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  • प्रोस्टेट केयर मंथ का आयोजन - पूरी दुनिया में
    रायपुर 28 अगस्त। पुरुषों में बढती उम्र के साथ प्रोस्टेट की समस्या बढती जाती है। तीस साल की उम्र में प्रोस्टेट की समस्या षुरु होंती है। 70 साल के लोगो में प्रोस्टेट बढने की समस्या कही ज्यादा होती है। इस उम्र के लगभग पचास प्रतिषत लोगों में इस बीमारी के लक्षण होते है । अकेले रायपुर में प्रोस्टेट के लक्षण वाले एक लाख से ज्यादा पुरुष है जो समय रहते इलाज नही कराते और उनकी बीमारी बढती जाती है। यह बात डाॅ ललित षाह कंसलटंेट , जगजीवन युरोलाजी हास्पीटल और डाॅ प्रषांत भागवत, कंसलटेंट, भागवत मेमोरियल हाॅस्पीटल ने प्रोस्टेट अवेयरनेस मंथ के दौरान आयोजित जनजागृति पत्रकारवार्ता को संबोधित करते हुए कही । उन्होने कहा कि इस बीमारी के प्रति जनजागृति फैलाने के लिए दुनिया भर में प्रोसट केयर मंथ मनाया जा रहा है। प्रोस्टेट की जो वृद्धि कैंसर के कारण नहीं होती है, उसे बेनाइन प्रोस्टैटिक हाइपरप्लासिया (बीपीएच) कहते हैं। बड़ी आयु के पुरूषों में बीपीएच सर्वाधिक सामान्य स्थिति है, जिसमें 50 वर्ष की आयु के बाद प्रोस्टेट का आकार बढ़ता है । बीपीएच को पौरूष ग्रंथि विस्तार भी कहा जाता है। बढ़ती आयु के पुरूषों में पाई जाने वाली आम स्थिति है। बार बार पेषाब की इच्छा होना , पेषाब का कम बहाव , पेषाब के बाद भी ब्लेडर का भरा हुआ महसुस होना इस बीमारी के लक्षण है। यह 30 साल से पहले षुरू होता है और 40 साल तक पहुंचते पहुंचते 8 प्रतिषत पुरुष 60 साल तक पहुंचते पहुंचते 50 प्रतिषत एवं 90 साल तक पहुंचते पहुंचते 90 प्रतिषत पुरुष माईक्रोस्कोपिक बीपीएच वाले हो जाते हैं। 50 साल या उससे ज्यादा उम्र के पुरुषों में बीपीएच रेंज 14 प्रतिषत से 30 प्रतिषत होती है। भारत में बीपीएच का प्रसार 40 से 49 साल के बीच 25 प्रतिषत; 50 से 59 साल के बीच 37 प्रतिषत; 60 साल से 69 साल के बीच 37 प्रतिषत और 70 साल से 79 साल के बीच 50 प्रतिषत है। हर 5 भारतीय पुरुषों में से लगभग 2 में बीपीएच के कारण लोअर यूरिनरी ट्रैक्ट के खराब लक्षण मौजूद हैं। उन्होने कहा कि प्रोस्टेटाइटिस और बेनाइन प्रोस्टैटिक हाइपरप्लासिया (बीपीएच) पौरूष ग्रंथि के आम रोग हैं; जो विष्व के लाखों पुरूषों को प्रभावित करते हैं। आयु बढ़ने के साथ प्रोस्टेटिक रोग पुरूषों के जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित करते हैं। अच्छी नींद सभी के लिये आवष्यक है। वयस्कों के लिये यह 7-8 घंटे की होनी चाहिये। नींद में रूकावट होने से इंसोम्निया हो सकता है, जिसे चिकित्सकीय रूप से नींद आने में कठिनाई कहा जाता है या ऐसी नींद, जिससे दिन में तनाव होता है और सामाजिक तथा कार्यगत जीवन प्रभावित होता है। , पुरूषों का प्रोस्टेट आयु के साथ बढ़ता है, क्योंकि यह गं्रथि जीवन भर वृद्धि करना बंद नहीं करती है। आयु बढ़ने के साथ पुरूषों को बीपीएच/प्रोस्टेट कैंसर की नियमित जाँच करवानी चाहिये। यदि मूत्र सम्बंधी कोई समस्या है, तो डाॅक्टर से बात करें। यदि मूत्र सम्बंधी समस्याओं से आपको कोई परेषानी नहीं होती है, तो भी उनके कारण जानना आवष्यक है। इन समस्याओं का उपचार नहीं होने से मूत्रमार्ग में अवरोध हो सकता है। डाॅक्टर से बात करना महत्वपूर्ण है। आपके डाॅक्टर आपकी आयु, स्वास्थ्य और आप पर स्थिति के प्रभाव के अनुसार सही उपचार चुनने में आपकी मदद कर सकते हैं। भारत में प्रोस्टेट कैंसर काष्षुरूआती अवस्था में ही पता लगाने और उपचार के लिये टारगेटेड स्क्रीनिंग या स्मार्ट स्क्रीनिंग की जरूरत है। 50 साल की आयु के बाद और प्रोस्टेट कैंसर के पारिवारिक इतिहास वाले 40 साल लोग, जोे मूत्र सम्बंधी समस्याओं के लिये यूरोलाॅजी ओपीडी जाते हैं, उन्हें पीएसए और डिजिटल रेक्टल परीक्षण करवाना चाहिये। प्रोस्टेट की जांच के लिए निषुल्क केंप डाॅ ललित षाह ने बताया कि इस तकलीफदायक बीमारी के प्रति जनजागृती फैलाने के लिए जगजीवन युरोलाजी सेंटर में 1 सितंबर को प्रोस्टेट का निषुल्क जांच षिविर का आयोजित किया जा रहा है। समता कालोंनी स्थित सेंटर में होने वाले इस षिविर में सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक मरीजो की निषुल्क जंाच कर परामर्ष दिया जाएगा । इस दौरान एक पोस्टर प्रदर्षनी के माध्यम से भी मरीजों को बीमारी के्र कारण , बचाव व सावधानियों के बारे में बताया जाएगा ।
  • रायपुर : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दी राष्ट्रीय खेल दिवस पर शुभकामनाएं...

    रायपुर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राष्ट्रीय खेल दिवस पर हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद को याद करते हुए प्रदेशवासियों खिलाड़ियों और खेल प्रेमियों को बधाई और शुभकामनाएं दी है। उन्होंने कहा कि मेजर ध्यानचंद के खेल के प्रति समर्पण और देश प्रेम की भावना हम सबके लिए प्रेरणास्पद है। मुख्यमंत्री ने कहा कि खेलों से नेतृत्व, समर्पण, अनुशासन जैसे गुण खिलाडियों में विकसित होते हैं, ये गुण खेल के साथ-साथ जीवन के हर क्षेत्र में सफल होने के लिए युवाओं में होना चाहिए। उन्होंने कहा कि युवाओं को हर क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रदेश सरकार खेलों को बढ़ावा देने के लिए खेल अधोसंरचना बढ़ाने का लगातार प्रयास कर रही है। हाल में ही राज्य सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ के खेल प्रतिभाओं को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उभारने के लिए खेल विकास प्राधिकरण बनाने का निर्णय लिया गया है, इससे युवाओं को खेल के क्षेत्र में आगे बढ़ने का मौका मिलेगा उल्लेखनीय है कि देश में खेलों के प्रति आम लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए प्रतिवर्ष हॉकी के महान खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद के जन्म दिन को खेल दिवस के रूप में मनाया जाता है। मेजर ध्यानचंद के जादुई खेल से भारत को ओलंपिक खेलों में तीन स्वर्ण पदक हासिल हुआ है। उन्हें भारत सरकार द्वारा देश का तीसरा सबसे बड़ा सिविलियन अवार्ड पद्म भूषण से सम्मानित किया गया है।

  • विशेष पिछड़ी जनजातियों के सभी शिक्षित युवाओं की तैयार की  जाएगी सूची: पात्रतानुसार दी जाएगी सरकारी नौकरी
    रायपुर, 27 अगस्त 2019/मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में आज यहां उनके निवास पर आयोजित छत्तीसगढ़ जनजाति सलाहकार परिषद की बैठक में अनेक महत्वपूर्ण फैसले लिए गए। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने अगले बजट में भवन विहीन अनुसूचित जनजाति छात्रावासों-आश्रमों के भवन निर्माण के कार्य प्राथमिकता के आधार पर शामिल करने की सहमति दी है। बैठक में परिषद के सदस्यों ने जिला और विकासखण्ड मुख्यालयों में स्थित छात्रावास आश्रमों की सीट बढ़ाने का आग्रह करते हुए कहा था कि इन छात्रावास आश्रमों में निर्धारित संख्या से अधिक संख्या में विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। सीटें उपलब्ध होने से विशेष रूप से छात्राओं को आवासीय सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। मुख्यमंत्री ने निजी मेडिकल कॉलेज सहित निजी क्षेत्र के व्यावसायिक शिक्षण संस्थानों में आदिवासी विद्यार्थियों की फीस की व्यवस्था के लिए डीएमएफ फंड से प्रस्ताव करने का सुझाव सदस्यों को दिया। परिषद के सदस्यों ने बैठक में बताया कि निजी व्यावसायिक शिक्षण संस्थानों में कमजोर आर्थिक स्थिति के कारण आदिवासी विद्यार्थी प्रवेश नहीं ले पा रहे हैं। विशेष पिछड़ी जनजातियों के सभी शिक्षित युवाओं को पात्रतानुसार सरकारी नौकरी देने का निर्णय भी परिषद की बैठक में लिया गया। मुख्यमंत्री ने बैठक में कहा कि सभी जिलों में कलेक्टरों के माध्यम से विशेष पिछड़ी जनजातियों के सभी शिक्षित युवाओं की सूची तैयार कर ली जाए ताकि इन शिक्षित युवाओं को पात्रतानुसार नियुक्ति देने की कार्रवाई की जा सके। मुख्यमंत्री ने बैठक में कहा कि परिषद के सदस्यों सहित सभी जनप्रतिनिधि जब भी अपने क्षेत्र के दौरे पर जाएं तो वहां जन्म से ही जाति प्रमाण पत्र वितरित करने के राज्य सरकार द्वारा लागू किए गए प्रावधानों के तहत पात्र लोगों के बच्चों के जाति प्रमाण पत्र भी वितरित करें। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधि हाटबाजारों में मुख्यमंत्री हाटबाजार क्लिनिक योजना के तहत लगाए जा रहे चिकित्सा शिविरों का दौरा कर वहां व्यवस्थाओं को भी देखें। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना के माध्यम से दूरस्थ अंचलों में बड़ी संख्या में वनवासी लाभान्वित हो रहे हैं। इन शिविरों में इलाज कराने वालों की संख्या काफी अधिक है। यहां स्वास्थ्य परीक्षण के साथ निःशुल्क दवाईयां वितरित की जा रही हैं। मुख्यमंत्री ने जनप्रतिनिधियों को अपने भ्रमण के दौरान सुपोषण योजना के क्रियान्वयन और स्कूलों, छात्रावास, आश्रमों का दौरा करने का सुझाव भी दिया। श्री बघेल ने कहा कि आदिवासी समाज के उत्थान के लिए बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य की सुविधाएं और कुपोषण दूर करने की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने बैठक में कहा कि ऐसे मसाहती गांव और वनग्रामों से राजस्व ग्रामों का दर्जा प्राप्त गांव जिनके नक्शे तैयार नहीं हैं या जीर्णशीर्ण हालत में हैं, उनके नक्शे तैयार करने के लिए संबंधित जिलों में अपर कलेक्टर स्तर के एक अधिकारी को नियुक्त किया जाए, जो नियमित रूप से इस कार्य की प्रगति की समीक्षा कर आगामी छह माह में नक्शे तैयार कराने का प्रयास करेें। बैठक में बताया गया कि प्रदेश में ऐसे 1088 गांव है, जिनमें से प्रथम चरण में 637 गांवों के नक्शों तथा द्वितीय चरण में 231 गांवों के नक्शों का सत्यापन किया जा चुका है। बैठक में छत्तीसगढ़ राज्य जनजाति संस्कृति एवं भाषा अकादमी के गठन हेतु ड्राफ्ट कमेटी गठित करने और कमेटी में विषय विशेषज्ञों को शामिल करने का निर्णय लिया गया। बैठक में आदिम जाति कल्याण मंत्री और छत्तीसगढ़ जनजाति सलाहकार परिषद के उपाध्यक्ष डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, विधायक तथा परिषद के उपाध्यक्ष श्री रामपुकार सिंह, खाद्य मंत्री श्री अमरजीत भगत, परिषद के सदस्य और विधायक सर्वश्री मनोज मंडावी, शिशुपाल सोरी, चिन्तामणि महाराज, लखेश्वर बघेल, गुलाब कमरो, विनय भगत, चक्रधर सिंह, इंदर शाह मंडावी और डॉ. श्रीमती लक्ष्मी धु्रव, पूर्व विधायक श्री बोधराम कंवर और श्रीमती देवती कर्मा, मुख्य सचिव श्री सुनील कुजूर, अपर मुख्य सचिव द्वय श्री आर.पी. मंडल और श्री अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री गौरव द्विवेदी, प्रमुख सचिव विधि एवं विधायी कार्य श्री रविशंकर शर्मा, आदिम जाति कल्याण विभाग के सचिव श्री डी.डी. सिंह, राजस्व सचिव श्री एन.के. खाखा, वित्त सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह सहित संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे|
  • भूपेश सरकार का श्रमिकों के हित में बड़ा फैसला…निजी क्षेत्र के कारखानों और संस्थानों में कार्यरत कर्मचारियों-कर्मकारों की सेवानिवृत्ति की आयु अब 58 वर्ष से बढ़कर 60 वर्ष

    रायपुर ​। राज्य सरकार ने प्रदेश के निजी क्षेत्र के कारखानों और संस्थानों में कार्यरत कर्मचारियों-कर्मकारों की सेवानिवृत्ति की आयु 58 वर्ष से बढ़ाकर 60 वर्ष कर दी है। इससे इन क्षेत्रों में कार्यरत लाखों कर्मकारों को दो वर्ष और सेवा करने का मौका मिलेगा। यह ऐतिहासिक फैसला छत्तीसगढ़ औद्योगिक नियोजन (नियोजन आदेश) अधिनियम 1961 के प्रावधान के तहत मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल और श्रम मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया के निर्देश पर लिया गया है। इस आशय की अधिसूचना 5 अगस्त 2019 को असाधारण राजपत्र में प्रकाशित की जा चुकी है। अब माह अगस्त से सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों को इसका तत्काल लाभ मिलेगा।

    उल्लेखनीय है कि प्रदेश सरकार ने छत्तीसगढ़ दुकान एवं स्थापना अधिनियम 1958 के प्रावधान के अनुसार राज्य के छोटे-बड़े सभी प्रकार के व्यपारियों-व्यवसायियों को अपने दुकान एवं स्थापना का केवल एक बार पंजीयन कराने का भी निर्णय लिया गया है। छत्तीसगढ़ दुकान एवं स्थापना अधिनियम 1958 के प्रावधान के तहत दुकान एवं स्थापना का पंजीयन श्रम विभाग में कराना आवश्यक होता है। इस पंजीयन का हर पांच वर्ष बाद नवीनीकरण कराने का प्रावधान था। प्रदेश के व्यपारियों द्वारा लंबे समय से नवीनीकरण के प्रावधान समाप्त करने की मांग की राज्य सरकार से की जा रही थी। व्यपारियों के मांग को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल और श्रम मंत्री डॉ. शिव डहरिया के निर्देश पर श्रम विभाग द्वारा छत्तीसगढ़ दुकान एवं स्थापना अधिनियम 1958 के तहत दुकान एवं स्थापनाओं के पंजीयन प्रत्येक पांच वर्ष में नवीनीकरण करवाए जाने के प्रावधान को समाप्त कर दिया गया है। अब प्रदेश के छोटे बड़े सभी प्रकार के व्यपारियों को उनके दुकान अथवा स्थापना का केवल एक बार पंजीयन कराना होगा। पंजीयन के नवीनीकरण कीर आवश्यकता नहीं होगी। व्यपारियों के लंबे समय से लंबित मांग पूरी होने से व्यपारियों को नवीनीकरण के लिए लगने वाले राशि, समय एवं उर्जा की बचत होगी।

  • मंत्री  टी.एस. सिंहदेव 28 अगस्त को एक दिवसीय अंबिकापुर प्रवास पर रहेंगे...

    रायपुर |पंचायत एवं ग्रामीण विकास तथा स्वास्थ्य मंत्री  टी.एस. सिंहदेव 28 अगस्त को एक दिवसीय अंबिकापुर प्रवास पर रहेंगे। वे 28 अगस्त को सवेरे 08:20 बजे दुर्ग-अंबिकापुर एक्सप्रेस द्वारा रायपुर से अंबिकापुर पहुंचेंगे। वे वहां दिनभर विभिन्न स्थानीय कार्यक्रमों में शामिल होने के बाद रात साढ़े 9 बजे अंबिकापुर-दुर्ग एक्सप्रेस से रायपुर के लिए रवाना होंगे। सिंहदेव अगले दिन 29 अगस्त को सवेरे 08:05 बजे वापस रायपुर पहुंचेंगे।

  • अगर मैं आदिवासी नही हूँ तो बताना चाहिए था, की मैं ब्राह्मण हूँ, वैश्य हूँ, की शुद्र हूँ - अजीत जोगी
    73 वर्षों से मैं जिस सामाजिक व्यवस्था को एन्जॉय कर रहा हूँ, मरवाही की आदिवासी जनता ने मुझे लगातार सर्वाधिक वोटों से चुना.... जहां मैं पेड़ हुआ वह के लोग मेरी जाती जानते हैं, या यहां बैठ के भूपेश बघेल जान सकते हैं...पूरे भारत में मैं केवल एक ही व्यक्ति हूँ जिसकी कोई जाति नही है... अगर मैं आदिवासी नही हूँ तो बताना चाहिए था, की मैं ब्राह्मण हूँ, वैश्य हूँ, की शुद्र हूँ... हर बार यही कोशिश हुई कि मेरी विधायकी छीन पाएं... मेरे पुत्र अमित जोगी के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई थी, जिसमें उच्च न्यायालय के फैसले में अमित जोगी कंवर आदिवासी और मुणी गोत्र के हैं यह कहा गया था... तो अगर अमित जोगी आदिवासिन हैं तो *उसके बाप आदिवासी कैसे नही होगा*... हर बार नया बहाना निकालकर मेरे खिलाफ मामला दायर किया जाता है... 50 राजनीतिक करियर पर कभी भर्ष्टाचार, बलात्कार, छेड़छाड़ या किसी भी प्रकार की उंगली नही उठी, इसलिए केवल एक ही मामला बचत है... अब ये लोग मुझे नही माने लेकिन पूरा भारत मुझे आदिवासी मानता है... तो ये लोग कौन होते हैं... फैसला हो या न हो, मेरा समाज मुझे आदिवासी मानता है...
  • रायपुर रेल मंडल की एल एच बी कोच वाली ट्रेनों मे  हेड ऑफ जनरेशन  सिस्टम
    रायपुर 26 अगस्त2019 दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे, रायपुर रेल मंडल मे दुर्ग से छुटने वाली एल एच बी कोच वाली ट्रेनों मे हेड ऑन जनरेशन सिस्टम HOG (एचओजी) प्रणाली शुरू की है। इनमें छतीसगढ़ सम्पर्क क्रांति एक्स्प्रेस, दुर्ग-निज़ामुद्दीन हमसफ़र एक्स्प्रेस, दुर्ग-जम्मूतवी एक्स्प्रेस और दुर्ग-फिरोजपुर अंत्योदय एक्स्प्रेस शामिल है । HOG (एचओजी) इंजन से सीधे इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन पावर केबल की शक्ति का उपयोग करके पंखे,लाइट और एयर कंडीशनिंग के लिए कोचों को पवार सप्लाई प्रदान करने की एक प्रणाली है । इससे पहले प्रत्येक एलएचबी गाड़ियों पर कोचों को शक्ति प्रदान करने के लिए डीजल इंजन ले जाने वाली पावर कार के 02 सेट होते थे, इसे (EOG – End on generation) ईओजी कहा जाता था । हेड ऑन जनरेशन सिस्टम HOG (एचओजी)प्रणाली शुरू होने से अब इनकी आवश्यकता नहीं होगी । ट्रेनों में HOG (एचओजी) प्रणाली के निम्नलिखित लाभ हैं- • डीजल की नगण्य खपत के परिणाम स्वरूप 4.5 करोड़ रुपये तक डीजल की वार्षिक बचत । • डीजल जलने से होने वाले वायु प्रदूषण को कम करने के लिए विद्युत परिवहन व्यवस्था की ओर अग्रसर । • ट्रेनों में उच्च क्षमता वाले डीजल जनरेटर से होने वाले ध्वनि प्रदूषण का उन्मूलन कर इस प्रकार यात्रियों की सुविधा में वृद्धि करता है। • बैठने की क्षमता में वृद्धि, रेलवे ने छोटे इंजन वाले नए प्रकार की पावर कारों का निर्माण शुरू कर दिया है (डीजल की न्यूनतम खपत के कारण संभव) इसमे जो स्थान पहले भारी इंजनों के लिए आरक्षित था वह सामान्य वर्ग के बैठने के लिए उपयोग होगा, इस प्रकार ट्रेनों में यात्रियों के लिए बैठने की क्षमता में वृद्धि होगी । • डीजल जनरेटर से तेल और जनरेटर के अन्य खतरनाक ज्वलनशील उपकरणों को पृथक करने के कारण आग के खतरों मे कमी होगी । • रायपुर संभाग द्वारा शुरू की गई HOG (एचओजी) प्रणाली के उपर्युक्त लाभों को ध्यान में रखते हुए, भारत में स्वच्छ, शांत और सुविधाजनक रेल परिवहन के लिए एक सराहनीय पहल है ।
  • रायपुर : राज्यपाल ने पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय गौर के परिजनों को सांत्वना दी..

    रायपुर राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने आज मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय बाबूलाल गौर के भोपाल में स्थित निवास पहुंची और शोक-संवेदना व्यक्त की। उन्होंने स्वर्गीय गौर की बहु  कृष्णा गौर तथा अन्य परिजनों से मिलकर उन्हें सांत्वना दी।

     
  • भगवान श्री कृष्ण के मार्ग पर चलते हुए गांवों में बनाए जा रहे है गौठान: श्री बघेल
    रायपुर, 24 अगस्त 2019/ मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा कि प्रदेश सरकार ने भगवान श्री कृष्ण के बताए मार्ग पर चलते हुए पशुधन की सेवा करने के लिए सुराजी गा्रम योजना के तहत गांवों में गौठान बनाए जा रहे हैं। गौठानों में मवेशियों के चारा, पानी और सुरक्षा के प्रबंध किए जाएंगे। गौठानों के रखरखाव के लिए गौठान समितियां बनाई जा रही श्री बघेल ने कहा कि हमारी सरकार ने भगवान कृष्ण के वंशजों की भी सुध ली है। हर गौठान समिति को हर माह 10 हजार रूपए दिया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री बघेल आज यहां पद्मश्री गोविंदराम निर्मलकर ऑडिटोरियम में कोसरिया समाज राजनांदगांव द्वारा आयोजित श्री कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री कवासी लकमा, पूर्व सांसद श्रीमती करूणा शुक्ला, विधायक डोंगरगांव श्री दलेश्वर साहू, विधायक खुज्जी श्रीमती छन्नी साहू, विधायक मोहला-मानपुर श्री इन्द्रशाह मंडावी, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती चित्रलेखा वर्मा, नगर निगम नेता प्रतिपक्ष श्री हफीज खान, पूर्व विधायक श्री भोलाराम साहू एवं श्री नवाज खान सहित कोसरिया यादव समाज के संभागीय अध्यक्ष श्री बोधन यादवए जिला अध्यक्ष श्री मन्ना यादव विशेष रूप से उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि गोठानों में एकत्रित होने वाले गोबर से वर्मी खाद और कम्पोस्ट बनाई जाएगी। जिससे जैविक खेती को बढ़ावा मिलेगा। मुख्यमंत्री ने श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर यादव समाज सहित समस्त जनता को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भगवान श्री कृष्ण ने गीता में कर्म, भक्ति और ज्ञान योग की शिक्षा दी है। यह शिक्षा पूरे मानव समाज की भलाई के लिए है। मानव जीवन में कठिन से कठिन परिस्थिति से बाहर निकलने में भगवान श्री कृष्ण के गीता में दिए गए उपदेश काम आते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान श्री कृष्ण के अवतरण के दिन को श्री कृष्ण जन्माष्टमी के रूप में पूरी दुनिया में हर्ष-उल्लास के साथ मनाया जाता है। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने गौमाता को माँ से भी बढ़कर बताया हैं। यह राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का गौमाता के प्रति एक भाव है। गौमाता हर इंसान को दूध पिलाती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मानव की भलाई के लिए पशुधन का संरक्षण एवं सर्वधन जरूरी है। कार्यक्रम में यादव समाज के प्रतिनिधियों द्वारा मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री कव्वासी लखमा एवं अतिथियों को यादव समाज के परंपरागत प्रतीक के रूप में खुमरी एवं पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर पूर्व महापौर श्री सुदेश देशमुख, श्री किशन खंडेलवाल, श्री विवेक वासनिक, जिला पंचायत सदस्य श्री विभा साहू, श्री आसिफ अली सहित पुलिस महानिरीक्षक श्री हिमांशु गुप्ता, कलेक्टर श्री जयप्रकाश मौर्य, पुलिस अधीक्षक श्री कमलोचन कश्यप, सहित बड़ी संख्या में यादव समाज के लोग उपस्थित थे।
  • डॉ रमन सिंह पर न्यायालय की अवमानना का अपराध दर्ज होना चाहिए - विकास तिवारी
    कांग्रेस प्रवक्ता विकास तिवारी ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह से सवाल पूछा है कि जब माननीय न्यायालय के द्वारा उनके पुत्र पूर्व सांसद अभिषेक सिंह तथा उनके समर्थकों एवं उनके चाहने वालों के खिलाफ सारे तथ्यों का परीक्षण करके अपराध प्रमाणित पाए जाने पर यदि माननीय न्यायालय राज्य शासन को यह निर्देश देता है कि वह धारा 154 दंड प्रक्रिया संहिता के तहत अपराधियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करें तब इसमें प्रदेश सरकार का इंवॉल्वमेंट कैसे हो गया - अर्थात डॉ रमन सिंह जो तीन बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं , न्यायालय की तोहीन कर रहे है माननीय न्यायालय के जज एवं न्यायमूर्ति का अपमान कर रहा है तो क्यों ना पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह को न्यायालय स्वयं गिरफ्तारी का आदेश जारी कर दें और राज्य शासन पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के खिलाफ अवमानना याचिका दायर करे साथ ही साथ मानहानि का मामला शासकीय अधिवक्ताओं के द्वारा दायर किया जाए - इसका जवाब पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह दें -
  • कांकेर में पिछड़ा वर्ग कन्या पोस्ट मैट्रिक छात्रावास के लिए 2.88 करोड़ रूपये स्वीकृत,बस्तर संभाग में बनेंगे पिछड़ा वर्ग के बच्चों के लिए छात्रावास - मुख्यमंत्री श्री बघेल
    रायपुर, 24 अगस्त 2019/ मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने बस्तर संभाग के सभी जिलों में पिछड़ा वर्ग के छात्रों के लिए छात्रावास खोलने की महत्वपूर्ण घोषणा की है। इसके साथ ही उन्होंने कांकेर में पिछड़ा वर्ग कन्या पोस्ट मैट्रिक छात्रावास के लिए 02 करोड़ 88 लाख रूपये, गढ़ियापहाड़ के सौन्यर्यीकरण के लिए 02 करोड़ रूपये तथा गढ़िया महोत्सव के लिए प्रति वर्ष 05 लाख रूपये देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री श्री बघेल आज जिला मुख्यालय कांकेर में पिछड़ा वर्ग कल्याण संघ द्वारा आयोजित सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे। पिछड़ा वर्ग कल्याण संघ द्वारा प्रदेश में पिछड़ा वर्ग समाज को 27 प्रतिशत आरक्षण दिये जाने पर मुख्यमंत्री श्री बघेल का अभिनंदन किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री बघेल ने करीब 241 करोड़ रूपये के विभिन्न निर्माण कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास भी किया गया। *कांकेर सांसद श्री मोहन मण्डावी ने मुख्यमंत्री के कार्यो की सराहना करते हुए उन्हें जननायक कहा:-* कांकेर लोकसभा क्षेत्र के सांसद श्री मोहन मण्डावी द्वारा पिछड़ा वर्ग समाज को 27 प्रतिशत आरक्षण दिये जाने के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की प्रशंसा की गई। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री बघेल छत्तीसगढ़ के रीति-नीति को जानते हैं, स्थानीय तीज-त्यौहार, संस्कृति, परंपरा को बचाने के लिए उन्होंने छत्तीसगढ़ में विश्व आदिवासी दिवस, हरेली, तीजा, माता कर्मा जयंती आदि दिवसों पर सार्वजनिक अवकाश दे कर जो कदम उठाये हैं, वह प्रशंसनीय है। सांसद श्री मण्डावी ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल किसी एक पार्टी या समाज के नेता नहीं है, वे जननायक हैं। उनके द्वारा प्रदेश के हित में अच्छे कार्य किये जा रहे है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में न जातिवाद था और न होगा। विकास के क्षेत्र में सब मिलजुल कर कार्य करेंगे। पिछड़ा वर्ग समाज द्वारा आयोजित अभिनंदन समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा कि मण्डल आयोग की सिफारिश के अनुसार राज्य में पिछड़ा वर्ग को 27 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है। अनुसूचित जनजाति का आरक्षण पूर्ववत 32 प्रतिशत और अनुसूचित जाति का आरक्षण 12 प्रतिशत से बढ़ाकर जनसंख्या के अनुरूप 13 प्रतिशत किया गया है। इस प्रकार राज्य में 72 प्रतिशत आरक्षण दिया जाएगा। सवर्ण गरीबों को 10 प्रतिशत आरक्षण देने के संबंध में परीक्षण किया जा रहा है, जल्दी फैसला लिया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कुपोषण को नक्सलवाद से भी बड़ी समस्या बताते हुए कहा कि बच्चों एवं महिलाओं में कुपोषण तथा एनीमिया की समस्या को दूर करने के लिए पौष्टिक गर्म भोजन प्रदाय करने की व्यवस्था डीएमएफ फण्ड से की गई है। हाट-बाजारों में स्वास्थ्य शिविर लगाकर गरीबों का निःशुल्क ईलाज किया जा रहा है। बस्तर संभाग के सभी जिलों में 216 लघु वनोपज संगहण केन्द्र एवं वेल्यू एडीशन केन्द्र हेतु वर्किग शेड निर्माण के शिलान्यास पर प्रसंन्नता व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके शुरू होने से लघु वनोपज का प्रसंस्करण होगा, इससे लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। प्रदेश स्तर में भी लघु वनोपज के प्रसंस्करण हेतु लैब की स्थापना की जाएगी। उन्होंने कहा कि लोगो को अच्छा भोजन, उत्तम शिक्षा, समुचित ईलाज तथा रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए सरकार प्रयासरत है। वन क्षेत्रों में निवासरत वनवासियों को सामुदायिक वनाधिकार मान्यता पत्र दिये जा रहे हैं, जीविकोपार्जन के लिए वन संसाधनों का समुचित दोहन होगा, पेड़ को काटने की जरूरत नहीं है, पेड़ के नीचे बहुत कुछ है, बैचाॅदी, तिखूर, काॅफी, चाय, बाॅस की खेती किया जा सकता है, इससे लोगो को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे और पलायन भी नहीं होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने ऐतिहासिक फैसला लेते हुए अब जन्म से ही जाति प्रमाण पत्र देने की शुरूवात की गई है, इसके सरलीकरण के लिए कमेटी का गठन भी किया गया है। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि नरवा का पानी खेतो तक पहुचांये, गरवा को आर्थिक ताकत बनायें, घुरवा से जैविक खाद बनायें और बाड़ी में जैविक खाद का उपयोग कर अधिक से अधिक उपज लेकर आमदनी प्राप्त कर छत्तीसगढ़ को समृद्ध और खुशहाल राज्य बनाने में सहभागी बनें। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने दो हितग्राहियों राजापारा के श्रीमती सुनीता चैरसिया पति प्रकाश चैरसिया तथा एमजीवार्ड के श्रीमती परमीला पति श्री रामगिरी को नवीनीकृत राशन कार्ड प्रदान किया। उनके द्वारा पांच बच्चों- जुुंडवा भाई-बहन राखी एवं राहुल के अलावा अक्षय यादव, नोमेश कुमार, आरूही सलाम और मुकेश पटेल को स्थाई जाति प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। कांकेर जिले के 20 ग्रामों- किरगोली, खैरखेड़ा, कुरसेल, मड़पा, भैंसागांव, बागझर, बड़े जैतपुरी, पोटेबेड़ा, गोड़बिनापाल, चिंगनार, माहुरपाट, कुम्हारी, तहसील डांगरा, आतुरबेड़ा, फुलपाड़, तारलकट्टा, हिन्दुबिनापाल, टोटीनडांगरा, गिरगोली और फुलपाड को 18 हजार 464 हेक्टेयर का सामुदायिक वन संसाधन अधिकार पत्र सौंपा गया। छत्तीसगढ़ पिछड़ा वर्ग संघ के अभिनंदन समारोह को संबोधित करते हुए आबकारी मंत्री श्री कवासी लखमा ने कहा कि बस्तर संभाग मुख्यमंत्री के सर्वोच्च प्राथमिकता में शामिल हैं। कुपोषण मुक्ति के लिए बस्तर वासियांे को चना, गुड़, अण्डा, केला, दुध इत्यादि का वितरण किया जा रहा है। वनवासियों को वन अधिकार मान्यता पत्र प्रदान किये जा रहे हैं। तेन्दुपत्ता का पारिश्रमिक दर 25 सौ रूपये से बढ़ाकर 04 हजार रूपये प्रति मानक बोरा कर दिया गया है। किसानों के धान 25 सौ रूपये प्रति क्विंटल में खरीदे जा रहे हैं। राज्य सरकार ने पिछड़ा वर्ग आरक्षण को बढ़ाकर 14 प्रतिशत से 27 प्रतिशत कर दिया है। बस्तर अंचल के लोगों को अपने जिले में ही शासकीय नौकरी के अवसर प्रदान किये जा रहे है। समारोह को कांकेर विधानसभा क्षेत्र के विधायक श्री शिशुपाल शोरी, भानुप्रतापपुर विधायक मनोज मण्डावी, अंतागढ़ विधायक अनुप नाग, कोण्डागांव विधायक मोहन मरकाम और केशकाल विधायक संतराम नेताम, पूर्व सांसद अरविंद नेताम एवं सोहन पोटाई, जिला अध्यक्ष पिछड़ा वर्ग बलिराम सिन्हा एवं संगठन मंत्री देवराम साहू, जिला अध्यक्ष अनुसूचित जाति वर्ग प्रदीप कुलदीप ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के संसदीय सलाहकार श्री राजेश तिवारी, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सुभद्रा सलाम, पूर्व विधायक श्री शंकर धुरुवा, शिव नेताम, गंगा पोटाई, जिला पंचायत सदस्य श्री बिरेश ठाकुर सहित जनप्रतिनिधि, पिछड़ा वर्ग के पदाधिकारी, अतिरिक्त मुख्य सचिव(वन) श्री आर.पी. मण्डल, प्रधान मुख्य वन संरक्षक राकेश चतुर्वेदी, बस्तर संभाग के कमिश्नर अमृत खलखो, पुलिस महानिरीक्षक विवेकानंद सिन्हा, कलेक्टर श्री के.एल.चैहान सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।
  • फार्मेसी संकाय के अध्यापन के लिए शिक्षकों सहित लैब की हो पर्याप्त व्यवस्था: सुश्री उइके
    रायपुर, 24 अगस्त 2019/ राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने आज राजभवन में कुलपतियों, संचालक चिकित्सा शिक्षा के साथ फार्मेसी संकाय के विद्यार्थियों की बैठक ली और विद्यार्थियों की समस्या के समाधान के लिए आवश्यक निर्देश दिए। राज्यपाल ने कहा कि विद्यार्थियों की समस्या वाकई गंभीर है। इनके भविष्य को देखते हुए सहानुभूतिपूर्वक समाधान निकाला जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति स्वास्थ्य विज्ञान एवं आयुष विश्वविद्यालय से फार्मेसी संकाय के महाविद्यालयों का स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय में हस्तांतरण की प्रक्रिया जल्द पूर्ण की जाए, इसके लिए वे स्वयं संबंधित विभाग के मंत्री और सचिव से चर्चा करेंगी, ताकि प्रक्रिया जल्द पूर्ण हो और विद्यार्थियों का भविष्य खराब न हो। राज्यपाल ने कहा कि जब तक ये प्रक्रिया चले तब तक विषयवार शिक्षकों की पर्याप्त व्यवस्था की जाए, कक्षाओं का संचालन नियमित रूप से हो और प्रेक्टिकल के लिए लैब की भी सुविधा भी मुहैया कराएं। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी भी नियमित रूप से कक्षाओं में जाएं और पढ़ाई में ध्यान केन्द्रित करें, उनकी समस्या का हरसंभव समाधान किया जाएगा। बैठक में उपस्थित संचालक चिकित्सा शिक्षा श्री ए. आर. आदिले ने बताया कि हस्तांतरण की प्रक्रिया के लिए तैयारी की जा रही है। इसके लिए शासन को पत्र लिखा गया है। दोनों विश्वविद्यालय इसके लिए सहमत हैं। चूंकि इसमें संपत्ति का हस्तांतरण का विषय है, प्रकरण राज्य शासन को भेजा गया है। शासन स्तर पर निर्णय होने पर यह प्रक्रिया तुरंत पूर्ण कर ली जाएगी। एमओयू का प्रारूप भी तैयार है, इसे भी शासन को अनुमोदन हेतु भेज दिया गया है। आयुष विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. ए.के. चन्द्राकर ने बताया कि छह अतिथि शिक्षकों की भर्ती कर ली गई है। प्रायोगिक कार्य के लिए भी स्वयं के लैब और उसके उपकरण की व्यवस्था की जा रही है। छात्र-छात्राएं नियमित रूप से कक्षाओं में उपस्थित हो, उनके अच्छे भविष्य के लिए सारे कदम उठाए जा रहे हैं। इस अवसर पर स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एम. के. वर्मा तथा अन्य अधिकारीगण और फार्मेसी संकाय के छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।