमें दो सगे भाइयों की मौत हो गई और ममेरे भाई की हालत गंभीर बनी हुई है। पहले बड़े भाई की सांप के डंसने से मौत हुई। उसकी चिता की आग ठंडी भी नहीं हुई थी कि छोटे भाई की सर्पदंश से मौत हो गई। सांप ने बरामदे में सो रहे ममेरे भाई को भी डंस लिया है। उसकी भी हालत गंभीर बनी हुई है। घटना ललिया थाना क्षेत्र के भवानियापुर गांव में हुई है।

    सांप ने सबसे पहले सोमवार की रात बड़े भाई अरविंद मिश्रा को निशाना बनाया। मंगलवार को इलाज के दौरान बहराइच जिला अस्पताल में उनकी मौत हो गई। भाई की अंत्येष्टि के बाद थके 25 वर्षीय छोटे भाई गोविंद मिश्रा बुधवार रात नौ बजे भोजन के बाद सो गए थे। बगल में उनकी पत्नी भी सोई थी। बरामदे में गोविंद का ममेरा भाई सिकंदरबोझी निवासी 22 वर्षीय चंद्रशेखर भी सो रहा था।गोविंद व उनके ममेरे भाई चंद्रशेखर दोनों को सोते समय सांप ने डस लिया लेकिन थककर सोने के कारण उस समय जानकारी नहीं हो पाई। रात एक बजे दोनों की हालत बिगड़ गई। दोनों के पेट में दर्द होने लगा। उनकी आंखों से धुंधला दिख रहा था।

    गोविंद व चंद्रशेखर को श्रावस्ती के लक्ष्मणपुर बाजार स्थित एक प्राइवेट चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। बाद में गोविंद को सिरसिया स्थित जिला अस्पताल ले जाया गया। हालत गंभीर होने पर चिकित्सक ने उन्हें बहराइच रेफर कर दिया। सुबह 10 बजते-बजते गोविंद की मौत हो गई। लक्ष्मणपुर प्राइवेट चिकित्सालय में भर्ती चंद्रशेखर की हालत न सुधरने पर चिकित्सक ने उन्हें भी बहराइच जिला अस्पताल भेज दिया है।

    शिवपुरा सीएचसी के अधीक्षक डॉ. प्रणव पांडेय ने बताया कि गोविंद को करैत सांप ने डंसा है। उनके पैर की उंगली में सर्पदंश के निशान मिले हैं। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. सुशील कुमार, एसीएमओ डॉ. एके सिंघल, थाना ललिया के प्रभारी निरीक्षक संतोष कुमार तिवारी आदि ने घटनास्थल का जायजा लिया है।

    तीन दिनों के बीच दो जवान बेटों को गवां चुकी बूढ़ी मां व पिता का रो-रोकर बुरा हाल है। गोविंद व अरविंद की पत्नियां रो-रोकर बेहाल हैं। सीएमओ डा. सुशील कुमार पहुंचे तो बूढ़ी मां उनसे लिपटकर रोने लगी। ललिया थाना की पुलिस टीम सभी का हौसला बढ़ाती दिखी। पिता साधूराम की माली हालत ठीक नहीं है। तय हुआ कि पोस्टमार्टम कराकर उन्हें सरकार की ओर से मदद दिलाई जाए।

    चिकित्साधीक्षक डा. प्रणव पाण्डेय ने बताया कि तराई में सांप की जहरीली प्रजातियां मौजूद हैं। यहां सांपों की बहुलता है। वर्षाकाल होने के कारण सांप अपनी सुरक्षा के लिए लोगों के घरों में शरण लेते हैं। करैत प्रजाति का सांप दीवार पर चढ़ने का आदी होता है। वह चारपाई पर भी चढ़ जाता है। सो रहे व्यक्ति की जरा सी हरकत पर डंसने से नहीं चूकता।

    मच्छरदानी लगाकर सोने से ही सुरक्षा मिल सकती है। ग्रामीणों को चाहिए कि वे मच्छरदानी का प्रयोग जरूर करें। उन्होंने बताया कि सीएचसी पर एंटी स्नेक इंजेक्शन उपलब्ध है। आक्सीजन की भी उपलब्धता है। सांप के डसने पर झाड़फूंक के बजाए अस्पताल लाने पर मरीज की जान बच जाती है।

  • साप्ताहिक बाजार के पास मिली सड़ी-गली लाश.. मारकर फेंकने की आशंका, शव की नहीं हो सकी है पहचान

    छत्तीसगढ़: रायगढ़ जिले में एक सड़ी-गली लाश मिली है। उसका चेहरा पूरी तरह से सड़ चुका है। शरीर में कई जगह चोट के निशान हैं। इस वजह से आशंका है कि उसकी हत्या की गई है। हत्या के बाद शव को फेंक दिया गया है। पुलिस मामला दर्ज कर जांच में जुटी है। मामला लैलूंगा थाना क्षेत्र का है।

    जानकारी के मुताबिक, साप्ताहिक बाजार लैलूंगा के आगे चार गोड़ा रोड तालाब के पास झाड़ियों में मंगलवार को लोगों ने एक लाश देखी थी। लाश देखने के बाद उन्होंने पुलिस को सूचना दी थी। सूचना मिलने पर पुलिस की टीम मौके पर पहुंची थी। मौके पर पहुंचने पर पुलिस ने देखा कि शव सड़ चुका है।

    शव देखने के बाद पुलिस का कहना है कि ये शव किसी युवक का है। जिसकी उम्र करीब 30 से 32 साल रही होगी। इसके बाद पुलिस ने शव के बारे मे जानकारी जुटाई। मगर उसके बारे में कुछ पता नहीं चल सका है। पुलिस ने शव को पीएम के लिए भेज दिया है। पुलिस का कहना है कि पीएम रिपोर्ट के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। पुलिस ने आस-पास के गांव में सूचना दी है और पहचान करने में जुटी है।

  • मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के माध्यम से अब तक 25 लाख  से ज्यादा लोगों का निःशुल्क इलाज

    मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के माध्यम से अब तक 25 लाख से ज्यादा लोगों का इलाज मोबाइल मेडिकल यूनिट के चिकित्सा दल द्वारा गरीबों की बस्तियों में पहुंचकर किया है। योजना के तहत अब पूरे राज्य के नगरीय क्षेत्रों के स्लम बस्तियों में चिकित्सक, पैरामेडिकल टीम, मेडिकल उपकरण एवं दवाओं से लैस 120 मोबाइल मेडिकल यूनिट पहुंचकर लोगों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करा रही है। योजना के तहत अब तक पांच लाख 15 हजार 574 मरीजों को पैथालॉजी टेस्ट की सुविधा मुहैया कराने के साथ ही 20 लाख 92 हजार 266 से अधिक मरीजों को निःशुल्क दवाएं दी गई हैं। योजना के तहत लाभान्वित मरीजों में दो लाख 41 हजार 865 श्रमिक भी हैं।
    प्रायः देखा गया है कि गरीब लोग कई कारणों से अस्पताल तक नही पहुंच पाते, जिससे उनका इलाज नहीं हो पाता। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने गरीबों की इस पीड़ा को समझा। गरीबों का इलाज करने उनके घर पर ही डॉक्टर पहुंचे ऐसी परिकल्पना उन्होंने की। 
    शहरों में मोबाइल मेडिकल यूनिट के वाहन घूम-घूम कर स्लम बस्तियों में निवासरत गरीबों का इलाज कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ शासन के नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग द्वारा संचालित मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के तहत अब तक राज्य के 169 नगरीय निकायों की स्लम बस्तियों में 35 हजार 801 कैम्प लगाकर लोगों की निःशुल्क जांच व उपचार कर दवाईयां दी गई हैं। नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि नगरीय क्षेत्रों की तंग बस्तियों के एवं अन्य जरूरत मंद लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें निशुल्क दवायें उपलब्ध करायें।
    गौरतलब है कि राज्य के 14 नगर निगम क्षेत्रों की स्लम बस्तियों में रहने वाले लोगों को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के लिए मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के प्रथम चरण की शुरूआत 01 नवम्बर 2020 को हुई थी। इसके तहत 60 मोबाइल मेडिकल यूनिट द्वारा स्लम बस्तियों में जाकर लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण और उपचार एवं दवा वितरण की शुरूआत की गई थी। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा इस योजना से लोगों को घर पहुंची। स्वास्थ्य सुविधा को देखते हुए 31 मार्च 2022 को इसका विस्तार पूरे राज्य के नगरीय निकाय क्षेत्रों में किया गया तथा 60 और नई मोबाइल मेडिकल यूनिट शुरू की गई। 

  • बिहान दीदीयों की धान, बांस आदि से बनी राखियां भाईयों की कलाई पर सजेंगी

    महासमुंद जिले की महिला स्व-सहायता समूह के द्वारा हस्तनिर्मित राखी जिसे बहनों ने बड़ेे प्रेम और उत्साह से छोटे, नन्हें, बड़े भाइयों के लिए बांस, धान, रखियॉ बीज, मोती, रुद्राक्ष एवं ऊन सूती धागा से मनमोहक आकर्षक तरीके से बनायी जा रही है। इसे उन्होंने सौम्य बंधन का नाम दिया है। बिहान बहनों ने छत्तीसगढ़ के साथ अपनी अन्य बहनों से इन राखियों को अपने भाइयों की कलाई के लिए खरीद कर छत्तीसगढ़ की संस्कृति मिट्टी की खुशबू के साथ इस पवित्र त्यौहार को हर्षाेउल्लास से मनाने कहा है। बनाई गई राखियां शहरी, ग्रामीण बाजारों के साथ-साथ जिला मुख्यालय महासमुंद में स्थित सी-मार्ट में भी बिक्री की जा रही है।
    जिले की कई समूह की महिलाओं ने कहा है कि बहनें अपने प्यारे भाई के प्रति अपने अटूट प्यार को दर्शाने के लिए उन्हें इन आकर्षक राखियों की भेंट दें। इसे महासमुन्द की ग्रामीण स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा सावधानीपूर्वक, दस्तकारी से खूबसूरत एवं आकर्षक ढंग से बनाया एवं पिरोया गया है। आपकी स्नेह भरी खरीदी से उनकी आजीविका बढ़ाने में मदद मिलेगी और 140 से अधिक महिला और उनके परिवारों का उत्साह बढ़ाने में एक अनूठा प्रयास होगा।
    मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री एस. आलोक ने बताया कि महिला स्व-सहायता समूह के उत्पादित सामग्रियों को सी-मार्ट में विक्रय किया जा रहा है। इसके लिए जिला मुख्यालय, सभी ब्लॉक मुख्यालयों में इनके द्वारा निर्मित अलग-अलग प्रकार की सामग्रियों के बिक्री के लिए महिलाओं को स्टॉल भी उपलब्ध करायें गए है। इसके अलावा स्थानीय हाट बाजारों और राजधानी रायपुर सहित पड़ोसी जिलो में भी इनकी माँग है। यहां पर महिला स्व-सहायता समूह से उत्पादित सामग्रियों को बिक्री की जा रही। वहीं 12 समूह की महिलाओं को 25 हजार राष्ट्रीय झण्डे बनाने का विभिन्न कार्यालयों द्वारा वर्क ऑर्डर दिया गया है। इनके हाथ से बने झण्डे आजादी की 75वीं वर्षगांठ व अमृत महोत्सव पर जिले के घरों में 13 से 15 अगस्त फहराया जाएगा। इससे महिलाओं के इस प्रयास से उनके आर्थिक एवं सामाजिक स्थिति में आने वाले समय पर बेहतर परिणाम देखने को मिलने लगा है। इससे महिलाएं अपने हुनर और योजना का लाभ उठाकर न केवल आर्थिक रूप से मजबूत हो रही बल्कि वे आत्मनिर्भर बना रही है।
    छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान अंतर्गत विकासखण्ड महासमुंद के ग्राम पंचायत बरिहापाली की महा गौरी समूह, कोमाखान की एकता महिला समूह के साथ ही कछारडीह, रायतुम, मुनगाशेर, कांपा, कोमाखान, बिरकोनी में श्री कृष्णा, उगता सूरज, राधा कृष्णा, नवा बिहान, ओम महिला, स्वाभिमान, श्री शक्ति महिला, गीता महिला, बजरंग महिला, आदिवासी महालक्ष्मी, जयदुर्गा, जय मॉ अम्बे, जय बजरंग, अन्नपूर्णा, शारदा एवं गायत्री समूह के महिला सदस्यों द्वारा राखी तैयार किया जा रहा है। स्थानीय बाजार में समूह द्वारा बनाई गई राखीं को 10 रूपए से लेकर 50 रूपए तक बेचा जा रहा हैं। जिले के अलावा आसपास के जिलों में भी समूह महिलाओं द्वारा बनाई गई राखीं की अच्छी खासी मांग हैं।

  • रायपुर ब्रेकिंग  कांग्रेस का राष्ट्रव्यापी हल्ला बोल प्रदर्शन   रायपुर के अम्बेडकर चौक में धरना प्रदर्शन शुरू
    रायपुर ब्रेकिंग कांग्रेस का राष्ट्रव्यापी हल्ला बोल प्रदर्शन रायपुर के अम्बेडकर चौक में धरना प्रदर्शन शुरू प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम के नेतृत्व में प्रदर्शन प्रदेश कांग्रेस के तमाम दिग्गज नेता मौजूद सीएम भूपेश बघेल भी धरना प्रदर्शन में है शामिल बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी, खाद्य पदार्थो में जीएसटी का विरोध अग्निपथ योजना को रद्द करने की मांग सभा के बाद करेंगे राजभवन का घेराव राष्ट्रपति के नाम राज्यपाल को सौंपेंगे ज्ञापन
  • सरपंच पति की हत्या का खुलासा: अतिक्रमण रुकवाये जाने से नाराज गांव के युवक ने की थी हत्या

    दुर्ग: ग्राम डोड़की-शिवकोकड़ी की सरपंच बीनाबाई निषाद के पति कौशल निषाद (55) वर्ष का शव नदी में मिला था। जिसका खुलासा अब पुलिस ने कर दिया है। आरोपी कोई और नहीं बल्कि गांव का ही एक युवक निकला है। आरोपी ने सरपंच पति की हत्या अतिक्रमण को रुकवाये जाने से नाराज होने पर नदी में डुबाकर मार दिया था।

    दरअसल, सरपंच पति बुधवार को पत्नी बीनाबाई को नहाने जाने की बात कहकर घर से निकला था। दोपहर तक जब वो घर नहीं लौटा तो परिजनों ने उसकी पतासाजी शुरू की। पतासाजी के दौरान आमनेर नदी के किनारे उसका कपड़ा और चप्पल पड़ा हुआ मिला। इसके बाद घरवालों ने नदी के आसपास काफी खोजा-बीन की, लेकिन वह कहीं नहीं मिला। गांव वालों और पुलिस को परिजनों ने घटना की जानकारी दी। सूचना मिलते ही लिटिया पुलिस ने तलाश शुरू की। इस बीच कौशल निषाद का शव नदी में मिला। शव मिलने के बाद पुलिस ने जांच के दौरान गांव के एक संदेही तामेश्वर पटेल को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की गई। पूछताछ में आरोपी ज्यादा देर पुलिस को गुमराह नहीं कर पाया और हत्या करने की बात कबूल की।

    घटना के संबंध में दुर्ग पुलिस ने बताया कि देऊरकोना में रहने वाले कौशल निषाद की हत्या गांव के ही तामेश्वर पटेल ने की थी। सरपंच पति ने आरोपी द्वारा गांव के नदी किनारे किए जा रहे अतिक्रमण को रुकवा दिया था। पंचायत की ओर से आरोपी को नोटिस भी जारी किया गया था।

    गुरूवार सुबह नहाने जाते समय दोनो की मुलाकात हो हुई तो सरपंच पति ने आरोपी को गुंडा कह दिया, जिससे नाराज होकर आरोपी ने सरपंच पति को घसीटते हुए नदी में डूबकर उसकी हत्या कर दी थी। हत्या वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी फरार हो गया था। फिलहाल इस मामले में आरोपी से पूछताछ जारी है।

  • आज मंडल रेल प्रबंधक जूनाखेड़ा स्टेशनों का करेंगे निरीक्षण
    कोटा। मंडल रेल प्रबंधक पंकज शर्मा शुक्रवार को रामगंजमंडी-भोपाल नई लाइन के झालरापाटन और जूनाखेड़ा स्टेशनों का निरीक्षण करेंगे। शर्मा स्पेशल ट्रेन से सुबह 7:30 बजे कोटा से रवाना होंगे। शर्मा का दोपहर तक कोटा लौटने का कार्यक्रम है। उल्लेखनीय है कि रेलवे ने कोटा-झालावाड ट्रेन को जूनाखेड़ा तक बढ़ाने के आदेश दिए हैं। जल्दी ही इसका संचालन किया जाएगा। कयास लगाए जा रहे हैं इसी संभावनाओं को तलाशने के लिए शर्मा ने जूनाखेड़ा स्टेशन का निरीक्षण करने का निर्णय लिया है। ट्रेन को सांसदों द्वारा हरी झंडी दिखाई जाएगी।
  • जिला प्रशासन की सार्थक पहल से पहाड़ी कोरवा परिवार के दो बच्चों को पढ़ाई के लिए प्रवेश दिलाया गया

    दूरस्थ अंचल के विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा और बिरहोर परिवार के बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए जिला प्रशासन द्वारा विशेष पहल किया जा रहा है। बच्चों को उच्च शिक्षा और रोजगार के अवसर मिले इसके लिए कोचिंग की भी व्यवस्था की गई है ताकि बच्चे अपना भविष्य सवार सकें।
    इसी कड़ी में कलेक्टर  रितेश कुमार अग्रवाल के मार्गदर्शन में जिले के विशेष पिछड़ी जनजाति परिवार के बच्चों को शिक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराने हेतु सतत प्रयास किया जा रहा है। बगीचा विकासखंड के ग्राम पंचायत सन्ना के ग्राम बलादरपाठ के 11 वर्षीय व्यंगराम पिता ननका राम एवं 09 वर्षीय प्रेमसाय पिता सुधन राम को अनुसूचित जनजाति बालक आश्रम बलादरपाठ में उनके अभिभावकों के साथ ले जाकर प्रवेश दिलाया गया है साथ ही बच्चों को पढ़ाई के लिए सारी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है।

  • खाद्य प्रतिष्ठानों में विभाग ने दी दबिश, 109 नमूनें लिए गये, कुछ नमूने भेजे गए राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला

    जगदलपुर। त्योहारों से पहले शहर के खाद्य प्रतिष्ठानों में पंहुचकर कलेक्टर के आदेशानुसार अनुविभागीय अधिकारी राजस्व के द्वारा खाद्य सुरक्षा अधिकारी के नेतृत्व में विभिन्न खाद्य प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया गया। शहर के विभिन्न प्रतिष्ठानों से खाद्य पदार्थों के नमूने संकलित कर चलित खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला द्वारा जांच की गई एवं कुछ नमूने राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला जांच हेतु भेजा गया। साथ ही उपभोक्ताओं एवं कारोबारियों को खाद्य पदार्थों में मिलावट, पैकेजिंग एवं लेबलिंग के संबंध में आवश्यक जानकारी दी गई।
    खाद्य सुरक्षा अधिकारी सुष्मित देवांगन ने बताया कि जांच हेतु कुल 109 नमूनें लिए गए। साथ ही नमकीन, पनीर, खोवा, डालडा, बेसन, मैदा तेल का नमूना भी लिया गया। ऑईल रिफ्रेक्ल्टो मीटर द्वारा तलने में उपयोग होने वाले तेल का नमूना जांच किया गया एवं जहां तेल के नमूने की गुणवत्ता ठीक नहीं पाए गए तुरन्त नष्ट करवाया गया। मिठाई की दुकानों में मिठाई के निर्माण तिथि तथा अवसान तिथि अनिवार्य रूप से डिस्प्ले करने हेतु निर्देशित किया गया।

    निरीक्षण के दौरान खाद्य कारोबारियों को खाद्य परिसरों एवं पदार्थों की निर्माण स्थली की समुचित सफाई व्यवस्था रखने, गुणवत्तायुक्त खाद्य पदार्थों का उपयोग, मिठाइयों एवं नमकीन बनाने में प्रयोग करने वाले अखाद्य रंगों को उपयोग नहीं करने की समझाईश दी गई। साथ ही किराना दुकानों में बिना बैच नम्बर, बिना तिथि वाले समानों को विक्रय नहीं करने के लिए निर्देशित किया गया। इसके अलावा ग्राहको को साफ-सफाई युक्त खाद्य परिसरों से ही जांच परख कर खाद्य पदार्थ खरीदने, अवसान तिथि, खाद्य लाइसेंस, पंजीयन नम्बर देखकर ही पैक्ड खाद्य पदार्थों को क्रय करने की अपील इस दौरान की गई। खाद्य एवं औषधि प्रशासन की टीम में सुरक्षा अधिकारी नमूना सहायक टीम के साथ मौजूद थे।

  • शिवनाथ नदी में मिली दो युवकों की लाश, एक ने सुसाइड नोट में लिखा – इस तरह और नहीं जी सकता

    दुर्ग। शिवनाथ नदी में दो युवकों की सुबह लाश मिली है। एक शव की पहचान राजनांदगांव निवासी ऋषभ सिंघल के रूप में हुई है। ऋषभ के पास से पुलिस को सुसाइड लेटर भी मिला है। वह क्रेशर व्यवसायी का बेटा था। वहीं दूसरे युवक की पहचान की कोशिश की जा रही है।

    ऋषभ सिंघल (26 साल) राजनांदगांव के वर्धमान नगर का रहने वाला था। ऋषभ के पिता अशोक सिंघल पेशे से क्रेशर व्यवसायी हैं। उनका ढेलकाडीह में अशोक सिंघल नाम से क्रेशर प्लांट है। उसे खुद अशोक सिंघल और उनका बेटा ऋषभ मिलकर देखते थे। घरवालों ने पुलिस को बताया कि बुधवार शाम को वह जिम जाने की बात कहकर बाइक से निकला था। जब रात तक वह घर नहीं लौटा तो परिजनों ने उसके मोबाइल में कॉल किया तो वो बंद बताया। इसके बाद परिजनों ने पुलिस में शिकायत की। पुलिस ने मोबाइल लोकेशन की जांच की तो वह दुर्ग का मिला।

    गुरुवार को पुलिस जब दुर्ग में बघेरा के पास बने शिवनाथ नदी के ब्रिज पर पहुंची वहां ऋषभ की बाइक चप्पल व कपड़े मिले। इसके बाद एसडीआरएफ की टीम को बुलाया गया। एसडीआरएफ की टीम ने कई घंटे की खोज के बाद ऋषभ का शव बरामद कर लिया। उसके अलावा एक और शव को भी बरामद किया गया है। दूसरा शव भी 25-30 साल के युवक की बताया जा रहा है।

    ऋषभ के कपड़ों से एक सुसाइड लेटर मिला है। उसमें उसने अपने माता पिता से मॉफी मांगते हुए लिखा है कि “मुझे माफ कर देना। मैं इस तरह अब और नहीं रह सकता हूं। इतने दिन तक आप लोगों का का चेहरा देखकर जिंदा रहा, लेकिन अब इस तरह और नहीं जी सकता हूं। इसलिए मैं खुदकुशी करने जा रहा हूं।” बताय जा रहा है कि ऋषभ चार साल पहले सड़क दुर्घटना में बुरी तरह घायल हो गया था। वह कई दिनों तक कोमा में भी रहा। इसके बाद वह ठीक तो हो गया, लेकिन उसका शरीर पहले की तरह स्वस्थ नहीं हो पाया। उसकी पूरी बॉडी रिकवर हो जाए इसके लिए वह जिम भी जाता था। लेकिन ऐसा न होने से वो मानसिक रूप से डिप्रेशन में रहता था।