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  • गोधन न्याय योजना से गांवों मेें बढ़े रोजगार के नए अवसर

    छत्तीसगढ़ में गोधन न्याय से गांवों में रोजगार के अवसर बढ़ें हैं योजना से किसानों, पशुपालकों, महिलाओं, भूमिहीनों को नयी ताकत मिली है। उन्हें आमदनी और रोजगार का नया जरिया मिला है। साल भर में गौठानों में गोबर बेचने वाले  पशुपालकों, किसानों एवं ग्रामीणों के बैंक खातों में सीधा भुगतान किया जा चुका है। स्व सहायता समूहों और गौठान समितियों के बैंक खातों में अब  लाभांश एवं भुगतान की राशि का अंतरण की जा रही है। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा पशुधन के संरक्षण और संवर्धन के लिए गांवों में निर्मित गौठान और साल भर पहले शुरू हुई गोधन न्याय योजना से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को एक नया संबल मिला है। यह योजना ग्रामीणों की अतिरिक्त आय का स्थायी जरिया बन गया है। गौठानों में गोधन न्याय योजना के तहत जांजगीर-चांपा जिले में करीब   03 करोड़ 73 लाख रूपए से अधिक की गोबर खरीदी की जा चुकी है। खरीदे गए गोबर से जिले के लगभग 247 गौठानों में बहुतायत रूप से वर्मी कम्पोस्ट और सुपर कम्पोस्ट का उत्पादन महिला समूहों द्वारा किया जा रहा है। गौठानों अब तक उत्पादित 25077.23 क्विंटल खाद विक्रय किया गया है।    गोधन न्याय योजना में ग्रामीणों की बढ़-चढ़कर भागीदारी में इसे न सिर्फ लोकप्रिय बनाया है बल्कि इसके माध्यम से जो परिणाम हमारे सामने आए हैं वह बेहद सुखद है।
          गोधन न्याय योजना अपने आप में एक ऐसी अनूठी योजना बन गई है, जीसने बहुआयामी उद्देश्यों को अपने आप में समाहित कर लिया है। इस योजना के शुरूआती दौर में लोगों के मन में कई तरह के सवाल और इसकी सफलता को लेकर आशंकाएं थी, जिसे गौठान संचालन समिति और गौठान से जुड़ी महिलाओं ने निर्मूल साबित कर दिया है। इस योजना से हमारे गांवों मेें उत्साह का एक नया वातावरण बना है। रोजगार के नए अवसर बढ़े हैं। पशुपालकों, ग्रामीणों को अतिरिक्त आय का जरिया मिला है। महिला स्व सहायता समूहों को को स्वावलंबन की एक नई राह मिली है।
        पशुधन के संरक्षण और संवर्धन के साथ-साथ उन्हें चारे-पानी का एक ठौर देने के उदेद्श्य गांवों में स्थापित गौठान और गोधन न्याय योजना के समन्वय से वास्तव में गौठान अब ग्रामीण के आजीविका के नया ठौर बनते जा रहे है। गौठानों में महिला समूहों द्वारा जिस लगन और मेहनत के साथ आयमूलक गतिविधियां सफलतापूर्वक संचालित की जा रही है। वह अपने आप में बेमिसाल है।

  • हिन्दी की बन रही है वैश्विक पहचान-आड़िल हिन्दी दिवस पर मैट्स यूनिवर्सिटी में ऑनलाइन कार्यक्रम

    हिन्दी की वैश्विक पहचान बन रही है और भारत सहित विश्व के अनेक देशों में हिन्दी का महत्व  बढ़ रहा है। हिन्दी भाषा के विकास में जैसे-जैसे कार्य करते रहेंगे वैसे-वैसे इसका महत्व बढ़ता जाएगा। हमें हिन्दी भाषी होने पर गर्व करना चाहिए। यह बातें मैट्स विश्वविद्यालय के हिन्दी  विभाग द्वारा आयोजित ऑनलाइन हिन्दी दिवस समारोह में अतिथियों ने कहीं।
    मैट्स विश्वविद्यालय के हिन्दी  विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ.  रेशमा अंसारी ने बताया कि हिन्दी दिवस के अवसर पर हिन्दी विभाग द्वारा 11 से 14 सितंबर तक हिन्दी दिवस समारोह का ऑनलाइन आयोजन किया गया। 14 सितंबर को आयोजित समापन समारोह की मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. सत्यभामा आड़िल थी। इस अवसर पर उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि हिन्दी राजभाषा तो है लेकिन राष्ट्रभाषा के रूप में स्वीकृत नहीं हुई है। हम मन ही मन मानते हैं। हिन्दी भाषा में कामकाज एक औपचारिकता है,  अधिकांश कार्य अंग्रेजी में ही होते हैं। बावजूद इसके हिन्दी भाषा भारत ही नहीं, भारत के बाहर भी लोकप्रिय हो रही है। इसका स्वरूप वैश्विक होता जा रहा है। हिन्दी को संयुक्त राष्ट्र संघ की भाषा बनाने का सपने देखने वालों के लिए यह सुखद बात है कि हिन्दी भाषा वैश्विक स्तर पर छलांग लगा रही है।  हिन्दी भारत के बाहर के देशों में भी गूंजती है। हम हिन्दी  को लेकर  वैश्विक स्तर पर आगे बढ़ रहे हैं। विश्व के अनेक देशों में गये हमारे भारतीय हिन्दी भाषा को लेकर  गये हैं और वहाँ प्रचार-प्रसार करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
    इस अवसर पर कुलपति प्रो. के.पी. यादव ने हिन्दी दिवस की शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि हिन्दी आत्मसात करने वाली भाषा है जिसमें बहुत सी भाषाएँ अपने आप मिल जाती है। हिंदी दिवस मनाने का उद्देश्य अपनी भाषा को प्राथमिकता देना और उसका विकास करना है। विश्व के अऩेक देशों में बसे भारतीयों ने हिन्दी भाषा के प्रचार-प्रसार और विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है और दे रहे हैं। विश्व के अनेक देश हिन्दी को महत्व दे रहे हैं।
    इसके  पूर्व विभागाध्यक्ष, हिन्दी डॉ. रेशमा अंसारी ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि भाषा हमारी संस्कृति को संरक्षित करती है, हमें एकता के सूत्र में बांधती है। उन्होंने राष्ट्रीय हिन्दी दिवस और विश्व हिन्दी दिवस के अंतर पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि हिन्दी दिवस के अवसर पर  हिन्दी विभाग द्वारा प्रतिवर्ष विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है जिनमें काव्य पाठ, निबंध लेखन, भाषण, कहानी लेखन, प्रश्नोत्तरी आदि शामिल हैं। कार्यक्रम का संचालन डॉ. सुनीता तिवारी ने एवं आभार प्रदर्शन   डॉ.  रमणी चंद्राकर ने किया। हिन्दी दिवस पर आयोजित इस समारोह में काव्य पाठ, निबंध और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। मैट्स विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री गजराज पगारिया,  कुलपति प्रो. के.पी. यादव, महानिदेशक श्री प्रियेश पगारिया, उपकुलपति डॉ. दीपिका ढांढ, कुलसचिव श्री गोकुलानंदा पंडा ने हिन्दी दिवस की शुभकामनाएँ देते हुए हिन्दी दिवस समारोह के आयोजन को सराहनीय प्रयास बताया। इस अवसर पर  प्राध्यापकगण डॉ. कमलेश गोगिया, श्रीमती मधुबाला शुक्ला, श्रीमती सुश्मिता मिश्रा, चंद्रेश चौधरी सहित सहित विभिन्न विभागों के प्राध्यापक एवं विद्यार्थीगण  उपस्थित थे।

  • भारतीय डाक विभाग के सहयोग से आम नागरिकों को निःशुल्क विधिक सेवाएं उपलब्ध कराए जाने हेतु जागरूक किया जा रहा है

     राजेश श्रीवास्तव जिला एवं सत्र न्यायाधीशध्अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के मार्गदर्शन एवं निर्देशन में 14 सितंबर से डाक विभाग के सहयोग से आम नागरिकों को जन उपयोगी सेवाओं के लिए स्थाई लोक अदालत का लाभ एवं निःशुल्क विधिक सेवाएं उपलब्ध कराए जाने हेतु जागरूक किया जा रहा है ।
    जन उपयोगी सेवाओं के लिए स्थाई लोक अदालत का लाभ किस प्रकार लिया जा सकता है के अंतर्गत शामिल सेवाएं - लोक उपयोगिता सेवाओं के लिए स्थायी लोक अदालत विधिक सेवा प्राधिकरण अधिनियम की एक और विशेषता है। यह पूर्व-मुकदमेबाजी, सुलह और समझौता की एक प्रक्रिया है। विधिक सेवा प्राधिकरण अधिनियम (संशोधन अधिनियम), 2002 के अनुसार, जिला स्तर पर स्थायी लोक अदालतों (लोक उपयोगिता सेवाओं) का गठन किया गया है। इन लोक अदालतों में सार्वजनिक उपयोगिता सेवाओं से संबंधित पूर्व-मुकदमे तय किए जाते हैं।स्थाई लोक अदालत का कार्यालय विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यालय में ही स्थापित होता है। सार्वजनिक उपयोगिता सेवाओं से संबंधित मामले चेयरमैन के समक्ष सादे कागज पर एक आवेदन के माध्यम से दायर किए जा सकते हैं, लोक उपयोगिता सेवाओं के लिए स्थायी लोक अदालत। स्थायी लोक अदालत का विशेष अधिकार क्षेत्र रुपये है 1 करोड़।
    सार्वजनिक उपयोगिता सेवाएं - हवाई, सड़क या पानी द्वारा यात्रियों या माल की ढुलाई के लिए परिवहन सेवाएं, पोस्टल, टेलीग्राफ या टेलीफोन सेवा, किसी भी प्रतिष्ठान द्वारा जनता को बिजली, प्रकाश या पानी की आपूर्ति, सार्वजनिक संरक्षण या स्वच्छता की प्रणाली, अस्पताल या औषधालय में सेवा, बीमा सेवाएँ, बैंकिंग सेवाएं, वित्त सेवाएँ, इमिग्रेशन, एलपीजी उनकी आपूर्ति और रिफिल को कनेक्शन देते हैं, आधार कार्ड, राशन कार्ड, मतदाता पहचान पत्र और बीपीएल कार्ड ,वृद्धावस्था और विधवा पेंशन, शगुन योजना और बेरोजगारी भत्ता, सार्वजनिक वितरण प्रणाली सेवाएं, शिक्षा या शैक्षिक संस्थानय या आवास और अचल संपत्ति सेवा, समय-समय पर राज्य सरकार द्वारा अधिसूचना के माध्यम से शामिल कोई अन्य सेवाएं।
    विधिक सहायता एवं सलाह- इस योजना के अंतर्गत न्यायालय में विचाराधीन या प्रस्तुत करने योग्य प्रकरणों में पात्रता रखने वाले व्यक्तियों को विधिक सहायता प्रकरणों में होने वाले व्यय एवं अधिवक्ता की नियुक्ति के रूप में उपलब्ध कराई जाती है। यह सहायता तहसील न्यायालय, जिला न्यायालय, उच्च न्यायालय तथा सर्वोच्च न्यायालय तक दी जाती है। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण अधिनियम, 1987 की धारा 12 के अंतर्गत सबको न्याय के समान अवसर उपलब्ध कराने हेतु राज्य के निर्धन एवं सीमांत हितग्राहियों के लिए विधिक सेवा योजना संचालित की जा रही है, इस योजना के अंतर्गत न्यायालय में विचाराधीन या प्रस्तुत करने योग्य प्रकरणों में उपरोक्तानुसार पात्रता रखने वाले व्यक्तियों को विधिक सहायता एवं सलाह  प्रदान किया जाता है। विधिक सहायता एवं सलाह उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश में राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, उच्च न्यायालय में उच्च न्यायालय विधिक सेवा समिति, जिलों में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण एवं तालुक में तालुक विधिक सेवा समितियों की स्थापना की गई है, जिनके कार्यालयों एवं उनके द्वारा स्थापित प्रबंध कार्यालय, लीगल एड क्लीनिक- जो ग्राम सामुदायिक भवन, किशोर न्याय बोर्ड, स्कुल, महाविद्यालयों में स्थापित है, के द्वारा पात्र व्यक्तियों को निःशुल्क विधिक सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
    संविधान प्रत्येक गिरफ्तार व्यक्ति को अपनी पसंद के वकील से परामर्श करने और अपने बचाव का अधिकार प्रदान करता है। संविधान के अनुच्छेद 22(1) के अनुसार कानूनी परामर्श का अधिकार गिरफ्तारी के समय से ही शुरू हो जाता है न कि सुनवाई के चरण से। यह सुनवाई खत्म हो जाने तक ही जारी नहीं रहता है बल्कि निर्णय को चुनौती देने के आखिरी अवसर खत्म हो जाने तक जारी रहता है। निःशुक्ल कानूनी सहायता पाने के लिए अपने नजदीकी प्राधिकरणए समिति और विधिक सेवा केंद्र में लिखित प्रार्थना पत्र या फिर प्राधिकरण द्वारा जारी किये गए फॉर्म से आवेदन कर सकता है। अगर व्यक्ति लिखने में सक्षम नहीं हैए तो वह मौखिक माध्यम से अपना आवेदन कर सकता है, प्राधिकरण में मौजूद अधिकारी उस व्यक्ति की बातों को आवेदन पत्र में लिखेगा ।

  • BIG BREAKING : नदी में मिली अज्ञात युवती की लाश, इलाके में फैली सनसनी, जांच में जुटी पुलिस

    महासमुंद: जिले से एक सनसनीखेज खबर सामने आ रही हैं, जहां जोंक नदी में एक अज्ञात युवती की शव मिली हैं। जिसके बाद इलाके में दहशत का माहौल बना हुआ है। मौके पर घटनास्थल पहुंची पुलिस ने शव का पंचानाम करके पीएम के लिए भेज दिया है।फिलहाल घटना हत्या का है या आत्महत्या का ये अभी पता नहीं चल पाया है। लेकिन पीएम रिपोर्ट आने के बाद मामले का खुलासा हो जाएगा। घटना महासमुंद जिला के बसना क्षेत्र का है।मिली जानकारी के अनुसार, युवती की उम्र 22 से 25 वर्ष के बीच बताया जा रहा है। पुलिस इस मामले को संज्ञान में लेेकर जांच में जुटी हुई है।

  • ACCIDENT BREAKING NEWS : पिकअप की चपेट में आया बाइक सवार युवक, मौके पर दर्दनाक मौत

    कोरबा। कोरबा जिले के दर्री थाना क्षेत्र के दो युवक आईटीआई की परीक्षा देने पंतोरा जा रहे थे, तभी रस्ते में उनकी बाइक की टक्कर पिकअप से हो गई। इस घटना में गणेश दास महंत अयोध्या पुरी निवासी की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई, जबकि दूसरे युवक दुर्गेश साहू का उपचार बिलासपुर में किया जा रहा है।

     
  • CG ACCIDENT NEWS : चलती बाइक में फसा महिला का गमछा, हुई ददर्नाक मौत

    नारायणपुर। जिले से हादसे की दर्दनाक खबर सामने आ रही है। यहाँ चलती मोटर साइकिल में एक महिला का गमछा फसने से वह मोटर साइकिल से गिर गई, जिससे उसे सिर पर गंभीर चोट लगने से महिला की मौके पर ही मौत हो गई है।

    मिली जानकारी के अनुसार बेनूर थाना से 04 किलोमीटर दूर ग्राम नेतानार निवासी मसुराम नेताम अपनी मौसी को लेने बेनूर आया हुआ था। वह अपनी मौसी को लेकर अपने गृहग्राम नेतानार जा रहा था कि बेनूर से 01 किलोमीटर दूर ग्राम भीरागांव पटेलपारा के पास चलती मोटर साइकिल के चक्के में गमछा फंस जाने से मसुराम की मौसी गिर गई जिससे उसके सिर में गम्भीर चोट आई और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही तत्काल बेनूर थाना प्रभारी निरीक्षक मनोज बंजारे अपने स्टाफ के साथ घटना स्थल पहुंचे और शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा गया।

  • छत्तीसगढ़ / जर्जर स्कूल में 2 छात्रों को जहरीले बिच्छू ने मारा डंक..! एक की मौत, दूसरा अस्पताल में भर्ती..! पढ़ें खबर…
    बेमेतरा/नांदघाट. बेमेतरा जिले के नवागढ़ ब्लॉक के ग्राम अकोली के मिडिल स्कूल में बिच्छू के काटने से आठवीं कक्षा के छात्र की मौत हो गई। अकोली निवासी 14 वर्षीय तुलेश्वर निषाद पिता नोहर कक्षा आठवीं में अध्ययनरत था। वह रोज की तरह शनिवार को सुबह स्कूल पहुंचा। पढ़ाई के दौरान छात्र के कपड़े के अंदर घुसकर एक बिच्छू ने उसे डंक मार दिया। वहीं बिच्छू को निकालने में छात्र के मदद कर रहे एक अन्य छात्र झलक निषाद को भी बिच्छू ने डंक मार दिया। परिजन और शिक्षक दोनों छात्र को संजीवनी 108 एंबुलेंस से सिमगा हॉस्पिटल लेकर पहुंचे। जहां से तुलेश्वर के स्थिति को देखते हुए उसे मेकाहारा रायपुर रेफर कर दिया। जहां उपचार के दौरान तुलेश्वर की मौत हो गई। वही दूसरे छात्र झलक अभी स्वस्थ है। जर्जर हो गई स्कूल की बिल्डिंग अकोली के ग्रामीण मंगल देशलहरे, अशोक निषाद, दुर्गेश निषाद, राजेन्द्र यादव ने बताया कि स्कूल भवन के जर्जर हालत को देखते हुए शासन से नए स्कूल भवन के निर्माण की मांग कई बार कर चुके हैं लेकिन समस्या जस की तस है। ग्राम पंचायत अकोली स्थित शासकीय मिडिल स्कूल भवन पूरी तरह से जर्जर हो चुका है। अभी इस मिडिल स्कूल में कक्षा छठवीं से आठवीं तक की कक्षाएं संचालित होती है। सन 2003 में निर्मित यह भवन 18 वर्ष पुरानी है। स्कूल की हालत ऐसा है कि भवन कभी भी गिर सकता है। बच्चे भवन के धराशायी होने के खतरे के बीच पढ़ाई करते नजर आते हैं। वर्षों पुराने इस भवन की छत व दीवारों में दरारें पड़ चुकी हैं और बरसात में पानी टपकता है। शिक्षा विभाग नहीं दे रहा ध्यान स्कूल का भवन पूरी तरह से जीर्ण शीर्ण हो चुका है। दीवार और छत में दरारें स्पष्ट दिखाई दे रही हैं। छत से लोहे का छड़ भी अब गिरने लगा है। पानी गिरने से शिक्षण कार्य भी प्रभावित होता है और स्कूल आने वाले बच्चों की संख्या घट जाती है। जीर्ण शीर्ण हो चुके इस पुराने भवन के गिरने का भी खतरा बना रहता है। स्कूल भवन की जर्जर स्थिति को देखते हुए भी शिक्षा विभाग एवं प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा है और ना ही उन्हें विद्यार्थियों की चिंता है। बरसात में छत में पड़ी दरारों से पानी टपकता रहता है। इस कारण पढ़ाई तो प्रभावित होती ही है। साथ ही बच्चों को यह भी पता नहीं है कि जहां वे पढ़ रहे हैं उस पर खतरा मंडराता रहता है जो इस खतरे से अनभिज्ञ है। वहीं बारिश के दिनों में छत से पानी टपकने के साथ प्लास्टर भी गिरते हैं।
  • CG Petrol Diesel Price: जानिए आपके शहर में आज क्या है पेट्रोल-डीजल के दाम
    रायपुर : छत्तीसगढ़ में पेट्रोल डीजल के दामों (petrol diesel price in chhattisgarh ) में पिछले कुछ दिनों से कमी चल रही है. एक हफ्ते पहले पेट्रोल की कीमतों में 15 से 16 पैसे की कमी आई थी. जबकि डीजल के दाम 17 पैसे घटे थे. छत्तीसगढ़ में सबसे अधिक पेट्रोल की कीमत बीजापुर में 104.42 रुपए/प्रति लीटर है. दंतेवाड़ा में डीजल के दाम सबसे ज्यादा 99.39 रुपए/लीटर तक पहुंच गया है. जगदलपुर में पेट्रोल 101.97 रुपए/लीटर और डीजल 98.61 रुपए/लीटर है. रायपुर में पेट्रोल के दाम 99.19 रुपए/प्रति लीटर और डीजल के दाम 95.84रुपए प्रति लीटर है. प्रदेश के और जिलों में क्या है पेट्रोल-डीजल के दाम देखिए. छत्तीसगढ़ में आज पेट्रोल-डीजल के दाम शहर पेट्रोल (रुपए प्रति लीटर) डीजल (रुपए प्रति लीटर) बीजापुर 104.42 93.81 दंतेवाड़ा 102.76 99.39 जगदलपुर 101.97 98.61 नारायणपुर 101.57 98.21 जशपुर 101.06 97.71 कांकेर 100.40 97.04 अंबिकापुर 100.30 96.96 कवर्धा 100.15 96.80 रायगढ़ 100.14 96.79 सूरजपुर 100.13 96.79 राजनांदगांव 99.96 96.61 धमतरी 99.80 96.45 बिलासपुर 99.87 96.53 दुर्ग 99.50 96.16 महासमुंद 99.43 96.08 रायपुर 99.19 95.84
  • बलौदाबाजार – पुलिस विभाग में ताबड़तोड़ तबादले, छत्तीसगढ़ में आया तबादलों का दौर, देखें सूची
    बलोदा बाजार । छत्तीसगढ़ शासन में एक बार फिर तबादलों का दौर शुरू हो गया है। इसी कड़ी में गुरुवार को पुलिस विभाग जिला बलोदा बाजार में बम्पर तबादले किए गए हैं। बलोदा बाजार जिला पुलिस केनिरीक्षकों एवम 50 से अधिक जवानों का तबादला आदेश जारी किया गया है। जारी आदेश के अनुसार प्रधान आरक्षक और आरक्षकों का ट्रांसफर किया है। बता दें की बलोदा बाजार कोतवाली निरीक्षक महेश ध्रुव, एवम यातायात प्रभारी प्रमोद सिंह को हटाने के लिए बीते 2 दिनों से हंगामा एवम धरना प्रदर्शन चल रहा था, इसी को देखते हुए तबादला आदेश जारी किया गया था। यह आदेश बलौदा बाजार एसपी कार्यालय से जारी किया गया है। देखिए सूची:
  • Chhattisgarh के इस जिले में पहली बार पाक्सो एक्ट के तहत आरोपी को सुनाई गई फांसी की सजा, 4 साल की बच्ची से दुष्कर्म के बाद की थी हत्या
    राजनांदगांव। (Chhattisgarh) जिले के इतिहास में पहली बार दुष्कर्म और हत्या के आरोपी को कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई है। फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट ने यह फरमान सुनाया है। जानकारी के मुताबिक सोमवार को पाक्सो एक्ट के तहत 4 साल की नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म और उसकी हत्या करने वाले आरोपी को स्पेशल फास्ट ट्रेक कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई है। मामला चिखली थाना अंतर्गत कांकेतरा का है। जहां पुलिस ने त्वरित कार्यवाही की है। जिसके बाद आरोपी युवक शेखर कोर्राम के हरकत को जज ने समाज के लिए कलंक बताया। पाक्सो कोर्ट के विशेष न्यायाधीश शैलेष शर्मा ने यह सजा सुनाई। उन्होंने कहा कि बच्ची को कम से कम मौत के बाद न्याय मिलेगा। आपको बता दें कि(Chhattisgarh) घटना अगस्त 2020 की है। आरोपी शेखर कोर्राम 24 वर्ष ने ने 3 साल की बच्ची के साथ बलात्कार किया था। इसके बाद लाश को दीवान(पलंग) में छूपा दिया था। पुलिस में मामला दर्ज होने के बाद रासायनिक जांच के आधार पर आरोपी को दोषी पाया गया। इनके खिलाफ 302,376 और पॉस्को एक्ट के तहत मामला दर्ज था.इन सभी साक्ष्यों के आधार पर एडीजी शैलेष शर्मा ने आरोपी को दोषी मानते हुए फांसी की सजा सुनाई। इस मामले पर लोक अभियोजक परवेज अख्तर ने पैरवी की।
  • दाई-दीदी क्लीनिक,महिलाओं की बीमारी हो रही ठीक : 700 से अधिक कैंपो में 50 हजार से अधिक महिलाएं हुई लाभान्वित

    महिलाओं के लिए शुरू की स्पेशल उपचार सुविधा दाई दीदी क्लीनिक योजना से जरूरतमंद और गरीब बीमार महिलाओं को समय पर उनके ही घर के आसपास निःशुल्क उपचार मिलने लगा है। दाई दीदी क्लीनिक के अंतर्गत संचालित मोबाइल मेडिकल यूनिट में सभी प्रकार की सुविधाओं के साथ चिकित्सक सहित सभी स्टाफ महिलाएं होने की वजह से इलाज कराने वाली महिलाओं को अपनी समस्याएं बताने में किसी प्रकार की झिझक भी नहीं होती। यहीं वजह है कि रायपुर, बिलासपुर और भिलाई नगर पालिक निगम में शुरू हुई इस योजना से लगभग 700 कैम्पों में अब तक 50 हजार से अधिक महिलाएं दाई दीदी क्लीनिक योजना से लाभान्वित होकर ठीक हो चुकी है। अपने कामकाजों में व्यस्त रहने वाली संगीता यादव और सुशीला देवांगन भी उन्हीं महिलाओं में है जो अपने घर के नजदीक लगने वाली दाई दीदी क्लीनिक के शिविर में इलाज कराकर ठीक हुई है।

      रायपुर शहर के डंगनिया में रहने वाली श्रीमती संगीता यादव और श्रीमती सुशीला देवांगन ने बताया कि वे प्रतिदिन प्रातः में ही घर से बाहर काम करने निकल जाती है। पहले जब कभी बीमार होती थी तब इलाज के लिए बहुत तकलीफ उठानी पड़ती थी। संगीता यादव ने बताया कि पति के मौत के बाद किसी तरह खुद ही घर का खर्च निकालने घरों में काम करती है। उनकी इतनी आमदनी भी नहीं है कि अपनी बीमारी का इलाज के लिए वह अपना कामकाज छोड़कर  किसी प्राइवेट अस्पताल में जा सकें। उन्होंने बताया कि दाई दीदी क्लीनिक योजना से जब उनके ही घर के पास शिविर लगना प्रारंभ हुआ तो उन्हें पता चला कि यहां महिलाओं के बीमारियों का इलाज महिला चिकित्सक द्वारा ही निःशुल्क किया जाता है। एक दिन बुखार और कमजोरी महसूस होने पर जब शिविर में पहुँची तो उन्हें जाँच के बाद दवाइयां दी गई। यहाँ से मिली दवा से वह दो दिन में ही ठीक हो गई। श्रीमती सुशीला देवांगन ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से उन्हें कमजोरी के साथ हाथ पैर में दर्द हो रहा था। घर के पास में ही दाई दीदी क्लीनिक का कैम्प लगे होने की जानकारी के बाद इलाज के लिए आई है। यहाँ उन्हें जाँच के बाद दवा दी गई है। उन्होंने बताया कि वह पहले भी इन शिविरों में आकर उपचार करा चुकी है। यहाँ उपचार के बाद ठीक हो गई थी। अभी फिर जरूरत महसूस हुई तो यहाँ आई है। सुशीला देवांगन ने बताया कि दाई दीदी क्लीनिक योजना महिलाओं के लिए बहुत ही लाभदायक और सहूलियत वाली सुविधा है। बीमारी सहित अन्य तकलीफ में यहाँ अपनी समस्या को खुलकर महिला चिकित्सक को बता सकती है। यहाँ निःशुल्क दवा देने के साथ  लैब टेस्ट भी निःशुल्क है।

     

  • खनिज संस्थान न्यास निधि के शासी परिषद की बैठक 196 करोड़ रूपये की कार्ययोजना का अनुमोदन

    कलेक्टर  चंदन कुमार की अध्यक्षता में आज जिला खनिज संस्थान न्यास निधि के शासी परिषद की बैठक आयोजित की गई, जिसमें शासी परिषद के पदेन सदस्य सांसद  मोहन सिंह मण्डावी, संसदीय सचिव एवं विधायक  शिशुपाल शोरी, अंतागढ़ विधायक  अनूप नाग, जिला पंचायत अध्यक्ष  हेमंत कुमार धु्रव तथा जिला स्तरीय अधिकारी सम्मिलित हुए।
    बैठक में 196 करोड़ रूपये की कार्ययोजना का अनुमोदन किया गया, जिसमें उच्च प्राथमिकता के क्षेत्र में 60 प्रतिशत एवं अन्य प्राथमिकता के क्षेत्र में 40 प्रतिशत कार्यों को सम्मिलित किया गया है। इसमें मुख्य रूप से स्वास्थ्य एवं देखभाल मद में 23 करोड़ 45 लाख रूपये, शिक्षा मद में 33 करोड़ 65 लाख रूपये, पोषण मद में 8 करोड़ 50 लाख रूपये, कृषि एवं अन्य संबंध (गतिविधियां मद में राशि 23 करोड़ 11 लाख रूपये, कौशल विकास एवं रोजगार, आजीविका मद में 14 करोड़ 34 लाख रूपये, पेयजल आपूर्ति मद में 2 करोड 60 लाख रूपये तथा सांस्कृतिक मूल्यों का संरक्षण मद में राशि 15 करोड़ रूपये का कार्ययोजना शामिल है।
    बैठक में वर्ष 2018-19 एवं 2019-20 के अपूर्ण एवं प्रगतिरत कार्यों को नवम्बर तक पूर्ण कराने तथा स्वीकृत सभी कार्यों को गुणवत्तापूर्ण ढंग से समय-सीमा में पूर्ण कराने के लिए विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया गया। इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. संजय कन्नौजे, अपर कलेक्टर एस.पी. वैद्य सहित विभिन्न विभागों के जिला अधिकारी भी मौजूद थे।