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  • जांजगीर चांपा : वसुधैव कुटुंबकम् की भावना से प्रेरित होकर कर्तव्य निर्वहन में ही जीवन की सार्थकता- विधानसभा अध्यक्ष

    विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने कहा कि बहुमुखी प्रतिभा के धनी शिक्षा विद, समाज सेवक और समाज के मार्गदर्शक स्व.  जगदीश चन्द्र तिवारी ने हमें जीने का सही मार्ग बताया। उन्होंने कहा कि उनसे प्रेरणा लेकर हम सबको वसुधैव कुटुंबकम् की भावना से प्रेरित होकर अपने कर्तव्यों का निर्वहन करना चाहिए इसी में हमारे जीवन की सार्थकता है।
         वे गुरुवार की शाम जांजगीर के कचहरी चौक में स्व.  बी डी महंत उद्यान में विकास कार्यों के भूमिपूजन और स्व.  जगदीश चन्द्र तिवारी की प्रतिमा के अनावरण समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर सांसद श्रीमती ज्योत्सना महन्त भी उपस्थित थीं।
         अपने उद्बोधन में डॉ महन्त ने आगे कहा कि स्व. श्री तिवारी को अनेक भाषाओं का ज्ञान था। उनमें जितनी अच्छी अंग्रेजी, संस्कृत, उड़िया, मराठी हिन्दी भाषा की पकड़ थी और इन भाषाओं में अपने विचारों को अभिव्यक्त करने में महारत हासिल था उससे अच्छी वे छत्तीसगढ़ी भाषा बोलते थे।
          डॉ महन्त ने श्री तिवारी की जीवन शैली का संस्मरण सुनाते हुए कहा कि जब उनके चरण स्पर्श किया जाता तब वे संस्कृत में धाराप्रवाह अपना आशीर्वाद देते उनके आशीर्वाद से मन प्रफुल्लित हो जाता और जीवन का उत्साह बढ़ जाता था। उन्होंने कहा कि यह नगण्य लोगों को पता है कि श्री तिवारी जी के परिवार के लोग राज्य सभा सदस्य और मंत्री जैसे पदों को भी सुशोभित कर चुके हैं।  
         डॉ महन्त ने कहा कि मनुष्य जन्म के साथ क्रमशः दैव, श्रृषि, पितृ और ब्रह्म ऋण का ऋणी होता है। उन्होंने कहा कि इन चारों से उऋण होकर ही मनुष्य मोक्ष को प्राप्त कर स्वर्ग लोक में जाने का हकदार बनता है। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि स्व. श्री तिवारी ने जिस प्रकार से समाज के प्रति अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए सार्थक जीवन जिया, उनसे हम सबको प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आज का यह कार्यक्रम आयोजित कर  दिनेश शर्मा सहित उनके परिजनों ने पितृ ऋण से उऋण होने का काम किया है, वह प्रशंसनीय और अनुकरणीय है। उन्होंने कहा कि श्री तिवारी ने जिस प्रकार समाज सेवा विशेष कर समाज के कमजोर तबकों को आगे बढ़ाने का काम किया उससे हम सबको प्रेरणा लेकर वसुधैव कुटुंबकम् की सोच से काम करने की जरूरत है ताकि हम सबका जीवन सार्थक बन सके।
         जांजगीर चांपा जिले के प्रभारी मंत्री एवं राज्य के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने कहा कि स्व. पंडित जगदीश चन्द्र तिवारी ने शिक्षा संस्कृति विकास के क्षेत्र में अनेक सफलताएं अर्जित की और जांजगीर जिले का नाम रोशन किया। उन्होंने जांजगीर में शिक्षा के क्षेत्र में विकास के लिए स्व. श्री तिवारी के  अनेक योगदान की महत्वपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने कहा की श्री तिवारी प्रसिद्ध कवि थे। उन्होंने पश्चिम बंगाल के मोहन बागान की फुटबॉल टीम का प्रतिनिधित्व भी किया।
          श्री अग्रवाल ने कहा कि वे हमारे प्रेरणा स्रोत हमेशा बने रहेंगे। उन्होंने कहा कि व्याख्याता श्री सुरेंद्र शर्मा अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष  नरेश शर्मा और दिनेश शर्मा का जांजगीर के विकास में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। इसके पूर्व डॉ महंत ने जांजगीर के स्व. बी. डी. महंत उद्यान में करीब चालीस लाख रुपए की लागत के सौंदर्यीकरण के विभिन्न कार्यों का भूमिपूजन और शिलान्यास और स्व. श्री जगदीश चन्द्र तिवारी की प्रतिमा का विधिवत अनावरण किया।
         समारोह को गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष राजेश्री महंत रामसुंदर दास, अपेक्स बैंक के अध्यक्ष श्री बैजनाथ चंद्राकर, विधायक श्री रामकुमार यादव ने भी संबोधित किया। नगरपालिका अध्यक्ष श्री भगवान दास गढेवाल ने स्वागत भाषण दिया। श्री दिनेश शर्मा ने आभार व्यक्त किया। इसके पूर्व विधानसभा अध्यक्ष के करकमलों से शील साहित्य परिषद जांजगीर द्वारा स्व. पं. जगदीश चन्द्र तिवारी के जीवन पर प्रकाशित पुस्तिका  ‘‘स्मरण‘‘ का विमोचन किया गया। समारोह में अतिथियों को साल श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह भेंट किया गया।
         इस अवसर पर शांकभरी बोर्ड के अध्यक्ष श्री राम कुमार पटेल, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती यनिता चंद्रा, छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की सदस्य सुश्री शशि कांता राठौर, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री राघवेंद्र प्रताप सिंह, जिला पंचायत सदस्य राजकुमार साहू, कलेक्टर श्री जितेंद्र कुमार शुक्ला, पुलिस अधीक्षक श्री विजय अग्रवाल, सर्वश्री सुरेश चंद्र शर्मा, नरेश शर्मा, राघवेन्द्र कुमार सिंह, एम.डी. दीवान, अर्जुन तिवारी, विजय पांडे, राकेश शर्मा, रघुराज प्रसाद पांडे, विवेक सिसोदिया सहित पार्षदगण गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

  • महिला बाल विकास मंत्री ने बस्तर में आंगनबाड़ियों का किया औचक निरीक्षण

    श्रीमती भेंड़िया ने लोहांडीगुड़ा परियोजना के सिरहापारा आंगनबाड़ी केंद्र के निरीक्षण के दौरान अव्यवस्था पाए जाने पर सुपरवाइजर को तत्काल सस्पेंड करने और समूह को नोटिस जारी कर कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा है कि अधिकारियों-कर्मचारियों द्वारा शासकीय योजनाओं का लाभ हितग्राहियों तक पहुंचाने में किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। लापरवाही होने पर संबंधितों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।   
    श्रीमती भेंड़िया विकासखण्ड तोकापाल के आंगनबाड़ी केंद्र करंजी भी पहुंची और व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने यहां बच्चो को अपने हाथों से रेडी टू ईट खिलाया और अपनी मौजूदगी में बच्चों का वजन नाप करवाकर उनका पोषण स्तर देखा। श्रीमती भेंड़िया ने स्वच्छता पर जोर देते हुए महिलाओं और बच्चों के लिए भोजन तैयार करने के स्थान और स्टोर की साफ सफाई का जायजा लिया। इसके साथ ही श्रीमती भेंड़िया ने ग्राम पंचायत बास्तानार के आयतुपारा आंगनबाड़ी केन्द्र का भी औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान साफ-सफाई और अन्य अव्यवस्थाओं को देखते हुए श्रीमती भेंड़िया ने अधिकारियों को व्यवस्थाओं को दुरूस्त करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने संबंधितों पर कड़ी कार्रवाई करने के लिए कहा है। इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग के संचालक श्रीमती दिव्या मिश्रा सहित संचालनालय के अधिकारीगण भी मौजूद थे।
    उल्लेखनीय है कि मंत्री श्रीमती भेंड़िया के दौरे के पहले विभागीय संचालनालय के दो-दो अधिकारी बस्तर क्षेत्र के जिलों में मैदानी स्तर पर योजनाओं के क्रियान्वयन का जायजा लेने पहुंचे हैं। ये अधिकारी मैदानी क्षेत्रों में वस्तुस्थिति के आंकलन की रिपोर्टिंग श्रीमती भेंड़िया को करेंगे। रिपोर्ट के आधार पर महिला एवं बाल विकास मंत्री योजनाओं की समीक्षा कर आवश्यक निर्देश देंगी।

  • महिला बाल विकास मंत्री श्रीमती भेंड़िया को दिया गया गार्ड ऑफ ऑनर

    महिला एवं बाल विकास विभाग और समाज कल्याण विभाग मंत्री श्रीमती अनिला भेंड़िया को दंतेवाड़ा जिला मुख्यालय पहुंचने पर सर्किट हाउस स्थल पर गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इस अवसर पर राज्य बाल संरक्षण आयोग की सदस्य श्रीमती पूजा खनूजा, संचालक महिला बाल विकास श्रीमती दिव्या मिश्रा, जिला पंचायत सीईओ  आकाश छिकारा, बस्तर संभाग के सभी जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला बाल संरक्षण अधिकारी, परियोजना अधिकारी सहित जिला स्तरीय अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे।

  • मुख्यमंत्री पहुंचे रघुनाथनगर तहसील कार्यालय...

    मुख्यमंत्री पहुंचे रघुनाथनगर तहसील कार्यालय

    मुख्यमंत्री श्री बघेल की घोषणा के बाद तहसील बना है रघुनाथनगर

    नवनिर्मित तहसील कार्यालय का मुख्यमंत्री ने किया निरीक्षण

    राजस्व प्रकरणों की मुख्यमंत्री ने ली प्रभारी तहसीलदार से जानकारी

    तहसील निर्माण के लिए रघुनाथनगर के लोगों ने मुख्यमंत्री को दिया धन्यवाद

  • सरकार ने उठाया नेत्रहीन बहनें चंदा और रिया के इलाज का बीड़ा

    मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने नेत्रहीन बालिकाओं चंदा और रिया के इलाज का बीड़ा उठाया है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज रामानुजगंज में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि दोनों बच्चियों का इलाज देश के जिस अस्पताल में भी होगा, राज्य शासन उनका पूरा खर्चा वहन करेगी। दिल्ली या चेन्नई जहाँ जरूरत होगी भेजेंगे। अस्पताल के स्टॉफ के साथ बच्चियों और मां को भेजा जायेगा। कल आरागाही गांव के भेंट मुलाकात कार्यक्रम में अपनी मां अनति देवी के संग दो नेत्रहीन बेटियां आई थी।  मुख्यमंत्री ने कल भेंट मुलाकात में रो रही अनति देवी से कहा था कि आप चिंता ना करें, बच्चों के इलाज के लिए हरसंभव मदद की जाएगी।

  • सरगुजा के प्रतापपुर विधानसभा में रहेंगे सीएम भूपेश बघेल, देंगे कई सौगातें

    सरगुजा: सरगुजा संभाग की 14 विधानसभा सीटों में से एक प्रतापपुर विधानसभा है. यह विधानसभा सूरजपुर जिले की एक मात्र एसटी आरक्षित सीट है. वर्तमान में यहां से प्रदेश के शिक्षा एवं सहकारिता मंत्री डॉ. प्रेम साय सिंह टेकाम विधायक हैं., इससे पहले भी इस विधानसभा के विधायक राम सेवक पैकरा प्रदेश के गृहमंत्री रहे हैं, लेकिन लगातार मंत्री देने वाली इस विधानसभा में विकास की बयार कुछ खास नहीं बह सकी है. फिलहाल मुख्यमंत्री भूपेश बघेल यहां पहुंच रहे हैं अब देखना होगा कि मुख्यमंत्री इस विधानसभा को क्या सौगातें देकर जाते हैं.

    2013 और 2018 विधानसभा चुनाव का लेखाजोखा: प्रतापपुर (ST) विधानसभा सीट छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले की एक सीट है. ये सरगुजा लोकसभा सीट का हिस्सा है. इस विधानसभा सीट में वोटरों की कुल संख्या 2,07,788 है. 2013 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर रामसेवक पैकरा ने 66,550 वोट हासिल कर जीत दर्ज की थी. उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी को 8143 मतों के अंतर से हराया. दूसरा स्थान 58,407 वोटों के साथ डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम (कांग्रेस) को मिला था. तीसरा स्थान 6,380 वोटों के साथ आशा देवी पोया (जीजीपी) का रहा. वहीं 5814 वोटों के साथ नोटा को चौथा स्थान मिला था. चुनाव में कुल 1,59,495 मत पड़े थे. कुल 83.78% मतदान हुआ था.

    प्रतापपुर विधानसभा सीट 2018 के चुनाव में गृहमंत्री रामसेवक पैकरा को करारी हार का सामना करना पड़ा था. रामसेवक पैकरा को कांग्रेस के प्रत्याशी डा. प्रेमसाय सिंह ने 43 हजार से अधिक मतों से परास्त किया था. कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. प्रेम साय सिंह को 90148 मत मिले. जबकि रामसेवक पैकरा-भारतीय जनता पार्टी को 46043 मत ही प्राप्त हुये थे.

    प्रतापपुर विधानसभा सीट 2008 में अस्तित्व में आई. इससे पहले यह पिलखा विधानसभा का हिस्सा हुआ करती थी. पहली बार इस विधानसभा से 2008 में प्रेम साय सिंह ही विधायक चुने गये थे. इस चुनाव में प्रेमसाय सिंह को कुल 51,505 मत मिले थे. जबकि भाजपा उम्मीदवार रामसेवक पैकरा 49,132 मत प्राप्त हुये थे. डॉ. प्रेम साय विभाजित मध्यप्रदेश में भी मंत्री रह चुके हैं वो 6 वीं बार विधायक चुने गये हैं. छत्तीसगढ़ गठन के बाद दूसरी बार मंत्री बनाये गये हैं.

    सरगुजा का परिचय: सरगुजा से अलग कर सूरजपुर जिला तो बना दिया गया. लेकिन प्रतापपुर वासियों के लिये मुसीबत और बढ़ गई. पहले इनका जिला मुख्यालय अंबिकापुर 40 किलोमीटर की दूरी पर था. सीधा मार्ग था. लेकिन अब सूरजपुर जिला मुख्यालय होने से दूरी बढ़ गई है. व्यापार के दृष्टिकोण से भी यहां के लोगों के लिए ये सही नहीं है. यह एक ऐसी विधानसभा है जिसका आधा हिस्सा सूरजपुर जिले में है तो आधा हिस्सा बलरामपुर जिले में. ऐसे में आम लोगों की समस्याओं का अंदाजा लगाया जा सकता है.

    प्रतापपुर विधानसभा हाथी प्रभावित क्षेत्र है. उपलब्धि के रूप में यहां शक्कर कारखाना स्थापित है. कई नई कोल खदाने खुल चुकी है तो कई नई परियोजनाओं पर काम चल रहा है. मुख्य रूप से कृषि और वनों पर निर्भर यह विधानसभा उत्तर प्रदेश की सीमा से सटी है.

  • दिल दहला देने वाली घटनाः पति-पत्‍नी के साथ दो मासूमों की मिली लाश, पुलिस ने जताई आत्‍महत्‍या की आशंका

    कांकेर। Kanker Crime News: छत्‍तीसगढ़ के कांकेर जिले में दिल को दहला देने वाली घटना सामने आई है। दरअसल, शहर के नए बस स्टैंड स्थित लाज के एक कमरे में गुरूवार देर शाम एक ही परिवार के चार सदस्यों का शव मिलने के बाद सनसनी फैल गई। लाज के कमरे से रायपुर निवासी दंपत्ति व उनके दो मासूम बच्चों का शव मिला है। सूचना के बाद पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए थे।

    नए बस स्टैंड बस्तर लाज में जितेंद्र देवांगन (38) पिता तोरण देवांगन निवासी रायपुरा, जिला रायपुर अपनी पत्नी सविता देवांगन (35) और अपने दो मासूम बच्चियों गुनगुन और टूटटूक के साथ मोटर साइकिल से कांकेर आया हुआ था। बुधवार रात लगभग पौने सात बजे परिवार लाज के कमरे में गया, जिसके बाद उन्होंने दरवाजा नहीं खोला।

    गुरूवार को दिनभर दरवाजा नहीं खुलने के बाद रात लगभग नौ बजे लाज के कर्मचारी ने खिड़की से अंदर देखा तो पति-पत्नी का शव फंदे पर झूलता नजर आ रहा था। लेकिन बच्चे नजर नहीं आ रहे थे। कर्मचारी ने लाज के मैनेजर को जानकारी दी। मैनेजर ने तत्काल घटना की सूचना पुलिस को दी।

    सूचना मिलते ही कोतवाली पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और कुछ ही देर में पुलिस अधीक्षक शलभ कुमार सिन्हा सहित अन्य पुलिस अधिकारी भी माैके पर पहुंच गए। पुलिस ने कमरे अंदर जाकर देखा तो पति-पत्नी के साथ कमरे में उनके दोनों मासूम बच्चों का शव भी मिला।

    आशंका जताई जा रही है कि पति-पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या के पहले अपने बच्चों को जहर दिया होगा, जिससे उनकी मौत हो गई। पुलिस अधीक्षक शलभ कुमार सिन्हा ने बताया कि पति-पत्नी में शव फांसी के फंदे पर लटकता मिला है। साथ ही उनके बच्चों के शव मिले हैं। जिसे देखकर प्रथम दृष्टिया लग रहा है कि दंपत्ति ने फांसी लगाकर आत्महत्या की है और बच्चों को जहर दिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।

  • जंगल में मर्डर : मामूली विवाद में पति ने पत्नी को टंगिया मारकर की हत्या, मौके से भाग निकला हत्यारा…

    बिलाईगढ़। बिलाईगढ़ विकासखंड के सलिहा थाना क्षेत्र अंतर्गत तेंगनाकच्छार के जंगल में पति ने अपनी पत्नी के सिर पर टंगिया से वार कर उसकी हत्या कर दी। वारदात को अंजाम देने के बाद खुद मौके से फरार हो गया। शिकायत के बाद सलिहा पुलिस आरोपी की तलाश कर रही है। मिली जानकारी के अनुसार, गुरुवार की सुबह मृतिका शांति बाई साहू अपनी बहू के साथ महुआ बीनने के लिए जंगल गई हुई थी। इसी दौरान उसका पति भी वहां पहुंचा और किसी बात को लेकर दोनों में विवाद होना शुरू हो गया। जिसके बाद पति ने धारदार टंगिया से पत्नि के सिर पर दे मारा। जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। इसके बाद आरोपी वहां से फरार हो गया। जिसके बाद मृतिका के बहू ने आसपास लोगों को बुलाया और मृतिका को अस्पताल ले जाने की तैयारी की गई लेकिन मृतिका शांति बाई दम तोड़ चुकी थी। जिसके बाद से सलिहा पुलिस को इसकी सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस आरोपी पति मिठाई लाल साहू को खोज रही है।
     

  • दुर्ग के चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज में भर्ती से रोक हटी : हो सकेगी सीधी भर्ती...

    बिलासपुर। दुर्ग स्थित चंदूलाल चंद्राकर मेमोरियल मेडिकल कॉलेज में भर्ती पर लगाई गई रोक को छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने हटा दिया है। यह निर्णय कोर्ट ने सरकार के जवाब के बाद दिया है। शासन की ओर से बताया गया है कि पहले यह कॉलेज निजी कंपनी के अधीन था, जिसे अब शासन ने अधिग्रहित कर लिया है। इसलिए मेडिकल कॉलेज के संचालन के लिए सीधी भर्ती करना आवश्यक है। जिसके बाद चीफ जस्टिस अरूप कुमार गोस्वामी की डिवीजन बेंच ने पूर्व में दिए गए स्थगन आदेश को हटा दिया है। उल्लेखनीय है कि इस अस्पताल के जन स्वास्थ्य कर्मचारी यूनियन यानी कर्मचारी संघ की तरफ से देवराज साहू एवं अन्य ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। याचिका में राज्य शासन की ओर से कॉलेज में नर्सिंग के 176 पदों पर तीन माह पहले भर्ती के लिए जारी विज्ञापन को चुनौती दी गई है। याचिका में बताया गया है कि याचिकाकर्ता चंदूलाल चंद्राकर मेमोरियल कॉलेज में बतौर कर्माचारी 3 से 8 साल से कार्यरत थे।

    राज्य सरकार ने मेडिकल कॉलेज (अधिग्रहण) अधिनियम 2021 बनाया। फिर इसके तहत मेडिकल कॉलेज का अधिग्रहण कर लिया। याचिकाकर्ताओं ने इस अधिनियम की धारा 12 को चुनौती दी है। साथ ही कहा है कि अधिनियम संविधान के नियमों के विपरीत बनाया गया है। बीते 17 फरवरी को प्रारंभिक सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच ने आगामी आदेश तक भर्ती पर रोक लगा दी थी। साथ ही प्रकरण में राज्य शासन को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था।

    अस्पताल के 101 कर्मचारियों की गई नौकरी

    याचिकाकर्ताओं ने बताया कि राज्य शासन के अधिग्रहण के लिए बनाए गए अधिनियम के कारण 101 कर्मचारियों को नौकरी से बाहर होना पड़ा है। इसके चलते उनका भविष्य अंधकारमय हो गया है। संविधान में कोई भी अधिनियम लागू कर किसी व्यक्ति का रोजगार छीना नहीं जा सकता। इसलिए यह संविधान के खिलाफ है।

    शासन ने स्टे हटाने का किया आग्रह

    मामले की सुनवाई चीफ जस्टिस अरूप कुमार गोस्वामी की डिवीजन बेंच में हुई। इस दौरान राज्य सरकार की तरफ से उप महाधिवक्ता ने बताया कि यह अधिग्रहण अधिनियम संविधान के अनुरूप बनाया गया है। साथ ही यह भी बताया कि चंदूलाल चंद्राकर मेमोरियल कॉलेज पहले एक निजी कंपनी के हाथों में था। इसलिए वहां कार्यरत निजी कर्मचारियों को राज्य शासन संविलियन नहीं कर सकती। अब शासन ने मेडिकल कॉलेज को अधिग्रहित कर लिया है। ऐसे में कॉलेज संचालित करने के लिए स्टाफ की भर्ती करना जरूरी है।
     

     
  • पति को घर जमाई बनाकर रखने की जिद पर अड़ी थी पत्नी, बिलासपुर हाई कोर्ट ने महिला को लगाई जमकर फ़टकार ! पढ़े पूरी ख़बर

    बिलासपुर. छत्तीसगढ़ के बिलासपुर हाई कोर्ट ने एक मामले की सुनवाई करते हुए महिला को जमकर फटकार लगाई है। महिला अपने ससुराल को शादी के 3 महीने बाद ही छोड़ कर चली गई। और पति को घर जमाई बनाकर मायके में रखना चाहती थी।

    दरअसल कोरबा निवासी शैलेंद्र चंद्रा की शादी 2011 में शक्ति की रहने वाली भारतीय से हुई थी। दोनों के बीच कुछ दिनों तक सब कुछ ठीक चलता रहा लेकिन 3 महीने बाद ही दोनों आपस में लड़ने झगड़ने लगे। जिसके बाद महिला अपने ससुराल को छोड़कर मायके चली गई। पति अपनी रूठी हुई पत्नी को मनाने पहुंचा।

    लेकिन पत्नी ने ससुराल लौटने से साफ इनकार कर दिया। काफी समझाने बुझाने के बाद पत्नी अपने ससुराल वापस लौटी लेकिन पत्नी मायके मैं रहने के जिद पर अड़ी थी। और वह पत्नी को भी अपने साथ वहां रखना चाहती थी। इसी दरमियान 2013 को वह अपने मायके दोबारा लौट गई।

    पति अपने पत्नी को समझा-बुझाकर वापस लाने के लिए दोबारा पत्नी के मायके पहुंचा। पति ने अपने मां की खराब तबीयत के बारे में भी बताया। लेकिन पत्नी ने पति को दहेज़ प्रताड़ना का केस करके फंसाने की धमकी दे डाली। पति सारे चीजों से परेशान होकर फैमिली कोर्ट पहुंचा। और तलाक की अर्जी लगाई लेकिन फैमिली कोर्ट ने समझौता कराकर अपना पल्ला झाड़ लिया। इसके बाद भी पत्नी मायके नही लौटी।

    हाइकोर्ट के दहलीज़ में पहुंचा मामला

    मामला बिलासपुर हाईकोर्ट पहुंचा जहां कोर्ट ने कोरबा फैमिली कोर्ट के फैसले को रद्द करते हुए कहा कि फैमिली कोर्ट ने बड़ी गलती की है। हाई कोर्ट ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हवाला देते हुए कहा कि पति पर मायके में रहने के लिए दबाव बनाना क्रूरता की श्रेणी में आता है। इसलिए दोनों की तलाक की अर्जी मंजूर की जाती है।

    बिलासपुर हाई कोर्ट ने सुप्रीम कोर्ट के उस फैसले का हवाला दिया। जिसमें सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि भारतीय परिवार में शादी के बाद माता-पिता से अलग रहने की परंपरा नहीं है। बच्चे को पढ़ा लिखाकर काबिल बनाने वाले माता-पिता कभी नहीं चाहते कि उनका बेटा उनसे अलग रहे। हालात उस समय और अलग रहता है जब परिवार में कमाने वाला सिर्फ एक उनका बेटा हो। ऐसी परिस्थितियों में पति पर अपने परिवार से अलग रहने का दबाव क्रूरता माना जाएगा।

  • भूपेश बघेल सरकारी योजनाओं की हकीकत जानने पहुंच रहें जनता के बीच : रामकृष्ण ध्रुव
    मैनपुर । छत्तीसगढ़ के जन हितैषी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल गांव गरीब किसान मजदूर आदिवासी छात्र व्यापारी और सभी वर्गो के कल्याण तथा विकास के लिए कार्य कर रही है और तो और इस भीषण गर्मी मे पिछले लगभग तीन वर्षो के सरकार के कार्यकाल की जमीनी हकीकत तलाशने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 4 मई से स्वयं संपूर्ण छत्तीसगढ़ के 90 विधानसभा क्षेत्रो का दौरा प्रारंभ किया है। मुख्यमंत्री गांव मे पहुंचकर आंगनबाड़ी केन्द्र, थाना, जनपद, तहसील, स्वास्थ्य केन्द्र, राशन दुकानो मे पहुंचकर और ग्रामीणो के बीच स्वयं आम जनता से चर्चा कर तत्काल समस्याओ का समाधान कर रही है, साथ ही यह जानने का प्रयास किया जा रहा है कि सरकार की योजनाओ का पात्र हितग्राहियो को कितना लाभ मिल रहा है जिसका बेहतर परिणाम देखने को मिलेगा उक्त बाते लोक निर्माण विभाग विश्राम गृह मे पत्रकारो से चर्चा करते हुए मैनपुर शहर कांग्रेस अध्यक्ष रामकृष्ण ध्रुव ने कही। श्री ध्रुव ने आगे कहा छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल सरकार के सत्ता मे आते ही सबसे पहले किसानो का कर्जा माफ किया, वनोपज के दाम बढ़ाये स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क, पेयजल जैसे मूलभूत आवश्यकताओ के प्रति सरकार ने संवेदनशील होकर गंभीरता से काम कर रही है जिसका परिणाम उपचुनावो, नगरीय निकाय चुनाव मे देखने को मिला है आज प्रदेश मे कांग्रेस के सदस्यो की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। श्री ध्रुव ने आगे कहा छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल सरकार छत्तीसगढ़ की संस्कृति परंपरा को आगे बढ़ाने का कार्य कर रही है मुख्यमंत्री भी तीज त्यौहार को देश दुनिया के सामने रखा है । कभी बोरे -बासी कभी ठेठरी खुरमी चीला व्यंजन को छत्तीसगढ़ के परंपराओ को विभिन्न आयोजन के माध्यम से अलग पहचान दिला रहे है। यह पहला छत्तीसगढ़ का ठेठ छत्तीसगढ़िया मुख्यमंत्री है जो गेड़ी चढ़ते है भाँवरा चलाते है सोटा खाते है रैयचुली मे झुलते है नदी मे डुबकी लगाते है हरेली तिहार गोवर्धन पूजा बैला दौड़ का आयोजन करते है छत्तीसगढ़ के परंपराओ और विरासत को आगे बढ़ाने और प्रदेश के विकास के बारे मे सोचते है।
  • मुख्यमंत्री के दौरे को ध्यान में रखते हुए सभी विभाग तैयारी सुनिश्चित कर लें – कलेक्टर

    गौरेला-पेंड्रा-मरवाही
    मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा जिले में आकास्मिक दौरे को ध्यान में रखते हुए सभी विभागों को तैयारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए है। कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी ने आज कलेक्ट्रेट में आयोजित साप्ताहिक समय सीमा की बैठक में कहा कि मुख्यमंत्री जमीनी स्तर पर जनकल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन तथा सरकारी काम काज की समीक्षा के लिए जिलों का दौरा शुरू कर दिए हैं। कलेक्टर ने मैदानी अमले की मुख्यालयों में नियमित उपस्थिति, राशन दुकानों का बेहतर संचालन, आंगनबाड़ी केंद्रों में पेयजल एवं शौचालय की व्यवस्था, स्वास्थ्य केंद्रों में सभी सुविधाएं, धनवंतरी मेडिकल स्टोरों का संचालन सहित शासकीय काम काज में कसावट लाने जिला अधिकारियों को निर्देश दिए।

    कलेक्टर ने सभी गौठानों में बोरवेल कराने, पंप लगाने, गोबर खरीदी, वर्मी टैंक बनाने, वर्मी कम्पोस्ट बनाने, शेड निर्माण के निर्देश दिए। उन्होंने वन, कृषि, उद्यानिकी विभागों से वर्मी कम्पोस्ट का उठाव कराने तथा नियमित भुगतान कराने कहा। कलेक्टर ने प्रत्येक गौठानों से दो से तीन महिला स्व सहायता समुहों को जोड़कर आजीविका मिशन के तहत आजीविका गतिविधियां संचालित कराने तथा कार्यालयीन उपयोग के लिए स्टेशनरी की खरीदी सी मार्ट से करने के भी निर्देश दिए।

    कलेक्टर ने विभिन्न समाजों द्वारा की गई भूमि मांग के लिए भूमि चिन्हित करने राजस्व विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होने ग्राम पंचायतों में आयोजित हो रहे प्रशासन आपके द्वार जनसंवाद शिविर में प्राप्त आवेदनों में से निराकरण हेतु लंबित आवेदनों को संबंधित विभागों द्वारा त्वरित निराकरण के निर्देश दिए। उन्होंने नगर पंचायत गौरेला में पौनी पसारी योजना का क्रियान्वयन शुरू करने तथा सभी वार्डो में नल जल कनेक्शन से पेयजल की आपूर्ति करने को कहा। उन्होने निमार्णाधीन सिंचाई योजनाओं में तेजी लाने, भू-अर्जन प्रकरणों का निराकरण एवं मुआवजा वितरण, हाट बाजारों में शेड निर्माण, हाउसिंग बोर्ड द्वारा निमार्णाधीन कार्यों को बरसात के पहले 15 जून तक पूर्ण करने, सौर सुजला योजना तथा पीएमजीएसवाई के तहत निमार्णाधीन कार्यों को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने पर्यटन एवं सांस्कृतिक महत्व के स्थलों की साफ-सफाई तथा जन सुविधा के लिए शौचालय, पेयजल एवं बैठने की व्यवस्था के लिए परियोजना निदेशक डीआरडीए को निर्देश दिए।

    बैठक में कलेक्टर ने जन शिकायतों, समस्याओं और मांगों से संबंधित आवेदनों की विभागवार समीक्षा की। उन्होंने आरबीसी 6-4 के तहत सहायता, नामांतरण-बंटवारा, राशन दुकान, मजदूरी भुगतान, नाला सफाई, भू-अर्जन का मुआवजा, वन ग्रामों को राजस्व ग्राम बनाने, अतिक्रमण हटाने, वन भूमि पट्टा प्रदान करने, उपचार हेतु आर्थिक सहायता, किसान क्रेडिट कार्ड, परिवार पेंशन आदि से संबंधित जनसमस्याओं-मांगो का त्वरित निराकरण करने अधिकारियों को निर्देश दिए। बैठक में अपर कलेक्टर बी सी एक्का, परियोजना निदेशक डीआरडीए आर के खूटे, संयुक्त कलेक्टर वीरेंद्र सिंह एवं आनंदरूप तिवारी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. देवेंद्र पैकरा, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व पुष्पेंद्र शर्मा एवं देव सिंह उईके सहित सभी जिला अधिकारी उपस्थित थे।