गर्मियों में डिहाइड्रेशन की समस्या क्यों होती है?

गर्मी का मौसम सिर्फ पारा ही नहीं, शरीर की ऊर्जा और संतुलन भी बढ़ा देता है. जब तापमान 40 डिग्री से ऊपर जाता है, तो हीट स्ट्रोक, थकान और डिहाइड्रेशन जैसी समस्याएं आम हो जाती हैं. खासकर फील्ड वर्क या खुले में काम करने वाले लोगों के लिए ये दिन और भी मुश्किल होते हैं.
ऐसे में शरीर को भीतर से ठंडा रखना न केवल राहत पहुंचाता है, बल्कि बीमारियों से भी बचाता है. कुछ खास और असरदार उपाय बताए हैं.
ग्रीन वेजिटेबल्स और लाइट डाइट का रखें ध्यान
गर्मी के मौसम में खानपान बेहद मायने रखता है. हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक, लौकी, कद्दू, तोरई आदि शरीर को ठंडा करती हैं और पाचन में भी मददगार होती हैं.
टमाटर में मौजूद लाइकोपीन एक नेचुरल एंटीऑक्सिडेंट की तरह काम करता है, जो शरीर को गर्मी से होने वाले अंदरूनी डैमेज से बचाता है.
धूप में निकलते समय ये सावधानियां जरूरी
सिर को हमेशा कपड़े या टोपी से ढंकें
सफेद या हल्के रंग के ढीले कपड़े पहनें
हर 30-40 मिनट में पानी या नींबू पानी पीते रहें
अत्यधिक तली-भुनी चीजों से बचें और हल्का भोजन करें
गर्मियों में तापमान बढ़ने के साथ अधिक पसीना निकलता है और शरीर में पानी की कमी होना आम बात है. अगर इस पानी की कमी को पूरा न किया जाए तो डिहाइड्रेशन से जूझना पड़ता है. डिहाइड्रेशन के कारण शरीर में कमजोरी, थकावट और चक्कर जैसी समस्याएं दिखने लगती हैं. ऐसे में हम शरीर को हाइड्रेट रखने वाले मौसमी फल और सब्जियों के बारे में बताएंगे.
गर्मियों में हाइड्रेट रहने के लिए किन फलों का सेवन करें?
खीरा: रिसर्च गेट की मई 2021 की रिपोर्ट के अनुसार, पानी की कमी को दूर करने के लिए खीरा को रामबाण माना गया है. खीरे में काफी मात्रा (करीब 95 प्रतिशत) में पानी पाया जाता है. ऐसे में लोगों को इसे अपनी डाइट का हिस्सा बनाना चाहिए. खीरे को सबसे ज्यादा सलाद के रूप में खाया जाता है. इसका जूस बनाकर भी पिया जा सकता है.
संतरा: संतरा एक मौसमी फल है, जो गर्मियों में उपलब्ध होता है. इसे विटामिन सी का अच्छा स्रोत माना जाता है. इसमें पर्याप्त मात्रा में पानी होने के साथ फाइबर और पोटेशियम भी होता है. संतरे के जूस का रोजाना सेवन इम्यूनिटी बढ़ाने के साथ-साथ हाइड्रेट रखने में भी मददगार साबित होता है.
तरबूज और खरबूजा: गर्मियों में मिलने वाले तरबूज और खरबूजा आम फल हैं. इनमें पर्याप्त मात्रा में पानी और कई प्रकार के माइक्रो न्यूट्रिएंट्स होते हैं. यह विटामिन बी, मैग्नीशियम, पोटेशियम और फाइबर के अच्छे स्रोत हैं. इन फलों के नियमित सेवन से शरीर को बहुत फायदा मिलता है.