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  • गणेश चतुर्थी सहित 5 दिन बंद रहेंगे मांस-मटन विक्रय
    रायपुर। 19 सितंबर गणेश चतुर्थी, 20 सितंबर पर्युषण पर्व, 25 सितंबर डोल ग्यारस, 28 सितंबर अनन्त चतुर्दशी, 30 सितंबर पर्युषण पर्व में संवत्सरी व उत्तम क्षमा के अवसर पर रायपुर परिक्षेत्र में स्थित पशु वध शाला गृह एवं मांस - मटन विक्रय पूरी तरह से बंद रहेंगे। नगर पालिक निगम रायपुर के स्वास्थ्य विभाग द्वारा उक्त आदेश जारी किया गया है। उक्त अवसर पर किसी भी दुकान में मांस विक्रय करते पाये जाने पर मांस जब्त कर कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
  • बीजापुर में बदलाव आया है। बीजापुर के लोगों में विश्वास बढ़ा है। मुख्यमंत्री  बघेल

    सभी ढोल बजाकर नाचते गाते आ रहे थे। कितना उत्साह का क्षण है। आज बीजापुर जिले में बहुत सारे कार्यों का लोकार्पण हुआ। लगभग 557 करोड़ के 252 कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया गया है। आप सभी को इसके लिए बधाई और शुभकामनाएं।

    . 5 साल पहले जब यहां मुझे बुलाया जाता था तो सड़क मार्ग से आते थे, कार्यक्रम में भाषण देते हुए धीरे से कोई कहता था भैया ! जल्दी खत्म करो वापस जाना है। लेकिन आज बीजापुर बदल रहा है। बीजापुर में बदलाव आया है। बीजापुर के लोगों में विश्वास बढ़ा है।

    . आज स्थिति में बड़ा बदलाव आया है। बड़ी संख्या में कैंप खुले हैं जो इससे पहले कभी नहीं खुले थे। इतनी सड़कें बनी हैं जो पहले कभी नहीं बने थे। बहुत सारे मोटरसाइकिल खरीदे गए, जो पहले नहीं थे। 1000 से अधिक ट्रैक्टर खरीदे गए हैं, जो पहले नहीं थे।

    . पहले जब मैं भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में आया था, यहां के लोग दो ही चीज मांगते थे। या तो हमारे यहां धान खरीदी केंद्र, बैंक खोल दो और दूसरा स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोल दो।

    . आज भी धान खरीदी केंद्र की मांग आई है क्योंकि खेती के रकबे में वृद्धि हुई है। किसानों की संख्या में वृद्धि हुई है। धान जितना पहले खरीदते थे उससे दो गुना, ढाई गुना धान आज बीजापुर जिले में हो रहा है।

    . 14-14 स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी स्कूल खुला है। जो स्कूल बंद थे, वह फिर से शुरू हो गए हैं। लगभग 300 स्कूल बंद थे, आज 200 से स्कूल अधिक प्रारंभ हो गए हैं।

    . पहले सरकारी नौकरी में भर्ती की बात दूर थी, लोग पढ़ाई नहीं कर पाते थे। आज बस्तर फाइटर में अकेले बीजापुर से 300 नौजवानों को नौकरी मिली है। शिक्षकों की भर्ती हुई है।

    . पहले गरीबों तक राशन तक नहीं पहुंच पाता था। अंदरूनी क्षेत्रों कोई राशन कार्ड नहीं, कोई सामग्री नहीं मिलती थी। मुझे कलेक्टर साहब ने बताया कि इन 5 वर्षों में अंदरूनी क्षेत्रों में भी 20 हजार से अधिक राशन कार्ड बने।

    . आज 20 से अधिक अस्पताल खुल गए हैं। इलाज हो रहा है, डॉक्टर तैनात है। बीजापुर में ऑपरेशन हो रहे हैं, स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ी हैं। इससे बड़ी बात क्या होगी।

    . आम जनता की सुविधा बढ़ी है। हमारे आदिवासियों को पट्टा नहीं मिल पाता था हमने व्यक्तिगत, वनाधिकार और सामुदायिक पट्टे दिए। देवगुड़ी का भी हमने सामुदायिक पट्टा दिया। देवताधामी के लिए भी हमने पट्टा दे दिया। पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति के लोगों के लिए पट्टा जारी किया है। सोलर पंप लगे हैं। लाइट पहुंच रही हैं।

    . स्वास्थ्य के क्षेत्र में, शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा काम बीजापुर में हुआ है। उससे बड़ी बात यह है कि किसानों का कर्ज माफ हुआ है।

    . खेती किसानी में लोगों का रुझान बढ़ा है। उत्पादन बढ़ा है। पिछले साल भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में आए थे, ऐसे तालाब जो पुराने राजा, महाराजाओं के समय में बने थे सबके संधारण कार्य के लिए पैसा मांगा गया। हमने सभी  तालाबों के संधारण की स्वीकृति दी।

    . चाहे बीजापुर हो या भोपालपट्टनम हो, सब जगह खेती अच्छे से हो रहा है सबके चेहरे पर प्रसन्नता है। पहले जिन चेहरों पर तनाव थे, आज उन चेहरों पर हंसी है। शाम को कहीं मीटिंग हो तो घर जाना भी मुश्किल हो जाता था, अब बड़ा परिवर्तन आया है।

    . पहले यहां साइकिल का शोरूम भी दुर्लभ था, वहां आज आठ-आठ ट्रैक्टर के शोरूम हैं। मोटरसाइकिल के शोरूम खुल रहे हैं, क्योंकि आज बिक्री हो रही है।

    . यहां 170 पंचायत हैं, हजारों गांव है। हर पंचायत में आज ट्रैक्टर हैं। बहुत बड़ी बात है। 5 साल में यहां सरकार ने जो परिवर्तन लाया है वह बहुत बड़ी बात है। पहले ढाई हजार में तेंदूपत्ता बेचते थे आज 4000 में बेच रहे हैं, महुआ, कोदो-कुटकी रागी आज बेचा जा रहा है।

    . पहले कपड़े बाहर से आते थे।  इन पांच वर्षों में यहां कपड़े बनने लगे, प्रोसेसिग यूनिट्स लगे। लोगों की आय में वृद्धि हुई है। लोगों की शिक्षा में सुधार हुआ है। स्वास्थ्य में सुधार हुआ है। जो हमारे आस्था के केंद्र है उसे हमने विकसित करने का काम किया है।

    . लोगों की शिक्षा में, स्वास्थ्य में सुधार हुआ है। आस्था को संजोने का काम भी कर रहा है। आज तीजा है इसकी छुट्टी हमने घोषित की है। हमने आपका विश्वास भी अर्जित किया है।

    . जल, जंगल जमीन पर जो आपका हक था वो आपको मिल रहा है। लगातार रोजगार देने की कोशिश हम लोग कर रहे हैं। महिला समूहों को रोजगार से जोड़ा जा रहा है। आपके जिले में 6 करोड़ रुपए का गोबर बेचा गया है।

    . हमने पेसा कानून लागू किया। इस प्रकार से दुर्गम से दुर्गम क्षेत्रों में आवागमन की सुविधा हम लोग उपलब्ध करा रहे हैं। आज बहुत से अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार किया।

    . हास्टल के बच्चों की आदान राशि में हमने वृद्धि की। ओल्ड पेंशन लागू किया। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं के मानदेय में वृद्धि की। सभी वर्गों के लिए हमने काम किया है। बस्तर विकास की ओर चल पड़ा है। आदिवासियों की जमीन आपसे छीनी गई थी। इसे वापस किया गया है।

    . बच्चे अभी मुझे पोयम सुना रहे थे। फर्राटे से इंग्लिश बोल रहे थे। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के जिन स्कूलों में गोलियों की आवाज आती थीं वहां बच्चे पोयम गा रहे हैं।

  • छत्तीसगढ़ की अस्मिता, स्वाभिमान और सम्मान की प्रतीक हैं छत्तीसगढ़ महतारी : सीएम बघेल
    बीजापुर।  18 सितंबर 2023/ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने एक दिवसीय बीजापुर प्रवास के दौरान कलेक्टर कार्यालय परिसर में छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा का अनावरण किया और पुष्पार्पित कर उन्हें नमन किया। मुख्यमंत्री बघेल ने प्रतिमा अनावरण के उपरांत कहा कि, छत्तीसगढ़ महतारी, छत्तीसगढ़ की अस्मिता, स्वाभिमान और सम्मान का प्रतीक हैं। उन्होंने कहा कि, सभी जिलों में छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा लगाई जा रही है ताकि लोगों में अपनी संस्कृति को लेकर चेतना जागृत की जा सके। अपने तीज-त्यौहार, लोक परम्पराओं को जानने-समझने का भावी पीढ़ी को पर्याप्त अवसर मिले, यही हमारा प्रयास है मुख्यमंत्री श्री बघेल ने आगे कहा कि , छत्तीसगढ़ सरकार अपनी संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए संकल्पित होकर कार्य कर रही है। छत्तीसगढ़ के परंपरागत तिहारों का आयोजन किया जा रहा है। तीजा-पोरा, अक्ती, हरेली, छेरछेरा जैसे लोक जीवन के तिहारों को व्यापक स्तर पर मनाने की सार्थक पहल हुई है। बोरे-बासी को आज पूरा देश जानने लगा है। आदिवासी नृत्य महोत्सव, देवगुड़ी का कायाकल्प, आदिवासी परब सम्मान निधि जैसी पहल के माध्यम से जनजातीय संस्कृति को सम्मान दिलाने का काम किया गया है। इस अवसर पर उद्योग, वाणिज्य कर एवं आबकारी मंत्री तथा बीजापुर जिले के प्रभारी मंत्री श्री कवासी लखमा,विधायक श्री विक्रम मंडावी जिला पंचायत अध्यक्ष श्री शंकर कुड़ियम, उपाध्यक्ष श्री कमलेश कारम ,जिला पंचायत सदस्य श्रीमती नीना रावतिया उद्दे, एवं कलेक्टर श्री राजेन्द्र कुमार कटारा सहित जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी गण,उपस्थित रहें।
  • ग्राम पंचायत दोदेखुर्द में धरसीवां विधायक अनिता योगेंद्र शर्मा ने 24 लाख के विकास कार्यों किया  भूमिपूजन और लोकार्पण........

    रायपुर । धरसीवा विधायक अनिता योगेंद्र शर्मा के द्वारा आज ग्राम पंचायत दोदेखुर्द सी सी रोड 12 लाख का लोकार्पण और देवागन समाज सामुदायिक भवन 6.5 लाख रुपए, रामायण समिति सामुदायिक भवन 3 लाख, सतनामी समाज रंगमंच 2 लाख रुपए सहित कुल 24 लाख विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया।

    विधायक अनिता योगेंद्र शर्मा ने कहा क्षेत्र में समाजिक भवन की मांग थीं जिसे पुरा करते आज भूमिपूजन किया सभी कार्यों से ग्रामीणोंजनो का लाभ होगा और निश्चित ही देवागन समाज और सतनामी समाज के इन सामाजिक भवन बनने से सामाजिक रूप से एवं विभिन्न प्रकार की आयोजनों से निश्चित ही समझ में एकता और आपसी भाईचारा बढ़ेगा और समाज प्रगति की ओर बढ़कर क्षेत्र प्रदेश एवं देश में नाम रोशन करेगे साथ ही सरकार के द्वारा अनेक जन हितैषी योजनाओं के माध्यम से आज कार्य हो रहा है जिससे समाज के हर वर्ग को आर्थिक रूप से समृद्ध किया जा रहा है गांव गांव में गौठान बनाकर सरकार ने महिलाओं को स्वावलंबी बनाया है साथ ही महात्मा गांधी रूलर इंडस्ट्रियल पार्क रीपा के माध्यम से गांव के महिलाएं युवा सभी को  रोजगार देने का कार्य प्रदेश सरकार कर रही है जिससे समाज के निचले स्तर में आर्थिक रूप से मजबूती आ रही है और इसी मजबूती के कारण आज प्रदेश खुशहाली के ओर बढ़ रहा हैं और छत्तीसगढ़ की पहचान एक समृद्ध प्रदेश के रूप में हो रही हैं।
    इस कार्यक्रम के अवसर में मुख्य रूप से क्षेत्र के समस्त जनप्रतिनिधि एवं कांग्रेस जन और ग्रामवासी भारी संख्या में उपस्थित रहे।

  • मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने बीजापुर स्थित कलेक्टर कार्यालय परिसर में छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा का किया अनावरण

    मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने अपने एक दिवसीय बीजापुर प्रवास के दौरान  कलेक्टर कार्यालय परिसर में छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा का अनावरण किया और पुष्पार्पित कर उन्हें नमन किया। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने प्रतिमा अनावरण के उपरांत कहा कि छत्तीसगढ़ महतारी, छत्तीसगढ़ की अस्मिता, स्वाभिमान और सम्मान का प्रतीक हैं। उन्होंने कहा कि सभी जिलों में छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा लगाई जा रही है ताकि लोगों में अपनी संस्कृति को लेकर चेतना जागृत की जा सके। अपने तीज-त्यौहार, लोक परम्पराओं को जानने-समझने का भावी पीढ़ी को पर्याप्त अवसर मिले, यही हमारा प्रयास है।

        मुख्यमंत्री श्री बघेल ने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार अपनी संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए संकल्पित होकर कार्य कर रही है। छत्तीसगढ़ के परंपरागत तिहारों का आयोजन किया जा रहा है। तीजा-पोरा, अक्ती, हरेली, छेरछेरा जैसे लोक जीवन के तिहारों को व्यापक स्तर पर मनाने की सार्थक पहल हुई है। बोरे-बासी को आज पूरा देश जानने लगा है। आदिवासी नृत्य महोत्सव, देवगुड़ी का कायाकल्प, आदिवासी परब सम्मान निधि जैसी पहल के माध्यम से जनजातीय संस्कृति को सम्मान दिलाने का काम किया गया है।

        इस अवसर पर उद्योग, वाणिज्य कर एवं आबकारी मंत्री तथा बीजापुर जिले के प्रभारी मंत्री  कवासी लखमा,विधायक  विक्रम मंडावी जिला पंचायत अध्यक्ष  शंकर कुड़ियम, उपाध्यक्ष श्री कमलेश कारम ,जिला पंचायत सदस्य श्रीमती नीना रावतिया उद्दे, एवं कलेक्टर  राजेन्द्र कुमार कटारा सहित जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी गण,उपस्थित थे।

  • रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने ईटपाल स्थित बीजापुर गारमेंट फैक्ट्री का किया लोकार्पण

    मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने ईटपाल स्थित बीजापुर गवर्नमेंट फैक्ट्री का लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने गारमेंट फैक्ट्री में चल रहे कपड़ा निर्माण के कार्यों का निरीक्षण भी किया और यहां कार्यरत महिलाओं से बात की। श्री बघेल ने फैक्ट्री से हरी झंडी दिखाकर बाजार के लिए तैयार उत्पादों की पहली खेप को रवाना किया।

    बीजापुर जिले में निवासरत ग्रामीणों की आजीविका का मुख्य स्त्रोत कृषि एवं वन आधारित है। तथा जिले में उद्योग नहीं होने के कारण ग्रामीण अन्य राज्यों में रोजगार के लिए पलायन को देखते हुए जिला प्रशासन बीजापुर द्वारा स्थिर आजीविका एवं महिला सशक्तिरण के लिए व्यवसायिक मॉडल के रूप में गारमेंट फेक्ट्री की स्थापना की गई। जो जिला प्रशासन द्वारा कम से कम लागत में ज्यादा से ज्यादा हितग्राहियों को रोजगार प्रदान करने व्यवसायिक मॉडल का एक उदाहरण है। जिसमें गारमेंट आधारित उद्योग ही कम समय कम लागत में स्थापित कर ज्यादा से ज्यादा हितग्राहियों को रोजगार दिया जा सकता है।

    गारमेंट फैक्ट्री की स्थापना के लिए देश के बड़े गारमेंट ब्रांड मिंत्रा, मैक्स, डिक्सी इत्यादि कंपनियों से चर्चा की गई है। जिसमें डिक्सी एवं मिंत्रा कंपनी के प्रतिनिधियों द्वारा जिले का भ्रमण किया गया और फैक्ट्री स्थापना की सहमति बनी। इस प्रकार गारमेंट फैक्ट्री को 6 करोड़ 90 लाख 27 हजार रुपए की लागत से बनाया गया है।

    गारमेंट फैक्ट्री में काम करने के लिए 800 महिलाओं की काउंसलिंग कर 200 हितग्राहियों को प्रशिक्षण प्रारंभ दिया गया।जून 2023 में डिक्सी कंपनी के साथ 05 वर्षों का अनुबंध कर 70 महिलाओं के साथ जिला परियोजना लाईवलीहुड कॉलेज में बनियान प्रॉडक्शन प्रारंभ करने का निर्णय लिया गया।

  • सिख समाज को सिर्फ लंगर लगाना ही नहीं मोर्चा लगाना भी आता है
    *सिख समाज को सिर्फ लंगर ही नहीं मोर्चा लगाना भी आता है* भिलाई निवासी मलकीत सिंह नामक युवक की निर्मम हत्या के विरोध में आज दुर्ग और भिलाई बंद का आवाहन सिख समाज द्वारा किया गया, जिसमें शामिल होने दुर्ग भिलाई समेत रायपुर एवं अन्य जिलों से सिख समाज के लोग भिलाई दुर्ग पहुंचे और सब ने एक मत से विरोध प्रकट करते हुए मलकीत सिंह के हत्यारे को फांसी दिए जाने की मांग की | साथ ही शासन से मुआवजा राशि एवं मलकीत सिंह की पत्नी को सरकारी नौकरी के साथ-साथ उनके बच्चों की पढ़ाई की व्यवस्था करने की भी बात कही | छत्तीसगढ़ सिक्ख काउंसिल के प्रदेश अध्यक्ष अमरजीत छाबड़ा ने अपने संबोधन में कहा कि सिक्ख सिर्फ लंगर लगाना ही नहीं मोर्चा लगाना भी जानते हैं अगर शासन प्रशासन ने सिख समाज की बात नहीं मानी तो भविष्य में पूरा छत्तीसगढ़ को बंद कर विरोध प्रकट किया जाएगा | भिलाई में सिक्ख युवक मलकीत की नृशंस हत्या हुई मुख्यमंत्री और गृहमंत्री के क्षेत्र में अपराधियों देश विरोधी तत्वों के हौसले इतने बुलंद की सिर्फ हिंदुस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने पर मलकीत को चाकू और लात घुसो से इतना मारा की उसकी मौत हो गई, प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार जब मलकीत पर 7 से ज्यादा लोग टूट पड़े और वह बुरी तरह जख्मी होकर गिर पड़ा तो अपराधियों ने उसके शरीर पर खड़े होकर नक्सलियों तालिबानियों की तरह नृत्य किया, यह बेहद दुखदाई घटना का संकेत है, हमारा प्रदेश किस तेजी से अपराध के गर्त में समाता जा रहा है | सिख समाज ने भिलाई जाकर पीड़ित परिवार से मुलाकात की और उन्हें संबल दिया की पूरा छत्तीसगढ़ सिक्ख समाज आपके साथ है छत्तीसगढ का प्रत्येक राष्ट्रवादी आपके साथ है | CG 24 News
  • Teej 2023:पति की दीर्घायु के लिए : आज हरतालिका तीज का व्रत करेंगी महिलाएं, जानिए शुभ मुहूर्त और पूजा विधि से लेकर सबकुछ
    छत्तीसगढ़ और छत्तीसगढ़ियों का मुख्य त्यौहार तीजा तिहार आज है. क्या आपको पता है कि तीजा त्यौहार क्यों, कब और कैसे मनाया जाता है. अगर नहीं तो आज हम आपको बताएंगे तीजा त्यौहार का क्या महत्व है और इसे क्यों और कैसे मनाया जाता है. यह त्यौहार भादो माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है. तृतीया होने के कारण इसको तीजा कहते हैं छत्तीसगढ़ के आदि संस्कृति से परिपूर्ण बस्तर में तीजा को तीजा जगार के रूप में मनाते हैं. यहां महादेव और बालीगौरा (गंगा माता) के मिट्टी प्रतिमा का पूजन किया जाता है और महादेव व बालीगौरा की कथा, गुरुमाएं (पुजारिन महिलायें) द्वारा धनकुल वाद्ययंत्र ऐसा यंत्र जिसमें मटके के ऊपर सूपा और सूपा के ऊपर तीर रखकर बांस की झिरनी काडी (लकड़ी) से बजाकर गाया जाता है. बस्तर के साहित्यकार हरिहर वैष्णव जी ने “तीजा जगार”को बहुत सुंदर ढंग से लिखा है. इस कथा में महादेव और बाली गौरा का विवाह (गंगा माता), महादेव द्वारा बाली गौरा को अपनी जटा में धारण करना, माता पार्वती द्वारा बाली गौरा का परीक्षा लेना और माता पार्वती द्वारा बाली गौरा को प्रेम भाव से स्वीकार करना सुनाने को मिलता है. यह कथा रातभर चलती है शुभ मुहूर्त हरतालिका तीज का आरंभ 17 सितंबर को सुबह 11 बजकर 8 पर होगा और इसका समापन दोपहर में करीब 12 बजकर 39 मिनट पर होगा। उदया तिथि की मान्‍यता के अनुसार यह व्रत 18 सितंबर को रखा जाएगा। हर‍तालिका तीज की सुबह की पूजा सुबह 6 बजे से रात को 8 बजकर 24 मिनट पर होगी तीजा की शुरुआत तीजा पर्व की शुरुआत करूभात से होती है जो बहुत ही कड़वा होता है. इस पर्व में करेले का विशेष महत्व होता है जो माताएं विशेषकर बनाती हैं. तीजा उपवास के एक दिन पहले माताएं एक दूसरे के घर जाकर दाल-भात और अन्य चीजों क साथ करेला की सब्जी जरूर खाती हैं जिसे करू भात कहा जाता है. ये व्रती महिलाओं को कम से कम तीन घर खाना होता है. करेला कड़वा होते हुए भी हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी होता है. करेले की तासीर ठंडी होती है जो उपवास के दौरान शरीर में पित्त बढने नहीं देता. साथ ही करेला खाने से प्यास कम लगती है जो उपवास के लिए मददगार होता है पूजा कर रखती हैं उपवास इस दिन स्त्रियां सुबह-सुबह नदी और तालाबों में जाकर मुक्कास्नान करती हैं. मतलब इस वक्त महिलाएं स्नान और पूजन तक किसी से बात नहीं करती हैं. नीम, महुआ, सरफोंक, चिड़चिड़ा लटकना आदि से दातुन करती हैं. साबुन की जगह तिली, महुआ की खल्ली, डोरी खरी तिली का इस्तेमाल करती हैं. महुवा का तेल निकल जाने के बाद बचे अवशेष को खल्ली कहा है. खल्ली, हल्दी और आंवले की पत्तियों को पीसकर उबटन बनाकर प्रयोग किया जाता है. जो शरीर को कोमल और चमकदार बनाती है. काली मिट्टी से बाल धोती है. स्नान करने के बाद नदी की बालू मिट्टी या तालाब के पास कुंवारी मिट्टी को खोदकर टोकरी में लाती है. इस कुंवारी मिट्टी से भगवान महादेव और माता गौरा की प्रतिमा का निर्माण कर फुलेरा में रखती हैं. फुलेरा अर्थात फूलो से भगवान का मंदिरनुमा मंडप बनाया जाता है जिसे छत्तीसगढ़ी में फुलेरा कहा जाता है. भगवान का पूजन विभिन्न प्रकार के व्यंजनों जैसे ठेठरी, खुरमी, कतरा, पूड़ी का भोग और फुल दीप धूप से कर माता गौरी को श्रृंगार भेंट करती हैं तीसरे दिन कैसे करें पूजा तीसरे दिन स्त्रियों को सुबह उठकर स्नान करने के बाद भाईयों, माता-पिता द्वारा उपहार स्वरूप साड़ी सिंगार का जो समान दिया जाता है वह पहनकर भगवान महादेव  और माता गौरा की मिट्टी की प्रतिमा का पूजन करती हैं. इसके बाद विसर्जन करने नदी और तालाबों में जाती हैं. विसर्जन करने के बाद सबसे पहले सूजी या सिंघाड़े या तीखुर का कतरा कुछ ऋतुफल खाकर पानी पीकर अपना व्रत तोड़ती हैं. सभी बड़े बुजुर्गों का आशीर्वाद लेती हैं. अपने निमंत्रित परिवारजनों में तीजा का फलाहार करने जाती हैं जिसमें पकवान और भोजन शामिल होता है
  • आज से शुरू होगा संसद का विशेष सत्र: आजादी के बाद 75 साल की उपलब्धियों पर चर्चा, आठ विधेयक किए जाएंगे पेश
    संसद का पांच दिवसीय सत्र सोमवार (18 सितंबर) से शुरू हो रहा है. सरकार ने इसकी घोषणा करते समय इसे ‘विशेष सत्र’ बताया था लेकिन बाद में स्पष्ट किया गया कि यह नियमित सत्र है. इसे मौजूदा लोकसभा का 13वां और राज्यसभा का 261वां सत्र बताया गया है. सत्र 22 सितंबर तक चलेगा. इस दौरान सदन की कार्रवाई 11 बजे से दोपहर एक बजे और फिर अपराह्न दो बजे से शाम छह बजे तक चलेगी संसद सत्र के दौरान जी20 शिखर सम्मेलन की सफलता, चंद्रयान-3 की चंद्रमा पर सॉफ्ट-लैंडिंग और आजादी के 75 साल पूरे होने के विषय पर भी चर्चा हो सकती है. अटकलें ये भी हैं कि इस सत्र में ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ और देश का नाम ‘इंडिया’ की जगह ‘भारत’ करने का प्रस्ताव भी लाया जा सकता है असामान्य समय में सत्र बुलाए जाने को लेकर कई नेता हैरत में हैं क्योंकि आम तौर पर संसद में तीन सत्र आयोजित होते हैं, जिनमें बजट सत्र, मानसून सत्र और शीतकालीन सत्र शामिल हैं. इस बार मानसून सत्र जुलाई-अगस्त में आयोजित किया गया था. शीतकालीन सत्र नवंबर-दिसंबर में आयोजित किया जाएगा. बजट सत्र हर साल जनवरी के आखिर से शुरू होता है. वहीं, दो सत्र के बीच छह महीने से ज्यादा का अंतर नहीं हो सकता है. नई संसद में मंत्रियों को आवंटित हो चुके हैं कमरे इससे पहले नई संसद में केंद्रीय मंत्रियों के लिए कमरों के आवंटन की सूचना आई थी. जिसमें अपर ग्राउंड फ्लोर और फर्स्ट फ्लोर पर मंत्रियों को कमरे आवंटित किए गए हैं. बीजेपी और कांग्रेस ने सत्र को लेकर अपने-अपने सांसदों से क्या कहा? बीजेपी और कांग्रेस संसद सत्र में अपने-अपने सांसदों को मौजूद रहने के लिए पहले ही व्हिप जारी कर चुकी हैं. कांग्रेस ने अपने सांसदों से कहा था कि वे 18 से 22 सितंबर तक संसद सत्र में मौजूद रहें और पार्टी के रुख का समर्थन करें. वहीं, बीजेपी ने अपने सांसदों को अहम विधेयकों पर चर्चा करने और सरकार के रुख का समर्थन करने के लिए कहा था
  • *बीजापुर जिले में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल देंगे 457 करोड़ रुपए के लोकार्पण भूमिपूजन कार्यों की सौगात*
    *बीजापुर जिले में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल देंगे 457 करोड़ रुपए के लोकार्पण भूमिपूजन कार्यों की सौगात* *123 करोड़ रुपए की राशि से निर्मित संरचनाओं का करेंगे लोकार्पण और 334 करोड़ रुपए से बनने वाली अधोसंरचनाओं का करेंगे भूमिपूजन* रायपुर, 17 सितंबर, 2023। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल 18 सितंबर को बीजापुर प्रवास पर रहेंगे। इस दौरान वे 457 करोड़ 58 लाख रुपए की राशि के लोकार्पण-भूमिपूजन की सौगात बीजापुर के जिलावासियों को देंगे। मुख्यमंत्री इस अवसर पर 123 करोड़ 15 लाख रुपए की राशि से निर्मित 99 कार्यों का लोकार्पण करेंगे, वहीं 334 करोड़ 42 लाख रुपए की राशि से निर्मित होने वाले 110 विकास कार्यों का भूमिपूजन करेंगे। मुख्यमंत्री इस मौके पर 4 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित सेंट्रल लाइब्रेरी का लोकार्पण करेंगे। इसके अलावा 2 करोड़ 54 लाख रुपए की लागत से रीपा अंतर्गत गारमेंट फैक्ट्री में शेड निर्माण कार्य का लोकार्पण करेंगे। मुख्यमंत्री तिम्मापुर, बासागुड़ा, उसूर, तर्रेम, नैमेड़, पेगड़ापल्ली में छात्रावास भवन का लोकार्पण करेंगे। वे भद्रकाली में पर्यटन स्थल के उन्नयन कार्यों के साथ ही नया बस स्टैंड मद्देड़ का लोकार्पण करेंगे। वे 12 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित पामगल से मोटूपल्ली मार्ग, जैगूर से कुटरू मार्ग और चिंतावागु नदी, मिंगाचल नदी, तारूण नाला में उच्च स्तरीय पुल का लोकार्पण भी करेंगे। इसके साथ ही वे स्वास्थ्य अधोसंरचना अंतर्गत जिला अस्पताल में बर्न यूनिट के साथ ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में भी निर्मित अधोसंरचना का लोकार्पण करेंगे। साथ ही वे नरवा विकास योजना अंतर्गत मासेगुड़ा नाला, गुदमा नाला, भादु नाला और इडकापल्ली नाला में हुए कार्यों का लोकार्पण करेंगे। वन विभाग के कार्यों के अलावा मुख्यमंत्री पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के विविध कार्यों का लोकार्पण भी करेंगे। इस मौके पर मुख्यमंत्री जलजीवन मिशन के 164 करोड़ रुपए के सोलर ड्यूल पंप स्थापना कार्य का भूमिपूजन भी करेंगे। इस मौके पर मुख्यमंत्री लगभग 12 करोड़ रुपए से भवन विहीन 63 स्कूलों में नये भवन के लिए भूमिपूजन करेंगे। इसके साथ ही सड़क अधोसंरचना के लिए भी बड़े पैमाने पर विकास कार्यों का भूमिपूजन मुख्यमंत्री करेंगे। इनमें 13 करोड़ 76 लाख की लागत से बनने वाला जैगुर तुमनार रोड भी शामिल है। साथ ही 12 करोड़ 58 लाख रुपए की लागत से बनने वाले माटवाड़ा जैगुर कुटरू मार्ग का भूमिपूजन भी होगा। 4 करोड़ 21 लाख की लागत से पेंकरम नाले में उच्चस्तरीय पुल का निर्माण भी होगा। इसके साथ ही उसूर मलेमपेण्टा मार्ग, बीजापुर कोण्डापल्ली मार्ग, तर्रेम चुरवाही मार्ग, मलेमपेण्टा पामेड़ मार्ग, कुटरू से फरसेगढ़ तक सड़क चौड़ीकरण कार्य भी शामिल है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ग्राम विकास अभिकरण तथा गृह निर्माण मंडल के कार्यों का भूमिपूजन भी करेंगे। नगर पंचायत बीजापुर और भोपालपट्नम में वे विकास कार्यों का भूमिपूजन भी करेंगे। साथ ही पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के विविध कार्यों का भूमिपूजन भी मुख्यमंत्री करेंगे।
  • सिख युवक की हत्या के विरोध में भिलाई दुर्ग बंद की घोषणा
    भिलाई खुर्सीपार के सिख युवक मलकीत सिंह की हत्या के विरोध में भिलाई दुर्ग बंद का आवाहन किया गया है, छत्तीसगढ़ सिख पंचायत द्वारा आरोपियों के ऊपर धारा 302 का जुर्म दर्ज कर फास्ट ट्रैक कोर्ट में मामले की सुनवाई कर फांसी देने की मांग को लेकर दुर्ग भिलाई बंद का आवाहन किया गया है | गुरुद्वारा सेक्टर 11 भिलाई की प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष सरदार कुलवंत सिंह के पुत्र सरदार मलकीत सिंह की निर्मम हत्या के संबंध में छत्तीसगढ़ पंजाबी कल्चरल एंड वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष सी एस बाजवा के द्वारा शोक व्यक्त करते हुए घटना की निंदा की गई हैl पीड़ित परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए शासन से मांग की गई है कि हत्या करने वाले आरोपियों पर धारा 302 के साथ साथ देशद्रोह की धाराओं के तहत जुर्म दर्ज कर सभी आरोपियों को फांसी की सजा दी जाए | इस घटना के विरोध में कुछ संगठनों के द्वारा दिनांक 18 सितंबर 2023 को छत्तीसगढ़ बंद का जो आह्वान किया गया है पंजाबी कल्चरल एंड वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा समर्थन किया जाता है l पिछले कुछ समय से विशेष रूप से भिलाई में अपराधिक तत्वों के हौसले अत्यधिक बड़े हुए हैं तथा अनेक घटनाएं घटित हो रही हैं यह भिलाई के आपसी भाईचारे के ऐतिहासिक वातावरण खराब करने का प्रयास है जिस पर केवल प्रशासन ही नहीं समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों को आगे आकर अंकुश लगाने की आवश्यकता हैl निकट भविष्य में होने वाले विधानसभा तथा लोकसभा के चुनाव को दृष्टिगत रखते हुए यह और भी आवश्यक हो गया है कि इस प्रकार असामाजिक घटनाओं को होने से रोकने के लिए सतत निगरानी रखते हुए प्रयास किया जावे l छत्तीसगढ़ पंजाबी कल्चरल एंड वेलफेयर एसोसिएशन के सचिव सरदार जसविंदर सिंह ने विज्ञप्ति जारी कर उक्त जानकारी दी है |
  • Breaking : रिश्वत लेने वाले पटवारी पर गिरी गाज, एसडीएम ने किया सस्पेंड…
    जांजगीर-चांपा। जिले से एक और रिश्वतखोरी का मामला प्रकाश में आया है। एसडीएम ने रिश्वत लेने वाले पटवारी के वीडियो वायरल होने के बाद सस्पेंड कर दिया है। बता दें कि यह पिपरसत्ती गांव का मामला है। जहां किसान से केसीसी लोन दिलाने के बदले एक पटवारी ने बदले में रुपए मांगे थे। तभी किसान ने वीडियो बना लिया और वायरल कर दिया। इस वीडियो की शिकायत जैसे ही अकलतरा एसडीएम विक्रांत अंचल को मिली, तो तत्काल प्रभाव से पटवारी को सस्पेंड कर दिया है।