State News
  • छत्तीसगढ़ / एक्सीडेंटल फायर में एक जवान की मौत , एक जवान घायल..! चलती बस में दबा राइफल का ट्रिगर..! पढ़ें खबर…
    बीजापुर । बीजापुर में एक्सीडेंटल फायर में एक जवान की मौत की खबर है। बताया जा रहा है कि उसूर से बस में बीजापुर आ रहे थे जवानों ने राइफल साथ में रायफल रखी थी। इस दौरान आवापल्ली बस्ती में बस के अंदर ही एक्सीडेंटल फायरिंग हो गई। मौके पर हुई CRPF जवान त्रिलोक सिंह की मौत हो गई। वह सीआरपीएफ की 229 बटालियन का जवान था। त्रिलोक सिंह का शव आवापल्ली स्वास्थ्य केंद्र में रखा गया है। एएसपी पंकज शुक्ला ने दी मामले की जानकारी दी है। यह भी बताया जा रहा है कि एक जवान भी इस हादसे में घायल हो गया है। त्रिलोक सिंह के बगल में बैठे हेड कांस्टेबल राजेन्द्र को भी गोली चलने की वजह से मामूली चोटें आई हैं। वो भी त्रिलोक सिंह के साथ छुट्टी पर जा रहे थे।
  • नक्सलियों ने जमकर मचाया उत्पात, सड़क बनवा रहे मुंशी की हत्या, JCB, ट्रैक्टर सहित अन्य वाहनों में लगाई आग
    जगदलपुर: नारायणपुर जिले में नक्सलियों का उत्पात जारी है । नक्सल प्रभावित इलाके मढ़ोनार में करीब ढाई करोड़ की लागत से प्रधानमंत्री सड़क योजना (PMSY) के तहत निर्माण कार्य चल रहा था। इसी दौरान ग्रामीणों की वेशभूषा में नक्सली वहां पहुंच गए। नक्सलियों ने पहले मुंशी संदीप की जमकर पिटाई की और फिर मजदूरों के सामने ही उसका गला रेत कर मार डाला।नक्सली पहले भी इस सड़क के निर्माण कार्य को बंद करने की चेतावनी दे चुके थे। वहीं निर्माण कार्य में लगी JCB और ट्रैक्टर सहित अन्य वाहनों में आग लगा दी। वारदात के बाद सड़क निर्माण कार्य बंद कर दिया गया है। नक्सलियों के आमदई एरिया कमेटी ने इस वारदात की जिम्मेदारी ली है। घटना छोटे डोंगर थाना क्षेत्र की है।इस घटना को अंजाम देने के बाद नक्सलियों ने जगह-जगह पर्चे भी फेंके हैं। पर्चे में लिखा है- सड़क निर्माण कार्य बंद करवाने के लिए पहले भी ठेकेदार व मुंशी को चेतावनी दी गई थी, लेकिन फिर भी लगातार जोर-जबरदस्ती से सड़क निर्माण का काम करवाया जा रहा था। इसे तत्काल बंद किया जाए।
  • बलौदाबाजार में रिश्तों का कत्ल -कलयुगी पुत्र ने पिता की कर दी हत्या, अंतिम संस्कार करने वाला था तभी हुवा ये
    बलोदा बाजार- दिनांक 22/09/2021 को अंजोर सिह पिता छतराम साहू उम्र 48 वर्ष साकिन रोहिना थाना भटगांव के द्वारा सूचना दिया गया कि दिनांक 21.09.2021 के शाम 6-7 बजे करीब इसका भाई मृतक दलपत उर्फ छवि साहू पिता छतराम साहू उम्र 58 वर्ष जिसकी संदिग्ध अवस्था में मृत्यु हो गई है मृतक का लड़का राजेंद्र साहू द्वारा घटना की सूचना पुलिस को नहीं देकर घटना को छुपाने के आशय में अंतिम क्रिया कर्म करने के लिए बांस के चैली में रख कर कफन कपड़े से ढक दिया है और अंतिम क्रिया कर्म के लिए ले जाने की तैयारी कर लिया है मुझे मृतक की मृत्यु पर संदेह है कि रिपोर्ट पर मर्ग कायम कर जांच पंचनामा कार्यवाही में लिया गया मर्ग जांच दौरान शव की पंचनामा कार्यवाही पश्चात पीएम के लिए भेजा गया। पूछताछ दौरान मृतक के पुत्र राजेंद्र साहू द्वारा मृत्यु के संबंध में गोलमोल जवाब देते हुए पलंग से गिरने से सिर में चोट लगने पर मृत्यु होना बताया। शव के सिर में आई चोट बहुत गहरा था जो इसके बयान पर संदेह करने के लिए पर्याप्त था। तब घटना के सूचक एवं मृतक की पत्नी से बारीकी से अलग-अलग पूछताछ किया जो मृतक के पत्नी ने बताया कि दिनांक 21/09/2021 के शाम 6-7 बजे करीब घर में इसका लड़का राजेंद्र साहू और यह उपस्थित थे। इसी समय इसका पति दलपत उर्फ छवि साहू गली खोर तरफ से घूम कर घर आया और अपने कमरे की ओर गया। मृतक की पत्नी सुखवारा घर के बाहर आंगन में बर्तन धो रही थी। घर अंदर केवल इसका पति और पुत्र थे दोनों के बीच किसी बात को लेकर वाद विवाद हो रहा था जिसकी आवाज इसे सुनाएं दे रहा था। प्रतिदिन इस प्रकार की विवाद दोनों बाप बेटा में होते रहता था, इस कारण सुखवारा घर अंदर नहीं गई कुछ देर बाद आवाज आना बंद हो गया। सुखवारा बाई बर्तन धो कर घर अंदर गई जाकर देखी कि इसका पति अपने पलंग में मुंह के बल पढ़ा था, सिर में चोट लगा था खून बह रहा था। इसका लड़का अपने कमरे में सोया था इसका लड़का राजेंद्र साहू इन्हें घटना के संबंध में किसी को नहीं बताने कहां सुबह 22/9/2021 को मृतक के भाई को घटना की सूचना मिलने पर थाने में आकर रिपोर्ट दर्ज कराया गया। मृतक की मृत्यु के संबंध में पीएम कर्ता डॉक्टर से शॉर्ट पीएम रिपोर्ट प्राप्त हुआ जिसमें डॉक्टर साहब द्वारा मृत्यु की प्रकृति होमीसाइडल लेख किया गया। संपूर्ण जांच पर आरोपी राजेंद्र साहू पिता दलपत साहू उम्र 35 वर्ष द्वारा आपसी विवाद को लेकर अपने ही पिता को लोहे की छैनी से सिर में मार कर हत्या करना पाया गया तथा साक्ष्य छुपाने के आशय से बिना सूचना दिए शव का अंतिम क्रिया कर्म का प्रयास किया गया आरोपी के विरुद्ध धारा 302,201 भादवी का अपराध घटित करने का पर्याप्त साक्ष्य पाए जाने पर मौके पर ही अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। विवेचना दौरान आरोपी को तलब कर बारीकी से पूछताछ किया जो आरोपी द्वारा अपराध घटित करना स्वीकार किया आरोपी के कब्जे से घटना में प्रयोग लोहे की छैनी को विधिवत जब्त किया जाकर आरोपी को गिरफ्तार कर जुडिशल रिमांड में भेजा गया
  • हादसों की डगर पर सुबह एक और मौत..! अनियंत्रित ट्रेलर की चपेट में आकर महिला ने मौके पर तोड़ा दम..! अदानी कोल माइंस के पास हुआ हादसा..! तमनार पुलिस घटनास्थल के लिए रवाना…
    रायगढ़। तमनार थाना क्षेत्र अंतर्गत स्थित अदानी कोल माइंस के पास आज सुबह एक दर्दनाक सड़क दुर्घटना घटित हुई है। जहां सुबह हुए इस हादसे में ट्रेलर से दबकर एक महिला की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि वाहन चालक मौके से फरार हो गया है। सूचना मिलने पर तमनार पुलिस घटना स्थल के लिए रवाना हो रही है। बताया जा रहा है कि बाइक में सवार होकर तीन लोग तोलगे जा रहे थे तभी बाइक की चक्का स्लिप करने पर तीनों रास्ते में गिर गए और सामने से आ रही ट्रेलर की चपेट में महिला आ गई। जिससे उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया। मृतिका का नाम सेटकुवर खड़िया स्व पति हरिराम उम्र 45 वर्ष बताया जा रहा है तो वही दोपहिया वाहन चालक मोहित राम करवाही का ही रहने वाला बताया जा रहा है। रोते बिलखते परिवार के लोग जर्जर सड़कें और धूल के गुब्बार बन रही मौत की वजह– तमनार क्षेत्र की सड़कें इन दिनों अपने अंतिम अवस्था में पहुंच चुकी है जगह-जगह मौत के गड्ढे बन चुके हैं बारिश होने पर कीचड़ तो धूप खिलते ही धूल के गुब्बार ओं का सामना लोगों को करना पड़ रहा है। सड़क की समस्या की वजह से ही लगातार लोग बाग काल के गाल में समाते जा रहे हैं। अदानी कोल माइंस के पास की सड़कें सबसे ज्यादा खराब– अगर बात करें हुनकराडीपा से मिलुपारा पहुंच मार्ग अभी की हालत में बहुत ही जर्जर हो चुकी है। चतरा में स्थापित अदानी हिंडालको अंबुजा व अन्य कई कंपनियों की छवि गाड़ियां इन सड़कों पर फर्राटे भर रहे हैं जिस वजह से सड़क की दुर्दशा खस्ताहाल हो चुकी है। कलेक्टर की अपील भी नही आया कोई काम– धूल से बचने हेतु कलेक्टर भीम सिंह ने कंपनियों के आसपास स्थित सड़कों पर लगातार पानी का छिड़काव करने का अपील किया गया था परंतु उनके अपील का भी कोई असर देखने को नहीं मिल रहा है। कंपनियां अपनी मनमानी करते हुए ना तो पानी का छिड़काव कर रहे हैं और नहीं सड़कों की मरम्मत। लागतार काटे जा रहे है पेंड-पौधे क्षेत्र में स्थित कंपनियों के द्वारा लगातार हरे भरे पेड़-पौधों की बलिया दी जा रही है अनगिनत पेड़ पौधे प्रतिदिन काटे जा रहे हैं। सुरक्षा व्यवस्था को दरकिनार कर लिया जा रहा है काम– सुरक्षा व्यवस्था का पाठ पढ़ाने वाली कंपनियों के द्वारा कंपनी के अंदर ही सुरक्षा को लेकर कोई खासा इंतजाम देखने को नहीं मिलता है। सड़कों पर दौड़ रही गाड़ियों के लिए ना तो कोई उचित व्यवस्था की गई है और नहीं कंपनी के अंदर काम करने वाले मजदूरों के लिए कोई उचित सुरक्षा व्यवस्था है। कोल माइंस के आसपास की सड़क पूरी तरह से खराब हो चुकी है भारी वाहनों के चलने से बरसात के मौसम होने के कारण सड़कों पर मिट्टी का परत जम गया है जो काफी स्लीप करता है इसी वजह से आज सुबह महिला की जान गई है। कहा जाए तो सड़कों से सफाई व्यवस्था पूरी तरह नदारद है। सड़कों पर जगह-जगह पानी भरे हुए हैं। कंपनियों की गाड़ियां आम रास्ते पर फर्राटा भर रहे हैं। कंपनी के द्वारा सड़क के दोनों ओर मिट्टी की कटाई कर दी गई है जिससे आम रास्ता संकीर्ण हो गया है जिस वजह से आए दिन हादसे हो रहे हैं।
  • विधायक शैलेश पांडे को नोटिस : अनुशासनहीनता की कार्यवाही
    सिम्स के रेडियोलॉजिस्ट टेक्नीशियन के साथ मार पीट विवाद मामले में जनता ने चुना है विधायक और जिसने विधायक चुना है फैसला भी उसी का होगा विधायक सही या गलत का निर्णय भी जनता करे बिलासपुर- सिम्स के रेडियोलॉजी विभाग के टेक्नीशियन के साथ कांग्रेसी नेता पंकज सिंह की मारपीट का मामला अब और भी उलझता जा रहा है पूरे मामले में विधायक की उपस्थिति को मुख्यमंत्री के करीबी और पर्यटन बोर्ड के अध्यक्ष अटल श्रीवास्तव ने अनुशासनहीनता करार दिया है जिस तरह से कांग्रेस पार्टी दो भागों में विभक्त दिखलाई पड़ रही है उसे नकारा भी नही जा सकता जहां इस वक्त राज्य कांग्रेस में दो पक्षों में कुर्सी की लड़ाई जारी है तो वहीं स्थानीय स्तर पर भी कांग्रेस 2 खेमे में बंटा हुआ है । आमजन व जनता का ध्यान इस ओर भी जाना लाजमी है कि जिस मरीज व उसके परिजन को लेकर विवाद खड़ा हुआ उसमें बिलासपुर विधायक की क्या भूमिका थी क्या विधायक वास्तव में दोशी है या बनाये जा रहे है । सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार विधायक शैलेश पांडेय हमेशा से गरीबो के लिए लड़ते रहे है तभी जनता ने उन्हें सर आंखों पर बिठाया है। मरीज के परिजनों से विधायक को जानकारी हुई कि सिम्स में अव्यवस्था होने के कारण उनका इलाज नही हो पा रहा जिसके बाद विधायक ने पंकज सिंह को सिम्स में उस मरीज के परिजनों की सहायता हेतु भेजा क्योंकि घटना वाले दिन विधायक शहर में उपलब्ध नही थे। और पंकज सिंह के सिम्स पहुचने के बाद अव्यवस्था को देख कुछ तू तू मैं मैं दोनों के बीच हुई जसमे पंकज सिंह को गुस्सा आ गया और उन्होंने टेक्नीशियन का कालर पकड़ लिया जिसे साक्ष्य के रूप में पुलिस द्वारा सीसीटीवी के वीडियो को मान रही है लेकिन उस वक्त हुए बातचीत व टेक्नीशियन के आचरण को सीसीटीवी में तो कैद नही किया जा सका हो सकता है कि टेक्नीशियन ने कुछ ऐसी बात कही हो जिसे सुनकर आपको और हमे भी गुस्सा आ जाता तो पंकज सिंह को भी आना लाजमी रहा होगा। और सबसे बड़ा सवाल जिसने टेक्नीशियन को बुलाया उसने मामले की शिकायत क्यों नही की जबकि जिसके साथ घटना घटी वह उसका कर्मचारी था । घटना के बाद जब टेक्नीशियन ने पुलिस में लिखित शिकायत दर्ज करवा दी और पुलिस ने बिना जांच किये पहले अपराध पंजीबद्ध कर उसे विवेचना में लिया तो क्या ये कार्य पहले पुलिस नही कर सकती थी । और जब पंकज सिंह अपनी गिरफ्तारी देने सिटी कोतवाली पहुंचे तो क्यों नही पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया वो तो दोसी थे। इन्ही कारणों को देख कर विधायक सिटी कोतवाली पहुंचे व पुलिस से जानकारी लेनी चाही लेकिन पुलिस से उन्हें उचित उत्तर नही मिला एक विधायक ने जनप्रतिनिधि होने के नाते मदद करनी चाही थी लेकिन पुलिस की एकतरफा कार्यवाही देख उन्होंने जो छत्तीसगढ़ कॉग्रेस में अंतःकलह की राजनीति चल रही उसे बोलने से खुद को रोक नही पाए और आज जिला कांग्रेस कमेटी के लिए उनका आचरण अनुशासन हीनता बन गया और उनके निष्कासन की मांग उठने लगी। खैर जो भी हो ये तो साफतौर पे देखा जा सकता है कि चाहे राज्य की राजनीति हो या बिलासपुर की कांग्रेस दो खेमे में बंटी हुई है देखना ये है ये खींचतान किसको कहाँ ओर कितने दिनों तक चलती है। मन्नू मानिकपुरी संवाददाता बिलासपुर
  • Chhattisgarh में आज सामने आए कोरोना के 30 नए केस, 23 मरीज हुए ठीक,पढ़िए स्वास्थ्य विभाग की बुलेटिन
    रायपुर।  छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में आज कोरोना के 30  नए मरीजों की पहचान हुई है । वहीं 23 मरीजों ने कोरोना को मात दे दी है, जिसके बाद  उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। प्रदेश में आज जो कोरोना के नए मरीज मिले है, उसमें राजनांदगांव से 3,  रायपुर से 2, धमतरी से 2, महासमुंद से 3, बिलासपुर से 3, रायगढ़ से 1,  कोरबा से 2, जांजगीर -चांपा से 3, कोरिया से 1,  जशपुर से 1, कोंडागाँव  से 2,  दंतेवाड़ा से 5,  कांकेर से 2 नए मरीज शामिल है। बता दें कि(Chhattisgarh)  प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 10 लाख 05 हजार 176  हो गई है , जिसमें से 307 एक्टिव मामला है।  वहीं  9 लाख 91 हजार 306 मरीजों को स्वस्थ होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है, इस वायरस से प्रदेश में अब तक 13563  मरीजों की जान चली गई है।
  • आसना महिला समूह की जगी आस : वन विभाग की चक्रीय निधि से प्रदत्त राशि का उपयोग कर आगे बढ़ रहे महिला समूह

    वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के वृत्त स्तरीय चक्रीय निधि से प्राप्त राशि स्व-सहायता समूहों को आगे बढ़ने के लिए अच्छी सुविधा हो गई है। इसके तहत प्रदत्त राशि का लाभ उठाते हुए बस्तर वन मंडल के अंतर्गत स्व-सहायता समूह आसना, सिद्धी स्व-सहायता समूह तथा जय भवानी आदि स्व-सहायता समूहों की महिलाओं में नई आस और विश्वास का संचार हो रहा है।
        वर्ष 2021-22 में वृत्त स्तरीय प्रदाय चक्रीय ऋण से चित्रकोट परिक्षेत्र के सिद्धी स्व-सहायता समूह द्वारा अब तक कुल 30 हजार नग सीमेंट ईंट का निर्माण कार्य करवाया गया, जिसमें से 20 हजार सीमेंट ईंट का विक्रय हो चुका है। इसमें हो रही आमदनी के फलस्वरूप समूह द्वारा चक्रीय निधि से प्राप्त 10 लाख रूपए की राशि में से 20 हजार रूपए की अदायगी भी किया जा चुका है। इसी तरह वर्ष 2021-22 में ही चक्रीय ऋण से प्राप्त राशि का उपयोग करते हुए बकावण्ड परिक्षेत्र के स्व-सहायता समूह आसना द्वारा अब तक 800 नग सीमेंट फेंसिंग पोल्स का निर्माण करवाया गया है। उक्त समूह द्वारा चक्रीय निधि से प्राप्त राशि 5 लाख रूपए में से 24 हजार रूपए की अदायगी कर दिया गया है।
        वन मंडलाधिकारी बस्तर सुश्री स्टायलो मंडावी ने बताया कि इसके अलावा वर्ष 2020 से बस्तर वन मंडल अंतर्गत जय भवानी स्व-सहायता समूह द्वारा चक्रीय निधि की राशि का उपयोग कर सीमेंट फेंसिंग पोल का निर्माण किया जा रहा है। समूह द्वारा अब तक 01 हजार पोल का निर्माण किया जा चुका है। जिसमें से 600 पोल का विक्रय 170 रूपए प्रति पोल के मान से एक लाख 2 हजार रूपए की राशि से किया गया है। इन समूहों को चक्रीय निधि के तहत उपलब्ध राशि से अपने-अपने गतिविधियों के संचालन में अच्छी सुविधा उपलब्ध हो गई है।

  •  गौठानों की महिलायें अब स्वच्छता अभियान से भी जुड़ी : हर महीने हो रही अतिरिक्त आय

    छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी सुराजी गांव योजना के गौठान में महिलाएं विविध रोजगार मूलक कार्यों से जुड़ रही हैं। इसी कड़ी में महिलाओं की मेहनत को देखकर बिलासपुर नगर-निगम ने उन्हें स्वच्छता अभियान से जोड़कर अतिरिक्त आय का जरिया प्रदान किया है। नगर निगम बिलासपुर क्षेत्र के अंतर्गत मोपका मे नरवा-गरुवा-घुरवा-बारी योजना के तहत शहरी गौठान संचालित किया जा रहा है। इस गौठान में गोधन न्याय योजना के तहत 3 महिला स्व-सहायता समूहों की 30 महिलायें वर्मी खाद बना रही हैं, साथ ही गोबर से अन्य सामग्री का निर्मित कर रही हैं। उन्हें वर्मी खाद की बिक्री से अब तक सवा लाख रुपये का लाभांश मिल चुका है। गौ-काष्ठ व गोबर के अन्य उत्पाद की बिक्री कर भी वे लाभ अर्जित करती हैं। उनके इस परिश्रम और लगन को देखते हुए नगर-निगम बिलासपुर ने अब इन्हें स्वच्छ भारत मिशन के स्वच्छता अभियान से जोड़ा है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप गौठानों में काम करने वाली महिलाओं को अतिरिक्त आर्थिक गतिविधियों से जोड़ने के लिये यह पहल की गई है।
        मोपका गौठान में कार्यरत स्व-सहायता समूह की नौ महिलाओं को नगर-निगम ने निःशुल्क ट्राइसाइकिल प्रदान की है। इन वाहनों से वे वार्ड क्रमांक 47 में घर-घर जाकर कचरा संग्रहण कर रही हैं। एक ट्राइसाइकिल से 150 घरों का कचरा संग्रहण किया जाता है। हर महिला 1 किलोमीटर के दायरे में भ्रमण करती हैं। स्व-सहायता समूह की माधुरी, शिवकुमारी, जनकनंदिनी, माया धुरी, कांति धुरी, शांति धुरी, नीमा दास, रामेश्वरी धुरी और सती धुरी अपने इस नये कार्य को उत्साह के साथ कर रही हैं। उन्होंने बताया कि वे गौठान में पहले से ही विभिन्न आर्थिक गतिविधियों से जुड़ी हुई हैं। अब इस अतिरिक्त कार्य से उनकी आमदनी बढ़ गई है। नगर-निगम द्वारा प्रत्येक महिला को इस कार्य के लिये 6 हजार रुपये पारिश्रमिक दिया जा रहा है।
        अब इनकी व्यस्त दिनचर्या है। वे रात को तीन बजे उठती हैं और सुबह 7 बजे तक घरेलू कार्य को निपटाती हैं, फिर गौठान पहुंचती हैं। वहां से सुबह 8 बजे ट्राइसाइकिल लेकर कचरा संग्रहण के लिये निकल पड़ती हैं। दोपहर 1 बजे तक कचरा संग्रहण कर फिर गौठान लौटती हैं और फिर गौठान में दोपहर 2.30 बजे तक वर्मी खाद बनाने का काम करती हैं। इन महिलाओं ने कहा कि वे पहले रोजी-मजदूरी के लिये भटकती थीं। अब खुशी है कि वे अपने घर में ही रहकर, सुविधाजनक समय पर कार्य कर पारिवार की आर्थिक स्थिति मजबूत कर रही हैं। इससे उनका आत्मविश्वास बढ़ा है।

  • दंतेवाड़ा में एक लाख के इनामी समेत 3 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण, अब तक 116 इनामी सहित 429 नक्सली जुड़े मुख्यधारा से

    दंतेवाड़ा : जिले में चलाए जा रहे नक्सल उन्मूलन अभियान व लोन वर्राटू (loan varratu) (घर वापसी अभियान) से प्रभावित होकर एक लाख रुपये के इनामी समेत तीन नक्सलियों ने आत्मसमर्पण (surrender) किया है. इनमें दरभा डिविजन के मलांगिर एरिया कमेटी पंचायत कमेटी अध्यक्ष नक्सली धुरवा तेलाम एक लाख रुपये का इनामी नक्सली (Naxalites rewarded with one lakh rupees) है. जबकि उसके साथ दो अन्य नक्सलियों ने किरंदुल थाना आकर पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया.

    दंतेवाड़ा के एसपी डॉ अभिषेक पल्लव ने बताया कि एक लाख रुपये का इनामी नक्सली धुरवा तेलामी हत्या, आगजनी, लूटपाट और आईटी विस्फोट जैसे दर्जनों मामलों में नामजद आरोपी था. उस पर किरंदुल थाने में कई मामले दर्ज हैं. इसकी पुलिस को कई दिनों से तलाश थी, लेकिन इसने मारे जाने के डर से कानों के माध्यम से पुलिस को सूचना भिजवाई कि शिवा नक्सली संगठन छोड़कर आत्मसमर्पण कर अच्छा जीवन व्यतीत करना चाहता है. इसपर गुरुवार को पुलिस के समक्ष इनामी सहित कुल 3 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है.

    10 हजार रुपये प्रोत्साहन राशि देगी सरकार

    इन नक्सलियों को छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से संचालित आत्मसमर्पण पुनर्वास नीति के तहत उनके खाते में 10,000 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी. बता दें कि अब तक लोन वर्राटू अभियान के तहत 116 इनामी नक्सली सहित कुल 429 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर खुद को मुख्यधारा से जोड़ा है.

  • कोसा से महिलाओं को मिली स्वावलंबन की राह : कोकून और कोसा धागा निर्माण से जुड़ी दो हजार से अधिक महिलाएं

    कोसे के महीन धागे जीवन को मजबूत आधार भी दे सकते हैं, यह साबित हो रहा है वनांचल क्षेत्र कोरबा में। यहां की 24 स्वावलंबन समूह की महिलाएं टसर योजना से और 9 स्वावलंबन समूह की महिलाएं मलवरी योजना से जुड़कर कोसा उत्पादन कर रही हैं। इन समूहों की कुल दो हजार से अधिक ग्रामीण महिलाओं द्वारा कोसा कृमिपालन का काम किया जा रहा है। कोसा कृमि द्वारा बनाए गए ककून को बेचकर महिलाओं को सालाना 50 से 70 हजार तक की आमदनी हो रही है। साथ ही कोसा धागा निकालकर बेचने से कई महिलाओं को अतिरिक्त लाभ भी हो रहा है। इससे महिलाओं के स्वावलंबन की न सिर्फ राह मजबूत हुई है,बल्कि उनके परिवार के दैनिक जरूरतों के लिए सहारा मिला है। खान-पान, रहने से लेकर बच्चों की शिक्षा जैसी कई जरूरतें अब ये महिलाएं पूरी कर पा रही हैं।
     कोसा रेशम उघोग एक बहु आयामी रोजगार मूलक काम है, जिसमें गांव में ही रहकर कोसा उत्पादन से लेकर कपड़े तैयार करने तक कई कामों से आय प्राप्त की जा सकती हैै। कोरबा जिले ने टसर कोसाफल उत्पादन में अपनी अलग पहचान बनायी है। इसे देखते हुए राज्य सरकार ने स्थानीय महिलाओं को कोसा उत्पादन से जुड़ने के लिए न सिर्फ प्रोत्साहित किया बल्कि उन्हें प्रशिक्षण भी दिया है।
    सरकार ने महिलाओं को टसर धागाकरण योजना से धागाकरण मशीन निःशुल्क दी है। इसके साथ ही इन्हें पौधरोपण और नई कृमिपालन तकनीक हितग्राहियो को सिखाई जा रही है, जिससे कोसाफल उत्पादन बढ़ रहा है। वेट रीलिंग ईकाई कोरबा के 45 सदस्यो द्वारा कोसा धागा निकालकर चार हजार से पांच हजार रूपए प्रति सदस्य प्रति माह आय प्राप्त की जा रही है। टसर कृमिपालन योजना प्रारम्भ होने से महिलाओं और किसानों को गांव में ही आय का जरिया मिल गया है और उन्हें गावं से बाहर नहीं जाना पड़ता। वह गांव  टसर फार्म मे कोसा कृमिपालन कर आय अर्जित कर रहे हैं।    
        कोसाफल उत्पादन के लिए साल में तीन फसलंे ली जाती हैं। कोसाफल का उत्पादन साजा और अर्जुन पौधों पर होता है। पहली फसल का उत्पादन जून में बरसात लगने पर प्रारंभ हो जाता हैं। यह फसल 40 दिन में पूरी हो जाती है। इसी प्रकार माह अगस्त एवं सितम्बर में दूसरी और अक्टूबर में तीसरी फसल प्रारंभ की जाती है। कोसाफल को ककून बैंक कटघोरा द्वारा कोसा सहकारी समिति के माध्यम से खरीदा जाता हैं। धागाकरण समूहो द्वारा कोसा धागा निकाल कर रीलर्स-बुनकरो को विक्रय किया जाता हैं। बुनकरो द्वारा रेशम से कपड़ा बनाया जाता है।

  • 8.72 लाख हितग्राहियों को लगा कोविड का पहला टीका

    कोविड संक्रमण की सम्भावित तीसरी लहर के पहले जिले की जनता में कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए सावधानी व जागरूकता नजर आ रही है। जिले में 22 सितंबर तक 8.72 लाख हितग्राहियों को कोविड का पहला टीका लग चुका है। इनमें से 4.14 लाख हितग्राहियों ने टीके का दूसरा डोज भी लगवा लिया है। स्वास्थ्य विभाग की सकारात्मक और प्रभावी कोशिश से कोविड टीकाकरण के प्रति लोगों का रुझान और विश्वास दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है। स्वास्थ्य विभागयुद्ध स्तर पर वैक्सीनेशन के काम में लगा हुआ है।

    सीएमएचओ डॉ. गम्‍भीर सिंह ठाकुर ने बताया, “कोविड-19 की रोकथाम और लोगों को इसके संक्रमण से बचाव के लिए जिले में 227 वैक्सिनेशन सेंटर्स में टीकाकरण किया जा रहा है। उन्‍होंने कहा, टी‍काकरण के लक्ष्‍य को पूरा करने के लिए सेंटर्स की संख्‍या को बढाने को लेकर तैयारियां की जा रही है। अब तक बनाए गए शासकीय व निजी सेंटरों में 18 से 60 वर्ष और इससे ऊपर के लोगों को 70 फीसदी को प्रथम और 33 फीसदी को दूसरा डोज दिया गया है। अब तक 12.77 लाख हितग्राहियों ने कोरोना का टीका लगवा लिया है। डॉ. ठाकुर ने लोगों से अपील करते हुए कहाहै कि संभावित तीसरी लहर से बचने के लिए सभी लोगों को कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज जरुर लगवा लेना चाहिए ताकि संक्रमण से लड़ने में शरीर को प्रतिरोधक क्षमता प्राप्त हो सके। उन्‍होंने कहा, जो लोग अब भी अफवाहों व गलत धारणा बनाकर टीकाकरण से वंचित है वह कोरोना के खिलाफ लड़ाई में शामिल होकर अपनीव अपने परिवार की सुरक्षा को सुनिश्‍चित करने की जिम्‍मेदारी निभाएं।

    “प्रभारी जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ.सीबीएस बंजारे ने बताया, जिले में अब तक क्रमश हेल्‍थ वर्कर 21,703, फ्रंट लाइन वर्कर 29,620, 45 प्‍लस 2.23 लाख , 60 प्‍लस 1.42 लाख और 18 प्‍लस के 8.27 लाख लोगों सहित कुल 12.44 लाख लोगों को शतप्रतिशत टीका लगाने का लक्ष्‍य रखा गया है। डॉ. बंजारे ने बताया, सोमवार को जिले में 90,000 डोज टीके उपलब्‍ध हुए थे संभावित तीसरी लहर को लेकर स्‍वास्‍थ्‍य विभाग ने टीकाकरण में तेजी लाते हुए सोमवार को लगभग 24,000, मंगलवार को 12,000 व बुधवार को लगभग 15,000 टी‍के लगाने में सफलता हासिल की है। अस्‍पतालों में उपलब्‍ध कोल्‍ड स्‍टोरेज में लगभग 40,000 डोज उपलब्‍ध हैं। टीके को लेकर अभी कहीं भी कोई कमी नहीं है।“

  • CG NEWS : दूध पीने की जिद करता रहा 3 साल का मासूम, गुस्साई माँ ने जमीन पर पटक कर ले ली जान
    कोरबा। प्रदेश के कोरबा जिले से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहाँ 3 साल का मासूम दूध पीने की जिद कर रहा था, गुस्से में मां ने जमीन पर पटककर मार डाला। जिससे उसकी मौत गई है। मौके पर पहुंची पुलिस मामले की जाँच में जुटी है। मिली जानकारी के अनुसार कोरबा जिले के बालकोनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत सेक्टर 5 के आवास क्रमांक 101 में घटी। मकान में राव परिवार निवासरत है। बीते दिन सुबह करीब 10 बजे 3 साल का सात्विक राव बार-बार दूध पीने की जिद कर रहा था। वह मां को जल्दी दूध नहीं देने पर वह परेशान कर रहा था। इसी बीच मां प्रमिला राव ने गुस्से में आकर उसे जमीन पर पटक दिया। जमीन पर पटकने से बालक के सिर पर गंभीर चोट लगी और उसकी मौत हो गई। जब ये घटना घटी तब मां-बेटे के साथ-साथ उसके सास व ससुर भी घर पर मौजूद थे। महिला की मानसिक स्थिति ख़राब  परिवार के सदस्यों ने पुलिस को जानकारी दी है कि बीते कई साल से प्रमिला राव की मानसिक स्थिति (Mentally) ठीक नहीं है। उसका इलाज जारी है। वह पूरी तरह से ठीक नहीं हो सकी थी। अब पुलिस पूरी जानकारी लेने के बाद आगे की कार्रवाई करेगी।