State News
  • कोरिया जिले में सौंफ की खेती को बढ़ावा : राज्य के उत्तरी पहाड़ी इलाके सौंफ की खेती के लिए उपयुक्त

    छत्तीसगढ़ राज्य के कोरिया जिले में कृषि विज्ञान केन्द्र के मार्गदर्शन में सौंफ की खेती को तेजी से बढ़ावा मिल रहा है। अनुकूल मौसम एवं पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक सौंफ की लाभदायक खेती के लिए किसानों को निरंतर मार्गदर्शन एवं प्रोत्साहन दे रहे हैं। कृषि वैज्ञानिकों ने मसाला फसलों की खेती विशेषकर सौंफ की खेती के लिए राज्य के उत्तरी पहाड़ी इलाके की जलवायु एवं मिट्टी को अनुकूल पाया है। कोरिया जिले में कृषि विज्ञान केन्द्र के प्रक्षेत्र एवं गौठान ग्रामों में सौंफ की खेती को बढ़ावा दिए जाने का प्रयास किया जा रहा है। जिला प्रशासन कोरिया के सहयोग से यहां डिस्टिलेशन यूनिट भी लगाई गई है जिससे सौंफ का तेल भी निकाला जा रहा है।

            कृषि विज्ञान केन्द्र कोरिया के वरिष्ठ वैज्ञानिक  आर.एस. राजपूत बताते हैं कि कोरिया जिले में सौंफ उत्पादन हेतु सौंफ की उन्नत किस्म अजमेर सौंफ 2 का रोपण किया गया। किस्म अजमेर सौंफ 2 का विकास राष्ट्रीय बीज मसाला अनुसन्धान केंद्र अजमेर द्वारा किया गया है। अजमेर सौंफ 2 का पौधा बड़ा व शाखा युक्त होता है तथा बड़े आकार के पुष्प छत्रक होते है। अजमेर सौंफ 2 किस्म 180-190 दिन में पक कर तैयार हो जाती है। अजमेर सौंफ 2 किस्म की रोग प्रतिरोधकता क्षमता भी अधिक होती है। एक एकड़ क्षेत्रफल से औसतन 6-7 क्विंटल उत्पादन प्राप्त किया जा सकता है। इस तरह प्रति एकड़ लगभग 60-70 हजार रूपए की आय प्राप्त कर सकते है। सौंफ की खेती में औसतन 26-28 हजार रूपए की लागत प्रति एकड़ आती है। इस तरह कुल शुद्ध आमदनी 34-42 हजार रूपए प्राप्त की जा सकती है।

        सौंफ के बीज के क्षत्रक तोड़ने के बाद पुरे पौधे को काटकर 50 प्रतिशत नमी की स्थिति में सूखी पत्तियों व टहनियों से सौंफ का सगंध तेल प्राप्त किया जा सकता है। उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार सौंफ के बीज में 2 प्रतिशत, पत्तियों में 0.01 प्रतिशत व सूखी टहनियों में 0.22 प्रतिशत तक सगंध तेल पाया जाता है। सगंध तेल निष्कासन की अधिक मात्रा के लिए 50 प्रतिशत सूखी पत्तियां व टहनिया व 50 प्रतिशत हरी पत्तियां व टहनिया का प्रयोग किया जा सकता है। 100 किलोग्राम हर्ब्स से 200 से 220 ग्राम सगंध तेल प्राप्त किया जा सकता है। एक एकड़ क्षेत्रफल से करीब 500 से 600 किलोग्राम हर्ब्स प्राप्त होता है। इस तरह एक एकड़ से 1.0 से 1.2 किलो सौंफ का सगंध तेल निकाला जा सकता है। बाजार में विपणन हेतु सौंफ के सगंध तेल की कीमत लगभग 3-5 हजार रुपये प्रति किलोग्राम है।

  • CG Accident : सड़क हादसे में दो सगे भाई और एक छात्रा की दर्दनाक मौत
    सुकमा। Road Accident: कोंडागांव के पास भीषण सड़क हादसा हुआ है। हादसे में दो सगे भाइयों और एक छात्रा की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि छात्रा मासे पोडियामी की भी मौत हो गई। छह लोग घायल हो गए हैं। सड़क हादसे में दो सगे भाइयों की जान चली गई। हादसे ने घर के दोनों चिराग को बुझा दिया। हादसे की खबर मिलते ही गादीरास गांव में शोक की लहर दौड़ गई। मां-बाप का सहारा ये दोनों भाई थे और दोनों वाहन चलाते थे। सुकमा जिले के गादीरास निवासी वेकेंटेश्वर राव के बेटे पृथ्वी राव उम्र 27 साल व सागर राव उम्र 24 साल दोनों की सड़क हादसे में मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक जिले की कुछ छात्रा राजनांदगांव नर्सिंग कालेज में ट्रेनिंग करने गई हुई थी। लॉकडाउन के बाद छात्रा वहां फंसी हुई थीं। इधर, उनके परिजनों ने गादीरास से सोमवार दोपहर तीन बजे आर्टिका वाहन में दोनों भाइयों को लेने भेजा था। लेकिन जब वापस लौट रहे थे, तभी कोंडागांव के पास सड़क हादसे में दोनों की मौत हो गई।
  • BIG BREAKING : पूर्व उप मुख्यमंत्री के बेटे, बहू और नाती की हत्या, इलाके मचा कोहराम
    शारदा : अविभाजित मध्यप्रदेश के वरिष्ठ कॉंग्रेस नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री स्वर्गीय प्यारेलाल कंवर के पुत्र हरीश कंवरए उनकी पत्नी और पुत्री की बुधवार तड़के निर्मम हत्या कर दी गई। कोरबा जिला के उरगा थाना क्षेत्र के ग्राम भैंसमा स्थित निवास में ट्रिपल मर्डर की यह वारदात हुई। हत्या की खबर फैलते ही गांव सहित पूरे क्षेत्र में शोक मिश्रित सन्नाटा पसर गया है। बताया गया कि हरीश के बड़े भाई हरभजन कंवर सुबह परिवार के साथ टहलने के लिए हर दिन निकलते हैं और आज भी तड़के करीब 4 बजे निकल गए थे। इसके बाद घर में हरीश और पत्नी सुमित्रा व पुत्री आशी 5 वर्ष रह गए। हत्यारों ने इसी बीच धारदार हथियार से हत्या को अंजाम दिया व भाग निकले। हरभजन व अन्य लोग जब घर लौटे तब उन्हें हत्या का पता चलते ही कोहराम मच गया। सूचना मिलते ही मौक़े पर पुलिस के अधिकारी मातहतोंए डॉग स्क्वाडए फोरेंसिक एक्सपर्ट के साथ पहुंच गए हैं। राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवालए महापौर राजकिशोर प्रसाद भी हरीश के निवास पर पहुंचे और घटनाक्रम की जानकारी ली। बता दें कि स्वण् हरीश कंवर पूर्व विधायक श्यामलाल कंवर के भतीजे और कोरबा जनपद पंचायत की अध्यक्ष हरेश कंवर के छोटे भाई थे।
  • टीका टिप्पणी छोड़ प्रदेश की जनता के लिए एक करोड़ वैक्सीन बुक करे सरकार  : भाजपा
    स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के बयान पर भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय की प्रतिक्रिया टिका टिप्पणी छोड़ प्रदेश की जनता के लिए एक करोड़ वैक्सीन बुक करे सरकार एक मई से सभी जिलों में पर्याप्त आपूर्ति की चिंता करे सरकार रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव द्वारा केंद्र सरकार के 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग को 1 मई से टीकाकरण पर सवाल उठाने और प्रक्रिया को आपत्तिजनक बताने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव लगातार टीकाकरण को लेकर आपत्ती दर्ज करते रहे हैं। पहले उन्होंने टीकाकरण पर सवाल उठा कर प्रदेश की जनता को भयभीत किया। भ्रम फैलाया और छत्तीसगढ़ में टीकाकरण को लेकर उदासीनता दिखाई जिसका खामियाजा आज छत्तीसगढ़ की जनता कोरोना महामारी के भयावह संकट के रूप में झेलने मजबूर है और आज छत्तीसगढ़ संकट में हैं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री साय ने कहा कि आज भी स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव 1 मई से टीकाकरण के निर्णय पर अपनी टिका टिप्पणी और राजनीति कर जनता को भ्रमित करने का प्रयास कर रहे हैं यह दुर्भग्यपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि टीकाकरण महाअभियान पर सवाल उठाने जनता को भयभीत करने और टीकाकरण पर टिका टिप्पणी करने का स्वास्थ्य मंत्री को कोई अधिकार नहीं है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव से पूछा हैं कि प्रारम्भ से ही केंद्र सरकार कुशल प्रबंधन क्षमता के साथ नागरिकों को सुरक्षित करने का प्रयास कर रही हैं और लगातार कोरोना के विरुद्ध लड़ाई लड़ रही हैं इस लड़ाई को कांग्रेस के नेता दस जनपद के अपने नेताओं के इशारों पर क्यों कमजोर करना चाहते हैं? क्यों कोरोना से लड़ाई के लिए राज्यों को अधिकार देने की बात करने वाले अधिकार मिलने पर मुह छुपा रहे हैं? जिम्मेदारियों से भाग रहे हैं, केंद्र पर ठीकरा फोड़ने प्रयास कर रहे हैं आखिर क्यों? उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव को याद दिलाया कि सीएम भूपेश बघेल कहते थे दम्भ भी भरते थे की केंद्र हमे अधिकार दे दे हम संभाल लेंगे। सीएम कहते थे केंद्र वैक्सीन नहीं देगा तो हम छत्तीसगढ़ की जनता के लिए व्यवस्था करेंगे।उन्होंने पूछा अब कहाँ हैं आपके सीएम भूपेश बघेल कहां गया उनका दावा? अब क्यों 1 मई से टीकाकरण को लेकर राजनीति कर रहे हैं? राजनीति छोड़ तत्काल छत्तीसगढ़ की जनता के लिए एक करोड़ वैक्सीन बुक करे सरकार और एक मई से छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में पर्याप्त मात्रा में आपूर्ति सुनिश्चित करने चिंता करें। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने टीएस सिंहदेव को नसीहत देते हुए कहा कि पहले अपने सीएम से निपट लें जो उन्हें तवज्जु नहीं देते महत्वपूर्ण बैठक तक में आप दोनों की दूरी का खामियाजा जनता भुगत रही है। उन्होंने टीएस सिंहदेव से कहा कि आप एक अच्छे व्यक्ति है पर गलत स्थान पर हैं ढाई ढाई साल की चर्चा होती है प्रदेश में तो हमे भी दुःख होता है परंतु यह समय कोरोना से लड़ने का हैं आपस में लड़ने का नहीं। यह समय एकजुटता के साथ कोरोना को हराने का समय है। उन्होंने छत्तीसगढ़ में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा ऑक्सीजन, वेंटिलेटर, रेमडेसीवीर इंजेक्शन, दवाईयां और एक मई से सुचारू सुलभ टीकाकरण की व्यवस्था सुनिश्चित करने की सलाह स्वास्थ्य मंत्री को दी है।
  • मोदी ने देश को आज फिर से निराश किया - कांग्रेस
    मोदी ने देश को आज फिर से निराश किया रायपुर 20 अप्रैल 2021। प्रदेश कांग्रेस के संचार प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी ने अंततः चुनाव प्रचार खत्म होते होते देश को संबोधित करने और देशवासियों के साथ खड़े होने का भाषण देने की औपचारिकता निभा ली। प्रधानमंत्री मोदी ने देश को निराश किया। यह लग रहा था कि जरूरतमंदों तक रेम्सडीवीर कैसे पहुंचेगी टीकाकरण की घोषणा के बाद सब को कैसे टीका मिलेगा यह प्रधानमंत्री बताएंगे टीकाकरण की व्यवस्थाएं कैसे होंगी इस पर प्रधानमंत्री देश से कुछ कहेंगें, देश की बिगड़ती स्थिति पर प्रधानमंत्री से ठोस बातों की अपेक्षा आज पूरे देश को थी लेकिन मोदी ने देश को फिर से निराश किया। आज विश्व में सबसे ज्यादा मौतें भारत में हुई है और सबसे ज्यादा संक्रमण के मामले भारत में आए हैं इस पर प्रधानमंत्री मोदी से कुछ कहने और कुछ करने की अपेक्षा थी लेकिन कुछ भी ठोस कांक्रीट कहने के बजाय प्रधानमंत्री ने आज के भाषण में सिर्फ हवा हवाई बातें की। प्रधानमंत्री ने देश से करोना से लड़ने की कार्य योजना के बारे में कोई बात नहीं की । मोदी ने अपने संबोधन में आज देश को फिर से निराश किया है। करोना से लड़ाई पर कोरी लफ्फाजी करने और देश को निराश करने के साथ-साथ मोदी ने एक और मामले में आज देश को निराश किया । ताली थाली बजाने बत्ती बंद करने और बालकनी से मोबाइल की लाइट जलाने जैसी बेतुकी बात भी आज नहीं की। मोदी ने ऐसी बात ना करके अपने आप को बचा लिया क्योंकि पूरे देश में मोदी के खिलाफ गुस्सा उमड़ रहा है और अगर मोदी ऐसी कोई बात आज करते तो इसकी तीखी प्रतिक्रिया पूरे देश में होती।
  • दर्दनाक सड़क हादसा : लॉकडाउन के कारण घर जा रहीं छात्राओं की कार दुर्घटना का शिकार , तीन की मौत
    जगदलपुर। एक दर्दनाक सड़क हादसे में युवती सहित 3 लोगों की मौत हो गयी। घटना रायपुर-जगदलपुर मार्ग की बताई जा रही है। सभी मृतक कार में सवार थे। हादसे में 2 युवक की मौके पर ही मौत हो गयी थी, जबकि एक लड़की ने इलाज के दौरान अस्पताल में दम तोड़ा। जानकारी के मुताबिक सभी मृतक सुकमा के गादीरास के रहने वाले है, जो लॉकडाउन की वजह से रायपुर से गादीरास कार से लौट रहे थे, लेकिन इसी दौरान कार दुर्घनाग्रस्त हो गई। परिजनों के मुताबिक गादीरास की ही 7 युवतियां रायपुर में पढ़ाई कर रही थी, उन्हें लेने गादीरास से ही दो युवक कार लेकर गए हुए थे। वापस लौटने के दौरान हुआ हादसा। सभी घायलों को भानपुरी अस्पताल में लाया गया है।
  • मस्तूरी विधायक कृष्ण कुमार बांधी के हस्तक्षेप से ग्राम लोहरसी के ग्रामीणों को मिला बेहतर इलाज का आश्वासन
    मस्तूरी विधायक कृष्ण कुमार बांधी के हस्तक्षेप से ग्राम लोहरसी के ग्रामीणों को मिला बेहतर इलाज का आश्वासन बिलासपुर- न्यायधानी के मस्तूरी ब्लॉक अंतर्गत ग्राम लोहरसी में ग्रामीणों को नही मिल रहा समुचित इलाज, सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार ग्राम लोहरसी में रहने वाले एक परिवार ने 2 दिन पहले पचपेड़ी में अपना कोरोना टेस्ट करवाया था जिसके बाद परिवार के सदस्य पॉजिटिव आये थे | पचपेड़ी स्वास्थ्य विभाग द्वारा उन्हें किसी भी प्रकार की परेशानी न होने के कारण दवाई देकर होम आइसोलेशन में रहने की बात बता कर वापस भेज दिया । जब आज परिजन की हालत थोड़ी बिगड़ी तो परिवार के सदस्य तुरंत उन्हें लेकर लोहरसी स्वास्थ्य केंद्र गए जो बन्द था जिस पर परिवार के लोगो ने मस्तूरी विधायक से संपर्क कर मामले से अवगत करवाया, जिस पर संज्ञान लेते हुए मस्तूरी विधायक बांधी ने स्वास्थ्य विभाग को फटकार लगाई व परिजनों को उचित स्वास्थ्य व्यवस्था उपलब्ध करवाने का भरोसा दिलाया है। एक तरफ सरकार कोरोनो को लेकर सजगता बरत रही और वही ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य केंद्र का बंद रहना सोचनीय है। स्वास्थ्य विभाग को आवश्यकता है इस ओर ध्यान देने की । मन्नू मानिकपुरी संवाददाता बिलासपुर
  • बस्तर संभाग में पिछली बार की भांति कोरोना संक्रमण की दर को शून्य प्रतिशत तक लाने का हो लक्ष्य- मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल कर्तव्य के प्रति सजगता से ही मिलेगी सफलता बाहर से आने वाला हर व्यक्ति के टेस्टिंग के बिना शहर या गांवों में प्रवेश पर मनाही

     मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने आज यहां अपने निवास कार्यालय से वीडियो कान्फ्रेसिंग के जरिये बस्तर संभाग के सभी 7 जिलों कांकेर, कोंडागांव, बस्तर, बीजापुर, नारायणपुर, सुकमा और दंतेवाड़ा में कोरोना संक्रमण की वर्तमान स्थिति और उससे नियंत्रण के उपायों की समीक्षा की। 
        मुख्यमंत्री श्री बघेल ने समीक्षा करते हुए कहा कि राज्य के बस्तर संभाग में पिछली बार कोरोना संक्रमण को रोकने में शासन-प्रशासन सहित सबके सहयोग से अच्छी सफलता मिली थी। इस बार भी हम सभी बस्तर संभाग में कोरोना संक्रमण की दर को पिछली बार की तरह शून्य प्रतिशत तक लाने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि बस्तर संभाग के अधिकारी-कर्मचारी अच्छा काम कर रहे हैं। अपने कर्तव्यों के प्रति सजगता से ही लक्ष्य को प्राप्त करने में जरूर सफलता मिलेगी। 
        मुख्यमंत्री ने कहा कि बस्तर में संक्रमण न फैले इसके लिए यह जरूरी है कि बाहर से आने वाला हर व्यक्ति बिना टेस्टिंग के न तो गांव में और न ही शहर में जाए। आवश्यकता अनुसार उन्हें क्वारेंटाइन सेंटर और आइसोलेशन केेन्द्र में रखने की व्यवस्था की जाए। बाहर  से आने वालों की एयरपोर्ट, रेल्वे स्टेशन, बस स्टेंड, अंतर्राज्यीय सीमाओं के एन्ट्री पाइंट पर ही टेस्टिंग सुनिश्चित कर ली जाए। हमारा फोकस टेस्टिंग के साथ-साथ मरीजों के इलाज, वैक्सीनेशन, कोरोना संक्रमण की रोकथाम और संक्रमित व्यक्तियों की कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग तथा सघन जांच पर होना चाहिए। कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग से संक्रमण को रोकने में काफी हद तक मदद मिलेगी।     
        मुख्यमंत्री ने कहा कि छुट्टी से लौटने वाले सीआरपीएफ और पैरामिलिट्री फोर्स के जवानों की टेस्टिंग एन्ट्री पाइंट पर की जाए। उन्हें क्वारेंटाइन और आइसोलेशन में रखने के बाद ही कैम्पों में जाने की अनुमति दी जाए। उन्होंने कहा कि पिछली बार इसी वजह से बस्तर में संक्रमण बढ़ा था। बस्तर आईजी आने वाले जवानों की जानकारी रखे और ऐसे जवानों को लाने के लिए पृथक वाहन की व्यवस्था करें। जवान सार्वजनिक परिवहन के साधनों से वापस न लौटे। उन्होंने कहा कि खदान क्षेत्रों में ट्रकों में आने वाले ड्राइवरों और क्लीनरों की जांच की जाए और उन्हें मजदूरों से अलग रखने की व्यवस्था की जाए। 
        मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए कोरोना से बचाव की गाइडलाइन का पालन करते हुए मनरेगा और लघु वनोपजों के संग्रहण कार्य प्रारंभ किए जाएं। इससे लोगों को सुगमता से रोजगार उपलब्ध होगा और अतिरिक्त आमदनी भी मिलेगी। स्वास्थ्य मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव ने बस्तर संभाग में कोरोना संक्रमण की स्थिति के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए हर आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कहा, साथ ही सभी कलेक्टरों को अपने-अपने जिले में पंचायतवार बाहर गए मजदूरों और लोगों की जानकारी भी एकत्र कर पोर्टल में प्रदर्शित करने को कहा। उन्होंने ग्राम पंचायतों में क्वारेंटाइन सेंटर और आइसोलेशन सेंटर की स्थापना के संबंध में भी आवश्यक निर्देश दिए। 
        मुख्यमंत्री श्री बघेल ने बैठक में बस्तर संभाग के सभी जिलों में ऑक्सीजन बेड, आईसीयू बेड, वेंटिलेटर वाले बेड की उपलब्धता, ऑक्सीजन की सप्लाई चैन, ऑक्सीजन सिलेंडरों की उपलब्धता और रोटेशन, मेडिकल स्टाफ की उपलब्धता, रेमडेसिविर और अन्य आवश्यक दवाइयों की उपलब्धता तथा सीएसआर मद, औद्योगिक क्षेत्र और सामाजिक संगठनों के सहयोग से किये जा रहे कार्यों की समीक्षा की।
        बैठक में स्वास्थ्य मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्रीमती रेणु जी. पिल्ले, अपर मुुख्य सचिव गृह श्री सुब्रत साहू, मुख्यमंत्री के सचिव श्री सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी, बस्तर संभाग के कमिश्नर, आई.जी. सहित बस्तर संभाग के सभी 7 जिलों के जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक शामिल हुए।
    कलेक्टर श्री चन्दन कुमार ने इस अवसर पर जानकारी देते हुए बताया कि कांकेर जिले में अभी तक 9695 व्यक्ति कोरोना से संक्रमित पाये गये, वर्तमान में 1731 सक्रिय मरीज हैं, उनमें से 1632 होम आईसोलेशन में तथा 99 व्यक्तियों को ईलाज कोविड अस्पतालों में किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिला मुख्यालय कांकेर के अलबेलापारा में संचालित कोविड अस्पताल के अलावा अब ईमलीपारा के नवनिर्मित छात्रावास भवन में भी कोविड अस्पताल स्थापित किया जा रहा है, जिसमें 16 बेड आईसीयू, 30 बेड एचडीयू तथा 150 आॅक्सीजन वाले बेड और 40 सामान्य बेड रहेंगे। उक्त अस्पताल को आगामी सोमवार तक शुरू करने का प्रयास किया जा रहा है। वीडियो कान्फ्रेसिंग में पुलिस अधीक्षक एम.आर. अहिरे, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. संजय कन्नौजे और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. जे.एल. उईके भी मौजूद थे। 

  • बिलासपुर : कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट में 26 अप्रैल तक नही होगी सुनवाई
    मन्नू मानिकपुरी संवाददाता: बिलासपुर- छग उच्चन्यायालय के रजिस्ट्रार(न्यायिक) योगेश पारिख के द्वारा दिनांक १९/०४/२१ को जारी आदेश के अनुसार माननीय मुख्य न्यायाधिपति के आदेशानुसार छग उच्चन्यायालय रजिस्ट्री के पूर्व आदेश दिनांक १२/०४/२१ के अनुक्रम में जिलाधीश बिलासपुर के दिनांक १८/०४/२१ को जारी आदेश दृष्टिगत रखते हुए उच्चन्यायालय के दैनिक सामान्य कामकाज को स्थगित करते हुए केवल अति महत्वपूर्ण मामलों को माननीय मुख्य न्यायाधिपति के द्वारा या उनके आदेशानुसार गठित पीठ द्वारा सुनवाई की जाएगी और आवश्यक कार्य हेतु रोटेशनल पद्धति से अतिन्यूनतम कर्मचारियों को निर्देशित किया जा सकेगा. उपरोक्त अवधि में उच्च न्यायालय के समस्त अधिकारी कर्मचारी ‘वर्क फ्रोम होम’ के अंतर्गत विभागप्रमुख के निर्देश पर स्वयं को त्वरित रूप से उपलब्ध रखेंगे, एवं किसी भी स्थिति में बिना पूर्वअनुमति के मुख्यालय से बाहर नही जावेंगे. किसी अवस्था में यदि जिलाधीश बिलासपुर के द्वारा लॉक डाउन की अवधि बढ़ाई जाती है तो इस व्यस्था को उच्चन्यायालय रजिस्ट्री द्वारा आगे बढ़ा दिया जाएगा, अन्यथा लॉक डाउन समाप्ति पर उच्चन्यायालय रजिस्ट्री के पूर्ववर्ती आदेश दिनांक ०५/०४/२१ के अनुसार आदेशित व्यवस्था ही पुनः कार्यशील मानी जावेगी, साथ ही उपरोक्त संदर्भ को दृष्टिगत रखते हुए पूर्व में जारी २२/०४/२१ की काजलिस्ट को यथावत रखते हुए उसी काजलिस्ट को २७/०४/२१ को माननीय उच्चन्यायालय के द्वारा सुनवाई की जाएगी.
  • गर्भवती होने के बावजूद मुस्तैदी के साथ ड्यूटी पर डटी दंतेवाड़ा डीएसपी की कर्तव्य परायणता को मुख्यमंत्री श्री बघेल ने सराहा

    देश में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए समाज के विभिन्न वर्गों द्वारा कर्तव्यपरायणता की मिसाल प्रस्तुत की जा रही है। कोरोना काल में कर्तव्यपरायणता की एक ऐसी ही मिसाल दंतेवाड़ा की डीएसपी श्रीमती शिल्पा साहू ने भी प्रस्तुत की है। गर्भवती होने के बावजूद वे सड़क पर उतर कर ड्यूटी कर रही हैं। कोरोना काल के नियम तोड़ने वालों को वे अपनी टीम के साथ समझाइश दे रही हैं। मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने आज बस्तर संभाग में कोरोना संक्रमण की स्थिति की समीक्षा के दौरान डीएसपी श्रीमती शिल्पा साहू की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने कर्तव्यपरायणता की अनुकरणीय मिसाल समाज के सामने प्रस्तुत की है। 
        गौरतलब है कि लाकडाउन के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए जहां शासकीय अधिकारी-कर्मचारी मुस्तैदी के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं, वहीं मरीजों को अस्पताल पहुंचाने, उनके लिए प्लाज्मा, दवाओं का इंतजाम कराने उन्हें आवश्यक जानकारियां मुहैया कराने आदि के लिए समाजसेवी संस्थाएं दिन रात काम कर रही हैं। राज्य में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए शासन द्वारा हर संभव उपाय किए जा रहे हैं। इसमें मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की अपील पर शासन-प्रशासन की मुस्तैदी के साथ विभिन्न सामाजिक संगठन, उद्योग तथा व्यापार जगत के लोग भी मदद के लिए बढ़-चढ़कर आगे आ रहे हैं। 

  • छत्तीसगढ़ : मुखबिरी के शक में नक्सलियों ने दो युवकों को उतारा मौत के घाट… शव बरामद..!
    सुकमा. छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में नक्सलियों के हमले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. नक्सली आए दिन वारदातों को अंजाम दे रहे हैं. सुकमा में नक्सलियों ने दो युवकों की हत्या कर दी. मृतकों की लाश जिले के मिलापल्ली गांव में मिली है. सुकमा के एसपी केएल ध्रुव ने इस घटना की पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि नक्सलियों ने दोनों की हत्या कर दी. शव के पास से एक नोट भी बरामद हुआ है.
  • लॉकडाउन की अवधि तक उच्च न्यायालय का सामान्य काम-काज स्थगित : अत्यंत महत्वपूर्ण मामलों की ही की जा सकती है सुनवाई

    कोरोना संक्रमण की रोकथाम को ध्यान में रखते हुए लॉकडाउन की अवधि तक उच्च न्यायालय बिलासपुर में दैनिक सामान्य काम-काज स्थगित रखने के निर्देश दिए गए हैं। मुख्य न्यायाधीश के दिशानिर्देश अनुसार सिर्फ अत्यंत महत्वपूर्ण मामलों की ही सुनवाई की जा सकती है। 

    छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार (न्यायिक)  योगेश पारिख के द्वारा 19 अप्रैल 2021 को जारी अधिसूचना के अनुसार लाकडाउन की अवधि तक उच्च न्यायालय के दैनिक सामान्य कामकाज को स्थगित करते हुए केवल अति महत्वपूर्ण मामलों को मुख्य न्यायाधिपति के दिशानिर्देश  के अनुरूप सुनवाई की जाएगी। उक्त अवधि में आवश्यक कार्य हेतु रोटेशनल पद्धति से आवश्यकतानुसार न्यूनतम कर्मचारियों को उपस्थित होने के निर्देश दिए जा सकते हैं। लॉकडाउन की अवधि में उच्च न्यायालय के समस्त अधिकारी कर्मचारी ‘वर्क फ्रोम होम’ के अंतर्गत विभाग प्रमुख के निर्देश पर स्वयं की त्वरित रूप से उपलब्धता रखेंगे एवं किसी भी स्थिति में बिना पूर्वानुमति के मुख्यालय से बाहर नही जाएंगे। किसी अवस्था में यदि जिलाधीश बिलासपुर के द्वारा लॉक डाउन की अवधि बढ़ाई जाती है तो इस व्यवस्था को आगे बढ़ा दिया जाएगा, अन्यथा लॉक डाउन समाप्ति पर उच्च न्यायालय के पूर्ववर्ती आदेशनुसार आदेशित व्यवस्था ही पुनः कार्यशील मानी जाएगी।