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  • सुराजी योजना: ग्रामीण अर्थव्यवस्था में मजबूती आयी

    छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बावजूद यहां के मूल निवासी एवं रहवासियों को विकास का वो लाभ नहीं मिल सका, जिनके वे असली हकदार थे। गिरता हुआ भू-जल स्तर, खेतीं में लागत की बढ़ोत्तरी, मवेशी के लिए चारा संकट, आदि ने स्थिति को और भयावह बना दिया। साल 2018 के अन्त माह में नई सरकार के गठन के बाद से यह छत्तीसगढ़ में विकास की ब्यार बही तो महासमुन्द भी इससे अछूता नहीं रहा। राज्य शासन की सुराजी योजना नरवा, गरूवा, घुरवा अउ बाड़ी छत्तीसगढ़ की नई पहचान बनी। नरवा (नाला), गरवा (पशु एवं गोठान), घुरवा (उर्वरक) एवं बाड़ी (बगीचा) इनका संरक्षण आवश्यक है। इस योजना के माध्यम से भू-जल रिचार्ज, सिंचाई और ऑर्गेनिक खेती में मदद, किसान को दोहरी फसल लेने में आसानी हुई। पशुओं को उचित देखभाल सुनिश्चित हो सकी। परंपरागत किचन गार्डन एवं ग्रामीण अर्थव्यवस्था में मजबूती आयी है तथा पोषण स्तर में भी सुधार देखा गया है। अब हम पुरातन संस्कृति और सरोकारों को सहेज कर रखने के काम की ओर भी लौट रहंे हैं।
           छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरूवा, घुरवा एवं बाड़ी के अंतर्गत महासमुंद जिले की बात करें तो यहाँ पहले चरण में 65 गौठान निर्माण की अनुमति दी गई थी। जिनकी संख्या बढ़ कर 558 हो गई है। इनमें पंजीकृत पशुपालक 10463 है। इनमें माह सितम्बर तक 28713 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट का उत्पादन हुई। वहीं 27908 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट की बिक्री की गई। इससे स्व-सहायता समूह को 88.86 लाख रुपए की राशि प्राप्त हुई। गरूवा कार्यक्रम के तहत महासमुंद जिले की ग्राम पंचायत में गौठान बननें से मवेशियों को आश्रय मिला है और अब सड़को पर मवेशियों का विचरण कम हुआ है। गौठान में ग्रामीणों द्वारा चारे के दाने के साथ-साथ मवेशियों के उचित प्रबंधन, देखरेख के लिए ग्राम स्तर पर गौठान प्रबंधन समिति का चयन किया गया है, जिनके द्वारा गौठान का संचालन प्रारंभ कर दिया गया है। जिसमें पशु अवशेषों का वैज्ञानिक तरीके से प्रबंधन कर गोबर से आधुनिक खाद तैयार करने, गौ-मूत्र से कीटनाशक तैयार करने एवं गौठान स्थल पर विभिन्न प्रकार के आर्थिक गतिविधि संचालित है। ग्राम गौठान प्रबंधन समिति के सदस्यों द्वारा गौठान का संचालन करने से अब मवेशी एक जगह सुव्यवस्थित रूप से एकत्र रहते हैं। मवेशियों से फसल सुरक्षित होने से किसान भी निश्चिंत हैं साथ ही दुर्घटनाओं में भी कमी आयी है।
    यह योजना पूरे प्रदेश भर में लागू है। बाड़ी लगाने के लिए मनरेगा से सहायता दी जा रही है तो वहीं स्व-सहायता समूहों की महिला एवं समाज कल्याण के ओर से मदद दी जा रही है। ग्रामीण खुद ही आगे बढ़कर मदद कर रहे हैं। गांवों में आवारा मवेशी की समस्या कम हो रही है, इसलिए किसान दूसरी एवं तीसरी फसल लगाने को लेकर भी उत्साहित और ललायित है। इस योजना कार्य से गांव के महिला स्व-सहायता समूहों और युवाओं को जोड़ा जा रहा है। इस योजना से पशुओं से फसल बचाने के लिए खेतों को घेरने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। किसानों को जैविक खाद उपलब्ध हो रहा है तो वहीं कृषि लागत भी कम हुई ह। लोगों को रोजगार के अवसर भी मिलें। प्रदेश में पहले चरण में दो हजार गौठानों के निर्माण की स्वीकृति दी गई है। वर्तमान में इनकी संख्या में बढ़ोतरी की गई।

    गौठानों में पशु अवशेषों का वैज्ञानिक तरीके से प्रबंधन कर गोबर से वर्मी कम्पोस्ट खाद के साथ ही विभिन्न प्रकार के आर्थिक गतिविधियां संचालित है। ग्राम गौठान प्रबंधन समिति के सदस्यों द्वारा गौठान का संचालन करने से अब मवेशियों से फसल सुरक्षित होने से किसान भी निश्चिंत है। साथ ही दुर्घटनाओं में भी कमी आयी है। माह सितम्बर तक मवेशियों के चराई हेतु जिले में कुल 1115 एकड़ में 296 चारागाह के लिए राशि स्वीकृत की गयी है। इनमें 112 पूर्ण, वही 88 प्रगतिरत् है, शेष अप्रारम्भ है। जिले के 139 गौठानों में पशुओं के पौष्टिक हरे चारे के लिए 6,32,400 नेपियर रूट की व्यवस्था की गयी है। जो चयनित गौठानों में उपलब्ध जमीन उपलब्धता के आधार पर कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा 22 गौठानों में 1,36,000 नेपियर रूट चारा उत्पादन की व्यवस्था की गयी है।
     इसके अलावा स्वयं की व्यवस्था से 7 गौठानों में 46,400 नेपियर रूट लगाया गया। तो वही पशुधन विभाग द्वारा 110 गौठानों में 4,50,000 नेपियर रूट चारा उत्पादन की व्यवस्था की गयी है। इसके साथ ही मनरेगा अंतर्गत 122 नवीन चारागाह रकबा 256 एकड़ स्वीकृत किया गया है। जिसमें 13 लाख नेपियर रूट लगाने की कार्ययोजना है। ताकि मवेशियों को पूरे वर्ष हरे चारे की उपलब्धता हो सके। यह योजना पूरें प्रदेश में लागू है। बाड़ी लगाने के लिए मनरेगा से सहायता दी जा रही है। तो वही स्व-सहायता समूहों को महिला एवं समाज कल्याण की ओर से मदद दी जा रही है। ग्रामीण खुद ही आगे बढ़कर मदद कर रहें हैं। गांवों में आवारा मवेशियों की समस्या कम हो गयी है। इसलिए किसान दूसरी एवं तीसरी फसल लगाने को लेकर उत्साहित और ललाइत है। योजना के तहत गरूवा के आस-पास के ग्रामों के किसानों द्वारा गौठानों के लिये स्वेच्छा से पैरा दान भी किया जा रहा है। लाए गए पैरा से भरे ट्रेक्टर गौठानों की आते देखें जा सकतेे है। किसानों के इस कार्य की सराहना की जा रही है। बाड़ी योजना में किसानों के घरों की बाड़ी में सब्जियों और मौसमी फलों के उत्पादन को बढ़ावा दिया जा रहा है। इससे पौष्टिक आहार उपलब्ध हो रहा है। वहीं शाला-आश्रमों, आंगनबाड़ी केंद्रो की खाली पड़ी जमीन पर किचन गार्डन बच्चों द्वारा तैयार कर हरी सब्जी-भाजी का उपयोग कियागया। वर्तमान में देशव्यापी लॉकडाउन के चलते अभी ये संस्थाएं बंद है।

  • DSP की गाड़ी ने 4 को रौंदा, अनियंत्रित होकर डिवाइडर पर चढ़ी, घायल अस्पताल में भर्ती

    कवर्धा। जिले से बड़ी खबर सामने आ रही है. बेमेतरा DSP आर बर्मन की गाड़ी ने डिवाइडर पर बैठे 4 मजदूरों को रौंद दिया. इस घटना में 4 मजदूर घायल हो गए. घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

    जानकारी के मुताबिक घटना कवर्धा के भोजली तलाब के पास मजदूर बजार की है. जहां शनिवार को तकरीबन 12:30 बजे बेमेतरा मुख्यालय में SDOP के प्रभार में पदस्थ DSP आर बर्मन की गाड़ी अनियंत्रित होकर डिवाइडर पर चढ़ गई. जिससे डिवाइडर पर बैठे मजदूर उसकी चपेट में आ गए. गाड़ी के डिवाइडर पर चढ़ते ही मजदूर भाग कर अपनी जान बचाने में कामयाब रहे. लेकिन 4 मजदूरों के हाथ-पैर में चोटें आई हैं. जिन्हें तत्काल जिला अस्पताल मे भर्ती कराया गया है. घायलों का इलाज जारी है. बताया जा रहा है कि गाड़ी DSP आर बर्मन का ड्राइवर चला रहा था. वे उस समय गाड़ी में मौजूद नहीं थे. उनका ड्राइवर अधिकारी की गाड़ी लेकर नाश्ता करने निकला था.

  • छत्तीसगढ़: 136 अतिथि शिक्षकों की होगी भर्ती...आवेदन की अंतिम तिथि 30 अक्टूबर तक

    कोरिया। विकासखण्ड सोनहत एवं भरतपुर में प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक शाला स्तर पर 136 अतिथि शिक्षकों की भर्ती की जायेगी। जिसमें विकासखण्ड सोनहत में प्राथमिक शाला स्तर पर शिक्षक विहीन 3 शालाओं में 5 एवं 25 एकल शिक्षकीय शालाओं में 25 पद रिक्त है। पूर्व माध्यमिक शाला स्तर पर शिक्षक विहीन 1 शाला में 2 एवं 13 एकल शिक्षकीय शाला में 17 रिक्त पदों पर भर्ती की जानी है। इसी तरह विकासखण्ड भरतपुर में प्राथमिक शाला स्तर पर शिक्षक विहीन 1 शाला में 4 एवं 27 एकल शिक्षकीय शाला में 27 और पूर्व माध्यमिक शाला स्तर पर शिक्षक विहीन 5 शाला में 10 एवं 25 एकल शिक्षकीय शाला में 46 शिक्षकों की भर्ती शामिल हैं। जिला शिक्षा अधिकारी ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि इस हेतु संबंधित विकासखण्ड के इच्छुक अर्हताधारी आवेदकों से 30 अक्टूबर तक आवेदन पत्र आमंत्रित किए गए हैं। आवेदन पत्र संबंधित विकासखण्ड शिक्षा कार्यालय में शात 5.30 बजे तक जमा किए जा सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए संबंधित विकासखण्ड शिक्षा कार्यालय से संपर्क किया जा सकता है।

  • यात्रीगण ध्यान दें, आज 13 ट्रेनों का परिचालन बंद

    बिलासपुर। दरेकसा और सालेकसा के बीच एक मालगाड़ी के पटरी से उतर जाने के कारण कई पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन प्रभावित हुआ है। रेलवे की ओर से बताया गया है कि शनिवार को बिलासपुर कटनी पैसेंजर, बिलासपुर शहडोल पैसेंजर, दुर्ग गोंदिया स्पेशल, गोंदिया दुर्ग स्पेशल, गोंदिया इतवारी स्पेशल, इतवारी गोंदिया स्पेशल, रायपुर डोंगरगढ़ स्पेशल, डोंगरगढ़ बिलासपुर स्पेशल, रायपुर डोंगरगढ़ स्पेशल, तुमसर रोड तिरोड़ी स्पेशल, रायपुर केवटी शहडोल स्पेशल, दुर्ग दल्ली राजहरा स्पेशल और डोंगरगढ़ रायपुर स्पेशल ट्रेनों का परिचालन बंद रहेगा। इसके अलावा अंबिकापुर से जबलपुर स्पेशल एक्सप्रेस डेढ़ घंटे की देरी से छूटेगी। साथ ही गोंदिया झारसुगुड़ा में मेमू को आज 23 अक्टूबर को गोंदिया के स्थान पर दुर्ग से रवाना किया जाएगा।

     
     
  • शिक्षकों के खिलाफ जिला शिक्षा अधिकारी से शिकायत...समय पर नहीं पहुंचते स्कूल

    अंबिकापुर। जिले के लुण्ड्रा विकासखण्ड के ग्राम डकई में शासकीय स्कूलों में समय पर शिक्षकों के नहीं पहुंचने का मामला सामने आया है। इस ग्राम में एक ही मैदान में प्राथमिक शाला और हाई स्कूल स्थित है। इन शालाओं का आलम यह है कि यहाँ बच्चे पहुंच कर मैदान में खेलते रहते है पर शिक्षक समय पर स्कूल नहीं पहुंचते। शिक्षकों के इस रवैये से पूरा गाँव परेशान है। जब इस बात की सूचना गाँव वालों ने वहां के सरपंच सीता नागेश को दी तब उन्होंने दो बार स्कूल का आकस्मिक निरिक्षण भी करवाया। निरिक्षण के दौरान शिक्षकों का देर से पहुंचना पाया गया। जब इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी संजय गुहा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मेरे संज्ञान में शिकायत आई है। शिकायत की जाँच कराई जाएगी। जल्द ही स्कूल की व्यवस्था को दुरुस्त किया जाएगा।

  • उच्च शिक्षा की गुणवत्ता के लिए सभी एकजुट होकर प्रयास करें: राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके

    शिक्षा के क्षेत्र को व्यवसाय के रूप में न देखें : उच्च शिक्षा मंत्री श्री पटेल

    राज्यपाल ने छत्तीसगढ़ निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग के नवनिर्मित भवन ‘‘विद्यानिलयम्’’ का लोकार्पण किया

     उच्च शिक्षा की गुणवत्ता के लिए सभी एकजुट होकर प्रयास करें: राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके

    रायपुर, 22 अक्टूबर 2021

     

    राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने छत्तीसगढ़ निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग के नवनिर्मित भवन ‘‘विद्यानिलयम्’’ का लोकार्पण किया। इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल एवं आयोग के अध्यक्ष शिववरण शुक्ला उपस्थित थे। राज्यपाल ने नवनिर्मित भवन के लिए शुभकामनाएं दी। राज्यपाल ने कहा कि उच्च शिक्षा की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए सारे विश्वविद्यालय एकजुट होकर प्रयास करें। हम सबका दायित्व है कि हम उस स्थिति को पुनः प्राप्त करें जैसे प्राचीन समय में हमारा देश शिक्षा के क्षेत्र में जाना जाता था।

    राज्यपाल ने कहा कि सारे निजी विश्वविद्यालय अपने कैरियर प्रकोष्ठ और रोजगार मेले का आयोजन करे, जिससे यहां के विद्यार्थियों को रोजगार के विभिन्न क्षेत्रों की जानकारी मिले। इससे वे पढ़ाई के साथ-साथ कौन से कैरियर का चुनाव करें, उस संबंध में जागरूक हो सके। उन्होंने कहा कि सारे सरकारी विश्वविद्यालय और निजी विश्वविद्यालय मिलकर आपस में एक बैठक करें और उच्च शिक्षा के क्षेत्र में अच्छे कार्यों की जानकारी साझा करें। उन्होंने नई ग्रेडिंग के लिए समिति बनाने तथा विद्यार्थियों की काउंसलिंग के लिए मनोवैज्ञानिकों की सेल बनाने का सुझाव दिया। राज्यपाल ने कहा कि सभी विश्वविद्यालय नैतिक शिक्षा से संबंधित विषयों को पाठ्यक्रम में शामिल करें। इससे विद्यार्थी डिग्री प्राप्त करने के साथ-साथ संस्कारवान बनेंगे।

    सुश्री उइके ने कहा कि हम नये भारत की ओर बढ़ रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हमारा देश निरंतर प्रगति की राह में आगे बढ़ रहा है। उन्होंने नई शिक्षा नीति की घोषणा की थी, अब उसका क्रियान्वयन भी शुरू हो गया है। नई शिक्षा नीति में हम अपनी पुरातन परंपराओं से जुड़ने के साथ-साथ नवीनता को भी अपनाएंगे। हमारी शिक्षा व्यवस्था पहले से अधिक लचीली और प्रासंगिक होगी। विद्यार्थियों के लिए नये अवसरों में वृद्धि होगी। वे वैज्ञानिक और वैश्विक परिवर्तनों के अनुरूप अध्ययन कर पाएंगे।
        राज्यपाल ने सभी विश्वविद्यालयों से आग्रह किया कि नई शिक्षा नीति के अनुरूप पाठ्यक्रम तैयार करें। मैं आयोग से अपेक्षा करूंगी कि वे विश्वविद्यालयों को प्रेरित करते हुए जल्द उन्हें नई शिक्षा नीति का खाका तैयार करने में मदद करेंगे।
        उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल ने कहा कि जिस दिन हमारे प्रदेश के विद्यार्थी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर स्थान बनाएगा, उस दिन मेरा छत्तीसगढ़ को सर्वोच्च स्थान पर देखने का सपना पूरा होगा। हम प्रयास करें कि उच्च शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर अच्छा करें। श्री पटेल ने कहा कि हमें यह प्रयास करना चाहिए कि शिक्षा के क्षेत्र को सिर्फ शिक्षा के रूप में ही देखा जाए, इसे व्यवसाय के रूप में नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकारी कॉलेजों में करीब 02 लाख 63 हजार विद्यार्थी प्रवेश लेते हैं। इनके आसपास के संख्या के विद्यार्थी प्राइवेट रूप से परीक्षा में बैठते हैं। यह प्रदेश में महाविद्यालय के कमी की ओर संकेत करता है। उन्होंने प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में निजी विश्वविद्यालयों के सहयोग से पी.पी.पी. मॉडल पर महाविद्यालय खोलने का सुझाव दिया। छत्तीसगढ़़ के सभी विश्वविद्यालयों-महाविद्यालयों को वर्ष 2022 तक नैक ग्रेडिंग के प्लेटफार्म में लाने का लक्ष्य रखा है। इसके बाद हम ग्रेडिंग में वृद्धि के लिए प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा विद्यार्थियों के लिए ई-लाईब्रेरी का प्रावधान भी किया जा रहा है, जिससे वे महाविद्यालय आकर या अपने मोबाईल के जरिए भी पुस्तकों का अध्ययन कर सके।
        आयोग के अध्यक्ष शिववरण शुक्ला ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग की स्मारिका ‘‘वागीशा’’ का विमोचन किया गया। साथ ही आयोग के वेबसाईट का भी उद्घाटन किया गया। कार्यक्रम में राज्यपाल को स्मृति चिन्ह भी प्रदान किया गया। इस अवसर पर आयोग के सदस्यगण एवं अधिकारीगण, निजी विश्वविद्यालयों के कुलाधिपतिगण एवं कुलपतिगण उपस्थित थे। 

  •  स्कूल शिक्षा विभाग की नवीनतम पहल, पढ़ाई के साथ-साथ रोजगार उपलब्ध कराने की योजना
    स्कूल शिक्षा विभाग की नवीनतम पहल, पढ़ाई के साथ-साथ रोजगार उपलब्ध कराने की योजना : कोरबा शहर के स्कूल में शुरू हुई व्यावसायिक शिक्षा

    रायपुर 21 अक्टूबर 2021

    स्कूल शिक्षा विभाग की नवीनतम पहल पढ़ाई के साथ-साथ रोजगार उपलब्ध कराने की योजना के अंतर्गत प्रदेश के प्रत्येक जिले में कम से कम एक-एक हायर सेकण्डरी स्कूलों को चिन्हांकित करते हुए आईटीआई के सहयोग से व्यावसायिक शिक्षा प्रारंभ की जा रही है। कोरबा शहर स्थित शासकीय पीडब्ल्यूडी हायर सेकण्डरी स्कूल में आज व्यावसायिक शिक्षा का शुभारंभ किया गया। इसमें कक्षा 11 वीं में अध्ययनरत 20 बालक एवं बालिकाएं शामिल है। महापौर श्री राजकिशोर प्रसाद एवं कलेक्टर श्रीमती रानू साहू की मौजूदगी में स्कूल में व्यावसायिक कक्षा का शुभारंभ किया गया।

     

     प्रदेश में रोजगारोन्मुखी कौशल विकास तथा व्यावसायिक शिक्षा देकर युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराना योजना का उद्देश्य है। योजना के अंतर्गत कोरबा शहर के शासकीय पीडब्ल्यूडी हायर सेकेण्डरी स्कूल का चयन किया गया है। स्कूल में व्यावसायिक शिक्षा प्रारंभ करने का कार्यक्रम व्यावसायिक शिक्षा के समन्वय संस्था आईटीआई कॉलेज में आयोजन किया गया। इस दौरान अध्यक्ष जिला पंचायत कोरबा श्रीमती शिवकला छत्रपाल कंवर, जिला शिक्षा अधिकारी जी पी भारद्वाज, डीएमसी एस के अंबस्ट, एसडीओपी एमपी सिंह, प्राचार्य आईटीआई कॉलेज कोरबा सहित समस्त अधिकारी- कर्मचारी एवं विद्यार्थी मौजूद थे।
        

    इस दौरान महापौर राजकिशोर प्रसाद ने कहा कि स्कूली बच्चों को व्यावसायिक शिक्षा मिल जाने से विद्यार्थियों का कौशल विकास हो पाएगा और उनके पास रोजगार के विकल्प मौजूद रहेंगे। कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने बताया कि छत्तीसगढ़ सरकार ने पहल करते हुए स्कूली बच्चों के लिए व्यवसायिक प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों के पास स्कूल से पास होकर निकलते ही व्यावसायिक कौशल की योग्यता रहेगी, जिससे नौकरी मिलने के साथ-साथ रोजगार भी उपलब्ध होगा। इसके लिए अभी तक अलग से कोर्स करने पड़ते थे, अब इसकी आवश्यकता नहीं होगी विद्यार्थियों के पास डिग्री के साथ-साथ नौकरी के लिए व्यावसायिक योग्यता भी होगी।

  • CG ACCIDENT NEWS : अनियंत्रित होकर पेड़ से टकराई बाइक, मौके पर युवक की मौत
    जशपुर। जिले से हादसे की खबर सामने आ रही है। यहाँ पत्थलगाँव से लगे इंजको गाँव मे एक बाईक सवार युवक पेड़ से टकरा गया, जिसकी मौके पर ही मौत हो गयी है। बताया जा रहा कि बाईक सवार अकेला था। वह जैसे ही इंजको पहुंचा उसकी बाईक अनियंत्रित हो गयी और वह बाईक सहित पेड़ से टकरा गया। टक्कर इतनी जोरदार थी कि युवक की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी। अभी तक युवक की शिनाख्ती नही हो पाई है। थाना पत्थलगाँव पूलिस की टीम मौके पर पहुँच कर युवक के शव को अस्तपताल भेजकर कर मामले की जाँच में जुटी है।
  • सौर सिंचाई से किसानों की बदली तकदीर

    जिले में मानसून पर निर्भर रहने वाले कृषकों की संख्या बहुत है, जिनके पास कृषि हेतु भूमि तो उपलब्ध है, किन्तु सिंचाई के लिए उचित व्यवस्था नहीं है। ऐसे कृषक अपने कृषि भूमि के निकट जल स्त्रोतों जैसे नदी, नाला उपलब्ध होने पर डीजल, केरोसिन पंप स्थापित कर सिंचाई के लिए जलापूर्ति करते हैं, या तो जलस्त्रोत उपलब्ध नहीं होने की स्थिति में उन्हें पूरे साल बारिश का इंतजार करना पड़ता है। जिसके कारण किसानों के कृषि कार्य काफी प्रभावित होती है और बारिश नहीं होने पर किसानों के फसल बर्बाद हो जाता है। जिससे कृषक आर्थिक रूप से और कमजोर होते जाते है। इससे उनके परिवारों के लिए भरण-पोषण की विकराल समस्या उत्पन्न हो जाती है। इन परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए पावर फाईनेन्स कॉर्पोरेशन (भारत सरकार का उपक्रम), नई दिल्ली के पहल एवं छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा (क्रेडा) के वित्तीय सहयोग से राज्य के ऐसे स्थलों जहां स्टाप डैम, बैराजों एवं ऐसे जल स्त्रोंतों जहां पर्याप्त मात्रा में सरफेस वाटर उपलब्ध है वहां सौर सामुदायिक सिंचाई योजना के माध्यम से सौर ऊर्जा आधारित सिंचाई पंप के साथ-साथ सिविल अधोसंरचना एवं पाईप लाईन विस्तार कर सिंचाई कार्य किया जा रहा हैं। इस साल शुरू में कम बारिश से फसल को जो नुकसान होने वाला था। लेकिन इस योजना के कारण नहीं हो पाया। खेतों को समय पर पानी मिला। इससे यहां के किसानों में काफी खुशी है। सौर सिंचाई योजना से अब किसानों की तकदीर बदलने लगी हैं।

    जिला मुख्यालय महासमुंद से लगभग 20 किलोमीटर दूर पश्चिम दिशा में ग्राम अछोला स्थित है। जहां समोदा बैराज में सिंचाई के लिए पर्याप्त मात्रा में जल उपलब्ध रहता है परन्तु स्थल, विद्युत बाधित होने एवं डीजल पंपों में आवश्यकता से अधिक व्यय होने के कारण ग्राम अछोला के किसान समोदा बैराज के जल का समुचित उपयोग सिचंाई के लिए नहीं कर पाते थे। ऐसे में सिंचाई के लिए बारिश की उम्मीद में आसमान की ओर ताक रहे ग्राम अछोला के किसानों को अब संजीवनी मिल गई है। सहायक अभियंता क्रेडा श्री नंद कुमार गायकवाड़ ने बताया कि अब यहां के किसानों को सिर्फ मानसूनी बारिश पर निर्भर नहीं रहना पड़ता क्योंकि क्रेडा द्वारा पॉवर फायनेस कॉरर्पोरेशन लिमिटेड (भारत सरकार का उपक्रम) के सहयोग एवं छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास प्राधिकरण (क्रेडा) के वित्तीय सहयोग से 10 एच.पी. क्षमता के 04 नग सोलर सामुदायिक सिंचाई पंप (सोलर पंप) का स्थापना कार्य किया गया है। जिसमें लगभग 11 हजार 500 मीटर पाईप लाईन बिछाकर समोदा बैराज का पानी कृषकों के खेतों में पहुंचाया जा रहा है। जिसमें 57 खाताधारी एवं अन्य कृषकों द्वारा इस योजना का लाभ लेकर लगभग 67 हेक्टेयर (167.5 एकड़) खेतों में सिंचाई कर रहे है। इससे यहां के किसानों को काफी राहत मिली और किसानों की आर्थिक स्थिति भी सुदृढ़ हो रही हैं। वर्तमान में कृषक अपने खेतांे में सब्जी भाजी जैसे-करेला, भिन्डी, बरबट्टी, टमाटर, खीरा लगाकर लाभ प्राप्त कर रहे है। इसी प्रकार अन्य कृषकों द्वारा अपने खेतों में धान के अलावा गेहूं, चना, मसूर का बोवाई कार्य किया गया है। इसी तरह अन्य कृषक भी तैयारी कर रहे है।

    इस योजना के शुरू होने के बाद किसानों को विद्युत के लिए किसी भी प्रकार का बिजली बिल नहीं देना पड़ता है। जिससे सरकार के बिजली बचत करने में भी मदद मिल रही है एवं किसानों को अनावश्यक खर्चों से भी मुक्ति मिली है। पंप स्थापित करने से किसानों को लगभग प्रतिदिन 150 से 160 यूनिट अर्थात माह में 4500 से 4800 यूनिट तक की बिजली की बचत होती है। जिसकी अनुमानित बचत  प्रतिमाह लगभग 25 हजार तक हो रही है। इसके अलावा लगभग 2421 किलो कोयला की बचत एवं कोयले के जलने से उत्सर्जित होने वाले कार्बन डाईऑक्साईड, धुएं से मुक्ति मिली हैं।

  • CM की सुरक्षा में चूक, हथियार लेकर कार्यक्रम में पहुंचा शख्स, अब 4 पुलिसकर्मियों पर गिरी गाज, एसपी ने किया निलंबित
    बस्ती। उत्तर प्रदेश के बस्ती में मुख्यमंत्री (CM) योगी आदित्यनाथ के कार्यक्रम में एक युवक लाइसेंसी हथियार लेकर शामिल हुआ है. इस मामले में बस्ती एसपी आशीष श्रीवास्तव ने 4 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है. यह मामला 19 अक्टूबर का है. उस दिन सीएम (CM) योगी बस्ती के अटल बिहारी प्रेक्षागृह पहुंचे थे. उनके कार्यक्रम में ब्लॉक प्रमुख जटाशंकर शुक्ल के सगे भाई के साले जितेंद्र पांडे लाइसेंसी हथियार के साथ कार्यक्रम में शामिल हो गए थे. (CM) बाद में इटावा सीओ रमेश चंद्र पांडे की जब नजर शख्स पर पड़ी, तो उन्होंने उसे बाहर निकालकर उससे पूछताछ की. पूछताछ में पता चला था कि प्रवेश द्वार पर सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों की लापरवाही के चलते शख्स हथियार के साथ कार्यक्रम में पहुंचा था. इस मामले में सब इंस्पेक्टर हरि राय थाना रुधौली, सब इंस्पेक्टर विंध्याचल थाना मुंडेरवा, हेड कांस्टेबल शिव धनी और हेड कांस्टेबल रामप्रकाश थाना कलवारी को पुलिस अधीक्षक आशीष श्रीवास्तव ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया. इतना ही नहीं इनके अलावा संत कबीर नगर व सिद्धार्थ नगर के कई पुलिसकर्मियों के खिलाफ निलंबन और विभागीय कार्रवाई के लिए पत्र लिखा गया है. पुलिस अधीक्षक आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि मुख्यमंत्री की सुरक्षा में लापरवाही को लेकर ये कार्रवाई की गई है.
  • स्कूल शिक्षा विभाग की नवीनतम पहल, पढ़ाई के साथ-साथ रोजगार उपलब्ध कराने की योजना : कोरबा शहर के स्कूल में शुरू हुई व्यावसायिक शिक्षा

    स्कूल शिक्षा विभाग की नवीनतम पहल पढ़ाई के साथ-साथ रोजगार उपलब्ध कराने की योजना के अंतर्गत प्रदेश के प्रत्येक जिले में कम से कम एक-एक हायर सेकण्डरी स्कूलों को चिन्हांकित करते हुए आईटीआई के सहयोग से व्यावसायिक शिक्षा प्रारंभ की जा रही है। कोरबा शहर स्थित शासकीय पीडब्ल्यूडी हायर सेकण्डरी स्कूल में आज व्यावसायिक शिक्षा का शुभारंभ किया गया। इसमें कक्षा 11 वीं में अध्ययनरत 20 बालक एवं बालिकाएं शामिल है। महापौर श्री राजकिशोर प्रसाद एवं कलेक्टर श्रीमती रानू साहू की मौजूदगी में स्कूल में व्यावसायिक कक्षा का शुभारंभ किया गया।

     प्रदेश में रोजगारोन्मुखी कौशल विकास तथा व्यावसायिक शिक्षा देकर युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराना योजना का उद्देश्य है। योजना के अंतर्गत कोरबा शहर के शासकीय पीडब्ल्यूडी हायर सेकेण्डरी स्कूल का चयन किया गया है। स्कूल में व्यावसायिक शिक्षा प्रारंभ करने का कार्यक्रम व्यावसायिक शिक्षा के समन्वय संस्था आईटीआई कॉलेज में आयोजन किया गया। इस दौरान अध्यक्ष जिला पंचायत कोरबा श्रीमती शिवकला छत्रपाल कंवर, जिला शिक्षा अधिकारी श्री जी पी भारद्वाज, डीएमसी श्री एस के अंबस्ट, एसडीओपी श्री एमपी सिंह, प्राचार्य आईटीआई कॉलेज कोरबा सहित समस्त अधिकारी- कर्मचारी एवं विद्यार्थी मौजूद थे।
        इस दौरान महापौर श्री राजकिशोर प्रसाद ने कहा कि स्कूली बच्चों को व्यावसायिक शिक्षा मिल जाने से विद्यार्थियों का कौशल विकास हो पाएगा और उनके पास रोजगार के विकल्प मौजूद रहेंगे। कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने बताया कि छत्तीसगढ़ सरकार ने पहल करते हुए स्कूली बच्चों के लिए व्यवसायिक प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों के पास स्कूल से पास होकर निकलते ही व्यावसायिक कौशल की योग्यता रहेगी, जिससे नौकरी मिलने के साथ-साथ रोजगार भी उपलब्ध होगा। इसके लिए अभी तक अलग से कोर्स करने पड़ते थे, अब इसकी आवश्यकता नहीं होगी विद्यार्थियों के पास डिग्री के साथ-साथ नौकरी के लिए व्यावसायिक योग्यता भी होगी।

     
  • मीडिया की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण - भूपेश बघेल

    कलेक्टर कांफ्रेंस break 

     मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने  सभी कलेक्टरों को मीडिया से संवाद स्थापित करने के दिए निर्देश

     शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ समस्त पात्र हितग्राहियों तक पहुँचाने में मीडिया की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण

     शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं/गतिविधियों के प्रचार प्रसार में आवश्यक सहयोग प्रदान करने के निर्देश दिये