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  • प्रदेश के कई जिलों में भारी से अति भारी बारिश की संभावना, अलर्ट जारी
    रायपुर। छत्तीसगढ़ के कई जिलों में भारी से अति भारी बारिश को लेकर ऑरेंज और एलो अलर्ट जारी किया गया है। साथ ही आकाशीय बिजली भी गिर सकती है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 घंटों में बलौदाबाजार, धमतरी, गरियाबंद, जांजगीर-चांपा, महासमुंद, रायगढ़ और रायपुर में अलग-अलग स्थानों पर बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। इसके अलावा सरगुजा, जशपुर, बिलासपुर, मुंगेली, कोरबा, दुर्ग, बालोद, बेमेतरा, कबीरधाम, राजनांदगांव, कांकेर, बीजापुर और नारायणपुर जिलों के एक दो स्थानों में भारी बारिश के साथ बिजली गिरने की संभावना है। मौसम विभाग ने दुर्ग, बालोद और राजनांदगांव जिलों के एक दो जगहों में भी भारी से अति भारी बारिश और बिजली गिरने की संभावना जताई है। साथ ही कुछ जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
  • मुख्यमंत्री निवास में धूम-धाम के साथ हर्षोल्लास से मनाया गया तीजा-पोरा तिहार

    तीजा-पोरा त्यौहार में महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिला भेंड़िया ने स्वागत उद्धबोधन में कहा कि नारी शक्ति के सम्मान से ही देश महान बनेगा। उन्होंने मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल  का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में महिलाओं की शिक्षा, सुरक्षा तथा सशक्तिकरण के लिए मजबूती के साथ काम हुआ है। प्रदेश में संचालित विभिन्न महिला केन्द्रित योजनाओं से उनके उत्थान की राह आसान हुई है। इस मौके पर सांसद श्रीमती फूलोदेवी नेताम तथा दिल्ली से विशेष रूप तीजा पोरा मनाने आई सुश्री सुप्रिया श्रीनेत ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती किरणमयी नायक ने किया।

    इस अवसर पर राज्य खनिज विकास निगम के अध्यक्ष  गिरीश देवांगन, संसदीय सचिव श्रीमती संगीता सिन्हा, सुश्री शकुन्तला साहू, विधायक देवती कर्मा, श्रीमती सावित्री मंडावी, श्रीमती अनिता योगेन्द्र शर्मा सहित बड़ी संख्या में प्रदेशभर से आई महिलाएं उपस्थित थी।

  • छत्तीसगढ़ को एक और राष्ट्रीय पुरस्कार : जलजीवन सर्वेक्षण 2023 में उत्कृष्ट प्रदर्शन पर नारायणपुर जिले को केंद्रीय जलशक्ति मंत्रालय की ओर से मिला प्रशस्ति पत्र

    मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं और कार्यक्रमों को राष्ट्रीय स्तर पर लगातार सराहा जा रहा है। इसी कड़ी में एक और बड़ी उपलब्धि जुड़ गई है। नारायणपुर जिले को आकांक्षी जिले के अंतर्गत जलजीवन सर्वेक्षण 2023 में उत्कृष्ट कार्य के लिए प्रशस्ति पत्र से केंद्रीय जलशक्ति, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग ने सम्मानित किया है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने इस सम्मान के लिए नारायणपुर जिलावासियों को तथा इस कार्य में लगे जलजीवन मिशन के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को बधाई दी है।

    गौरतलब है कि बेहद कठिन बसाहटों वाले नारायणपुर जिले के गाँव-गाँव में हर ग्रामीण को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराना चुनौतीपूर्ण कार्य था। इसे सफलतापूर्वक आगे बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार ने आंकाक्षी जिले के अंतर्गत नारायणपुर जिले को सम्मानित किया। केंद्र सरकार द्वारा जलजीवन सर्वेक्षण 1 अक्टूबर 2022 से 30 जून 2023 तक कराया गया। इसमें आकांक्षी जिलों अंतर्गत नारायणपुर जिले का कार्य उत्कृष्ट पाया गया। इस जिले के लिए जलजीवन मिशन ने 30 हजार 322 परिवारों तक शुद्ध पेयजल पहुँचाने का लक्ष्य रखा था इसमें 18 हजार 72 घरों तक नल कनेक्शन पहुँचाया जा चुका है। 14 गाँव ऐसे हैं जहां शतप्रतिशत परिवारों को कनेक्शन दिया जा चुका है।

    उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देश पर पूरे प्रदेश में जलजीवन मिशन के अंतर्गत शुद्ध पेयजल पहुँचाने का काम मिशन मोड पर किया जा रहा है। मिशन संचालक जलजीवन मिशन श्री आलोक कटियार ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के सतत् मार्गदर्शन में जल जीवन मिशन के कार्यों में मानक गुणवत्ता के साथ वांछित प्रगति प्राप्त हुई है, वर्तमान स्थिति में राज्य द्वारा औसतन प्रतिदिन 7000 घरेलू कनेक्शन की उपलब्धि अर्जित की जा रही है तथा 60 प्रतिशत परिवारों को घरेलू कनेक्शन दिया जा चुका है। अब तक राज्य के कुल 422 ग्रामों को हर घर जल प्रमाणीकरण किया जा चुका है। उल्लेखनीय है कि नारायणपुर जिले में दो विकासखंड ओरछा और नारायणपुर है।  

    विकासखंड ओरछा का अधिकांश क्षेत्र अबूझमाड़ के अन्तर्गत आता है जो लगभग 4 हजार वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ पहाड़ एवं घने जंगलों से घिरा हुआ है। अभी तक इन क्षेत्रों का सर्वे भी नहीं हो पाया है। इस असर्वेक्षित क्षेत्र में 275 से अधिक ग्राम है, जिसके किसानों के हितों को देखते हुये मसाहती सर्वे के कार्य हेतु मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया था। मसाहती ग्रामों में सर्वे कार्य चल रहा है। जल जीवन मिशन अन्तर्गत सोलर पम्प आधारित पेयजल योजनाये इस जिले के दूर-दूर में फैले बसाहटों में निवासरत ग्रामीणों के लिए वरदान साबित हो रही हैं।

    उल्लेखनीय है कि राज्य में जलजीवन मिशन अंतर्गत राज्य के कुल 43 हजार 974 शाला (86.78 प्रतिशत), 41 हजार 719 आंगनबाड़ी केंद्र (83.39 प्रतिशत) एवं 5246 स्वास्थ्य केंद्र (97.86 प्रतिशत) में रनिंग वाटर उपलब्ध कराया जा चुका है। राज्य के शतप्रतिशत अर्थात 2470 आश्रम शालाओं में रनिंग वाटर की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। राज्य के 7 जिलों धमतरी, रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, मुंगेली, जांजगीर चांपा एवं सक्ती जिले में 70 प्रतिशत से अधिक घरेलू कनेक्शन प्रदान करने का लक्ष्य पूरा कर लिया गया है। दंतेवाड़ा जिले में 26 हजार 891 अर्थात 53.01 प्रतिशत ग्रामीण परिवारों को घरेलू नल कनेक्शन प्रदाय किया गया है। दंतेवाड़ा जिले के 19 ग्रामों में शतप्रतिशत परिवारों में नल कनेक्शन उपलब्ध कराया गया है तथा 5 गांव में हर-घर जल प्रमाणीकरण कराया जा चुका है।

    नारायणपुर जिले में 6 ग्रामों में हर घर जल उत्सव मनाकर प्रमाणीकरण कराया गया है। नारायणपुर जिले में हर घर जल पूर्ण करने के प्रयासों के अंतर्गत विकासखण्ड ओरछा के अंदरूनी ग्राम उदिदगांव, गुलुमकोड़ो, कोकोड़ी, कुंडला, खडकागांव, गुरिया एवं पल्ली आदि गांवों में कार्य पूर्णता पर है। जिले में सोलर आधारित 338 योजनायें पूर्ण की जा चुकी है, सुदूर वनांचल क्षेत्रों में सोलर आधारित पेयजल योजनाओं से निरंतर जलापूर्ति सुनिश्चित किया जा रहा है इस प्रकार नारायणपुर जिले के अंदरूनी एवं विद्युत विहीन ग्रामों में भी पेयजल सुविधा का लाभ मिल रहा है।
    श्री कटियार ने बताया कि जल जीवन मिशन के अंतर्गत नारायणपुर जिले के शत प्रतिशत परिवारों को अतिशीघ्र घरेलू नल कनेक्शन प्रदान कर प्रदेश के प्रथम हर घर जल जिला बनाये जाने हेतु हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं।

  • : सौर सुजला योजना से जिले के 5230 किसानों की जिंदगी में फैली हरीतिमा

    सौर सुजला योजना ऐसे समस्त किसानों जिनके पास जल स्त्रोत तो पूर्व से उपलब्ध था, किंतु बिजली कनेक्शन के अभाव में या तो डीजल अथवा अन्य महंगे ईंधन का उपयोग कर सिंचाई करते थे या सिंचाई के लिये सिर्फ वर्षा के जल पर आश्रित रहते थे। उनके लिए वरदान साबित हो रहा है। सौर सुजला योजना लागू होने के पश्चात से अब किसान सोलर पंप के माध्यम से अपने खेतों के साथ जिंदगी में भी हरियाली बिखेर रहे हैं। अब सिंचाई के लिए न तो आसमान की ओर ताकना पड़ता है और न ही विद्युत कनेक्शन का बाट जोहना पड़ता है। वे अब आसानी से अपने खेतों की सिंचाई कार्य कर पा रहे हैं। योजना के प्रारम्भ से अब तक जिला महासमुंद के कुल 5230 किसानों को योजना का लाभ मिला है।

    उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण (क्रेडा), ऊर्जा विभाग छ.ग. शासन के अधीन राज्य सरकार की अधिकृत नोडल एजेन्सी है। जिसके माध्यम से राज्य में अनेक गैर परम्परागत ऊर्जा आधारित परियोजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है। जिसके तहत सोलर रूफटॉप सौर संयंत्र, ऑन ग्रिड सौर संयंत्र, पेयजल हेतु सोलर ड्यूल पंप, कृषि प्रयोजन कार्य हेतु सोलर सिंचाई पंप के अलावा अनेक परियोजनाओं का क्रियान्वयन राज्य में किया जा रहा है। सौर सुजला योजना अंतर्गत राज्य के प्रत्येक वर्ग के किसानों को कृषि प्रयोजनों हेतु सिंचाई कार्यों के लिये राज्य शासन द्वारा अत्यंत आकर्षक अनुदान एवं रियायती दरों पर सोलर पम्प उपलब्ध कराए जा रहे हैं।

    महासमुंद जिले के ग्राम ठेलकादादर की महिला किसान श्रीमती रेवती पटेल की तरह 5 हजार और अन्य किसानों ने सोलर पम्प स्थापित कर आर्थिक समृद्धि के द्वार खोले हैं। श्रीमती रेवती बताती है कि योजना के तहत वर्ष 2023-24 में विकासखण्ड-पिथौरा के ग्राम - ठेलकादादर में अपने खेत में 03 एच.पी. क्षमता का सोलर पंप स्थापित किया है। जिससे वे खेतों में सब्जी उत्पादन कर कम समय में लगभग 45000 रुपए का लाभ ले चुकी है। उन्होंने बताया कि वे बिजली के अभाव में जल स्त्रोत होते हुए भी कृषि कार्य नहीं कर पाती थी या परंपरागत विद्युत कनेक्शन प्राप्त करने हेतु लाखों रूपये का व्यय होता था, अब इस योजना का लाभ लेकर अपने खेतों में विभिन्न प्रकार के फसलों का उत्पादन कर लाभ अर्जित कर रहें है।

    कार्यपालन अभियंता क्रेडा ने बताया कि योजना अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2023-24 हेतु इस योजना के तहत जिला महासमुंद को 650 नग सोलर पंप का लक्ष्य आबंटित किया गया है जिसके विरूद्व जिले में अब तक 231 सोलर पंप स्थापित किया जा चुका है। 3 एच.पी. क्षमता के सोलर पम्प स्थापना हेतु सामान्य वर्ग के लिए 18 हजार, अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए 12 हजार, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के लिए 7-7 हजार रुपए लागत एवं हितग्राही अंश राशि का प्रावधान है। वहीं 5 एचपी पम्प स्थापना के लिए सामान्य वर्ग हितग्राहियों के लिए 20 हजार, अन्य पिछड़ा वर्ग 15 हजार, अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के हितग्राहियों के लिए 10 हजार रुपए अंशदान देना होता है। प्रोसेसिंग शुल्क के रूप में एक रूपए प्रति वॉट की दर से अतिरिक्त देय होगा।

  • डेंगू के इलाज के नाम पर 77 लाख रुपए फर्जीवाड़ा करने वाले 25 अस्पतलों को भेजा गया नोटिस
    रायपुर। छत्तीसगढ़ में एक ओर डेंगू लोगों के लिए मुसीबत बनी हुई है । डेंगू के मरीज बड़ी संख्या में अस्पताल पहुंच रहे हैं और स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत बनाए गए कार्ड से निजी एवं सरकारी अस्पतालों में अपना इलाज करा रहे हैं। वही डेंगू कुछ निजी अस्पतालों के लिए बड़ा फर्जीवाड़ा का जरिया बन चुका है। स्वास्थ्य बीमा योजना की राशि पाने के लिए कुछ निजी अस्पतालों ने भ्रष्टाचार की सभी सीमाओं को लांघ कर डेंगू के इलाज के नाम पर फर्जीवाड़ा करने लगे हैं। जिसका आज राजधानी रायपुर में बड़ा खुलासा हुआ है। बुखार के 220 मरीजों को डेंगू पीड़ित बताकर भर्ती कर लिया गया था। उसके बाद आयुष्मान योजना के तहत 35-35 हजार के हिसाब से स्वास्थ्य विभाग से 77 लाख का क्लेम मांगा गया। केवल 3 मरीजों का हुआ टेस्ट पिछले महीने प्रदेश में वायरल फीवर फैला हुआ था तब शहर और आउटर के 25 से ज्यादा अस्पतालों में मरीजों को डेंगू पीड़ित बताकर भर्ती कर किया गया था। मरीजों को क्लेम देने के पहले स्वास्थ्य विभाग ने उन अस्पतालों से मरीजों की अलाइजा टेस्ट रिपोर्ट मांगी तब यह फर्जीवाड़ा सामने आया। स्वास्थ्य विभाग को किसी भी नर्सिंग होम के डाक्टरों ने रिपोर्ट नहीं दी। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने मामले की जांच करवाई तो पता चला कि 220 में केवल 3 मरीजों का ही एलाइजा टेस्ट करवाया गया है। अस्पतालों को महामारी एक्ट के तहत जारी किया नोटिस उसके बाद स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय से 25 अस्पतालों को महामारी एक्ट के तहत नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। इस एक्ट के तहत गलत जानकारी देने या बीमारी को लेकर लापरवाही बरतने में एक माह तक की सजा का प्रावधान है। नोटिस में पूछा है कि उनकी ओर से मरीज को डेंगू की पुष्टि के लिए कौन सी जांच करवाई गई। शक है कि केवल क्लेम पाने के लिए साधारण बुखार के मरीजों को गलत जानकारी देकर भर्ती कर लिया गया। डेंगू पीड़ि​तों के लिए एलाइजा टेस्ट जरूरी गौरतलब है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की डेंगू को लेकर स्पष्ट गाइड लाइन है। उसके तहत एलाइजा टेस्ट के बिना किसी भी मरीज को डेंगू पीड़ि​त नहीं माना जा सकता। मरीज में डेंगू के ​लक्षण देखकर उसी गाइड लाइन से इलाज को शुरू करना है, लेकिन इसी दौरान वायरोलॉजी लैब में एलाइजा टेस्ट करवाना जरूरी है। प्राइवेट नर्सिंग होम के संचालकों ने इसका पालन नहीं किया है।
  • रायपुर : मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल राजधानी रायपुर स्थित अपने निवास में आयोजित तीजा पोरा तिहार में सपरिवार शामिल होने पहुंचे

    मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल राजधानी रायपुर स्थित अपने निवास में आयोजित तीजा पोरा तिहार में सपरिवार शामिल होने पहुंचे।

    मुख्यमंत्री ने सभी का अभिवादन स्वीकारा और तीजा-पोरा तिहार की बधाई दी

    सपरिवार भगवान शंकर और माता पार्वती की पूजा-अर्चना कर रहे है मुख्यमंत्री

    पोरा तिहार के विशेष अवसर पर की किसानों के महत्वपूर्ण औजार हल और नांदी बैला की पूजा

    किसानों सहित प्रदेश की खुशहाली की कामना की

  • रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का तीजा-पोरा तिहार पर संबोधन

    मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का तीजा-पोरा तिहार संबोधित कर रहे है ।

    मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा कि हर साल की तरह पोरा तिहार के अवसर पर हम अपनी बहनों को अपने निवास में आमंत्रित करते हैं । आप सभी बड़े उत्साह के साथ आए, आप सभी को तीजा पोरा तिहार की बहुत शुभकामनाएं ।

    प्रदेश में जो भी अतिथि आते हैं, महिलाओं को लेकर उनकी धारणाएं बदली है, छत्तीसगढ़ की महिलाएं जागरूक है और वह सक्रियता के साथ सभी गतिविधियों में भाग लेती हैं।  इसलिए जब आप प्रदेश की सारी योजनाएं देखेंगे तो पाएंगे कि इन्हें महिलाओं को केंद्र में रखकर बनाई गई है। छत्तीसगढ़ सरकार ने किसान न्याय योजना, श्रमिक हितैषी योजना, गोधन न्याय योजना जैसी योजनाएं से लगभग 1 लाख 75 हज़ार करोड़ सीधे प्रदेशवासियों के खाते में भेजी गई है।

    उन्होंने कहा कि तीजा के अवसर पर ऐसा मानते है कि जब महिलाएं मायके जाती है तब बारिश होती है। आप देख रहे हैं कि पिछले दो-तीन दिन से अच्छी बारिश हो रही है।  पिछले 5 सालों में हमारे प्रदेशवासियों और आप बहनों के अकाल-दुकाल नहीं पड़ा है।

    मुख्यमंत्री ने बताया कि हमने हाल ही में निर्देश जारी किए हैं कि महिलाओं के विरुद्ध अपराध करने वालों को सरकारी नौकरी नहीं मिलेगी। हमने प्रदेश में महिलाओं का मान बढ़ाया है।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में पहली बार शासकीय अंग्रेजी स्कूल खोला है, जहां गरीब परिवार के बच्चों को अंग्रेजी माध्यम में पढ़ने का मौका मिला है। हमारा लगातार प्रयास है कि हम सब लोगों को आर्थिक रूप से संपन्न बनाएं। उन्होंने कहा कि आज महिलाएं घर ही नहीं संभाल रही है बल्कि मोर्चा भी संभाल रही हैं। महिलाएं सर्च ऑपरेशन में जाती है। ऐसा ट्रूप बना है जो इस काम को बखूबी अंजाम दे रही है।

  • छत्तीसगढ़ में CBI का छापा, 10 घंटों तक टीम ने खंगाले रिकॉर्ड … दफ्तर सील
    दुर्ग। छत्तीसगढ़ में लगातार ED और आईटी जैस सेन्ट्रल एजेंसियां सक्रिय हैं और ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही हैं। वहीँ अब सीबीआई ने भी प्रदेश में दबिश दी है। CBI ने भिलाई-3 में छापा मारा है। पुरैना में रेलवे के पीपी यार्ड मे सीबीआई की तीन सदस्यीय टीम ने दबिश दी थी जिसके बाद 10 घंटे तक सभी रिकॉर्ड खंगालने और कर्मचारियों से पूछताछ करने के बाद वहां के दफ्तर को सील कर दिया है।जानकारी के मुताबिक सुबह से लेकर देर रात तक टीम पीपी यार्ड में मौजूद रही। यहां के इंचार्ज छुट्टी पर थे, इसलिए उनकी गैर मौजूदगी में मातहत अधिकारियों के सामने दस्तावेज खंगाले जाते रहे। इसके साथ साथ दूसरे अधिकारियों से भी पूछताछ की।इस दौरान कर्मचारियों से भी पूछताछ हुई। लगभग 10 घंटे तक पूछताछ करने के बाद सीबीआई ने ऑफिस सील कर दिया और वापस लौट गए। कहा जा रहा है कि आज गुरुवार को फिर से सीबीआई की टीम भिलाई 3 के रेलवे यार्ड पहुंचेगी और अपनी जांच को आगे बढ़ाएगी।
  • भारी बारिश : नदी नाले उफान पर, कवर्धा-बिलासपुर नेशनल हाईवे बंद
    कवर्धा। छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले में बुधवार देर रात तक भारी बारिश हुई। इसके चलते कई नदी नाले उफान पर हैं। पंडरिया के हरिनाला पुल के ऊपर से पानी बहने लगा है। इसके कारण कवर्धा-बिलासपुर नेशनल हाईवे बंद हो गया है। आज यानी गुरुवार सुबह 5 बजे से इस पुल में पानी आना शुरू हो गया था। आज सुबह 6 बजे से पुल पर पानी पूरी तरह से आने के कारण यह हाईवे सड़क बंद हो गया। वर्तमान में अब लोग कवर्धा से बिलासपुर जाने के लिए ग्राम जोराताल से नेवारी होते हुए प्रतापपुर से ग्राम कुंडा और पोंडी-सारंगपुर चौराहा होते हुए ग्राम कुंडा की ओर से बिलासपुर की ओर जा रहे हैं। दूसरी ओर जिले में इस साल अब तक 669.8 मिमी बारिश हो चुकी है।
  • छत्तीसगढ़ में आज धूमधाम से मनाया जाएगा तीजा-पोरा, मुख्यमंत्री निवास में होगा भव्य आयोजन …
    रायपुर। छत्तीसगढ़ के पारंपरिक ‘तीजा- पोरा पर्व’ के अवसर पर हर वर्षाे की तरह इस वर्ष भी आज दोपहर 11 बजे से मुख्यमंत्री निवास में भव्य उत्सव का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए यहां जोर-शोर से तैयारियां चल रही हैं। तीन दिनों तक चलने वाले पारंपरिक तीजा- पोरा पर्व का उत्साह पूरे छत्तीसगढ़ में अब जोरों पर दिखाई पड़ रहा है। बाजारों में रौनक है और तिजहरिन माता-बहनें, किसान भाई और आम जन इस त्यौहार को पूरे उत्साह के साथ मनाने हेतु तैयारियों में जुटे हुए हैं। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री बघेल ने छत्तीसगढ़िया संस्कृति के महत्वपूर्ण पर्वों को अपने निवास में मनाने की शुरूआत की है। इसी कड़ी में तीजा-पोरा पर्व की तैयारियां मुख्यमंत्री निवास में की गई है। कल रात मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की धर्मपत्नि मुक्तेश्वरी बघेल ने स्वयं पर्व की तैयारियां का जायजा लिया। इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेंड़िया और छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक भी उपस्थित थीं। ठेठ पारंपरिक अंदाज में मुख्यमंत्री निवास के प्रांगण को सजाया गया है। यहां का पूरा माहौल उत्सव के अनुरूप रंग- बिरंगा और हमारी छत्तीसगढ़िया संस्कृति की झलक दिखाता हुआ नजर आ रहा है। साज-सज्जा में नंदी बैल के मॉडल इस प्रांगण में जगह- जगह सजे नजर आ रहे हैं, जो समृद्धि और खुशहाली का एहसास दिला रहे हैं। सूपा और टोकनी पर रंगों की खूबसूरत कारीगरी के साथ इन्हें जगह-जगह बेहद निराले अंदाज में सजाया गया है। रंग-बिरंगे तोरण और पारंपरिक कलाकारी, उत्सव की थीम के अनुरूप यहां की खूबसूरती को बढ़ा रही है। मुख्यमंत्री निवास का माहौल ठेठ छत्तीसगढ़िया तीजा- पोरा वाला दिखाई पड़ रहा है।
  • दो मिनी बस में भिड़ंत, कई यात्री घायल
    गरियाबंद। जिले से सड़क दुर्घटना की खबर सामने आई है. नेशनल हाइवे 130 से में पोड़ मोड़ के पास यात्रियों से भरी दो मिनी बस आपस में टकरा गई. हादसे में दर्जनों यात्रियों के घायल होने की खबर है. घटना की जानकारी मिलते ही मौके के लिए 108 एंबुलेंस रवाना हो गई है. यह मामला पंडुका थाना क्षेत्र का है. बताया जा रहा है कि यह हादसा वाहन चालकों को ऐंठबाजी के चलते हुई है. सड़क में साइड देते वक्त चालकों ने लापरवाही की. जिससे यह हादसा हुआ है. फ़िलहाल घटना की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंच कर जांच कर रही है. वहीं घायलों को अस्पताल भेजा जा रहा है.
  • 8 सूत्रीय मांगों को लेकर छत्तीसगढ़ में आज सभी निजी स्कूल बंद
    रायपुर। छत्तीसगढ़ में आज सभी निजी स्कूल बंद रहेंगे. राज्य के प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन की तरफ से स्कूल बंद रखने का फैसला लिया गया है. जिसमें लगभग 27 जिलों के 9 हजार निजी स्कूल बंद रहेंगे. छत्तीसगढ़ प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने बताया है कि निजी स्कूलों का तकरीबन आरटीई का 250 करोड़ रूपये स्कूल शिक्षा विभाग ने रोक रखा है जो अब तक जारी नहीं किया गया है. जिससे निजी स्कूल संचालकों को स्कूल चलाने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इसके साथ ही 8 सूत्रीय मांगों को लेकर एसोसिएशन हड़ताल कर रहा है. छत्तीसगढ़ प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष राजीव गुप्ता ने बताया कि हमारी मांग है कि पिछले 12 सालों से मिल रही आरटीई की राशि बढ़ाई जाये, सारे स्कूलों के खातों को PMAFA से जोड़ा जाए. इसके अलावा प्राइवेट स्कूल की छात्राओं को सरस्वती साईकल योजना का लाभ मिले और स्कॉलरशिप की राशि बढ़ाई जाए. अभिलंब जो राशि जो करीब 200 करोड़ से ऊपर रुकी हुई है वो प्रदान की जाए. ऐसे 8 सूत्रीय मांगों को लेकर स्कूल शिक्षा विभाग के खिलाफ एसोसिएशन ने मोर्चा खोल दिया है और प्रदेशभर में एक दिन के लिए स्कूल बंद की हड़ताल की जा रही है. एसोसिएशन के अध्यक्ष राजीव गुप्ता का कहना है अगर एक दिन की हड़ताल की बाद भी मांगें नहीं मानी गई तो आगे चरणबद्ध आंदोलन की जाएगी. वहीं 21 सितंबर को एसोसिएशन बड़ा आंदोलन करेगा.