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  • जिले में एक दिन में 17281 लोगों को लगाया गया कोरोना का टीका 45 वर्ष से अधिक में 152 एवं 18-44 वर्ष में 14 ग्रामों में हुआ शत् प्रतिशत टीकाकरण

    मंगलवार को कलेक्ट्रेट में कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा की अध्यक्षता में आयोजित समय-सीमा बैठक में जिले में टीकाकरण के संबंध में विस्तृत समीक्षा की गई। इस दौरान कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग एवं राजस्व विभाग के अधिकारियों को 20 सितम्बर को एक दिन में सर्वाधिक 17281 लोगों का टीकाकरण कराये जाने पर बधाई देते हुए कहा कि जिले में टीकाकरण के कार्य को गंभीरता से लेते हुए तीव्र गति से आगे बढ़ाते हुए प्रतिदिन 25 हजार लोगों के टीकाकरण का लक्ष्य हासिल करना है। इसके लिये सभी विभागों को मिलकर कार्य करना होगा। ज्ञात हो कि अब तक 45 से अधिक आयु वर्ग में प्रथम डोज के टीकाकरण का कार्य 152 गांवों में शत् प्रतिशत कर लिया गया है, जबकि 271 ग्रामों में यह 80 प्रतिशत से अधिक पूर्ण कर ली गई है। वहीं 18-44 आयु वर्ग में 14 ग्रामों में शत् प्रतिशत युवाओं को टीके की प्रथम डोज लगाई जा चुकी है।

    कोण्डागांव एवं माकड़ी विकासखण्ड में टीकाकरण कार्य की सराहना की
    इस दौरान कलेक्टर ने टीकाकरण के लिये किये जा रहे प्रयासों की समीक्षा करते हुए सप्ताह के दौरान कोण्डागांव एवं माकड़ी विकासखण्डों द्वारा टीकाकरण के लिये किये गये कार्यों की सराहना करते हुए अन्य विकासखण्डों को भी टीकाकरण में तेजी लाने के निर्देश दिये। ज्ञात हो कि 20 सितम्बर को जिले की 230 टीमों के माध्यम से कोण्डागांव में 4878, माकड़ी में 4206, बड़ेराजपुर में 3099, फरसगांव में 3088, केशकाल में 2010 लोगों को कोरोना से बचाव का टीका लगाया गया था। जबकि टीकाकरण देर शाम तक चलने के कारण इसकी ऑनलाईन प्रविष्टि में केवल 11333 लोगों को टीकाकरण ही दर्ज हो पाया था। जिसपर कलेक्टर द्वारा नाराजगी जाहिर करते हुए ऐसे क्षेत्र जहां नेटवर्क की उपलब्धता है, वहां पंचायतों के माध्यम से ऑनस्पॉट ऑनलाईन एंट्री करने को कहा।

    शिक्षक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं मितानिनों के योगदान को बताया महत्वपूर्ण
    इस दौरान कलेक्टर ने विकासखण्डों हेतु प्रतिदिन पांच हजार लोगों के टीकाकरण का लक्ष्य बनाकर इसके अनुसार रणनीति तैयार करने को कहा। इसके लिये उन्होंने सीएमएचओ डॉ0 टीआर कुंवर को प्रतिदिन अधिकतम संभव टीकाकरण टीमों को बनाकर अधिक से अधिक ग्रामों के टीकाकरण हेतु निर्देशित किया। ज्ञात हो कि वर्तमान में कुल 230 दलों में से कोण्डागांव में 72, फरसगांव में 53, माकड़ी में 40, केशकाल में 34 एवं बड़ेराजपुर में 31 दल प्रतिदिन टीकाकरण का कार्य कर रहे हैं। इन दलों की संख्या को उन्होंने 400 करने को कहा है। इसके अतिरिक्त टीकाकरण के प्रति लोगों में बढ़ते उत्साह को देखते हुए जागरूकता प्रसार के लिये गांव की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानिनों एवं शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका की सराहना करते हुए कलेक्टर ने सभी विकासखण्डों में नई रणनीति के तहत् कार्य करने के लिए कहा जिसमें शिक्षकों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानिनों एवं अन्य मैदानी कार्यकर्ताओं को प्रतिदिन घर-घर जाकर लोगों को टीकाकरण केन्द्र तक लाने की जिम्मेदारी दी जावेगी। इसके लिये कोण्डागांव एवं माकड़ी की भांति बीईओ एवं बीआरसी की भूमिका को भी महत्वपूर्ण बनाते हुए राजस्व विभाग के अधिकारियों को टीकाकरण कार्यक्रम के निरीक्षण हेतु निर्देशित किया गया है।
    स्कूलों के खुलने से शिक्षकों की दिन के समय व्यस्तता को देखते हुए उन्हें प्रतिदिन सुबह एवं शाम के समय आस-पास के वार्डों में जाकर टीकाकरण का प्रचार करने एवं महिला बाल विकास के अधिकारियों को प्रतिदिन कम से कम पांच टीकाकरण केन्द्रों का दौरा कर निरीक्षण करने को कहा। इसके लिये टीकाकरण सेशन लगाने हेतु एसडीएम प्रतिदिन रोस्टर तैयार कर कर्मचारियों की ड्यूटी लगायेंगे। इन टीमों में राशन दुकानों के संचालकों को भी शामिल किया जायेगा। उल्लेखनीय है कि पूर्व में लोगों के द्वारा टीकाकरण का विरोध किया जा रहा था। परंतु लगातार चलाये गये जागरूकता अभियान के बाद युवा बड़ी संख्या में टीकाकरण हेतु बाहर आ रहे हैं। अब तक 45 से अधिक आयु वर्ग में 90.82 प्रतिशत को प्रथम एवं 30.94 प्रतिशत को टीके की द्वितीय डोज लगाई जा चुकी है। वहीं 18-44 आयु वर्ग में अब तक 45.54 प्रतिशत युवाओं को प्रथम एवं 10.59 प्रतिशत युवाओं को टीके की द्वितीय डोज लगाई जा चुकी है।
     

  • दंतेवाड़ा : बदलता दन्तेवाड़ाः नई तस्वीर : लघुवनोपज का प्रसंस्करण कर महिलाएं हो रही आर्थिक उन्नति की ओर अग्रसर

    दंतेवाड़ा जिला लघु वनोपज बहुलता जिला है यहां निवासरत लोगों के लिए लघु वनोपज प्राचीनकाल से ही जीविकोपार्जन का एक महत्वपूर्ण साधन रहा है। पूर्व में इसका उपयोग औषधि और खाद्य पदार्थ के रूप में किया जाता था। वर्तमान में इसका प्रसंस्करण कर लोगो को व्यवसाय का अवसर प्रदान किया जा रहा है। यहां पर महुआ, टोरा, इमली, छिंद फल, कांटा झाड़ू, तीखुर, लाख, बेल, जामुन, जैसे चीजों का उत्पादन किया जाता है। जिले में प्राप्त लघुवनोपजों का प्रसंस्करण कर विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थ बनाया जा रहा है। और उचित मूल्य पर बिक्री की जा रही है। जो स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है। इस प्रसंस्करण केंद्र से महिलाओं को रोजगार मिल रहा है। जिले के वनोपज बाजार केंद्र जो संगवारी मेला स्वसहायता समूह द्वारा चलाया जा रहा है जिसमे 20 महिलाएं कार्यरत है। जिनके द्वारा महुआ का प्रसंस्करण कर लड्डू, हलवा, कुकीज, जैली, बनाया जा रहा है। तीखुर से सरबत, हर्बल काढ़ा, तुलसी पान, औषधि इमली चपाती, ढेंकी राइस, दलिया का निर्माण किया जा रहा है। अब तक स्वसहायता समूह को 4 लाख की आमदनी हो चुकी है जिसमे प्रत्येक महिला को प्रति माह 5-6 हज़ार की आमदनी हो रही है। वनोपज से बने खाद्य पदार्थ की मांग स्थानीय बाजार के साथ अन्य जगहों पर मांग बनी हुई है। इससे अधिक से अधिक लोगों को जोड़कर रोजगार का अवसर उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है।

  • देश की एकमात्र कार्टून पत्रिका "कार्टून वॉच" अपने रजत जयंती वर्ष पर 
    "संस्कृति विभाग" के सहयोग से कार्टून प्रतियोगिता एवं कार्टून प्रदर्शनी का आयोजन करने जा रही है. 
    कार्टून वॉच के सम्पादक त्र्यम्बक शर्मा ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि "आज़ादी के अमृत महोत्सव" विषय पर अखिल भारतीय कार्टून प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है. यह प्रतियोगिता ऑनलाइन की जाएगी और ऑनलाइन ही इसके नगद पुरस्कार प्रदान किए जाएँगे.
    प्रथम पुरस्कार 10,000/- द्वितीय पुरस्कार 7,000/- तृतीय पुरस्कार 5,000/-और बीस विशेष पुरस्कार 1,000/- (प्रत्येक) रखे गए हैं. इस प्रतियोगिता में कोई भी व्यक्ति भाग ले सकता है और अधिकतम तीन प्रविष्टयां ई मेल [email protected] पर भेज सकता है. अधिक जानकारी कार्टून वॉच की वेबसाइट, फ़ेसबुक पेज, और इंस्टाग्राम पेज से प्राप्त की जा सकती है. इ
    श्री शर्मा ने आगे बताया कि प्रतियोगिता की अंतिम तिथि 30 सितंबर 2021 है. उन्होंने  बताया कि 
    "आज़ादी के अमृत महोत्सव" पर दो दिवसीय कार्टून प्रदर्शिनी का भी आयोजन महंत घासीदास म्यूज़ीयम के आर्ट गैलरी में किया जाएगा. आगामी 2 और 3 अक्टूबर 2021 को यह कार्टून प्रदर्शिनी लगाई जाएगी जिसमें 50-60 साल पहले के 100 पुराने कार्टून प्रदर्शित किए जाएँगे. इस प्रदर्शिनी में कार्टूनिस्ट शंकर, मारियो मिरांडा, आर के लक्ष्मण, बाल ठाकरे सहित अनेक पुराने कार्टूनिस्ट के कार्टून देखने को मिलेंगे. इसमें देश की पहली कार्टून पत्रिका " शंकर्ष वीकली" के कार्टून के साथ "इलस्ट्रेटेड वीकली" और "धर्मयुग" सहित अनेक बंद हो चुकी पत्रिकाओं में प्रकाशित कार्टून प्रदर्शित किए जाएँगे. उल्लेखनीय है कि कार्टून वॉच पुराने करतूनिस्टों के काम को "ऑनलाइन कार्टून म्यूज़ीयम" के माध्यम से सहेजने का प्रयास कर रही है. यह प्रदर्शिनी कार्टून के माध्यम से इतिहास में झांकने का अच्छा अवसर होगा और नई पीढ़ी उन कार्टूनों को देख सकेगी जो उनके जन्म से भी कई दशक पहले के हैं.
  • अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में भर्ती हेतु दस्तावेजों का सत्यापन 27 से 29 सितम्बर तक

    स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में शिक्षकों एवं अन्य कर्मचारियों की भर्ती के लिए शासकीय नरहरदेव उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कांकेर में दस्तावेजों का सत्यापन किया जा रहा है। इसी क्रम में कम्प्यूटर शिक्षक एवं ग्रंथपाल के पद पर भर्ती के लिए पात्र आवेदकां के दस्तावेजों का सत्यापन 27 एवं 28 सितम्बर को प्रातः 11 बजे से आयोजित किया जाएगा। सहायक ग्रेड-02 के पद पर भर्ती के लिए भी 28 सितम्बर तथा सहायक ग्रेड-03 के पद पर भर्ती के लिए 29 सितम्बर को पात्र आवेदकों के दस्तावेजों का सत्यापन किया जाएगा। सहायक ग्रेड-02 तथा सहायक ग्रेड-03 के पदों पर भर्ती के लिए दस्तावेज परीक्षण उपरांत उसी दिन कम्प्यूटर का कौशल परीक्षण भी आयोजित किया जाएगा। सभी आवेदकों को मूल दस्तावेज एवं पासपोर्ट साईज फोटो के साथ उपस्थित होने के लिए निर्देशित किया गया है। जिन अभ्यर्थियों के दस्तावेजों के भौतिक सत्यापन किया जाएगा उनकी सूची कांकेर जिले के वेबसाईट www.kanker.gov.in   पर अपलोड किया गया है।

  •  मंत्री गुरू रूद्रकुमार गणेश उत्सव में हुए शामिल

    लोक स्वास्थ्य, यांत्रिकी एवं ग्रामोद्योग मंत्री गुरू रूद्रकुमार नगर निगम भिलाई-चरौदा के युवा गणेशोत्सव में शामिल हुए। इस अवसर पर मंत्री गुरू रूद्रकुमार ने युवा गणेशोत्सव समिति के पदाधिकारियों को गणेशोत्सव की बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सार्वजनिक गणेश उत्सव मनाने की परंपरा की शुरूआत सन् 1920 में लोकमान्य  बाल गंगाधर तिलक ने अंग्रेजों के खिलाफ आजादी के लिए लोगों को एकजुट करने के लिए की थी। गणेश उत्सव आज समाज के लोगों को एकसूत्र में पिरो कर रखा है। उन्होंने कहा कि सामाजिक एकता और अखण्डता का प्रतीक गणेशोत्सव बड़े ही धूम-धाम से मनाया जाता है। मंत्री गुरू रूद्रकुमार को युवा गणेशोत्सव समिति के द्वारा स्मृतिचिन्ह भेंटकर उनका सम्मान किया गया। इस अवसर पर नगर निगम भिलाई के सभापति  विजय जैन, पार्षद  राजेश दाण्डेकर, साहू समाज तहसील परिक्षेत्र के अध्यक्ष श्री विनोद साहू एवं युवा गणेशोत्सव समिति के पदाधिकारियों सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।

  • Balod:10 दिन बाद हाथी के शावक ने तोड़ा दम, खेत में घायल अवस्था में मिला था बच्चा, पोस्टमार्टम के बाद होगी मौत की पुष्टि

    बालोद। छत्तीसगढ़ के बालोद  जिले में वन विभाग ने हाथी के एक शावक का शव बरामद किया है। वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार शावक की उम्र ढाई से तीन साल के बीच थी।अधिकारियों ने सोमवार को यहां बताया कि जिले के दल्लीराजहरा वन परिक्षेत्र के अंतर्गत कोकान पद्देटोला मार्ग के पास खेत में हाथी के शावक का शव मिला।(Balod) उन्होंने कहा कि शव का पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है और इसके बाद ही शावक की मृत्यु के संबंध में जानकारी मिल सकेगी।

    अधिकारियों ने बताया कि हाथी का यह शावक इस महीने की 11 तारीख को सल्हई टोला गांव के पास एक खेत में घायल अवस्था में मिला था जिसे वन विभाग ने उपचार के बाद उसे जंगल में छोड़ दिया था और तब से यह जंगल में अकेला ही विचरण कर रहा था।

  • कोरबा – चोरी के शक में अधेड़ को खम्बे से बांध पीटा, अर्द्धनग्न कर किया अश्लील हरकत

    कोरबा जिले से चोरी के शक में अधेड़ को पिटने का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि खदान कंपनी के सिक्योरिटी गार्डों ने अधेड़ सहित दो लोगों को खंभे से बांधकर अर्धनग्न कर दिया। इसके बाद लाठी-डंडों से उनकी जमकर पिटाई की। दोनों छोड़ देने की गुहार लगाते रहे, लेकिन सिक्योरिटी गार्ड ने एक नहीं सुनी। मारपीट का वीडियो भी बनाया। जब दोनों बेहोश हो गए तो रात को उठाकर सड़क किनारे फेंक आए। सिक्योरिटी गार्डों ने उन्हें चोरी के शक में पकड़ा था। होश में आने के बाद कुसमुंडा थाने में FIR दर्ज कराई है।

    मिली जानकारी के मुताबिक, दुरपा रोड फोकटपारा निवासी सुभाषराम सिदार मजदूरी करता है। वह विश्वकर्मा जयंती पर 17 सितंबर को दर्शन करने के लिए कुसमुंडा खदान के नया शैलो के पास एंडम गया था। वहां से दर्शन कर रेलवे लाइन के किनारे पट्टा लाइन से होते हुए पैदल घर लौट रहा था। इसी दौरान सामंता कंपनी के दो सुरक्षाकर्मी पहुंच गए। आरोप है कि वे सुभाष को पकड़ कर कंपनी के ऑफिस में ले गए। वहां पहले से कुछ लोग मौजूद थे।

    मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सुभाष राम ने पुलिस को बताया कि ऑफिस में बैठे लोगों ने उस पर लोहा चोरी करने का आरोप लगाया और गालियां देकर पीटने लगे। उसने खदान में आने का कारण बताया, लेकिन वे नहीं माने। उसे रस्सी से खंभे में बांध दिया। वहां एक अन्य व्यक्ति को भी खंभे से बांध रखा था। आरोप है कि सिक्योरिटी गार्डों ने दोनों के कपड़े फाड़ दिए और नग्न कर डंडे से पीटना शुरू कर दिया। दोनों पर चोरी की वारदात कबूल करने का दबाव बनाने लगे।

    मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सुभाष राम और एक अन्य जब सिक्योरिटी गार्ड पीट रहे थे, उसी समय उनके अन्य साथियों ने वीडियो बनाना शुरू कर दिया। इस दौरान गार्डों ने अश्लील हरकत भी की। वीडियो में दिख रहा है कि 3 सिक्योरिटी गार्ड वर्दी में हैं, जबकि एक सादे कपड़ों में था। सुभाष उनसे बेगुनाह होने की बात कहते हुए छोड़ने की गुहार लगा रहा है, लेकिन सुरक्षाकर्मी लगातार उसे पीट रहे हैं। पिटाई से बेसुध होने के बाद दोनों को वैशालीनगर पेट्रोल पंप के पास छोड़ गए।

    इतना ही नहीं सिक्योरिटी गार्डों ने पीटने के बाद पुलिस में रिपोर्ट करने पर जान से मारने की धमकी दी। किसी तरह सुभाष वहां से घर पहुंचा और घटना की जानकारी परिजन व पड़ोसियों को दी। इसके बाद सभी थाने पहुंचे और मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने 2 सिक्योरिटी गार्ड और उनके दो साथियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। हालांकि अर्धनग्न कर मारपीट करने और बंधक बनाने का केस दर्ज नहीं किया गया है। वहीं दूसरा पीड़ित इतना डरा हुआ है कि वह सामने ही नहीं आ रहा।

  • ग्राम पंचायत होनावंडी के छात्र छात्राओं हेतु कैरिअर मार्गदर्शन शिविर का हुआ आयोजन

    छात्रों को भविष्य में उचित कैरियर के चुनाव एवं मार्गदर्शन के उद्देश्य से विकासखंड विश्रामपुरी के ग्राम पंचायत होनावंडी में स्थित डी.ए.व्ही. हायर सेकेंडरी स्कूल मे कैरिअर मार्ग दर्शन शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में  शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय होनावंडी के छात्र-छात्राओं ने भी भाग लिया। इस दौरान विद्यालय की प्राचार्य पद्मा राव ने कहा कि कोरोना के कारण स्कूल बंद होने से स्कूली बच्चों पर मनोवैज्ञानिक रूप से दबाव बढ़ा है। जिससे बच्चांे के आत्मविश्वास में कमी, अवसाद में बढोत्तरी एवं कैरियर के प्रति उदासिनता में वृद्धि हुई है। जिसे देखते हुए उनका मार्गदर्शन किया जाना आवश्यक हो गया था। जिसे देखते हुए विद्यालय में कॅरियर मार्गदर्शन एवं मोटिवेशन शिविर आयोजित किया गया।
    इस कार्यक्रम में बतौर मोटिवेशनल स्पीकर प्रभारी जिला पशुचिकित्सालय डॉ नीता मिश्रा ने विद्यार्थियों से अपने अनुभवों को साझा किया। उन्होंने विद्यार्थियों को अपने रूचि के अनुसार रोजगार के चुनाव, दैनिक दिनचर्या की आवश्यकता, स्वच्छता की आवश्यकता एवं 10वीं के बाद विषय के चुनाव के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने बच्चों को 10वीं के बाद लिये जाने वाले विषयों के साथ भविष्य में अपनाये जा सकने वाले रोजगार की जानकारी देते हुए उनके लिये आवश्यक परीक्षाओं एवं विषयों की जानकारी दी। इसके अतिरिक्त उन्होंने सफलता हेतु विभिन्न नियमों को बताते हुये एक्टीव रिकाॅल तकनीक एवं स्पेस रिपिटेशन तकनीक के संबंध में भी बताया।
    इसके साथ ही विद्यालय के व्याख्याता शैलेन्द्र सोनी ने बच्चों को कहा कि अंग्रेजी को विषय न समझकर केवल संपर्क करने हेतु माध्यम समझना चाहिए। ताकि बच्चे अंग्रेजी न केवल लिखना सीखंे अपितु सुनने बोलने पढ़ने लिखने में भी पारंगत बन सके।
    इस कार्यक्रम में प्रभारी बीआरसी विश्रामपुरी केवल सिंह पोया, प्रेम लाल साहू, आश्रिता दास, चम्पा खटारिया, राजेन्द्र कुमार साहू, सतुलाल मरकाम, बिंदा सेन, उमेंश कुमार नाग, कडराम कोर्राम सहित समस्त शिक्षकगण, डीएव्ही स्कूल व शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय होनावंडी के छात्र-छात्रायें एवं अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।

  • वर्तमान में जिले के सिंचाई जलाशयों में औसत रूप से 68 प्रतिशत जल भराव

    जिले में जल संरक्षण एवं संवर्धन के लिए निर्मित्त किए गए जलाशयों, तालाबोें, डबरी, डेम इत्यादि में विगत वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष जल भराव की स्थिति बेहतर हैै। 15 सितम्बर 2021 की में जिले के 18 जलाशयों में उपयोगी मात्रा का 68 प्रतिशत जल भराव बना हुआ है। जलाशयों में पानी भरे होने से जिले में गर्मी के दिनों में की जाने वाली जलापूर्ति और सिंचाई को लेकर प्रशासन की चिंता दूर हुई है। इन जलाशयों से किसानों को फसलों की सिंचाई के लिए पानी देने के साथ ही गर्मी में निस्तारी के लिए तालाबों को भी भरा जाता है। जिले में जल भराव बेहतर होने से किसानों को खेती-किसानी करने में आसानी हो रही है।
    कार्यपालन अभियंता जल संसाधन विभाग ने बताया कि इस वर्ष ग्रीष्म ऋतु में जिले के सभी जलाशयों मंें जल भराव का स्तर बहुत अच्छा बना हुआ है। जिले के 18 जलाशयों की कुल जल संग्रहण क्षमता 2293.951 मिलियन घन फुट है। जिसका कुल उपयोगी क्षमता 2064.939 मिलियन घन फुट है। वर्तमान में इन सभी जलाशयों में संग्रहित कुल जल मात्रा 1623.652 मिलियन घन फुट में उपयोगी जल मात्रा 1402.040 मिलियन घन फुट है। वर्तमान में विकासखंड जशपुर के नीमगांव तालाब में 85 प्रतिशत जल भराव बना हुआ है। इसी प्रकार विकासखंड मनोरा के सोगड़ा तालाब में 50 प्रतिशत, सरडीह तालाब में 95 प्रतिशत, डड़गांव तालाब में 50 प्रतिशत जल भराव हैै। विकासखंड फरसाबहार के लवाकेरा तालाब में 60 प्रतिशत, कोनपारा तालाब में 80 प्रतिशत, अंकिरा तालाब में 100 प्रतिशत जल भराव, कांसाबेल के साजापानी तालाब में 100 प्रतिशत, राजामुण्डा तालाब में 100 प्रतिशत जल भराव, पत्थलगांव के केराकछार में 100 प्रतिशत, तमता जलाशय में 97 प्रतिशत, खमगढ़ा जलाशय में 95 प्रतिशत, गेर्रानाला जलाशय में 60 प्रतिशत, बालाझर जलाशय में 76 प्रतिशत, घरजियाबथान जलाशय में 35 प्रतिशत एवं खरकट्टा जलाशय में 100 प्रतिशत जल भराव, विकासखंड कुनकुरी के बेलसुंगा तालाब में 73 प्रतिशत बल्जोरा तालाब में 95 प्रतिशत जल भराव की स्थिति हैै।
     इन जलाशयों से किसानों की मांग पर आवश्यकतानुसार नहरों में पानी भी छोड़ा जा रहा है जिससे किसानों को कृषि एवं निस्तारी के लिए पानी पर्याप्त मात्रा में मिल सके। ग्रामीण किसानों द्वारा इन जलाशयों से सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध होने से अपने खेतों में दोहरी फसल के साथ ही मौसमी सब्जी की खेती कर अपने आय में वृद्धि कर रहे है।

     
  •  मोर पड़ोसी मोर सुरक्षा थीम का जिला कोरबा पुलिस अधीक्षक  भोजराम पटेल ने किया बुधवारी बस्ती सीएसईबी चौकी से आगाज

    मोर पड़ोसी मोर सुरक्षा' अभियान के तहत संदिग्ध व्यक्तियों की सूचना एवं संदेहास्पद गतिविधियों की सूचना पुलिस को देने दिया सुझाव
    अपराध जागरूकता अभियान के तहत कोरबा पुलिस ने उठाया प्रभावी कदम

     भोजराम पटेल पुलिस अधीक्षक कोरबा द्वारा बुधवारी बस्ती में आयोजित ''मोर पड़ोसी मोर सुरक्षा'' कार्यक्रम की शुरुवात की गई। जिसमें उन्होंने आमजनों को संबोधित करते हुए कहा कि जागरूकता और हमारी समझदारी ही समाजिक परिवेश को स्वस्थ्य और मजबूत आधार प्रदान करता है। हम सभी को आपसी सामंजस्य और भाईचारा बनाए रखते हुए समाज को सही दिशा में ले जाने का प्रयास करना चाहिए। ऐसा होने से हमारा सामाजिक माहौल जहां मजबूत होगा वहीं हमारी युवा पीढ़ी के सामने एक आदर्श भी स्थापित होगा - उक्ताशय की सारगर्भित बातें पुलिस अधीक्षक श्री भोजराम पटेल ने बुधवारी क्षेत्र में सीएसईबी चौकी द्वारा आयोजित एक बहुद्देशीय कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य नागरिकों को संबोधित करते हुए कही ।
     भोजराम पटेल ने कहा कि तेज़ी से विस्तारित हो रहे समाज और क्षेत्र के परिदृश्य में अपराध का बढ़ना कोई चौंकाने वाली बात नहीं है लेकिन बावजूद इसके हमें पूरी चैतन्यता और समझदारी के साथ लोगों को इससे बचने और दूर रहने की समझाइश देनी चाहिए।
     पुलिस कप्तान श्री पटेल ने कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं को आदर देते हुए आगे कहा कि 'वे' अपने निकटस्थ पड़ोसियों के साथ होने वाली बातचीत और व्यवहार में माधुर्यता बनाये रखें। ऐसा होने से जहां हमारी आपसी निकटतम खुशबू देगी वहीं हमारा सामाजिक वातावरण भी ओजस्वी होगा। आपको बता दें कि श्री पटेल ने अपना पूरा उद्बोधन सारे महत्वपूर्ण कथ्य और तथ्य के साथ छत्तीसगढ़ी भाषा में दिया।
     कार्यक्रम के प्रारंभ में उपस्थित पार्षद, वरिष्ठ जनों और प्रबुद्ध समाजसेवियों द्वारा पुलिस कप्तान भोजराम पटेल का पुष्प गुच्छ भेंटकर आत्मीय स्वागत किया गया। कार्यक्रम में उप पुलिस अधीक्षक (ट्रेफिक)  शिव चरण सिंह परिहार, सीएसईबी चौकी प्रभारी आशीष कुमार सिंह सहित अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

  •  जिला प्रशासन की विशेष पहल रंग लाया : रत्नगर्भा अकादमी से बनने लगे प्रशासनिक अधिकारी

    जिला प्रशासन द्वारा संचालित रत्नगर्भा अकादमी फॉर कॉम्पिटिटिव एग्जाम ‘‘रेस’’ से अब प्रशासनिक अधिकारी बनने का सपना पूरा हो रहा है। कलेक्टर निलेशकुमार क्षीरसागर की पहल पर जिला प्रशासन द्वारा विगत वर्ष छत्तीसगढ़ पीएससी की प्रारंभिक परीक्षा एवं मेंस की तैयारी हेतु 60 दिवसीय निःशुल्क क्रेश कोर्स डिजाइन किया गया था। जिसका सुखद परिणाम सामने आ रहे है। नगर की कुमारी दिव्या वैद्य का चयन छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग-2019 में हुआ है। गत दिनों जारी परीक्षा परिणाम में दिव्या को ओवरऑल 251 रैंक हासिल हुआ है। वही कैटेगिरी रैंक में उन्हें 16वीं रैंक प्राप्त हुआ है। उन्होंने बताया कि उसे भू-अभिलेख शाखा में सहायक अधीक्षक के पद पर नियुक्ति मिलेगी। दिव्या ने जिला प्रशासन द्वारा संचालित रत्नगर्भा अकादमी ‘‘रेस’’ में मिले मार्गदर्शन को इस सफलता के लिए श्रेय दिया है। उन्होंने कहा कि हालाकि वे 2019 से ही परीक्षा की तैयारी कर रही थी, लेकिन दिसम्बर 2020 में संचालित निःशुल्क कोचिंग में अध्ययन के पश्चात आत्मविश्वास मजबूत हुआ। कलेक्टर  निलेश क्षीरसागर, तत्कालिन जिला पंचायत सीईओ  चन्द्रकांत वर्मा, डिप्टी कलेक्टर सुश्री रूचि शर्मा, श्रीमती शीतल बंसल और विषय विशेषज्ञों के निरंतर मार्गदर्शन और अध्ययन विधि से तैयारी में मदद मिली। उन्होंने अपनी इस सफलता का श्रेय माता-पिता सहित रत्नगर्भा अकादमी को दिया है। ज्ञात है कि कलेक्टर  क्षीरसागर द्वारा वनांचल क्षेत्र के युवाओं में लगन और प्रतिभा को देखते हुए उन्हें उचित अवसर और प्लेटफार्म उपलब्ध कराने शासकीय वीर सुरेन्द्र साय स्नात्कोत्तर महाविद्यालय गरियाबंद के परिसर में रत्नगर्भा अकादमी फॉर कॉम्पिटिटिव एग्जाम ‘‘रेस’’ स्थापित कर निःशुल्क कोचिंग की व्यवस्था की गई। सीजीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा की तैयारी हेतु 60 दिवसीय क्रेस कोर्स दिसम्बर 2020 से कोर्स प्रारंभ किया गया। कोर्स अंतर्गत प्रत्येक रविवार को टेस्ट और तीन मेगा टेस्ट का आयोजन भी किया गया। कोर्स अंतर्गत सीजीपीएससी के निर्धारित पाठ्यक्रम अनुसार इतिहास, गणित, संविधान, पंचायतीराज प्रशासनिक व्यवस्था, भूगोल, अर्थशास्त्र, रिजनिंग, विज्ञान, कला संस्कृति, विविध, हिन्दी विषय शामिल किये गये। साथ ही रिविजन और अभ्यास के लिए भी समय निर्धारत किया गया। प्रत्येक सप्ताह इन अलग-अलग विषयों पर मार्गदर्शन दिया गया। रत्नगर्भा अकादमी में लगभग 300 परिक्षार्थियों ने तैयारी की। इनमें से 10 युवाओं का चयन प्रारंभिक परीक्षा में और 5 युवाओं का चयन मुख्य परीक्षा के लिए हुआ था।  

     
  • बविप्रा अध्यक्ष और संसदीय सचिव ने किया बादल के विकास कार्यो का अवलोकन

    बस्तर विकास प्राधिकरण अध्यक्ष  लखेश्वर बघेल और संसदीय सचिव  रेखचन्द जैन ने आसना स्थित बादल संस्था के विकास कार्यो का अवलोकन किया और विभिन्न समाजों से संबंधित साहित्यकारों और कला संस्कृति के जानकारों के साथ बैठक किए। इस दौरान बविप्रा अध्यक्ष श्री बघेल ने कहा कि बस्तर के संस्कृति और समाजों की परम्पराओं के अभिलेखीकरण कार्य में तेजी लाने हेतु संभाग के समाज प्रमुखों की बैठक आयोजित करे। साथ ही उन्होंने आदिवासी संस्कृति-परम्परा एवं लोक नृत्य पर किताबें लिखने वाले साहित्यकारों तथा लोक नर्तक दलों के कलाकारों के सम्मान हेतु शासन को प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए। संसदीय सचिव रेखचन्द जैन ने कहा कि बादल संस्था के निर्माण कार्य को समय-सीमा में गुणवत्तायुक्त किया जाए। बादल संस्था के माध्यम से शासन द्वारा बस्तर की संस्कृति को संरक्षण और संवर्धन देकर अगली पीढ़ी तक हस्तातंरित करने की व्यवस्था का उन्होंने सराहना की।   बविप्रा अध्यक्ष श्री बघेल और संसदीय सचिव श्री जैन ने बादल के कलाकारों के आवासीय सुविधा, प्रशासनिक भवन, प्रदर्शनी स्थल, लाइब्रेरी स्थल का निरीक्षण किए और अभिलेखीकरण के कार्यो में आवश्यक संसाधनों की व्यवस्था करने तथा नृत्य दलों हेतु संगीत के संसाधन उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए। इस अवसर पर कलेक्टर  रजत बंसल, सहायक कलेक्टर सुश्री सुरूचि सिंह, उपायुक्त आदिवासी विकास  विवेक दलेला, जिला शिक्षा अधिकारी श्रीमती भारती प्रधान सहित अन्य गणमान्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
            इसके उपरांत आसना में स्थित वन विभाग के उद्यान में निर्माणाधीन बस्तर के 8 आदिवासी जातियो से संबंधित संस्कृति के संरक्षण का डेमो का अवलोकन किए। वन विभाग के संग्राहालय, ईमली कैंडी, चिराैंजी प्रसंस्करण केन्द्र का जायजा लेते हुए महिला स्व-सहायता समूह के सदस्यों से रोजगार के अन्य अवसरों का उपयोग करने कहा। उन्होंने ईमली कैंडी के स्वाद लेकर इसके बेहतर मार्केटिंग करने के निर्देश वन विभाग के अधिकारी को दिए। वन विभाग द्वारा अगरबत्ती निर्माण केन्द्र का अवलोकन करते हुए संसदीय सचिव ने अगरबत्ती का पैकेट क्रय का महिला समूह के सदस्य को राशि दी।