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  • पॉवर की हनक! CGPSC टॉपर पुलिस अफसर दंपति बार स्टाफ से भिड़े, सीएम ने दिए कार्रवाई के संकेत
    बिलासपुरः प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों से उम्मीद की जाती है कि वह विनम्र रहकर जनता की तकलीफों को दूर करेंगे लेकिन तब क्या हो जब ये ही अधिकारी नियम तोड़ने लगें और अपने पद और पावर का रौब दिखाने लगें? दरअसल ऐसा ही एक मामला बिलासपुर से सामने आया है, जहां सोमवार देर रात पुलिस अधिकारी पति-पत्नी एक बार के स्टाफ से भिड़ गए. इस मामले में देर रात समझौता भी हो गया लेकिन इस पूरे घटनाक्रम पर डीजीपी डीएम अवस्थी ने नाराजगी जताई है और कार्रवाई के संकेत दिए हैं. उल्लेखनीय है कि जो पति-पत्नी बार के स्टाफ से भिड़े हैं, वह हाल ही में घोषित हुए CGPSC के टॉपर हैं. क्या है मामला खबर के अनुसार, बिलासपुर के मैग्नेटो मॉल में स्थित भूगोल बार में पुलिस विभाग के अफसरों की पार्टी चल रही थी. इसी दौरान देर रात करीब 11 बजे चकरभाटा सीएसपी सृष्टि चंद्राकर अपने पति सहायक जेल अधीक्षक सोनल डेविड के साथ वहां पहुंची थीं. हालांकि बार में एंट्री का समय 10.30 बजे तक का ही है. ऐसे में बार के बाउंसर राहुल अग्रहरि ने नियमों का हवाला देते हुए अफसर दंपति को अंदर जाने से रोक दिया. बताया जा रहा है कि अफसर दंपति ने अपना परिचय दिया लेकिन ड्यूटी के प्रति इमानदार गार्ड ने उन्हें अंदर नहीं जाने दिया. पुलिस के आला अधिकारियों को इस तरह एक बाउंसर का उन्हें रोका जाना शायद नागवार गुजरा और इसके चलते पुलिस अधिकारियों और बाउंसर के बीच बहस बढ़ गई. हंगामा देखकर अन्य पुलिसकर्मी भी वहां आ गए. मामला बढ़ता देख बाउंसर राहुल वहां से फरार हो गया. इसके बाद पुलिस अधिकारी इस मामले की शिकायत दर्ज कराने देर रात सिविल लाइन थाने पहुंच गए. खबर है कि शिकायत के बाद पुलिस ने कई जगह राहुल की तलाश की लेकिन वह अभी तक फरार है. इसके बाद पुलिस अधिकारियों ने बार के मैनेजर अंकित दुबे को थाने बुला लिया. इस मामले में कार्रवाई के लिए कई पुलिस अधिकारी रात 3 बजे तक थाने में डटे रहे. बहरहाल इस मामले में आखिर में समझौता हो गया और किसी भी पक्ष ने मामले में कोई एफआईआर नहीं कराई. हालांकि इस पूरे मामले को डीजीपी डीएम अवस्थी ने गंभीरता से लिया है. डीजीपी अवस्थी ने विभाग की साख खराब करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के संकेत दिए हैं. फिलहाल इस पूरे मामले पर बिलासपुर एसपी से रिपोर्ट ली जा रही है. सीएम भी नाराज वहीं इस पूरे मामले पर सीएम भूपेश बघेल ने भी नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने इस मामले पर डीजीपी अवस्थी से रिपोर्ट मांगी है. माना जा रहा है कि रिपोर्ट के बाद सीएम कार्रवाई के निर्देश दे सकते हैं. बता दें कि जिन पुलिस अफसर दंपति का इस मामले में नाम आ रहा है, उन्होंने हाल ही में घोषित हुए छत्तीसगढ़ राज्य प्रशासनिक सेवा की परीक्षा में टॉप किया है और सृष्टि चंद्राकर ने दूसरा और उनके पति सोनल डेविड ने तीसरा स्थान हासिल किया है.
  • छत्तीसगढ़ ब्रेकिंग – भालू के हमले से किसान की मौत
    बलोदा बाजार – भालू के हमले से 40 वर्षीय व्यक्ति की हुई मौत,, खेत में काम करने के दौरान व्यक्ति पर भालू ने किया जानलेवा हमला,, मृतक का नाम महेश राम पोरसे खुरदरहा का है निवासी,,, परिजनों ने दी बेलादुला पुलिस चौकी की पुलिस को दी सूचना पुलिस एवम फारेस्ट विभाग के अधिकारी अभी मोके पर नही पहुचे है।।
  • Gariyaband: नाकाबंदी देखकर कार सहित गांजा छोड़कर फरार हुआ था तस्कर, पुलिस ने पकड़ा
    गरियाबंद। कार में गांजा छोड़कर फरार हुए आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. सोमवार को नाकेबंदी देखकर कार सहित गांजा छोड़कर आरोपी तस्कर फरार हो गया था. एक देसी पिस्टल भी पुलिस ने जप्त की थी। मामला जिला गरियाबंद की छुरा थाना क्षेत्र का है। जहां कल मुखबीर की सूचना पर कोसमी नवापारा तरफ से आ रही सैंटरो कार की घेराबंदी कर पुलिस ने नाकेबंदी की। जिसे देखकर आरोपी गांजा सहित कार को छोड़कर फरार हो गया था। कार में पांच प्लास्टिक बोरी में 44 पैकेट में कुल 73 किलो गांजा जप्त की गई थी। जिसकी कीमत सात लाख सैंतीस हजार बताया जा गया है सेंट्रो कार में एक बैग में देसी पिस्टल भी मिला, जिसमें चार नग जिंदा कारतूस भी बरामद किया गया था जिसे खोजबीन के बाद आज पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है आरोपी का नाम मुकेश साहू 32 वर्ष एमजी नगर वार्ड क्रमांक 16 कांकेर निवासी बताया जा रहा है।
  • छत्तीसगढ़ बड़ी खबर – स्कूल में बड़ा हादसा, आकाशीय बिजली गिरने से 10 स्कूली बच्चे घायल, 1 की मौत
    बिलासपुर। आकाशीय बिजली गिरने से 10 स्कूली बच्चे गंभीर रूप से झुलस गए। वही एक बच्चे की मौत हो गई। बिलासपुर से 20 किलोमीटर दूर सीपत क्षेत्र के मस्तुरी ब्लॉक के ग्राम मचखंडा में कुदरत ने अपना कहर बरपाया है। अयूब खान हायर सेकंडरी स्कूल में बिजली गिरने से 10 स्कूली बच्चे चपेट में आए है। अब तक मिली जानकारी के अनुसार रोज की तरह ही सोमवार को भी स्कूल संचालित हो रहा था। इसी दौरान अचानक मौसम का मिजाज बिगड़ने लगा। जहाँ स्कूल के करीब ही आकाशीय बिजली गिरी। जिसके जद में आकर स्कूल के 10 बच्चे घायल हुए है। वही एक बच्चे की मौके पर ही मौत हो गई। आनन फानन में सिम्स हॉस्पिटल एडमिट कराया गया है। जहाँ डॉक्टरों ने शिवम को मृत घोषित कर दिया है। वही दो अन्य बच्चो की हालत गंभीर बताइए जा रही है। इधर घटना की सूचना मिलते ही शिक्षा विभाग का अमला सिम्स पहुँचा है। जहाँ बच्चो को उचित उपचार व्यवस्था उपलब्ध कराने प्रयास किए जा रहे है। प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो किसी ने बिजली गिरते नही देखा है। लेकिन जब बिजली गिरने की आवाज सुनाई दी। तो स्कूल के शिक्षक दौड़कर बाहर निकले जहाँ 6 वी क्लास में अध्ययनरत शिवम के साथ तीन अन्य बच्चो को गंभीर चोटें आई थी। पूरे स्कूल में जांच करने के बाद पता चला कि कुल 10 बच्चे आकाशीय बिजली के चपेट में आए है। 6 वी से 12 क्लास तक के अध्ययनरत बच्चे शामिल है। जानकारी के मुताबिक सभी बच्चे रोज की तरह मचखंडा स्थित अयूब खान माध्यमिक स्कूल स्कूल में पढ़ने के लिए गए थे। दोपहर डेढ़ बजे लंच हुआ था। जिस पर सभी स्टूडेंट्स लंच करने के लिए बाहर ही बैठे थे। इसी दौरान अचानक बारिश शुरू हो गई। बारिश इतनी तेज थी कि बच्चे अंदर हॉल की तरफ चले गए। छात्र खिड़की के आसपास ही बैठे थे। उसी दौरान काफी तेज बिजली कड़की और खिड़की से अंदर घुसी। उसी कड़कती बिजली की चपेट में 11 साल का शिवम और अन्य 10 बच्चे आ गए। शिवम की मौके पर ही मौत हो गई थी। हादसे के बाद आनन-फानन में एंबुलेंस को बुलाया गया। इसके बाद बच्चों को सिम्स अस्पताल में भेजा गया है। जहां बच्चों का उपचार किया जा रहा है। घटना के बाद बच्चों के परिजनों को भी इस बात की सूचना दी गई। शिवम के माता पिता ये खबर सुनते ही रोने लगे, पूरे परिवार में मातम पसर गया है। वहीं, स्कूल के दूसरे बच्चों को भी घर भेज दिया गया। बताया गया कि इस हादसे में चेतन यादव(11), अंजली मरावी(17), रचना,सायरा बानो(11), सोमराज,प्रदीप यादव ,मिथिलेश केवट, विकास केवट, भूपेंद्र सिंह, आलिया घायल हुए हैं।
  • छत्तीसगढ़– आदमखोर तेंदुए ने बुजुर्ग पर किया जानलेवा हमला, गर्दन पकड़ कर खींचता हुवा ले गया
    गरियाबंद – गरियाबंद से दिल-देहला देने वाली खबर सामने आई है, सोमवार को तेंदुए ने एक बुजुर्ग पर हमला कर दिया। बुजुर्ग खेत से अपने घर लौट रहा था। इसी दौरान घात लगाए तेंदुए ने बुजुर्ग की गर्दन पकड़ ली और घसीटते हुए खींच कर ले जाने लगा। ग्रामीणों ने देखा तो शोर मचाते हुए उसके पीछे दौड़े। इस पर बुजुर्ग को छोड़कर तेंदुआ जंगल की ओर भाग निकला। बुजुर्ग को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अब तेंदुए के मूवमेंट पर नजर रखने के लिए वन विभाग कैमरे लगवाने की बात कह रहा है। मिली जानकारी के मुताबिक, जड़ा-जड़ा के रहने वाले शंकर निषाद का खेत कोचेना गांव के पास है। वह सोमवार को खेत से लौट रहा था। इस दौरान बस्ती के पास ही स्थित हैंड पंप बोरिंग के पास बैठ गया7 तभी घात लगाए हुए तेंदुए ने उस पर हमला कर दिया। शंकर के बैठे होने के चलते उसकी गर्दन तेंदुए ने पकड़ ली और खींचते हुए जंगल की ओर ले जाने लगा। शंकर की चीख पुकार सुनकर आसपास के लोग शोर मचाते हुए दौड़े। लोगों को शोर मचाता आते हुए देख तेंदुआ बुजुर्ग को छोड़कर भाग निकला। इसके बाद ग्रामीणों ने शंकर के गांव जड़ा जड़ा फोन कर इसकी जानकारी दी और एंबुलेंस बुलाई। शंकर को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। जानकारी मिलने पर वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंच गई और इलाज के लिए एक हजार रुपए की तात्कालिक सहायता उपलब्ध कराई है। ग्रामीणों ने बताया कि इसी गांव में डेढ़ साल पहले भी तेंदुआ एक घर से बच्ची को उठाकर ले जा चुका है। अब फिर इस तरह की घटना होने से ग्रामीण काफी चिंतित है। वन विभाग के अधिकारी ने बताया कि कोचेना कमार बस्ती है। जंगल के बीच होने के कारण वन्य जीवों की मौजूदगी बस्ती के आसपास बनी रहती है। उनका कहना है कि यहां शराब बनाई जाती है। नशे में होने के चलते यह घटना हुई है। फिलहाल तेंदुए के मूवमेंट की जानकारी के लिए ट्रैक कैमरे लगाए जा रहे हैं। इसके बाद अगर बहुत आवश्यक हुआ, तभी तेंदुआ पकड़ने पिंजरा लगाने की अनुमति उच्च कार्यालय से मांगी जाएगी।
  • छत्तीसगढ़ से बड़ी खबर – स्कूल में बड़ा हादसा, आकाशीय बिजली गिरने से 10 स्कूली बच्चे घायल, 1 की मौत
    बिलासपुर। आकाशीय बिजली गिरने से 10 स्कूली बच्चे गंभीर रूप से झुलस गए। वही एक बच्चे की मौत हो गई। बिलासपुर से 20 किलोमीटर दूर सीपत क्षेत्र के मस्तुरी ब्लॉक के ग्राम मचखंडा में कुदरत ने अपना कहर बरपाया है। अयूब खान हायर सेकंडरी स्कूल में बिजली गिरने से 10 स्कूली बच्चे चपेट में आए है। अब तक मिली जानकारी के अनुसार रोज की तरह ही सोमवार को भी स्कूल संचालित हो रहा था। इसी दौरान अचानक मौसम का मिजाज बिगड़ने लगा। जहाँ स्कूल के करीब ही आकाशीय बिजली गिरी। जिसके जद में आकर स्कूल के 10 बच्चे घायल हुए है। वही एक बच्चे की मौके पर ही मौत हो गई। आनन फानन में सिम्स हॉस्पिटल एडमिट कराया गया है। जहाँ डॉक्टरों ने शिवम को मृत घोषित कर दिया है। वही दो अन्य बच्चो की हालत गंभीर बताइए जा रही है। इधर घटना की सूचना मिलते ही शिक्षा विभाग का अमला सिम्स पहुँचा है। जहाँ बच्चो को उचित उपचार व्यवस्था उपलब्ध कराने प्रयास किए जा रहे है। प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो किसी ने बिजली गिरते नही देखा है। लेकिन जब बिजली गिरने की आवाज सुनाई दी। तो स्कूल के शिक्षक दौड़कर बाहर निकले जहाँ 6 वी क्लास में अध्ययनरत शिवम के साथ तीन अन्य बच्चो को गंभीर चोटें आई थी। पूरे स्कूल में जांच करने के बाद पता चला कि कुल 10 बच्चे आकाशीय बिजली के चपेट में आए है। 6 वी से 12 क्लास तक के अध्ययनरत बच्चे शामिल है। जानकारी के मुताबिक सभी बच्चे रोज की तरह मचखंडा स्थित अयूब खान माध्यमिक स्कूल स्कूल में पढ़ने के लिए गए थे। दोपहर डेढ़ बजे लंच हुआ था। जिस पर सभी स्टूडेंट्स लंच करने के लिए बाहर ही बैठे थे। इसी दौरान अचानक बारिश शुरू हो गई। बारिश इतनी तेज थी कि बच्चे अंदर हॉल की तरफ चले गए। छात्र खिड़की के आसपास ही बैठे थे। उसी दौरान काफी तेज बिजली कड़की और खिड़की से अंदर घुसी। उसी कड़कती बिजली की चपेट में 11 साल का शिवम और अन्य 10 बच्चे आ गए। शिवम की मौके पर ही मौत हो गई थी। हादसे के बाद आनन-फानन में एंबुलेंस को बुलाया गया। इसके बाद बच्चों को सिम्स अस्पताल में भेजा गया है। जहां बच्चों का उपचार किया जा रहा है। घटना के बाद बच्चों के परिजनों को भी इस बात की सूचना दी गई। शिवम के माता पिता ये खबर सुनते ही रोने लगे, पूरे परिवार में मातम पसर गया है। वहीं, स्कूल के दूसरे बच्चों को भी घर भेज दिया गया। बताया गया कि इस हादसे में चेतन यादव(11), अंजली मरावी(17), रचना,सायरा बानो(11), सोमराज,प्रदीप यादव ,मिथिलेश केवट, विकास केवट, भूपेंद्र सिंह, आलिया घायल हुए हैं।
  • अनूसूचित जनजाति शासकीय सेवक विकास संघ के पदाधिकारिओं की शपथ ग्रहण समारोह भीरावाही में हुआ

    कांकेर। छत्तीसगढ़ राज्य के आदिवासी समाज के अधिकारियों और कर्मचारियों की मज़बूत और कुशल नेतृत्व वाली संघ अनूसूचित जनजाति शासकीय सेवक विकास संघ जिला उत्तर बस्तर कांकेर के नये कार्यकारिणी और सभी ब्लाकों के नये पदाधिकारियों का शपथ ग्रहण समारोह भीरावाही गोड़वाना भवन में संपन्न हुआ। उक्त समारोह में पूरे प्रदेश के आदिवासी अधिकारी कर्मचारियों ने शिरकत करके कार्यक्रम को सफल बनाने में भागीदार बने।
    कार्यक्रम  शुरुआत आदिशक्ति बुढादेव के सेवा अर्जी और संविधान निर्माता बाबा साहेब अंबेडकर जी पुजा अर्चना से हुआ। शपथ ग्रहण समारोह के मुख्य अतिथि  नीलकंठ टेकाम जी संचालक कोष एवं लेखा छ.ग. शासन, अध्यक्षता  आर.एन. ध्रुव प्रांताध्यक्ष, अनूसूचित जनजाति शासकीय सेवक विकास संघ, विशिष्ट अतिथिद्वय  अकबर कोर्राम सेवानिवृत्त डीआईजी,  सहदेव ठाकुर कार्यपालक निदेशक छ.ग. राज्य विद्युत कंपनी मर्यादित जगदलपुर,  सदेसिंह कोमरे उप प्रातांध्यक्ष और  मोहन कोमरे महासचिव, अनूसूचित जनजाति शासकीय सेवक विकास संघ, बस्तर संभाग के सभी जिलाध्यक्ष और प्रदेश के विभिन्न जिलों बालोद, बलौदाबाजार-भाटापारा, महासमुंद, रायपुर, बिलासपुर, जांजगीर, जशपुर से पधारे हमारे संघ के कर्मठ और जुझारू जिलाध्यक्ष और पदाधिकारी साथीगण थे। सभी अतिथियों का संघ के पदाधिकारियों द्वारा भव्य स्वागत किया गया। अजजाशासेवि संघ के महासचिव विजय नाग के द्वारा संघ का प्रतिवेदन पढ़कर सुनाया गया। संघ के प्रथम अध्यक्ष से लेकर वर्तमान कार्यकारिणी के कार्यों की विस्तृत जानकारी दी गई। आज संघ के कार्यप्रणाली से सभी आदिवासी अधिकारी कर्मचारियों में एक आशा जागी है और लोग संघ की सदस्यता ग्रहण कर रहे हैं। कांकेर जिले में संघ की सदस्य संख्या 1340 हैं, आगे सभी आदिवासी अधिकारी कर्मचारी को संघ की सदस्य बनने का लक्ष्य रखा गया। जिलाध्यक्ष देवलाल दुग्गा के द्वारा संघ की संगठनात्मक गतिविधियों और आंदोलनों में जिले की भूमिका तथा कांकेर जिले की रणनीतियों के बारे में बताया गया। संघ के उप प्रातांध्यक्ष सदेसिंह कोमरे ने किसी संघ से जुड़ने और पदाधिकारी के रूप मिलने वाली जिम्मेदारी और निर्वाहन करने की प्रतिबद्धता के बारे अपने विचार रखे। संघ के प्रांताध्यक्ष आर.के. ध्रुव जी ने पदोन्नति में 32 प्रतिशत आरक्षण के मामले में हाईकोर्ट में चल रही याचिका की जानकारी और पीएससी और यूपीएससी में साक्षात्कार के बदले अंकों के आधार पर चयन किये जाने की मांग शासन से की गई है। मुख्य अतिथि श्री नीलकंठ टेकाम जी ने कहा कि संघ में लोग, लोगों के साथ जनबल, धनबल दोनों ही आवश्यक है। समाज को भी इसमें शामिल करना बहुत जरूरी हैं। बस्तर संभाग से आदिवासी समाज के नव चयनित प्रशासनिक अधिकारियों को भी आज के कार्यक्रम में सम्मानित करने के लिए आमंत्रित गया था। टेकाम जी के द्वारा प्रशासनिक सेवा में किस प्रकार से अच्छी पकड़ बनाई जाती है, अपने आप को कैसे स्थापित कर सकते है...बहुत विस्तार से जानकारी दिया गया। कार्यक्रम को सभी जिलाध्यक्षों और प्रदेश स्तर के पदाधिकारियों ने भी संबोधित किया। आज अनूसूचित जनजाति शासकीय सेवक विकास संघ की ओहदा और गरिमा प्रदेश के साथ साथ देश में भी ऊंचा हुआ है। छत्तीसगढ़ प्रदेश में कार्यरत् आदिवासी समाज के अधिकारियों और कर्मचारियों के हक और मांगों को शासन के समक्ष रखने का एक सशक्त माध्यम हैं, अनूसूचित जनजाति शासकीय सेवक विकास संघ।
    इस वर्ष छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग चयन परीक्षा में चयनित आदिवासी समाज के गौरव और बस्तर संभाग के होनहार नये अधिकारियों अजय मोड़ियाम उप जिलाधीश, सुमीत बघेल उप जिलाधीश, स्निग्धा सलामे उप पुलिस अधीक्षक, कृतिका प्रधान अधीनस्थ लेखा अधिकारी, बिहारी सलाम सहायक जेल अधीक्षक, क्रांति ठाकुर वाणिज्यिक कर निरीक्षक, राजकुमार उसेन्डी बाल विकास परियोजना अधिकारी, योगिता पाथरे नायब तहसीलदार, तनुजा मांझी सी.ई.ओ.जनपद पंचायत, कृतिका प्रधान अधीनस्थ लेखा सेवा अधिकारी, तनुजा मांझी सी.ई.ओ.जनपद पंचायत, मधु तेता उप पुलिस अधीक्षक की अनूसूचित जनजाति शासकीय सेवक विकास संघ जिला उत्तर बस्तर कांकेर के द्वारा सभी को सम्मानित करके स्मृति चिन्ह भेंट किया गया। आज की मुख्य अतिथि, प्रांताध्यक्ष महोदय, विशिष्ट अतिथिद्वय और प्रदेश कार्यकारिणी के पदाधिकारियों को भी स्मृति चिन्ह भेंट किया गया। आज के कार्यक्रम को सफल बनाने में जिला के अध्यक्ष देवलाल दुग्गा, उपाध्यक्ष शकुंतला तारम, रामप्रसाद नेताम, पी. आर.कुंजाम, जिला महासचिव विजय कुमार नाग, सचिव बिरझू कवाची, संतोष दुग्गा संयुक्त सचिव, सुरेश कोरेटी, लखन जुर्री, तारा पोटाई, उमा कुड़ियाम, छेदी राम नेताम, कोषाध्यक्ष महेश मरकाम, कार्यकारिणी सदस्य धनराज वट्टी, श्यामकुमारी मरकाम, मानूराम मंडावी, आशीष पवार, किशुन हिचामी, नेमचंद कांगे, अशोक गोटे, थानसिंह नेताम, धरमराज कोरेटी, किरण कुमार भंडारी, रैनूराम हिड़को, रामसाय बघेल, श्याम लाल दुग्गा, रामदयाल आँचला, सतीश कुमार ठाकुर, मिडिया प्रभारी कमलेश कुमार गावड़े, दिनेश कुमार नाग और समस्त ब्लाक अध्यक्षों और सदस्यों का महत्वपूर्ण योगदान रहा। उक्ताशय की जानकारी कमलेश गावड़े, मीडिया प्रभारी, अनूसूचित जनजाति शासकीय सेवक विकास संघ जिला उत्तर बस्तर कांकेर के द्वारा दिया गया।

  • अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद इकाई भिलाई नगर द्वारा कल्याण महाविद्यालय में व्याप्त समस्याओं को लेकर सौपा ज्ञापन
    भिलाई से शानू सिंग की रिपोर्ट भिलाई: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद इकाई भिलाई नगर द्वारा कल्याण महाविद्यालय में व्याप्त समस्याओं को लेकर ज्ञापन सौपा गया! अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद 7 दिनों के अंदर समस्याओं का समाधान ना होने पर उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होगी! प्राचार्य महोदय द्वारा सभी विषयों पर आश्वासन दिया गया है कि वह जल्द से जल्द पूर्ण हो गा! जिसमे नगर सह मंत्री नागेश्वर यादव , सौरभ चटर्जी, रक्षित कूलर,अनुराग, एकांति सोना, मोनिका कवर, सिद्धार्थ शर्मा, एवं अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे!
  • गरियाबंद  – आयरन सिरफ़ पीने से 9 बच्चे बीमार सामने आई वजह, गांव पहुंची स्वास्थ्य टीम
    गरियाबंद – अमलीपदर नवापारा और आश्रित गांव माहुलपारा में बच्चों के बीमार होने की खबर मीडिया में सामने आने के बाद आज कलेक्टर के निर्देश पर एक जिला स्तरीय एवं एक विकासखंड स्तरीय स्वास्थ्य टीम मौके पर पहुंची और पीड़ित बच्चों का परीक्षण किया। जिला स्तरीय चिकित्सक टीम द्वारा अमलीपदर में स्वास्थ्य शिविर लगाया गया वही विकासखंड स्तरीय स्वस्थ्य टीम ने दोनो गांवो में डोर टू डोर सर्वे किया। इस दौरान टीम को 9 बच्चे पीड़ित मिले है। बच्चो के बीमार होने की वजह भी सामने आई है। फिलहाल स्वास्थ्य की टीम गांव में मौजूद है और बच्चो के परीक्षण एवं इलाज का काम जारी है। जिला प्रशासन द्वारा मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एनआर नवरत्न के हवाले से दी गयी जानकारी के मुताबिक कुल 9 बजे पीड़ित पाए गए है। इनमें से 3 बच्चे ऐसे है जिन्होंने आयरन सिरफ़ नही पिया था। सीएमएचओ के मुताबिक बच्चे आयरन सीरफ पीने की वजह से बीमार नही हुए बल्कि बच्चो के बीमार पड़ने की असली वजह उन्होंने बैक्टेरियल इन्फेक्शन बताया है। गौरतलब है कि रविवार को गांव पहुंची मीडिया टीम को ग्रामीणों ने बड़ी संख्या में बच्चों के बीमार होने की जानकारी थी। पालकों ने आयरन सिरफ़ पीने से बच्चो के बीमार होने शंका जाहिर की थी। साथ ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा बच्चों की सुध नही लेने का आरोप भी लगाया था। आज जैसे ही खबर मीडिया में आई तो कलेक्टर ने स्वयं संज्ञान लेते हुए स्वास्थ्य टीम गांव के लिए रवाना की।
  • घनघोर जंगल पहाड़ के कई मजरेटोले में पहुंची सोलर होमलाईट

    जिला प्रशासन के सार्थक पहल से जशपुर जिले में सौर सुजला योजनांतर्गत् दूरस्थ अंचल के किसानों को लाभांवित किया जा रहा है। साथ ही घनघोर जंगल पहाड़ के मजरेटोले में होमलाईस संयंत्र की भी सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। जिला प्रशासन का उददेश्य है कि दूरस्थ अंचल के अंतिम व्यक्ति तक  छत्तीसगढ़ शासन की योजनाओं को पहुंचाना है।
    इसी उद्देश्य से सौभाग्य योजनांतर्गत स्थापित होमलाईट एवं सोलर पॉवर प्लांट से घर रोशन हुए हैं। सौभाग्य योजनांतर्गत जिला जशपुर में दिसम्बर 2018 से अविद्युतीकृत क्षेत्रों में कई ग्राम-मजरेटोले को होम लाईट एवं सोलर पॉवर प्लांट से विद्युतीकृत किया गया है। क्रेड़ा विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला जशपुर अंतर्गत 06 मजरेटोले के 168 हितग्राहीयों को सोलर पॉवर प्लांट एवं 1826 नग होमलाइट संयंत्र स्थापित कर कुल 2847 घरों को सोलर लाइट के माध्यम से विद्युतीकृत किया गया है। जिला जशपुर से दुरस्त स्थानों में ग्राम-बहोरा, चलनी, कामारिमा, करडीह, सोनमुठ, हर्राडीपा एवं सोनक्यारी के घनघोर जंगल-पहाड़ के कई मजरेटोले में लगभग 191 हितग्राहीयों को सोलर होम लाइट संयंत्र देकर उनके घरों को रोशन किया गया है, इन मजरेटोले में अधिकांश पहाड़ी कोरवा ही निवासरत हैं, जो कई वर्षों से अंधकार में जीवन व्यतीत करते थे, वर्तमान में उनके घरों को सोलर होम लाइट द्वारा विद्युतीकृत करने से उनके चेहरों में खुशी की झलक दिखाई पड़ती है। ऐसे कई हितग्राही है जो लाईट को पहली बार देखें है।

  • दूर हुआ बैगाओं का टेंशन, घर-घर मिल गया है नल कनेक्शन जल जीवन मिशन से बैगा जनजाति परिवारों को मिलने लगा है स्वच्छ पेयजल

    जल है तो जीवन है। यह बात तो सभी जानते है। लेकिन बेहतर और स्वस्थ जीवन के लिए स्वच्छ और शुद्ध पानी अर्थात पेयजल सबकी महत्वपूर्ण जरूरतों में से एक है। जिले में निवास करने वाले बैगा जनजाति परिवारों के लिए भी पानी यानी पेयजल उनकी महत्वपूर्ण जरूरतों में से एक है। उन्हे अपनी जरूरतों के लिए कभी नदी तो कभी दूर दराज के नालों, झरनों का सहारा लेने पड़ता था।  लेकिन अब ऐसी बात नहीं रही। पानी को लेकर हमेशा परेशानी झेलते आये इन परिवारों का टेंशन जल जीवन मिशन ने दूर कर दिये है। उनके घरों में भी नल कनेक्शन दे दिये गये है और वे अपने घर में ही नल कनेक्शन के माध्यम से शुद्ध पेयजल प्राप्त कर रहे है।  
        जल जीवन मिशन के अंतर्गत जिले के विकास खण्ड लोरमी के सुदूर वनांचल क्षेत्र बैगा बाहुल्य ग्राम पंचायत कारी डोंगरी के आश्रित ग्राम साभरधशान, बाकल और बोकरा कछार के सभी घरो में नल कनेक्शन दिये गये है। इससे वे बहुत खुश है।  खासकर महिलाएं जो पानी के लिए नदी जाती थी और अपने सिर पर बड़ा बर्तन उठाकर कठिनाईयों का सामना करते हुए लम्बी सफर तय कर पानी घर लाती थी। वह अपने घर के पास नल पाकर बहुत राहत महसूस कर रही है। इसी तारतम्य में बैगा जनजाति की श्रीमती चंद्रिका बाई ने बताया कि पहले पेयजल के लिए बहुत दूर जाना पड़ता था। घर पर नल लग जाने से अब उन्हें न तो नदी जाना पड़ता है और न ही सिर पर बोझ उठाकर लम्बी सफर तय करना पड़ता है। बैगा जनजाति की ही लगभग 60 साल की सतनी बाई ने बताया कि गाँव में एक ही बोरिंग थी। बोरिंग के बिगड़ने पर गाँव की महिलाओं के लिए बड़ी मुसीबत पैदा हो जाती थी। सभी को दूर तक पैदल चलकर नदी से पानी लाना पड़ता था। बारिश के दिनों में पैदल पानी लाना और भी बडी परेशानी थी। सतनी बाई ने बताया कि घर में नल लग जाने से सभी को साफ पानी मिल रहा है। ग्राम बाकल की लखन बैगा, ग्राम बोकरा कछार की ईश्वरी पोर्ते के अलावा ग्राम की अन्य महिलाओं ने कहा कि  पानी की जरूरत कब किस घर में नहीं होती। पहले पानी के लिए बार-बार नदी की दौड़ लगातेे थे। इससे घर का अन्य कामकाज भी प्रभावित होता था। उन्हें पीने के लिए साफ पानी भी नहीं मिल पाता था। अब जबकि नल लग गया है तो उनकी मुसीबत दूर हो गई है। महिलाओं ने बताया कि पानी लाने के लिये नदी जाना है यह सोचकर ही बहुत तनाव हो जाता था। अब हम सभी खुश है कि नल हमारे घर में ही लग चुका है। महिलाओं ने नल के माध्यम से पेयजल उपलब्ध कराने पर शासन प्रशासन के प्रति अभार व्यक्त किया।

     

  • बस्तर के सिलगेर में इतनी बड़ी घटना घटित हुई, तब इनकी संवेदना कहा मर गई थी : रमन सिंह
    पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह की प्रेसवार्ता लखीमपुर खीरी की घटनाक्रम पर कर रहे चर्चा लखीमपुर खीरी की घटना दुःखद यूपी सरकार ने जांच के निर्देश के साथ मुआवजे दिए गए है छत्तीसगढ़ में इस घटना पर हो रही राजनीति अब सीएम खुद लखीमपुर खीरी जायेंगे,,, बस्तर के सिलगेर में जो घटना हुई उसमे सीएम, गृहमंत्री, राहुल, प्रियंका या पार्टी के लोग नही गए प्रदेश में डबल स्टेंडर्ड चल रहा *सरकार पर निशाना साधते हुए कहा,,,* सरकार केवल 50-50 में लगी है,,, इनसे सरकार नही सम्हाल रही,,, कवर्धा में लाठीचार्ज करना पड़ा लग लग क्षेत्रों में घटनाएं हो रही, यहां अब सरकार नाम की चीज नही है *सीएम बघेल के बयान पर पलटवार करते हुए कहा,,,,* हमने जांच दल बयाना था, सरकार चलाने की जवाब दारी उनकी है गृहमंत्री और सीएम को पहले जाना था वोट की राजनीति नजर आ रही है *विधायको के दिल्ली दौरे पर कहा,,,,* राहुल और सोनिया के ऊपर दबाव बनाने विधायक गए है केंद्रीय नेतृत्व को चुनौती दे रहे कांग्रेसी ये जाते एक साथ है आते एक साथ है राजघाट में भी एक साथ सम्मितित हो रहे छग पंजाब नही है यही दिखाना चाह रहे