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  • Breaking : प्रदेश में 18 कोरोना पॉजिटिव और मिले...एम्स ने ट्वीट कर पुष्टि की
    रायपुर। प्रदेश में रविवार को 18 कोरोना पॉजिटिव और मिले हैं। एम्स ने ट्वीट कर इसकी पुष्टि की है। एम्स की ओर से बताया गया कि 26 जून की शाम एम्स वीआरडी लैब में जांच की गई थी। इसमें 18 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसमें राजनांदगांव से 9, गरियाबंद से 6, दुर्ग से 2 और बिलासपुर से 1 पॉजिटिव मिला है।
  •  भाजपा की वरचुअल रैली फ्लाप शो : मोहन मरकाम
    शिवराज सिंह को मध्यप्रदेश से छत्तीसगढ़ आयात करने का प्रयोग भी नाकाम मोदी सरकार ने रचा है हर मोर्चे पर विफलता का कीर्तिमान मजदूर, किसान, नौजवान, व्यापारी, मध्यम वर्ग सबमें भाजपा के प्रति नाराजगी रायपुर/28 जून 2020। भाजपा की वरचुअल रैली को फ्लाप शो निरूपित करते हुये प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा है कि जब भाजपा ने छत्तीसगढ़ के सारे नेताओं रमन सिंह, बृजमोहन अग्रवाल, सरोज पांडेय, विष्णु देव साय को अपना कर देख लिया और इन सभी को जनता से और भाजपा कार्यकर्ताओं से कोई रिस्पांस नहीं मिला तो मजबूरन भाजपा ने शिवराज सिंह चौहान को वरचुअल रैली के लिये मध्यप्रदेश से आयात किया। भाजपा का शिवराज सिंह चौहान को छत्तीसगढ़ की वरचुअल रैली का नेतृत्व करने के लिये मध्यप्रदेश से लाने का भाजपा का प्रयोग भी विफल रहा है। भाजपा की आज की वरचुअल रैली पूरी तरह फ्लाप शो ही साबित हुयी। भाजपा की वरचुअल रैली पर तंज कसते हुये प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा है कि मोदी सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है। मोदी सरकार ने हर मोर्चे पर विफलता का कीर्तिमान रचा है। मजदूर, किसान, नौजवान, व्यापारी, मध्यम वर्ग सबमें भाजपा के प्रति नाराजगी है। अर्थव्यवस्था सम्हालने में विफल, कोरोना संक्रमण रोक पाने में विफल, किसानों की आय दुगुनी करने में विफल, 2 करोड़ रोजगार हर साल नौजवानों को देने में विफल, प्रवासी मजदूरों को उनके प्रदेश घर गांव तक पहुंचाने में विफल, सरहदों की रक्षा कर पाने में विफल रही है। नरेन्द्र मोदी के वायदे के मुताबिक दो करोड़ रोजगार हर साल के अनुसार 6 साल में 12 करोड़ रोजगार मिलने थे देश के युवाओं को लेकिन हुआ ठीक उल्टा बेरोजगारी 45 साल में सर्वाधिक 27 प्रतिशत तक पहुंच गयी। नोटबंदी और जीएसटी के बाद देश की अर्थव्यवस्था लॉकडाउन के भी कुप्रबंधन के चलते बेहद खराब दौर से गुजर रही है। 20 लाख करोड़ के पैकेज की घोषणा प्रधानमंत्री मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन ने की जिसमें पूरे देश में किसी भी गरीब, मध्यम वर्ग, किसान, मजदूर, ठेले वाले, दुकानदार, उद्योग काम धंधे वाले किसी को भी समझ में ही नहीं आ रहा है कि उनको मिला क्या है? क्या नहीं मिल पाया है, यह सबको पता है। इसीलिये भाजपा की वरचुअल रैली को जनसमर्थन तो दूर की बात भाजपा कार्यकर्ताओं का भी समर्थन नहीं मिल सका। भाजपा ने दस लाख लोगों की भागीदारी का दावा किया था लेकिन दस-दस लोग जुटा पाने में भी विफल रही।
  • छत्तीसगढ़ में अभी-अभी 44 नए कोरोना मरीजों की हुई पहचान...राज्य में एक्टिव मरीज की संख्या 704

    रायपुर। छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस की संख्या में लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है. रविवार दोपहर 2 बजे तक प्रदेश में 44 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले है. इसके साथ ही राज्य में एक्टिव मरीज की संख्या 704 हो गई है.रविवार को मिले 44 कोरोना पॉजिटिव मरीजों की पहचान की गई है. जिसमें राजनांदगांव जिले से 18, बिलासपुर व कवर्धा से 7-7, दुर्ग व रायपुर से 5-5, बलौदाबाजार से 4 मरीज मिले है. आज पाए गए पॉजिटिव मरीजों की भर्ती प्रक्रिया जारी है.शनिवार की रात भी 8 संक्रमित मरीजों की पहचान की गई थी. जिसमें राजनांदगांव से 4, दुर्ग से 3, बलौदाबाजार से 1 मरीज शामिल है. इसकी पुष्टि राज्य कन्ट्रोल एंड कमांड सेंटर ने की है.

  • BIG BREAKING: छत्तीसगढ़ में फिर मिले 25 नए कोरोना पॉजिटिव… AIIMS रायपुर ने की पुष्टि
    रायपुर। छत्तीसगढ़ में 25 नए कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। 16 राजनांदगांव, 5 दुर्ग और 4 बलौदाबाजार से कोरोना संक्रमित मिले हैं। एम्स में जांच के लिए भेजे गए सैंपल पॉजिटिव मिले हैं।
  • कांकेर में नक्सली मुठभेड़...दोनों ओर से हुई जमकर गोलाबारी...जंगल की आड़ लेकर भागे नक्सली
    कांकेर। मरकाचुआ जंगलों की पहाड़ी में बीएसएफ और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हो गई। बताया जा रहा है कि सर्चिंग पर निकली टीम पर घात लगाकर बैठे नक्सलियों ने हमला कर दिया। दोनों ओर से जमकर गोलाबारी हुई फ़िलहाल किसी भी प्रकार की हताहत की खबर नहीं है। यह घटना बड़गांव थाना क्षेत्र की है, जहां शनिवार को नक्सलियों ने बीएसएफ जवानों पर घात लगाकर हमला कर दिया। इसके बाद दोनों ओर से जमकर गोलीबारी हुई। जानकारी के मुताबिक बीएसएफ की 167वीं बटालियन के जवान बड़गांव थाना क्षेत्र के मरकाचुआ के जंगल में नक्सल विरोधी अभियान पर रवाना हुए थे। इसी बीच नक्सलियों ने बीएसएफ की टुकड़ी पर फायरिंग शुरू कर दी। बीएसफ जवानों की जवाबी फायरिंग और मोर्टार दागने के बाद नक्सली घने जंगल में भाग गए।
  •  *अजय चंद्राकर की विवादित  ट्वीट पर धनेंद्र साहू का पलटवार
    रायपुर । 27 जून 2020। अभनपुर विधायक पूर्व मंत्री पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष धनेंद्र साहू ने कुरूद विधायक अजय चंद्राकर द्वारा छत्तीसगढ़ के राजकीय प्रतीक चिन्ह की तुलना गोबर से किए जाने पर निंदनीय करार देते हुए भद्दा मजाक एवं घटिया सोच बताया उन्होने कहा की छत्तीसगढ़ का राजकीय चिन्ह कोई सामान्य तस्वीर नहीं है छत्तीसगढ़ की जनता का मान, सम्मान एवं अस्मिता का प्रतिक है उनके टिप्पणी से छत्तीसगढ़ की जनता आहत है उन्होंने भारतीय जनता पार्टी से सवाल किया है कि उसके नेता जो टिप्पणी किए उससे भारतीय जनता पार्टी सहमत हैं उन्होने अजय चंद्राकर को विवादित टिप्पणी के लिए पूरे छत्तीसगढ़ की जनता से माफी मांगने कहा। धनेंद्र साहू ने कहा है कि छत्तीसगढ़ के संस्कृति में गोबर का विशेष महत्व है हमारे लिए गौ माता जो अत्यंत ही पुज्यनीय है जिसका गोबर पवित्र कार्य के लिए उपयोग में लाये जाते है गोबर से घर आंगन की पोताई किया जाता है छ.ग. की पुरानी संस्कृति है जिस जगह पूजा होती है वहां गोबर से पोताई कर पवित्र किया जाता है एवं गोबर का गौरी गणेश बनाकर पूजा किया जाता है छ.ग. में गोवर्धन पूजा में ग्रामीण मस्तक में गोबर का तिलक लगाकर एक -दुसरे का सम्मान करते है । साहू ने आगे कहा कि भारतीय जनता पार्टी के15 साल के राज में किसानों एवं आमजनो के हित मे कुछ भी कार्य नहीं हुए किसान पूरे 15 साल उपेक्षित रहा उनकी सरकार किसानों को परेशान करती रही किसान इतना परेशान थे कि कई किसान आत्महत्या करने मजबूर भी हुए लेकिन कांग्रेस की सरकार आने के बाद मुख्यमंत्री भुपेश बघेल किसानों की चिंता करते हुए इनके हित के लिए अनेकों योजनाएं चालू की है । किसानों की समृद्धि के लिए किसानों के हित के लिए सरकार द्वारा अनेकों कार्य किए जा रहे हैं जिससे भारतीय जनता पार्टी के नेता तिलमिला गए हैं एवं उटपटांग टिप्पणी पर ऊतारू हो गए है। उन्होने बताया कि छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार द्वारा नरवा गरवा घुरवा बारी योजना के अंतर्गत गोधन योजना की शुरुआत की जा रही है जिसके अंतर्गत एक निश्चित मूल्य पर पशुपालकों से समिति के माध्यम से गोबर खरीदा जाएगा। इस योजना पर बात करते हुए अभनपुर विधायक धनेंद्र साहू ने कहा है कि इस योजना से पूर्वज पुरखों के परंपरा साकार होंगे छत्तीसगढ़ सरकार की इस योजना को लाने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का तारीफ करते हुए कहा की मुख्यमंत्री के दूरगामी निर्णय से पशुपालको को लाभ पहुंचाने के लिए देश का पहला राज्य बन गया है साहू ने कहा कि इस योजना से गोधन की रक्षा होगी फसल की सुरक्षा होगी फसलों की सुरक्षा से फसलों की पैदावारी बढ़ेगी गोबर को सरकार द्वारा उचित मूल्य में खरीदने के निर्णय से किसान आर्थिक रूप से और संपन्न होंगे वही गौठानों में स्व सहायता समूह को रोजगार मिलेगा रासायनिक खाद पर किसानों की निर्भरता घटेगी रासायनिक खाद से खेत को होने वाले नुकसान रुकेगी गोबर से जैविक खाद, कंपोस्ट खाद एवं वर्मी खाद के रूप में प्रयोग करने से किसानो की खेती की लागत में कमी आएगी उन्होंने कहा कि सरकार का यह योजना मिल का पत्थर साबित होगा किसान, पशुपालक आत्मनिर्भर एवं आर्थिक रूप से संपन्न होंगे।
  • छत्तीसगढ़ में दो नए कोरोना मरीजों की पुष्टि...प्रदेश में एक्टिव मरीजो का आंकड़ा पहुंचा 649
    छत्तीसगढ़ । के महासमुंद जिले में एक क्वारंटाइन सेंटर से दो नए कोरोना मरीजों की पुष्टि हुई है। बताया जा रहा है कि दोनों कोरोना संक्रमित मरीज क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे थे। फिलहाल कोरोना पॉजिटिव मरीजों को अस्पताल शिफ्ट करने की तैयारी की जा रही है। गौरतलब है कि आज प्रदेश में मिले दो नए मरीजों के साथ प्रदेश में अब एक्टिव मरीजो की संख्या 649 हो गई है। वहीें मेडिकल बुलेटिन के अनुसार प्रदेश में अब तक 2547 मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। छत्तीसगढ़ में अब तक 1885 लोग कोरोना से जंग जीत चुके हैं। बता दें कि प्रदेश में अब तक 13 कोरोना संक्रमितों की मौत हो चुकी है।
  • पंचमराम लोहार किसानों के औजार मरम्मत और धार करने में व्यस्त  औजारों की धार या छोटी मरम्मत से हो जाती है, जरूरत की कमाई  काम के दौरान मास्क का उपयोग और हाथों को करते हैं सेनीटराईज
     वर्तमान दौर में खेती-किसानी के आधुनिक कृषि उपकरणों ने परंपरागत लोहारी के धंधा को एक तरह से मंदा कर दिया है। खेती किसानी प्रारंभ होने से पहले लोहारों के पास कभी किसानों की लाईन लगती थी। अब गिनती के किसान हल, कुल्हाड़ी, फावड़ा एवं गैंती की मरम्मत या धार कराने पहुुंचते है। कोरोना संक्रमण की मार के कारण पहले से काम कम हो गया है। किन्तु लॉकडाउन में दी गई छूट और जिले में आर्थिक गतिविधियां शुरू होने पर एक खुशी हुई। इन विपरीत परिस्थितियों में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) ने लोहारों की उम्मीदें जगा दी है। क्योंकि मिट्टी खोदने के श्रममूलक कार्य में गैंती, फावड़ा और तसला (धमेला) की जरूरत पड़ती है। पंचमराम लोहारी काम करते समय कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु पूरी सावधानी बरतते हैं। वे काम करते समय मास्क लगाना नहीं भूलते। वे अपने पत्नी और बच्चों को भी मास्क पहनाये रखते हैं। साथ ही काम के बाद अपने और परिवार के हाथों को सेनीटाराईज भी करते हैं। 

    जिला मुख्यालय से सटे गांव खोड़गांव में लोहार का काम करने वाले पंचमराम पड़ोसी जिला कोण्डागांव के ग्राम सोनाबाल निवासी है। उन्होंने बताया कि उनका यह पुश्तैनी काम है। उनके दादा और पिताजी भी कुदाल, गैंती, कुल्हाड़ी, हल आदि कृषि उपकरण बनाते थे, उन्हें यह काम विरासत में मिला है। लेकिन हल का स्थान तो अब टैªक्टर, पावर ट्रिलर आदि ने ले लिया है। वहीं किसान फावड़ा, कुल्हाड़ी, कुदाल व गैंती को बाजार से खरीद लेते है। केवल इक्का दुक्का किसान ही उक्त कृषि उपकरणों की मरम्मत या धार कराने के लिए आते है। लोहार पंचमराम ने बताया कि धार या छोटी मरम्मत के एवज में 50 से 100 रूपये लेते हैं। उनकी पत्नी ललिता भी उनका पूरा साथ देती है। रोज उनकी 300 से 400 रूपये वर्तमान में कमाई हो जाती है। पूछने पर उन्होनंे बताया कि उनके पास बीपीएल राशन कार्ड है। लेकिन वह ग्राम सोनाबाल का है। सरकारी दुकान से उन्हें राशन भी मिल जाता है। पंचमराम ने बताया कि मानसून के बाद वह ईट भटटे में ईट बनाने का काम करेंगे। खरीफ और रबी फसल की तैयारियों के समय वह कृषि औजारों आदि का काम करते है।   

    पंचमराम ने बताया कि क्योंकि गैंती में दोनों ओर से धार करना पड़ता है। मनरेगा में काम करने वाले मजदूर गैंती तो बाजार से खरीदते है, लेकिन वे धार करने के लिए हम जैंसे लोगों के पास पहुंचते है। इसी तरह फावड़ा में भी धार करने का काम पहले से बढ़ा है। उन्होंने बताया कि पहले धान कटाई केवल हंसिया से की जाती थी। नतीजन हंसिया में लौहारों के पास धार करना पड़ता था। अब ज्यादातर किसान अपनी फसल की कटाई हार्वेस्टर से कराते है। इसलिए लौहारों के पास हंसिया भी ज्यादा नहीं पहंुचता है।
    मनरेगा अधिनियम लागू होने के बाद से जिले के गांव-गांव में जॉब कार्डधारी मजदूर है। हर मजदूर के घर में गैंती और फावड़ा होते है। हर घर में इनकी संख्या अलग-अलग हो सकती है। इसी तरह मिट्टी मुरूम एकत्र करने में उपयोग होने वाला फावड़ा भी घर-घर में मौजूद रहता है। जंगली ईलाका होने के कारण ज्यादातर ग्रामीण कुल्हाड़ी, कुदाल और बसूला का इस्तेमाल यहां करते हैं। मानसून आते ही किसान भी उनके पास औजारों की मरम्तत कराने उनके पास पहुंचने लगे हैं। 
  • खेत में मिली अज्ञात युवक की लाश...गांव में फैली सनसनी...जांच में जुटी पुलिस
    राजनांदगांव। ग्राम कुम्हि में एक खेत में पेड़ पर लटकी हुई लाश मिलने से गांव में सनसनी फैल गई। मिली जानकारी के अनुसार किसान जब खेत में सुबह काम करने गया तो उसे दुर्गंध आई। देखने पर पता चला कि वहां पेड़ पर कुछ लटका है। उसने गाँव जाकर इसकी सूचना दी। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। लाश को उतारकर पंचनामा के बाद  पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। पुलिस जांच में जुटी है।
  • बेचा एंव कड़ेनार मे स्व-सहायता निर्माण हेतु बैठक का हुआ आयोजन

    कई सालो से सुदूर वनांचल ग्राम बेचा एवं कड़ेनार मे आर्थिक गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के लिए स्वरोजगार के विभिन्न माध्यमो की मांग इन अतिवादी शक्तियों से घिरे इन ग्रामो मे की जाती रही है। इस बात की जानकारी जब कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा को प्राप्त हुई इस पर उन्होने त्वरीत कार्यवाही हेतु जल्द से जल्द इन क्षेत्रो मे बिहान के अधिकारियों को पंहुच यहां स्वरोजगार के अवसरो की गांव वालो के मध्य जाकर चर्चा कर स्व-सहायता समुहो का गठन करने के निर्देश दिये। इस संबध मे जिला कार्यक्रम प्रबंधक नितेश देवांगन ने बताया की विगत 23 जून को राष्ट्रीय आजीविका मिशन ’बिहान’ की टीम द्वारा बेचा एवं कड़ेनार का दौरा किया गया। यहां पूर्व मे प्रशिक्षको द्वारा 15 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम मार्च मे किया गया था। वर्तमान मे बैठक के द्वारा 17 समुहो के कड़ेनार, बेचा कीलम एवं आसपास के क्षेत्रों मे बनाये जाने की संभावना जताई गई है। कड़ेनार में 5 समुह कार्य प्रारंभ करने की स्थिति मे है। जिनमें एक-एक समुह मछली पालन, बकरी पालन, दो समुह मुर्गी पालन एवं सीमेंर्ट इंट निर्माण में कार्यरत है जबकि तिखूर उत्पादन एवं प्रसंस्करण मे विभिन्न समुह की महिलायें एक साथ कार्य कर रही है। नावा बेस्ट नार्र के नोडल अधिकारी प्रकाश बागड़े ने बताया की बेंचा मे 4 समुहो में रूचि दिखाई है जिसमे से वर्तमान मे एक समुह मुर्गी एवं सीमेंट ईट निर्माण कार्य करना प्रारंभ कर दिया है। इस बैठक मे एसपीएम रैनू राम नेताम, क्षेत्रिय समन्वयक तुलसीराम मण्डावी एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता रजबती बघेल सहित समुह की महिला एवं ग्रामीण उपस्थित थे।
    इस संबध मे कलेक्टर ने बताया की स्व-सहायता समुहो के निर्माण के साथ उनका बैंक खाता निकटतम मर्दापाल बैंक शाखा मे खोला जा रहा है। भविष्य मे इन समुहो को आधुनिक तकनीकी द्वारा खेती एवं बागबानी के साथ जोड़ा जायेगा एवं निर्माण कार्यो मे स्थानीय बनी ईंटों का ही प्रयोग होगा ताकि ग्रामीणो की आर्थिक स्थिति मे ईजाफा किया जा सके।

  • जिले के हस्तषिल्प कारीगरो के साथ कलेक्टर ने की चर्चा कारीगरो की आय मे वृद्धि करना है प्रषासन का लक्ष्य- कलेक्टर

    कोरोना आपदा के समय सर्वाधिक आर्थिक संकट झेलने वालो में हस्तशिल्प कारीगर भी शामिल रहें है ।विगत 3 महिनो से लाॅकडाउन के कारण प्रर्दशिनियों एवं बाजारो में शिल्प का विक्रय ना होने से हस्तशिल्प कारीगरो के समक्ष विकट आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया हैं। जिससे वे हस्तशिल्प से दूर होकर कृषक मजदूर के रूप में कार्य करने को मजबूर हो रहे है। इस स्थिति को देखते हुए कलेक्टर ने विगत 26 जून को जिले के हस्तशिल्प कारीकरो के साथ उनकी समस्याओं को जानने समीक्षा बैठक आयोजित की। इस बैठक मे जिले के बेलमेटल, लौहशिल्प आदि कलाओं से जुड़े कारीगर उपस्थित हुए जहां पर कारीगरो ने सर्वप्रथम  कलेक्टर को स्मृति चिन्ह के रूप मे बेलमेटल से बनी कलाकृति भेंट की साथ ही उन्हे अपनी समस्याओं से अवगत कराया जिसमें उन्होने अपनी कलाकृतियों के उचित दाम ना मिलने, शबरी एम्पोरियम द्वारा कलाकृति ना खरीदने प्रर्दशिनियों के बंद हो जाने, बिचैलियों द्वारा औने-पौने दामो मे कलाकृति को खरीदने, शिल्प नगरी के अधूरे निर्माण, कच्चे माल के कीमतो मे इजाफा, निश्चित बाजारो के अभाव आदि समस्याओं से अवगत कराया। इस पर कलेक्टर ने उन्हे जल्द से जल्द समस्याओं के निवारण का आश्वासन दिया।
    इस संबध मे कलेक्टर ने बताया कि प्रशासन हस्तशिल्प कारीगरो की समस्याओं को ध्यान मे रखते हुए कार्ययोजना बना रही है। प्रशासन का प्रमुख लक्ष्य आय मे वृद्धि कर कारीगरो को उनकी मेहनत उचित मूल्य प्रदान करना एवं उनकी आय मे वृद्धि करना है।कार्यालय अनुविभागीय कृषि अधिकारी द्वारा प्राप्त जानकारी अनुसार सरगीपाल पारा निवासी प्रवीण कुमार रामटेके जो कि अनुविभागीय कृषि विस्तार अधिकारी कार्यालय विकासखण्ड कोण्डागांव में सहायक ग्रेड-03 के पद पर पदस्थ है। अपने कर्तव्य से बिना पूर्व सूचना के अनुपस्थित रहने के कारण कार्यालय उपसंचालक कृषि द्वारा बारम्बार पत्र द्वारा सूचित किये जाने पश्चात भी वह कार्य मे उपस्थित नही हुए। उपरोक्त पत्रों की प्राप्ति के उपरांत भी कर्तव्य पर उपस्थित ना होने के कारण ऐसा स्पष्ट हुआ की प्रवीण कुमार रामटेके कार्य करने की इच्छुक नहीं है। ऐसे में उन्हे अतिंम सूचना द्वारा कार्य मे तत्काल उपस्थित होने की अनुशंसा की गई अन्यथा उनके विरूद्ध शासन को अनुशंसा पत्र जारी कर सेवा से पृथक करण की कार्यवाही की जावेगी।

  • क्वारंटाइन सेंटर से फरार हुए 7 लोग...मचा हड़कंप
    सूरजपुर: छत्तीसगढ़ में एक ओर जहां कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है, तो वहीं दूसरी ओर क्वारंटाइन सेंटरों से अलग-अलग घटनाएं सामने आ रही है। आज भी सूरजपुर जिले के एक क्वारंटाइन सेंटर से 7 लोगों के फरार होने की खबर सामने आई है। मामले की जानकारी होने के बाद जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है। बता दें कि इसी क्वारंटाइन में बीते दिनों कोरोना संक्रमित मरीज की पुष्टि की गई थी।